hotaks444
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गतान्क से आगे.....................
मैं अभी की ओर देखते हुए. नीचे घुटनो के बल बैठ गयी. पूरा डोर खुला हुआ था. पर मैं नज़ाने क्यों अभी की बात को मानते हुए. उसके सामने घुटनो के बल नीचे बैठ गयी. और अभी के शॉर्ट्स को खींच कर घुटनो तक कर दया. अभी का घोड़े जैसा फनफनाता लंड उछल कर बाहर आ गया.
अभी: चल अब क्या देख रही है. जल्दी से चूस.
मेने अभी के लंड की चॅम्डी को सुपाडे से पीछे करके अभी के लंड को मूह मे ले लिया. और चूसने लगी. अभी मेरे बालों को कस के पकड़ कर अपनी कमर हिला कर अपने मोटे लंड को मेरे मूह के अंदर बाहर करने लगा.
अभी: अहह साली और ज़ोर से चूस. आह चुस्स्स ईससी.
फिर अभी ने मेरे मूह से लंड निकल कर उसे अपने हाथ से पकड़ कर मूठ मरने लगा. और दूसरे हाथ से मेरे बालों को खींच कर मेरे होंटो को अपने तटों पर लगा दया.
अभी: हाआँ अब इसे भी चाट. पूरे बॉल्स मूह मे लेकर चूस रांड़.
मेने अभी की बात मानते हुए. अभी के बॉल्स को मूह मे ले लिया. और चूसने लगी. मैं अब किसी रंडी की तरहा अभी के बॉल्स के साथ साथ अभी के लंड को उसकी जड़ से टोपे तक होंटो को रगड़ कर चाट रही थी. अभी ने मुझे खड़ा किया. और मेरी कमीज़ को पकड़ कर एक झटके मे ऊपेर खींच कर उतार दिया. और ब्रा के स्ट्रॅप्स को कंधों से पकड़ कर सरका कर नीचे कर दिया.
अभी: अब जल्दी से अपने सारी कपड़े उतारो.
मैं अपने कपड़े उतारने लगी. अभी भी अपने सारे कपड़े उतार कर एक दम नंगा हो गया. और बेड पर पैरो को नीचे लटका कर पीठ के बल लेट गया. और मुझे अपने ऊपेर आने का इशारा किया. मैं अभी के ऊपेर बेड पर आ गयी. और अभी की कमर के दोनो तरफ पैरों को करके पंजों के बल बेड पर बैठ गयी.
अभी ने अपने लंड को हाथ से पकड़ कर मेरी चूत के छेद पर टिका दया. और मेरे चुतड़ों को पकड़ कर कस के धक्का मारा. धक्का इतना जबरदस्त था. कि अभी का पूरा का पूरा लंड मेरी चूत की दीवारों को चीरता हुआ अंदर घुस गया. मेरे मूह से दर्द और मस्ती से भरी आ निकल गई.
अभी ने मुझे अपने ऊपेर खींचा. और मेरे कानो मे धीरे से बोला.
अभी: अब बस तू ऐसे ही ज़ोर-2 से सीसायते हुए, मेरे लंड को अपनी चूत मे लेकर चुदवा. तेरी सिसकारियो की आवाज़ नेहा के कानो तक पहुचनी चाहिए.
और अभी मेरे चुतडो को पकड़ कर मसलता हुआ धना धन मेरी चूत मे अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा. अभी की जांघे मेरे चुतड़ों पर टकरा कर हॅप-2 की आवाज़ करने लगी. मेरी चूत पानी से बिल्कुल भीगी हुई थी. जिसकी वजह से ही लंड चूत मे आसानी से अंदर बाहर हो रहा था. मैं भी मस्ती के सागर मे गोते खा रही थी.
और कुछ ही पलों मे मैं अपने चुतड़ों को उछाल-2 कर अपनी चूत को अभी के लंड पर पटकने लगी. मैं आ ओह उंह सीईईईईईईईईई करने लगी. मुझे पूरा यकीन है कि मेरी मस्ती से भरी चुदासी आवाज़ों को नेहा ज़रूर सुना हो गा. अभी मेरे चुतड़ों को पकड़ कर तेज़ी से धक्के मार रहा था. लंड फतच-2 की आवाज़ से अंदर बाहर हो रहा था.
मैं: (ज़ोर-2 से चिलाते हुए) हां बाबू जीईए और जोर्र्र सीए और जोर्र से चोदूऊ अहह बहुत मज्जा आ रहाा है. आपका लौद्द्ददडा सचह मे बहुत मज्जा दे रहा है. और जोर्र्र सीई चोदो मेरी भोसड़ी कूऊ अहह बाबू जीईए मेरे भ्ोआसड़ी देखूओ ना कैसीईए पानी छोड़ रही हाीइ.
मैं सच मे बहुत गरम हो चुकी थी. मेरी चूत का पानी अब छूटने वाला था. मैं अपनी गांद को उछाल-2 कर तेज़ी से अपनी चूत को अभी के लौदे पर पटकने लगी.
मैं: हाां बाबू जीईई बुसस्स्स्स अहह चोद्द्द डलूऊओ मेरी चूत कूओ मेरा पानी निकलने वाला है. अहह उंह उफफफफफफफफ्फ़
और मेरी चूत ने अपना लावा उगल दिया. मैं अभी के ऊपेर निढाल होकर गिर पड़ी. और तेज़ी से हाँफने लगी. अभी भी कुछ धक्को के बाद मेरी चूत मे झाड़ गया. मैं थोड़ी देर बाद अभी के ऊपेर से खड़ी हुई. और अपने कपड़े पहनने लगी.
मैं: बाबू जी क्या नेहा ने देखा.
अभी: मुझे भी नही पता. पर जैसे तुम चीख-2 कर मेरे लंड को अपनी भोसड़ी मे ले रही थी. उस हिसाब तो ज़रूर देखा हो गा.
मैं अभी की बात को सुन कर शर्मा गयी. और अपने कपड़े पहनने लगी. और कपड़े पहन कर बाहर अपने रूम मे चली गयी. जैसे ही मैं रूम मे पहुचि तो नेहा ने अपने सर को झुका लाया. खाना वैसे ही प्लेट मे पड़ा था. नेहा की साँसें उखड़ी हुई थी. जिससे सॉफ पता चलता था. कि नेहा ने ज़रूर मुझे अभी से चुदते हुए देखा होगा.
मैं: क्या हुआ नेहा खाना नही खाया.
नेहा: वो मैं हाथ धोने गयी थी. खा रही हूँ.
मैं बाहर बाथरूम मे आ गयी. और अपने हाथ मूह धो कर अभी के लिए खाना डिन्निंग टेबल पर लगा दिया. और अपना खाना लेकर नेहा के पास बैठ कर खाने लगी. नेहा मुझ से नज़रें नही मिला रही थी. मेने भी उसे बुलाना ठीक नही समझा. और मैं भी चुप-चाप खाना खाने लगी. खाना खा कर मैं सो गयी. मुझे करीब शाम के 5 बजे नेहा ने उठाया.
मैं: (पलंग से नीचे उतरते हुए) हां क्या बात है.
नेहा: वो बाबू जी आप को बुला रहे हैं. मैं चाइ बनाने जा रही हूँ.
और नेहा किचन मे चली गयी. मैं उठ कर अभी के रूम मे आ गयी.
अभी : हां रचना इधर आओ. ज़रा आज इस कमरे को ढंग से सॉफ कर दो. और थोड़ा सा सज़ा दो आज तुम्हारी बेटी की नथ उतराई होने जा रही है.
मैं: (मुस्कराते हुए) बाबू जी एक बात कहूँ.
अभी: हां बोलो.
मैं: बाबू जी मैं नेहा को पहली बार चुदते हुए देखना चाहती हूँ. आप कुछ करो ना. मुझे देखना है आप एक कच्ची कली को कैसे फूल बनाते हो.
अभी: तो देख लेना. किसी ने मना किया है क्या.
मैं: पर कैसे बाबू जी.
अभी: तुम साथ वाले रूम मे जाकर बेड की दीवार के तरफ एक पैंटिंग लगी हुई. उसे उतार देना. उसके नीचे एक होल है. उसमे से तुम देख सकती हो. और जब दिल करें वहीं सो जाना. पर हां बस एक बात का ध्यान रखना. उस रूम की लाइट रात को ऑन ना करना. नही तोहोल से रोशनी इस रूम मे आजाएगी. तो नेहा को दिख सकता है.
मैं: ठीक है बाबू जी. पर आप मुझे नेहा को चोदने के बाद भूल तो नही जाओगे.
अभी: ऐसे कैसे हो सकता है. तेरी चूत किसी कुँवारी लौंदया से कम टाइट थोड़ा ना है.
मैं शरमा गयी. और अभी के रूम की सफाई करने लगी. थोड़ी देर मे नेहा भी चाइ लेकर रूम मे आ गयी. और उसने अभी को चाइ दी. मैं और नेहा दोनो नीचे कार्पेट पर बैठ कर चाइ पीने लगे. चाइ ख़तम करने के बाद मेने नेहा को खाने की तैयारी करने के लिए कहा. और मैं अभी के रूम की सफाई मे जुट गयी.
रात ढल चुकी थी. नेहा और मेने मिल कर खाना तैयार कर लिया था. आज अभी चिकेन लेकर आया था. वो ही मेने और नेहा ने बनाया था. नेहा को भी चिकेन बहुत पसंद था. रात का खाना खाने के बाद मैं और नेहा अभी के रूम मे मूवी देखने लगी. रात के 10 बाज चुके थे. और मैं उठते हुए बोली
मैं: मुझे नींद आ रही है. मैं सोने जा रही हूँ.
नेहा भी मेरे साथ उठ कर खड़ी हो गयी. और बाहर आने लगी.
अभी: नेहा ज़रा किचन से पानी ला देना. यहाँ ख़तम हैं.
नेहा सर झुकाए मेरे साथ बाहर आ गयी. और किचन मे जाकर एक बॉटल पानी लेकर अभी के रूम मे चली गयी. थोड़ी देर बाद अभी रूम से बाहर आया. और मुझे मेरे रूम मे जाने का इशारा किया.
मैं अपने रूम मे आ गयी. जैसे ही मैं रूम मे आई तो मेने अभी से पूछा.
मैं: क्या हुआ बाबू जी.
अभी: वो मेने नेहा को कहा है कि आज वो यही सो जाए. तो वो मान नही रही थी. कह रही थी की मा दाँटेगी. मैं उसे बोल कर आया हूँ कि रचना को मैं बता आता हूँ.
मेरे होंटो पर मुस्कान आ गयी. अभी ने मुझे अपनी तरफ खींचते हुए. मेरे चुतड़ों को मेरी सलवार के ऊपेर से कस के मसल दिया. मैं अहह कर उठी. और जान बुझ कर रूठने का नाटक करते हुए बोली.
मैं: बाबू जी अब तो आप बस उसी के साथ करोगे ना. मुझे तो आप भूल ही जाओगे.
अभी: नही मेरी रानी. ये सब तो मैं तुम्हारे लिए कर रहा हूँ. एक बार नेहा को चोद कर ऐसा चुदक बना दूँगा, कि वो भी इस चुदाई के खेल का आनंद लेने लगे. फिर देखना दिन भर तुम और नेहा इस घर मे मेरे साथ नंगी हो कर घूमना. और अभी बाहर चला गया. जैसे ही अभी अपने रूम मे पहुचा. उसने डोर बंद कर लिया. मैं जल्दी से अभी के रूम के साथ वाले रूम मे चली गयी. मेने उस रूम की पहले से ही सॉफ सफाई कर दी थी. और अपने सोने का इंतज़ाम भी कर लिया था. पैंटिंग को पहले से ही मेने हटा दिया था. मैं जल्दी से बेड पर चढ़ गयी. और होल से अंदर झाँकने लगी.
अभी अपने रूम मे बाथरूम के पास खड़ा था. और अपनी टी शर्ट उतार रहा था. नेहा बेड के पास अपने सर झुकाए खड़ी थी. नेहा की पीठ अभी की तरफ थी. वो तेज़ी से साँसें ले रही थी. और अपने हाथों की उंगलियो को आपस मे भींच रही थी..
नेहा बेड के पास खड़ी-2 काँप रही थी. अभी ने अपनी टीशर्ट और शॉर्ट्स को उतार दिया. और नेहा के पीछे जाकर सॅट कर खड़ा हो गया. नेहा एक दम से घबरा गयी. अभी ने नेहा के कान के पास अपने होंटो को ले जाकर नेहा से कुछ धीरे से कहा. मुझे वो सुनाई तो नही दया. पर नेहा के होंटो पर मुस्कान आ गयी. और वो ना मे सर हिलाने लगी. घर मे एक दम से सन्नाटा पसरा हुआ था. इस लिए मुझे कदमो की आहट भी सुन रही थी.
फिर अभी ने नेहा के कुल्हो को दोनो हाथों से पकड़ लिया. और उसे अपने सटा लिया. जैसे ही अभी का लंड नेहा की स्कर्ट के ऊपेर से उसके चुतड़ों की दरार मे घुसा. नेहा ने एक बार अपना फेस नीचे करके नीचे अपने चुतडो पर देखा. और फिर फेस आगे करके अपनी आँखों को बंद कर लिया.
अभी: बोल ना जाने मन आज तो तुम्हारी मा ने भी तुम्हें यहाँ सोने के लिए हामी भर दी है. बोल ना आज मुझे देगी ना.
नेहा ने अपनी भारी हुई आँखों को खोला और ना मैं गर्दन हिलाने लगी. अभी जानता था कि नेहा के लिए ये सब नया है. वो सीधे-2 कभी हां नही कहेगी. अभी ने नेहा की कमर से हाथों को ऊपेर करना चालू कर दिया. और नेहा की टीशर्ट को उठा कर अपने हाथों को नीचे से ऊपेर की तरफ बढ़ाने लगा. जैसे -2 अभी के हाथ नेहा के नंगे बदन पर रेंगते हुए ऊपेर जा रहे थे. नेहा का बदन झटके खा रहा था.
धीरे-2 अभी के हाथ नेहा की चुचयों पर पहुच गये. और अभी ने नेहा की चुचियो को हाथों मे भर लिया. और धीरे-2 टीशर्ट के अंदर और ब्रा के ऊपेर से मसल्ने लगा. नेहा के मूह से आहह निकल गयी. और वो अभी की बाहों मे कसमसाने लगी. जैसे -2 अभी नेहा की चुचियो को मसल रहा था. वैसे-2 नेहा अपने चुतड़ों को अभी के लंड पर पीछे की तरफ दबा रही थी.
नेहा: अहह बाबू जीए छोड़दड़ दूऊव अगर माआ को पता चल्ल गया तूऊ अह्ह्ह्ह बाबू जीईए बस करूऊओ हाईए माआ क्या कार्ररर रहीई हूओ.
अभी ने नेहा की चुचियो से हाथों को हटा कर टीशर्ट से बाहर निकाल लिया. और नेहा को घुमा कर अपनी बाहों मे भर लिया. जैसे ही नेहा का फेस अभी के फेस की तरफ हुआ. नेहा एक दम से शर्मा गयी. और अपने हाथों से अपने फेस को ढकने लगी. नेहा को यूँ मुस्कुराता देख अभी के होंटो पर मुस्कान आ गयी.
अभी ने नेहा के हाथों को उसके फेस से हटाया. और अपने होंटो को नेहा के होंटो की तरफ बढ़ाने लगा. नेहा के होन्ट कांप रहे थे. जैसे-2 अभी के होन्ट नेहा के होंटो के पास आ रहे थे. नेहा अपनी आँखों को बंद किए जा रही थी. अभी के दोनो हाथ स्कर्ट के ऊपेर से नेहा के चुतड़ों पर आ चुके थे.
अभी ने नेहा के होंटो को अपने होंटो मैं ले लाया. और चूसें लगा. नेहा अभी के बाहों मैं मचलने लगी. अभी ने जैसे ही देखा की नेहा का बदन ढीला पढ़ चक्का है. अभी ने नेहा के स्कर्ट को ऊपेर उठा कर. नेहा के चुतड़ों को उसकी पनटी के ऊपेर से थाम लाया. वशपे पनटी मैं नेहा के गोलमोटल चूतड़ समा नही पा रहे थी. जैसे ही अभी ने नेहा के चुतड़ों को अपें हाथों मैं लेकर मसला. नेहा एक दूं से अभी से चिपक गये.
अभी नेहा के होंटो को जी भर के चूस रहा था. और नेहा भी अपने होटो को ढीला छोड़ कर अभी से अपने होंटो को चुस्वा कर मज़ा ले रही थी.5 मिनट लगतार नेहा के होंटो को चूसने के बाद अभी ने नेहा के होंटो से अपने होंटो को हटाया. और नेहा को देखने लगा. नेहा बहुत तेज़ी से साँसे ले रही थी. अभी नेहा की तरफ देखते हुए. धीरे-2 नेहा की पॅंटी के ऊपेर से उसके चुतड़ों को मसल रहा था.
नेहा के मूह से आहह ओह्ह्ह्ह बाबू जीई जैसीई हल्की-2 कामुक सिसकारिया निकल रही थी. थोड़ी देर बाद नेहा ने अपनी वासना और कामुकता से भरी हुई आँखों को खोला. और अभी की तरफ देखने लगी.
अभी: क्यों कैसा लगा मेरे जान मज़ा आ रहा है ना.
नेहा ने अभी की इस बात पर कुछ नही बोला. और शरमाते हुए मुस्करा कर अपेनी नज़रें झुका ली. नेहा के हाथ अभी की छाती पर बालों मे थे. उसके हाथों की उंगलिया धीरे -2 अभी के चेस्ट के बालो मे घूम रही थी.
अभी: बोल अब देगी ना.
नेहा : (काँपते हुए मदहोशी से भरी आवाज़ मे) दे तो दी बाबू जीई आह
अभी: मैं किस की बात नही कर रहा. बोल दे गी ना.
नेहा: क्या बाबू जी अहह.
अभी ने नेहा की पॅंटी को दोनो तरफ से पकड़ कर एक झटके मे नीचे खींच दिया. नेहा इस के लिए बिल्कुल भी तैयार नही थी. वो एक दम से घबरा गयी. और अपनी पॅंटी को पकड़ने के लिए नीचे झुकी.
इससे पहले कि नेहा अपनी जाँघो तक उतर चुकी पॅंटी को पकड़ पाती. अभी ने उसके हाथों को पकड़ कर. उसे दीवार से सटा दिया. और नेहा के हाथों को पकड़ कर उसके सर के ऊपेर से कर दया. और दीवार से सटा दया. नेहा की चुचियाँ टाइट टीशर्ट मे कसी हुई बाहर की तरफ निकल आई.
नेहा: अहह बाबू जी क्या कर रहे हो. मुझे शरम आ रही है.
अभी: चुप कर साली. अगर ऐसे ही नखरे करते रहे गी. तो तेरी मा ही मुझसे अपनी चूत चुदवा कर मज़े लेती रहे गी. अब अपने हाथों को नीचे नही करना.
क्रमशः.............
मैं अभी की ओर देखते हुए. नीचे घुटनो के बल बैठ गयी. पूरा डोर खुला हुआ था. पर मैं नज़ाने क्यों अभी की बात को मानते हुए. उसके सामने घुटनो के बल नीचे बैठ गयी. और अभी के शॉर्ट्स को खींच कर घुटनो तक कर दया. अभी का घोड़े जैसा फनफनाता लंड उछल कर बाहर आ गया.
अभी: चल अब क्या देख रही है. जल्दी से चूस.
मेने अभी के लंड की चॅम्डी को सुपाडे से पीछे करके अभी के लंड को मूह मे ले लिया. और चूसने लगी. अभी मेरे बालों को कस के पकड़ कर अपनी कमर हिला कर अपने मोटे लंड को मेरे मूह के अंदर बाहर करने लगा.
अभी: अहह साली और ज़ोर से चूस. आह चुस्स्स ईससी.
फिर अभी ने मेरे मूह से लंड निकल कर उसे अपने हाथ से पकड़ कर मूठ मरने लगा. और दूसरे हाथ से मेरे बालों को खींच कर मेरे होंटो को अपने तटों पर लगा दया.
अभी: हाआँ अब इसे भी चाट. पूरे बॉल्स मूह मे लेकर चूस रांड़.
मेने अभी की बात मानते हुए. अभी के बॉल्स को मूह मे ले लिया. और चूसने लगी. मैं अब किसी रंडी की तरहा अभी के बॉल्स के साथ साथ अभी के लंड को उसकी जड़ से टोपे तक होंटो को रगड़ कर चाट रही थी. अभी ने मुझे खड़ा किया. और मेरी कमीज़ को पकड़ कर एक झटके मे ऊपेर खींच कर उतार दिया. और ब्रा के स्ट्रॅप्स को कंधों से पकड़ कर सरका कर नीचे कर दिया.
अभी: अब जल्दी से अपने सारी कपड़े उतारो.
मैं अपने कपड़े उतारने लगी. अभी भी अपने सारे कपड़े उतार कर एक दम नंगा हो गया. और बेड पर पैरो को नीचे लटका कर पीठ के बल लेट गया. और मुझे अपने ऊपेर आने का इशारा किया. मैं अभी के ऊपेर बेड पर आ गयी. और अभी की कमर के दोनो तरफ पैरों को करके पंजों के बल बेड पर बैठ गयी.
अभी ने अपने लंड को हाथ से पकड़ कर मेरी चूत के छेद पर टिका दया. और मेरे चुतड़ों को पकड़ कर कस के धक्का मारा. धक्का इतना जबरदस्त था. कि अभी का पूरा का पूरा लंड मेरी चूत की दीवारों को चीरता हुआ अंदर घुस गया. मेरे मूह से दर्द और मस्ती से भरी आ निकल गई.
अभी ने मुझे अपने ऊपेर खींचा. और मेरे कानो मे धीरे से बोला.
अभी: अब बस तू ऐसे ही ज़ोर-2 से सीसायते हुए, मेरे लंड को अपनी चूत मे लेकर चुदवा. तेरी सिसकारियो की आवाज़ नेहा के कानो तक पहुचनी चाहिए.
और अभी मेरे चुतडो को पकड़ कर मसलता हुआ धना धन मेरी चूत मे अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा. अभी की जांघे मेरे चुतड़ों पर टकरा कर हॅप-2 की आवाज़ करने लगी. मेरी चूत पानी से बिल्कुल भीगी हुई थी. जिसकी वजह से ही लंड चूत मे आसानी से अंदर बाहर हो रहा था. मैं भी मस्ती के सागर मे गोते खा रही थी.
और कुछ ही पलों मे मैं अपने चुतड़ों को उछाल-2 कर अपनी चूत को अभी के लंड पर पटकने लगी. मैं आ ओह उंह सीईईईईईईईईई करने लगी. मुझे पूरा यकीन है कि मेरी मस्ती से भरी चुदासी आवाज़ों को नेहा ज़रूर सुना हो गा. अभी मेरे चुतड़ों को पकड़ कर तेज़ी से धक्के मार रहा था. लंड फतच-2 की आवाज़ से अंदर बाहर हो रहा था.
मैं: (ज़ोर-2 से चिलाते हुए) हां बाबू जीईए और जोर्र्र सीए और जोर्र से चोदूऊ अहह बहुत मज्जा आ रहाा है. आपका लौद्द्ददडा सचह मे बहुत मज्जा दे रहा है. और जोर्र्र सीई चोदो मेरी भोसड़ी कूऊ अहह बाबू जीईए मेरे भ्ोआसड़ी देखूओ ना कैसीईए पानी छोड़ रही हाीइ.
मैं सच मे बहुत गरम हो चुकी थी. मेरी चूत का पानी अब छूटने वाला था. मैं अपनी गांद को उछाल-2 कर तेज़ी से अपनी चूत को अभी के लौदे पर पटकने लगी.
मैं: हाां बाबू जीईई बुसस्स्स्स अहह चोद्द्द डलूऊओ मेरी चूत कूओ मेरा पानी निकलने वाला है. अहह उंह उफफफफफफफफ्फ़
और मेरी चूत ने अपना लावा उगल दिया. मैं अभी के ऊपेर निढाल होकर गिर पड़ी. और तेज़ी से हाँफने लगी. अभी भी कुछ धक्को के बाद मेरी चूत मे झाड़ गया. मैं थोड़ी देर बाद अभी के ऊपेर से खड़ी हुई. और अपने कपड़े पहनने लगी.
मैं: बाबू जी क्या नेहा ने देखा.
अभी: मुझे भी नही पता. पर जैसे तुम चीख-2 कर मेरे लंड को अपनी भोसड़ी मे ले रही थी. उस हिसाब तो ज़रूर देखा हो गा.
मैं अभी की बात को सुन कर शर्मा गयी. और अपने कपड़े पहनने लगी. और कपड़े पहन कर बाहर अपने रूम मे चली गयी. जैसे ही मैं रूम मे पहुचि तो नेहा ने अपने सर को झुका लाया. खाना वैसे ही प्लेट मे पड़ा था. नेहा की साँसें उखड़ी हुई थी. जिससे सॉफ पता चलता था. कि नेहा ने ज़रूर मुझे अभी से चुदते हुए देखा होगा.
मैं: क्या हुआ नेहा खाना नही खाया.
नेहा: वो मैं हाथ धोने गयी थी. खा रही हूँ.
मैं बाहर बाथरूम मे आ गयी. और अपने हाथ मूह धो कर अभी के लिए खाना डिन्निंग टेबल पर लगा दिया. और अपना खाना लेकर नेहा के पास बैठ कर खाने लगी. नेहा मुझ से नज़रें नही मिला रही थी. मेने भी उसे बुलाना ठीक नही समझा. और मैं भी चुप-चाप खाना खाने लगी. खाना खा कर मैं सो गयी. मुझे करीब शाम के 5 बजे नेहा ने उठाया.
मैं: (पलंग से नीचे उतरते हुए) हां क्या बात है.
नेहा: वो बाबू जी आप को बुला रहे हैं. मैं चाइ बनाने जा रही हूँ.
और नेहा किचन मे चली गयी. मैं उठ कर अभी के रूम मे आ गयी.
अभी : हां रचना इधर आओ. ज़रा आज इस कमरे को ढंग से सॉफ कर दो. और थोड़ा सा सज़ा दो आज तुम्हारी बेटी की नथ उतराई होने जा रही है.
मैं: (मुस्कराते हुए) बाबू जी एक बात कहूँ.
अभी: हां बोलो.
मैं: बाबू जी मैं नेहा को पहली बार चुदते हुए देखना चाहती हूँ. आप कुछ करो ना. मुझे देखना है आप एक कच्ची कली को कैसे फूल बनाते हो.
अभी: तो देख लेना. किसी ने मना किया है क्या.
मैं: पर कैसे बाबू जी.
अभी: तुम साथ वाले रूम मे जाकर बेड की दीवार के तरफ एक पैंटिंग लगी हुई. उसे उतार देना. उसके नीचे एक होल है. उसमे से तुम देख सकती हो. और जब दिल करें वहीं सो जाना. पर हां बस एक बात का ध्यान रखना. उस रूम की लाइट रात को ऑन ना करना. नही तोहोल से रोशनी इस रूम मे आजाएगी. तो नेहा को दिख सकता है.
मैं: ठीक है बाबू जी. पर आप मुझे नेहा को चोदने के बाद भूल तो नही जाओगे.
अभी: ऐसे कैसे हो सकता है. तेरी चूत किसी कुँवारी लौंदया से कम टाइट थोड़ा ना है.
मैं शरमा गयी. और अभी के रूम की सफाई करने लगी. थोड़ी देर मे नेहा भी चाइ लेकर रूम मे आ गयी. और उसने अभी को चाइ दी. मैं और नेहा दोनो नीचे कार्पेट पर बैठ कर चाइ पीने लगे. चाइ ख़तम करने के बाद मेने नेहा को खाने की तैयारी करने के लिए कहा. और मैं अभी के रूम की सफाई मे जुट गयी.
रात ढल चुकी थी. नेहा और मेने मिल कर खाना तैयार कर लिया था. आज अभी चिकेन लेकर आया था. वो ही मेने और नेहा ने बनाया था. नेहा को भी चिकेन बहुत पसंद था. रात का खाना खाने के बाद मैं और नेहा अभी के रूम मे मूवी देखने लगी. रात के 10 बाज चुके थे. और मैं उठते हुए बोली
मैं: मुझे नींद आ रही है. मैं सोने जा रही हूँ.
नेहा भी मेरे साथ उठ कर खड़ी हो गयी. और बाहर आने लगी.
अभी: नेहा ज़रा किचन से पानी ला देना. यहाँ ख़तम हैं.
नेहा सर झुकाए मेरे साथ बाहर आ गयी. और किचन मे जाकर एक बॉटल पानी लेकर अभी के रूम मे चली गयी. थोड़ी देर बाद अभी रूम से बाहर आया. और मुझे मेरे रूम मे जाने का इशारा किया.
मैं अपने रूम मे आ गयी. जैसे ही मैं रूम मे आई तो मेने अभी से पूछा.
मैं: क्या हुआ बाबू जी.
अभी: वो मेने नेहा को कहा है कि आज वो यही सो जाए. तो वो मान नही रही थी. कह रही थी की मा दाँटेगी. मैं उसे बोल कर आया हूँ कि रचना को मैं बता आता हूँ.
मेरे होंटो पर मुस्कान आ गयी. अभी ने मुझे अपनी तरफ खींचते हुए. मेरे चुतड़ों को मेरी सलवार के ऊपेर से कस के मसल दिया. मैं अहह कर उठी. और जान बुझ कर रूठने का नाटक करते हुए बोली.
मैं: बाबू जी अब तो आप बस उसी के साथ करोगे ना. मुझे तो आप भूल ही जाओगे.
अभी: नही मेरी रानी. ये सब तो मैं तुम्हारे लिए कर रहा हूँ. एक बार नेहा को चोद कर ऐसा चुदक बना दूँगा, कि वो भी इस चुदाई के खेल का आनंद लेने लगे. फिर देखना दिन भर तुम और नेहा इस घर मे मेरे साथ नंगी हो कर घूमना. और अभी बाहर चला गया. जैसे ही अभी अपने रूम मे पहुचा. उसने डोर बंद कर लिया. मैं जल्दी से अभी के रूम के साथ वाले रूम मे चली गयी. मेने उस रूम की पहले से ही सॉफ सफाई कर दी थी. और अपने सोने का इंतज़ाम भी कर लिया था. पैंटिंग को पहले से ही मेने हटा दिया था. मैं जल्दी से बेड पर चढ़ गयी. और होल से अंदर झाँकने लगी.
अभी अपने रूम मे बाथरूम के पास खड़ा था. और अपनी टी शर्ट उतार रहा था. नेहा बेड के पास अपने सर झुकाए खड़ी थी. नेहा की पीठ अभी की तरफ थी. वो तेज़ी से साँसें ले रही थी. और अपने हाथों की उंगलियो को आपस मे भींच रही थी..
नेहा बेड के पास खड़ी-2 काँप रही थी. अभी ने अपनी टीशर्ट और शॉर्ट्स को उतार दिया. और नेहा के पीछे जाकर सॅट कर खड़ा हो गया. नेहा एक दम से घबरा गयी. अभी ने नेहा के कान के पास अपने होंटो को ले जाकर नेहा से कुछ धीरे से कहा. मुझे वो सुनाई तो नही दया. पर नेहा के होंटो पर मुस्कान आ गयी. और वो ना मे सर हिलाने लगी. घर मे एक दम से सन्नाटा पसरा हुआ था. इस लिए मुझे कदमो की आहट भी सुन रही थी.
फिर अभी ने नेहा के कुल्हो को दोनो हाथों से पकड़ लिया. और उसे अपने सटा लिया. जैसे ही अभी का लंड नेहा की स्कर्ट के ऊपेर से उसके चुतड़ों की दरार मे घुसा. नेहा ने एक बार अपना फेस नीचे करके नीचे अपने चुतडो पर देखा. और फिर फेस आगे करके अपनी आँखों को बंद कर लिया.
अभी: बोल ना जाने मन आज तो तुम्हारी मा ने भी तुम्हें यहाँ सोने के लिए हामी भर दी है. बोल ना आज मुझे देगी ना.
नेहा ने अपनी भारी हुई आँखों को खोला और ना मैं गर्दन हिलाने लगी. अभी जानता था कि नेहा के लिए ये सब नया है. वो सीधे-2 कभी हां नही कहेगी. अभी ने नेहा की कमर से हाथों को ऊपेर करना चालू कर दिया. और नेहा की टीशर्ट को उठा कर अपने हाथों को नीचे से ऊपेर की तरफ बढ़ाने लगा. जैसे -2 अभी के हाथ नेहा के नंगे बदन पर रेंगते हुए ऊपेर जा रहे थे. नेहा का बदन झटके खा रहा था.
धीरे-2 अभी के हाथ नेहा की चुचयों पर पहुच गये. और अभी ने नेहा की चुचियो को हाथों मे भर लिया. और धीरे-2 टीशर्ट के अंदर और ब्रा के ऊपेर से मसल्ने लगा. नेहा के मूह से आहह निकल गयी. और वो अभी की बाहों मे कसमसाने लगी. जैसे -2 अभी नेहा की चुचियो को मसल रहा था. वैसे-2 नेहा अपने चुतड़ों को अभी के लंड पर पीछे की तरफ दबा रही थी.
नेहा: अहह बाबू जीए छोड़दड़ दूऊव अगर माआ को पता चल्ल गया तूऊ अह्ह्ह्ह बाबू जीईए बस करूऊओ हाईए माआ क्या कार्ररर रहीई हूओ.
अभी ने नेहा की चुचियो से हाथों को हटा कर टीशर्ट से बाहर निकाल लिया. और नेहा को घुमा कर अपनी बाहों मे भर लिया. जैसे ही नेहा का फेस अभी के फेस की तरफ हुआ. नेहा एक दम से शर्मा गयी. और अपने हाथों से अपने फेस को ढकने लगी. नेहा को यूँ मुस्कुराता देख अभी के होंटो पर मुस्कान आ गयी.
अभी ने नेहा के हाथों को उसके फेस से हटाया. और अपने होंटो को नेहा के होंटो की तरफ बढ़ाने लगा. नेहा के होन्ट कांप रहे थे. जैसे-2 अभी के होन्ट नेहा के होंटो के पास आ रहे थे. नेहा अपनी आँखों को बंद किए जा रही थी. अभी के दोनो हाथ स्कर्ट के ऊपेर से नेहा के चुतड़ों पर आ चुके थे.
अभी ने नेहा के होंटो को अपने होंटो मैं ले लाया. और चूसें लगा. नेहा अभी के बाहों मैं मचलने लगी. अभी ने जैसे ही देखा की नेहा का बदन ढीला पढ़ चक्का है. अभी ने नेहा के स्कर्ट को ऊपेर उठा कर. नेहा के चुतड़ों को उसकी पनटी के ऊपेर से थाम लाया. वशपे पनटी मैं नेहा के गोलमोटल चूतड़ समा नही पा रहे थी. जैसे ही अभी ने नेहा के चुतड़ों को अपें हाथों मैं लेकर मसला. नेहा एक दूं से अभी से चिपक गये.
अभी नेहा के होंटो को जी भर के चूस रहा था. और नेहा भी अपने होटो को ढीला छोड़ कर अभी से अपने होंटो को चुस्वा कर मज़ा ले रही थी.5 मिनट लगतार नेहा के होंटो को चूसने के बाद अभी ने नेहा के होंटो से अपने होंटो को हटाया. और नेहा को देखने लगा. नेहा बहुत तेज़ी से साँसे ले रही थी. अभी नेहा की तरफ देखते हुए. धीरे-2 नेहा की पॅंटी के ऊपेर से उसके चुतड़ों को मसल रहा था.
नेहा के मूह से आहह ओह्ह्ह्ह बाबू जीई जैसीई हल्की-2 कामुक सिसकारिया निकल रही थी. थोड़ी देर बाद नेहा ने अपनी वासना और कामुकता से भरी हुई आँखों को खोला. और अभी की तरफ देखने लगी.
अभी: क्यों कैसा लगा मेरे जान मज़ा आ रहा है ना.
नेहा ने अभी की इस बात पर कुछ नही बोला. और शरमाते हुए मुस्करा कर अपेनी नज़रें झुका ली. नेहा के हाथ अभी की छाती पर बालों मे थे. उसके हाथों की उंगलिया धीरे -2 अभी के चेस्ट के बालो मे घूम रही थी.
अभी: बोल अब देगी ना.
नेहा : (काँपते हुए मदहोशी से भरी आवाज़ मे) दे तो दी बाबू जीई आह
अभी: मैं किस की बात नही कर रहा. बोल दे गी ना.
नेहा: क्या बाबू जी अहह.
अभी ने नेहा की पॅंटी को दोनो तरफ से पकड़ कर एक झटके मे नीचे खींच दिया. नेहा इस के लिए बिल्कुल भी तैयार नही थी. वो एक दम से घबरा गयी. और अपनी पॅंटी को पकड़ने के लिए नीचे झुकी.
इससे पहले कि नेहा अपनी जाँघो तक उतर चुकी पॅंटी को पकड़ पाती. अभी ने उसके हाथों को पकड़ कर. उसे दीवार से सटा दिया. और नेहा के हाथों को पकड़ कर उसके सर के ऊपेर से कर दया. और दीवार से सटा दया. नेहा की चुचियाँ टाइट टीशर्ट मे कसी हुई बाहर की तरफ निकल आई.
नेहा: अहह बाबू जी क्या कर रहे हो. मुझे शरम आ रही है.
अभी: चुप कर साली. अगर ऐसे ही नखरे करते रहे गी. तो तेरी मा ही मुझसे अपनी चूत चुदवा कर मज़े लेती रहे गी. अब अपने हाथों को नीचे नही करना.
क्रमशः.............