hotaks444
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सुजाता : एक चपत लगते हुए, रिया तू बहुत बिगड़ गई है जा जाके अपनी ब्रा पैंटी पहन कर देख ले तब तक मैं खाना लगाती हू, मोम की आवाज़ सुन कर मैं वहाँ से सोफे की ओर आ गया और थोड़ी देर मे दी किचन से निकल कर मेरी तरफ मुस्कुरा कर देखती हुई जानबूझ कर अपने मोटे मोटे चुतडो को मटकाती हुई रूम के अंदर चली गई, मैं समझ नही पा रहा था कि क्या करू इतने मे रिया दी ने एक बार दरवाजे पर आकर मुझे देखा और एक मादक सी स्माइल देकर दरवाजा ज़ोर से बंद कर लिया, कुछ देर बाद रिया दी ने दरवाजा खोला और फिर मेरी तरफ एक स्माइल देकर अंदर चली गई, मैं उठ कर रिया दी के पास रूम मे गया और
रवि : दी क्या बात है आज मुझे देख देख कर तुम बहुत मुस्कुरा रही हो
रिया : अच्छा पहले तू यह बता कि तूने मोम को क्या पट्टी पढ़ाई है
रवि : कुछ भी तो नही
रिया : झूठ मत बोल मोम ने जीन्स तेरे कहने पर ही ली है ना
रवि : अरे दी मैने तो बस उन्हे ऐसे ही सजेस कर दिया था मुझे क्या पता था कि वह सचमुच ले लेंगी
रिया : केवल जीन्स के लिए ही साजेस किया था या और कुछ के लिए भी
रवि : क्या मतलब
रिया : रिया आँखे दिखाते हुए ज़्यादा स्मार्ट मत बना कर रवि, तुझसे मैने सुबह भी कहा था कि हम भाई बहन बाद मे पहले फ्रेंड है और हम एक दूसरे से अपनी लाइफ की सब बाते शेअर करेगे अब अगर तुझे दोस्ती तोड़नी है तो मत बता
नई ब्रा और पैंटी पहनने से रिया की चूत मे पानी आ रहा था, पहनने के बाद नेट वाली पैंटी को आगे और पीछे घूम कर मिरर मे रिया ने अपने आपको अच्छी तरह देखा था और जब उसने अपनी गुदाज मोटी गान्ड को देखा तो वह देखती ही रह गई थी उसकी लेस उसकी गान्ड के गॅप मे फस गई थी और उसके चौड़े चूतड़ पूरे नंगे नज़र आ रहे थे, उपर से उसने फिर से जीन्स पहन लिया और अब जब रवि के सामने बैठी थी तो उसकी पैंटी की लेस उसकी गान्ड की दरार मे कसति ही जा रही थी और उसकी चूत से पानी आ रहा था उसे इस समय बहुत मज़ा मिल रहा था, और वह रवि की नज़रो को तो पहले ही अपने मोटे मोटे चुतडो पर पड़ते हुए ताड़ चुकी थी और वह यह भी समझ चुकी थी कि रवि ने ही यह ब्रा और पैंटी पसंद की है, लेकिन उसे यह समझ नही आ रहा था कि रवि ने यह सब के लिए मोम को कैसे पटा लिया,
तभी मेरी नज़र सामने टेबल पर पड़ी हुई ब्रा और पैंटी पर पड़ी जिन्हे देखते ही मैं समझ गया कि रिया दी ने अभी इन्हे उतारा है
रिया : क्या हुआ तू चुप क्यो है
रवि : ऐक्चुलि दी मैने अंकुर की मोम के जीन्स मे पिक्स देखे तो मुझे अच्छे लगे इसलिए मैने मोम को भी सलाह दे दी मुझे क्या पता था वह इतनी जल्दी मान जाएगी
रिया : ओ अब मैं समझी, चल तूने अच्छा ही किया इसी बहाने मुझे भी नई ब्रा.........इतना कह कर दीदी एक दम चुप हो गई और उनके चेहरे पर दबी हुई मुस्कुराहट आ गई, मैने ऐसा बिहेव किया जैसे कुछ सुना ही ना हो, पर दी आज कुछ ज़्यादा ही चुदासी हो रही थी वह खड़ी हो गई और मुझसे कहने लगी देख भैया मुझ पर तो जीन्स एक दम फिट रहती है ना और फिर दी ने अपनी मोटी उभरी हुई गान्ड मेरी और घुमा कर मुझे दिखाया, मेरा लोड्ा तो पहले से ही भनभनाया हुआ था दी की इतने करीब से मोटी गान्ड देख कर और भी तन्तना गया,
रवि : दी तुम्हारी तो बात ही अलग, तुम बहुत खूबसूरत हो
रिया : खुश होती हुई तू सच बोल रहा है ना
रवि : दी तुम्हारी कसम तुम मुझे लड़कियो मे सबसे खूबसूरत लगती हो
रिया : और मेरा फिगर
रवि : मैने दी के पूरे जिस्म पर एक नज़र मारते हुए कहा दी मैने आपका फिगर देखा ही कहाँ है
रिया :देख तो रहा है
रवि : दी कपड़ो के उपर से लड़कियो का फिगर कहाँ नज़र आता है
रिया : मुझे घुरती हुई मंद मंद मुस्कुरा कर, तो क्या तू अपनी दी को नंगी देखना चाहता है
रवि : दी तुम इतनी सेक्सी हो तुम्हे कौन नंगी नही देखना चाहेगा, मैने मोका देखते हुए चोका मारा
रिया : गुस्से से मुझे देखती हुई, रवि तुझे शर्म नही आती अपनी दीदी से ऐसी बात करते हुए
मुझे लगा दी सचमुच गुस्सा हो गई तब मैने खड़े होकर उनका हाथ पकड़ते हुए कहा सॉरी दी मैं तो मज़ाक कर रहा था आप तो बुरा मान गई
रिया : कोई अपनी बहन से ऐसा मज़ाक करता है
रवि : दी तुम भूल रही हो हम बेस्ट फ्रेंड है और एक दूसरे से अपनी सब बाते शेअर करने वाले है
रिया : नॉर्मल होते हुए, पर रवि मुझे ऐसी बाते पसंद नही
रवि : दी ये तो तुम्हारी ग़लती है तुम्हे दोस्ती सोच समझ कर करना चाहिए थी, अब अगर मैं तुम्हे दोस्त मान कर अपने दिल की सब बात बता दू तो तुम पता नही कितना नाराज़ हो जाओगी, इसलिए मैं तुम्हे अब कुछ नही बताने वाला
रिया : हाथ जोड़ते हुए, अच्छा बाबा सॉरी अब बता क्या बताने वाला था
रवि : रहने दो दी तुम्हे बुरा भी तो जल्दी ही लग जाता है
रिया : अच्छा मैं बुरा नही मानूँगी अब बता ना
रवि : पक्का
रिया : एक दम पक्का
रवि : रिया की आँखो मे आँखे डाल कर, दी मैं तुम्हे उस ब्रा और पैंटी मे देखना चाहता हू जो तुमने अभी पहनी है
मेरा बाते सुन कर दी का चेहरा एक दम लाल हो गया उसके चेहरे का रंग बदल गया और वह आँखे फाडे फाडे मुझे कुछ देर देखती रही और फिर एक दम से तेज गति से रूम से बाहर जाने लगी
रवि : दी सुनो तो, दी ने कोई जवाब नही दिया और बाहर निकल गई
मैं पीछे पीछे गया तो देखा वह किचन मे मोम के पास जाकर खड़ी हो गई थी, मैं भी उसके पीछे किचन मे चला गया और
रवि : दी मुझे खाना लगा दो ना
मेरी आवाज़ सुन कर मा और दी दोनो ने मेरी तरफ देखा लेकिन मेरी नज़रे दी की तरफ थी जो मुझे गुस्से से घूर कर देख रही थी, रिया के चेहरे पर गुस्से के भाव थे लेकिन मुझे देखते हुए उसके दिल की धड़कन बहुत तेज हो रही थी और उसके पेर ज़मीन पर हल्के हल्के कांप रहे थे, और उसके दिमाग़ मे मेरे बस वही शब्द चल रहे थे, लेकिन मन ही मन वह यह सोच रही थी कि वह मेरे के उपर गुस्सा करे या ना करे जबकि वह खुद भी जानती थी कि वह मुझ से उस कदर गुस्सा नही है जैसे होना चाहिए, पर वह मेरी की हिम्मत की मन ही मन दाद दे रही थी कि मैने ने अपनी दीदी से एक दम से यह बात कैसे कह दी,
रिया : मोम से ले ले मुझे और भी काम है
सुजाता : मुस्कुराते हुए क्या हुआ तुम दोनो मे झगड़ा हुआ है क्या
रवि : मुस्कुराते हुए, क्या मोम आप भी ना क्या मैं अपनी प्यारी दीदी से कभी झगड़ा कर सकता हू
मेरी बात सुन कर रिया दी ने एक बार फिर मुझे घूर कर देखा और फिर दूसरी ओर मूह घुमा लिया
मैं मंद मंद मुस्कुराता हुआ बाहर सोफे पर आ कर बैठ गया, मैं बाहर आकर बैठा ही था कि अंकुर का फोन आ गया
रवि : दी क्या बात है आज मुझे देख देख कर तुम बहुत मुस्कुरा रही हो
रिया : अच्छा पहले तू यह बता कि तूने मोम को क्या पट्टी पढ़ाई है
रवि : कुछ भी तो नही
रिया : झूठ मत बोल मोम ने जीन्स तेरे कहने पर ही ली है ना
रवि : अरे दी मैने तो बस उन्हे ऐसे ही सजेस कर दिया था मुझे क्या पता था कि वह सचमुच ले लेंगी
रिया : केवल जीन्स के लिए ही साजेस किया था या और कुछ के लिए भी
रवि : क्या मतलब
रिया : रिया आँखे दिखाते हुए ज़्यादा स्मार्ट मत बना कर रवि, तुझसे मैने सुबह भी कहा था कि हम भाई बहन बाद मे पहले फ्रेंड है और हम एक दूसरे से अपनी लाइफ की सब बाते शेअर करेगे अब अगर तुझे दोस्ती तोड़नी है तो मत बता
नई ब्रा और पैंटी पहनने से रिया की चूत मे पानी आ रहा था, पहनने के बाद नेट वाली पैंटी को आगे और पीछे घूम कर मिरर मे रिया ने अपने आपको अच्छी तरह देखा था और जब उसने अपनी गुदाज मोटी गान्ड को देखा तो वह देखती ही रह गई थी उसकी लेस उसकी गान्ड के गॅप मे फस गई थी और उसके चौड़े चूतड़ पूरे नंगे नज़र आ रहे थे, उपर से उसने फिर से जीन्स पहन लिया और अब जब रवि के सामने बैठी थी तो उसकी पैंटी की लेस उसकी गान्ड की दरार मे कसति ही जा रही थी और उसकी चूत से पानी आ रहा था उसे इस समय बहुत मज़ा मिल रहा था, और वह रवि की नज़रो को तो पहले ही अपने मोटे मोटे चुतडो पर पड़ते हुए ताड़ चुकी थी और वह यह भी समझ चुकी थी कि रवि ने ही यह ब्रा और पैंटी पसंद की है, लेकिन उसे यह समझ नही आ रहा था कि रवि ने यह सब के लिए मोम को कैसे पटा लिया,
तभी मेरी नज़र सामने टेबल पर पड़ी हुई ब्रा और पैंटी पर पड़ी जिन्हे देखते ही मैं समझ गया कि रिया दी ने अभी इन्हे उतारा है
रिया : क्या हुआ तू चुप क्यो है
रवि : ऐक्चुलि दी मैने अंकुर की मोम के जीन्स मे पिक्स देखे तो मुझे अच्छे लगे इसलिए मैने मोम को भी सलाह दे दी मुझे क्या पता था वह इतनी जल्दी मान जाएगी
रिया : ओ अब मैं समझी, चल तूने अच्छा ही किया इसी बहाने मुझे भी नई ब्रा.........इतना कह कर दीदी एक दम चुप हो गई और उनके चेहरे पर दबी हुई मुस्कुराहट आ गई, मैने ऐसा बिहेव किया जैसे कुछ सुना ही ना हो, पर दी आज कुछ ज़्यादा ही चुदासी हो रही थी वह खड़ी हो गई और मुझसे कहने लगी देख भैया मुझ पर तो जीन्स एक दम फिट रहती है ना और फिर दी ने अपनी मोटी उभरी हुई गान्ड मेरी और घुमा कर मुझे दिखाया, मेरा लोड्ा तो पहले से ही भनभनाया हुआ था दी की इतने करीब से मोटी गान्ड देख कर और भी तन्तना गया,
रवि : दी तुम्हारी तो बात ही अलग, तुम बहुत खूबसूरत हो
रिया : खुश होती हुई तू सच बोल रहा है ना
रवि : दी तुम्हारी कसम तुम मुझे लड़कियो मे सबसे खूबसूरत लगती हो
रिया : और मेरा फिगर
रवि : मैने दी के पूरे जिस्म पर एक नज़र मारते हुए कहा दी मैने आपका फिगर देखा ही कहाँ है
रिया :देख तो रहा है
रवि : दी कपड़ो के उपर से लड़कियो का फिगर कहाँ नज़र आता है
रिया : मुझे घुरती हुई मंद मंद मुस्कुरा कर, तो क्या तू अपनी दी को नंगी देखना चाहता है
रवि : दी तुम इतनी सेक्सी हो तुम्हे कौन नंगी नही देखना चाहेगा, मैने मोका देखते हुए चोका मारा
रिया : गुस्से से मुझे देखती हुई, रवि तुझे शर्म नही आती अपनी दीदी से ऐसी बात करते हुए
मुझे लगा दी सचमुच गुस्सा हो गई तब मैने खड़े होकर उनका हाथ पकड़ते हुए कहा सॉरी दी मैं तो मज़ाक कर रहा था आप तो बुरा मान गई
रिया : कोई अपनी बहन से ऐसा मज़ाक करता है
रवि : दी तुम भूल रही हो हम बेस्ट फ्रेंड है और एक दूसरे से अपनी सब बाते शेअर करने वाले है
रिया : नॉर्मल होते हुए, पर रवि मुझे ऐसी बाते पसंद नही
रवि : दी ये तो तुम्हारी ग़लती है तुम्हे दोस्ती सोच समझ कर करना चाहिए थी, अब अगर मैं तुम्हे दोस्त मान कर अपने दिल की सब बात बता दू तो तुम पता नही कितना नाराज़ हो जाओगी, इसलिए मैं तुम्हे अब कुछ नही बताने वाला
रिया : हाथ जोड़ते हुए, अच्छा बाबा सॉरी अब बता क्या बताने वाला था
रवि : रहने दो दी तुम्हे बुरा भी तो जल्दी ही लग जाता है
रिया : अच्छा मैं बुरा नही मानूँगी अब बता ना
रवि : पक्का
रिया : एक दम पक्का
रवि : रिया की आँखो मे आँखे डाल कर, दी मैं तुम्हे उस ब्रा और पैंटी मे देखना चाहता हू जो तुमने अभी पहनी है
मेरा बाते सुन कर दी का चेहरा एक दम लाल हो गया उसके चेहरे का रंग बदल गया और वह आँखे फाडे फाडे मुझे कुछ देर देखती रही और फिर एक दम से तेज गति से रूम से बाहर जाने लगी
रवि : दी सुनो तो, दी ने कोई जवाब नही दिया और बाहर निकल गई
मैं पीछे पीछे गया तो देखा वह किचन मे मोम के पास जाकर खड़ी हो गई थी, मैं भी उसके पीछे किचन मे चला गया और
रवि : दी मुझे खाना लगा दो ना
मेरी आवाज़ सुन कर मा और दी दोनो ने मेरी तरफ देखा लेकिन मेरी नज़रे दी की तरफ थी जो मुझे गुस्से से घूर कर देख रही थी, रिया के चेहरे पर गुस्से के भाव थे लेकिन मुझे देखते हुए उसके दिल की धड़कन बहुत तेज हो रही थी और उसके पेर ज़मीन पर हल्के हल्के कांप रहे थे, और उसके दिमाग़ मे मेरे बस वही शब्द चल रहे थे, लेकिन मन ही मन वह यह सोच रही थी कि वह मेरे के उपर गुस्सा करे या ना करे जबकि वह खुद भी जानती थी कि वह मुझ से उस कदर गुस्सा नही है जैसे होना चाहिए, पर वह मेरी की हिम्मत की मन ही मन दाद दे रही थी कि मैने ने अपनी दीदी से एक दम से यह बात कैसे कह दी,
रिया : मोम से ले ले मुझे और भी काम है
सुजाता : मुस्कुराते हुए क्या हुआ तुम दोनो मे झगड़ा हुआ है क्या
रवि : मुस्कुराते हुए, क्या मोम आप भी ना क्या मैं अपनी प्यारी दीदी से कभी झगड़ा कर सकता हू
मेरी बात सुन कर रिया दी ने एक बार फिर मुझे घूर कर देखा और फिर दूसरी ओर मूह घुमा लिया
मैं मंद मंद मुस्कुराता हुआ बाहर सोफे पर आ कर बैठ गया, मैं बाहर आकर बैठा ही था कि अंकुर का फोन आ गया