Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली - Page 6 - SexBaba
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Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली

रात को 1 बजे रोहित चुपके से सोनू के पास से उठा और अपने मम्मी पापा के रूम की ओर गया और धीरे से खिड़की से अंदर देखा तो मनोहर अकेला खर्राटे लेकर सो रहा था,रोहित खुश हो गया और छत की ओर चल दिया जब वह छत पर पहुचा तो नीलम अपनी मोटी गान्ड उठाए रॅलिंग पर हाथ रखे खड़ी थी, रोहित पीछे से जाकर अपनी मम्मी की मोटी गान्ड से अपने लंड को सटाते हुए चिपक गया

नीलम : पलट कर रोहित की ओर देखते हुए हंस कर कहने लगी क्यो रे इतनी रात को छत में क्या करने आया है तुझे नींद नही आई

रोहित ; मम्मी आपने ही तो बुलाया था

नीलम : अरे मैं क्यो तुझे बुलाने लगी, नीलम के चेहरे पर स्माइल थी

रोहित : मम्मी आपने कहा था कि आप मुझे पैंटी पहन कर दिखाएगी

नीलम : वो तो मैने तुझसे ऐसे ही कह दिया था नीलम ने रोहित के पाजामे में खड़े लंड को देखते हुए कहा


रोहित : मम्मी प्लीज़ दिखा दो ना अब क्यो तरसा रही हो

नीलम : अच्छा ठीक है पर बस एक बार दिखाउन्गी उसके बाद तू कुछ नही कहेगा

रोहित : पक्का मम्मी, तब नीलम ने उससे दूर हटने को कहा और अपना गाउन उपर कमर तक उठा दिया, चाँद की रोशनी में जब रोहित ने अपनी मम्मी की मोटी जांघे और उस पर कसी हुई छोटी सी पैंटी देखी तो उसका लंड पाजामा फाड़ने को बेकाबू हो गया और वह अपनी मम्मी की गुदाज कसी जवानी देख कर मस्त हो गया और कहने लगा मम्मी पिछे घूमिएे ना और फिर नीलम मुस्कुराते हुए जैसे ही पीछे घूमी अपनी मम्मी के भारी भरकम गुदाज चुतड़ों को देख कर वह पागल हो गया उसने देखा उसकी मम्मी की पैंटी उसकी गान्ड मे फसि हुई थी और उसके पूरे चूतड़ नंगे नज़र आ रहे थे, वह अपनी मम्मी की मसल जांघे और मोटी नंगी गान्ड देख कर पागल हो गया तभी नीलम ने अपने गाउन को नीचे कर दिया और रोहित अपनी मम्मी के पास आकर गिडगिडाने लगा और कहने लगा मम्मी इतनी जल्दी क्यो नीचे कर दिया मुझे जी भर कर देखने तो दो,


नीलम : बस रोहित और कितना देखेगा नीलम ने मुस्कुराते हुए कहा

रोहित : अच्छा मम्मी एक बार और दिखा दो वैसे भी इतने अंधेरे में मुझे कुछ खास मज़ा नही आ रहा है

नीलम : सोनू सो गई है क्या

रोहित : हाँ वह तो कब की सो गई है, रोहित ने अपनी मम्मी के भारी गुदाज चुतड़ों पर हाथ फेरते हुए कहा,

नीलम : चल अब हम भी चलते है बहुत रात हो गई है

रोहित : मम्मी आप भी ना एक बार भी अच्छे से मुझे नही दिखाया मैं कल दिन में उजाले में आपको इस छोटी सी पैंटी में देखना चाहता हूँ


नीलम रलिंग पर कोहनी टिका कर अपने भारी चुतड़ों को उठाए हुए झुकी थी और रोहित उसकी मोटी गान्ड में अपने लंड को दबा रहा था तभी नीलम ने कहा ठीक है कल में तुझे अच्छे से दिखा दूँगी लेकिन तू अपने डंडे को मेरे चुतड़ों में क्यो दबा रहा है लगता है आज सोनू ने तुझे कुछ करने नही दिया इसीलिए तेरा डंडा पूरी तरह अपनी मम्मी के चुतड़ों को देख देख कर तना हुआ है

रोहित : नही मम्मी सोनू तो पूरी मस्त हो कर सोई है पर यह आपके बड़े बड़े चुतड़ों को देखते ही खड़ा हो जाता है

नीलम : मुस्कुराते हुए कहने लगी इतना मोटा तगड़ा डंडा लेकर तो कोई भी मस्त हो जाएगी


रोहित : अपनी मम्मी के गालो को चूमते हुए अपने लंड का दबाव उसकी मोटी गान्ड में डाल कर कहने लगा मम्मी इस डंडे से आपको मस्त होना है

नीलम : पलट कर मुस्कुराते हुए रोहित के गालो को खिचती है और कहती है हट बदमाश कोई बेटा अपने डंडे से अपनी मम्मी को मस्त करता है क्या


रोहित : हाँ मम्मी ऐसे बहुत सारे लोग है ज़्यादा दूर जाने की ज़रूरत नही मेरा दोस्त शेखर तो दिन रात यही सोचता रहता है और मुझसे अपने मन की सारी बाते बताता है

नीलम : रोहित को आश्चर्य से देखते हुए कहने लगी क्या बताता है शेखर तुझे

रोहित : शरमाते हुए, मंद मंद मुस्कुरा कर कहने लगा मम्मी वह तो बहुत गंदी बाते करता है अब में आपसे कैसे कहूँ


नीलम : उसकी पीठ पर हल्के से चपत लगाते हुए मुस्कुरा कर कहने लगी अरे बता ना यहाँ कौन है सुनने वाला जो तू मुझसे शरमा रहा है

रोहित : मुस्कुरा कर कहने लगा मम्मी मुझे शरम आती है आपके सामने बोलने में
 
रोहित : मुस्कुरा कर कहने लगा मम्मी मुझे शरम आती है आपके सामने बोलने में
नीलम ; रोहित के लंड को पाजामे के उपर से पकड़ कर मसल्ते हुए कहने लगी, अच्छा इस मूसल को मेरी गान्ड में रगड़ने में शरम नही आती तुझे और अपने दोस्त की बाते बताने में शरमा रहा है चल बता सीधी तरह से, और नीलम ने उसके पाजामे में हाथ डाल कर जैसे ही रोहित के लंड को मुट्ठी में पकड़ कर भींचा रोहित के मुँह से सिसकारी निकल पड़ी, आहह मम्मी क्या कर रही हो,

नीलम : मुस्कुराते हुए नही करू अच्छा चल में हाथ बाहर निकाल लेती हूँ तू तो मुझे कुछ बताएगा नही

रोहित : नही नही मम्मी मत निकालो अपना हाथ बहुत अच्छा लग रहा है 

नीलम ; उसके अंडको को हाथो में भर कर सहलाते हुए कहने लगी तो फिर बता जल्दी से नही तो में हाथ बाहर निकाल लूँगी


रोहित : आहह .. मम्मी ऐसे ही सहलाती रहो अया सीयी में सब बताता हूँ आपको

नीलम : तो फिर बता 

रोहित : मम्मी वो शेखर अपनी मम्मी को पटाना चाहता है

नीलम : उसके लंड को सहलाते हुए कहने लगी वह क्यो

रोहित : वो वो अपनी मम्मी को करना चाहता है

नीलम ; लंड के सुपाडे को सहलाते हुए उसकी खाल उपर नीचे करते हुए कहने लगी क्या करना चाहता है

रोहित : आह सिई वह अपनी मम्मी को चोदना चाहता है यह कह कर रोहित ने अपनी मम्मी की मोटी गान्ड को अपने दोनो हाथो में भर कर दबोच लिया

नीलम ; उसके लंड को खूब कस कर दबोचते हुए कहने लगी और क्या कह रहा था वह


रोहित : मम्मी वह कह रहा था कि वह अपनी मम्मी को पूरी नंगी करके खूब कस कस कर उसकी गान्ड मारना चाहता है उसे उसकी मम्मी की मोटी गुदाज गान्ड बहुत अच्छी लगती है

नीलम : तेरा भी लंड मेरी मोटी गान्ड देख देख कर खूब खड़ा होता है कही तू भी तो मुझे चोदना नही चाहता है

रोहित : नही मम्मी में भला ऐसा कैसे सोच सकता हूँ

नीलम ; क्यो तुझे मेरी गान्ड अच्छी नही लगती है


रोहित : नही मम्मी आपके जैसे भारी भरकम चुतड़ों का तो में दीवाना हूँ मेरा तो मन करता है कि आपके भारी चुतड़ों को पूरा नंगा करके खूब फैला फैला कर आपकी मोटी गान्ड चाटू, और रोहित ने अपनी मम्मी की गान्ड की गहराई में अपने हाथ को भर कर दबाना शुरू कर दिया और नीलम के मुँह से सिसकारी निकल गई

नीलम : आह सी और क्या मन करता है तेरा, अपनी मम्मी को पूरी नंगी करके चोदने का मन नही करता है

रोहित : नही मम्मी मेरा मन तो आपको पूरी नंगी करके खूब रगड़ रगड़ कर चोदने का करता है, कई बार तो मैं जब सोनू को चोदता हूँ तो ऐसा लगता है जैसे मैं आपको चोद रहा हूँ और आपको चोदने का सोच कर जब सोनू को चोदता हूँ तो एक अलग ही मज़ा आता है


नीलम : आहह सीयी नही बाबा नही में तुझसे नही चुदवाउन्गी तेरा लंड बहुत मोटा है मेरी तो चूत ही फाड़ कर रख देगा

रोहित : नही मम्मी एक बार मेरा लंड अपनी चूत में लेकर देखो आपको बहुत मज़ा आएगा

नीलम ; अच्छा पहले मुझे अपने लंड को अच्छे से देखने तो दे कितना मोटा और लंबा है उसके बाद में सोचूँगी और नीलम नीचे बैठ जाती है और रोहित के लंड को अपने गालो से रगड़ती हुई कहती है हाई बेटे तेरा लंड तो बहुत मोटा और तगड़ा है, यह तो मेरी चूत और गान्ड दोनो फाड़ कर रख देगा, इतना कह कर नीलम ने रोहित के लंड को अपने मुँह में भर कर चूसना शुरू कर दिया और रोहित के मुँह से आह सीयी जैसी सिसकारिया निकलने लगी, वह रोहित के लंड को खूब दबा दबा कर चूसने लगी और रोहित मज़े में कराहने लगा, तभी नीचे बाथरूम का दरवाजा खुलने की आवाज़ आई और नीलम झट से खड़ी हो गई और रोहित से कहने लगी बेटे लगता है कोई जाग गया है अब हमे नीचे चलना चाहिए तू रुक पहले में जाती हूँ फिर कुछ देर बाद तू भी आ जाना और नीलम जल्दी से नीचे चली गई और उसे तब राहत मिली जब उसने सुधा के रूम की लाइट ऑन देखी और वह चुपचाप अपने रूम में चली गई,


अगले दिन शाम को 4 बजे रोहित के पास शेखर का कॉल आया और उसने कहा रोहित कब आएगा यहाँ केक काटने की तैयारी हो गई है बस तेरा वेट कर रहे है तब रोहित ने कहा बस 10 मिनिट में पहुचता हूँ, मेरा वेट करना केक मत काट देना और फिर रोहित शेखर के घर पहुच गया और जब घर के अंदर एंटर हुआ तो पूरा घर अंदर से सज़ा हुआ था और एक बड़ी सी टेबल पर केक रखा हुआ था उसके चारो तरफ कॅंडल लगे हुए थे और सामने शेखर एक एक कॅंडल को जला रहा था लेकिन रोहित को यह देख कर आश्चर्य हुआ कि घर में शेखर के अलावा कोई और नज़र नही आ रहा था, 

शेखर ; मुस्कुराते हुए आज यार कब से तेरा वेट कर रहा हूँ

रोहित : अबे वाह तो ठीक है पर बाकी मेहमान और तेरी दीदी और मम्मी कहा है

शेखर : बैठ तो बताता हूँ रोहित वही सोफे पर बैठ गया और शेखर ने कहा दरअसल मम्मी तो मामा जी के यहाँ चली गई है कुछ काम था और दीदी और किसी के साथ बर्तडे पार्टी शेयर नही करती है इसलिए बस तुझेही इन्वाइट किया है


रोहित : ओके पर दीदी कहाँ है

शेखर : बर्त डे गर्ल तैयार होकर बस आती ही होगी उसका इतना कहना था कि सीढ़ियों से जब रोहित ने पूजा दीदी को नीचे उतरते देखा तो उसकी आँखे फटी की फटी ही रह गई, पूजा दीदी ने एक पिंक कलर का इतना छोटा फ्रॅंक पहना हुआ था कि उसकी मोटी गदराई गोरी गोरी जाँघो को देखते ही रोहित का लंड खड़ा हो गया पूजा दीदी खुले बालो में कोई अप्सरा लग रही थी, वह जब नीचे आई तो शेखर ने उसे गले लगाते हुए कहा हॅपी बर्त डे दीदी तब पूजा ने उसके गालो को चूमते हुए कहा थॅंक्स भैया, और फिर पूजा रोहित के ठीक सामने आकर खड़ी हो गई, रोहित ने शांत लहजे में विश करते हुए पूजा की ओर हाथ बढ़ाया तब पूजा ने उसे भी थॅंक्स कहा और कहने लगी सॉरी में लेट हो गई चलो केक काटते है और फिर पूजा ने केक काटा और सबसे पहले शेखर को खिलाया और शेखर ने आधा बाइट वापस पूजा को खिलाया फिर पूजा ने एक बाइट रोहित को खिलाया तब रोहित ने आधा बाइट पूजा को खिलाया, उसके बाद तीनो एक टेबल के पास आ गये जहाँ ड्रिंक रखे हुए थे और शेखर ने रोहित से पूछा बोल यार बियर लेगा या व्हिश्की तब रोहित ने कहा यार व्हीश्कि ही पी लेते है और पूजा उसकी और मुस्कुरा कर देखती हुई पेग बनाने लगी



तीनो पीने लगे और बाते करने लगे कुछ देर बाद पूजा उठी और कहने लगी में अभी बाथरूम से आती हूँ और पूजा जाने लगी तब रोहित की नज़र उसके भारी चुतड़ों पर पड़ी जो मिनी फ्रांक में भी हल्के हल्के नज़र आ रहे थे, शेखर रोहित को मुस्कुरा कर देखते हुए कहने लगा प्यारे तू यही सोच रहा है ना कि पूजा दीदी की गान्ड कितनी मोटी और चौड़ी है यार दीदी को गान्ड मरवाने की बड़ी आदत है और मैने उसकी गान्ड मार मार कर इतनी फैला दी है बहुत तबीयत से अपनी गान्ड में लंड लेती है, रोहित शेखर की बात सुन कर ड्रिंक लेते हुए अपने लंड को दबा रहा था,
 
रोहित : सच कहूँ आज दीदी वाकई बहुत मस्त लग रही है, शादीशुदा औरत जब इतनी छोटी सी फ्रांक पहनती है तो उसका भरा बदन और भी उभर कर उपर आ जाता है, उसकी जांघे और गान्ड की चिकनाहट देख कर अच्छे अच्छे पागल हो जाएँ

शेखर : हाँ यार लेकिन मेरी दीदी की एक इच्छा बहुत समय से है जो अभी तक पूरी नही हुई है


रोहित : वह क्या, रोहित की आँखे नशीली हो चुकी थी

शेखर : यार मेरी दीदी चाहती है कि उसे पूरी नंगी करके दो मर्दो से एक साथ चुदना चाहती है, वह कह रही थी कि शेखर जब दो मर्द पूरे नंगे होकर उसे पूरी नंगी करके अपने बदन से दबाएगे और एक उसकी चूत में लंड पेलेगा और दूसरा उसकी मोटी गान्ड में लंड पेल कर जब एक साथ आगे से और पीछे से ठोकेगा तब जो मज़ा आएगा उसे तो में सोच सोच कर पागल हुई जा रही हूँ, पर यार कोई ऐसा जुगाड़ आज तक मिला ही नही जिसके साथ मिलकर में अपनी दीदी को चोद सकूँ और उसकी यह इच्छा पूरी कर सकूँ, तू तो जानता है आज कल किसी पर भरोसा नही किया जा सकता है बाद में वह ब्लॅक मेंल करके परेशान भी कर सकता है, हाँ अगर तू चाहे तो यह प्राब्लम सोल्व हो सकती है

रोहित : उत्सुकता से पूछने लगा वह कैसे 

शेखर : तू चाहे तो आज हम दोनो मिल कर दीदी को खूब रगड़ रगड़ कर चोद सकते है


रोहित : पर तेरी दीदी मुझसे चुदवा लेगी क्या

शेखर : अरे पीने के बाद तो वह बहुत चुदासी हो जाती है वह मज़े से हम दोनो से चुदवा लेगी बस तू एक बार हाँ तो बोल

रोहित ; लेकिन कुछ गड़बड़ हो गई तो

शेखर ; अरे कुछ प्राब्लम नही होगी, चल अब दीदी आ रही है बस तू मेरी हाँ में हाँ मिलाता जा में दीदी को गरम करता हूँ

पूजा की आँखे नशीली हो गई थी और उसने एक मादक अंगड़ाई ली और अंगड़ाई लेने से उसकी फ्रांक उपर हो गई और उसकी गुलाबी पैंटी रोहित की आँखो के सामने आ गई उसकी फूली चूत का शॅप देख कर रोहित मस्ती से झूम उठा

शेखर : दीदी रोहित आपकी ड्रेस की बड़ी तारीफ कर रहा है

पूजा : मुस्कुराते हुए कहने लगी रेआली में हॉट लग रही हूँ ना क्यो रोहित

रोहित : जी दीदी 

शेखर ; दीदी आपके लिए एक लार्ग पेग बना दूं

पूजा ; नही भैया पहले ही बहुत हो गई है

तब शेखर ने रोहित की ओर इशारा किया तो रोहित ने कहा दीदी एक पेग और ले लो मेरी तरफ से तब पूजा ने हँसते हुए कहा ठीक है लेकिन मुझे चढ़ गई तो तुम दोनो को मुझे अपनी गोद में उठा कर बिस्तेर तक ले जाना पड़ेगा यह कहते हुए पूजा ने ड्रिंक गटकना शुरू कर दिया और वह अब काफ़ी नशे में हो गई थी उसे देख देख कर शेखर और रोहित की आँखे लाल हो गई थी 


पूजा के मोटे मोटे दूध उसकी क्लीवेज से बाहर को निकले जा रहे थे, कुछ देर बाद ही पूजा ने कहा भैया में सोने जा रही हूँ अब मुझसे बैठा नही जा रहा है तब रोहित ने कहा दीदी आपने तो कुछ खाया नही कुछ खा तो लीजिए तब पूजा ने बहुत रिक्वेस्ट करने पर थोड़ा बहुत खाया और फिर खड़ी होने लगी तभी उसके पेर लड़खड़ाने लगे और वह एक दम से रोहित की ओर गिरी और रोहित ने उसे अपनी बाँहो में संभाल लिया उसके मोटे मोटे दूध रोहित के हाथो में आ गये और शेखर ने भी अपनी दीदी को पकड़ने की कोशिश की तब पूजा ने नशीली आवाज़ में कहा मैने कहा था ना कि मुझे चढ़ जाएगी तो तुम दोनो को मुझे उठा कर ले जाना पड़ेगा, 


शेखर : दीदी आप फिकर क्यों करती हो हम दोनो आपको अभी गोद में उठा कर ले चलते है, दोनो के लंड पूजा के गुदाज बदन को पकड़ने से खड़े हो गये थे और पूजा ऐसा लग रहा था जैसे जानबूझ कर कुछ ज़्यादा ही नशे में होने का ड्रामा कर रही थी रोहित और शेखर दोनो ने पूजा को बीच में किया और अपनी बाँहो का सहारा देकर सीढ़ियों पर चढ़ने लगे रोहित ने पीछे से पूजा की मोटी गान्ड को अपने हाथो में भर रखा था और उसकी गुदाज मोटी गान्ड का एहसास उसे पागल बना रहा था, जैसे तैसे तीनो बेडरूम में पहुचे और पूजा को पिल्लो के सहारे बैठा दिया पूजा ने जैसे ही अपनी जाँघो को चौड़ा किया उसकी जाँघो की जड़ो में उसकी मस्त फूली चूत गुलाबी पैंटी से साफ नज़र आने लगी थी उसकी चूत की फांके पैंटी से बाहर निकल आई थी और बहुत फूली और बिना बालों के बहुत चिकनी लग रही थी, पूजा ने अपनी आँखे बंद की हुई थी तभी शेखर दीदी के पास बैठ गया और उसकी मखमली चिकनी मोटी मोटी जाँघो को सहलाते हुए कहने लगा दीदी अब कैसा लग रहा है तब पूजा ने कहा भैया बहुत मज़ा आ रहा है पूरा रूम घूम रहा है पर रोहित कहा है उसे भी यहीं बुला ले 


शेखर : दीदी वह यही खड़ा है तब पूजा ने आँखे खोल कर उसकी ओर स्माइल दी और कहा तू भी मेरा भाई है ना चल अपनी दीदी के पेर दबा दे और फिर रोहित भी वही बैठ गया और उसकी चिकनी पिंदलियो पर हाथ फेरते हुए उसकी मोटी जाँघो तक हाथ फेरने लगा तभी शेखर ने अपनी जीभ निकाल कर रोहित की ओर इशारा किया और दीदी की जाँघो को फैला कर चूत चाटने के लिए पुछा तो रोहित ने स्माइल पास की और शेखर ने पूजा की पैंटी को जैसे ही साइड में किया उसकी फूली फांको वाली गुलाबी चूत देख कर रोहित के मुँह में पानी आ गया और उसने हिम्मत करके एक बार पूजा की चूत को सहला दिया जिससे पूजा आह सी भैया बहुत अच्छा लग रहा है, और कर ना कहने लगी तब शेखर ने उसकी पैंटी पूरी उतार कर उसे नीचे से पूरी नंगी कर दिया और उसकी मोटी जाँघो को फैला कर उपर की ओर उठा दिया और रोहित को उसकी चूत चाटने को कहा तब रोहित ने दोनो हाथो से पूजा की चूत की फांको को फैला कर अपनी लपलपाति जीभ पूजा की रसीली बुर में रख कर चूसना और चाटना शुरू कर दिया 


और पूजा जोरदार सिसकारिया लेने लगी तब तक शेखर ने उसकी फ्रांक उतार कर उसे पूरी नंगी कर दिया और उसके रसीले होंठो को चूस्ते हुए उसके मोटे मोटे बोबो को कस कस कर मसल्ने लगा
 
पूजा पागल होने लगी और उसके हाथ अपने आप ही दोनो के मस्त लंड को टटोलने लगे तभी शेखर ने कहा रोहित पूरा नंगा हो जा फिर हम दोनो जब दीदी के नंगे बदन से चिपकेगे तो अलग ही मज़ा आएगा दोनो नंगे हो गये और पूजा को बीच में सुला कर दोनो पागल कुत्तो की तरह पूजा को चाटने चूसने लगे और कस कस कर दबाने लगे रोहित उसकी गान्ड के पीछे पड़ा हुआ था और उसकी चूत और गुदा को खूब सहला रहा था जबकि शेखर उसके बोबो को दबोच दबोच कर उसके रसीले होंठ पी रहा था


रोहित पूजा की नंगी गान्ड में लंड चुभा रहा था और शेखर अपनी दीदी की चूत में लंड रगड़ने लगा तभी पूजा किसी कुतिया की तरह बेड पर उल्टी हो गई और अपनी गान्ड जैसे ही उसने उठाई शेखर ने रोहित को अपनी दीदी की मोटी गान्ड की गुदाज गुदा को चाटने को कहा और रोहित किसी कुत्ते की तरह उसकी गान्ड चाटने लगा और पूजा अया आह आह सीईइ सीयी सी ओह भैया जैसे वर्ड बोलने लगी, 


तभी पूजा को जैसे जोश आ गया और उसनेपलट कर रोहित के खड़े लंड को अपनेमुंह में भर कर चूसना शुरू कर दिया तभी शेखर ने उसकी गान्ड में नारियल का तेल लगा कर अपने लंड को भी तेल में डुबो दिया और कस कर अपनी दीदी की गान्ड में धक्का मारा और पूजा के मुँह में रोहित का लंड होने की वजह से उसकी चीख घुट गई और शेखर कस कस कर अपनी दीदी की गान्ड मारने लगा

अब शेखर खड़ा हो गया और रोहित भी पूजा को लेकर खड़ा हो गया और फिर रोहित ने पूजा को उठा कर अपने लंड पर चढ़ा लिया और पूजा रोहित से किसी बंदरिया की तरह उसकी कमर में जांघे लपेट कर लिपट गई रोहित उसकी मोटी गान्ड को अपने हाथो से फैलाए कस कस कर धक्के मार रहा था तभी शेखर पीछे से अपनी दीदी की मोटी गान्ड में तेल लगाने लगा और फिर उसने अपने लंड पर तेल लगा लिया और अपनी दीदी की मोटी गान्ड में लंड पेल दिया और अपनी दीदी की पीठ से चिपक गया 


उधर पूजा कस कर रोहित की चहहती से चिपकी हुई थी और तबीयत से कराह रही थी उसकी गान्ड में और चूत में एक साथ दो दो मोटे तगड़े लंड घुस रहे थे और दोनो पूजा को गोद में उठाए सतसट लंड पेल रहे थे, और पूजा आह आह सिई सी ओह भैया कह रही थी कुछ देर बाद पूजा वाइल्ड हो गई और कहने लगी चोद भैया और कस के मार ओह आह आह सीयी और थोक फाड़ दे अपनी दीदी की चूत और गान्ड आहा,

कुछ देर बाद पूजा ने कहा बस रोहित अब मुझे नीचे उतार मुझे बहुत जोरो की पेशाब लगी है तब शेखर ने कहा दीदी यही खड़ी होकर मुतो ना तब पूजा ने कहा मुतती हूँ पहले तुम दोनो मुझे उतारो तो फिर रोहित और शेखर ने उसे नीचे उतार दिया, उसके पेर कांप रहे थे और नीचे उतरने के बाद वह खड़ी खड़ी गहरी साँसे ले रही थी तभी शेखर ने उसकी चूत में हाथ मारते हुए कहा मुतो ना दीदी और पूजा की चूत से मोटी धार निकलने लगी रोहित पूजा दीदी को नंगी खड़ी खड़ी मुतते देख उसका मुँह खुला का खुला रह गया और रोहित उसकी चूत को सहलाने लगा तब पूजा ने स्माइल करते हुए रोहित से कहा रोहित तू वहाँ खड़ा खड़ा क्या देख रहा है अपनी दीदी की चूत में अपना लंड नही रगड़ेगा, ला तेरे लंड को अपने मूत से नहला देती हूँ और वह रोहित के पास मुतते हुए बढ़ी और रोहित ने अपने लंड को उसकी चूत से रगड़ना शुरू कर दिया जिससे रोहित का लंड उसके मूत में भीग गया अब पूजा ने दोनो को कहा मेरे भैया अब तुम दोनो नीचे बैठ कर मेरी चूत और गान्ड को एक साथ चाटो और दोनो ने यही किया रोहित उसकी चूत को फैला फैला कर चाटने लगा 


और शेखर अपनी दीदी की गुदा को खूब फैला फैला कर चाटने लगा पूजा खूब ज़ोर ज़ोर से सीसियाते हुए दोनो के बालो में हाथ फेरने लगी, कुछ देर तक चाटने के बाद पूजा बेड पर कोहनी के बल झुक गई और रोहित से कहा चल रोहित जिस छेद में तेरा मन करे खूब कस कस कर ठोक तब रोहित ने उसकी मोटी गान्ड में लंड पेल कर उसे चोदना शुरू कर दिया

रोहित ने उसकी गान्ड मार मार कर पूरी लाल कर दी तभी रोहित को उसकी गान्ड मारते मारते अपनी मम्मी नीलम की गुदाज मोटी गान्ड की याद आ गई और वह पागल सा हो गया और खूब तगड़े तगड़े धक्के पूजा की गान्ड में मारने लगा और पूजा आह आह करते हुए झड़ने लगी तभी रोहित हटा और शेखर ने अपनी दीदी की चूत में लंड पेल कर ठोकना शुरू कर दिया और पूजा की चूत से खूब सारा रस निकलने लगा वह मस्त हो गई और पलट कर नीचे बैठ गई और दोनो के मोटे मोटे लंड को पागलो की तरह चाटने चूसने लगी तभी शेखर ने कहा रोहित अपना माल दीदी के मुँह में ही निकालना है उसे मर्दो का वीर्य पीना बहुत अच्छा लगता है और फिर क्या था पूजा दोनो के लंड को खूब कस कस कर चूसने लगी तभी शेखर ने एक जोरदार पिचकारी मारी और पूजा उसके रस को चाटने लगी तभी रोहित ने भी उसके मुँह में अपना वीर्य छोड़ दिया और पूजा दोनो के लंड को दबा दबा कर चूसने लगी और सारा रस पी लिया और बेड पर उल्टी होकर लेट गई और गहरी साँसे लेने लगी
 
शेखर बाथरूम की ओर जाने लगा और रोहित को भी इशारा किया तब रोहित भी बाथरूम में जाकर फ्रेश हुआ कुछ देर तक रोहित और शेखर चुदाई में मिलने वाले मज़े की बाते करते रहे और फिर शेखर वहण से अपने घर की और चल दिया .
रात के 10 बज रहे थे और रोहित एक पन की दुकान पर खड़ा खड़ा सिगरेट पी रहा था और सोच रहा था कि पूजा दीदी कितने वाइल्ड तरीके से चुदवाती है आज तो सचमुच बहुत दिनो बाद चोदने का ऐसा मज़ा आया है, उसके माइंड में अपनी मम्मी की गदराई गान्ड और मोटी मोटी जांघे और फूली हुई चूत उभरा हुआ गहरी नाभि वाला पेट घूम रहा था और बड़े बड़े दूध उसके सामने नंगे नज़र आ रहे थे उसके मन में चल रहा था कि वह अपनी भारी बदन और मोटी गान्ड वाली मम्मी को उसी तरह से खूब रगड़ रगड़ कर चोदने का सोच रहा था जैसे अभी पूजा की गान्ड और चूत मारी थी उसका लंड इन ख्यालो से फिर से खड़ा हो गया था, रोड पर जाने वाली भारी गान्ड की औरतो को देख देख कर उसे उसकी मम्मी की गदराई जवानी याद आ रही थी और वह लंड मसल्ते मसल्ते सिगरेट के कस लगा रहा था


अभी रोहित सोच में डूबा ही था कि उसका मोबाइल घनघना उठा और उसने जब देखा तो संगीता भाभी लिखा हुआ था उसने फोन उठाया तो उधर से भाभी की आवाज़ आई और वह कहने लगी क्या हो रहा है देवेर जी तब रोहित ने कहा बस भाभी सब ठीक है आप लोग कब आ रहे है तब संगीता ने कहा अरे रोहित वही बताने के लिए फोन किया है कि हम लोग नही आ पा रहे है तेरे भैया को कंपनी ने एक नये प्रॉजेक्ट में डाल दिया है सो अब छुट्टी मिलना मुश्किल है, तब रोहित ने कहा क्या भाभी मेरा कितना मन कर रहा था आपको देखने का 

संगीता : मुस्कुराते हुए ओह हो क्या बात है बड़ी याद आ रही है मेरी कहीं अपनी भाभी से लव तो नही हो गया तुझे 

रोहित : मुस्कुराते हुए कहने लगा ओह भाभी भला कौन देवर अपनी भाभी से प्यार नही करता है 


संगीता : अच्छा जी तो यह भी बता दो कौन सा वाला प्यार करते हो तुम मुझसे 

रोहित का लंड तो खड़ा ही था अपनी भाभी की बाते सुन कर और भी तन गया और उसने अपने लंड को मसल्ते हुए एक मोटी गान्ड वाली आंटी को जाते हुए देख कर कहा भाभी जैसा प्यार मेरी भाभी अपने देवर से करना चाहेगी वैसा प्यार कर लूँगा

संगीता : सोच लो बाद में मुकर नही जाना


रोहित : भाभी मर्द की जवान है ऐसे कैसे मुकर जाउन्गा

संगीता : अच्छा इतनी मर्दानगी है तो एक बार तू खुद क्यो नही आ जाता मेरे पास फिर में देखती हूँ तू कितना बड़ा मर्द है, तेरे भैया तो मेरे सामने बच्चे साबित हो जाते है तुझे भी आजमा कर देख लेती हूँ कि तू मर्द है या दूध पीता बच्चा 

रोहित : भाभी असली दूध तो मर्द ही पीते है बच्चे नही

संगीता : बेटे मम्मी का दूध पीने में और भाभी का दूध पीने में बड़ा अंतर है


रोहित ; भाभी, मम्मी का दूध हो या भाभी का दूध तो दूध ही होता है बस पीने वाली की नीयत के उपर निर्भर करता है

संगीता : ठीक है अगर ऐसा है तो आ जाना कुछ दिनो के लिए इस बार होली अपनी भाभी के साथ खेल लेना


रोहित : ठीक है भाभी सोनू से डिसकस करके बताता हूँ

संगीता : अरे उससे क्या डिस्कस करना है उसे भी साथ ले कर आ जा मेरी तरफ से उसे दिल्ली में शॉपिंग फ्री है

रोहित : ओके भाभी में आता हूँ उसके बाद रोहित ने फोन डिसकन्नेक्ट कर दिया और बाइक घर की ओर दौड़ा दी, घर पहुचने पर सभी लोग खाना खा रहे थे रोहित से उसकी मम्मी नीलम ने खाने के लिए पूछा तो रोहित ने कहा वह दोस्त के यहाँ से खा कर आया है उसके बाद रोहित ने संगीता भाभी वाली बात सबको बताई तब मनोहर ने कहा ठीक है बेटे तुम और सोनू चले जाओ वह भी सोचते होंगे कि कोई हमे याद नही करता है और सोनू का भी दिल बहल जाएगा बेचारी घर के कामो में ही उलझी रह जाती है, उसके बाद सब अपने अपने रूम में चले गये, अगले दिन रोहित और सोनू ने दिल्ली की फ्लाइट पकड़ी और दिल्ली पहुच गये.
 
रोहित ने डॉरबेल बजाई और सामने से संगीता ने दरवाजा खोला और सोनू और रोहित को देख कर खुस होते हुए रोहित के गाल खींचे और सोनू को अपने गले से लगा लिया और उनकी खातिरदारी करने लगी, सोनू भी किचन में चली गई और भाभी से बाते करने लगी

संगीता : हँसते हुए क्या बात है सोनू तेरा फिगर तो बहुत निखार आया है और काफ़ी बोल्ड नज़र आने लगी है लगता है रोहित तुझे फ्री छोड़ता ही नही है

सोनू : मुस्कुराते हुए अरे भाभी में तो वैसी ही हूँ और फिर आपके मुक़ाबले में कहाँ आपका तो फिगर किसी भी मर्द को पागल कर दे


संगीता : हँसते हुए कहने लगी क्यो ज़्यादा मोटी हो गई हूँ क्या

सोनू: हँसते हुए कहने लगी भाभी इसे मोटा होना नही कहते है औरतो का मोटा होना गदराना कहते है और आप पहले से काफ़ी गदरा गई है


संगीता : मंद मंद मुस्कुराते हुए कहने लगी बड़ी कामुक बाते करने लगी है तू पहले से ही इतनी बिगड़ी हुई थी या रोहित ने तुझे बिगाड़ दिया है

सोनू : कुछ भी समझ लो भाभी मर्द बिगड़ा हो तो औरत बिगड़ जाती है और अगर औरत बिगड़ी हो तो मर्द

संगीता : और अगर दोनो बिगड़े हो तो संगीता ने हँसते हुए कहा

तब सोनू ने कहा भाभी अगर दोनो बिगड़े हो तो फिर मस्ती का मज़ा ही आ जाता है

संगीता और सोनू वापस हॉल में आ गई थोड़ी देर बाद रोहित के भैया भी आ गये और रोहित और सोनू को देख कर खुश हो गये उसके बाद रोहित और उसके भैया आपस में बाते करने लगे और सोनू और संगीता किचन में खाना बनाने में जुट गई किचन कुछ ऐसा था कि हॉल से साफ नज़र आ रहा था और रोहित के भैया बार बार किचन की ओर देख रहे थे, 


ना जाने कैसे सोनू को अपनी मोटी गान्ड में किसी की नज़रे चुभती हुई महसूस हुई और उसने किचन से जब हॉल में देखा तो भैया आँखे फाडे फाडे उसके भारी चुतड़ों को खा जाने वाली नज़रो से घूर रहे थे, सोनू ने साड़ी पहनी हुई थी और उसकी गान्ड का पूरा चौड़ा शेप भैया की नज़रो के सामने था, सोनू ने वापस जल्दी से अपनी गरदन घुमा कर कम करने लगी लेकिन उसके होंठो पर एक कुटिल मुस्कान फैल गई


कुछ देर बाद संगीता एक प्लेट में चिप्स और पापड लेकर आई और जब उसने झुकते हुए रोहित के सामने की टेबल पर रखने लगी तब उसकी ढीली ढाली बिना ब्रा की टीशर्ट में से उसके मोटे मोटे पके आमो के जैसे बोबे रोहित की नज़रो के सामने आ गये और रोहित के मुँह में अपनी भाभी के रसीले आमो को देख कर पानी भर आया, सीन कुछ ऐसा था कि दोनो भाइयो के लंड खड़े हो चुके थे,


कुछ देर बाद रोहित को पेशाब लगी और वह बाथरूम में गया जहाँ मुतते हुए उसकी नज़र अपनी भाभी की रेड कलर की पैंटी पर पड़ी और उसने हॅंगर से उस पैंटी को उतार लिया और अपनी भाभी की मोटी गान्ड और चिकनी फूली चूत की कल्पना करके पैंटी को सूंघने लगा और उसका लंड पत्थर की तरह सख़्त हो गया, 



कुछ देर तक उसने अपने लंड को सहलाया और फिर बाहर आ गया, खाना लग चुका था और सभी लोग बैठ कर खाना खाने लगे, भैया के आने के बाद सोनू कुछ चुप चुप थी तब भैया ने कहा संगीता यह सोनू बोलती नही है क्या, मैं जब से आया हूँ इसकी आवाज़ तक नही सुना हूँ


रोहित : अच्छा है भैया कम से कम आपके सामने तो चुप है कहीं आप से भी खुल गई तो फिर आपको पता चलेगा कि हमारे घर में सबसे ज़्यादा यही बोलती है रोहित ने मज़े वाले अंदाज में कहा तब सोनू बोल पड़ी रहने दो जी इतना भी बड़बड़ नही करती हूँ में वो तो खाना भाभी ने इतना स्वादिष्ट बनाया है कि मेरा मन बस खाने में लगा हुआ है और इसीलिए आप सब की बाते सुनते हुए में खाना खाने में ध्यान दे रही हूँ, उसकी बात सुनने के बाद एक पल के लिए सब चुप होकर सोनू को देखने लगे और फिर सभी ठहाका लगाकर हँसने लगे,


खाना खाने के बाद संगीता ने एक रूम में रोहित और सोनू के लिए सोने की व्यवस्था जमा दी और फिर वह अपने पति अजय के साथ छत पर आ गई और दोनो रलिंग पर कोहनी टिका कर बाते करने लगे, ठंडी हवा चल रही थी और अजय ने सिगरेट सुलगाते हुए संगीता की ओर देखा और कहा डार्लिंग क्या प्लान है और फिर अजय ने एक गहरा कश लिया और संगीता की स्कर्ट में हाथ डाल कर उसकी गुलाबी फूली चूत को मुट्ठी में भर कर दबा लिया, तब संगीता ने अजय की लूँगी में हाथ डाल कर उसके खड़े लंड को अपनी मुट्ठी में भर कर दबाते हुए कहा, बहुत तड़प रहे हो सोनू को नंगी देखने के लिए


अजय : संगीता की चूत की फांको में उंगली सहलाते हुए कहने लगा क्यो तुम नही तड़प रही हो रोहित के लंड के दर्शन करने के लिए, 

तब संगीता ने एक सिसकारी लेते हुए कहा तड़प रही हूँ तभी तो उनकी लाइव चुदाई देखने की पूरी व्यवस्था जमा आई हूँ उनके रूम की बॅक साइड वाली खिड़की खोल कर आई हूँ जिस पर उनकी नज़र भी नही जाएगी और तुम पीछे से मेरी चूत मारते हुए अपने भाई और बहू की चुदाई देख सकते हो, 


अजय ; तुम्हे यकीन है वह दोनो चुदाई करेगे

संगीता : 100 पर्सेंट क्यो कि जब भी इंसान नई जगह जाकर रात गुज़ारता है तो उसका मन चुदाई करने का ज़रूर होता है


अजय : तो चलो ना नीचे अब तो 10 बज रहा है, कहीं उन्होने गेम शुरू ना कर दिया हो

संगीता ; अजय के मोटे लंड को मसल्ते हुए कहने लगी रुक जाओ मैं सब जानती हूँ तुम्हारा मूसल क्यो इतने झटके ले रहा है, अपने भाई की बीबी की मोटी गान्ड और चूत देखने के लिए मरे जा रहे हो और उसकी गान्ड और चूत को सोच सोच कर ही यह इतना मोटा और लंबा हो गया है, 



अजय : अच्छा जी मेरे बारे में तो कह दिया पर यह नही कहोगी कि तुम्हारी यह चूत इतना फूल क्यो गई है और इतना रस क्यो छोड़ रही है, लगता है अपने देवर के लंड को तुम अपनी चूत में महसूस कर रही हो तभी तो इतनी रसीली हो रही है, अब चलो भी और फिर दोनो नीचे आ गये और रोहित के रूम की पीछे साइड वाली खिड़की के पास जाकर खड़े हो गये उस जगह अंधेरा था इसलिए अंदर से बाहर की झलक तक नही मिल रही थी और फिर संगीता आगे आ गई खिड़की के पास और अजय उसकी मोटी गान्ड के पीछे आ गया और जैसे ही दोनो ने अंदर झाँका दोनो की चूत और लंड पूरे ताव में आ गये और अजय ने आगे हाथ लेजा कर संगीता के मोटे मोटे बोबो को पकड़ कर दबोच लिया, अंदर रोहित पूरा नंगा लेटा हुआ था और उसका विकराल खड़ा लंड पूरी तरह संगीता और अजय की आँखो के सामने था और सोनू पूरी नंगी होकर रोहित के मुँह की ओर अपनी चूत खोल कर रोहित के मुँह के उपर अपनी चूत फैला कर बैठी थी उसकी नंगी गान्ड संगीता और अजय के सामने थी और रोहित सोनू की मोटी गान्ड को अपने हाथो से फैलाए हुए दबोच दबोच कर सोनू की रसीली चूत को चाट रहा था,
 
इधर दबी आवाज़ में अजय ने संगीता से कहा हे संगीता सोनू की गान्ड कितनी गोरी और मोटी है और रोहित जब अपने दोनो हाथो से उसकी गान्ड को फैलाता है तो उसकी गान्ड का छेद कितना प्यारा नज़र आता है, तब संगीता ने कहा तुम्हारे भाई का लोड्‍ा भी तो कितना मोटा और लंबा है और जब मोटा लंड पूरा काला नज़र आता है तो मेरी बुर तो पागल हो जाती है, 


दोनो ने फटाफट एक दूसरे के कपड़े उतार दिए अब संगीता खिड़की के पास पूरी नंगी अपनी गान्ड उठा कर झुकी हुई थी और अंदर का नज़ारा देख रही थी और अजय ने अपने लंड पर थूक लगा कर संगीता की चूत में पीछे से लंड अंदर पेल दिया और संगीता ने धीरे से कहा जोश में आकर तेज़ी से ना पेल देना कहीं मेरी सिसकारी ना सुन ले दोनो तब अजय ने कहा चिंता मत करो में खूब धीरे धीरे लेकिन गहरे धक्के मारूँगा, 


तब संगीता ने कहा जानती हूँ पर सोनू की मोटी गान्ड देख कर तुम्हारा लंड आज कुछ ज़्यादा ही मोटा हो रहा है मेरी चूत में बहुत टाइट घुस रहा है तब अजय ने कहा तेरी चूत भी तो रोहित के मोटे काले लंड को दखदेख कर कितना पानी छोड़ रही है और अजय ने गहरे धक्के संगीता की चूत में पेलना शुरू कर दिए,


अंदर रोहित सोनू की चूत को पागल कुत्ते की तरह चाट रहा था तभी सोनू उसके उपर से घूम कर उल्टी हो गई और अब रोहित उसकी गान्ड और चूत एक साथ चाटने लगा और सोनू रोहित के लंड को पूरा मुँह में भर भर कर पीने लगी और यह सीन देख देख कर अजय खूब गहरे धक्के संगीता की चूत में मारने लगा और संगीता के मुँह में रोहित के लंड की चुसाइ देख देख कर पानी आ गया था, कुछ देर बाद सोनू बेड पर खड़ी हो गई और उसे पूरी नंगी देख कर अजय इतना जोश में आ गया कि उसने संगीता के मुँह पर हाथ रख कर खूब तबीयत से धक्का मारा और संगीता की आवाज़ उसके मुँह में ही घुट गई, 


और सोनू रोहित के खड़े लंड में अपनी चूत फैला कर बैठ गई और धीरे धीरे उसकी फूली गुलाबी चूत में रोहित का काला मोटा लंड घुसते हुए संगीता और अजय देख देख कर मस्त हो रहे थे अब रोहित ने नीचे से कमर उठा उठा कर सोनू की चूत मारना शुरू कर दी और इधर अजय भी संगीता की चूत में लंड कस कस कर पेलने लगा, कुछ देर तक सोनू खड़े लंड पर कूदती रही उसके बाद रोहित ने सोनू को घोड़ी बना कर उसकी चूत मारना शुरू कर दिया इधर आगे हाथ ले जाकर अजय ने संगीता के बोबो को मसल्ते हुए उसकी चूत में लंड पेलने लगा 

कुछ देर तक चुदाई के बाद रोहित अब सोनू के उपर आ गया और सोनू ने अपनी जाँघो को उपर उठा कर रोहित की कमर से बाँध लिया और रोहित कस कस कर उसकी चूत में लंड पेलने लगा खूब तबीयत से लंड पेल पेल कर रोहित और सोनू के अपना अपना रस छोड़ दिया और उधर संगीता और अजय भी छूटने लगे, 


चुदाई के बाद दोनो नंगे एक दूसरे की बाँहो में चिपक कर सोने लगे और संगीता और अजय वहाँ से चुपके से अपने कपड़े उठा कर अपने रूम में आ गये और दोनो के चेहरे पर शांति के भाव थे और फिर दोनो एक दूसरे की बाँहो में नंगे ही सो गये,

सुबह सुबह सोनू नहा धोकर भाभी के साथ किचन में बाते कर रही थी तब अजय बाथरूम में गया और वहाँ एक नई पैंटी देख कर उसका लंड यह सोच कर खड़ा हो गया कि यह सोनू की पैंटी है और उसने उसकी पैंटी को फैला फैला कर देखा और फिर उसे सूंघने से उसके लंड ने झटके लेना शुरू कर दिया,
 
उधर संगीता ने गरम पानी की बकेट की ओर इशारा करते हुए कहा सोनू इसे बाथरूम में रख आ और सोनू उसे लेकर बाथरूम में गई और उसने जैसे ही दरवाजा बाहर की ओर खींचा उसके सामने अजय उसकी गुलाबी पैंटी को सूंघते हुए पकड़ा गया, दोनो की नज़रे मिली और सोनू के होंठो पर एक मुश्कान आ गई उसकी मुस्कान देख कर अजय का कॉन्फिडेन्स बढ़ गया और सोनू चुपचाप वहाँ से वापस किचन में आ गई,



ब्रेकफास्ट टेबल पर सोनू और अजय के नैन मटक्के हो रहे थे जिसे वह दोनो ही समझ पा रहे थे जबकि रोहित बीच बीच में अपनी भाभी की गदराई जवानी को अपनी नज़रो से पी रहा था, उधर संगीता जब भी रोहित को देखती उसकी आँखो के सामने रोहित का काला काला मोटा लंड झूलने लगता और उसकी चूत सुबह से ही पनिया रही थी, कुछ देर बाद रोहित ने टीवी पर एक मूवी लगा ली और देखने लगा, तब संगीता ने कहा सुनो जी मैने सोनू को शॉपिंग करवानी है आज ऑफीस से छुट्टी मार लो तब अजय ने कहा ठीक है में फोन कर देता हूँ पर चलना कब है तब संगीता ने कहा, भाई रोहित से पूछो तो रोहित ने कहा भाभी मैने कहीं नही जाना में तो आज यह मूवी देखूँगा और वैसे भी मेरा मन नही कर रहा है आप लोग ही शॉपिंग कर आओ वैसे भी शॉपिंग करना बड़ा बोरियत भरा लगता है मुझे,



संगीता तो ठीक है हम तीनो ही चलते है क्यो सोनू तब सोनू ने कहा ठीक है भाभी और फिर तीनो तैयार होकर माल की और चल दिए, ड्राइविंग संगीता कर रही थी और अजय और सोनू पीछे बैठे हुए थे, सोनू ने लेगी और कमीज़ पहना हुआ था और सामने देख रही थी लेकिन वह समझ रही थी कि भैया उसकी गुदाज जवानी को अपनी आँखो से पी रहे है लेकिन आगे जो हुआ उसका उसे ज़रा भी एहसास नही था, अजय ने अचानक अपने हाथ को सोनू की मोटी जाँघो की जड़ो में भर दिया और उसकी फूली चूत को उपर से अपनी हथेली में दबोच लिया, सोनू एक दम से घबरा गई लेकिन वह कुछ बोल नही पाई क्योकि वह आवाज़ करती तो भाभी पीछे मूड कर देख लेती, उसने अजय के हाथ को अपनी चूत से हटाने की कोशिश की लेकिन अजय ने उसकी फूली चूत को नही छोड़ा, सोनू असमन्जस में पड़ गई कि क्या करे लेकिन जब अजय टस से मस नही हुआ तो उसका विरोध भी ढीला पड़ गया और उसकी साँसे तेज चलने लगी अब अजय बड़े आराम से उसकी चूत को उसकी लेगी के उपर से दबा दबा कर और मसल मसल कर देख रहा था और सोनू अंजान बने सामने रोड की ओर देख रही थी, 


माल पहुचते पहुचते अजय ने सोनू की चूत को इतना सहलाया कि उसकी चूत से पानी आ गया था, जब माल के सामने गाड़ी रुकी तो अजय ने अपने हाथ को सोनू की चूत से हटा लिया और दरवाजा खोल कर बाहर निकल गया और सोनू भी नीचे उतर आई और सब लोग माल के अंदर चले गये , शॉपिंग करने के बाद जब वह लोग बाहर आए तो सोनू ने कहा भाभी लाइए में ड्राइव करती हूँ आप भैया के पास बैठिए और फिर सोनू ने अजय की ओर एक शरारत भरी स्माइल की तो अजय ने भी स्माइल के साथ रिप्लाइ किया, ,


शाम को भाभी ने रोहित से कहा चल रोहित सब्जी मार्केट तक मुझे ले चल और रोहित भाभी को लेकर सब्जी मार्केट की और चल दिया, उनके बाहर जाते ही अजय ने सोनू को अपनी बाँहो में भर लिया और सोनू कसमसाते हुए कहने लगी भैया यह क्या कर रहे है छोड़िए मुझे, 



तब अजय ने कहा मेरी जान में तो आज तुम्हे चोदे बिना नही छोड़ूँगा तुम्हारे इन मोटे मोटे चुतड़ों ने मुझे पागल कर दिया है, तब सोनू ने कहा भैया में आपके भाई की बीबी हूँ आप मेरे साथ ऐसा कैसे कर सकते है तब अजय ने कहा ऐसे मोटे मोटे चूतड़ तो मेरी मम्मी के होते तो में तो उन्हे भी चोद देता रानी फिर तुम तो मेरे भाई की बीबी हो, और अजय पागलो की तरह सोनू के बोबो को और उसकी मोटी गान्ड को मसल्ने लगा अब सोनू का विरोध भी कम हो गया और उसने कसमसाते हुए सिसकी लेकर कहा जेठ जी कही सच में आपने मम्मी जी को चोद तो नही दिया था,


अजय : अरे चोदना तो चाहता था पर कभी मोका ही नही लगा और अजय ने सोनू को गोद में उठा लिया और अपने बेडरूम में लेजा कर उसे बिस्तर पर पटक दिया और पागलो की तरह उसके बदन को चूमने चाटने लगा, उसे पता था कि संगीता जल्दी ही सब्जी लेकर आ जाएगी इसलिए उसने सोनू की साड़ी उपर उठाई और उसकी पैंटी एक झटके में ही नीचे खींच कर उसकी मादक चूत की मादक खुश्बू को सूंघने लगा और उसकी चूत को अच्छे से फैला कर चाटने लगा 


सोनू जेठ जी की इस अदा से पागल हो उठी और अपनी चूत अपनी जाँघो को फैला फैला कर चटवाने लगी, कुछ देर तक चूत चाटने के बाद अजय ने अपने लंड को सोनू के मुँह में दे दिया और सोनू उसे चूसने लगी फिर जब अजय का लंड उसके थूक में पूरा गीला हो गया तो उसने सोनू की चूत में एक झटके में पूरा का पूरा लंड पेल कर उसकी चूत मारने लगा, वह पागलो की तरह सोनू की गान्ड दबोच दबोच कर लंड पेल रहा था और सोनू खूब उचक उचक कर अपनी चूत मरवा रही थी, अब अजय ने सोनू को उल्टा पेट के बल लिटा दिया और उसकी गान्ड के छेद को फैला फैला कर चाटने लगा और फिर उसने सोनू को घोड़ी बनाया और उसकी गान्ड और चूत को खूब दबोच दबोच कर फैला फैला कर चाटा और फिर पीछे से उसकी चूत में लंड पेल कर चोदने लगा और फिर खूब तगड़े धक्के मार मार कर अजय ने अपना सारा वीर्य सोनू की चूत में उडेल दिया और सोनू की चूत का पानी भी छूट गया और वह गहरी साँसे लेते हुए हाँफने लगी, कुछ देर बाद दोनो फटा फट वापस रेडी होकर उसी पोज़िशन में आ गये और टीवी देखने लगे कुछ देर बाद संगीता और रोहित भी आ गये और फिर दोनो औरते खाना बनाने के लिए किचन में चली गई,
 
अगले दिन अजय ऑफीस निकल गया, सोनू रोहित और संगीता भाभी तीनो गप्पे मार रहे थे


संगीता ; हँसते हुए भाई मुझे तो रोहित तेरे भैया का वही पुराना स्टाइल पसंद नही आता है इसीलिए में मॉडर्न चीज़ो को ज़्यादा पसंद करती हूँ

सोनू: भाभी कल जो आपने जीन्स खरीदा था वह ज़रा पहन कर दिखाइए ना

संगीता : ठीक है लेकिन तुझे मैने जो केप्री और टॉप दिलवाया है वह तुम भी तो रोहित को पहन कर दिखाओ


रोहित : मुस्कुराते हुए, तो भाभी आज फिर वही वाला डॅन्स हो जाए

संगीता : रोहित को खा जाने वाली नज़रो से देखती हुई कहने लगी, रहने दे रोहित तेरी बीबी को पसंद नही आया तो

रोहित : अरे नही भाभी आप पहले करके तो दिखाओ फिर सोनू भी एक डॅन्स आप को करके दिखाएगी

संगीता : कौन से गाने पर सोनू डॅन्स करती है

रोहित ; भाभी यह तो काँटा लगा पर बड़ा अच्छा नाचती है



सोनू : मुँह बनाते हुए, नही भाभी में आपसे अच्छा थोड़ी कर पाउन्गी

संगीता ; अच्छा यह फ़ैसला रोहित पर छोड़ देते है कि किसका डॅन्स अच्छा है चल अब हम पहले डॅन्स के लायक कपड़े तो पहन ले उसके बाद दोनो अपने अपने रूम में चली गई उनके जाते ही रोहित को ना जाने क्या सूझा और वह भाभी के रूम में चला गया और जैसे ही अंदर गया संगीता भाभी को सिर्फ़ एक ब्लू कलर की पैंटी में देख कर सन्न रह गया तभी संगीता पलटी और उसने रोहित को अपने बदन को घूरते हुए देख लिया लेकिन वह ज़रा भी नही शरमाई बल्कि रोहित पलट कर जाने लगा तभी संगीता ने कहा रोहित रूको ज़रा और रोहित कुछ घबरा गया तब संगीता ने कहा तुम्हे नोक करके आना चाहिए था तब रोहित ने उसकी पैंटी में उभरी हुई चूत की ओर एक नज़र मारते हुए कहा सॉरी भाभी मैने सोचा नही था कि आप 

संगीता : मंद मंद मुस्कुराते हुए कहने लगी अब सॉरी कहने से क्या फ़ायदा तुमने तो अपनी भाभी को पूरी नंगी देख लिया

रोहित : सॉरी भाभी ग़लती हो गई


संगीता : चल कोई बात नही अब तूने मुझे नंगी देख ही लिया है तो ज़रा यह भी बता दे कि मेरा फिगर कैसा है क्या में ज़्यादा मोटी लग रही हूँ

रोहित : संगीता के मोटे मोटे दूध उभरा हुआ गहरी नाभि वाला नंगा पेट और मोटी मोटी सुडोल चिकनी और गोरी जाँघो को एक नज़र देखने के बाद कहने लगा नही भाभी आप तो बहुत अच्छी लग रही है

संगीता : मुस्कुराते हुए कहने लगी पहले यह बता नंगी होने पर सोनू ज़्यादा मस्त लगती है या में


रोहित : शरमाते हुए कहने लगा क्या भाभी आप कैसे सवाल पूछ रही है

संगीता ; बता ना कोई तू बच्चा तो है नही कि यह ना बता सके कि किस औरत की जवानी ज़्यादा गदराई हुई है और कौन सा माल ज़्यादा मस्ती भरा है

रोहित ; मंद मंद मुस्कुराते हुए एक बार फिर संगीता की गुदाज जवानी को देखने लगा तभी संगीता ने पीछे घूम कर अपनी भारी मोटी गान्ड को रोहित की ओर कर दिया और कहने लगी ले पीछे से भी अच्छी तरह देख ले और बता सोनू नंगी होने पर ज़्यादा मस्त लगती है या में


रोहित संगीता के भारी भरकम चौड़े चौड़े चुतड़ों को देख कर मस्त हो गया संगीता की पैंटी उसके चुतड़ों के दोनो पाटो के बीच धसि हुई थी और रोहित उसके चुतड़ों को देखते हुए अपने पाजामे में खड़े लंड को मसल्ते हुए कहने लगा भाभी आपका तो कोई मुक़ाबले ही नही है 


संगीता ने उसकी बात सुन कर मुस्कुराते हुए वास उसकी ओर मुँह किया कि अचानक उसकी नज़र रोहित के पाजामे में खड़े लंड के उभार पर चली गई और वह मुस्कुराते हुए रोहित के पास आई और रोहित कुछ घबराने लगा तभी संगीता ने उसके पाजामे में उभरे लंड को अपने हाथो में पकड़ लिया और कहने लगी, क्यो रे मुझे नंगी देख कर तेरा लंड तो खड़ा हो गया 


रोहित ; सकपकाते हुए कहने लगा नही भाभी वह तो ऐसे ही 

संगीता : चेहरे पर बनावटी गुस्सा लाते हुए कहने लगी में सब समझ गई तू अपनी भाभी को चोदने की नज़र से देखता है
तेरे भैया को पता चला कि तूने अपनी भाभी को नंगी देखा है और तू अपनी भाभी को चोदना चाहता है तो सोच वह क्या सोचेगे

रोहित ; घबराते हुए आइ आम रीयली सॉरी भाभी प्लीज़ यह सब भैया से ना कहना 

संगीता ; नही कहूँगी पर पहले सच सच बता तेरा लंड मुझे नंगी देख कर ही खड़ा हुआ है ना


रोहित उसकी बात सुन कर कुछ नही बोल सका और सर नीचे झुका लिया

संगीता ; बताता है कि नही

रोहित : थूक गटकते हुए कहने लगा क्या 

संगीता : वही जो मैने पूछा, 

रोहित : जी


संगीता ; बनावटी गुस्सा करते हुए तुझसे तो में बाद में बात करूँगी, पहले तो तू यहाँ से जा कहीं सोनू ना आ जाए में अभी कपड़े पहन कर आती हूँ और हा डॅन्स के बाद तू यही कहेगा कि सोनू का डॅन्स ज़्यादा बेस्ट था क्यो कि में जानती हूँ तुझे मेरा ही डॅन्स पसंद आएगा संगीता ने मुस्कुराते हुए कहा और कहने लगी अपना मुँह ठीक कर और सोनू के डॅन्स की तारीफ करना नही तो उसका दिल टूट जाएगा, और हाँ अभी तूने जो मुझे नंगी देखा और तेरा यह मोटा लंड खड़ा हो गया है इसके बारे में में तुझसे डॅन्स के बाद बात करूँगी,
 
रोहित बाहर आ गया लेकिन उसके दिमाग़ में टेन्षन हो गया था तभी उधर से उसने सोनू को आते हुए देखा जो उस टॉप और केप्री में बला की खूबसूरत और बहुत तगड़ा माल लग रही थी उसकी मोटी जांघे और भारी चूतड़ चुस्त केप्री में समा नही रहे थे और लग रहा था कि उसे जो भी देखता उसका लंड लोहे की तरह हो जाता, तभी दूसरी तरफ से संगीता स्किन टच जीन्स और शॉर्ट टीशर्ट पहन कर बाहर आई और उसकी गदराई जवानी देख कर रोहित और भी पागल हो गया,


उसके सामने दो दो शादीशुदा चुदि चुदाई रंडिया इतने चुस्त कपड़ो में सामने आ गई कि उसके होश उड़ गये थे वह समझ नही पा रहा था कि लंड के उभार को कैसे दबाए तभी वह सोफे पर बैठ गया और उसकी और मुस्कुराते हुए देख कर संगीता भी उससे सॅट कर बैठ गई और वही पास में रखे म्यूज़िक प्लेयर में डीवीडी डाल कर सोनू की ओर इशारा किया और शेफाली वाला काँटा लगा गाना शुरू हो गया, सोनू पूरे जोश में अपने भारी चुतड़ों को हिला हिला कर नाच रही थी और उसके पेट का उभार देख कर कोई भी कह सकता था कि उसने कितने तगड़े लंड खाए होंगे, उसकी मादक अदाओ और गुदाज जवानी की थिरकन देख कर तो संगीता की चूत में भी पानी आ गया था, रोहित को तो लग ही नही रहा था कि यह उसकी बीबी ही है सोनू जब अपनी मोटी गान्ड मटकाती तब रोहित का मन करता कि उसकी गान्ड में लंड जाकर पेल दे,


उसके बाद जैसे ही गाना फिनिश हुआ संगीता ने जोरदार ताली बजाई और रोहित ने भी उसका साथ दिया फिर सोनू हान्फते हुए सोफे पर बैठ गई और कहने लगी लो भाभी अब आपका नंबर है

संगीता : रोहित कौन से गाने पर डॅन्स करूँ

रोहित : भाभी आपको जिस गाने पर ठीक लगे


संगीता : ठीक है तू जिस गाने पर मुझे डॅन्स करना देखना चाहता था उसी पर कर देती हूँ और फिर संगीता ने खुद प्लेयर पर मेरे पिया गये रंगून वाला आल्बम का गाना लगा दिया और फिर संगीता मादक आदाओ के साथ थिरकने लगी, उसने जब अपनी गान्ड उठा हुआ पेट और पेडू को जम कर थिरकाना शुरू किया तो सोनू उसकी उत्तेजक अदाओं को देखती ही रह गयी और मन में सोचने लगी, यह तो बहुत बड़ी वाली रंडी है इसकी तो गान्ड में खूब लंड पेलने लायक है, रोहित का लंड ज़रूर इसे देख कर खड़ा हो गया होगा, मेरा बस नही चलता नही तो में अभी रोहित से कह देती कि जाओ अपनी भाभी को अभी पूरी नंगी करके इसकी मोटी गान्ड ही गान्ड में लंड पेल पेल कर इसकी सारी मस्ती उतार दो, रोहित तो खुद संगीता की मस्ती भरी जवानी की थिरकन देख देख कर उसे हर आसन में चोदने की कल्पना कर रहा था,

आख़िर कर संगीता का डॅन्स ख़तम हुआ और इसबार सोनू ने तालियाँ बजाते हुए उसके डॅन्स की जम कर तारीफ करनी शुरू कर दी,


सोनू : अमेज़िंग भाभी इतना मस्त डॅन्स मैने आज तक नही देखा

संगीता : अरे इतना भी अच्छा नही था और फिर तूने तो बहुत ही जोरदार डॅन्स किया है

सोनू ; नही भाभी बेस्ट डॅन्स तो आपका ही था

संगीता ; अच्छा हम आपस में बहस क्यो करे यह फ़ैसला तो जड्ज साहब ही करेगे फिर संगीता ने रोहित की ओर मादक स्माइल देते हुए कहा क्यों रोहित बताओ किसका डॅन्स बेस्ट था

रोहित ; मुस्कुराते हुए भाभी फ़ैसला करना मुश्किल है दोनो का डॅन्स बेस्ट लगा

संगीता ; फिर भी एक को तो विजेता घोषित करना ही होगा

रोहित : नही भाभी में यह फ़ैसला नही कर सकता

सोनू ; अरे बोलिए ना भाभी का डॅन्स बेस्ट था

संगीता ; रोहित ईमानदारी से फ़ैसला करके बताओ


रोहित ; अच्छा बाबा बताता हूँ, भाभी आपका डॅन्स ज़्यादा बेस्ट था, रोहित ने मुस्कुराते हुए कहा और उसकी बात सुन कर संगीता ने उसकी और मुस्कुराते हुए खा जाने वाली निगाहो से देखा पर बोली कुछ नही तभी सोनू ने खुस होते हुए रोहित से कहा वेरी गुड आपने एक दम सही डिसिशन लिया है, उसके बाद कुछ देर तक सभी बाते करते रहे और फिर रोहित सोनू के साथ अपने रूम में आ गया और संगीता नहाने का कह कर बाथरूम में चली गई


सोनू : रोहित के सीने के बालो को सहलाते हुए कहने लगी रोहित में कैसी लग रही हूँ इस ड्रेस में

रोहित : सोनू को चूमते हुए कहने लगा एक दम मस्त माल लग रही हो

सोनू : लेकिन तुम्हारा मूड अपसेट क्यो लग रहा है क्या बात है

रोहित ; कुछ खास नही


सोनू ; तुम्हे मेरी कसम जल्दी बताओ

रोहित ; ऑफ हो अब कसम देने की क्या ज़रूरत थी में देर सबेर तुम्हे ऐसे ही बता देता फिर रोहित ने अपनी और भाभी वाली बात सोनू को बता दी

सोनू; अरे इसमे मूड खराब करने की कोई ज़रूरत नही है, में समझ गई तुम्हारी भाभी को

रोहित : क्या समझ गई


सोनू : उसकी मोटी गान्ड को तुम्हारा लंड चाहिए और कुछ नही, वह तुमसे अपनी चूत मरवाने के लिए मरी जा रही है इसीलिए वह ऐसी बाते कर रही थी

रोहित ; यह तुम कैसे कह सकती हो हो सकता है वह ऐसा कुछ ना सोच रही हो जो तुम कह रही हो

सोनू ; अरे में पक्का कह रही हूँ उसकी चूत तुम्हारे लंड के लिए बहुत खुज़ला रही है अगर यकीन ना हो तो अभी जाकर उसे अपनी बाँहो में जकड लो देखना बड़े आराम से तुमसे अपने बदन को मसलवाएगी और कुछ ना कहेगी और फिर तुम रंडी की तबीयत से गान्ड मारना


रोहित ; और कहीं बात बिगड़ गई तो

सोनू : अच्छा एक काम करते है तुम अभी भाभी के पास जाओ और उनसे यह कहो कि सोनू होल में मूवी देखने का कह रही है लेकिन तुम्हारा मूड नही है तो आप सोनू को मूवी दिखा लाइए, फिर तुम देखना अगर तुम नही जाओगे तो भाभी खुद भी नही जाएगी और हो सकता है वह यह कह दे कि तेरे भैया को बोल देती हूँ वह दिखा लाएगे,


रोहित ; आइडिया तो अच्छा है लेकिन यह बात तुम खुद ही भाभी से जाकर कहो कि मेरा मूड मूवी देखने का है लेकिन रोहित का सर दर्द कर रहा है और वह जाना नही चाहता इसलिए चलिए हम दोनो चलते है, तब सोनू ने ऐसा ही किया तब संगीता ने रोहित को देखते हुए कहा मेरा भी बदन गरम लग रहा है भाई में भी नही जा पाउन्गी और वैसे भी शाम को शो तो अब शुरू होने को है, एक कम करते है में अजय को बोल देती हूँ वह रात वाला शो तुझे दिखा लाएगा,

सोनू ; रहने दीजिए भाभी अब भैया को क्यो परेशान करती है



संगीता : अच्छा तू रुक में एक बार उनसे फोन करके पूछ तो लूँ और फिर संगीता ने अजय को फोन किया और उसे सारी बात बताई तो वह सोनू के साथ अकेले 9-12 का शो देखने के नाम पर झट से रेडी हो गया और सोनू के चेहरे पर एक मुस्कान फैल गई और उधर संगीता के बदन में भी रोहित के लंड की कल्पना से सिहरन दौड़ गई और रोहित का लंड फिर से अपनी रसीली नागिन की तरह बल खाती भाभी की गुदाज जवानी को देख कर खड़ा हो गया था, उसके बाद सोनू ने कहा में तब तक तैयार हो जाती हूँ भैया किसी भी वक्त आ सकते है
 
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