desiaks
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- Aug 28, 2015
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उसके रेस्पॉन्स मे रवि कोई जवाब नही देता बस स्माइल पास कर देता है .... सच बात तो ये थी कि वो भी स्वीटी को चाहता था पर उससे बाय्फ्रेंड गर्लफ्रेंड वाले रिलेशन्षिप बनाने के बारे मे सोचा नही था ..... उससे प्यारी , चुलबुली और सॉफ दिल की लड़की उसने दूसरी नही देखी थी .....
ऐसे ही कुछ देर दोनो मे एमोशनल बातें होती है और फिर दोनो अपने अपने क्लास चले जाते हैं .....
पूरा दिन रवि को झांवी के लिए बुरा लगा पर वो उसको अपनी गर्लफ्रेंड भी नही बनाना चाहता था ..... आख़िर क्यूँ ?? क्या उसको हसरत नही थी की उसकी भी कोई गर्लफ्रेंड हो या बात कुछ और थी ....
उधर रवि के दिल सिराज और रजनी का मॅटर चल रहा था .... दिमाग़ कह रहा था की दोनो के बीच ज़रूर कोई चक्कर है पर दिल कह रहा था की रजनी बिल्कुल पाक सॉफ है .......
इशी बीच रवि डिसाइड करता है कि इस मॅटर के सिलसिले मे वो आज रात रजनी से बात करेगा .... पर वो कैसे बात की सुरुआत करेगा यही सब सोचता रहता है .....
डिन्नर के बाद पक्का मन बना कर रवि रजनी के रूम जाता है .... जब वो रूम मे एंटर करता है तो रजनी बेड पर उल्टी लेटी हुई कोई
बुक पढ़ रही थी .... किसी के आने की आहट सुन वो पीछे पलटती है तो रवि को देख स्माइल करती हुई उसको पास बुलाती है ....
रजनी - क्या बात है अभी तुम मेरे रूम मे ... कोई बात करनी थी क्या तुम्हे ...
रवि - हाँ ....... दीदी ...... वो .....
रजनी - हां बोलो भाई .....
रवि - दीदी ..... वो .....सिराज ....
रजनी - भाई तुम इतना घबराए हुए क्यूँ हो और सिराज क्या ?
रवि - दीदी क्या आप सिराज को पसंद करती हो ....
रजनी - ह्म ..... क्यूँ
रवि का फेस थोड़ा उतर जाता है रजनी के जवाब से ....
रजनी - और कुछ नही पूछना है क्या ?
रवि - कुछ नही दीदी .... आइ मीन वो अच्छा लड़का तो है ना .....
रजनी - जहाँ तक मैं जानती हूँ वो अछा लड़का है ..... कही तुम्हे उससे प्यार तो नही हो गया ..... :हहे:
रवि - क्या दीदी आप भी मैं लड़का हूँ तो एक लड़के से कैसे प्यार हो सकता है .....
रजनी - क्यूँ आज कल एक नया वाइरस फैला हुआ है सेम जेंडर मे लव वाला तो मुझे डर लग गया कि तुम उसके शिकार तो नही हो गये ....
रवि को अब माहौल थोड़ा हल्का लगा इसलिए उसने असली बात पूछना सुरू किया .....
रवि - तो क्या दीदी सिराज आपका बाय्फ्रेंड है ....
रवि की इस बात को सुन रजनी सीरीयस हो जाती है तो रवि उसके मनोभाव को पढ़ने की कोसिस करने लगता है पर अगले ही पल वो
ज़ोर ज़ोर से हँसने लगती है जिसे देख रवि क्लूलेस हो जाता है ..... उसको समझ ही नही आ रहा था कि वो हसी क्यूँ ....
रवि - दीदी आप हंस क्यूँ रही हो ....
रजनी - हंसु नही तो और क्या करूँ तुमने बात ही ऐसी की है ....
रवि - क्यूँ मैने ऐसा क्या पूछ लिया .... मैं तो बस जानना चाहता था कि वो आपका बाय्फ्रेंड है या नही जिसका जवाब होगा हां या नही .....
रजनी थोड़ा रवि की खीचाई के मूड मे आ जाती है ....
रजनी - हां है अब क्या तुम हमारे बीच बेड़िया डालोगे .....
रजनी के इस जवाब से रवि का चेहरा मुरझा जाता है क्यूकी अब वो दिल से अपनी बहन को चाहने लगा था ....
रवि - नही दीदी मैं आपको सपोर्ट कर सकता हूँ आपके खिलाफ कभी जाउ ऐसा हो नही सकता हूँ .... कभी भी आपको मेरे लायक कोइ काम हो तो ज़रूर याद करना .... और फिर बेड से उठ बाहर की तरफ निकल जाता है .... अभी उसका चेहरा आंशुओ से सना हुआ था जिसे रजनी ने नही देखा था .....
रवि के ऐसे रिक्षन का मतलब रजनी को भी समझ ना आया .....
रजनी रवि को आवाज़ भी देती है पर वो पीछे नही मुड़ता है क्यूकी वो अपने आँसू रजनी को नही दिखाना चाहता था ....
रजनी भी उसके पीछे चल पड़ती है पर रवि तब तक अपने रूम मे एंटर कर गेट लॉक कर चुका था ..... रजनी उसका गेट नॉक कर
उससे गेट खोलने को कहती है पर रवि कोई रेस्पॉन्स नही देता है ..... रजनी बहुत घबरा जाती है कि तभी उसके दिमाग़ की बत्ती जल जाती है ....
ऐसे ही कुछ देर दोनो मे एमोशनल बातें होती है और फिर दोनो अपने अपने क्लास चले जाते हैं .....
पूरा दिन रवि को झांवी के लिए बुरा लगा पर वो उसको अपनी गर्लफ्रेंड भी नही बनाना चाहता था ..... आख़िर क्यूँ ?? क्या उसको हसरत नही थी की उसकी भी कोई गर्लफ्रेंड हो या बात कुछ और थी ....
उधर रवि के दिल सिराज और रजनी का मॅटर चल रहा था .... दिमाग़ कह रहा था की दोनो के बीच ज़रूर कोई चक्कर है पर दिल कह रहा था की रजनी बिल्कुल पाक सॉफ है .......
इशी बीच रवि डिसाइड करता है कि इस मॅटर के सिलसिले मे वो आज रात रजनी से बात करेगा .... पर वो कैसे बात की सुरुआत करेगा यही सब सोचता रहता है .....
डिन्नर के बाद पक्का मन बना कर रवि रजनी के रूम जाता है .... जब वो रूम मे एंटर करता है तो रजनी बेड पर उल्टी लेटी हुई कोई
बुक पढ़ रही थी .... किसी के आने की आहट सुन वो पीछे पलटती है तो रवि को देख स्माइल करती हुई उसको पास बुलाती है ....
रजनी - क्या बात है अभी तुम मेरे रूम मे ... कोई बात करनी थी क्या तुम्हे ...
रवि - हाँ ....... दीदी ...... वो .....
रजनी - हां बोलो भाई .....
रवि - दीदी ..... वो .....सिराज ....
रजनी - भाई तुम इतना घबराए हुए क्यूँ हो और सिराज क्या ?
रवि - दीदी क्या आप सिराज को पसंद करती हो ....
रजनी - ह्म ..... क्यूँ
रवि का फेस थोड़ा उतर जाता है रजनी के जवाब से ....
रजनी - और कुछ नही पूछना है क्या ?
रवि - कुछ नही दीदी .... आइ मीन वो अच्छा लड़का तो है ना .....
रजनी - जहाँ तक मैं जानती हूँ वो अछा लड़का है ..... कही तुम्हे उससे प्यार तो नही हो गया ..... :हहे:
रवि - क्या दीदी आप भी मैं लड़का हूँ तो एक लड़के से कैसे प्यार हो सकता है .....
रजनी - क्यूँ आज कल एक नया वाइरस फैला हुआ है सेम जेंडर मे लव वाला तो मुझे डर लग गया कि तुम उसके शिकार तो नही हो गये ....
रवि को अब माहौल थोड़ा हल्का लगा इसलिए उसने असली बात पूछना सुरू किया .....
रवि - तो क्या दीदी सिराज आपका बाय्फ्रेंड है ....
रवि की इस बात को सुन रजनी सीरीयस हो जाती है तो रवि उसके मनोभाव को पढ़ने की कोसिस करने लगता है पर अगले ही पल वो
ज़ोर ज़ोर से हँसने लगती है जिसे देख रवि क्लूलेस हो जाता है ..... उसको समझ ही नही आ रहा था कि वो हसी क्यूँ ....
रवि - दीदी आप हंस क्यूँ रही हो ....
रजनी - हंसु नही तो और क्या करूँ तुमने बात ही ऐसी की है ....
रवि - क्यूँ मैने ऐसा क्या पूछ लिया .... मैं तो बस जानना चाहता था कि वो आपका बाय्फ्रेंड है या नही जिसका जवाब होगा हां या नही .....
रजनी थोड़ा रवि की खीचाई के मूड मे आ जाती है ....
रजनी - हां है अब क्या तुम हमारे बीच बेड़िया डालोगे .....
रजनी के इस जवाब से रवि का चेहरा मुरझा जाता है क्यूकी अब वो दिल से अपनी बहन को चाहने लगा था ....
रवि - नही दीदी मैं आपको सपोर्ट कर सकता हूँ आपके खिलाफ कभी जाउ ऐसा हो नही सकता हूँ .... कभी भी आपको मेरे लायक कोइ काम हो तो ज़रूर याद करना .... और फिर बेड से उठ बाहर की तरफ निकल जाता है .... अभी उसका चेहरा आंशुओ से सना हुआ था जिसे रजनी ने नही देखा था .....
रवि के ऐसे रिक्षन का मतलब रजनी को भी समझ ना आया .....
रजनी रवि को आवाज़ भी देती है पर वो पीछे नही मुड़ता है क्यूकी वो अपने आँसू रजनी को नही दिखाना चाहता था ....
रजनी भी उसके पीछे चल पड़ती है पर रवि तब तक अपने रूम मे एंटर कर गेट लॉक कर चुका था ..... रजनी उसका गेट नॉक कर
उससे गेट खोलने को कहती है पर रवि कोई रेस्पॉन्स नही देता है ..... रजनी बहुत घबरा जाती है कि तभी उसके दिमाग़ की बत्ती जल जाती है ....