XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा - Page 36 - SexBaba
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XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा

दोनो के मुँह से उनकी सियकियाँ एक दूसरे के गले में ही घुट रही थी...
उहमम्मघह..उंमगगगघह...बस ऐसी अजीब सी
साउंड निकल रही थी...
लिप्स...किस्सिंग..या बोले तो एक वाइल्ड फ्रेंच किस्सिंग जारी थी.....दोनो के चेहरे पे
एक दूसरे का थूक लगा हुआ था.......और नीचे चूत में...उंगलियाँ
अंदर बाहर हो रही थी..दोनो की चूत में से उसका रस पानी की तरह बह रहा था.
और नीचे फ्लोर पे गिर रहा था.....दोनो की टाँगे कांप रही थी...

फिर उपर से उनकी लिप्स किस्सिंग बंद हुई..शायद अब उनसे सहना मुश्किल हो गया था.
दोनो मोन करना चाहती थी...और हुआ भी यही...

रोशन अपनी उंगलियाँ रीता की चूत में चलते हुई...अहह ओह्ह्ह्ह..
रिताआआअ....ह्म्‍म्म्मममममम..उूुउउइई ई माआ...उफफफफफफ्फ़....
बावाा........

रीता अपनी उंगलियाँ रोशन की चूत में चलते हुए....आआऔहह.
रोशान्ंनणणन् मेर्र्ररी जानं...उफफफफफफफफफफफफफफ्फ़.....आअब्ब्ब मुझसे.
सहा आ नही जा रहा...आइ म कुमिन्गगगगगगगगगगगगगग.....
और ये बोलते ही रीता ने अपना रस्स्स छोड़ दिया...और एक दो झटके
खाए ...उसने रोशन की उंगलियों पर...और नीचे ज़मीन..पर...अपना
सारा रस गिरा दिया....

लेकिन रीता झड़ने की बाद कमजोर नही पड़ी..उसने उसी स्पीड से...रोशन की चूत
में उंगलियाँ अंदर बाहर करने लगी...

रोशन....आअहह रीता....आअब्ब्ब नही..सहा जा रहा...मेरा
निकलने वाला है बावाा....आहह....
बोलते हुए...उसने भी अपना रस रीता की उंगलियों पर...और नीचे ज़मीन
पर उगल दिया....

और दोनो हान्फते हुए 2 मिनट के लिए नीचे बैठ गई.....नीचे फ्लोर गीला हो गया था
इन दोनो ने तो नदियाँ बहा दी थी..........

उफ़फ्फ़ शूकर है मेरी नदी नही बही..नही तो आगे का अपडेट टाइप नही होता...
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चलो चलते हैं..चेंजिंग रूम नंबर. 1 पे....हाँ भाई..उसी पे जाउन्गा..अगर
3 पे गया..तो आगे का कुछ लिख नही पाउन्गा..समझ गये होंगे सब....

दया और अंजलि के पास चलते हैं...
अंदर का नज़ारा उम्मीद से उल्टा हो गया था....

अरे भाई दिमाग़ ना लगाओ..वैसे भी मेरी हालत खराब है....उल्टा हो गया है
का मतलब है....जितना उम्मीद था उससे ज़्यादा हॉट हो गया है...हमेशा उल्टा ही
सोचोगी...

अंजलि दया के बूब्स को...और दया अंजलि की बूब्स को दबा रही थी..
और एक दूसरे के निप्पल्स को पिंच कर रही थी...
और नीचे बाहर से ही अंजलि दया की बालों भरी चूत को रगड़ रही थी...
और दया अंजलि की सॉफ्ट चिकनी चूत को.....

अंजलि :- आहह...दया भाभी....आपके हाथो में जादू है..

दया :- ओह..उफ़फ्फ़ अंजलि भाभी...मेने टप्पू के पापा के इलावा..कभी किसी. से नही
छुआया अपनी चूत पे...लेकिन आज आपका हाथ...आहह ओह्ह...टॉमने तो कमाल ही कर
दियाअ......

अंजलि दया का मासूम चेहरा देख रही थी.....और फिर उसने आगे बढ़ के...
दया के तपते होंठो पे अपने होंठ रख दिए.......दया एक पल के लिए
थोड़ा घबराई..लेकिन उसने भी अंजलि का साथ देते हुए...दया के लिप्स पे
अपने लिप्स रख दिए....और मज़े से उसे चूसने लगी......
बड़े प्यार प्यार से...

नीचे अब अंजलि ने दया की गीली चूत के अंदर अपनी रिंग फिंगर घुसा
दी....एक बार तो दया का शरीर झटका खाया..लेकिन फिर नॉर्मल हो गया...

अंजलि दया की चूत पे उंगली अंदर बाहर कर रही थी.....चूत में से
पानी रिस रहा था..लिप्स की किस्सिंग चालू थी......

दया ने अचानक से अंजलि के लिप्स पे से लिप्स हटा लिया...

आअहह..अंजलि भाभी..आहह...मेरा निकलने वाला है..
ओह्ह्ह...और ये बोलते ही...दया ने अपनी गीली चूत में से..अपना गरम रस
बहा दिया...

अंजलि उसे देखती ही रह गई..

अंजलि :- दया भाभी..इतनी जल्दी...

दया :- सॉरी अंजलि भाभी...वो पहली बार था ना...हान्फते हुए दया बोल रही थी..

अंजलि का चेहरा लाल जाता है..लेकिन दया समझ जाती है..

दया :- अंजलि भाभी...आप टेंशन मत लो....
और ये बोलते ही..दया अपनी एक साथ 2 उंगलियाँ अंदर घुसा देती है..
 
अंजलि :- अहहहह दयाआ भभभीईीई.....

और दया अंजलि के छोटी सी गोरी छूट में अपनी उंगलियाँ अंदर बाहर करने
लगती है...फ़चफ़च्चह आवाज़ेवं शुरू हो जाती है..
दया उंगली चलने के अवला..आब अपना मुँह अंजलि के बूब्स पे रख देती है.
और उसके निपल्स को चूसने लगती है...
अनजली तो हवा में उड़ने लगती है..उसका हाल ऐसा हो जाता है...
वो दया के सर को पीछे से पकड़ के अपने बूब्स पर दबा देती है..

अहह ह्म्‍म्म्मम औहह..दाआयेयय्या
भाभी...आपने तो कमाल ही कर दियाअ...
उंगलियों की स्पीड बहुत ज़्यादा तेज़ हो रखी थी..दया उंगलियाँ चलाने में एक्सपर्ट है
चूत में से उसका रस लगातार रिस रहा थाअ....अब अंजलि से खड़ा होना..
और ज़्यादा बर्दास्त करना मुश्किल हो रहा था...
आअहह दया भाभी...आइ अम्म्म्म कुमिन्गगगगगगगगग...
और अंजलि झड जाती है...और 2 झटके लेने के बाद...सारा रस..छोड़ देती है..
और दया के सर को पीछे करके..एक सॉफ्ट लिप्स किस देती है..और हान्फती हुई
नीचे बैठ जाती है......

दोनो से उम्मीद नही थी..कि इतना कुछ करेंगी..इन्होने मेरी हालत और टाइट कर दी...
अब तो पक्का पता है..लास्ट वाले रूम में जाकर....मेरा तो बॅंड ही बजने
वाला है.....

 
चेन्जिन्ग रूम नंबर. 3......

चलिए अंदर का हाल देखते हैं....

आअहह..उहह...उफफफफफफफफफफफफ्फ़..
ह्म्‍म्म्मममममममममममममममम..ससिससीसीसीसीसीसिस...उहमहमहम्महमहममम्म

अरे क्या खाक अंदर क्या जाउ..
यहाँ तो बाहर तक आवाज़ आ रही है...अरे ऊओ ज़रा
धीरे कोई सुन लेगा....साली कमिनि..मरवाओगी मुझे....
लगता है अंदर जाना ही पड़ेगा....

ऑश यररर..में तो आँखें बंद कर रहा हूँ...ये नही देख सकता में..
अगर ज़्यादा देर तक देखा..तो में तो फँस हो जाउन्गा..फिर अपडेट कौन
लिखेगा..इन तीनो का बाप.....
लेकिन क्या करूँ..सबको बताना तो पड़ेगा ही...इसलिए अपना वो और मन..भारी करके
आँखें खोल के लिखने जा रहा हूँ....

अंदर का सीन......

फर्श पर..यानि कि ज़मीन पर लेटी थी बबिता...सबसे ज़्यादा भारी और चुदक्कड
वही है..इसलिए उसे नीचे लेटना ज़्यादा पसंद है....
अब ध्यान से समझिएगा..क्यूँ कि उपर का नज़रा बड़ा ख़तरनाक है...
बबिता की चूत पर थी....रीना...और वो उसकी चूत चाटने में लगी थी..
या यूँ कहिए.उसे खाने में लगी हुई थी...

वो अपने दोनो पैरो को बबीता के पैरो के साइड में रखी हुई थी...
यूँ समझ लीजिए उकूड़ू नही हुई थी.....जिससे उसका पिछवाड़ा हवा में था...
उसका मतलब रीना का पिछवाड़ा.....और पीछे से...उसकी चूत यानी कि रीना की चूत
माधवी के मुँह से चुद रही थी...और माधवी बबीता के मुँह के उपर
अपनी चूत लेके बैठी थी...

यानी कि बहुत ही ज़बरदस्त थ्रीसम चल रहा है....

बबीता माधवी की चूत में अपनी जीभ डाले बैठी थी....माधवी तो बबीता के
पूरे फेस पर ही बैठ गई थी.......और अपनी मटकती गान्ड को हिला रही थी....
उसका तो बुरा हाल था..माधवी की चूत में से रस की बहार हो रही थी..
जो बबीता के चेहरे को भिगो रही थी.....
 
उधर माधवी के मुँह से..उःम्म्म्ममममम..उंघह जैसी आवाज़ें निकल रही थी....
क्यूँ कि वो रीना की चूत चाटने में लगी थी..रीना की चूत की बड़ी प्यारी
और छोटी सी थी...माधवी ने उसकी चूत की दोनो फांकों को अलग किया हुआ था
और अपनी जीभ से उसके दाने को चाट रही थी.......

रीना भी उगन्हमहमहमममहमहमहमह अजीब आवाज़ें निकल रही थी..क्यूँ कि
उसकी आधी आवाज़ बबीता की चूत में घुस रही थी....

बबीता की चूत रीना अपने मुँह से चोद रही थी.....बबीता की बड़ी चूत रीना
बड़े प्यार से स्वाद चख के खा रही थी......बबीता के मुँह से सिसकियाँ तो नही
निकल रही थी..लेकिन वो अपनी पीठ बार बार उपर उठा रही थी..
जिससे पता चल रहा था..कि उसे कितना मज़ा आ रहा है.....

बबिता अपनी पूरी रफ़्तार से...माधवी की चूत को चाट रही थी...माधवी का तो
पहले ही निकलने वाला था...
माधवी ने चूत चोदना बंद किया..

माधवी :- आअहह उफफफफफफफफफफफफफ्फ़..बबिताआअ....कुत्त्त्ति..
आह हह...मेराअ...निकलने वाला है...आअहह...
और आख़िर कार..माधवी ने अपनी चूत का रस बबीता के मुँह पे छोड़ दियाअ..
और छोड़ते वक़्त..माधवी ने अपना पूरा ज़ोर लगा के अपनी गान्ड बबीता के मुँह
पे चिपका थी.........

झड़ने के बाद..माधवी वहाँ से गिर कर ज़मीन पे हाँफने लगी.....

बबीता और रीना उठी...दोनो की चुतो का बुरा हाल था...उनका रस बह के..
उनकी जाँघो तक पहुच गया था..लेकिन दोनो झड्ने का नाम ही नही ले
रही थी.....

तो फिर दोनो ने 69 पोज़िशन बनाने का सोचा.....और दोनो उस पोज़िशन में
आ गयी...

अभी भी बबीता नीचे ज़मीन पर ही थी..उसके उपर थी रीना...
रीना ने चूत को चोदना शुरू किया अपने मुँह से.....चूत के अंदर पूरी
जीभ..डाल दी..और उसे अंदर घुमाने लगी...
 
उधर बबीता ने पहले चूत में अपनी 3 उंगलियाँ डाल दी..उसकी चूत में
अंदर बाहर करने लगी...और फिर साथ साथ में ..उसकी चूत के दाने को
अपने मुँह से चूसने लगी..\

कमरे में....उंघह..उंघह आवाज़ें आ रही थी...

लेकिन दोनो एक दूसरे को हराने में लगी हुई थी....कि कौन किसी चूत को पहले
झडेगा......रीना तो बबीता की चूत को बुरी तरह चूस सी रही थी..
सस्सुप्प्प्प्प्प्प्प्प्प जैसी आवाज़े आ रही थी....बबीता की चूत से उसके रस ने रेकॉर्ड
तोड़ दिया था..वो बहे जा रहा था...जो उसके आस होल तक पहुच रहा था
लेकिन बबीता भी कच्ची खिलाड़ी नही थी...उसने तो सोच लिया था..कि वो नही झड़ेगी
इसलिए उसने रीना की चूत से उंगली निकाली..और सीधा निशाना थूक डाला
उसकी बहती हुई चूत के दाने पे...और उसे कस कस के चूसने लगी...
रीना इस प्रहार को सह ना पाई...

रीना :-- ओह माआआआआआआआअम्म्म.
उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़...कॅंट कॉंट्रूल्ल्ल नॉवववव... आइ आम कुम्मीन्गगगगगग..
और कहती हुई.झड गई...
और उसने अपना सारा दबाब...बबिता की चूत पे लगा दिया...और छोड़ दिया सारा
पानी उसके मुँह के अंदर......

बबिता के मज़े आ गये...आज उसको एक साथ दो चूत का रस पीने
को मिला था...

रीना खड़ी हो गई..और उसने हान्फते हुए बबीता की तरफ देखा..
बबीता की साँसें तेज़ चल रही थी..जिससे उसके बड़े बड़े..बूब्स उपर नीचे हो
रहे थे...
 
रीना :- मॅम..आप टेंशन मत लीजिए..में आपको भी सॅटिस्फाइ करूँगी..आपने मेरी
इतनी बड़ी हेल्प जो की है..आज मुझे शांत करके...आप खड़े हो जाओ...

बबीता के चेहरे पे खुशी की स्माइल आ जाती है...वो खड़ी हो जाती है..
उसका रस इतना ज़्यादा निकल गया था..कि उसकी जांघें और पैर पूरी तरह गीले हो गये
थे....

बबीता खड़ी होकर..दीवार से सॅट जाती है....

और रीना सीधा आकर..उसकी चूत को अपने हाथ की दो उंगलियों से मसल्ने
लगती है....

बबीता :- आहह बेबी...एसस्स्स्स्स्स्सस्स....
बबीता की पहली मोनिंग शुरू हो जाती है...

रीना अपनी उंगलियों से मसल्ने की बाद...अपना मुँह लेके बबीता की चूत में
घुसा देती है..और उसे बुरी तरह चाटने लगती है...

बबीता का हाथ..रीना के सर के पीछे चला जाता है..और वो उसके सर को पकड़
के अपनी चूत की तरफ और खीच देती है.....
रीना चूत के अंदर तक अपनी जीभ डाल के उसे चोदने लगती है....

बबीता :- ओह एसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स...फक्क्क्क मीई..
यू बीतचह..आआआआआआआहह.ह...
एसस्सस्स...लीके टतटत्टटटटटटटटटटटटटतत्त...य्ाआआअ..यू आररी ग्रेट...
उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़...बाबाययययययययययययययययी...
अहहहहहहहहह...

बबीता की उत्तेजक और वाइल्ड मोनिंग सुन के रीना पगल हो जाती है..और बबीता के दाने
को चूसना शुरू कर देती है...

बबीता :- आइ काअंतत्त्टटटतत्त कॉंट्र्र्र्रोल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल...र्र्ररिन्ाआआआ...
आइ अमममम्ममम कुमिंगगगगगगगगगगगगगगगगगगगगग...आअहह

और ये बोलते हुए...बबीता अपना सारा रस एक एक बाद एक 5 झटको में छोड़ना
शुरू कर देती है........

इतना सारा रस देख के रीना वहाँ से हट जाती है..थोड़ा सा वो पी भी
लेती है..लेकिन बबीता ने तो यहाँ सैलाब ला दिया था....जैसे बरसो
का बचाया हुआ पानी..एक ही बार में बहा दिया हो....
पूरा का पूरा फर्श गीला कर दिया...

बबीता वहीं हान्फते हुए..बैठ जाती है..और अपनी आँखे बंद कर लेती है...
उसके चेहरे पे आज बहुत बड़ी सेटोसफॅक्षन दिख रही थी.........

बसस्स्स्स्स्स्सस्स आअब और नही लिख सकता....मेरा भी कुछ सोचो ज़रा.....

टू बी कंटिन्यूड...........!!!!!!!!

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अभी चेनज़िंग रूम में गये तो थे कपड़े बदलने...लेकिन एक
दूसरे का फेशियल करवा चुके थे..सब के सब....कोई किसी की चूत चाट कर
या कोई किसी के होठ चांट कर...

बबीता और माधवी के चेनज़िंग रूम में...अरे हाँ इन दोनो के साथ तो
रीना भी जुड़ गई.....

तीनों अपने अपने कपड़े पहन रही थी.......तभी बाहर से किसी ने गेट नौक किया..

बबीता :- कौन है??

अंजलि :- बबीता में अंजलि..चलो हम सब रेडी है...आप भी बाहर आ जाओ..

बबीता :- बॅस 2 मिनट अंजलि भाभी..

अंजलि :- ओक...

फिर करीब 5 मिनट बाद चेंजिंग रूम खुला..
बबीता ने सामने देखा.तो बाकी की सारी लॅडीस खड़ी थी......

बबीता धीरे से माधवी से बोलती है....माधवी भाभी..ये सब तो यहीं खड़े
हैं...फिर रीना की तरफ देखती हैं....

रीना :- मॅम आप टेन्षन मत लीजिए..में संभाल लूँगी....

बबीता :- ओके...घबराते हुए...

और फिर बाहर निकलती है..उसकी पीछे पीछे माधवी भी बाहर आ जाती है....
सबकी नज़र इन दोनो पे पड़ती है...सबके चेहरे पे एक स्माइल आ जाती है..
लेकिन कुछ पल के बाद वो स्माइल गंभीर चेहरे का रंग ले लेती है..
जब पीछे से उन्हे रीना भी आती हुई दिखाई देती है...

दया :- बबिता जी..ये रीना बहन क्या कर रही थी..

बबीता अब क्या बोलती वो तो बॅस ..वोववव..कर के ही रह गई..

रीना :- आक्च्युयली मॅम..वो माधवी मेडम का हुक्स फस गया था बंद
करते हुए...और फिर बबीता मेडम ने उसे बहुत कॉसिश की खोलने की..
लेकिन उनसे नही खुला...फिर उन्होने मुझे बाहर आके बोला कि पप्लसस..आप
अंजलि भाभी को बुला लाएँगी...तो मेने कहा मॅम क्या प्राब्लम है
आप मुझे बता दीजिए..में ही कर दूँगी...
फिर बबीता मेडम ने सारी बात बताई मुझे..और मेने अंदर जाके
हेल्प कर दी...

माधवी भी बोल पड़ी...हाँ...यही हुआ था...

अंजलि :- ओह्ह..चलो कोई बात नही...

बबीता बात बदलते हुए...वैसे आप चारों बहुत ही ज़्यादा अच्छे लग रहे हो क्या
बात है....और दया भाभी..आप तो कमाल की लग रही है बिकनी में...

दया शरमाते हुए..थॅंक्क यू.....

रोशन :- हाँ रे हाँ बावा...हमे तो यकीन नही है..कि माधवी भाभी.आप
भी बिकनी में..बहुत साजो लगी छू....

माधवी भी शरमाते हुए..थॅंक यू रोशन भाभी..
 
अंजलि :- बॅस अब क्या एक दूसरे की तारीफ ही करते रहोगे..कि चोलगे भी...

सब हंस देते हैं अंजलि की इस बात पर.....

माधवी :- हाँ .. मुझे तो इनको देखना है..कि इनका क्या रिक्षन होगा मुझे
ऐसे देखने के बाद.....

बबीता :- अरे वो देखो..सामने तो खड़े हैं हम लोगों के पति...

फिर सब सामने देखने लगते हैं....

अरे हाँ..वहीं चलते हैं फिर....अंजलि बोलती है..

एक मिनट....रूको....देखो इन्हे तो....कैसे लड़कियाँ ताक रहे हैं...
वाहह वाहह...चस्मा नीचे करके देखा जा रहा है..वैसे अगर
कोई काम बोल दूं और इन्होने चस्मा नही पहना हुआ हो...तो तब बहाने
मारते हैं..कि मुझे तो कुछ दिखाई नही दे रहा है......माधवी बोलती है..
क्यूँ कि उधर भिड़े अपनी गर्दन टेडी कर के...गोरी मेम की गान्ड को पीछे से
देख रहा था...और एक बार तो अपना चस्मा उपर सर पे लगाया...और
एक गोरी मेम के बूब्स देखने लगा हुआ था...

माधवी भाभी..भिड़े भाई को छोड़ो वो देखू इन्हे.....वाहह उस वक़्त
स्वीमिंग पूल में तो बोल रहे थे.....की अंजलि तुमसे सुंदर तो कोई लग
ही नही रहा है यहाँ गोआ में...और अब देखो कैसे आखें फाड़ फाड़ के दूसरी
लड़कियो को देख रहे हैं...बड़े लेखक बनते फिर रहे हैं......बताती हूँ
में इन्हे....अंजलि तारक के लिए बोलती है.....

उस वक़्त तारक अपनी बड़ी बड़ी आँखें खोल के सामने से आ जा रही मस्त मस्त
बिकनी पहनी हुई..एक से एक हॉट फिगर वाली लड़कियो को ताक रहा था...

बबीता जी..अईयर भाई को देखिए...कुछ ज़्यादा ही उत्साहित लग रहे हैं....
दया जब ये बोलती है बबीता को.. तो बबीता का ध्यान अईयर पे पड़ता है....

अईयरर्र्ररर...बबीता बोलती है...तुम तो गये...सुबह तो बड़े शरीफ होकर
घूम रहे थे....\

उधर अईयर...एक गोरी मेम के साथ बात कर रहा था..और वहाँ पे नाच कूद
रहा था उसके सामने..ये देख के बबीता को बहुत गुस्सा आया...

दया भाभी..अईयर भाई को छोड़ो..वो देखो जेठा भाई..को कैसे मुस्कुरा रहे
हैं..उस गोरी मेम को देख के..देखो कैसे देख रहे हैं...माधवी दया का
ध्यान जेठालाल पे डलवाती है.....

दया :- अरे टप्पू के पापा....आज तो आपकी भी खैर नही.....
उधर जेठालाल अपनी छोटी सी आँखें बड़ी करके..अपनी छोटी मूछो को उपर
कर के अपनी बत्तीसी फाड़ के..सामने बैठी रिवाल्वरिंग चेयर पे हाथ फैलाए..धूप की
रोशनी में एक मस्त और बहुत ही ज़्यादा सेक्सी देसी लड़की बैठी थी....
दया को बहुत गुस्सा आ रहा था....और उसके साथ एक और भी है..जिसे जेठालाल की
इस हरकत पे बहुत गुस्सा आ रहा था...

सबको अभी ही जानना होगा कि कौन थी वो...या फिर आपने तुक्के लगाने शुरू कर
दिए होंगे सबने...हाँ यार ये हो सकती है..वो हो सकती है..
 
रोशन :- मेरा रोशन..तो देखो कितना अच्छा है..कहीं नही दिख रहा है...

अरे वो देखिए रोशन भाभी...वो यहाँ इसलिए नही दिख रहे आपको .. क्यूँ कि वो
वहाँ बार काउंटर पे हाथ में ग्लास लिए...एक फोरेनर के साथ बैठे हैं..

बबीता रोशन की नज़र दूसरी तरफ मोडते हुए
.....
रोशन :- रोशान्ंणणन् गुस्से में..अब तू देख...पार्टी शार्टी कर रहा है..

उधर हमारे सोढी पाजी..एक मस्त बीच पे बने के बार काउंटर पे बैठ के
पी रहे थे..और साथ में एक बिकनी में बैठी पतली सी फ़ोर्नर के साथ गप्पे
लड़ा रहे थे.....

अंजलि :- में तो कहती हूँ...हमे एक साथ चल के उन पर हमला बोल देना
चाहिए.....

हहेहेहेहहेहेहेहीहेहहे....रीना साइड में खड़ी होके हंस देती है...

दया :- अए बहन..तुम हंस क्यूँ रही हो..

रीना :- सॉरी मेडम...
पर ये गोआ है....यहाँ पे तो ये सब नॉर्मल है..

बबीता :- लेकिन हम अपने पतियों को ऐसे कैसे करने दे सकती है..

माधवी :- सही बात है..

रीना :- मेरा मतलब वो नही है मेडम....मेरे पास एक प्लान है..अगर आप कहे तो..
इससे आपके पति आपको ही देखेंगे..

अंजलि :- हाँ हाँ बताओ ना...

फिर रीना उन्हे सारा प्लान बता देती है.....

बबिता :- वाआूओ मज़ा आएगाअ....

माधवी :- ठीक है फिर्र.....तो बहनो तैयार हो ना अब सब..

हाआंन्‍नननननणणन्....सब यही बोलते हैं.....

चलीए एक बार नज़र मार लेते हैं हमारी और सबकी प्यारी गोकुलधाम में भी
काफ़ी दिन हो गये....

उधर चंपकलाल....बैठा न्यूसपेपर को छोटा करके और अपनी आँख के पास
लाके पढ़ रहा था..

दादाजीदादाजई...टप्पू चिल्लाते हुए आता है..

चंपकलाल :- हाँ टप्पू बोल बेटा क्या हुआ..

टप्पू :- दादाजी...मम्मी पापा से बात हुई..

दादाजी :- नही बेटा नही हुई..

टप्पू :- अच्छा तो में करता हूँ.

दादाजी :- टप्पू..बेटा वो सब वहाँ मज़े कर रहे होंगे...तू क्यूँ डिस्टर्ब कर रहा है..

टप्पू :- ओके दादाजी...अच्छा तो में नीचे खेलने जा रहा हूँ...

फिर टप्पू नीचे खेलने चला जाता है....

उधर सी विंग में....
पोपटलाल के घर पे.....

आअहह.....बहुत मज़ा आ रहा है......आअहह ओह्ह्ह्ह...
बहुत मज़ा आ रहा है....ओह्ह्ह्ह आअहह....बससस्स आहह अब नही रुका
ज़ा रहा है......

अरे ये क्या पोपटलाल को कोई लड़की मिल गई क्या...यही सोच रहे हैं ना आप
नही सोच रहे ... झूठे....झूठ मत बोलना..सब समझता हूँ में....

आअहह......बसस्सस्स गया आहह...और पोपटलाल का ढीला
शरीर हवा में 3 झटके लेता है...और अपना सारा रस निकाल देता है.....

पोपटलाल हांफता हुआअ....कब तक....आख़िर कब तक....में ये अपने लंड को
हाथ में लेके मूठ मारता रहूँगा....
पोपटलाल अपने लंड को पकड़ के बोलता है..

पोपटलालसोफे पे बैठा था..उसकी पॅंट नीचे घुटनों तक थी...और वो अभी अभी
किसी के बारे में सोच के मूठ मार चुका था..और अपना सारा रस अपने उपर
ही बहा दिया था......
 
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