hotaks444
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मुन्नी लंड हिलाते हुए मन ही मन सोच रही थी कि उसकी छिनाल मा खुद
तो उसके सामने अंकल के लंड का मज़ा लेती है, लेकिन अपनी बेटी को वही
मज़ा लेने से रोकती है. आज मुन्नी की चूत बहुत चुलबुला रही थी.
उसकी सहेली बीना ने अपने भैया के साथ कल हुई चुदाई का मज़ा मुन्नी
को आज स्कूल मे सुनाया था. तब से मुन्नी की चूत खुजला रही थी.
उपेर से उसकी मा ने अंकल का लंड खड़ा करने के लिए मुन्नी के हाथ
मे दिया था. उसे मा पर गुस्सा आ रहा था.
मुन्नी बोल पड़ी,"मा अंकल का लंड खड़ा हो जाएगा तब आपको इस लंड
पर बैठने नही दूँगी मैं आज. मैं खुद उसे अपनी चूत मे लेना
चाहती हूँ. मैं अंकल के लंड को खड़ा करूँगी और आप उसपर चढ़
कर मज़ा लेंगी, ये हमेशा होता है. आज मैं अंकल का लंड लिए
बगैर नही रहूंगी."
उसकी मा सकते मे आ गयी. मुन्नी को समझाने लगी,"देख मुन्नी अभी तू
छोटी है. ज़िद मत कर. अगले साल मैं तुझे चुदवा दूँगी. तब तक
धीरज रख मेरी प्यारी बेटी." लेकिन मुन्नी माननेवाली नही थी. वो
बोली,"देखहो मा, अगर अपने मुझे आज अंकल के लंड का मज़ा नही लेने
दिया तो मैं पापा को सब बता दूँगी आपके और अंकल के बारे मे."
इसपर मुन्नी की मा के पास कोई जवाब नही था. जब वो पड़ोसी से
चुदते हुए मुन्नी द्वारा पकड़ी गयी थी तब मुन्नी के पापा के डर के
कारण ही उसे मुन्नी को अपने खेल मे शामिल करना पड़ा था. उसने अपनी
कमसिन बेटी को लाख समझाया पर मुन्नी नही मानी. इधर मा और बेटी
अपने लौदे के लिए झगड़ रही है ये देख कर अंकल के लंड मे जान आने
लगी. धीरे धीरे उनका लौदा मुन्नी के हाथों मे कड़ा होने लगा.
अंकल मुन्नी की मा को कहने लगे,"भाभी, अगर आज इसे नही लेने दोगि
तो मुन्नी अपने लिए मुसीबत खड़ी करेगी."
उस मोटे तगड़े लौदे को देख कर मुन्नी की मा भी यही सोचने लगी कि
अगर मुन्नी को माना करेगी तो मुन्नी अपने पापा को ज़रूर बताएगी. मगर
जब अंकल का मोटा लंड अंदर लेने का वक़्त आएगा तब शायद मुन्नी डर
जाएगी और उसकी छूट फटने से बच जाएगी. अगर मुन्नी लंड ले भी
लेती है तो फिर कभी अपने पापा से यहा बात बताने की धमकी वो
नही दे सकेगी. ये सोच कर मा ने मुन्नी से कहा,"ठीक है बेटी, अगर
तूने अपनी चूत फदवाने का इरादा पक्का कर ही लिया है तो मैं कैसे
रोक सकती हूँ तुझे?मई बाजू मे बैठ जाती हूँ. कर ले अपनी मन की
बात. डलवा ले अपनी चूत मे अंकल का मोटा लंड."
तो उसके सामने अंकल के लंड का मज़ा लेती है, लेकिन अपनी बेटी को वही
मज़ा लेने से रोकती है. आज मुन्नी की चूत बहुत चुलबुला रही थी.
उसकी सहेली बीना ने अपने भैया के साथ कल हुई चुदाई का मज़ा मुन्नी
को आज स्कूल मे सुनाया था. तब से मुन्नी की चूत खुजला रही थी.
उपेर से उसकी मा ने अंकल का लंड खड़ा करने के लिए मुन्नी के हाथ
मे दिया था. उसे मा पर गुस्सा आ रहा था.
मुन्नी बोल पड़ी,"मा अंकल का लंड खड़ा हो जाएगा तब आपको इस लंड
पर बैठने नही दूँगी मैं आज. मैं खुद उसे अपनी चूत मे लेना
चाहती हूँ. मैं अंकल के लंड को खड़ा करूँगी और आप उसपर चढ़
कर मज़ा लेंगी, ये हमेशा होता है. आज मैं अंकल का लंड लिए
बगैर नही रहूंगी."
उसकी मा सकते मे आ गयी. मुन्नी को समझाने लगी,"देख मुन्नी अभी तू
छोटी है. ज़िद मत कर. अगले साल मैं तुझे चुदवा दूँगी. तब तक
धीरज रख मेरी प्यारी बेटी." लेकिन मुन्नी माननेवाली नही थी. वो
बोली,"देखहो मा, अगर अपने मुझे आज अंकल के लंड का मज़ा नही लेने
दिया तो मैं पापा को सब बता दूँगी आपके और अंकल के बारे मे."
इसपर मुन्नी की मा के पास कोई जवाब नही था. जब वो पड़ोसी से
चुदते हुए मुन्नी द्वारा पकड़ी गयी थी तब मुन्नी के पापा के डर के
कारण ही उसे मुन्नी को अपने खेल मे शामिल करना पड़ा था. उसने अपनी
कमसिन बेटी को लाख समझाया पर मुन्नी नही मानी. इधर मा और बेटी
अपने लौदे के लिए झगड़ रही है ये देख कर अंकल के लंड मे जान आने
लगी. धीरे धीरे उनका लौदा मुन्नी के हाथों मे कड़ा होने लगा.
अंकल मुन्नी की मा को कहने लगे,"भाभी, अगर आज इसे नही लेने दोगि
तो मुन्नी अपने लिए मुसीबत खड़ी करेगी."
उस मोटे तगड़े लौदे को देख कर मुन्नी की मा भी यही सोचने लगी कि
अगर मुन्नी को माना करेगी तो मुन्नी अपने पापा को ज़रूर बताएगी. मगर
जब अंकल का मोटा लंड अंदर लेने का वक़्त आएगा तब शायद मुन्नी डर
जाएगी और उसकी छूट फटने से बच जाएगी. अगर मुन्नी लंड ले भी
लेती है तो फिर कभी अपने पापा से यहा बात बताने की धमकी वो
नही दे सकेगी. ये सोच कर मा ने मुन्नी से कहा,"ठीक है बेटी, अगर
तूने अपनी चूत फदवाने का इरादा पक्का कर ही लिया है तो मैं कैसे
रोक सकती हूँ तुझे?मई बाजू मे बैठ जाती हूँ. कर ले अपनी मन की
बात. डलवा ले अपनी चूत मे अंकल का मोटा लंड."