Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट) - Page 5 - SexBaba
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Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट)

रिया दी ने मुझे ज़ोर से धक्का दिया औरे मेरी कॉलर पकड़ कर मेरी ओर देखा उनकी आँखो से खून निकल रहा था, उन्होने कहा, जिस तरह उन सब को मौत के घाट उतारा है जिसने जिसने तेरे जिस्म को छुआ था उसी तरह मैं इस कुतिया को भी मौत के घाट उतार दूँगी, इतना कह कर दी घर की ओर दौड़ पड़ी, मैं दी को पकड़ने के लिए उनके पीछे दौड़ा लेकिन तभी एक बाइक वाले से टकरा कर गिर गया और मेरे माथे पर चोट आई रिया ने मुझे टकराते देखा और वह एक दम से मेरे पास आई तब तक मैं बेहोश हो चुका था, जब मेरी आँख खुली तो मैं हॉस्पिटल मई था, मैने डॉक्टर. से पूछा तो उसने बताया कि रिया लेकर आई थी मैने पूछा रिया दी कहाँ है तब डॉक्टर. ने कहा अभी अभी यहाँ से यह कह कर गई है कि वह घर जा रही है कुछ ज़रूरी काम है और तब तक तुम्हारा ध्यान रखा जाए,
मैने कहा डॉक्टर. मुझे अभी जाना होगा और मैं वहाँ से घर की और भागा और जब मैं घर पहुचा तब मैने रिया दी को घर मे इधर उधर देखा लेकिन वह नज़र नही आई तभी मैं मा के रूम मे गया तो मा दूध पी रही थी, मा आधा ग्लास पी चुकी थी मैं दौड़ कर गया और मा से पूछा रिया कहाँ है उसने कहा अभी तो मुझे दूध पीने को देकर बाहर ही गई है मैने दूध मा के हाथ से छुड़ा कर फेंक दिया लेकिन तभी मा को एक खून की उल्टी हुई और वह तड़प उठी मैं उसे लेकर हॉस्पिटल पहुचा और ऑपरेशन थियेटर की लाइट ऑन हो गई, मैने गुस्से मे रिया दी को कॉल किया और उधर से एक जोरदार हसी की आवाज़ मुझे सुनाई दी, आहाआहह आहः तू सुन रहा है ना रवि, तुझे छुने वालो का यही अंजाम होगा हा हा हा हा हा ,
रवि : दी तुम पागल हो तुम समझ नही पा रही हो कि तुमने क्या किया है, यह कैसी दीवानगी है तुम्हारी जो तुम्हे अपनो का ही खून बहाने पर विवश कर रही है
रिया : तुझे मुझसे कोई नही छीन सकता रवि

रवि : दी मा मौत और जिंदगी के बीच झूल रही है
रिया : उसे मरना ही होगा रवि, उसे मरना ही होगा
रवि : नही दी ऐसा मत कहो और अगर तुम मुझसे सच्चा प्यार करती हो तो जल्दी से मंदिर जाकर मा के लिए दुआ माँगो अगर मा को कुछ हो गया तो मैं तुम्हे कभी माफ़ नही करूँगा, और जिंदगी भर नफ़रत करूँगा
रिया : नही रवि ऐसा ना कह मैं तेरी नफ़रत के सहारे एक दिन नही जी पाउन्गि, मैं अभी आ रही हू

कुछ देर बाद दी आ गई और तभी ऑपरेशन थियेटर की लाइट ऑफ हुई और डॉक्टर. ने मुस्कुराते हुए कहा अच्छा हुआ आप वक़्त पर ले आए नही तो जहर फैल चुका होता और इनकी जान भी जा सकती थी,
रवि : दी मा को देखने नही चलोगि
रिया : नही रवि अब मैं मा को अपना मूह नही दिखा पाउन्गि, अब मैं जीना नही चाहती रवि, मैं मर जाना चाहती हू
रवि : अगर तुम मर जाओगी तो मैं किसके सहारे जियूंगा, लेकिन दी मुझे तुम्हे गिरफ्तार करना होगा
रिया : क्या तू अपनी बहन को गिरफ्तार करेगा, जब कि तू मुझसे इतना प्यार करता है
रवि : दी फर्ज़ अपनी जगह है और मोहब्बत अपनी जगह, गिरफ्तार करके तुम्हे क़ानून को सौपूंगा और मोहब्बत के चलते तुम्हारे जेल से लौट के आने का इंतजार करूँगा, उसके बाद दी का मेडिकल लगा कर उसको मानसिक रोगी बता कर और क्योंकि दी ने खुद को क़ानून के हवाले किया इसलिए उसे 7 साल की क़ैद हुई और जब मैं और मोम उससे मिलने जेल पहुचे तो
सुजाता : कैसी है रिया
रिया : रोते हुए मोम मुझे माफ़ कर दो
सुजाता : अरे पगली रोती क्यो है, मुझे तो इस बात की खुशी है कि तेरे दिल मे रवि के लिए किस हद तक दीवानगी है, बेटी तेरा प्यार अगर सच्चा है तो तुझे एक दिन रवि ज़रूर मिलेगा

उसके बाद मैने कभी शादी नही की और रिया दी का हमेशा इंतजार करता रहा, मोम के साथ अपनी जवानी की आग ठंडी करता रहा और फिर सात साल बाद रिया दी जब छूट कर बाहर आई तो उसे जब यह पता चला की सात साल से मैं दी का इंतजार करता रहा हू और मैने शादी भी नही की तो दी की आँखो मे आँसू आ गये और फिर हम वहाँ से दूसरी जगह शिफ्ट हो चुके थे, बाद मे मोम ने मेरी और रिया दी की शादी करदी, अब रिया दी और मोम मे और भी पटने लगी और अब रिया दी और मोम दोनो के साथ मेरी मस्ती का मज़ा डबल हो गया
समाप्त

दा एंड
 
sexstories said:
दीदी ने मेरा गाल छोड़ दिया उसकी आँखो मे काजल लगा हुआ था और हल्की लिपस्टिक मे उसके होंठ बड़े मस्त
लग रहे थे , गोल भरा हुआ चेहरा देख कर मेरा लंड झटके मारने लगा मैं महसूस कर रहा था कि उसके मोटे
मोटे बोबो को कस कर पकड़ लू और उसके खूबसूरत चेहरे को अपने होंठो से चूम लू मैने शरारत भरी नज़रे
उसके चेहरे पर मारते हुए कहा
रवि : दी आज तो तुम बड़ी खूबसूरत लग रही हो
रिया : मेरे सीने पर मुक्का मारते हुए, बेटा मैं तो रोज ही खूबसूरत लगती हू, पर आज तेरा नज़रिया मुझे अलग
लग रहा है इसलिए मैं तुझे आज खूबसूरत लग रही हू
रवि : नही दी आज सच मे तुम बहुत सेक्सी मेरा मतलब है अच्छी लग रही हो
रिया : दी ने आँखे फाड़ते हुए मेरी ओर देखा उसके चेहरे पर मंद मंद मुस्कुराहट थी जिसे वह अपने चेहरे को
कठोर बना कर छुपा रही थी, फिर उसने कहा क्या बोला तू
रवि : झेप्ते हुए कुछ भी तो नही,
रिया : देख रही हूँ तू बहुत उल्टी सीधी बाते बोलने लगा है अपनी दीदी से, मैं तेरी बहन हू कोई गर्लफ्रेंड नही,
इसीलिए कहती हू ऐसे आवारा लड़को के साथ मत रहा कर
रवि : दी एक बात कहु
रिया : क्या
रवि : दी जब तुम शादी करके चली जाओगी तो मुझे अपने घर मे बिल्कुल अच्छा नही लगेगा
रिया : मुस्कुराते हुए, तू फिकर ना कर मैं शादी वादी नही करने वाली
रवि : तो क्या कुँवारी रहोगी
रिया : और नही तो क्या
रवि : पर फिर ?
रिया : क्या कहना चाहता है बोलता क्यो नही
रवि : कुछ नही चलो घर चलते है
रिया : पहले यह बता तू रात को उस अंकुर से मेरे बारे मे क्या बात कर रहा था
रवि : कुछ नही दी मैं तो आपसे मज़ाक कर रहा था
रिया : झूठ ना बोल मैं सब जानती हू, उसने ज़रूर तुझसे मेरे बारे मे कुछ ना कुछ कहा है
रवि : वो दी वो कह रहा था कि कुछ लड़के तुम्हे गंदी नज़रो से देखते है
रिया : क्या मतलब
रवि : मतलब कि वह बता रहा था की कुछ लड़के जब तुम जीन्स पहनती हो तब तुम्हारे बॅक साइड मे देखते है
रिया : मुस्कुराकर मेरी तरफ अपने भारी चुतडो को घुमा कर कहने लगी, क्या बहुत बड़े बड़े दिखते है मेरे वो
रवि : मैने दीदी की गान्ड को घूर कर देखते हुए कहा, वो क्या दीदी
रिया : मुस्कुराकर ज़्यादा बनो मत और अपने हाथो से अपने चौड़े चौड़े चुतडो पर मारते हुए कहने लगी
, यही जिन्हे देख कर लड़के कॉमेंट्स करते है

रवि : मैने मौके का फ़ायदा उठाते हुए दी की मोटी गान्ड पर हाथ फेरते हुए कहा हाँ दी यह बहुत मोटे मोटे
और बहुत चौड़े हो गये है
रिया : गंभीर मूह बनाते हुए क्या करू भैया अब मैं बड़ी भी तो हो गई हू तुझसे भी दो साल बड़ी हू फिर
यह मोटे और चौड़े नही होंगे तो और क्या होंगे वैसे भी लड़कियों के जल्दी ही मोटे और चौड़े होने लगते है
पर तू मेरा भाई होकर अपनी दी के इन पर हाथ फेर रहा है इतना कह कर दीदी ने मेरा हाथ हटा दिया,
रवि : मुस्कुराते हुए नही दी मैं तो सिर्फ़ आपको बता रहा था
रिया : मेरे गाल खींच कर मुस्कुराते हुए, तू भी कम नही है मैं सब जानती हू उन आवारा लड़को के साथ तू भी
खड़ा खड़ा लड़कियो के इनको ही घूरता है, मेरा लंड दीदी की बात सुन कर खड़ा हो गया था और मैं अपने लंड
को पॅंट के उपर से अड्जस्ट करना चाह रहा था क्योकि बहुत बड़ा तंबू बन गया था और मुझे लग रहा था कि
दी की नज़र कही मेरे खड़े लंड पर ना पड़ जाए पर मैं अगर अड्जस्ट करता तो दी देख लेती इसलिए मैं चुपचाप
सहते हुए खड़ा था, वैसे तो दी मुझसे बड़ी थी और मुझसे फ्रॅंक भी थी लेकिन इस तरह का टॉपिक अभी तक
हमारे बीच नही हुआ था

रवि : अब क्या करू दी जब वह सब लड़कियो को जाते हुए देखते है तो मैं भी देख लेता हू, तभी दी ने मेरी
जाँघ पर हाथ रखा मैं बयके पर बैठा था और वह मेरे सामने खड़ी थी मेरी जाँघ पर हाथ रख कर मुझसे
कहने लगी
रिया : अच्छा सच सच बता जब मैं तुम लोगो के सामने से निकलती हू तो वो सब लड़के तो मेरे पिछे नज़रे
गढ़ाए मुझे देखते रहते है तब क्या तू भी क्या मुझे देखता है
रवि : क्या बात कर रही हो दी, मुझे तुम्हे इस तरह देखने की क्या ज़रूरत है और वैसे भी अगर मुझे तुम्हे
देखना होगा तो मैं उनके साथ खड़े रह कर देखने के बजाय जब तुम पूरा दिन मेरे साथ घर पर रहती हो तब
नही देख लूँगा

रिया : मंद मंद मुस्कुराते हुए थोड़े आश्चर्य के भाव अपने चेहरे पर लाकर कहने लगी, इसका मतलब है तू
घर पर भी मेरे इनको देखता है
रवि : मुस्कुराते हुए. दी तुम पागल हो भला मैं क्यो तुम्हारे चुतडो को देखूँगा
रिया : मुस्कुराते हुए शरम नही आती तुझे अब तो तू इनका नाम भी मेरे सामने लेने लगा है

मैने दी के दोनो बाजू पकड़ कर उनसे कहा दी आपसे मेरी कोई बात छुपि है जो और कुछ मैं छुपाउँगा
रिया : नाटक करते हुए अपना मूह बना कर कहने लगी, रहने दे तू अगर मुझसे इतना प्यार करता होता और मुझ
पर इतना भरोसा करता तो मुझे अपनी लाइफ की एक एक बात बताता चाहे वह बात अच्छी होती या बुरी पर तू मुझे
अपने इतने करीब समझता ही कहाँ है,
रवि : दी कैसी बात कर रही हो, तुमसे बढ़ कर मैने किसी को चाहा ही नही, तुम तो मेरी जिंदगी हो
रिया : अगर ऐसा है तो मुझसे भी ज़्यादा तो तेरे दोस्त तुझे जानते है क्यो कि तू उनसे ही अपनी जिंदगी की सब
बाते शेअर करता है, तू ही बता क्या तू वह सब बाते मुझे बताता है जो तू अपने दोस्तो के सामने बता देता है,
एक बार अपनी दी को आजमा कर देख तेरे उन घटिया दोस्तो से अच्छी दोस्त साबित होकर ना दिखाया तो मेरा नाम रिया
नही

रवि : मैने दी का हाथ पकड़ कर अपने हाथ मे लिया और वह अपनी बड़ी बड़ी कजरारी आँखो से मुझे देखने लगी,
दी आज से तुम मेरी सबसे बेस्ट फ्रेंड और मैं तुम्हारा सबसे बेस्ट फ्रेंड लेकिन याद रखो तुम्हे भी अपनी लाइफ की
सब बाते मुझसे शेअर करना होगी तभी दोस्ती दोनो तरफ से पक्की मानी जाएगी
रिया ; मुस्कुरा कर प्रॉमिस करने लगी और कहने लगी चल अब जल्दी से घर चलते है बाकी की बाते घर पर
करेगे......

ऐसी मस्त दीदी हो तो मज़ा आ जाये। अपने साथ साथ दोस्तो से भी चूदावा दृ। रवी के जैसा नहीँ गाड़ बरी है तो बुर भी बरा करना चाहिऐ।
 
sexstories said:
दीवानगी (इन्सेस्ट)

दोस्तो वैसे तो मेरी कई कहानियाँ रनिंग मे हैं फिर भी एक और नई कहानी शुरू कर रहा हूँ 
आशा करता हूँ इस कहानी को भी आपका पूरा प्यार मिलेगा 
दोस्तो मैं एक अड्वान्स फॅमिली से हू जहाँ 21 सेंचुरी के रूल्स फॉलो होते है स्टोरी को तो
कही से भी स्टार्ट किया जा सकता है किंतु यह स्टोरी मैं वहाँ से स्टार्ट कर रहा हू जहा पर मेरे दोस्त
अंकुर के कामीनेपन का मुझे पता चला और ना जाने कैसे उसका कमीनपन मेरे अंदर भी जगह बनाने लगा,
यह कमीनपन तो जारी रहता लेकिन मैं यह नही जानता था कि कोई ऐसा अंजाना सा तूफान बिल्कुल मेरे करीब
बहुत ही धीमी गति से चला आ रहा है जो सब कुछ तबाह कर देता, अगर खुदा मुझे सही वक़्त पर होश
मे ना लाता, कहानी थोड़ी लंबी है और किरदार भी ज़्यादा है पर पॅशन रखिएगा, आइ होप आपको पसंद
आएगी


शाम के 7 बजे मेरे दोस्त अंकुर के घर की छत पर
अंकुर : देख रवि मैं तुझे समझा रहा हू कि जतिन से ज़्यादा दोस्ती मत रख वह हमारे टाइप का आदमी नही
है तू नही जानता वह कई ग़लत कामो मे भी लिप्त है ऐसा ना हो कि तुझे लेने के देने पड़ जाए मैं तेरा
बचपन का दोस्त हू इसलिए तुझे समझा रहा हू,
रवि : यार उसके ग़लत धंधो से मुझे क्या लेना देना, अब वह अगर मुझ पर जान छिड़कता है तो मैं कैसे
उसे अवाय्ड कर दू,
अंकुर : अब मैं तुझे क्या बताऊ, तू तो एक नंबर. का चूतिया है
रवि : गुस्से से चल जाने दे मैं चूतिया हू और तू साले मेरा बाप है जो बड़ा समझदार है
अंकुर : अबे मेरा मूह मत खुलवा नही तो तेरी ही गंद मे मिर्ची लग जाएगी, तुझे क्या पता कि वह तुझे
इतना भाव क्यो देता है
रवि : हाँ तो बता ना
अंकुर : रहने दे अभी तू मूह फूला लेगा और उसके चक्कर मे मुझसे बोलना बंद कर देगा
रवि : ऐसी कौन सी बात है मैं भी तो जानू
अंकुर : अबे चूतिए वह तुझे पटाकर तेरी दीदी रिया की मोटी गंद मारने के चक्कर मे है
रवि : ये क्या बोल रहा है अंकुर, मेरे चेहरे पर कठोर भाव आ चुके थे
अंकुर : वही जो तू सुन रहा है
रवि : भोसड़ी के मूह संभाल कर बात कर
अंकुर : अच्छा तुझे यकीन नही आ रहा ना ले मैं अभी तुझे यकीन दिला देता हू पर एक शर्त है
रवि : क्या शर्त
अंकुर : तू जतिन पर बिल्कुल भी गुस्सा नही होगा और कल से उससे दोस्ती ख़तम कर लेगा
रवि : अगर तेरी बात सही है तो मैं उसकी मा चोद दूँगा
अंकुर : बस तेरी यही गडमारी बातो की वजह से मैं तुझे कोई बात बताता नही हू
रवि : कुछ सोचते हुए, अच्छा ठीक है जैसा तू कहेगा मैं वैसा ही करूँगा अब बता

अंकुर : अच्छा अब चुपचाप बैठ और सुन
अंकुर ने अपने सेल से जतिन को कॉल किया और स्पीकर ऑन कर दिया
अंकुर : हेलो जतिन भाई कैसे हो
जतिन : बस प्यारे मैं तो बढ़िया हू तू बता आज कैसे मुझे फोन लगा लिया
अंकुर : अरे भाई अब क्या बताऊ बस पड़े पड़े सेक्सी लोंड़ीयो को नेट पर देख रहा था तो तुम्हारी याद आ गई
कि तुमने गजब माल पटा पटा कर चोदे है पर हमसे तो एक भी नही पटती है
जतिन : लोड्‍े लोंड़िया पटाने के लिए स्किल होनी चाहिए
अंकुर : भाई कही मेरा भी जुगाड़ करवा दो ना
जतिन : फोकट मे जुगाड़ नही होता प्यारे माल चोदने के लिए माल खर्च करना पड़ता है
अंकुर : अच्छा भाई तुम तो इतने एक्सपर्ट हो पर यह बताओ ऐसा कोई माल है जिसकी गुदाज और मोटी गंद ने तुम्हे
काफ़ी समय से पागल कर रखा हो और तुम अभी तक उसे छु भी नही पाए हो
जतिन : मुस्कुराते हुए, अबे साले आज तो तूने मेरी दुखती रग पर हाथ रख दिया पर चल कोई बात नही बता
देता हू लेकिन यह बात राज ही रहनी चाहिए नही तो तू मेरा नेचर तो जानता है जिस पर भेजा खिसक जाए तो
फिर वह मेरा बाप भी हो तो उसकी मा चोदते मुझे देर नही लगती
अंकुर : भाई आप की बात राज ना रख कर मुझे मरना थोड़े ही है
जतिन : यार क्या बताऊ तुझे तेरा वो दोस्त है ना रवि उसकी बहन रिया के भारी चुतडो ने मेरी नींद उड़ा कर
रख दी है, उसके मोटे मोटे चुतडो मे अपना लंड पेलने के लिए मैं मरा जा रहा हू पर उसे पटाने का कोई
उपाय समझ नही आता, जब सुबह सुबह वह रवि के साथ कॉलेज आती है तो उसके चुतडो की मस्त थिरकन देख
कर मेरा लंड पेंट फाड़ने को तैयार हो जाता है, तूने देखा है ना उसकी गुदाज और कातिल जवानी कितनी मस्त है
उसके 38 के बोबे और 40 की मोटी गंद ने मेरा दिमाग़ हिला कर रख दिया है, सच कहु अंकुर वो तेरा दोस्त रवि तो
महा चूतिया है अगर उसकी जगह मैं रिया का भाई होता तो ऐसी मदमस्त जवान बहन को रोज पूरी रात नंगी करके
खूब कस कस कर उसकी मोटी गंद और गुलाबी चूत चोदता पर क्या करे किस्मत खराब है

वाह भाई दीदी मोटी है तभी चोदना ये कोई बात है। दीदी पतली हो तो उसकोकौन चोदेगा? मामा चाचा खाली। मेरी दीदी पतली है पर लंड इतना खाई है गांड बूर एक हो गया है। मामा दोस्त के साथ खाते है जम के।
 
sexstories said:
रिया : शरमाते हुए तेरी जो मर्ज़ी हो सब कर लेना, पर पहले मुझे वो बात तो बता दे प्लीज़
रवि : अच्छा बाबा तुम कहती हो तो सुनो लेकिन पहले अपना यह जीन्स उतार कर मेरी गोद मे बैठो
रिया : रवि मुझे डर लग रहा है
रवि : अच्छा तुम खड़ी हो जाओ मैं खुद ही उतार देता हू मैने दी को खड़ी किया और उसकी पैंटी खोल कर उतारने लगा दी अपनी आँखे फाडे मेरी ओर देख रही थी, फिर जैसे ही मैने उसकी पॅंट नीचे सरकई उसकी कमर के नीचे के फैले हुए हिस्से और चिकनी खंबे जैसी मस्त जाँघो को दबोचते हुए मैने उसकी पैंटी के अंदर फूली बुर को अपने मूह से दबा लिया और रिया दी सीसीयाने लगी

रिया दी को मैने बिना पैंटी उतारे अपनी गोद मे बैठा लिया और अब मेरा लंड सीधे उसकी फूली हुई चूत मे पैंटी के उपर से चुभने लगा और रिया दी मस्ती से भर उठी और मुझे अपने सीने से लगा कर अपने मोटे मोटे दूध को दबा लिया मैं रिया दी की गोरी गोरी जाँघो से लेकर उसके भारी नंगे चुतडो को अपनी हथेली मे भर भर कर दबाने लगा,
रवि : दी कैसा लग रहा है
रिया : आइ लव यू रवि बहुत अच्छा लग रहा है, मुझे तू बहुत अच्छा लगता है, दी यह कह कर मेरे होंठो को बेतहाशा चूमने लगी और दी ने अपने एक हाथ से मेरे खड़े मस्त लंड को पकड़ लिया और उसकी साँसे बहुत तेज चलने लगी और वह कराहते हुए कहने लगी ओह रवि कितना मोटा और बड़ा है तेरा लंड ओह रवि मैं तो इसे ले कर मर जाउन्गि, मैने दी के बोबे कस कर मसल्ते हुए कहा दी तुम्हारी गान्ड तो इतनी मस्त है कि तुम्हे ऐसे ही लंड से मज़ा मिलेगा,

मैने दी की टीशर्ट उतार दी और दी अब सिर्फ़ न्यू ब्रा पैंटी मे कयामत लग रही थी दी की मोटी जंघे उनका चिकना पेट और भारी और सुडोल चूतड़ और पके हुए कलमी आमो की तरह चुचे बहुत उतेज्ना पैदा कर रहे थे और दी मेरे लोडे को मुट्ठी मे दबोचे मुझसे चिपकी जा रही थी, मैने दी को लिटा दिया उन्होने अपनी आँखे बंद की हुई थी मैने अपने मूह को पैंटी के उपर से उनकी फूली हुई चूत पर रख कर मूह से दबाया तो दी सीसीया उठी और अपनी दोनो जाँघो को भींच लिया मैने दी की पैंटी नीचे खींच दी और उनकी चिकनी गुलाबी चूत पर दो तीन पॅपी देकर उनकी जाँघो को ताक़त से अलग किया और बिना वक़्त गवाए अपने मूह को दी की रसीली बुर की फांको के बीच लगा दिया और दी की रसीली बुर का रस पीने लगा, दी आह ओह ओह रवि मैं मर जाउन्गि प्लीज़ आह की आवाज़े निकालने लगी मैने दी की दोनो टाँगो को उपर उठा कर फोल्ड कर दिया और उनकी चूत उभर कर फाके फैलाए खुल कर सामने आ गई और फिर मैने खूब गहराई मे अपनी जीभ डाल कर उनकी चूत को पागलो की तरह चाटने लगा और दी तड़पने लगी, क्या मस्त चूत थी मेरी दी की ऐसी सौंधी सौंधी महक आ रही थी उनकी बुर से मुझे तो ऐसा लग रहा था कि दी की बुर को पूरा खा जाउ. मैने रिया दी की बुर को चाट चाट कर एक दम लाल कर दिया, रिया दी अपनी मोटी गान्ड उपर को उठाने लगी और अपनी चूत का धक्का मेरे मूह पर मारने लगी, और कहने लगी रवि अब नही सहा जा रहा है प्लीज़ अपनी दी को चोद दे, खूब कस के पेल दे अपने लंड को आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सिह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

मैने दी की चूत मे लंड रखा और एक धक्का मारा और दी का बदन ऐंठ गया और वह दर्द से बिलबिला उठी, मैने उसकी मोटी जाँघो को कस के थामे हुए थोड़ा सा लंड बाहर खींचा और कचकचा कर जोरदार धक्का मारा और मेरा लंड अंदर समा गया, दी की आँखो से आँसू आ गये और जब वह चिल्लाने को हुई तो मैने उसके मूह मे हाथ रख कर दबा दिया, अब मैं अपनी कमर धीरे धीरे हिलाते हुए दी के मोटे मोटे बोबे को मसल्ने लगा, अब दी का दर्द कुछ कम होने लगा और वह मेरे मूह को पकड़ कर चूमने लगी और मैने अपने हाथो को दी के चुतडो के नीचे लेजा कर उसकी मोटी गान्ड को दबोच कर सतसट धक्के दी की गुलाबी चूत मे मारने लगा, अब दी नीचे से धक्का उपर को मारती और मैं कस के उसकी चूत मे लंड पेल देता, हम दोनो एक दूसरे से गुत्थम्गुथ होते हुए अपनी चूत और लंड को खूब कस कस के एक दूसरे की तरफ धक्का रहे थे, दी को चोदते हुए मैं उसके होंठो का रस भी पीता जा रहा था, फिर मेरे धक्को की स्पीड तेज हो गई और दी और ज़ोर से रवि और तेज मार अपनी दी की चूत फाड़ दे रवि कुछ इस तरह से चिल्लाने लगी और मेरे लंड ने दी की बुर मे ढेर सारा रस उगल दिया, मैं दी के बगल मे लेट गया और दी आँखे बंद किए हुए हाँफ रही थी, तभी दी एक दम से उठ बैठी और जल्दी से उसने एक चादर अपने बदन पर डाली और फिर मुझे गुस्से से देखती हुई कहने लगी तूने अपनी दी को बर्बाद कर दिया, मैं उसकी और देखता ही रह गया, लेकिन फिर दी एक दम से खिलखिला कर हंस पड़ी और कहने लगी तू डर गया था ना

मैं दी के बिहेवियर को समझने की कोशिश करता इससे पहले ही दी ने मेरे होंठो को चूम लिया और कहने लगी आइ लव यू रवि
मैने भी रिप्लाइ मे दी को चूमते हुए कहा आइ लव यू टू
रिया : आँखे दिखाते हुए अब तो बता दे मुझे कि तू कहाँ गया था
मेरे पास अब कोई ऑप्षन रहा नही और मैने दी को पूरी बात बता दी
दी कुछ देर चुप रही और कुछ सोचती रही फिर मुझसे कहने लगी, उसके बाद सीमा आंटी तुझसे मिली या कोई बात हुई, मैने कहा नही दी मैं तब से संजू के घर नही गया, तब दी ने कहा
रिया : रवि मुझे दिखाएगा कैसे संजू अपनी मोम को चोदता है
रवि : दी उसमे रिस्क बहुत है उसके घर के अंदर तक जाना पड़ता है कही किसी ने चोर समझ लिया तो लेने के देने पड़ जाएगे
रिया : तो फिर तू क्यो गया था
रवि : दी मैं तो सिर्फ़ यह कन्फर्म करने गया था कि क्या संजू सचमुच अपनी मोम को नंगी करके चोदता है या नही, लेकिन अब मैं नही जाउन्गा
रिया : और अगर संजू की मोम ने तुझसे कुछ कहा तो
रवि : जब वह कहेगी तब की तब देखेगे दी अब चलो सो जाओ
रिया : मुझे बताना है कि संजू की मोम तुझसे कुछ कहती है या नही
रवि : ज़रूर बताउन्गा दी चलो अब सो जाओ बहुत रात हो गई है

लेट कर दी ने मेरा लंड फिर से पकड़ लिया और मेरी बाँहो मे सर रख लिया मैं भी दी की मोटी गान्ड और गुदा के छेद को सहलाने लगा
रिया : रवि तूने संजू की मोम को पूरी नंगी चुदते हुए देखा है ना
रवि : रिया की गान्ड को दबाते हुए, हाँ दी पूरी नंगी अपनी गान्ड उठाए संजू के लंड से चुद रही थी और संजू भी खूब कस कस कर अपनी मोम की गान्ड मार रहा था
रिया : मेरे लोडे को सहलाते हुए, तेरा भी लंड संजू की मोम को देख कर खड़ा हो गया होगा ना
रवि : हाँ दी
रिया : तेरा मन होता है संजू की मोम को चोदने का
रवि : हाँ दी
रिया : अगर वह तुझसे चुदवायेगि तो उसे चोदेगा कि नही
रवि : मुस्कुराते हुए दी पहले वह चुदवाने को राज़ी तो हो,
रिया : अगर हो गई तो
रवि : तो चोद दूँगा
रिया : जब भी तेरी सीमा आंटी से बात हो तो मुझे बताएगा ना
रवि : क्यो नही दी

उस रात सीमा आंटी की चुदाई की बात बताने के बाद मैं और दी फिर गरम हो गये और मैने अपनी दी को एक बार फिर कस कस कर रगड़ा, दी एक दम मस्त होकर सोई
सुबह जब मैं सो कर उठा तो अगले दिन मुझे बड़ी खूसखबरी मिली मैने एएसआइ का टेस्ट दिया था और मेरा सेलेक्षन हो गया, इतफ़ाक़ से जिस सिटी मे मैं रहता था वही ट्रैनिंग सेंटर था और मेरी ट्रैनिंग शुरू हो गई, ट्रैनिंग के बाद मुझे उसी शहर मे पोस्टिंग मिल गई लेकिन डोरिंग दा ट्रैनिंग पीरियड बहुत सी बाते हुई, मेरे मन मे संजू की मोम को पटा कर चोदने की बाते चल रही थी, जिस दिन मुझे एएसआइ मे सेलेक्ट होने की खूसखबरी मिली उसी सुबह मैं संजू की दुकान पर जाकर उससे मिला
इसमे बस यही कमी है दीदी को अकेले चोदना अरे भाई इतने दोस्त परे थे । सबसे चुदवाना चाहीए बेचारे सब दीदी की मोटी गांड प परे है।
मेरी दीदी तो जिस दिन मेरे लंड पर बैठ अपना बुर लेकर बैठ गई सब दोस्तो के साथ मीलकर दीदी की बुर गांड फारेंगे।
साली मामा और उनके दोस्तो का लंड तो बुर मे निगल जाती है।आआ
 
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दीवानगी (इन्सेस्ट)

दोस्तो वैसे तो मेरी कई कहानियाँ रनिंग मे हैं फिर भी एक और नई कहानी शुरू कर रहा हूँ 
आशा करता हूँ इस कहानी को भी आपका पूरा प्यार मिलेगा 
दोस्तो मैं एक अड्वान्स फॅमिली से हू जहाँ 21 सेंचुरी के रूल्स फॉलो होते है स्टोरी को तो
कही से भी स्टार्ट किया जा सकता है किंतु यह स्टोरी मैं वहाँ से स्टार्ट कर रहा हू जहा पर मेरे दोस्त
अंकुर के कामीनेपन का मुझे पता चला और ना जाने कैसे उसका कमीनपन मेरे अंदर भी जगह बनाने लगा,
यह कमीनपन तो जारी रहता लेकिन मैं यह नही जानता था कि कोई ऐसा अंजाना सा तूफान बिल्कुल मेरे करीब
बहुत ही धीमी गति से चला आ रहा है जो सब कुछ तबाह कर देता, अगर खुदा मुझे सही वक़्त पर होश
मे ना लाता, कहानी थोड़ी लंबी है और किरदार भी ज़्यादा है पर पॅशन रखिएगा, आइ होप आपको पसंद
आएगी


शाम के 7 बजे मेरे दोस्त अंकुर के घर की छत पर
अंकुर : देख रवि मैं तुझे समझा रहा हू कि जतिन से ज़्यादा दोस्ती मत रख वह हमारे टाइप का आदमी नही
है तू नही जानता वह कई ग़लत कामो मे भी लिप्त है ऐसा ना हो कि तुझे लेने के देने पड़ जाए मैं तेरा
बचपन का दोस्त हू इसलिए तुझे समझा रहा हू,
रवि : यार उसके ग़लत धंधो से मुझे क्या लेना देना, अब वह अगर मुझ पर जान छिड़कता है तो मैं कैसे
उसे अवाय्ड कर दू,
अंकुर : अब मैं तुझे क्या बताऊ, तू तो एक नंबर. का चूतिया है
रवि : गुस्से से चल जाने दे मैं चूतिया हू और तू साले मेरा बाप है जो बड़ा समझदार है
अंकुर : अबे मेरा मूह मत खुलवा नही तो तेरी ही गंद मे मिर्ची लग जाएगी, तुझे क्या पता कि वह तुझे
इतना भाव क्यो देता है
रवि : हाँ तो बता ना
अंकुर : रहने दे अभी तू मूह फूला लेगा और उसके चक्कर मे मुझसे बोलना बंद कर देगा
रवि : ऐसी कौन सी बात है मैं भी तो जानू
अंकुर : अबे चूतिए वह तुझे पटाकर तेरी दीदी रिया की मोटी गंद मारने के चक्कर मे है
रवि : ये क्या बोल रहा है अंकुर, मेरे चेहरे पर कठोर भाव आ चुके थे
अंकुर : वही जो तू सुन रहा है
रवि : भोसड़ी के मूह संभाल कर बात कर
अंकुर : अच्छा तुझे यकीन नही आ रहा ना ले मैं अभी तुझे यकीन दिला देता हू पर एक शर्त है
रवि : क्या शर्त
अंकुर : तू जतिन पर बिल्कुल भी गुस्सा नही होगा और कल से उससे दोस्ती ख़तम कर लेगा
रवि : अगर तेरी बात सही है तो मैं उसकी मा चोद दूँगा
अंकुर : बस तेरी यही गडमारी बातो की वजह से मैं तुझे कोई बात बताता नही हू
रवि : कुछ सोचते हुए, अच्छा ठीक है जैसा तू कहेगा मैं वैसा ही करूँगा अब बता

अंकुर : अच्छा अब चुपचाप बैठ और सुन
अंकुर ने अपने सेल से जतिन को कॉल किया और स्पीकर ऑन कर दिया
अंकुर : हेलो जतिन भाई कैसे हो
जतिन : बस प्यारे मैं तो बढ़िया हू तू बता आज कैसे मुझे फोन लगा लिया
अंकुर : अरे भाई अब क्या बताऊ बस पड़े पड़े सेक्सी लोंड़ीयो को नेट पर देख रहा था तो तुम्हारी याद आ गई
कि तुमने गजब माल पटा पटा कर चोदे है पर हमसे तो एक भी नही पटती है
जतिन : लोड्‍े लोंड़िया पटाने के लिए स्किल होनी चाहिए
अंकुर : भाई कही मेरा भी जुगाड़ करवा दो ना
जतिन : फोकट मे जुगाड़ नही होता प्यारे माल चोदने के लिए माल खर्च करना पड़ता है
अंकुर : अच्छा भाई तुम तो इतने एक्सपर्ट हो पर यह बताओ ऐसा कोई माल है जिसकी गुदाज और मोटी गंद ने तुम्हे
काफ़ी समय से पागल कर रखा हो और तुम अभी तक उसे छु भी नही पाए हो
जतिन : मुस्कुराते हुए, अबे साले आज तो तूने मेरी दुखती रग पर हाथ रख दिया पर चल कोई बात नही बता
देता हू लेकिन यह बात राज ही रहनी चाहिए नही तो तू मेरा नेचर तो जानता है जिस पर भेजा खिसक जाए तो
फिर वह मेरा बाप भी हो तो उसकी मा चोदते मुझे देर नही लगती
अंकुर : भाई आप की बात राज ना रख कर मुझे मरना थोड़े ही है
जतिन : यार क्या बताऊ तुझे तेरा वो दोस्त है ना रवि उसकी बहन रिया के भारी चुतडो ने मेरी नींद उड़ा कर
रख दी है, उसके मोटे मोटे चुतडो मे अपना लंड पेलने के लिए मैं मरा जा रहा हू पर उसे पटाने का कोई
उपाय समझ नही आता, जब सुबह सुबह वह रवि के साथ कॉलेज आती है तो उसके चुतडो की मस्त थिरकन देख
कर मेरा लंड पेंट फाड़ने को तैयार हो जाता है, तूने देखा है ना उसकी गुदाज और कातिल जवानी कितनी मस्त है
उसके 38 के बोबे और 40 की मोटी गंद ने मेरा दिमाग़ हिला कर रख दिया है, सच कहु अंकुर वो तेरा दोस्त रवि तो
महा चूतिया है अगर उसकी जगह मैं रिया का भाई होता तो ऐसी मदमस्त जवान बहन को रोज पूरी रात नंगी करके
खूब कस कस कर उसकी मोटी गंद और गुलाबी चूत चोदता पर क्या करे किस्मत खराब है

मेरा कोई दोस्त मेरी दीदी की गाड की बात करता तो मै तो उससे दोस्ती बढा कर दीदी को मील कर चोदता । बाहर चुदवाने से अच्छा है न दीदी की चुदाई भाई के दोस्त करे मोटा लंड गाड़ बुर मे जायेगा।
 
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