राज अपने बेड से उठता है ऑर नेहा को अपनी गोद में उठा लेता है नेहा भी उसकी कमर को अपनी टाँगो से जकड के एक बेल की तरह उस से लिपट जाती है.
राज नेहा की खुश्बू सूंघने लगता है वो नेहा के बूब्स की घाटी में अपना मूह घुसा कर वहाँ की कोमलता का अहसास करने लगता है.
फिर राज नेहा को बेड पर बैठा देता है ऑर खुद ज़मीन पर बैठ कर नेहा को देखने लगता है.
राज--नेहा तुम कितनी खूबसूरत हो तुम्हे पा कर में दुनिया का सब से खुश नसीब आदमी बन गया हूँ.
नेहा--मैने आपका ऑर पूरे परिवार का प्यार पाने के लिए ही हॉस्पिटल से रेसिग्नेशन दिया था अगर आज में वहाँ होती तो आप लोगो का प्यार मुझे नसीब नही होता ,
अब मुझ से उतनी दूर मत बैठो प्यार करो मुझे समा जाओ मुझ में.
ऑर फिर राज खड़ा होता है ऑर अपने कपड़े उतारने के बाद सिर्फ़ एक वी शेप अंडरवेर में नेहा के सामने खड़ा हो जाता है नेहा फुर्ती से राज को अपनी तरफ़ खीच लेती है ऑर राज की अंडरवेर उतार कर उसके लिंग को सहलाने लगती है नेहा अपने कोमल हाथो से. राज के लिंग की चमड़ी उपर नीचे करने लग जाती है , फिर वो उसकी गोलियाँ अपनी मुट्ठी में भर कर धीरे धीरे दबाने लगती है.
राज का लिंग अब पूरी तरह से अपने आकर में आजाता है जो कि तकरीबन 6 इंच लंबा ऑर 2 इंच मोटा हो जाता है...
नेहा राज के लिंग को अपने मुँह में भर लेती है ऑर अंदर बाहर करने लग जाती है ..फिर अचानक नेहा राज के लिंग को पूरा का पूरा अपने मुँह में भर का राज की गोलियाँ दबाने लगती है.
राज अपनी आँखे बंद करके मस्ती के आलम में खहो जाता है फिर जब उसे लगता है वो इस तरह से ज़्यादा देर टिक नही पाएगा तो राज अपना लिंग नेहा के मुँह में से निकाल कर नेहा को बेड पर सीधा लेटा देता है,ओर खुद उसके उपर आ जाता है .
नेहा के होंठो को राज अपने होंठो से ऐसे चूसने लगता है जैसे नेहा के होंठो पर शक्कर की मिठास आ गयी हो.
उनकी जीभें एक दूसरे की जीभ का स्वाद लेने में जुटी हुई थी राज ऑर नेहा इस खेल को तब तक खेलते रहते है जब तक उन दोनो की साँसे उखड़ने नही लगती, जब दोनो अलग होते है तो एक दूसरे की तरफ़ प्यार भरी नज़रों से देख रहे होते है.
उसके बाद राज नेहा की नाइटी उतार देता है ऑर उसके निप्पल को अपने मुँह में भरकर चूसने लगता है ऑर अपने एक हाथ से नेहा के दूसरे बोबे को मसलने लगता है.
जब दोनो बूब्स का रस वो पी लेता है तो नेहा की नाभि में अपनी जीभ डाल देता है नेहा की नाभि नेहा का सब से सेन्सिटिव पॉइंट था वहाँ जीभ लगते ही नेहा पलंग पर तड़पने लग जाती है ऑर राज का सिर वहाँ से हटाने लगती है लेकिन राज नाभि के अंदर पूरी तरह से अपनी जीभ रगड़ कर ही वहाँ से बाहर निकालता है.
नेहा की पैंटी पूरी तरह से उसके चूत रस से भीग जाती है राज नेहा की चूत को पैंटी के उपर से ही सूंघने लगता है , ऑर अपने हाथ से उसकी पूरी चूत को पकड़ लेता है..
इस तरह से अपनी चूत पर हुए हमले को नेहा सह नही पाती ऑर झड़ने लगती है.
उसका पूरा शरीर अकड़ जाता है ,उसकी चूत खूब सारा पानी छोड़ देती है जिस से उसकी पैंटी पूरी तरह से भीग जाती है .
राज नेहा की पैंटी उतार के नेहा की चूत पर अपना मुँह लगा लेता है ऑर उसकी चूत का सारा रस चाटने के बाद नेहा के उपर आ जाता है,
फिर राज अपने लिंग को नेहा की चूत पर सेट करता है ऑर एक जोरदार धक्का लगाकर अपना पूरा लिंग नेहा की चूत की गहराई में उतार देता है.
फिर राज नेहा को चोदना स्टार्ट कर देता है, पूरा रूम नेहा की सिसकियो से ऑर उन दोनो के मिलन से हो रही ठप ठप..से गूंजने लगता है काफ़ी देर चुदाई करवाने के बाद नेहा बोलती है मुझे उपर आने दो .
राज नेहा को अपने उपर ले लेता है ऑर नेहा राज के लिंग को अपनी चूत पर सेट करके उस पर बैठने लगती है , उस पर बैठने के बाद नेहा अपनी कमर राज के लिंग पर चलाने लगती है.
जैसे वो घुड़सवारी कर रही हो राज नेहा के बूब्स ज़ोर ज़ोर से दबाने ऑर मसलने लगता है नेहा की स्पीड ऑर ज़्यादा तेज हो जाती है दोनो अपने चरम पर पहुँच चुके थे तभी दोनो के जिस्मो ने झटका खाना शुरू कर दिया दोनो बुरी तरह से झड चुके थे ये बिल्कुल ऐसा अहसास था जैसे बारिश की बूंदे तपती हुई ज़मीन पर पड़ती है ऑर उसकी फुहारो से सारी गर्मी ख़तम हो जाती है.
नेहा अभी भी राज के उपर लेटी लेटी गहरी घेरी साँसे ले रही थी ऑर राज नेहा की पीठ सहला रहा था नेहा की चूत में भरा रस राज की जाँघो से रिस्ता हुआ बेड की चादर पर गिरने लग जाता है.
नेहा--आइ लव यू राज
राज--आइ लव यू टू माइ सेक्सी वाइफ
फिर नेहा राज पर से उतर कर बाथरूम में चली जाती है ऑर वापस एक नॉर्मल नाइटी पहन कर वापस आजाती है, राज भी अपना नाइट सूट पहन चुका था फिर दोनो एक दूसरे की बाहो में बाते करने लगते है .
राज--जान कल मुझे ऑर पापा को दुबई जाना पड़ेगा हफ्ते भर के लिए. तुम अपना ख्याल रखना.
नेहा--मेरा ख्याल रखने के लिए यहाँ सब लोग है आप अपना ख्याल रखना ऑर मुझे फोन करते रहना.
नेहा--जान एक बात कहूँ.
राज--हाँ जान बोलो.
नेहा--राज में अब एक बच्चा करना चाहती हूँ रोज रोज में वो पिलस खा खा कर तंग आ गयी हूँ..
राज --जान बच्चा तो में भी चाहता हूँ लेकिन बस कुछ महीने ऑर रुक जाओ हम लोग हमारा सारा काम एक जगह पर ही शिफ्ट करने में लगे हुए है ..जो भी दूसरे सिटी में हमारे शोरूम्स है वो हम ब्रांच के रूप में किसी ऑर को संभला देंगे .
उसके बाद हम दोनो बच्चा कर सकते है..क्योकि में नही चाहता हमारे बच्चे का बचपन मेरी आँखो के सामने ना बीते .
पापा को हमेशा ये अफ़सोस रहता है कि वो उनके बच्चो का बचपन ढंग से देख ही नही पाए.....
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,