desiaks
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“पांडुराम बोल रहा हूं सर।”
“बोलो।” दूसरी तरफ से थारूपल्ला की आवाज उभरी।
“मैंने अपना काम कर दिया है।”
“डिटेल?”
“उसे रात को दूध पीकर सोने की आदत थी, मैंने टेबलेट उसमें डाल दी।”
“वह बेहोश है?”
“अपने बैड पर पड़ा है।”
“ओ.के.।” कहने के साथ दूसरी तरफ से रिसीवर रखे जाने की आवाज उभरी—इधर पांडुराम संबंध-विच्छेद करने के बाद अभी जोर-जोर से धड़क रहे दिल पर काबू पाने की चेष्टा कर ही रहा था कि नजदीक खड़े तेजस्वी ने पूछा—“क्या वह आ रहा है?”
“केवल रिपोर्ट ले ली है, इस बारे में कुछ नहीं कहा।”
“आना तो पड़ेगा ही।” नंबर वन ने कहा—“बगैर आए तुम्हें यहां से कैसे ले जाया जाएगा?”
“जरूरी नहीं खुद आए।” कमिश्नर बोला—“किसी को भी भेज सकता है।”
“खुद आए या किसी को भेजे, इससे हमारी योजना पर कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है।” नंबर टू ने कहा।
“करेक्ट।” तेजस्वी बोला।
नंबर थ्री ने कहा—“लेकिन जैसा हमारा अनुमान है कि वे लोग तुम्हें काली बस्ती ले जाएंगे, अगर वैसा न हुआ तो न केवल सारी योजना चौपट हो जाएगी बल्कि तुम्हारी जान भी खतरे में पड़ जाएगी इंस्पेक्टर।”
“ऐसे रिस्क उठाने के लिए मानसिक रूप से तैयार होकर ही मैंने इस योजना को कार्यान्वित करना शुरू किया है—वैसे भी, अब यह सब सोचने का वक्त निकल चुका है—जो ड्रामा हमने खुद शुरू किया है अब उसमें हरेक को केवल अपना पार्ट निभाना है—जब वे लोग यहां आएंगे तब मैं उन्हें बेहोश अवस्था में बैड पर पड़ा मिलूंगा और इस कमरे में केवल पांडुराम होगा—आप सब लोग तुरंत खिसक लें—याद रहे, पीछा आदि करके अथवा अन्य किसी भी तरीके से आप लोगों को यह जानने की कोशिश हरगिज नहीं करनी है कि वे मुझे कहां ले जा रहे हैं—अगर वे यह भांप गए कि मैं पुलिस प्लानिंग के तहत उनके साथ जा रहा हूं तो मेरी मौत के जिम्मेदार आप लोग होंगे।”
“नहीं।” सबने एक साथ कहा—“हम ऐसा काम नहीं करेंगे।”
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“होश तो नहीं आया इसे?”
चार ए.के. सैंतालीसधारियों का नेतृत्व करते पांचवें शख्स ने कहा—“नो सर।”
“आ भी नहीं सकता।” थारूपल्ला कामयाबी के नशे में चूर था—“जो टेबलेट इसके जिस्म में पहुंचाई गई है, वह तीन घंटे से पहले होश में नहीं आने देगी और होश में आने के बाद भी यह अपने हाथ-पैरों को स्वेच्छापूर्वक नहीं हिला सकेगा।”
पांचों ए.के. सैंतालीसधारी खामोश खड़े रहे।
“बहुत छकाया है कम्बख्त ने—इसके कारण सारे हफ्ते हमें निरंतर नाकामियों का मुंह देखना पड़ा—इसका कारण है कि ये मर न जाए।”
“महान ब्लैक स्टार की इच्छा के कारण नाकामियों का मुंह देखना पड़ा सर, वरना इसकी क्या बिसात थी कि हमारे हमलों को नाकाम कर पाता! अब आदेश दीजिए—हम प्रतापगढ़ से पुलिस का नामोनिशान मिटा देंगे।”
“मैं जरा ब्लैक स्टार को इस काम की सूचना दे दूं—शायद अब शीघ्र ही उनकी तरफ से ऐसा कोई आदेश मिलेगा, क्या तुम लोग इसकी तलाशी ले चुके हो?”
“जी हां, इस वक्त इसकी जेबें बिल्कुल खाली हैं।”
“गुड, तुम लोग जा सकते हो।” कहने के साथ थारूपल्ला मुड़ा और उस अलमारी की तरफ बढ़ गया जिसमें मौजूद ट्रांसमीटर पर ब्लैक स्टार से संबंध स्थापित किया करता था—उधर पांचों ए.के. सैंतालीसधारी कक्ष का दरवाजा पार करके बाहर गए, इधर तेजस्वी ने पलकों के कोने से कक्ष का दृश्य देखा।
थारूपल्ला इस वक्त अपनी पूरी वर्दी में था—उसकी तरफ पीठ किए ट्रांसमीटर पर ब्लैक स्टार से संबंध स्थापित करने की चेष्टा कर रहा था वह—तेजस्वी जिस पोज में पड़ा था, उसी में पड़े-पड़े कुछ इस तरह अपने घुटने मोड़े कि चींटी के रेंगने जितनी आवाज उत्पन्न न हो सकी।
जिस क्षण थारूपल्ला ट्रांसमीटर के माउथपीस पर ‘हैलो … हैलो’ चिल्ला रहा था, ठीक उसी क्षण तेजस्वी ने हाथ बढ़ाकर अपने बाएं जूते की एड़ी से एक छोटा-सा रिवॉल्वर निकालकर जेब में सरका लिया—जब तक थारूपल्ला को दूसरी तरफ से अपनी ‘हैलो … हैलो’ का जवाब मिलता, तब तक तेजस्वी दाएं जूते की एड़ी से एक टाइम बम निकालकर अपनी मुट्ठी में भींच चुका था। ब्लैक स्टार से संपर्क स्थापित होते ही थारूपल्ला ने कहा—“मैं बोल रहा हूं सर, ओवर।”
“क्या रिपोर्ट है?” ब्लैक स्टार की आवाज उभरी।
“आपकी बताई हुई योजना पूरी तरह कामयाब हुई सर, इस वक्त इंस्पेक्टर मेरे कक्ष में बेहोश पड़ा है।”
“मुकम्मल रिपोर्ट दो।”
इधर थारूपल्ला ने पांडुराम के पास टेबलेट पहुंचाने से लेकर बेहोश तेजस्वी के यहां तक पहुंचने की घटना को सविस्तार बताना शुरू किया, उधर तेजस्वी ने अपने नजदीक पड़े सोफे के नीचे टाइम बम फिक्स करना—थारूपल्ला की रिपोर्ट पूरी होने से बहुत पहले वह अपना काम निपटाकर पूर्ववत् बेहोश पड़ा नजर आ रहा था।
“गुड!” रिपोर्ट सुनने के बाद ब्लैक स्टार ने आदेश दिया—“तुम इसी वक्त उसे अपने हैलीकॉप्टर में डालकर जंगल पहुंचो, हम वहीं आ रहे हैं।”
“ओ.के. सर।”
“ओ.के.।” इन शब्दों के तुरंत बाद दूसरी तरफ से संबंध विच्छेद कर दिया गया—ट्रांसमीटर ऑफ करने और अलमारी बंद करने के बाद जब वह मुड़कर बेहोश पड़े नजर आ रहे तेजस्वी की तरफ बढ़ा तो चाल बता रही थी कि वह सफलता के मद में चूर था—गुस्से से भरे हल्के-फुल्के बोरे की तरह उठाकर उसने तेजस्वी को कंधे पर डाल दिया और लंबे-लंबे कदमों के साथ कक्ष से बाहर निकल गया।
इमारत के मुख्य द्वार पर तैनात ए.के. सैंतालीसधारी से उसने कहा—“ब्लैक स्टार के हुक्म पर मैं इसे उनसे मिलाने जंगल में ले जा रहा हूं।”
“हमारे लिए निर्देश?”
“मेरे लौटने का इंतजार करो।” कहने के बाद थारूपल्ला रुका नहीं बल्कि तेज कदमों के साथ लम्बे-चौड़े गोल मैदान की तरफ बढ़ गया—करीब बीस ए.के. सैंतालीसधारी हैलीकॉप्टर के चारों तरफ एक दायरा बनाए खड़े थे, थारूपल्ला ने उनके मुखिया से पूछा—“हैलीकॉप्टर ठीक है न?”
“एकदम ओ.के. सर।”
थारूपल्ला ने उसका पूरा वाक्य सुनने की चेष्टा नहीं की क्योंकि पहले ही से जानता था हैलीकॉप्टर ओ.के. है—‘बेहोश’ तेजस्वी को बगल वाली सीट पर बैठाकर वह स्वयं पायलट की सीट पर जा जमा और दस मिनट बाद हैलीकॉप्टर ऊपर उठता चला गया।
अभी वह काली बस्ती के ऊपर ही था कि—
‘धड़ाम!’
एक भयंकर विस्फोट ने सम्पूर्ण काली बस्ती को हिलाकर रख दिया।
थारूपल्ला ने चौंककर नीचे देखा और अपने दुमंजिले मकान को आग की लपटों में घिरा देखकर भौंचक्का रह गया—अगर यह कहा जाए तो गलत न होगा कि उन क्षणों में उसका अस्तित्व दिमागविहीन होकर रह गया था।
एक ही विस्फोट होकर रह जाता तब भी शायद जल्द ही काम करने लगता—मगर जब रह-रहकर निरंतर कर्णभेदी विस्फोट गूंजने लगे तो थारूपल्ला मानो पागल हो उठा—वह ध्वस्त होते अपने हैडक्वॉर्टर, वहां तैनात ए.के. सैंतालीस-धारियों की उछलती लाशों और बचे हुओं को जान बचाने की फिराक में इधर-उधर भागते अपनी आंखों से देख रहा था—यह बात जल्दी ही उसकी समझ में आ गई कि आग इमारत में मौजूद बारूद के भण्डार तक पहुंच गई है मगर यह समझ में नहीं आ रहा था कि यह सब हुआ कैसे?
अपनी तबाही को देखने में वह कुछ ऐसा मगन हुआ कि फ्लाईंग की तरफ ध्यान ही न रहा।
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झावेरी नदी के एक किलोमीटर लंबे पुल के इस तरफ मौजूद कमिश्नर शांडियाल और एक से तीन नंबर तक के केन्द्रीय कमांडो दस्ते के कमांडोज पहले विस्फोट की आवाज सुनते ही उछल पड़े।
कमिश्नर के मुंह से निकला—“तेजस्वी ने अपना काम कर दिया है।”
“अब हमें भी अपना काम कर डालना चाहिए।” नंबर वन बोला।
फोर ने कहा—“पहले देख तो लें सब कुछ प्लानिंग के मुताबिक हुआ है या …”
मगर वह अपना वाक्य पूरा न कर सका—पुल के उस तरफ अर्थात काली बस्ती की तरफ से रह-रहकर विस्फोटों की आवाजें आने लगीं, टू ने कहा—“अब हमें देर नहीं करनी चाहिए।”
“ओ.के.।” कहने के साथ शांडियाल ने अपनी गाड़ी में लगे लाउडस्पीकर से संबंधित माइक उठाया, ऑन किया और चीखकर केवल एक ही शब्द कहा—“अटैक!”
प्रतिक्रिया स्वरूप जो हुआ, वह अपने आप बता गया कि सब कुछ पूर्वनिर्धारित था।
पुल के आसपास छुपे पचासों जवान टिड्ढी दल की मानिन्द हवा में सनसनाते नजर आए और पुल पर जा गिरे।
वातावरण धमाकों से दहल उठा।
जवानों ने पुल पर इस तरह हमला किया था जैसे दुश्मन की फौज हो—जबकि बेचारा पुल उनकी किसी हरकत का प्रतिरोध करता भी तो कैसे—अनेक हैण्डग्रेनेड बरबाद कर लिए गए और नेस्तनाबूद कर दिया गया झावेरी का वह एकमात्र पुल जो काली बस्ती को प्रतापगढ़ से जोड़ता था।
धमाके तभी ठण्डे पड़े जब पुल पूरी तरह ध्वस्त हो चुका।
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“हैलीकॉप्टर को संभालो बेटे।” तेजस्वी ने छोटा-सा रिवॉल्वर उसकी कनपटी पर रख दिया—“वर्ना तुम्हारा भी यही अंजाम होगा जो हैडक्वॉर्टर का हुआ है यानि टुकड़े- टुकड़े होकर बिखर जाओगे।”
थारूपल्ला हैरान!
हैलीकॉप्टर चालक की तवज्जो के अभाव में एक ऊंची पहाड़ी से टकराने के लिए लपका।
बौखलाए हुए थारूपल्ला को हुक्म का पालन करने के अलावा कुछ न सूझा—हाथ-पैरों ने बिजली की-सी गति से कार्य किया—हैलीकॉप्टर ऊपर उठता चला गया, तेजस्वी का तनावहीन स्वर—“गुड।”
“क-क्या ये सब तूने किया है?” थारूपल्ला मूर्खों की तरह दहाड़ उठा।
तेजस्वी ने जहरीली मुस्कराहट के साथ जवाब दिया—“यकीनन।”
“क-कैसे?”
“केवल एक टाइम बम के बूते पर।” तेजस्वी ने कहा—“मुझे मालूम था, तेरे कक्ष के ठीक नीचे वाले कमरे में बारूद का भंडार है—आग वहां पहुंचेगी और मुकम्मल हैडक्वॉर्टर खुद-ब-खुद स्वाहा हो जाएगा।”
“य-ये रहस्य कैसे मालूम था तुझे?” थारूपल्ला चकित रह गया।
“तू फिर भूल गया, तेजस्वी शतरंजी चालें चलने का हुनरमंद है।”
“क्या मतलब?”
“बारूद के भंडार का रहस्य मुझे उसने बताया था जिसके पास तू जाना चाहता है।”
“ब्लैक स्टार ने?”
“हां बेटे, मुझे मालूम है—यह जानने के बाद आश्चर्य की पराकाष्ठा के कारण तेरे दिमाग की नसें फट सकती हैं कि जो कुछ मैंने किया वह सब होगा, यह बात ब्लैक स्टार न केवल अच्छी तरह जानता था बल्कि दरअसल सब कुछ हुआ ही उसकी और मेरी संयुक्त योजना के मुताबिक है।” तेजस्वी कहता चला गया—“मेरे द्वारा प्रतापगढ़ में मौजूद ब्लैक फोर्स के ठिकानों पर सफल रेड, शुब्बाराव की मौत और पुलिस मुख्यालय पर तेरे द्वारा किए गए हमलों को नाकाम आदि करना सब ब्लैक स्टार की साजिश थी—उसने यह प्रचारित करके मुझे ‘अमर’ बना दिया कि वह मुझे अपने हाथों से सजा देने का ख्वाहिशमंद है।”
“बकवास कर रहा है तू!” थारूपल्ला हलक फाड़ उठा—“भला ब्लैक स्टार तेरे हाथों अपना सब कुछ तबाह क्यों कराएंगे?”
“एक बड़ा काम होना है, उसके लिए जरूरी है कि लोगों को ब्लैक फोर्स ध्वस्त होती नजर आए।”
“ऐसा क्या बड़ा काम है?”
“तुझे या शुब्बाराव को इस काबिल नहीं समझा गया कि उस बड़े काम की भनक भी तुम्हें लगे—इसीलिए शुब्बाराव मारा गया और कुछ देर बाद तू भी मारा जाने वाला है।”
“मैं तो क्या, तेरी इस बकवास पर ब्लैक फोर्स का प्यादा तक विश्वास नहीं कर सकता कि खुद ब्लैक स्टार तेरे जरिए अपने संगठन को इतना नुकसान पहुंचा सकते हैं।”
“कितना नुकसान?” तेजस्वी मुस्कराया।
“तूने प्रतापगढ़ से हमें उखाड़ फेंका, मेरा हैडक्वॉर्टर ध्वस्त कर दिया—ब्लैक फोर्स के पचासों जवान और शुब्बाराव को भला खुद ब्लैक स्टार कैसे मरवा सकते हैं?”
तेजस्वी की मुस्कान गहरी हो गई, बोला—“अगर यह सब न किया जाता तो केन्द्रीय कमांडो दस्ते का काइयां चीफ मुझ पर किसी हालात में इतना विश्वास न करता कि मुझे वह काम सौंप देता जो मैं और ब्लैक स्टार चाहते हैं जबकि अब सौंपना पड़ेगा, क्योंकि तेरी तरह कोई भी कल्पना नहीं कर सकता कि खुद ब्लैक स्टार अपना इतना नुकसान कर लेगा जबकि गहराई से देखा जाये तो उतना नुकसान हुआ ही नहीं है जितना नजर आ रहा है—रही तेरी और शुब्बाराव की बात तो तुम दोनों ब्लैक स्टार की नजरों में बहुत अप्रासंगिक हो चुके थे।”
“तू कुछ भी कहे मगर मैं इस बकवास पर यकीन नहीं कर सकता—जाने यह सब मुझे सुनाकर तू कौन सी शतरंजी चाल चल रहा है मगर मैं … मैं तुझे इसी वक्त खत्म करके तेरी सभी शतरंजी चालों का खात्मा कर दूंगा—हम दोनों साथ मरेंगे हरामजादे, मुझे अपनी मौत का अफसोस नहीं, तेरे मरने की खुशी होगी—ले, मरने से पहले अपनी आंखों से अपनी मौत को देख।” कहने के साथ उसने हैलीकॉप्टर का रुख ऊंचे पहाड़ की चोटी की तरफ कर दिया।
हैलीकॉप्टर बाज की मानिन्द पहाड़ की तरफ झपटा।
तेजस्वी के संपूर्ण जिस्म में मौत की सिहरन दौड़ गई—थारूपल्ला के चेहरे पर मौजूद जुनून स्पष्ट बता रहा था कि वह दृढ़ निश्चय कर चुका है और इस वक्त अगर वह एक सैकेंड के लिए भी चूक गया तो बाजी हाथ से निकल जाएगी, अतः दांतों पर दांत जमाकर उसने ट्रिगर दबा दिया।
गोली थारूपल्ला के सिर के पार जा निकली।
इसके बावजूद वह तब तक हैलीकॉप्टर को दुर्घटनाग्रस्त करने हेतु प्रयत्नशील रहा जब तक रूह जिस्म में रही और थारूपल्ला को नाकाम करने में तेजस्वी को दांतों पसीना आ गया।
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“बोलो।” दूसरी तरफ से थारूपल्ला की आवाज उभरी।
“मैंने अपना काम कर दिया है।”
“डिटेल?”
“उसे रात को दूध पीकर सोने की आदत थी, मैंने टेबलेट उसमें डाल दी।”
“वह बेहोश है?”
“अपने बैड पर पड़ा है।”
“ओ.के.।” कहने के साथ दूसरी तरफ से रिसीवर रखे जाने की आवाज उभरी—इधर पांडुराम संबंध-विच्छेद करने के बाद अभी जोर-जोर से धड़क रहे दिल पर काबू पाने की चेष्टा कर ही रहा था कि नजदीक खड़े तेजस्वी ने पूछा—“क्या वह आ रहा है?”
“केवल रिपोर्ट ले ली है, इस बारे में कुछ नहीं कहा।”
“आना तो पड़ेगा ही।” नंबर वन ने कहा—“बगैर आए तुम्हें यहां से कैसे ले जाया जाएगा?”
“जरूरी नहीं खुद आए।” कमिश्नर बोला—“किसी को भी भेज सकता है।”
“खुद आए या किसी को भेजे, इससे हमारी योजना पर कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है।” नंबर टू ने कहा।
“करेक्ट।” तेजस्वी बोला।
नंबर थ्री ने कहा—“लेकिन जैसा हमारा अनुमान है कि वे लोग तुम्हें काली बस्ती ले जाएंगे, अगर वैसा न हुआ तो न केवल सारी योजना चौपट हो जाएगी बल्कि तुम्हारी जान भी खतरे में पड़ जाएगी इंस्पेक्टर।”
“ऐसे रिस्क उठाने के लिए मानसिक रूप से तैयार होकर ही मैंने इस योजना को कार्यान्वित करना शुरू किया है—वैसे भी, अब यह सब सोचने का वक्त निकल चुका है—जो ड्रामा हमने खुद शुरू किया है अब उसमें हरेक को केवल अपना पार्ट निभाना है—जब वे लोग यहां आएंगे तब मैं उन्हें बेहोश अवस्था में बैड पर पड़ा मिलूंगा और इस कमरे में केवल पांडुराम होगा—आप सब लोग तुरंत खिसक लें—याद रहे, पीछा आदि करके अथवा अन्य किसी भी तरीके से आप लोगों को यह जानने की कोशिश हरगिज नहीं करनी है कि वे मुझे कहां ले जा रहे हैं—अगर वे यह भांप गए कि मैं पुलिस प्लानिंग के तहत उनके साथ जा रहा हूं तो मेरी मौत के जिम्मेदार आप लोग होंगे।”
“नहीं।” सबने एक साथ कहा—“हम ऐसा काम नहीं करेंगे।”
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“होश तो नहीं आया इसे?”
चार ए.के. सैंतालीसधारियों का नेतृत्व करते पांचवें शख्स ने कहा—“नो सर।”
“आ भी नहीं सकता।” थारूपल्ला कामयाबी के नशे में चूर था—“जो टेबलेट इसके जिस्म में पहुंचाई गई है, वह तीन घंटे से पहले होश में नहीं आने देगी और होश में आने के बाद भी यह अपने हाथ-पैरों को स्वेच्छापूर्वक नहीं हिला सकेगा।”
पांचों ए.के. सैंतालीसधारी खामोश खड़े रहे।
“बहुत छकाया है कम्बख्त ने—इसके कारण सारे हफ्ते हमें निरंतर नाकामियों का मुंह देखना पड़ा—इसका कारण है कि ये मर न जाए।”
“महान ब्लैक स्टार की इच्छा के कारण नाकामियों का मुंह देखना पड़ा सर, वरना इसकी क्या बिसात थी कि हमारे हमलों को नाकाम कर पाता! अब आदेश दीजिए—हम प्रतापगढ़ से पुलिस का नामोनिशान मिटा देंगे।”
“मैं जरा ब्लैक स्टार को इस काम की सूचना दे दूं—शायद अब शीघ्र ही उनकी तरफ से ऐसा कोई आदेश मिलेगा, क्या तुम लोग इसकी तलाशी ले चुके हो?”
“जी हां, इस वक्त इसकी जेबें बिल्कुल खाली हैं।”
“गुड, तुम लोग जा सकते हो।” कहने के साथ थारूपल्ला मुड़ा और उस अलमारी की तरफ बढ़ गया जिसमें मौजूद ट्रांसमीटर पर ब्लैक स्टार से संबंध स्थापित किया करता था—उधर पांचों ए.के. सैंतालीसधारी कक्ष का दरवाजा पार करके बाहर गए, इधर तेजस्वी ने पलकों के कोने से कक्ष का दृश्य देखा।
थारूपल्ला इस वक्त अपनी पूरी वर्दी में था—उसकी तरफ पीठ किए ट्रांसमीटर पर ब्लैक स्टार से संबंध स्थापित करने की चेष्टा कर रहा था वह—तेजस्वी जिस पोज में पड़ा था, उसी में पड़े-पड़े कुछ इस तरह अपने घुटने मोड़े कि चींटी के रेंगने जितनी आवाज उत्पन्न न हो सकी।
जिस क्षण थारूपल्ला ट्रांसमीटर के माउथपीस पर ‘हैलो … हैलो’ चिल्ला रहा था, ठीक उसी क्षण तेजस्वी ने हाथ बढ़ाकर अपने बाएं जूते की एड़ी से एक छोटा-सा रिवॉल्वर निकालकर जेब में सरका लिया—जब तक थारूपल्ला को दूसरी तरफ से अपनी ‘हैलो … हैलो’ का जवाब मिलता, तब तक तेजस्वी दाएं जूते की एड़ी से एक टाइम बम निकालकर अपनी मुट्ठी में भींच चुका था। ब्लैक स्टार से संपर्क स्थापित होते ही थारूपल्ला ने कहा—“मैं बोल रहा हूं सर, ओवर।”
“क्या रिपोर्ट है?” ब्लैक स्टार की आवाज उभरी।
“आपकी बताई हुई योजना पूरी तरह कामयाब हुई सर, इस वक्त इंस्पेक्टर मेरे कक्ष में बेहोश पड़ा है।”
“मुकम्मल रिपोर्ट दो।”
इधर थारूपल्ला ने पांडुराम के पास टेबलेट पहुंचाने से लेकर बेहोश तेजस्वी के यहां तक पहुंचने की घटना को सविस्तार बताना शुरू किया, उधर तेजस्वी ने अपने नजदीक पड़े सोफे के नीचे टाइम बम फिक्स करना—थारूपल्ला की रिपोर्ट पूरी होने से बहुत पहले वह अपना काम निपटाकर पूर्ववत् बेहोश पड़ा नजर आ रहा था।
“गुड!” रिपोर्ट सुनने के बाद ब्लैक स्टार ने आदेश दिया—“तुम इसी वक्त उसे अपने हैलीकॉप्टर में डालकर जंगल पहुंचो, हम वहीं आ रहे हैं।”
“ओ.के. सर।”
“ओ.के.।” इन शब्दों के तुरंत बाद दूसरी तरफ से संबंध विच्छेद कर दिया गया—ट्रांसमीटर ऑफ करने और अलमारी बंद करने के बाद जब वह मुड़कर बेहोश पड़े नजर आ रहे तेजस्वी की तरफ बढ़ा तो चाल बता रही थी कि वह सफलता के मद में चूर था—गुस्से से भरे हल्के-फुल्के बोरे की तरह उठाकर उसने तेजस्वी को कंधे पर डाल दिया और लंबे-लंबे कदमों के साथ कक्ष से बाहर निकल गया।
इमारत के मुख्य द्वार पर तैनात ए.के. सैंतालीसधारी से उसने कहा—“ब्लैक स्टार के हुक्म पर मैं इसे उनसे मिलाने जंगल में ले जा रहा हूं।”
“हमारे लिए निर्देश?”
“मेरे लौटने का इंतजार करो।” कहने के बाद थारूपल्ला रुका नहीं बल्कि तेज कदमों के साथ लम्बे-चौड़े गोल मैदान की तरफ बढ़ गया—करीब बीस ए.के. सैंतालीसधारी हैलीकॉप्टर के चारों तरफ एक दायरा बनाए खड़े थे, थारूपल्ला ने उनके मुखिया से पूछा—“हैलीकॉप्टर ठीक है न?”
“एकदम ओ.के. सर।”
थारूपल्ला ने उसका पूरा वाक्य सुनने की चेष्टा नहीं की क्योंकि पहले ही से जानता था हैलीकॉप्टर ओ.के. है—‘बेहोश’ तेजस्वी को बगल वाली सीट पर बैठाकर वह स्वयं पायलट की सीट पर जा जमा और दस मिनट बाद हैलीकॉप्टर ऊपर उठता चला गया।
अभी वह काली बस्ती के ऊपर ही था कि—
‘धड़ाम!’
एक भयंकर विस्फोट ने सम्पूर्ण काली बस्ती को हिलाकर रख दिया।
थारूपल्ला ने चौंककर नीचे देखा और अपने दुमंजिले मकान को आग की लपटों में घिरा देखकर भौंचक्का रह गया—अगर यह कहा जाए तो गलत न होगा कि उन क्षणों में उसका अस्तित्व दिमागविहीन होकर रह गया था।
एक ही विस्फोट होकर रह जाता तब भी शायद जल्द ही काम करने लगता—मगर जब रह-रहकर निरंतर कर्णभेदी विस्फोट गूंजने लगे तो थारूपल्ला मानो पागल हो उठा—वह ध्वस्त होते अपने हैडक्वॉर्टर, वहां तैनात ए.के. सैंतालीस-धारियों की उछलती लाशों और बचे हुओं को जान बचाने की फिराक में इधर-उधर भागते अपनी आंखों से देख रहा था—यह बात जल्दी ही उसकी समझ में आ गई कि आग इमारत में मौजूद बारूद के भण्डार तक पहुंच गई है मगर यह समझ में नहीं आ रहा था कि यह सब हुआ कैसे?
अपनी तबाही को देखने में वह कुछ ऐसा मगन हुआ कि फ्लाईंग की तरफ ध्यान ही न रहा।
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झावेरी नदी के एक किलोमीटर लंबे पुल के इस तरफ मौजूद कमिश्नर शांडियाल और एक से तीन नंबर तक के केन्द्रीय कमांडो दस्ते के कमांडोज पहले विस्फोट की आवाज सुनते ही उछल पड़े।
कमिश्नर के मुंह से निकला—“तेजस्वी ने अपना काम कर दिया है।”
“अब हमें भी अपना काम कर डालना चाहिए।” नंबर वन बोला।
फोर ने कहा—“पहले देख तो लें सब कुछ प्लानिंग के मुताबिक हुआ है या …”
मगर वह अपना वाक्य पूरा न कर सका—पुल के उस तरफ अर्थात काली बस्ती की तरफ से रह-रहकर विस्फोटों की आवाजें आने लगीं, टू ने कहा—“अब हमें देर नहीं करनी चाहिए।”
“ओ.के.।” कहने के साथ शांडियाल ने अपनी गाड़ी में लगे लाउडस्पीकर से संबंधित माइक उठाया, ऑन किया और चीखकर केवल एक ही शब्द कहा—“अटैक!”
प्रतिक्रिया स्वरूप जो हुआ, वह अपने आप बता गया कि सब कुछ पूर्वनिर्धारित था।
पुल के आसपास छुपे पचासों जवान टिड्ढी दल की मानिन्द हवा में सनसनाते नजर आए और पुल पर जा गिरे।
वातावरण धमाकों से दहल उठा।
जवानों ने पुल पर इस तरह हमला किया था जैसे दुश्मन की फौज हो—जबकि बेचारा पुल उनकी किसी हरकत का प्रतिरोध करता भी तो कैसे—अनेक हैण्डग्रेनेड बरबाद कर लिए गए और नेस्तनाबूद कर दिया गया झावेरी का वह एकमात्र पुल जो काली बस्ती को प्रतापगढ़ से जोड़ता था।
धमाके तभी ठण्डे पड़े जब पुल पूरी तरह ध्वस्त हो चुका।
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“हैलीकॉप्टर को संभालो बेटे।” तेजस्वी ने छोटा-सा रिवॉल्वर उसकी कनपटी पर रख दिया—“वर्ना तुम्हारा भी यही अंजाम होगा जो हैडक्वॉर्टर का हुआ है यानि टुकड़े- टुकड़े होकर बिखर जाओगे।”
थारूपल्ला हैरान!
हैलीकॉप्टर चालक की तवज्जो के अभाव में एक ऊंची पहाड़ी से टकराने के लिए लपका।
बौखलाए हुए थारूपल्ला को हुक्म का पालन करने के अलावा कुछ न सूझा—हाथ-पैरों ने बिजली की-सी गति से कार्य किया—हैलीकॉप्टर ऊपर उठता चला गया, तेजस्वी का तनावहीन स्वर—“गुड।”
“क-क्या ये सब तूने किया है?” थारूपल्ला मूर्खों की तरह दहाड़ उठा।
तेजस्वी ने जहरीली मुस्कराहट के साथ जवाब दिया—“यकीनन।”
“क-कैसे?”
“केवल एक टाइम बम के बूते पर।” तेजस्वी ने कहा—“मुझे मालूम था, तेरे कक्ष के ठीक नीचे वाले कमरे में बारूद का भंडार है—आग वहां पहुंचेगी और मुकम्मल हैडक्वॉर्टर खुद-ब-खुद स्वाहा हो जाएगा।”
“य-ये रहस्य कैसे मालूम था तुझे?” थारूपल्ला चकित रह गया।
“तू फिर भूल गया, तेजस्वी शतरंजी चालें चलने का हुनरमंद है।”
“क्या मतलब?”
“बारूद के भंडार का रहस्य मुझे उसने बताया था जिसके पास तू जाना चाहता है।”
“ब्लैक स्टार ने?”
“हां बेटे, मुझे मालूम है—यह जानने के बाद आश्चर्य की पराकाष्ठा के कारण तेरे दिमाग की नसें फट सकती हैं कि जो कुछ मैंने किया वह सब होगा, यह बात ब्लैक स्टार न केवल अच्छी तरह जानता था बल्कि दरअसल सब कुछ हुआ ही उसकी और मेरी संयुक्त योजना के मुताबिक है।” तेजस्वी कहता चला गया—“मेरे द्वारा प्रतापगढ़ में मौजूद ब्लैक फोर्स के ठिकानों पर सफल रेड, शुब्बाराव की मौत और पुलिस मुख्यालय पर तेरे द्वारा किए गए हमलों को नाकाम आदि करना सब ब्लैक स्टार की साजिश थी—उसने यह प्रचारित करके मुझे ‘अमर’ बना दिया कि वह मुझे अपने हाथों से सजा देने का ख्वाहिशमंद है।”
“बकवास कर रहा है तू!” थारूपल्ला हलक फाड़ उठा—“भला ब्लैक स्टार तेरे हाथों अपना सब कुछ तबाह क्यों कराएंगे?”
“एक बड़ा काम होना है, उसके लिए जरूरी है कि लोगों को ब्लैक फोर्स ध्वस्त होती नजर आए।”
“ऐसा क्या बड़ा काम है?”
“तुझे या शुब्बाराव को इस काबिल नहीं समझा गया कि उस बड़े काम की भनक भी तुम्हें लगे—इसीलिए शुब्बाराव मारा गया और कुछ देर बाद तू भी मारा जाने वाला है।”
“मैं तो क्या, तेरी इस बकवास पर ब्लैक फोर्स का प्यादा तक विश्वास नहीं कर सकता कि खुद ब्लैक स्टार तेरे जरिए अपने संगठन को इतना नुकसान पहुंचा सकते हैं।”
“कितना नुकसान?” तेजस्वी मुस्कराया।
“तूने प्रतापगढ़ से हमें उखाड़ फेंका, मेरा हैडक्वॉर्टर ध्वस्त कर दिया—ब्लैक फोर्स के पचासों जवान और शुब्बाराव को भला खुद ब्लैक स्टार कैसे मरवा सकते हैं?”
तेजस्वी की मुस्कान गहरी हो गई, बोला—“अगर यह सब न किया जाता तो केन्द्रीय कमांडो दस्ते का काइयां चीफ मुझ पर किसी हालात में इतना विश्वास न करता कि मुझे वह काम सौंप देता जो मैं और ब्लैक स्टार चाहते हैं जबकि अब सौंपना पड़ेगा, क्योंकि तेरी तरह कोई भी कल्पना नहीं कर सकता कि खुद ब्लैक स्टार अपना इतना नुकसान कर लेगा जबकि गहराई से देखा जाये तो उतना नुकसान हुआ ही नहीं है जितना नजर आ रहा है—रही तेरी और शुब्बाराव की बात तो तुम दोनों ब्लैक स्टार की नजरों में बहुत अप्रासंगिक हो चुके थे।”
“तू कुछ भी कहे मगर मैं इस बकवास पर यकीन नहीं कर सकता—जाने यह सब मुझे सुनाकर तू कौन सी शतरंजी चाल चल रहा है मगर मैं … मैं तुझे इसी वक्त खत्म करके तेरी सभी शतरंजी चालों का खात्मा कर दूंगा—हम दोनों साथ मरेंगे हरामजादे, मुझे अपनी मौत का अफसोस नहीं, तेरे मरने की खुशी होगी—ले, मरने से पहले अपनी आंखों से अपनी मौत को देख।” कहने के साथ उसने हैलीकॉप्टर का रुख ऊंचे पहाड़ की चोटी की तरफ कर दिया।
हैलीकॉप्टर बाज की मानिन्द पहाड़ की तरफ झपटा।
तेजस्वी के संपूर्ण जिस्म में मौत की सिहरन दौड़ गई—थारूपल्ला के चेहरे पर मौजूद जुनून स्पष्ट बता रहा था कि वह दृढ़ निश्चय कर चुका है और इस वक्त अगर वह एक सैकेंड के लिए भी चूक गया तो बाजी हाथ से निकल जाएगी, अतः दांतों पर दांत जमाकर उसने ट्रिगर दबा दिया।
गोली थारूपल्ला के सिर के पार जा निकली।
इसके बावजूद वह तब तक हैलीकॉप्टर को दुर्घटनाग्रस्त करने हेतु प्रयत्नशील रहा जब तक रूह जिस्म में रही और थारूपल्ला को नाकाम करने में तेजस्वी को दांतों पसीना आ गया।
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