Mastram Story कमीना - SexBaba
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Mastram Story कमीना

hotaks444

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Nov 15, 2016
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कमीना--1


writer-RKS

hindi font by me

दोस्तो आपके लिए एक और कहानी पेश है 
चेतावनी ........... ये कहानी समाज के नियमो के खिलाफ है क्योंकि हमारा समाज मा बेटे और भाई बहन और बाप बेटी के रिश्ते को सबसे पवित्र रिश्ता मानता है अतः जिन भाइयो को इन रिश्तो की कहानियाँ पढ़ने से अरुचि होती हो वह ये कहानी ना पढ़े क्योंकि ये कहानी एक पारवारिक सेक्स की कहानी है 


सुबह-सुबह रोहित अपने जूते पहनता हुआ अपने छोटे भाई रवि को आवाज़ लगाते हुए

रोहित- अरे रवि ज़रा मेरा बॅग दे दे मुझे ऑफीस के लिए देर हो रही है,

रवि- लाया भैया

रवि अपने भैया के रूम से उसका बॅग लेने जाता है तभी उसे रोहित के बेड के उपर एक बुक नज़र आती है जिसके बीच मे

कोई फोटो रखी हुई थी, रवि उत्सुकता से उस बुक को उठाता है और उसमे रखी तस्वीर को देखता है तो देखता ही रह जाता है, वह तस्वीर किसी लड़की की थी जो कि बला की खूबसूरत थी, वह लड़की ब्लू कलर की साडी पहने हुए थी और साडी उसने अपनी नाभि के काफ़ी नीचे बाँधी हुई थी, थोड़ी मोटी थी जिसके कारण उसका पेट थोड़ा उभरा हुआ लग रहा था और गहरी नाभि के कारण बहुत ही मस्ताना दिखाई दे रहा था, कोई भी उसके भरे हुए गदराए पेट को देखे तो उसका लंड खड़ा हुए बिना

नही रह पाएगा, उसके दूध का कसा हुआ उभार उसके पल्लू के उपर से भी नज़र आ रहा, उसके दूध लगभग 38 के नज़र

आ रहे थे, उसका गोरा रंग, 5.9 के लगभग हाइट, और उसकी कमर के नीचे का पूरा पोर्षन काफ़ी जबरदस्त और भारी

नज़र आ रहा था, लेकिन उसकी लंबी हाइट होने की वजह से वह मोटी नज़र नही आती थी बल्कि एक भरी पूरी गदराई औरत नज़र आ रही थी, उसका चेहरा साउत आक्ट्रेस नामिता जैसा था या यू कह लीजिए वह पूरी नामिता जैसी ही दिखाई दे रही थी,

और उसकी उमर भी करीब 28 साल के आसपास नज़र आ रही थी.

रवि उसके हुस्न और गदराई जवानी को देख कर मस्त हो गया और जब उसने उसके गदराए गोरे पेट और गहरी नाभि को देखा

तो उसका लंड खड़ा हो गया और रवि अपने लंड को मसल कर अपने पाजामे मे अड्जस्ट करता हुआ मन ही मन सोचने लगा कि

जब यह हुस्न की मालिका केवल फोटो से ही मेरा लंड टनटना सकती है तो अगर यह मेरे सामने आ जाएगी तो मेरा क्या होगा,

और रवि उस लड़की को फोटो के उपर से ही चूमता हुआ, हे मेरी रानी पता नही तू कौन है एक बार मिल जा तुझे पूरी नंगी

करके इस कदर चोदुन्गा कि तू अपनी सारी जिंदगी केवल मेरे ही मोटे लंड को याद कर के बिता देगी और फिर रवि ने जल्दी से

उस तस्वीर को बुक के अंदर रख दिया और अपने भाई का बॅग लेकर बाहर आ गया,

तभी दूसरी और से वाइट कलर की पतली सी मॅक्सी पहने हुए पायल एक हाथ मे अपने भैया का टिफिन और दूसरे हाथ मे

कॉफी की ट्रे लेकर मुस्कुराती हुई लीजिए भैया आपका टिफिन और कॉफी दोनो रेडी है,

रोहित- कॉफी लेते हुए थॅंक्स पायल तू हम सब का कितना केर करती है तू ना होती तो पता नही हम दोनो भाइयो का गुज़ारा कैसे होता,

पायल- इसीलिए तो कहती हू भैया अब जल्दी से हमारे लिए एक भाभी ले आइए तो मज़ा आ जाएगा, क्यो रवि मे ठीक कह रही

हू ना,

रवि - अरे दीदी तुम कह तो ठीक रही हो पर भैया को अपने काम से फ़ुर्सत मिले तब ना

रोहित- अरे बाबा क्या करू काम भी तो देखना पड़ेगा ना पर तुम लोगो की इच्छा अब मे जल्दी ही पूरी कर दूँगा

पायल- चहक्ती हुई सच भैया

रोहित- हा भाई हा

पायल- तो बताओ ना क्या तुमने कही अपनी बात चलाई है

रोहित- सोफे से उठता हुआ चलो बाइ अभी मे जा रहा हू शाम को बात करेगे और घर से बाहर निकल जाता है

पायल रवि को देखती है तो वह बैठा-बैठा पायल को ही घूर रहा था,

पायल- अब बैठा -बैठा मेरा मुँह क्या देख रहा है चल जल्दी से तैयार हो जा हमे भी कॉलेज जाना है ना,

और फिर पायल उठ कर किचन मे जाती है और रवि बैठा-बैठा पायल को देखने लगता है और फिर उसकी नज़रे पायल की मॅक्सी

मे लहराते गदराए मोटे-मोटे चुतडो पर चली जाती है और उसका लंड फिर से अकड़ने लगता है, तभी पायल एक दम से

चलते हुए पलट कर रवि की ओर देखती है और रवि की नज़रे अपनी मोटी गान्ड की ओर पाकर एक दम रुक जाती है और रवि

सकपका कर अपनी नज़रे दूसरी ओर कर लेता है, और पायल के चेहरे पर एक हल्की सी स्माइल आ जाती है और वह फिर से पलट

कर किचन मे चली जाती है,

पायल एक 25 साल की बहुत खूबसूरत और भरे बदन की लड़की थी लेकिन वह काफ़ी तेज मिज़ाज की थी उसका पूरा फिगुर एक निश्चित

साँचे मे ढला हुआ था उसकी कमर और दूध 36 के थे और वह काफ़ी गोरी थी और उसकी भी हाइट लगभग 5.8" की थी,

वह अड्वान्स लाइफ पसंद करती थी, उसका छोटा भाई रवि उससे 2 साल छोटा था लेकिन उसका बड़ा भाई रोहित उससे करीब 5 साल

बड़ा था, रोहित एक कोम्पनी मे सेल्स मॅनेजर की पोस्ट पर था और उसकी सॅलरी से ही उसके घर का खर्च चलता था, उसके

मा - बाप बीमारी के चलते 4 साल पहले गुजर चुके थे,
 
रवि अपने रूम मे जाकर अपनी खिड़की से वेट करने लगा कि कब पायल बाथरूम मे नहाने के लिए जाए, और जैसे ही पायल अपनी ब्रा और पेंटी और एक टॉवेल लेकर बाथरूम मे घुसती है, रवि चुपचाप बाथरूम के दरवाजे के पास जाकर की होल से अपनी आँखे दरवाजे के की होल से सटा देता है, पायल अपनी ब्रा-पेंटी और टॉवेल को टांग कर अपनी वाइट कलर की मॅक्सी को अपने परो के पास से पकड़ कर अपने गले से जैसे ही उतारती है उसकी ब्लॅक कलर की उसके मोटे चुतडो मे कसी पेंटी और

ब्लॅक कलर की उसके मोटे-मोटे दूध को बँधे ब्रा नज़र आ जाती है और रवि का लोड्‍ा पूरी तरह भनभाना जाता है, पायल

का दूधिया बदन उसकी ब्लॅक पेंटी और ब्रा मे बहुत ही खूबसूरत लग रहा था उसकी पेंटी से उसकी चूत का फूला हुआ

उभार देख कर रवि के मुँह मे पानी आ गया, उसकी गोरी-गोरी मोटी गुदाज जाँघो ने रवि को पागल कर दिया और उसके

खूबसूरत पेट और गहरी नाभि को देख कर रवि का मन होने लगा कि अभी अपनी दीदी को अपनी गोद मे उठा कर अपने सीने से

लगा कर खूब कस कर उसकी चूत मारे, फिर जैसे ही पायल शॅंपू लेने के लिए दूसरी और घूमी तो रवि को अपनी दीदी के

मोटे-मोटे फैले हुए भारी- भारी गोरे चुतड नज़र आ गये उसकी भारी गान्ड की मोटी दरार के बीच उसकी पेंटी पूरी

तरह फसि हुई थी,

रवि ने अपने लंड को निकाल कर सहलाते हुए अपनी दीदी की मोटी गदराई गान्ड को देखने लगा, पायल ने अपने बालो पर शॅंपू

करने के बाद शावर ऑन कर दिया और उसके गोरे बदन को पानी ने पूरा भिगो कर और सेक्सी बना दिया था फिर पायल ने अपनी

मोटी छातियो पर कसी हुई ब्रा का हुक खोल कर उसे अलग कर दिया और उसके मोटे-मोटे दूध एक दम से आज़ाद हो गये, पायल

के दूध काफ़ी बड़े और किसी बॉल की तरह ठोस नज़र आ रहे थे, रवि अपने मन मे सोचता हुआ कितनी कड़ी-कड़ी चुचिया

है दीदी की एक बार दबाने को मिल जाए तो उनको दबा-दबा कर सारा रस निकाल लूँगा और अपने लंड को सहलाने लगा,

पायल अपने दूध और अपनी बगल, अपने पेट और पीठ पर साबुन लगा-लगा कर मलने लगी जब वह अपने दूध पर साबुन

लगाती तो उसके मोटे -मोटे दूध के निप्पल तन जाते थे उसके निप्पल काफ़ी बड़े और गुलाबी नज़र आ रहे थे, फिर जैसे ही

पायल ने अपनी पेंटी मे हाथ डाल कर उसे नीचे सरका दिया तो रवि ने अपनी दीदी की बिना बालो वाली चिकनी चूत को देख कर

पागल हो गया और अपने लंड को ज़ोर -ज़ोर से हिलाने लगा, पायल ने जल्दी से अपनी चूत और मोटी गान्ड पर साबुन लगाया और फिर

शावर ऑन कर के अपने बदन को धोने लगी और उसका गोरा बदन फिर से चमकने लगा, पायल घूम-घूम कर अपने बदन

को पानी से धो रही थी,
 
रवि की आँखो के सामने कभी पायल की मोटी गान्ड आ जाती कभी उसकी फूली हुई उभरी चूत आ जाती ,

उसकी चिकनी चूत की लकीर खड़े होने पर भी काफ़ी खुली हुई नज़र आ रही थी जिसके कारण उसका उठा हुआ दाना भी नज़र

आरहा था, पायल ने जल्दी से नाहकार अपने बदन को टॉवेल से पोछा और अपनी ब्रा और पेंटी पहन कर टॉवेल लपेटने लगी

तभी रवि जल्दी से अपने रूम के अंदर चला गया और पायल बाथरूम से निकल कर,

पायल- रवि जा जल्दी से नहा कर रेडी हो जा कहती हुई अपने रूम मे चली गई,

रवि से रहा नही गया और वह बाथरूम मे जाकर पूरा नंगा हो गया और अपनी दीदी की उतरी हुई ब्रा और पेंटी को अपने

हाथो मे लेकर देखता हुआ अपनी दीदी की चूत की कल्पना करते हुए अपने लंड को हिलाने लगा और अपनी आँखे बंद करके

कभी सोचता कि वह अपनी दीदी के नंगे बदन से चिपक रहा है कभी सोचता कि वह अपनी दीदी की चूत को खूब ज़ोर-ज़ोर से

फैला कर चाट रहा है, कभी सोचता कि अपनी दीदी की मोटी जंघे फैला कर अपने मोटे लंड से उसकी चूत मार रहा है,

उसने अपनी दीदी की मस्त गोरी चिकनी चूत को सोचते हुए अपनी दीदी की चूत को चोदने की कल्पना करते हुए अपना वीर्य निकाल

दिया और फिर दो मिनिट तक अपने लंड से अपना वीर्य दबा-दबा कर निचोड़ता हुआ शावर को ऑन करके नहाने लगा और

फिर नहा कर रेडी हो गया,

दरअसल एक दिन रवि ने अपनी दीदी को अपनी ब्रा और पेंटी हाथ मे लेकर बाथरूम मे घुसते देखा तो उसके मन मे

अचानक ख्याल आया कि दीदी को क्यो ना नंगी नहाते देखा जाए और उसने जब बाथरूम के दरवाजे को गौर से देखा तो उसे

की होल नज़र आ गया और उसने जब अपनी आँख उस के होल से लगा कर अंदर देखा तो अपनी बहन को नंगी देख कर

उसके होश उड़ गये उसने पहली बार किसी जवान लड़की को पूरी नंगी देखा था बस वो दिन था और आज का दिन तब से रवि

लगभग रोज अपनी दीदी को नंगी नहाते हुए देखने लगा था केवल सनडे ही ऐसा दिन था जिस दिन वह अपनी दीदी को नंगी

नही देख पाता था क्यो की सनडे को उसके भाई की छुट्टी होती थी और वह घर पर ही रहता था,

रवि अपनी बाइक पर अपनी दीदी का इंतजार करने लगा थोड़ी देर बाद पायल जब बाहर आई तो रवि उसको देख कर जल भुन गया क्यो

कि पायल ने एक छोटी सी स्कर्ट और शॉर्ट शर्ट पहन रखी थी जिसमे उसकी मोटी -मोटी गदराई जंघे साफ नज़र आ रही थी और

अगर थोड़ी तेज हवा चल जाए तो उसकी मस्तानी चूत और गान्ड मे कसी पेंटी भी नज़र आने लगे,

रवि- अपना मुँह पर गुस्सा दिखाते हुए क्या ये कपड़े पहन कर कॉलेज जाओगी,

पायल- उसे घूर कर गुस्से से देखती हुई, क्यो क्या बुराई है इसमे,

रवि- दीदी ये सब तुम पर नही अच्छा लगता है

पायल- मुझ पर क्या अच्छा लगता है और क्या नही ये मे तुझसे बेहतर जानती हू, मुझे ज़्यादा समझाने की कोशिश मत

किया कर मेरी जो मर्ज़ी होगी मे पहनूँगी समझे,

रवि -उसके लाल तमतमाए चेहरे को देख रहा था

पायल - अब मेरी शकल क्या देख रहा है चल जल्दी से बाइक स्टार्ट कर,

रवि अपना सा मुँह लेकर बाइक स्टार्ट करता है और पायल उस पर बैठ जाती है और दोनो कॉलेज के लिए उड़ जाते है,
 
कॉलेज पहुच कर बाइक से यूटर कर पायल, चल अब मे जाती हू और अपनी मोटी गान्ड को मतकाती हुई अपनी क्लास की ओर जाने

लगती है, रवि मन मे बाते करता हुआ, अपनी दीदी की गदराई गान्ड को देखता हुआ, मेरे बाप का क्या जाता है तुम नंगी होकर

कॉलेज आ जाया करो पर जिस दिन तुम्हारी मोटी गान्ड मे किसी ने लंड फसा दिया तो फिर रोती हुई मेरे पास मत आना कि रवि

किसी ने मेरी गान्ड मे लंड फसा दिया और रवि अपनी बाइक पार्क करके अपनी क्लास मे चला जाता है,

उधर रोहित के बॉस ने रोहित को बुलाया और रोहित जब उनके केबिन मे गया तो

बॉस- आओ रोहित प्लीज़ सिट डाउन

रोहित - थॅंक यू सर

बॉस- सो रोहित व्हाट ईज़ युवर डिसीजन, क्या फ़ैसला लिया तुमने मेरी बेटी निशा के बारे मे,

रोहित- मुस्कुरा कर सर, आइ आम रेडी

बॉस- इसका मतलब है तुम्हे निशा पसंद है

रोहित- हा सर लेकिन

बॉस- मे जानता हू अभी सिर्फ़ तुमने उसकी तस्वीर ही देखी है और तुम उससे मिलना भी चाहते हो, नो प्राब्लम बेटे वह कल ही

इस शहर मे आ जाएगी उसके बाद मे तुम्हारी उससे मीटिंग करवाता हू, उसने भी सिर्फ़ तुम्हारी तस्वीर देखी है, तुम

दोनो एक दूसरे को मिल कर पसंद कर लो फिर मे जल्दी से तुम दोनो की शादी करवा देता हू, ओके

रोहित -मुस्कुरा कर ओके सर और फिर अपने केबिन मे आ जाता है

दरअसल जो तस्वीर सुबह रवि ने देखी थी वह निशा की तस्वीर थी जो रोहित के बॉस की बेटी थी और रोहित का बॉस अपनी बेटी

निशा की शादी रोहित से करना चाहता था,

इधर रवि अपनी क्लास से बाहर आकर केफे हाउस मे बैठा हुआ कॉफी पी रहा था तभी उसकी नज़र एक लड़की पर पड़ती है और

उसका दिल ज़ोर से धड़कने लगता है उस लड़की का इनोसेंट चेहरा, भरे हुए गुलाबी गाल, रसीले होंठ, लहराते रेशमी बाल, उसकी

खूबसूरती मे चार चाँद लगा रहे थे, उसने एक वाइट टॉप और ब्लू कलर का जीन्स पहन रखा था उसके दूध बिल्कुल

कठोर और लगभग 36 के नज़र आ रहे थे उसकी मोटी जंघे उसके जीन्स को फाड़ने को बेताब हो रही थी और जब उसने अपने

कदम केफे के काउंटर की ओर बढ़ाए तो रवि उसके मोटे-मोटे गदराए चुतडो को देख कर पागल हो गया

उससे रहा नही

गया और वह उस लड़की के पास जाकर सीधे उसके पीछे खड़ा हो गया और अपने चेहरे को उसके बालो के पास लेजा कर उसके

रेशमी बालो को सूंघने लगा, उसकी खुश्बू जब उसकी नाक मे पड़ी तो वह मदहोश हो गया और उसके बालो की खुश्बू को

सुन्घ्ता हुआ एक गहरी सांस लेने लगा, फिर रवि उस लड़की के साइड मे आकर खड़ा हो गया और उसके खूबसूरत चेहरे को

देखने लगा, वह लड़की अपने पार्स से पैसे निकाल कर काउंटर पर रख कर जैसे ही रवि को देखती है उसकी नज़रे रवि की नज़रो

से मिलती है और रवि उसको देख कर एक स्माइल पास कर देता है लेकिन वह रवि की स्माइल का कोई जवाब ना देकर पलट कर चलदेती है,

जब वह कुछ दूर चली जाती है तो रवि दौड़ता हुआ उसके पीछे जाकर एक्सक्यूस मी, सुनिए तो, वह लड़की रुक कर, यस

रवि- क्या मे आपका नाम जान सकता हू

लड़की- क्यो क्या करेंगे आप मेरा नाम जान कर

रवि- क्या आप इसी कॉलेज मे पढ़ती है

लड़की- लगता है आपको सवाल पूछने की बीमारी है, और पलट कर चल देती है

रवि- फिर से उसके पीछे लपकता हुआ, उसके साथ-साथ चलता हुआ, सुनिए प्लीज़ अपना नाम तो बता दीजिए

लड़की- क्या आप पागल है जो इस तरह मेरे पीछे पड़ गये,

रवि- तुम्हे देख कर तो कोई भी पागल हो सकता है,

लड़की- लुक मिस्टर. अपनी बकवास अपने पास रखो और अब मेरे पीछे नही आना वरना मुझसे बुरा कोई नही होगा, और फिर से

अपनी मोटी गान्ड मतकाते हुए कॉलेज की क्लास मे घुस जाती है,
 
रवि जब देखता है कि वह लड़की उसी की क्लास के अंदर गई है तो वह चौंक जाता है और फिर दौड़ कर अपनी क्लास मे चला

जाता है जहा वह लड़की भी पीछे की सीट पर बैठ कर एक दूसरी लड़की से बात कर रही थी, रवि अपने आस पास नज़र दौड़ा कर

सोचने लगता है की यह लड़की लगता है इस क्लास मे नई-नई आई है पर इसके बारे मे किससे पुंच्छू तभी उसकी नज़र एक

चश्मा लगाए स्टूडेंट अजय पर पड़ती है और वह सोचता है कि बेचारे चस्मे वाले ही पढ़ने मे तेज होते है और

सबसे सही तरीके से कुछ भी बता देते है इसलिए इसी से पूछता हू और अपने पास बैठे अजय से

रवि- हाय अजय

अजय-मुस्कुराकर हाय

रवि-अजय वो लड़की कौन है वो तो हमारी क्लास मे पहले नही थी

अजय- अरे उसका नाम सोनिया है वह अभी-अभी जाय्न हुई है

रवि- कहाँ रहती है

अजय- ये तो मुझे नही पता लेकिन पढ़ने मे बहुत तेज है कल सर भी उसकी तारीफ कर रहे थे

रवि का मन क्लास मे नही लगता है और वह सोनिया के हुस्न को देखता हुआ बैठा रहता है, तभी सर की नज़र उस पर पड़ती

है और सर रवि को आवाज़ लगाते हुए रवि, लेकिन रवि सोनिया के हुस्न मे खोया हुआ था और उसे सर की आवाज़ नही सुनाई दी,

सभी स्टूडेंट रवि को देखने लगे यहाँ तक कि सोनिया ने भी देख लिया कि रवि उसी को घूर रहा है और वह एक दम से

सकपका जाती है और इतने मे सर अपनी चाक का एक टुकड़ा उठा कर सीधे रवि के मुँह पर मार देते है और रवि का ध्यान

भंग हो जाता है,

सर- रवि कहाँ है तुम्हारा ध्यान

रवि- सकपकाते हुए कही नही सर

सिर-अभी मे क्या लेक्चर दे रहा था

रवि- जी वो

सिर- अपनी उंगली रवि को दिखा के गेट की तरफ इशारा करके आउट

रवि - चुपचाप अपनी सीट से उठता हुआ सोनिया को देखता है और सोनिया भी अपने सीरियस चेहरे से रवि को देखती है औररवि क्लास से बाहर हो जाता है,

क्रमशः........................

.
 
कमीना--2

गतान्क से आगे...........................

..

कॉलेज छूटने के बाद पायल सीधे रवि के पास आती है और उसकी पीठ पर हाथ मारते हुए चल स्टार्ट कर अपनी बाइक,

रवि- दीदी 5 मिनिट रूको और रवि कॉलेज के गेट की ओर देखने लगता है

पायल- किसी का वेट कर रहा है क्या

रवि- नही वो बस ऐसे ही

पायल- तो फिर मुँह उठाए गेट की ओर क्यो देख रहा है,

रवि दीदी तुम बस 5 मिनिट यही रूको मे अभी आता हू और रवि कॉलेज के गेट के अंदर जाकर सोनिया को अपनी नज़रो से

खोजने लगता है, तभी उसे सोनिया आते हुए नज़र आती है और वह जल्दी से दौड़ कर सोनिया के पास पहुच जाता है और

उसके सामने जाकर खड़ा हो जाता है, सोनिया उसको देख कर रुक जाती है और उसके चेहरे को देखने लगती है,

रवि- हाय सोनिया

सोनिया- तो तुमने मेरा नाम मालूम कर लिया

रवि- सोनिया को देख कर मुस्कुराते हुए, सोनिया कुछ दिन रुक जाओ मे तुम्हारी पूरी जिंदगी मालूम कर लूँगा

सोनिया- मेरा रास्ता छोड़ो और मुझे जाने दो

रवि- सोनिया मे तुमसे कुछ कहना चाहता हू

सोनिया- अपनी आँखे उसे दिखाती हुई, मुझे तुम्हारी कोई बकवास नही सुन्नी है,

रवि- सोनिया का हाथ पकड़ लेता है,

सोनिया- अपना हाथ उसके हाथो से छुड़ाने की कोशिश करती हुई, मेरा हाथ छोड़ो

रवि- सोनिया की आँखो मे देखता हुआ, सोनिया तुम जानती हो तुम गुस्से मे कितनी खूबसूरत लगती हो,

सोनिया- अपना हाथ छुड़ाते हुए, अपनी बकवास बंद करो और आगे से मेरे पास आने की ज़रूरत नही है वरना मे तुम्हारी

प्रिन्सिपल से शिकायत कर दूँगी,

रवि- उसका हाथ छोड़ते हुए, अब तुम चाहे तो मुझे सूली पर चढ़ा दो लेकिन अब रवि के मुँह से अगर कोई अल्फ़ाज़ निकलेगा तो

वह सिर्फ़ और सिर्फ़ एक ही होगा, सोनिया, सोनिया, सोनिया

रवि की बातो को सुन कर सोनिया की साँसे थोड़ी तेज हो जाती है और वह जल्दी से उसके पास से चल देती है और तेज-तेज कदमो से

अपनी स्कूटी स्टार्ट करके उड़ जाती है, रवि जब गेट के बाहर आता है तो

पायल- कहाँ गया था

रवि- कुछ नही बस ऐसे ही थोड़ा कम था,

पायल- उसको घूरते हुए मे सब जानती हू आज कल तू लड़कियो के पीछे बहुत भागने लगा है

रवि- अपने मन मे बाते करता हुआ, दीदी तुम अपने पीछे लगा लो तो मे लड़कियो के पीछे भागना बंद कर दू, पर तुम्हारी

गदराई चूत तो ना जाने किसके लंड को देख कर फड़केगी, और अपनी बाइक स्टार्ट करके पायल को बैठा कर चल देता है,

घर पहुच कर रवि सोफे पर बैठा-बैठा सोनिया के हुस्न को याद करता हुआ बैठा रहता है तभी, पायल दौड़ कर रवि के

पास आकर रवि का हाथ पकड़ कर उठाते हुए

पायल- रवि इधर आ तुझे एक चीज़ दिखाती हू

रवि- उठता हुआ धीमी आवाज़ मे, क्या अपनी चूत खोल कर दिखा रही हो दीदी

पायल- उसके कुछ शब्द को सुनते हुए, क्या कहा तूने

रवि- कुछ भी तो नही कहा , क्या दीदी तुम्हारे भी कान बजते रहते है

पायल- रवि को घूर कर देखती हुई रवि तूने कुछ तो उल्टा सीधा कहा है मेरे बारे मे,

रवि- ओफ्फ हो दीदी मे भला आपके बारे मे कोई उल्टी बात कह सकता हू क्या, आप भी ना, अब खड़ी -खड़ी मुझे क्या देख रही

हो बताओ भी क्या दिखा रही थी

पायल- उसका हाथ पकड़ कर अपने भैया रोहित के रूम मे लेजा कर बेड पर पड़ी बुक को दिखाते हुए जा देख उस बुक मे

क्या है, रवि उस बुक को देख कर सारी बात समझ जाता है और नाटक करते हुए, अरे बुक मे क्या होगा,

पायल- तू बुक खोल कर देख तो सही

रवि- जाकर बुक खोल कर देखता है और पायल को देख कर दीदी क्या गदराया माल है,

पायल- उसको घूर कर क्या बोला

रवि- मेरा मतलब है कितनी खूबसूरत लड़की है कौन है यह

पायल- अपना मुँह बना कर मे भी नही जानती पर भैया की बुक मे है तो हो सकता है भैया की कोई गर्लफ्रेंड हो

रवि- उस फोटो को देखते हुए, हे भैया आप कितने लकी है

पायल- रवि के हाथो से फोटो लेकर वापस बुक मे रखती हुई, अब और कितना देखेगा खा जाएगा क्या उसे,

रवि- दीदी तुम भी ना

पायल- चल निकल बाहर और अपने भैया के रूम का दरवाजा बंद करके बाहर आ जाती है और सोफे पर जाकर बैठ जाती है

रवि भी उसके सामने बैठ जाता है, पायल सोफे से अपनी पीठ टिका कर एक मागज़िने उठा कर पढ़ने लगती है और अपने पैर को

उठाकर टी-टेबल पर रख लेती है, उसके ऐसा करने से सामने बैठे रवि को अपनी दीदी की पूरी पेंटी नज़र आने लगती है, और

उसका मोटा लंड अपनी बहन की पेंटी मे कसी फूली हुई चूत देख कर खड़ा हो जाता है और रवि पायल की नज़रे बचा कर

उसकी चूत को देखने लगता है उसकी मोटी-मोटी कसी हुई जंघे पूरी नंगी लगती है,

तभी पायल की नज़र रवि की आँखो पर

पड़ती है और वह देख लेती है कि रवि कहाँ देख रहा है और अपनी टाँगो को नीचे करते हुए गुस्से से रवि को देख कर

कमीना कही का कह कर उठ कर अपने मोटे-मोटे चुतड मटका कर अपने रूम मे जाने लगती है और रवि उसके गदराए

चुतडो के पीछे अपनी नज़र लगा देता है और रूम मे घुसने से पहले अपनी आदत के अनुसार पायल एक दम से पलट कर

रवि को देखती है और रवि की भूखी नज़रे अपनी मोटी गान्ड पर पाती है तभी रवि उसको देख कर सकपका जाता है और अपना

मुँह दूसरी और घुमा लेता है और पायल एक हल्की सी स्माइल मारते हुए रूम मे घुस जाती है,

पायल अपने बेड पर लेट कर अपनी गदराई चूत मे पेंटी के अंदर से हाथ डाल कर सहलाती हुई सोचती है, रवि कितना कमीना

है कैसे आँखे फाड़-फाड़ के मेरी मोटी गान्ड को घूर रहा था जैसे की खा जाएगा, कमीना अपनी बहन को भी नही

छोड़ता है, कही अगर मे इसके सामने नंगी खड़ी हो जाउन्गि तो कही मुझे चोद ना दे, कभी -कभी तो इसका लंड पाजामे के

उपर से कितना बड़ा नज़र आता है और सुबह -सुबह कैसा तना रहता है, इसका लोड्‍ा कितना मोटा होगा, आह और अपनी चूत को

पायल सहलाने लगती है और उसकी चूत से पानी बहने लगता है, पायल अपने आप से बाते करते हुए कमीना ज़रूर मुझे

नंगी देखने के लिए मरा जा रहा होगा, मेरी मोटी गान्ड और दूध को तो दिन भर ही घूरता रहता है लगता है अपनी बहन

के उपर चढ़ कर चोदने के लिए मरा जा रहा है अगर मे इसके सामने नंगी हो जाउ तो ये क्या करेगा, कही मुझे पकड़

कर ज़बरदस्ती चोदने लगा तो और पायल की चूत पानी छोड़ने लगती है और वह अपनी दो उंगलिया अपनी चूत मे भर कर

सहलाने लगती है और उसकी नज़रो के सामने रवि का कल्पना किया हुआ मोटा लंड झूलने लगता है, हाय मोटे -मोटे लंड से

चुदवाने मे कितना मज़ा आता होगा, आह जब उंगली से ही इतना अच्छा लगता है तो लंड की तो बात ही अलग होगी, आह आह पायल

अपनी चूत मे खूब उंगली डाल-डाल कर झाड़ जाती है और फिर एक घंटे आराम करने के बाद बाहर आती है.

रवि और पायल सोफे पर बैठे कॉफी पी रहे थे तभी दरवाजे की कॉल बेल बजती है और रवि उठ कर गेट खोलता है और

उसके सामने जो होता है उसको देख कर रवि की आँखे खुली की खुली ही रह जाती है और वह एक दम से अपना दिल थाम लेता है

और रवि के मुँह से निकलता है

"हमने सोचा था कि हम आप से बस ख्वाबो मे ही मिल पाएगे

हमे क्या मालूम था कि आप इस तरह अचानक हमारे सामने आ जाएगे"

सोनिया- तुम यहा

रवि- वही तो मे भी पूछना चाहता हू कि आप यहा मेरे घर पर

सोनिया- ओ तो ये तुम्हारा घर है, पर यह अड्रेस तो मुझे पायल ने दिया था

रवि - आप कैसे जानती है पायल को

सोनिया- शी ईज़ माइ फ्रेंड्स

रवि- मुस्कुराते हुए आंड यू आर माइ गर्लफ्रेंड

सोनिया- वेरी फन्नी

रवि - बट यू आर स्वीट हन्नी

सोनिया- शट अप

रवि - कम इन

सोनिया- पहले बताओ पायल है

तभी अंदर से पायल की आवाज़ आती है कौन है रवि, रवि दीदी कोई आपसे मिलने आया है, और सोनिया अंदर आ जाती है और

पायल सोनिया को देख कर अपना हाथ आगे बढ़ाते हुए उसको गले लगाकर आ अंदर आ और उसे सोफे पर बैठते हुए खुद

भी उसके पास बैठ जाती है, रवि भी आकर बैठते हुए सोनिया को देख कर मुस्कुराने लगता है,
 
पायल ये मेरा भाई है रवि और रवि ये मेरी बेस्ट फ्रेंड है सोनिया, तेरी ही क्लास मे इसका अड्मिशन हुआ है,

रवि- सोनिया को मुस्कुराकर देखता हुआ, अच्छा मुझे तो पता ही नही था, कब आज ही लिया है आपने अड्मिशन

सोनिया- रवि को घूर कर देखती हुई, नही तीन दिन हो गये

रवि- मुस्कुरा कर सोनिया की आँखो मे देखता हुआ, क्या बात है आप तीन दिन से मेरी क्लास मे आ रही है और मेने

आपको आज पहली बार देखा है

सोनिया- रवि को घूर कर देखते हुए, आपका ध्यान कही और रहा होगा

रवि- सोनिया को देख कर मुस्कुराते हुए, सही कहा आपने दो दिन से मेरा ध्यान वाकई कही और था,

पायल- सोनिया तू बैठ मे तेरे लिए कॉफी बना कर लाती हू,

सोनिया- अरे यार तकलीफ़ क्यो करती है,

पायल- अरे इसमे तकलीफ़ की क्या बात है और किचन मे जाकर पायल कॉफी बनाने लगती है

सोनिया अपनी नज़रे उठा कर रवि को देखती है और रवि उसी को देख रहा था

सोनिया- तुम दिन भर मुझे घूरते क्यो रहते हो उस दिन क्लास मे भी सबके सामने

रवि- मुस्कुरा कर क्यो कि मे पहली नज़र मे ही तुमको अपना दिल दे बैठा हू,

सोनिया- मुस्कुरा कर ये आशिको वाली बाते खूब सुनी है मेने और कई आशिको को देखा भी है लेकिन मुझे इन सब बेकार

की बातो मे कोई दिल्लचस्पी नही है इसलिए तुम बेकार मे अपना वक़्त बर्बाद मत करो, और अपने हाथो से उसकी ओर चुटकी

बजाते हुए समझे मिस्टर. मजनू

रवि- सोनिया के करीब जाकर बैठता हुआ उसकी नशीली आँखो मे देख कर, धीरे से कहता है, मे तो तुम्हारे इस खूबसूरत

हुस्न पर मर मिटा हू और जब तक इन रसीले लबो का रस पी नही लेता मुझे चैन नही आने वाला है.

सोनिया- अपने चेहरे पर गुस्सा लाते हुए रवि को अपनी उंगली दिखा कर रवि अपनी हद मे रह कर बात करो वरना मुझ से

बुरा कोई नही होगा,

रवि- मुस्कुरा कर अरे तुम तो सीरीयस होने लगी, अच्छा बाबा मत पिलाना मुझे अपने होंठो का रस पर अब जब तुम मेरी

दीदी की दोस्त हो तो क्या हम दोस्त नही बन सकते, और अपना हाथ सोनिया की ओर बढ़ा देता है

सोनिया- थोड़ा मुस्कुरा कर उसे अपना हाथ देती हुई ओके और उसकी आँखो मे देखती हुई, लेकिन सिर्फ़ दोस्ती और कुछ नही

समझे,

रवि- मुस्कुराकर मे समझ गया, रवि उसकी तनी हुए चुचियो को देख कर मन ही मन कहता है मेरी रानी एक दिन

तुझे पूरी नंगी करके अपनी बाँहो मे भर कर तेरे हर अंग का रस नही पिया तो मेरा नाम भी रवि नही,

तभी पायल कॉफी लेकर आती है और सोनिया को देती है,

रवि- दीदी मेरे लिए

पायल- तूने अभी तो पी थी मेरे साथ

रवि- मुँह बना कर ओके

कुछ देर बैठने के बाद सोनिया वहाँ से चली जाती है
 
शाम को जब रोहित घर आता है तो पायल उसके लिए कॉफी लेकर आती है और

पायल -क्या बात है भैया आज आप बहुत खुस लग रहे है

रोहित - नही तो ऐसी तो कोई बात नही है,

पायल- नही भैया कुछ तो बात है आज आप कुछ अलग दिख रहे है

रोहित- मुस्कुरा कर तू तो लगता है मन की बाते भी जान लेती है तुझसे तो बच कर रहना पड़ेगा,

पायल- अब बताओ भी भैया पहेलिया क्यो बुझा रहे हो

रोहित- आक्च्युयली पायल मेने शादी करने का फ़ैसला कर लिया है,

पायल- चहकते हुए ग्रेट भैया

रोहित- तो तू ये नही पूछेगी कि किससे कर रहा हू

पायल- मे जानती हू

रोहित- चौक्ते हुए, तू कैसे जानती है

पायल- भैया आप उसी से शादी कर रहे है ना जो आपकी बुक के अंदर है

रोहित- मुस्कुराकर ओ तो तूने उसकी तस्वीर देख ली है

पायल- भैया भाभी तो बहुत अच्छी है कहाँ रहती है

रोहित- पायल आक्च्युयली वो मेरे बॉस की बेटी है उसका नाम निशा है

पायल- तो भैया कब मिलवा रहे हो मुझे अपनी भाभी से

रोहित- बहुत जल्द, अच्छा मे ज़रा एक ज़रूरी काम से अपने दोस्त के यहाँ जा रहा हू खाना भी उसी के साथ खाउन्गा तुम मेरे

लिए खाना मत बनाना ओके

पायल- ओके भैया ओर फिर रोहित चला जाता है

पायल दौड़ती हुई रवि के रूम मे जाती है जहा रवि अपने बेड पर लेटा हुआ था और पायल धम्म से जाकर रवि के उपर कूद

जाती है और रवि हाय मार डाला रे,

रवि- दीदी ये क्या तरीका है अभी मेरे पेट मे लग जाता

पायल- उसका पेट सहलाते हुए सॉरी-सॉरी और रवि के उपर झुक कर एक पप्पी ले लेती है

रवि- थोड़ा उठ कर तकिये का सहारा लेकर बैठते हुए, पायल को अजीब नज़रो से देखता हुआ, हे दीदी क्या बात है इतनी खुस

क्यो हो रही हो ऐसा क्या मिल गया तुमको

पायल- अरे पगले ऐसी न्यूज़ है कि तू सुनेगा तो पागल हो जाएगा,

रवि- पायल को देखता हुआ, क्यो ऐसी क्या बात है

पायल- अरे पगले भैया शादी कर रहे है

रवि- अपने मन मे खुद से बाते करता हुआ, लो गई भेस पानी मे चूत भैया को मिलने वाली है और खुजली इनकी बुर मे हो

रही है, अच्छा कौन है वो ख़ुसनसीब लड़की जो हमारी भाभी बनने वाली है

पायल- अरे वही लड़की जिसकी फोटो आज मेने तुझे दिखाई थी

पायल की बात सुन कर रवि का लंड करवट लेने लगता है, हाय वो गदराई लोंड़िया मेरी भाभी बन कर आएगी तो मेरा क्या

होगा, मे तो उसकी गदराई जवानी देख-देख कर पागल हो जाउन्गा

रवि- क्या बात कर रही हो दीदी वो लड़की हमारी भाभी बनेगी

पायल- हाँ और उसका नाम निशा है वो भैया के बॉस की बेटी है

रवि- पायल के दूध को घूर कर देखते हुए खुद से बाते करते हुए हे दीदी उसके तो दूध तुमसे भी मोटे-मोटे है

और उसका गुदाज पेट तो मेरे लंड को पागल कर देता है

पायल- अपने भाई की चुभती नज़र अपने दूध पर महसूस करती है और उसकी पीठ पर एक हाथ मारते हुए कमीना कह कर

चल देती है और

रवि - क्या हुआ दीदी, और अपनी बहन की गदराई मटकती गान्ड को देखने लगता है, तभी अपनी आदत के अनुसार पायल एक दम

पलट कर उसको देखती है और वह सकपका कर अपनी नज़रे हटा लेता है, पायल उसको खा जाने वाली नज़रो से घुरती हुई चली जाती है,

क्रमशः.........................
 
कमीना--3

गतान्क से आगे...........................

..

अगले दिन रवि अपनी दीदी को कॉलेज लेकर उसे छोड़ कर अपनी क्लास मे आ जाता है और फिर उसकी नज़र सोनिया से मिलती है

सोनिया उसको देख कर स्माइल मारती है और वह सोनिया को देख कर आँख मार देता है और सोनिया को उससे ऐसी उम्मीद नही

थी और वह अपने चेहरे पर गुस्सा लाती हुई अपने नज़रे उससे हटा लेती है, रवि बराबर उसको देखता रहता है, कुछ देर बाद

सोनिया फिर से रवि की ओर देखती है तो इस बार रवि उसको दूर बैठा -बैठा चूमने का इशारा करता है, सोनिया अपने चेहरे

पर कठोर भाव लाकर उसकी ओर देखती है और फिर उसके मुँह से एक ही शब्द निकलता है कमीना.

क्लास छूटने पर सोनिया कॉफी पीने के लिए जाती है तभी रवि आ जाता है

रवि- हाय सोनिया

सोनिया- रुक कर गुस्से से क्या है

रवि- अरे नाराज़ क्यो होती हो मे तो सिर्फ़ तुम्हे ये कह रहा था कि चलो साथ चल कर कॉफी पीते है

सोनिया- मुझे नही पीनी तुम्हारे साथ कॉफी

रवि- नाराज़ हो मुझसे

सोनिया- तुम्हे शर्म नही आती क्लास मे सब के सामने ऐसी हरकत करते हुए

रवि- ओह तो तुम ये कहना चाहती हो कि मुझे ऐसी हरकत सबके सामने नही करना चाहिए

सोनिया- रवि मे तुमसे कोई बात नही करना चाहती प्लीज़ मुझे अकेला छोड़ दो

रवि- उसका हाथ पकड़ कर तुम समझती क्या हो अपने आप को, मे तुम्हारे लिए पागल हू और तुम मुझे कोई रेस्पोन्स नही

दे रही हो

सोनिया- उसकी तरफ आँख निकाल कर, रवि मेरा हाथ छोड़ो

रवि- नही छोड़ूँगा क्या कर लोगि

सोनिया- अपने आँखे दिखा कर, रवि तुम मेरा हाथ छोड़ते हो कि नही

रवि- उसका हाथ छोड़ते हुए, जानेमन इतना गुस्सा करती हो तो तुम नही जानती तुम कितनी सेक्सी नज़र आने लगती हो

सोनिया- रवि किसी बात की हद होती है

रवि- तुम भी ना यार थोड़ा सा मज़ाक कर लिया तो तुम इतना भड़क जाती हो मे तो सिर्फ़ तुम्हारे साथ कॉफी पीना चाहता हू और

तुम बात का बतंगड़ बना रही हो अब चलो चल कर कॉफी पीते है

सोनिया रवि के साथ कॉफी हाउस मे जाकर बैठ जाती है और रवि दो कॉफी ऑर्डर कर देता है तभी उधर से पायल आ जाती

है,

पायल- ओफ्फ हो क्या बात है एक मुलाकात मे ही तुम दोनो कॉफी पीने आ गये इट्स ग्रेट,

सोनिया- मुस्कुरा कर आ बैठ पायल

पायल- हाँ वो तो बैठूँगी ही पर मेरे इस कमीने भाई से तूने बहुत जल्दी दोस्ती कर ली

रवि - दीदी तुम भी ना अब एक ही क्लास मे है तो दोस्ती तो हो ही जाएगी ना

पायल- सोनिया रवि तुझे परेशान तो नही करता है ना, अगर करता हो तो मुझे बता देना मे इसकी पिटाई लगा दूँगी और

दोनो रवि को देख कर हस्ने लगते है

रवि- अरे दीदी मे क्यो सोनिया को परेशान करने लगा और सोनिया के कसे हुए दूध को घूर कर देखते हुए अपनी जीभ

पर होंठ फेरने लगता है

पायल का ध्यान उसकी ओर नही रहता है लेकिन सोनिया रवि की हरकत को देख कर रवि को आँख दिखाते हुए अपने होंठ को

इस तरह हिलाती है जैसे कमीना कह रही हो,

रवि उसके लबो के शब्दो को भाँप लेता है और अपने मन मे कहता है मेरी रानी जिस दिन इस कामीने का लंड तुम्हारी चूत

मे जाएगा उस दिन तुम्हे पता चलेगा कि यह कमीना क्या चीज़ है, और तुम्हारे चक्कर मे कही मेरी दीदी भी मुझ से

चुद ना जाए ये भी खूब फुदकती है इसकी चूत लगता है मुझे मारनी ही पड़ेगी तभी इसकी अकल ठिकाने आएगी,
 
थोड़ी देर तक रवि लगातार सोनिया के दूध को देखता रहता है, और सोनिया अपनी नज़रे चुरा -चुरा कर उसकी नज़रो को अपने

दूध पर महसूस करती रहती है, लेकिन सिवाय मन मे गुस्सा करने के वह कुछ नही कर पाती है, थोड़ी देर बाद पायल उठ

कर चली जाती है और उसके जाते ही सोनिया भी उठ कर

सोनिया - मे चलती हू

रवि- उसका हाथ पकड़ कर अरे इतनी जल्दी कहाँ जा रही हो और उसे फिर से बैठा लेता है

सोनिया बैठ कर इधर उधर देखने लगती है

रवि- सोनिया तुम मुझसे प्यार करती हो ना

सोनिया- हस्ते हुए, प्यार और वो भी तुमसे

रवि- क्यो क्या कमी है मुझमे

सोनिया- खूबी भी तो कोई नही है

रवि- अपने हाथ को अपनी पेंट की चैन पर ले जाकर सोनिया को देखता हुआ, देखना चाहोगी क्या खूबी है मुझमे

सोनिया- उसकी बात का मतलब समझ कर एक दम घबरा कर इधर उधर देखने लगती है और उसके होंठ सूखने लगते है

रवि- उसकी स्थिति को भाँप कर अरे घबराओ नही मे तुम्हे अपनी खूबी नही दिखाता हू, लेकिन सोनिया मे तुमसे बहुत प्यार

करता हू, वैसे भी तुममे तो बहुत सारी खूबिया है और मेरी खूबी तो तुम्हे नज़र नही आती है और सोनिया को देख कर

उसके मोटे-मोटे दूध को देखता हुआ लेकिन सोनिया तुम्हारी खूबिया तो मुझे साफ नज़र आती है, और तुम्हारी खूबिया

मुझे बहुत अच्छी लगती है,

सोनिया- रवि की बात सुन कर अपनी नज़रे नीचे झुका लेती है और कुछ देर बाद रवि अब हमे चलना चाहिए

रवि- पर सोनिया मुझे तो लगता है कि तुम मेरे साथ इसी तरह बैठी रहो और हमारी जिंदगी यू ही कट जाए

सोनिया- रवि अब चलो भी,

रवि- ओके बाबा चलो और उसके साथ चल देता है, रवि सोनिया एक बात कहु

सोनिया- क्या

रवि- मेरे साथ मूवी देखने चलॉगी

सोनिया- उसको देखते हुए मुस्कुरा कर तुमने सोच कैसे लिया कि मे तुम्हारे साथ मूवी देखने चलूंगी

रवि- क्यो मे तुम्हे काटता हू

सोनिया- तुम्हारा क्या भरोशा

रवि- सोनिया तुम मुझसे जितना दूर भागती हो मेरा दिल तुम्हारे उतना ही पास आने का करता है

सोनिया- रवि तुम दिन मे भी सपने देखते रहते हो

रवि- मेडम सपनो को हक़ीकत बनते देर नही लगती

रवि- बोलो चलोगि मूवी देखने

सोनिया- नही

रवि- ओके जैसी तुम्हारी मर्ज़ी, और रवि उसके पास जाकर एक दम से उसके गालो को चूम लेता है

सोनिया- उसकी इस हरकत से सिहर जाती है और अपना मुँह फाडे उसको देखती रह जाती है और रवि अपनी क्लास मे घुस जाता है,
 
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