hotaks444
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" राघव साहब किसी पराई औरत के साथ कुच्छ करने के लिए इतना
बड़ा जिगर चाहिए. वो तो साले मुझसे चार गुना थे नही तो मैं उनको
छ्टी का दूध याद दिला देती. बैठो यहाँ." कह कर उसने मुझे
बिस्तर पर धकेल दिया.
फिर जो हुआ उसकी मैने कल्पना भी नही की थी. उसने एक झटके मे
सबसे पहले अपने बालो को जकड़े हुए \क्लिप को खोल कर फेंक दिया.
फिर एक झटके से अपनी लूँगी उतार कर फेंक दी. उसका निचला बदन
बिल्कुल नग्न हो गया.. मैं अवाक सा बिस्तर पर बैठा रहा. मेरी समझ
मे नही आ रहा था कि मुझे क्या करना चाहिए. उसने अपनी एक टांग उठा
कर मेरे सीने पर रख कर हल्के से धक्का दिया. इस धक्के से मैं
बिस्तर पर गिर पड़ा. उसका एक पैर ज़मीन पर था और एक मेरे सीने
पर. इससे उसकी योनि सॉफ दिखने लगी. उसने इसी तरह खड़े रहकर एक
एक करके अपनी शर्ट के सारे बटन्स खोल दिए. फिर शर्ट को अपने
बदन से उतार कर दूर फेंक दिया. अब वो हुष्ण की परी बिल्कुल नग्न हो
चुकी थी.
फिर वो कूद कर मेरे उपर बैठ गयी. उसने मेरे शर्ट के बटन खोल
कर उसे बदन से हटा दिया. अंदर मैने कुच्छ नही पहन रखा था.
मेरे नग्न सीने को देख कर वो चहक उठी.
" म्म्म्मम ये हुई ना मर्दों वाली बात क्या सेक्सी सीना है." वो मेरे सीने
पर उगे घने बालों मे अपना चेहरा रगड़ने लगी.
"क्या कर रही हो? तुम पागल हो गयी हो क्या?" कहकर मैने उसे ज़ोर से
धक्का दिया. वो ज़मीन पर गिर पड़ी. " तुम शादी शुदा हो इस तरह
का व्यवहार तुम्हे शोभा नही देता."
"हाआँ...... हाआ... ....मैं पागल हो गयी हूँ. मैं पागल हो गयी
हूँ...." उसने वापस बिस्तर पर सवार होते हुए कहा " तुमने ये घाव
देखे हैं. जिस्म के अंदर का जख्म नही देखा. तुम क्या जानो बलात्कार
क्या होता है. तुम मेरी जगह होते तो तुम्हे पता चलता. तुम भी यही
करते जो मैं कर रही हूँ." कहते हुए उसने मेरे सिर को अपने
छातियो से सटा लिया.
"देखो सूंघ कर मेरे जिस्म के हर इंच से उन हरामी आदमियों की बू आ
रही है. मैं इस बदबू से पागल हो जाउन्गि. मुझे इससे बचा लो मेरे
जिस्म के हर रोएँ मे अपने बदन की सुगंध भर दो.
प्लीईएसस्स.. ....प्लीईससी मुझे प्यार करो. मुझे. मेरे बदन को
अपने बदन से धक लो." कहकर वो रोने लगी. मुझे समझ मे नही आया
की मैं क्या करूँ.
"अरे...अरे.. ..रो क्यों रही हो?" मैने उसके नग्न बदन को अपनी बाहों
मे भर लिया.
" मैं टूट चुकी हूँ.....मुझे बचालो नही तो मैं कुच्छ कर
बैठूँगी. वो....वो मेरा मरद होकर भी नमार्द है साला. अपनी बीवी
को कुत्तों के हवाले छ्चोड़ कर भाग गया. किस बात की शादी शुदा?
थू...."
बड़ा जिगर चाहिए. वो तो साले मुझसे चार गुना थे नही तो मैं उनको
छ्टी का दूध याद दिला देती. बैठो यहाँ." कह कर उसने मुझे
बिस्तर पर धकेल दिया.
फिर जो हुआ उसकी मैने कल्पना भी नही की थी. उसने एक झटके मे
सबसे पहले अपने बालो को जकड़े हुए \क्लिप को खोल कर फेंक दिया.
फिर एक झटके से अपनी लूँगी उतार कर फेंक दी. उसका निचला बदन
बिल्कुल नग्न हो गया.. मैं अवाक सा बिस्तर पर बैठा रहा. मेरी समझ
मे नही आ रहा था कि मुझे क्या करना चाहिए. उसने अपनी एक टांग उठा
कर मेरे सीने पर रख कर हल्के से धक्का दिया. इस धक्के से मैं
बिस्तर पर गिर पड़ा. उसका एक पैर ज़मीन पर था और एक मेरे सीने
पर. इससे उसकी योनि सॉफ दिखने लगी. उसने इसी तरह खड़े रहकर एक
एक करके अपनी शर्ट के सारे बटन्स खोल दिए. फिर शर्ट को अपने
बदन से उतार कर दूर फेंक दिया. अब वो हुष्ण की परी बिल्कुल नग्न हो
चुकी थी.
फिर वो कूद कर मेरे उपर बैठ गयी. उसने मेरे शर्ट के बटन खोल
कर उसे बदन से हटा दिया. अंदर मैने कुच्छ नही पहन रखा था.
मेरे नग्न सीने को देख कर वो चहक उठी.
" म्म्म्मम ये हुई ना मर्दों वाली बात क्या सेक्सी सीना है." वो मेरे सीने
पर उगे घने बालों मे अपना चेहरा रगड़ने लगी.
"क्या कर रही हो? तुम पागल हो गयी हो क्या?" कहकर मैने उसे ज़ोर से
धक्का दिया. वो ज़मीन पर गिर पड़ी. " तुम शादी शुदा हो इस तरह
का व्यवहार तुम्हे शोभा नही देता."
"हाआँ...... हाआ... ....मैं पागल हो गयी हूँ. मैं पागल हो गयी
हूँ...." उसने वापस बिस्तर पर सवार होते हुए कहा " तुमने ये घाव
देखे हैं. जिस्म के अंदर का जख्म नही देखा. तुम क्या जानो बलात्कार
क्या होता है. तुम मेरी जगह होते तो तुम्हे पता चलता. तुम भी यही
करते जो मैं कर रही हूँ." कहते हुए उसने मेरे सिर को अपने
छातियो से सटा लिया.
"देखो सूंघ कर मेरे जिस्म के हर इंच से उन हरामी आदमियों की बू आ
रही है. मैं इस बदबू से पागल हो जाउन्गि. मुझे इससे बचा लो मेरे
जिस्म के हर रोएँ मे अपने बदन की सुगंध भर दो.
प्लीईएसस्स.. ....प्लीईससी मुझे प्यार करो. मुझे. मेरे बदन को
अपने बदन से धक लो." कहकर वो रोने लगी. मुझे समझ मे नही आया
की मैं क्या करूँ.
"अरे...अरे.. ..रो क्यों रही हो?" मैने उसके नग्न बदन को अपनी बाहों
मे भर लिया.
" मैं टूट चुकी हूँ.....मुझे बचालो नही तो मैं कुच्छ कर
बैठूँगी. वो....वो मेरा मरद होकर भी नमार्द है साला. अपनी बीवी
को कुत्तों के हवाले छ्चोड़ कर भाग गया. किस बात की शादी शुदा?
थू...."