XXX Kahani जोरू का गुलाम या जे के जी - SexBaba
  • From this section you can read all the hindi sex stories in hindi font. These are collected from the various sources which make your cock rock hard in the night. All are having the collections of like maa beta, devar bhabhi, indian aunty, college girl. All these are the amazing chudai stories for you guys in these forum.

    If You are unable to access the site then try to access the site via VPN Try these are vpn App Click Here

XXX Kahani जोरू का गुलाम या जे के जी

desiaks

Administrator
Joined
Aug 28, 2015
Messages
24,893
कोमल जी एक और नई कहानी के लिए आपको मुबारकबाद

आप तो प्रतिभाओं का भंडार हो इस कहानी को हिन्दी फ़ॉन्ट में लिख कर आपने अपने पाठक वर्ग पर विशेष अनुकंपा की बरसात की है हम सब आपके आभारी हैं
 
कोमल जी मेरी भी हाज़िरी लगा कर मेरी सीट पक्की कर देना मैं भी इस मस्ती के सफ़र पर आपके साथ चलना चाहता हूँ


एक और सुपरहिट कहानी की शुरुआत...............................मज़ा आ गया
 
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]भाग १


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-Y-15319171-716971821794197-4616591218034156487-n.jpg
[/font]





[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]"मेरे भैय्या, आम छू भी नहीं सकते ,…"



" अरे तूने कभी अपनी ये कच्ची अमिया उन्हें खिलाने की कोशिश की , कि नहीं , शर्तिया खा लेते "


चिढ़ाते हुए मैं बोली।

जैसे न समझ रही हो वैसे भोली बन के उसने देखा मुझे।





" अरे ये , "


और मैंने हाथ बढ़ा के उसके फ्राक से झांकते , कच्चे टिकोरों को हलके से चिकोटी काट के चिढ़ाते हुए इशारा किया और वो बिदक गयी।[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
guddi-cute-19264654.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]" पास भी नहीं आएंगे आपके , मैं समझा रही हूँ आपको , मैं अपने भैया को आपसे अच्छी तरह समझतीं हूँ, आपको तो आये अभी तीन चार महीने भी ठीक से नहीं हुए हैं . अच्छी तरह से टूथपेस्ट कर के , माउथ फ्रेशनर , … वरना,… "





उस छिपकली ने गुरु ज्ञान दिया।


" ये देख रही हो , अब ये चाहिए तो पास आना पड़ेगा न "


मुस्करा के मैंने अपने गुलाबी रसीले भरे भरे होंठों की ओर इशारा करके बताया।


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
lips-d27d16e70d2a5b5bdc2e809fd9a50596.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]





और एक और दसहरी आम उठा के सीधे मुंह में , …

और जब मैं ऊपर कमरे की ओर गयी तो उसे दिखा के ,

मेरे होंठों से न सिर्फ आमरस टपक रहा था बल्कि मेरी जुबान पे एक छोटी सी फांक अभी भी थी


जैसे बच्चे चिढ़ाते हैं बस वैसे , उसे दिखाते हुए , मैंने जुबान दिखायी और जुबान से ज्यादा , उसपर रखी आम की फांक , और धड़धड़ा के सीधे सीढ़ियां चढ़ गयी ऊपर अपने कमरे की ओर।


लेकिन मेरे कानों में सिर्फ उसकी बात गूँज रही थी , और मैंने दिल में तय कर लिया ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-tumblr-pzps4s-Sw5-J1txgvcso1-400.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


की अपनी इस छुटकी छिनार ननदिया को[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
kacche-tikore-3.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]की , मेरे भैय्या ये मेरे भैय्या वो , देख तेरे ये नए नए आये कच्चे टिकोरे ,तेरे सीधे सादे भैय्या को न खिलाये तो कहना।




मैं भी न कहीं से कहानी शुरू कर देती हूँ ,इसलिए तो न तो मेरी कहानी को कोई पढता है और न लाइक करता है। अरे कहानी शुरू से शुरू कर और अंत पे खत्म और फिर जब कहानी अपनी हो , अपनी जुबानी हो तो फिर ये उछल कूद क्यों ,

ओके ओके चलिए शुरू से शुरू करती हूँ।


शादी के बाद मेरी विदायी , मम्मी मुझे गलें भेंट रही थी और जब बाकी मम्मी नौ नौ आंसू रोती हैं , बेटी को ससुराल में अच्छे से रहने के कायदे ,सास के पैर छूने के बारे में सिखाती हैं वो मेरे कान में बोल रही थीं ,

' देख जैसा इसके मायकेवालों ने ट्रेन किया हो न एकदम उसके उल्टा , शादी के बाद एकदम बदल जाए तो बात है।

अगर स्मोकर हो न तो एकदम नान स्मोकर और अगर हाथ न लगाता हो तो चेन स्मोकर ,

तभी तो मायकेवालियों को लगेगा की , .... पूरी दुनिया को लगे की शादी के बाद एकदम बदल गया। तभी तो , …"

मैंने अपना पल्लू सम्हालते हुए धीरे से हामी में सर हिलाया।


वो मेरे हबी ,

लेकिन पहले अपने बारे में तो बता दूँ आप में बहुत से तो ,....

ओ के ओ के , साथ में जो फोटो अटैच है न बस वही समझ लीजिये आलमोस्ट ,



[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
jkg-image-11.jpg
[/font]
 
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मेरे हबी[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
bride-male.jpg
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
चलिए बहुत हो गयी अपनी तारीफ मुद्दे पे आती हूँ।


मेरे हबी , लम्बे पतले हैंडसम , बल्कि खूबसूरत , जैसे लड़कों को मैं और सहेलियां ,' चिकना माल ' कहती थीं एकदम वैसा ,

हैंडसम से ज्यादा ब्युटीफुल ,

बहुत शर्मीले , शादी में तो मेरी किसी कजिन ने हँसते हुए कमेंट भी किया , एकदम लौंडिया छाप , बेसिकली उनके रंग, फीचर्स और लजाने के कारण ,

लेकिन वैसे वो हर मामले में 'नार्मल ' थे।


शादी के बाद फर्स्ट नाइट को दो बार , …[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
bride-sgrt.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]जितना मेरी शादीशुदा सहेलियों और भाभियों ने किस्से सुनाये थे , उसके हिसाब से नार्मल ही था।

और ' वो ' भी जो मैंने पढ़ा औसत से थोड़ा ज्यादा ही होगा।

हम लोग थोड़े दिन के लिए हनीमून पर भी गए लेकिन , हनीमून ठीक ठीक बल्कि अच्छा था , घूमे भी ,मजा भी किया


लेकिन कुछ दिन में ही ,

कुछ पिनप्रिक्स ,

नहीं नहीं ये पिन साइज प्रिक नहीं जैसा मैंने पहले कहा था न ऐवरेज से २० ही रहा होगा

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-tumblr-phxooijccv1txgvcso1-400.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]





जो मैंने भाभियों , सहेलियों से सुना था उसके अलावा कई सेक्स सर्वे पढ़े थे , उसके हिसाब से।

हाँ कमल जीजू ऐसा नहीं था , लेकिन उनका तो एब्नार्मल ही कुछ ,…

(अब आप पूछेंगे की कमल जीजू कौन , मेरी मौसेरी बहन चीनू के हसबैंड ,मुझसे कुछ ही बड़ी और उनकी शादी के बाद रिसेप्शन में भी हम लोग गए थे। अगली दिन सुबह ही मम्मी ने बताया की चीनू हस्पताल गयी।

मैं घबड़ा गयी लेकिन मम्मी मुस्करा रही थीं
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
MIL-374901-317942311558917-809306867-n.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


और तब तक मौसी हॉस्पिटल से आ गयीं और वो भी बजाय परेशान होने के मुस्करा रही थी ,बोली

चीनू को शाम के पहले ही छोड़ देंगे , बस ये बोल रही थी की डॉकटरनी , की बस जरा दो तीन दिन सम्हल के उसके बाद जैसे मर्जी , और उसका बालिश्त भर का ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मम्मी ने मौसी को छेड़ा , तेरी समधन कहीं गधे घोड़े के पास तो नहीं गयी थी , तब मुझे माजरा समझ आया )


ऊप्स , ये कहानी बार बार भटक जा रही है।


हाँ तो मैं पिनप्रिक्स के बारे में कह रही थी. बातें तो बड़ी छोटी छोटी थीं लेकिन थी कुछ अटपट।

चलिए एक एक कर के बता ही देती हूँ ,

१- उनका ड्रेस सेन्स -

बहुत ही रिजिड था।

ग्रे या व्हाइट या बस उसी तरह की शर्ट्स ,एक बार मैं एक पिंक शर्ट उनके लिए ले आई , कोई ख़ास मौका था तो बस वैसे उछले ये की , बस चीखे चिल्लाये नहीं ,लेकिन मुंह बना के। और कभी पहना नहीं उसे।

जैसे अंग्रेजी में कहते हैं न , ' ही वाज वियरिंग हिज सो काल्ड मैस्क्यूलिनिटी आन हिज शोल्डर्स। '


ऐसे ही एक बार क्लब में , लेडीज डे था शायद ,

ये कहा गया की सभी लेडीज अपने हसबैंड को , एक लेडीज मेकअप कराएंगी। और कितनो ने अपने हस्बेंड्स को पिंक लिपस्टिक लगायी और उन्होंने स्पोर्टिंगली न सिर्फ लगवायी , बल्कि बिना झिझक पूरी क्लब इवनिंग में टहलते रहे।

और मैं इन्हे जानती थी ,इसलिए बस एक भोली सी छोटी सी नन्ही सी बिंदी उनके माथे पे लेगा दी.

और उनका चेहरा एकदम गुस्से से लाल , जैसे बिंदी न हो किसी ने उनका सेक्स चेंज कर दिया हो।


और सब लोग हम दोनों की ओर देख रहे थे।

इत्ती शर्म आई मुझे , सब के सामने घड़ों पानी पड़ गया। बता नहीं सकती कितना खराब लगा /

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-5d254e73d521f240c43042cd447420c1.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


मेरी एक सहेली थी साइको में मास्टर करने के साथ उसने हस्बेंड साइकोलॉजी में मेजर किया था , जब मैंने उसे ये बात बताई तो वो बोली ,' रिप्रेस्ड फेमिनिटी ' की साइन है।

उनके अंदर 'इन्नेट फेमिनिटी ' है जिसे वो सिर्फ सप्रेस ही नहीं करना चाहते बल्कि उन्हें डर है की कहीं सबको ये पता न चल जाए।

मुझे कुछ तो समझ में आया लेकिन , …


२. उनका टेस्ट खाने पीने का
 -

खाना -पीना। पीने का तो सवाल ही नहीं कुछ भी सिवाय नलके के पानी के। शुद्ध शाकाहारी , टी टोटलर , नान स्मोकर , ठीक है मैं चलिए अड्जस्ट कर लेती ,

लेकिन उनकी वो छिपकली ममेरी बहन ,मेरी छिनार ननदिया , उसकी बात ऐसे चुभती थी ,कान में की ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Guddi-sfrnds-Actress-Anshu-Hot-Stills-6.jpg
[/font]
 
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,].मेरी छुटकी ननदिया[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
school-3.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]और सबसे बढ़कर वो उनकी ममेरी बहन।



वो पास के मोहल्ले में थी लेकिन अक्सर आ जाती थी। गुड्डी नाम था।

अभी ग्यारहवीं में गयी है,और जैसे इस उमर की लड़कियों में होती है , एकदम चैटर बॉक्स.



और एकदम चिपकू , अपने भैय्या से , हर समय , मेरे भैया ये नहीं करते , मेरे भैया वो नहीं करते।



लेकिन लगती कैसी थी ?


मैं ये कह सकती थी जैसे ग्यारहवीं में पढने वाली लड़कियां लगती हैं , वाली जिनपे अभी अभी जवानी चढ़ी हो।

लेकिन ये बेईमानी होगी।




जब मेरी शादी में आई थी बारात में तो उसके कच्चे टिकोरे ही आग लगा रहे थे


और अब तो कुछ दिन पहले जवानी की राते मुरादों के दिन वाली उम्र हो गयी।



मैं और मेरी जिठानी उसे चिढ़ाते थे , अरे अब तो इंटर में आ गयी है इंटरकोर्स कर ले तो ऐसा बिदकती थी की





लम्बी ठीक ठाक , ५-४ होगी ,

गोरी ,हंसती है तो गाल में गहरे गड्ढे पड़ते हैं।



और उभार ,[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Girls-urfi-Insta-img22.jpg
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]एकदम जम के दिखते हैं , खूब कड़े कड़े कच्ची अमिया जैसे छोटे लेकिन मस्त, उसके क्लास की लड़कियों से कुछ ज्यादा ही बड़े ।





हिप्स भी कड़े और गोल।[/font]





[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]जैसा की फिराक ने कहा था , वैसी ही बल्कि थोड़ी बढ़ चढ़ कर ,




लड़कपन की अदा है जानलेवा
गजब की छोकरी है हाथ भर की
[/font]





[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]और मुझे भी कई बार लगा की सिर्फ वही नहीं चिपकी रहती , इनके मन में भी उसके लिए कुछ 'सॉफ्ट ( या हार्ड !) कार्नर ' है।






शादी के कुछ दिन बाद गाने हो रहे थे और मुझे मेरी जेठानी ने उकसाया गारी गाने के लिए ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
bride-dholak-2.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


और गारी का असली टारगेट तो ननद ही होती है , तो बस मैं चालू हो गयी उसके टिकोरों की खुल के तारीफ करने







मंदिर में घी के दिए जले मंदिर में[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मैं तुमसे पूछूं हे ननदी रानी , हे गुड्डी रानी ,[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]तोहरे जोबना का कारोबार कैसे चले ,






और उसका सम्बन्ध पहले अपने भैया फिर सैयां से जोड़ने ,[/font]






[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]बार बार ननदी दरवाजे दौड़ी जाए कहना ना माने रे ,

बार बार गुड्डी दरवाजे दौड़ी जाय कहना न माने रे ,

अरे हलवइया का लड़का तो गुड्डी जी का यार रे , अरे गुड्डी रानी का यार रे ,


लड्डू पे लड्डू खिलाये चला जाय , , अरे चमचम पे चमचम चुसाये चला जाय ,


कहना ना माने रे , अरे कहना ना माने रे ,


बार बार ननदी दरवाजे दौड़ी जाए कहना ना माने रे ,


बार बार गुड्डी दरवाजे दौड़ी जाय कहना न माने रे ,

अरे दरजी का लड़का तो गुड्डी जी का यार रे अरे ननदिया का यार रे ,

अरे चोलिया पे चोलिया सिलाये चला जाय , अरे जुबना उसका दबाये चला जाए


कहना ना माने रे , अरे कहना ना माने रे ,

बार बार ननदी दरवाजे दौड़ी जाए कहना ना माने रे ,

बार बार गुड्डी दरवाजे दौड़ी जाय कहना न माने रे ,




अरे मेरी सासु जी का लड़का , तो गुड्डी जी का यार रे गुड्डी जी का यार

अरे सेजों पर मौज उड़ाए चलाय जाय कहना ना माने रे।

अरे मेरी मम्मी का लड़का , अरे मेरा प्यारा भैया तो गुड्डी जी का यार रे , अरे ननदिया का यार रे ,..


टाँगे दोनों उठाये चला जाय , अरे जाँघे उसकी फैलाये चला जाय
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]कहना ना माने रे





और उसी समय कहीं से वो आगये , फिर ऐसे घूरा उन्होंने की तुरंत गाना बजाना सब बंद।


और उस दिन तो मैं उस के चक्कर में इतना ,कह नहीं सकती कितना खराब लगा।

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-1212-th.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]






उनकी एक आदत और ख़राब ,


कोई भी सामान अपनी जगह नहीं रखते ,सब इधर उधर।




एकदिन तकिये के नीचे कंडोम रखे थे जो सरक कर बिस्तर पर आगये ,[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
condom-which-condom-brands-are-better.png
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]कोई आया तो जल्दी से मैंने पास में पड़े हमारे वेडिंग अल्बम में उसे रख दिया।



रात में वो कमरे में आये , तो वेडिंग एल्बम उन्होंने खोल कर देखा।


कंडोम जिस पेज पर थे , वहां गुड्डी की फोटोग्राफ्स थे ,शादी में डांस करते।

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
bride-dance-3.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


मैंने उन्हें इतना गुस्सा और दुखी कभी नहीं देखा था। वो वैसे भी कैंसरियन थे , राशि के हिसाब से ,

और गुस्सा होने पे या अकसर वैसे भी अपने शेल में घुस जाते थे।


उन्होंने कंडोम उठाकर झटक कर फर्श पर फ़ेंक दिया जैसे मैंने कैसी गन्दी चीज गुड्डी की तस्वीर के साथ रख दी हो।

और फिर सम्हाल कर उस की फोटो को पोंछा और अपने हाथ से नीचे वाले ड्राअर में एलबम को रख के बंद किया।


और बिना मुझसे कुछ बोले , मेरी ओर पीठ कर के सो गए।[/font]
 
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]जोरू का गुलाम भाग दो[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]कच्चे टिकोरे और आम रस[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
bengali-teen-71.jpg
[/font]





[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]जैसा मैंने पहले ही कहा था मेरे उनको फल एकदम पसंद नहीं है लेकिन आम से तो या ऐसी चिढ , बल्कि फोबिया।

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
mango-dasheri-500x500.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

एकदम तगड़ा फोबिया। और वो भी एकदम बचपन से ,उनके मायेकवाली किसी ने बताया था की ,क्लास में एक बार टीचर ने सिखाने की कोशिश की , एम फॉर मैंगो , लेकिन वो बोले नहीं। लाख टीचर ने कोशिश की ,मुरगा बना दिया , … लेकिन नहीं।




और जब वो खाना खा रहे हों तो ,अगर टेबल पर आम तो छोड़िये ,टिकोरे की चटनी भी आ जाय , तो एकदम अलप्फ ,मेज से उठ जाएंगे।

छूना तो छोड़िये नाम नहीं ले सकते।

और सब उनको चिढ़ाते थे।

मुझे बहुत बुरा लगता था , उनकी सब आदतों में से ये सबसे ज्यादा , आखिर आम खाने में क्या,...


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
bride-45a8573fe4514c5024ac69d8cd856faa.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

मैंने तो एक दिन सोचा सबके सामने वो ग़ालिब वाला जोक सुनाऊँ ,

की एक जगह ग़ालिब के कोई दोस्त बैठे थे ग़ालिब आम खा रहे थे , एक गधा आया और सूंघ कर चला गया , उस आदमी ने ग़ालिब का मज़ाक बनाने की कोशिश की , देखिये ग़ालिब साहेब , गधे भी आम नहीं खाते , ग़ालिब ने एक आम चूसते हुए , हंस के जवाब दिया नहीं ज़नाब , गधे ही आम नहीं खाते , ..

पर मैं जानती थी , ये तो एक दम तनतना के उठ के चल देंगे , और वो रात फिर , ..

और उसके बाद मेरी ननद के ,[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Girls-Urfi-Javed-Latest-Photos-yuptamilan-20.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]उस गदहे वाली गली वाली के , जी वो जिस मोहल्ले में रहती थी , जिस गली में उसका पहला घर किसी धोबी का था और गली के बाहर गदहे बंधे रहते थे तो सब लोग उसे गदहे वाली गली कह के कई बार चिढ़ाते भी थे ,


और साथ में जेठानी के ताने


मुझे तो बहुत पसंद थे , दसहरी की तो मलिहाबाद में हम लोगो की एक खूब बड़ी सी बाग़ भी थी , ...[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
mango-grove-4.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]लंगड़ा , चौसा , मलदहिया , सब , लेकिन ये न ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
mango-langra-jpg.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

चलिए न खाएं , न खाएं ,

लेकिन इनकी मायकेवालियों ने जो इसकी एक टेर बना रखी थी ,


भैया को तो एकदम पसंद नहीं है ,
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Diya-guddi-frnd-Actress-Anshu-Hot-Stills-2.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


देवर जी , नाम ले के देखो उठ जाएंगे , ...

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
jethani-59b632483602939d44b448a0beb103cf.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

मैं बस यही सोचती की इन्हे इन्ही सब के सामने एक दिन इन्हे खिलाऊँ यही , तो पता चलेगा ,

ये लड़का अब इनका भैया, देवर नहीं मेरी पति है ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
bride-1121.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

और ये भी तो और,... जैसे , जैसा इनकी वो ममेरी बहन , भौजाई कहेंगी बस उसी तरह से बिहैव करेंगे , और उसके बाद वो दोनों खासतौर से वो गुड्डी जिस तरह से मुझे देखकर मुस्कराती न , ... मेरी तो बस सुलग के रह जाती , ...

लेकिन नई नई बहू क्या बोलती ,

हाँ बुरा लगने से तो कोई रोक नहीं सकता न ,


इत्ते दिन में मैं समझ गयी थी ,

असली खेल जेठानी का था , वो गुड्डी के लिए इनका जो भी सॉफ्ट हार्ड कार्नर होगा अच्छी तरह समझती थीं , इस लिए उसी की कंधे पर रखकर बन्दूक चलाती थी ,





एक दिन ,अभी भी मुझे याद है ,१० अगस्त।


हम लोग दसहरी आम खा रहे थे मस्ती के साथ ( वो खाना खा के ऊपर चले गए थे )[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
mango-slice-1.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]और तभी मेरी छुटकी ननदिया आई। और मेरे पीछे पड़ गयी।



" भाभी ये आप क्या कर रही हैं ,आम खा रही हैं ?"[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Guddi-25068304cf20eb1118c2fb8acc175fddd46e9998.jpg
[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]



मैंने उसे इग्नोर कर दिया फिर वो बोली



"मेरे भैय्या , आम छू भी नहीं सकते ,…"



" अरे तूने कभी अपनी ये कच्ची अमिया उन्हें खिलाने की कोशिश की , कि नहीं , शर्तिया खा लेते "

चिढ़ाते हुए मैं बोली।[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-8a08437aba669e8f1155a26574343e06.jpg
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
जैसे न समझ रही हो वैसे भोली बन के उसने देखा मुझे।


" अरे ये , "

और मैंने हाथ बढ़ा के उसके फ्राक से झांकते , कच्चे टिकोरों को हलके से चिकोटी काट के चिढ़ाते हुए इशारा किया और वो बिदक गयी।



ये देख रही हो , अब ये चाहिए तो पास आना पड़ेगा न "

मुस्करा के मैंने अपने गुलाबी रसीले भरे भरे होंठों की ओर इशारा करके बताया।


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Joru-K-lips-5-1.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


और एक और दसहरी आम उठा के सीधे मुंह में , …"

और एक पीस उसको भी दे दिया , वो भी खाने लगी , मजे से।



मम्मी ने भेजे थे खास अपनी बाग़ के मलिहाबाद से , एक्सपोर्ट क्वालिटी वाले


थे भी बहुत रसीले वो।



लेकिन वो फिर चालू हो गयी ,


"पास भी नहीं आएंगे आपके , मैं समझा रही हूँ आपको , मैं अपने भैया को आपसे अच्छी तरह समझतीं हूँ, आपको तो आये अभी तीन चार महीने भी ठीक से नहीं हुए हैं . अच्छी तरह से टूथपेस्ट कर के , माउथ फ्रेशनर , … वरना,… "



उस छिपकली ने गुरु ज्ञान दिया।



मैं एड़ी से चोटी तक तक सुलग गयी ,ये ननद है की सौत और मैंने भी ईंट का जवाब पत्थर से दिया।

" अच्छा , चलो लगा लो बाजी। अब इस साल का सीजन तो चला गया , अगले साल आम के सीजन में अगर तेरे इन्ही भैय्या को तेरे सामने आम न खिलाया तो कहना। "


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-a075961c7a2b60575b4c56c69daf7d04.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

मैंने दांव फ़ेंक दिया।[/font]
 
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]लग गयी बाजी

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-rakul-Inst-image-1.jpg
[/font]





[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]"अच्छा , चलो लगा लो बाजी। अब इस साल का सीजन तो चला गया , अगले साल आम के सीजन में अगर तेरे इन्ही भैय्या को तेरे सामने आम न खिलाया तो कहना। "

मैंने दांव फ़ेंक दिया।


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
teej-1fe8f25fb7d4b785927d204ee49069c7.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

लेकिन वो भी , एकदम श्योर।



" अरे भाभी आप हार जाएंगी फालतू में , उन्हें मैं इत्ते दिनों से जानती हूँ। खाना तो दूर वो छू भी लें न तो मैं बाजी हार जाउंगी। "


वो बोली।

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Girls-Urfi-Javed-Latest-Photos-yuptamilan-12.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


लेकिन मैं पीछे हटने वाली नहीं थी ,


" ये मेरे गले का हार देख रही हो पूरे सवा लाख का है। असली कुंदन , अगर तुम जीत गयी तो तुम्हारा ,वरना बोलो क्या लगाती हो बाजी तुम ,"

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Kundan-necklace-f2b1155a2e48b776ea5bf72d64734b63-amrapali-jewellery-gold-jewellery.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


तब तक मेरी जेठानी भी आगयी और उसे चिढ़ाती बोलीं ,



" अरे इसके पास तो एक ही चीज है देने के लिए। "



[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-tumblr-prxuyu-Bi9-F1vllqj4o3-500.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


पर मेरी छुटकी ननद , एकदम पक्की श्योर बोली।


" आप हार जाइयेगा। "


जेठानी फिर बोलीं , मेरी ननद से


" अरे अगर इतना श्योर है तो लगा ले न बाजी क्यों फट रही है तेरी। "


और ऑफर मैंने पेश किया ,

"ठीक है तू जीत गयी तो हार तेरा और मैं जीत गयी तो बस सिर्फ चार घंटे तक जो मैं कहूँगी ,मानना पडेगा। "

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-af591cd2063a235c1fe47f5a4b2e423a.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]




पहली बार वो थोड़ा डाउट में थी।


" अरे मेरे सीधे साधे भैया को जबरन पकड़ के उसके मुंह में डाल दीजियेगा आप लोग , फिर कहियेगा ,जीत गयीं "


बोली गुड्डी।

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Guddi-cute-505435763bcffe2f1bb1624d1b14c50b.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


" एकदम नहीं वो अपने हाथ से खाएंगे , बल्कि तुझसे कहेंगे ,तेरे हाथ से खुद खाएंगे अब तो मंजूर।[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Mango-slicess.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]और तुझे भी अपने हाथ से खिलायंगे। एक साल के अंदर। अब मंजूर। "



मैंने शर्त साफ की और वो मान गयी।






मेरी जेठानी ने मेरे कान में कहा ,

"सुन तेरा हार तो अब गया।"

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Guddi-necklace-8d727cbc88e2047ca2c8dc046e11a6b7.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


और कुछ ही दिन में उनका ट्रांसफर हो गया , घर से काफी दूर।


और मैं भी उनकी जॉब वाली जगह पे आ गयी।[/font]
 
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]जोरू का गुलाम भाग ३[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
jkg-bride-4.jpg
[/font]











[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]अब मेरी बारी[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]और कुछ ही दिन में उनका ट्रांसफर हो गया , घर से काफी दूर।

और मैं भी उनकी जॉब वाली जगह पे आ गयी।



और एक दिन मैं सोच रही थी उनके बारे में।


ढेर सारी अच्छाइयां है उनमें , बहुत ही पोलाइट ,केयरिंग ,इंटेलिजेंट ,वेल रेड ,

लेकिन, जैसे मन में गांठे ही गांठे हों। फिर उनके मायकेवालों के बारें में

और,....[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-42a9c9528cf3965f22d40f6da84ff594.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मुझे लगा ,


बात ये ही की ये बहुत ही इंट्रोवर्ट हैं।

वहां तक तब भी गनीमत थी , लेकिन एक इमेज ,' अच्छे बच्चे ' की इनके मन में बचपन से बैठा दिया गया है , और बस वो उसी के हिसाब से,


जबकि अब वो बच्चे नहीं रहे, फिर भी।



और अब अपनी उसी इमेज में वो ट्रैप हो चुके हैं। इसी लिए कभी भी , वो खुल कर , यहाँ तक की 'उस समय ' भी ,… अच्छे बच्चे की तरह , इसलिए वो न मस्ती कर पाते थे न , ....एकसेन्स आफ गिल्ट सा ,…

लेकिन अब उस कैद से उन्हें छुड़ाने का काम मेरा ही था।

जैसा परी कथाओ में होता है न किसी शापित राजकुमार को तिलस्म तोड़कर कोई राजकुमारी आजादकराती है ,

तो बस इस घुटन भरे तहखाने से उन्हें बाहर निकालने का काम , मुझे ही करना था।



कैसे ,

ये सोचना मेरा काम था[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-33a1cbddb52791d6ee94eb19ac59f8e0.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]लेकिन मम्मी की सलाह के बिना तो , इतना बड़ा आपरेशन हाथ में लेना , … उन्होंने न सिर्फ सुना बल्कि सलाह भी दी।

फिर मम्मी को मैंने अपनी छुटकी ननदसे लगी बाजी के बारे में भी बत्ताया और हंसकर कहा ,

अगले मौसम में मैं सोचती हूँ

उस गुड्डी के रसीले गदराये आमों की ही उन्हें दावत करा दूँ।[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
3a95a4ca84f8615c0fc36df3e4276d0b.jpg
[/font]





[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]" एकदम "

मम्मी ने हंस के कहा ,और जोड़ा

"और उसके बाद उस छिनाल ननद को मेरे पास भेज देना न , जरा गन्ने खेत का , अरहर का मजा ले ले , पाटे की तरह खेत में रगड़ी जायेगी न , सब भरौटी , अहिरौटी ,चमरौटी वाले ,... पूरे गाँव की पंगत जिमा दूंगी। "


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
MIL-ss-Akshara-Gowda-hot-photos-gallery-hotandspicyactressphotosgallery-blogspot-com-4.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]




बस मैंने तय कर लिया था ,अब क्या करना है।



एक बात और मैंने नोटिस की 'उनके ' बारे में , लेकिन वो राज बाद में खोलूंगी.

............



एक छोटे शहर के बड़े से होटल में हम दोनों थे।



वो आफिस के काम से आये और साथ में मैं भी लग ली।


देर सुबह ,

हम दोनों अलसाये और उनका 'वो' अंगड़ाई लेने लगा.


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
bulge-ck9.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


मैं मान गयी लेकिन बस एक छोटी सी शर्त पर ,



' जिसका पहले होगा , वो दूसरे की जिंदगी भर गुलामी करेगा ,सब कुछ मानना पड़ेगा। '


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-e407f59904afd00aa5e9bf607b4dd1c1.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


और वो मान गए।





मानते कैसे नहीं ,उनकी हिम्मत थी।



झुक के मैंने अपने गीले गुलाबी रसीले होंठ सीधे उनके होंठो पे लगा दिए और मेरी जीभ उनके मुंह के अंदर गोल गोल घूम रही थी।


मेरे कड़े कड़े गोल उरोज हलके हलके उनके खुले सीने पेरगड़ रहे थे।


हलके से उनके कानो को काटते .

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
lips-on-earlobes.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

मैंने एक शर्त और फुसफुसा दी ,


" एक दम नो होल्ड्सबार्ड होगा , वो कुछ भी कर सकते हैं , कुछ भी बोल सकते हैं और मैं भी। "

वो मान गए।



मानते कैसे नहीं ,पाजामे में तम्बू पूरी तरह तना हुआ था और मेरी उँगलियाँ हलके हलके नाड़ा खोल रही थीं।



वह पूरी तरह कड़ा खड़ा था और मैं अच्छी तरह गीली।


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
cock-yvciumkbd6p01.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]



मैंने तय कर लिया था इस बार 'विमेन आन टॉप ' ,… आखिर आज के बाद से तो मुझे इसी हालत में रहना था।


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
WOT-DZUY1-GZX4-AAdo-p.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]आलवेज आन टॉप।[/font]
 
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]वोमन आन टॉप


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
WOT-upgrade-your-sex-life.jpg
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]आलवेज आन टॉप।


पल भर में मैं उनके ऊपर थी।


मेरे गुलाबी होंठ हलके हलके उनके होंठों को छू रहे थे , उनके दोनों हाथों को मोड़ के उनके सर के नीचे मैने दबा दिया। दोनों कलाइयां मेरी कसी पकड़ में थी ,

और मैं उनके ऊपर।

मेरे कड़े उरोज बस हलके से उनके होंठों को रगड़ कर दूर हट गए ,[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Joru-K-boobs-8.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]और नीचे मेरी 'गीली गुलाबी सहेली' उनके खड़े खूंटे के बस ठीक उपर।





अपने कंचे ऐसे कड़े कड़े निपल उनके प्यासे पागल होंठों पे छुला के , तड़पा के , उनकी आँख में अपनी बड़ी बड़ी कजरारी आँखे डालते मैंने पूछा,


" क्यों , मुन्ना , … चाहिए। "

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Joru-K-nips-4-1.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]






" हाँ हाँ ,… दो न , हाँ ,"

उन्होंने उचकने की कोशिश की , लेकिन उनकी दोनों कलाइयां मेरी कसी पकड़ में थी और शरारत से ,

ललचाते मेरे जोबन उनकी पहुँच के बाहर हो गए।



"ऐसे थोड़ी , … अरे जरा ठीक से मांगों , विनती करो तब , .... "

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
nips-nubiles-163-004.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]



मैंने भी अदा दिखाई /



" मुझे ये , तुम्हारे बूब्स , चाहिए। "

वो बेताबी से बोले , लेकिन मैं ऐसे थोड़े पटने वाली थी।



" ऐसे थोड़ी , तू भी न , खुल के बोलो न , जरा इसकी तारीफ करो , कैसे हैं ये तो बताओ न। "

मैंने कहा और अब मेरे ३४ सी उरोज बस इंच भर उनके होंठों से दूररहे होंगे।


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
nip-suck-16653502.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


" ओह्ह ओह्ह ये तुम्हारे बूब्स , सेक्सी ,बहुत रसीले हैं " कुछ खुले वो लेकिन ,…



" अरे ऐसे थोड़ी अंग्रेजी में नहीं , और जरा खुल के , तुम भी न " मैंने मुंह बनाया।

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-tumblr-1d4c684c9ec4ce8627b059055955c5fa-06ef5aed-1280.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

थोड़ा हिचक के फिर वो बोले ,

" तुम्हारे उरोज , रसीले कुच , बहुत मन कर रहा है , दो न "

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Guddi-nips-tumblr-oq0gt5z82d1tq5z8wo1-540.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]




वो एक दम बेताब थे। पर मैंने अपनें उभारों को एकदम दूर कर लिया, और मुंह बना के बोली ,



" लगता है तेरा एकदम मन नहीं कर रहां है , अगर ये चहिये तो एक दम साफ साफ , देसी देसी भाषा में खुल के , अब ये मत कहना की अपने मायके में तूने ऐसे बोलना सीखा नहीं। एकदमदेसी ,समझ लो , पूरा खुल कर लास्ट चांस। "[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-55643ee0ce1cecca8e90d5fdd426f27c.jpg
[/font]







[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]" नहीं नहीं प्लीज , सच्ची मेरा बहुत मन कर रहा है दो न। अपने ये गदराये जोबन , ये ये ,… ये रसीली चूंचियां ,.... दो न "




" हाँ हाँ हाँ बोलते रहो , बहुत अच्छा लग रहा ओह और बोलो , "

और ये कहते मेरे इंच भर कड़े खड़े निपल अब खुल के ऊनके होंठो पे रगड़ रहे थे "



और मैने अपनी एडवांटेज थोड़ा और प्रेस किया ,




" बेबी माई लवली बेबी , बस एक छोटी सी बात और बोल दो तो ये निप्स अब तुम्हारे , बोलो। "


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
nips-jethani-77163383f5bf87e5d022082a1977a5d8.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


"पूछो न। "

उचकते हुए उन्होंने अपने होंठो के बीच मेरे उरोजों को दबोचने की कोशिश की ,


लेकिन मेरी कलाई की पकड़ तगड़ी थी और मेरे कबूतर उनकी पहुँच से दूर उड़ गए लेकिन बस थोड़ी दूर।




" हाँ ये बताओ "

मैं रुकी और झुक के एक छोटा सा किस उनके होंठों पे जड़ा और हटा लिया , और पूछा ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
lips-kiss-photo.jpg
[/font]
 
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]गुड्डी[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Girls-urfi-IMG-ORG-1566738979200.jpg
[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

उचकते हुए उन्होंने अपने होंठो के बीच मेरे उरोजों को दबोचने की कोशिश की , लेकिन मेरी कलाई की पकड़ तगड़ी थी और मेरे कबूतर उनकी पहुँच से दूर उड़ गए लेकिन बस थोड़ी दूर।

" हाँ ये बताओ " मैं रुकी और झुक के एक छोटा सा किस उनके होंठों पे जड़ा और हटा लिया , और पूछा ,


" बोल ,तेरे उस माल कम बहन , गुड्डी की चूंचियां , … ,मेरी चूंची से बड़ी हैं या छोटी। "

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Couple-Love-Making-Erotic-Pictures-Nudity-Included-Set-7-Spy1984-7.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]



वह प्यासी ललचाई निगाहों से मेरे गदराये मस्त जोबन को देख रहे थे ,.... लेकिन चुप।



" ठीक है तुझे मेरे , …अच्छे नहीं लगते न ,.... मैं चलती हूँ "

और मैंने उठने का नाटक किया।



" नहीं नहीं , ऐसा नहीं है , उसकी , .... उसकी छोटी हैं , अभी उमर में भी तो वो इतनी छोटी ,.... "


उनकी बात बीच में काट के मैंने पहले तो उनका इनाम दिया ,

मेरे जोबन का रस उनके प्यासे होंठों पे , खूब जोर से मैंने अपने निपल उनके होंठों पे रगड़े[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
nip-sucking-7.gif
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]और हटा लिए।





मुस्कराते , उन छेड़ते मैं बोलीं ,हलके से लेकिन इत्ती जोर से की वो साफ साफ सुन लें ,



" तो तुम , उस की चूंचियां बड़े ध्यान से देखते हो। छोटी हैं न अभी लेकिन घबड़ाते काहें हों , तुझी से दबवा दबवा के ,मसलवा मसलवा के बड़ी करवा दूंगी। "



और उन के बेताब होंठो के बीच अपना एक निपल घुसा दिया।


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
nips-suck-aa.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]




आखिर इनाम मिलना चाहिए था न।



" चूस ले , … चूस ले ,.... दूध पियेगा मुन्ना। "



उनके घुंघराले बाल सहलाते , उनमें उँगलियाँ फिराते प्यार से मैंने पूछा।


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-e2cceff0f5a977a1c46cfd555e287871.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]



उन्होंने हामी में सर हिलाया और दोनों हाथों से उनका सर कस के पकड़ के , अपने निपल को पूरा उनके मुंह में ठूंस दिया और , चिढ़ाते हुए कहा ,





" ले ले पी। पी जोर से। क्यों अपनी अम्मा की याद आ रही है , जैसे उनके जोर जोर से चूसते थे , .... वैसे ही , …चूस कस के , पी। "



उनके दोनों हाथ अब छूट गए थे और मस्ती से उनकी हालत ख़राब हो रही थी।



जोर जोर से उनके हाथ मेरे जोबन मसल रगड़ रहे थे।



" क्यों अपने उस माल की याद आ रही है क्या जो इतनी जोर जोर से रगड़ रहे हो ",


और उन्हें छेड़ते मेरा हाथ नीचे उनके खूंटे की ओर गया ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
cock-20514937.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]




एकदम ,लोहे का खम्भा।[/font]
 
Back
Top