hotaks444
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रात को 1 बजे रोहित चुपके से सोनू के पास से उठा और अपने मम्मी पापा के रूम की ओर गया और धीरे से खिड़की से अंदर देखा तो मनोहर अकेला खर्राटे लेकर सो रहा था,रोहित खुश हो गया और छत की ओर चल दिया जब वह छत पर पहुचा तो नीलम अपनी मोटी गान्ड उठाए रॅलिंग पर हाथ रखे खड़ी थी, रोहित पीछे से जाकर अपनी मम्मी की मोटी गान्ड से अपने लंड को सटाते हुए चिपक गया
नीलम : पलट कर रोहित की ओर देखते हुए हंस कर कहने लगी क्यो रे इतनी रात को छत में क्या करने आया है तुझे नींद नही आई
रोहित ; मम्मी आपने ही तो बुलाया था
नीलम : अरे मैं क्यो तुझे बुलाने लगी, नीलम के चेहरे पर स्माइल थी
रोहित : मम्मी आपने कहा था कि आप मुझे पैंटी पहन कर दिखाएगी
नीलम : वो तो मैने तुझसे ऐसे ही कह दिया था नीलम ने रोहित के पाजामे में खड़े लंड को देखते हुए कहा
रोहित : मम्मी प्लीज़ दिखा दो ना अब क्यो तरसा रही हो
नीलम : अच्छा ठीक है पर बस एक बार दिखाउन्गी उसके बाद तू कुछ नही कहेगा
रोहित : पक्का मम्मी, तब नीलम ने उससे दूर हटने को कहा और अपना गाउन उपर कमर तक उठा दिया, चाँद की रोशनी में जब रोहित ने अपनी मम्मी की मोटी जांघे और उस पर कसी हुई छोटी सी पैंटी देखी तो उसका लंड पाजामा फाड़ने को बेकाबू हो गया और वह अपनी मम्मी की गुदाज कसी जवानी देख कर मस्त हो गया और कहने लगा मम्मी पिछे घूमिएे ना और फिर नीलम मुस्कुराते हुए जैसे ही पीछे घूमी अपनी मम्मी के भारी भरकम गुदाज चुतड़ों को देख कर वह पागल हो गया उसने देखा उसकी मम्मी की पैंटी उसकी गान्ड मे फसि हुई थी और उसके पूरे चूतड़ नंगे नज़र आ रहे थे, वह अपनी मम्मी की मसल जांघे और मोटी नंगी गान्ड देख कर पागल हो गया तभी नीलम ने अपने गाउन को नीचे कर दिया और रोहित अपनी मम्मी के पास आकर गिडगिडाने लगा और कहने लगा मम्मी इतनी जल्दी क्यो नीचे कर दिया मुझे जी भर कर देखने तो दो,
नीलम : बस रोहित और कितना देखेगा नीलम ने मुस्कुराते हुए कहा
रोहित : अच्छा मम्मी एक बार और दिखा दो वैसे भी इतने अंधेरे में मुझे कुछ खास मज़ा नही आ रहा है
नीलम : सोनू सो गई है क्या
रोहित : हाँ वह तो कब की सो गई है, रोहित ने अपनी मम्मी के भारी गुदाज चुतड़ों पर हाथ फेरते हुए कहा,
नीलम : चल अब हम भी चलते है बहुत रात हो गई है
रोहित : मम्मी आप भी ना एक बार भी अच्छे से मुझे नही दिखाया मैं कल दिन में उजाले में आपको इस छोटी सी पैंटी में देखना चाहता हूँ
नीलम रलिंग पर कोहनी टिका कर अपने भारी चुतड़ों को उठाए हुए झुकी थी और रोहित उसकी मोटी गान्ड में अपने लंड को दबा रहा था तभी नीलम ने कहा ठीक है कल में तुझे अच्छे से दिखा दूँगी लेकिन तू अपने डंडे को मेरे चुतड़ों में क्यो दबा रहा है लगता है आज सोनू ने तुझे कुछ करने नही दिया इसीलिए तेरा डंडा पूरी तरह अपनी मम्मी के चुतड़ों को देख देख कर तना हुआ है
रोहित : नही मम्मी सोनू तो पूरी मस्त हो कर सोई है पर यह आपके बड़े बड़े चुतड़ों को देखते ही खड़ा हो जाता है
नीलम : मुस्कुराते हुए कहने लगी इतना मोटा तगड़ा डंडा लेकर तो कोई भी मस्त हो जाएगी
रोहित : अपनी मम्मी के गालो को चूमते हुए अपने लंड का दबाव उसकी मोटी गान्ड में डाल कर कहने लगा मम्मी इस डंडे से आपको मस्त होना है
नीलम : पलट कर मुस्कुराते हुए रोहित के गालो को खिचती है और कहती है हट बदमाश कोई बेटा अपने डंडे से अपनी मम्मी को मस्त करता है क्या
रोहित : हाँ मम्मी ऐसे बहुत सारे लोग है ज़्यादा दूर जाने की ज़रूरत नही मेरा दोस्त शेखर तो दिन रात यही सोचता रहता है और मुझसे अपने मन की सारी बाते बताता है
नीलम : रोहित को आश्चर्य से देखते हुए कहने लगी क्या बताता है शेखर तुझे
रोहित : शरमाते हुए, मंद मंद मुस्कुरा कर कहने लगा मम्मी वह तो बहुत गंदी बाते करता है अब में आपसे कैसे कहूँ
नीलम : उसकी पीठ पर हल्के से चपत लगाते हुए मुस्कुरा कर कहने लगी अरे बता ना यहाँ कौन है सुनने वाला जो तू मुझसे शरमा रहा है
रोहित : मुस्कुरा कर कहने लगा मम्मी मुझे शरम आती है आपके सामने बोलने में
नीलम : पलट कर रोहित की ओर देखते हुए हंस कर कहने लगी क्यो रे इतनी रात को छत में क्या करने आया है तुझे नींद नही आई
रोहित ; मम्मी आपने ही तो बुलाया था
नीलम : अरे मैं क्यो तुझे बुलाने लगी, नीलम के चेहरे पर स्माइल थी
रोहित : मम्मी आपने कहा था कि आप मुझे पैंटी पहन कर दिखाएगी
नीलम : वो तो मैने तुझसे ऐसे ही कह दिया था नीलम ने रोहित के पाजामे में खड़े लंड को देखते हुए कहा
रोहित : मम्मी प्लीज़ दिखा दो ना अब क्यो तरसा रही हो
नीलम : अच्छा ठीक है पर बस एक बार दिखाउन्गी उसके बाद तू कुछ नही कहेगा
रोहित : पक्का मम्मी, तब नीलम ने उससे दूर हटने को कहा और अपना गाउन उपर कमर तक उठा दिया, चाँद की रोशनी में जब रोहित ने अपनी मम्मी की मोटी जांघे और उस पर कसी हुई छोटी सी पैंटी देखी तो उसका लंड पाजामा फाड़ने को बेकाबू हो गया और वह अपनी मम्मी की गुदाज कसी जवानी देख कर मस्त हो गया और कहने लगा मम्मी पिछे घूमिएे ना और फिर नीलम मुस्कुराते हुए जैसे ही पीछे घूमी अपनी मम्मी के भारी भरकम गुदाज चुतड़ों को देख कर वह पागल हो गया उसने देखा उसकी मम्मी की पैंटी उसकी गान्ड मे फसि हुई थी और उसके पूरे चूतड़ नंगे नज़र आ रहे थे, वह अपनी मम्मी की मसल जांघे और मोटी नंगी गान्ड देख कर पागल हो गया तभी नीलम ने अपने गाउन को नीचे कर दिया और रोहित अपनी मम्मी के पास आकर गिडगिडाने लगा और कहने लगा मम्मी इतनी जल्दी क्यो नीचे कर दिया मुझे जी भर कर देखने तो दो,
नीलम : बस रोहित और कितना देखेगा नीलम ने मुस्कुराते हुए कहा
रोहित : अच्छा मम्मी एक बार और दिखा दो वैसे भी इतने अंधेरे में मुझे कुछ खास मज़ा नही आ रहा है
नीलम : सोनू सो गई है क्या
रोहित : हाँ वह तो कब की सो गई है, रोहित ने अपनी मम्मी के भारी गुदाज चुतड़ों पर हाथ फेरते हुए कहा,
नीलम : चल अब हम भी चलते है बहुत रात हो गई है
रोहित : मम्मी आप भी ना एक बार भी अच्छे से मुझे नही दिखाया मैं कल दिन में उजाले में आपको इस छोटी सी पैंटी में देखना चाहता हूँ
नीलम रलिंग पर कोहनी टिका कर अपने भारी चुतड़ों को उठाए हुए झुकी थी और रोहित उसकी मोटी गान्ड में अपने लंड को दबा रहा था तभी नीलम ने कहा ठीक है कल में तुझे अच्छे से दिखा दूँगी लेकिन तू अपने डंडे को मेरे चुतड़ों में क्यो दबा रहा है लगता है आज सोनू ने तुझे कुछ करने नही दिया इसीलिए तेरा डंडा पूरी तरह अपनी मम्मी के चुतड़ों को देख देख कर तना हुआ है
रोहित : नही मम्मी सोनू तो पूरी मस्त हो कर सोई है पर यह आपके बड़े बड़े चुतड़ों को देखते ही खड़ा हो जाता है
नीलम : मुस्कुराते हुए कहने लगी इतना मोटा तगड़ा डंडा लेकर तो कोई भी मस्त हो जाएगी
रोहित : अपनी मम्मी के गालो को चूमते हुए अपने लंड का दबाव उसकी मोटी गान्ड में डाल कर कहने लगा मम्मी इस डंडे से आपको मस्त होना है
नीलम : पलट कर मुस्कुराते हुए रोहित के गालो को खिचती है और कहती है हट बदमाश कोई बेटा अपने डंडे से अपनी मम्मी को मस्त करता है क्या
रोहित : हाँ मम्मी ऐसे बहुत सारे लोग है ज़्यादा दूर जाने की ज़रूरत नही मेरा दोस्त शेखर तो दिन रात यही सोचता रहता है और मुझसे अपने मन की सारी बाते बताता है
नीलम : रोहित को आश्चर्य से देखते हुए कहने लगी क्या बताता है शेखर तुझे
रोहित : शरमाते हुए, मंद मंद मुस्कुरा कर कहने लगा मम्मी वह तो बहुत गंदी बाते करता है अब में आपसे कैसे कहूँ
नीलम : उसकी पीठ पर हल्के से चपत लगाते हुए मुस्कुरा कर कहने लगी अरे बता ना यहाँ कौन है सुनने वाला जो तू मुझसे शरमा रहा है
रोहित : मुस्कुरा कर कहने लगा मम्मी मुझे शरम आती है आपके सामने बोलने में