hotaks444
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अभी: तो तू मुझ पर छोड़ दे…बस जैसी मे कहता हूँ करती जाआअ…बोल करेगी ना…मेरी बात को रंडी के तराहा मानेगी ना…( और अभी ने फिर से मेरी चूत मे और जबरदस्त धक्का दिया)
मे: हां बबुउुउउ जीई जैसी आपप कहेंगे…..पर इस रनडिीई को डिन्न्न्न् रात आपका लौदा अपनी भोसड़ी मे चाहिए….
अभी: (मेरी चूत को तेज़ी से अपने लंड से चोदते हुए) हां रानी हान्ं मे तुम दोनो को डिन्न्न्न् रातत्तत्त चौदूँगा….साली को जब से देखा…ये लंड शांत होनी का नाआअँ नही ले रहा….मे तुम दोनो को अपनी रंडी बना कर रखूँगा…..
मे: पर बाबू जीई उसकी जिंदगी तो खराब नही होगी…
अभी: यार तेरी लड़की इतनी खूबसूरत है मे तो सारी जिंदगी उसके साथ गुजारने के लिए तैयार हूँ…कहो तो उससे शादी कर लूँ
मे: पर बाबू जी अभिईिइ तो वो सिरफफ़्फ़ 14साल की है….
अभी: चलो तब्ब चूत्त्त चुदवाना तो सीख जाएगी….
और अभी ने मुझे अपने ऊपेर खींच लिया…और मेरे होंटो को अपने होंटो मे लेकर चूसने लगा…अभी का मोटा लौदा..मेरी चूत की दीवारों को फैलाता हुआ अंदर बाहर हो रहा था…अब मे भी मस्ती मे आ कर अपनी गांद को उछाल-2 कर अपनी चूत को अभी के लंड पर पटकने लगी….
मे: अहह बबुउउउ जीई और्र ज़ोर्से चोदू हन्न्न आईसीए अपने लौदे को मेरीई चूत मे ठोकते राहूओ….
मे अभी की पहली चुदाई की कहानी सुन कर पहले से ही बहुत गरम हो चुकी थी…इसलिए 5 मिनट मे ही मेरी चूत ने पानी छोड़ना चालू कर दिया…और हन्फ्ते हुए अभी पर पसर गयी…अभी मुझे बाहों मे भर कर पलट गया…और अब वो मेरे ऊपेर आ गया था..उसने मेरी दोनो जाँघो को आपस मे सटा दिया..और घुटनो से मोड़ कर अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा…मेरे जांघे सटी होने कारण…अभी का लंड मुझे अपनी चूत मे और ज़्यादा रगड़ ख़ाता हुआ महसूस हो रहा था..पर अभी-2 झड़ने के कारण मे एक दम सुस्त से पढ़ गयी थी…अभी तेज़ी से मेरी चूत को फतचा-2 चोद रहा था…मुझे फिर से मस्ती आने लगी..और मे आहह आहह करने लगी…अचानक अभी ने अपना लौदा मेरी चूत से निकाल दिया…और बेड से उतर कर खड़ा हो गया…
अभी: चल अब इधर आ कर मेरे सामने कुतिया की तराहा बन जा…मे मदहोश से होकर बेड के किनारे जा कर अपने घुटनो के बल आ गयी…और अभी ने मेरे चुतडो को पकड़ कर फैला कर मेरी चूत के छेद पर टिका दिया…
अभी: चल साली..अपनी चूत को मेरे लंड पर पटक…
और मे किसी रंडी के तराहा अभी की बात को मानते हुए अपनी गांद को पीछे के तरफ करने लगी…लंड का सुपाडे मेरी चूत की दीवारों को फैलाता हुआ अंदर जाने लगा…लंड का सुपाडे धीरे-2 मेरी चूत के दीवारो पर रगड़ ख़ाता हुआ अंदर जा रहा था…जो मेरी चूत की खुजली को और बढ़ा रहा था…जैसे ही अभी का आधा लंड मेरी चूत मे घुसा… अभी ने मेरे चुतड़ों को दोनो तरफ से पकड़; कर अपने लंड को ज़ोर से मेरी चूत मे पेल दिया…लंड का सुपाड़ा मेरी बच्चेदानि से जा तकरया….और मेरे मुँह से दर्द और वासना से भरी हुई अह्ह्ह्ह निकल गयी…
अभी ने मेरे चुतड़ों को पकड़ कर तबाद तोड़ धक्के लगाने चालू कर दिए…अभी का लंड फुल स्पीड मे अंदर बाहर होता हुआ…मेरी चूत को गहराईयो तक चोद रहा था.. मेरी सिसकारियाँ पूरे रूम मे गूँज रही थी…मेरा मुँह रूम के विडो की तरफ था…और बाहर हाल मे लाइट जल रही थी…विंडो पर ग्लास लगा हुआ था…जिसके आर पार नही देखा जा सकता था…पर हाल की लाइट ऑन होने के कारण मुझे विंडो के ग्लास पर किसी की परछाई नज़र आई…कहीं नेहा तो नही… नही-2 वो बाहर क्या करेगी…
मेने पीछे मूड कर अभी को इशारे से उस तरफ देखने को कहा…अभी ने धक्के लगाने बंद कर दिए…और फुसफुसाते हुए बोला… (बाहर से अंदर नही दिखाई देता)
मेने अपने होंटो को अपने दाँतों मे दबा लिया..ताकि मेरी सिसकारिया ना निकले…अभी ने फिर से तेज़ी से धक्के लगाने चालू कर दिए…बाहर नेहा खड़ी है…ये सोच कर मे और गरम हो गयी…उसने कहीं मेरी मस्ती से भरी सिसकारियो को सुन तो नही लिया होगा…
ये सोच -2 कर मेरी चूत की आग फिर से बढ़ गयी…और मेरी चूत ने पानी छोड़ना चालू कर दिया….अभी ने तेज़ी से धक्के लगाते हुए…मेरी चूत मे अपने लंड के गाढ़े पानी की बोछर कर दी….और फिर उसने अपना लंड मेरी चूत से निकाल दिया…वो परछाई अभी भी वहाँ थी…अभी ने मेरी गांद को थपथापया…और मुझे उठने का इशारा किया…मे बेड से नीचे खड़ी हो गयी….
अभी: (धीरे से) चल आज से ही तेरी बेटी को लाइन पर लाने के तैयारी करते हैं
मे: नही मुझे डर लग रहा है…
अभी: तुझे कुछ नही करना है…बस जैसे बोलू वैसे करती जा…
मेने हां मे सर हिला दिया…अभी मुझे डोर के पास ले गया…और मुझे डोर पर लगे पर्दे के पीछे छुपने के लिए कहा…मे पर्दे की पीछे छुप गयी…
अभी: बस अब यहाँ से छुप कर देख मेरा कामाल…
और अभी ने अपना अंडरवेर पहना और तेज़ी से डोर खोल कर बाहर निकल गया….मे पर्दे के पीछे छुप कर देखने लगी…मेरे तो पैरो तले से ज़मीन खिसक गयी…दिल की धड़कन एक पल के लिए रुक गयी…बाहर नेहा विंडो के पास खड़ी थी…अभी को बाहर आता देख…वो एक दम से घबरा गयी…और मूड कर वापिस जाने लगी…नेहा एक बहुत ही सीधी साधी लड़की थी…और बहुत ही शर्मीली भी थी…किसी अंजान से बात करते हुए..वो एक दम से घबरा जाती थी…जैसे ही वो मूड कर जाने लगी…
अभी: रूको एक मिनिट…
नेहा के कदम वहीं थम गये…शायद वो बहुत ही घबरा गयी हो गी…अभी नेहा के पास गया…और उसके पीछे जाकर उससे एक दम सॅट कर खड़ा हो गया…हाल की लाइट जल रही थी…अभी का लंड अभी भी उसके अंडरवेर मे तन कर उभार बनाए हुआ था…जो नेहा के कूल्हे के एक साइड पर टच हो रहा था…नेहा की पीठ अभी की तरफ थी…
क्रमशः.................
मे: हां बबुउुउउ जीई जैसी आपप कहेंगे…..पर इस रनडिीई को डिन्न्न्न् रात आपका लौदा अपनी भोसड़ी मे चाहिए….
अभी: (मेरी चूत को तेज़ी से अपने लंड से चोदते हुए) हां रानी हान्ं मे तुम दोनो को डिन्न्न्न् रातत्तत्त चौदूँगा….साली को जब से देखा…ये लंड शांत होनी का नाआअँ नही ले रहा….मे तुम दोनो को अपनी रंडी बना कर रखूँगा…..
मे: पर बाबू जीई उसकी जिंदगी तो खराब नही होगी…
अभी: यार तेरी लड़की इतनी खूबसूरत है मे तो सारी जिंदगी उसके साथ गुजारने के लिए तैयार हूँ…कहो तो उससे शादी कर लूँ
मे: पर बाबू जी अभिईिइ तो वो सिरफफ़्फ़ 14साल की है….
अभी: चलो तब्ब चूत्त्त चुदवाना तो सीख जाएगी….
और अभी ने मुझे अपने ऊपेर खींच लिया…और मेरे होंटो को अपने होंटो मे लेकर चूसने लगा…अभी का मोटा लौदा..मेरी चूत की दीवारों को फैलाता हुआ अंदर बाहर हो रहा था…अब मे भी मस्ती मे आ कर अपनी गांद को उछाल-2 कर अपनी चूत को अभी के लंड पर पटकने लगी….
मे: अहह बबुउउउ जीई और्र ज़ोर्से चोदू हन्न्न आईसीए अपने लौदे को मेरीई चूत मे ठोकते राहूओ….
मे अभी की पहली चुदाई की कहानी सुन कर पहले से ही बहुत गरम हो चुकी थी…इसलिए 5 मिनट मे ही मेरी चूत ने पानी छोड़ना चालू कर दिया…और हन्फ्ते हुए अभी पर पसर गयी…अभी मुझे बाहों मे भर कर पलट गया…और अब वो मेरे ऊपेर आ गया था..उसने मेरी दोनो जाँघो को आपस मे सटा दिया..और घुटनो से मोड़ कर अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा…मेरे जांघे सटी होने कारण…अभी का लंड मुझे अपनी चूत मे और ज़्यादा रगड़ ख़ाता हुआ महसूस हो रहा था..पर अभी-2 झड़ने के कारण मे एक दम सुस्त से पढ़ गयी थी…अभी तेज़ी से मेरी चूत को फतचा-2 चोद रहा था…मुझे फिर से मस्ती आने लगी..और मे आहह आहह करने लगी…अचानक अभी ने अपना लौदा मेरी चूत से निकाल दिया…और बेड से उतर कर खड़ा हो गया…
अभी: चल अब इधर आ कर मेरे सामने कुतिया की तराहा बन जा…मे मदहोश से होकर बेड के किनारे जा कर अपने घुटनो के बल आ गयी…और अभी ने मेरे चुतडो को पकड़ कर फैला कर मेरी चूत के छेद पर टिका दिया…
अभी: चल साली..अपनी चूत को मेरे लंड पर पटक…
और मे किसी रंडी के तराहा अभी की बात को मानते हुए अपनी गांद को पीछे के तरफ करने लगी…लंड का सुपाडे मेरी चूत की दीवारों को फैलाता हुआ अंदर जाने लगा…लंड का सुपाडे धीरे-2 मेरी चूत के दीवारो पर रगड़ ख़ाता हुआ अंदर जा रहा था…जो मेरी चूत की खुजली को और बढ़ा रहा था…जैसे ही अभी का आधा लंड मेरी चूत मे घुसा… अभी ने मेरे चुतड़ों को दोनो तरफ से पकड़; कर अपने लंड को ज़ोर से मेरी चूत मे पेल दिया…लंड का सुपाड़ा मेरी बच्चेदानि से जा तकरया….और मेरे मुँह से दर्द और वासना से भरी हुई अह्ह्ह्ह निकल गयी…
अभी ने मेरे चुतड़ों को पकड़ कर तबाद तोड़ धक्के लगाने चालू कर दिए…अभी का लंड फुल स्पीड मे अंदर बाहर होता हुआ…मेरी चूत को गहराईयो तक चोद रहा था.. मेरी सिसकारियाँ पूरे रूम मे गूँज रही थी…मेरा मुँह रूम के विडो की तरफ था…और बाहर हाल मे लाइट जल रही थी…विंडो पर ग्लास लगा हुआ था…जिसके आर पार नही देखा जा सकता था…पर हाल की लाइट ऑन होने के कारण मुझे विंडो के ग्लास पर किसी की परछाई नज़र आई…कहीं नेहा तो नही… नही-2 वो बाहर क्या करेगी…
मेने पीछे मूड कर अभी को इशारे से उस तरफ देखने को कहा…अभी ने धक्के लगाने बंद कर दिए…और फुसफुसाते हुए बोला… (बाहर से अंदर नही दिखाई देता)
मेने अपने होंटो को अपने दाँतों मे दबा लिया..ताकि मेरी सिसकारिया ना निकले…अभी ने फिर से तेज़ी से धक्के लगाने चालू कर दिए…बाहर नेहा खड़ी है…ये सोच कर मे और गरम हो गयी…उसने कहीं मेरी मस्ती से भरी सिसकारियो को सुन तो नही लिया होगा…
ये सोच -2 कर मेरी चूत की आग फिर से बढ़ गयी…और मेरी चूत ने पानी छोड़ना चालू कर दिया….अभी ने तेज़ी से धक्के लगाते हुए…मेरी चूत मे अपने लंड के गाढ़े पानी की बोछर कर दी….और फिर उसने अपना लंड मेरी चूत से निकाल दिया…वो परछाई अभी भी वहाँ थी…अभी ने मेरी गांद को थपथापया…और मुझे उठने का इशारा किया…मे बेड से नीचे खड़ी हो गयी….
अभी: (धीरे से) चल आज से ही तेरी बेटी को लाइन पर लाने के तैयारी करते हैं
मे: नही मुझे डर लग रहा है…
अभी: तुझे कुछ नही करना है…बस जैसे बोलू वैसे करती जा…
मेने हां मे सर हिला दिया…अभी मुझे डोर के पास ले गया…और मुझे डोर पर लगे पर्दे के पीछे छुपने के लिए कहा…मे पर्दे की पीछे छुप गयी…
अभी: बस अब यहाँ से छुप कर देख मेरा कामाल…
और अभी ने अपना अंडरवेर पहना और तेज़ी से डोर खोल कर बाहर निकल गया….मे पर्दे के पीछे छुप कर देखने लगी…मेरे तो पैरो तले से ज़मीन खिसक गयी…दिल की धड़कन एक पल के लिए रुक गयी…बाहर नेहा विंडो के पास खड़ी थी…अभी को बाहर आता देख…वो एक दम से घबरा गयी…और मूड कर वापिस जाने लगी…नेहा एक बहुत ही सीधी साधी लड़की थी…और बहुत ही शर्मीली भी थी…किसी अंजान से बात करते हुए..वो एक दम से घबरा जाती थी…जैसे ही वो मूड कर जाने लगी…
अभी: रूको एक मिनिट…
नेहा के कदम वहीं थम गये…शायद वो बहुत ही घबरा गयी हो गी…अभी नेहा के पास गया…और उसके पीछे जाकर उससे एक दम सॅट कर खड़ा हो गया…हाल की लाइट जल रही थी…अभी का लंड अभी भी उसके अंडरवेर मे तन कर उभार बनाए हुआ था…जो नेहा के कूल्हे के एक साइड पर टच हो रहा था…नेहा की पीठ अभी की तरफ थी…
क्रमशः.................