hotaks444
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कुछ टाइम बाद जब जमशेद आ कर एएसआइ ज़ाहिद से मिला तो ज़ाहिद ने उसे एक पॅकेट देते हुए कहा कि यह अपनी बाजी को दे देना.
ज्यों ही जमशेद ज़ाहिद से वो पॅकेट ले कर रवाना हुआ तो ज़ाहिद ने एसएमएस के ज़रिए नीलोफर को साजिदा( शाज़िया) के गिफ्ट के मुतलक बता दिया.
नीलोफर उस वक्त स्कूल में ही थी. उस ने अपने भाई जमशेद को फोन किया कि वो ज़ाहिद का दिया हुआ पॅकेट उसे स्कूल में ही दे जाय.
अपने भाई से पॅकेट वसूल कर के नीलोफर शाज़िया के पास आई और उसे कहा.
नीलोफर: शाज़िया देख तेरे यार ने तुम्हारे लिए तोहफा भेजा है.
शाज़िया ने नीलोफर के हाथ से पॅकेट लिया और उसे अपने बारे पर्स में रखने लगी.
“दिखा तो सही तेरे लिए क्या तोहफा आया है मेरी जान” नीलोफर ने शाज़िया को पॅकेट पर्स में रखते देखा तो बोली.
“कुछ नही घर जा कर देखूँगी तो तुम को बता दूँगी” शाज़िया ने जान छुड़ाने की कोशिस की.
“मुझे तो इतने दिन से चोद्चोद कर मेरी फुद्दि का फुदा बनाने के बावजूद कभी कुछ गिफ्ट नही दिया और तेरी “ली” भी नही तो अभी से तोहफे शुरू,यार मुझे तो तुम से जलसी होने लगी है” नीलोफर ने हँसते हुए कहा.
नीलोफर की इस बात पर शाज़िया ने भी ज़ोर का कहकहा लगाया. और इधर उधर देख कर उस ने पर्स में से पॅकेट निकाल कर नीलोफर के सामने खोला. तो सेक्सी ब्रेज़ियर और पैंटी देख कर नीलोफर बहुत खुश हुई.
उस ने दिल ही दिल में कहा “ वाह ज़ाहिद ने तो अपनी बहन के लिए बहुत ही सेक्सी और रिवीलिंग किस्म का पैंटी और ब्रा का गिफ्ट भेजा है”.
“यार ये तो बहुत सेक्सी और मस्त तोहफा है,तुम इस को ही पहन कर अपने यार से पहली मुलाकात करना” नीलोफर ने शाज़िया को छेड़ा.
“अच्छा देख लिए अब में वापिस इस को अपने पर्स में रख लूँ अगर इजाज़त हो तो” शाज़िया ने नीलोफर की बात पर मुस्कराते हुए कहा.
कुछ देर बाद उन की स्कूल से छुट्टी का टाइम हो गया और वो दोनो अपने अपने घर चली आईं.
उस रात ज़ाहिद ने फिर शाज़िया को एसएमएस किया.
ज़ाहिद: मेरा तोहफा मिला.
शाज़िया: जी.
ज़ाहिद: कैसा लगा.
शाज़िया: अच्छा है.
ज़ाहिद: सर्फ अच्छा है?,
“नही बहुत ही अच्छा है मुझे बहुत पसंद आया” शाज़िया ने जवाब लिखा.
“तो अभी पहन कर मुझे फोटो सेंड करो” ज़ाहिद ने मसेज किया.
“आज नही फिर कभी” शाज़िया अभी ज़ाहिद को तड़पाने के मूड में थी.
“अच्छा फिर वादा करो कि पहली मुलाकात पर ये ही पहन कर आओ गी” ज़ाहिद ने फरमाइश की.
“सोचूँगी” शाज़िया ने एक अदा से रिप्लाइ किया.
“अच्छा आप को एक बात बताऊ और फिर आप से एक सवाल पूछूँ” ज़ाहिद ने एसएमएस सेंड किया.
“एक तो आप सवाल बहुत पूछते हैं,अच्छा पूछो” शाज़िया ने रिप्लाइ किया.
“आप को बताना ये है कि मुझे शेव चूत बहुत पसंद है,और आप से पूछना ये है कि आप ने कूब अपनी फुद्दि शेव की थी” ज़ाहिद ने शाज़िया को एसएमएस सेंड किया.
शाज़िया ज़ाहिद का मसेज पढ़ कर मुस्कुराइ और जवाब लिखा “ आज सुबह ही”
“उफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ फिर तो आपकी चूत की स्किन बहुत नरम और मुलायम हो गी इस वक्त” ज़ाहिद ने मस्ती में आते हुए एसएमएस लिखा.
शाज़िया को ज़ाहिद के “उफफफफफफफफफ्फ़” के मसेज ने इतना गरम किया. कि उस की फुद्दि का पानी छूटने लगा. जिस से शाज़िया की चूत का बुरा हाल हो गया.
“ फिर आप से कब आमने सामने मुलाकात हो गी?” ज़ाहिद ने शाज़िया से पूछा.
अच्छा में नीलोफर से कह देती हूँ ,कल या परसों आप से मिल सकती हूँ,अगर आप और नीलोफर तैयार हों तो” शाज़िया ने जवाब लिखा.
ज़ाहिद: ठीक में कल नीलोफर से बात कर लूँगा .
ज़ाहिद और शाज़िया दोनो अपने दिल ही दिल बहुत खुश हुए और फिर उन्होने जल्द मिलने का एक दूसरे से वादा कर के चॅट बंद कर दी.
ज्यों ही जमशेद ज़ाहिद से वो पॅकेट ले कर रवाना हुआ तो ज़ाहिद ने एसएमएस के ज़रिए नीलोफर को साजिदा( शाज़िया) के गिफ्ट के मुतलक बता दिया.
नीलोफर उस वक्त स्कूल में ही थी. उस ने अपने भाई जमशेद को फोन किया कि वो ज़ाहिद का दिया हुआ पॅकेट उसे स्कूल में ही दे जाय.
अपने भाई से पॅकेट वसूल कर के नीलोफर शाज़िया के पास आई और उसे कहा.
नीलोफर: शाज़िया देख तेरे यार ने तुम्हारे लिए तोहफा भेजा है.
शाज़िया ने नीलोफर के हाथ से पॅकेट लिया और उसे अपने बारे पर्स में रखने लगी.
“दिखा तो सही तेरे लिए क्या तोहफा आया है मेरी जान” नीलोफर ने शाज़िया को पॅकेट पर्स में रखते देखा तो बोली.
“कुछ नही घर जा कर देखूँगी तो तुम को बता दूँगी” शाज़िया ने जान छुड़ाने की कोशिस की.
“मुझे तो इतने दिन से चोद्चोद कर मेरी फुद्दि का फुदा बनाने के बावजूद कभी कुछ गिफ्ट नही दिया और तेरी “ली” भी नही तो अभी से तोहफे शुरू,यार मुझे तो तुम से जलसी होने लगी है” नीलोफर ने हँसते हुए कहा.
नीलोफर की इस बात पर शाज़िया ने भी ज़ोर का कहकहा लगाया. और इधर उधर देख कर उस ने पर्स में से पॅकेट निकाल कर नीलोफर के सामने खोला. तो सेक्सी ब्रेज़ियर और पैंटी देख कर नीलोफर बहुत खुश हुई.
उस ने दिल ही दिल में कहा “ वाह ज़ाहिद ने तो अपनी बहन के लिए बहुत ही सेक्सी और रिवीलिंग किस्म का पैंटी और ब्रा का गिफ्ट भेजा है”.
“यार ये तो बहुत सेक्सी और मस्त तोहफा है,तुम इस को ही पहन कर अपने यार से पहली मुलाकात करना” नीलोफर ने शाज़िया को छेड़ा.
“अच्छा देख लिए अब में वापिस इस को अपने पर्स में रख लूँ अगर इजाज़त हो तो” शाज़िया ने नीलोफर की बात पर मुस्कराते हुए कहा.
कुछ देर बाद उन की स्कूल से छुट्टी का टाइम हो गया और वो दोनो अपने अपने घर चली आईं.
उस रात ज़ाहिद ने फिर शाज़िया को एसएमएस किया.
ज़ाहिद: मेरा तोहफा मिला.
शाज़िया: जी.
ज़ाहिद: कैसा लगा.
शाज़िया: अच्छा है.
ज़ाहिद: सर्फ अच्छा है?,
“नही बहुत ही अच्छा है मुझे बहुत पसंद आया” शाज़िया ने जवाब लिखा.
“तो अभी पहन कर मुझे फोटो सेंड करो” ज़ाहिद ने मसेज किया.
“आज नही फिर कभी” शाज़िया अभी ज़ाहिद को तड़पाने के मूड में थी.
“अच्छा फिर वादा करो कि पहली मुलाकात पर ये ही पहन कर आओ गी” ज़ाहिद ने फरमाइश की.
“सोचूँगी” शाज़िया ने एक अदा से रिप्लाइ किया.
“अच्छा आप को एक बात बताऊ और फिर आप से एक सवाल पूछूँ” ज़ाहिद ने एसएमएस सेंड किया.
“एक तो आप सवाल बहुत पूछते हैं,अच्छा पूछो” शाज़िया ने रिप्लाइ किया.
“आप को बताना ये है कि मुझे शेव चूत बहुत पसंद है,और आप से पूछना ये है कि आप ने कूब अपनी फुद्दि शेव की थी” ज़ाहिद ने शाज़िया को एसएमएस सेंड किया.
शाज़िया ज़ाहिद का मसेज पढ़ कर मुस्कुराइ और जवाब लिखा “ आज सुबह ही”
“उफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ फिर तो आपकी चूत की स्किन बहुत नरम और मुलायम हो गी इस वक्त” ज़ाहिद ने मस्ती में आते हुए एसएमएस लिखा.
शाज़िया को ज़ाहिद के “उफफफफफफफफफ्फ़” के मसेज ने इतना गरम किया. कि उस की फुद्दि का पानी छूटने लगा. जिस से शाज़िया की चूत का बुरा हाल हो गया.
“ फिर आप से कब आमने सामने मुलाकात हो गी?” ज़ाहिद ने शाज़िया से पूछा.
अच्छा में नीलोफर से कह देती हूँ ,कल या परसों आप से मिल सकती हूँ,अगर आप और नीलोफर तैयार हों तो” शाज़िया ने जवाब लिखा.
ज़ाहिद: ठीक में कल नीलोफर से बात कर लूँगा .
ज़ाहिद और शाज़िया दोनो अपने दिल ही दिल बहुत खुश हुए और फिर उन्होने जल्द मिलने का एक दूसरे से वादा कर के चॅट बंद कर दी.