03-02-2021, 03:05 PM,
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desiaks
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RE: XXX Sex Stories डॉक्टर का फूल पारीवारिक धमाका
अपडेट 121
फिर मैंने नीलम के कुरते के अन्दर हाथ डाल दिया और उसके चूचों को सहलाने लगा था.. कभी दबा भी देता था.
नीलम ने भी अब विरोध करना बंद कर दिया, वो ‘ह्ह्ह्ह.. ऊओह्ह्ह..’ कर रही थी.
मैंने भी कसके नीलम को पकड़ लिया और फिर उसके होंठों को अपने होंठों से दबा लिया और जोर-जोर से चूसने लगा. मैं एक हाथ नीलम की पीठ को सहला रहा था और दूसरे हाथ से उसके गोल-गोल चूचे दबा रहा था.
कुछेक मिनट तो उसको मैंने होंठों पर चुम्बन किया.. फिर मैंने नीलम के कुरते को उतार दिया और देखा कि उसने नीले रंग की ब्रा पहनी हुई है.
मैं एकदम से उसके गर्दन और सीने पर चुम्बन करने लगा.. नीलम सिसकारियाँ लेने लगी- ऊऊहह.. ऊह्ह..
नीलम ने अपना हाथ मेरे अंडरवियर में हाथ डाल दिया और मेरे लण्ड को निकाल लिया, वो मेरे लण्ड को आगे-पीछे करने लगी.
मैंने अब नीलम की पजामी को भी नीचे कर दिया. नीचे देखा तो भाभी ने लाल रंग की पैंटी पहनी हुई थी उनकी गाण्ड एकदम गोरी-चिट्टी थी.
मैंने नीलम भाभी का चेहरा देखा तो नीलम मुझे देख कर शर्मा रही थी. मैं कामातुर होकर उसके होंठों को कभी-कभी काट लेता.. तो वो छटपटाने लगती.
नीलम बोली- हनी जो भी करना है.. जल्दी करो.. मुझे देर हो रही है.
मैंने जल्दी से भाभी को नीचे घुटने के बल बैठा दिया और लण्ड को नीलम को चूसने को कहा.. तो वो मना करने लगी.
फिर कुछ देर मैंने नीलम को मनाया, नीलम ने मेरे लण्ड को जैसे ही पकड़ा मेरा लण्ड तो उसकी चूत की आस में एकदम टाइट हो गया.
मैंने नीलम भाभी को फिर से लण्ड को चूसने को कहा.. तो इस बार नीलम आराम-आराम से लण्ड को ऊपर से चूमने लगी थी. मैं उसके मुँह में लण्ड को डाल कर जोर-जोर से धक्के मारने लगा.
अब मैंने नीलम के सर को पकड़ लिया.. और जोर-जोर से उसके मुँह की चुदाई करने लगा. कुछ देर ऐसे ही नीलम के चूसने के बाद मैंने माल सारा उसके मुँह में निकाल दिया.
वो मुझसे छूटने का प्रयास करने लगी, मैंने कहा- बेबी नीलम जान.. कहाँ जा रही हो.. अभी तो असली चुदाई बाकी है.
नीलम बोली- यार अभी तो मुझे थोड़ा काम है.. पर आज पूरी रात मैं तुम्हारी हूँ.. जो मर्जी कर लेना.
मैंने भी ज्यादा जोर नहीं दिया- अच्छा अच्छा ठीक है.
अब मैं नीलम को ही देखे जा रहा था, वह बोली- बेबी.. आज रात 11 बजे मैं आपके पास आऊँगी, ओके?
मैंने कहा- चलो यार अभी लण्ड को भी आराम दे देते हैं.
वो अपने कपड़े पहन कर चली गई और मैं भी नीचे चला गया.
दिन गुजरा और रात का खाना खाकर मैं ऊपर आ गया.
रात को 11:15 हो रहे होंगे.. मैं कमरे में बेचैनी से उसका वेट करने लगा और फिर 11:30 हुए होंगे कि नीलम ने दरवाजे पर दस्तक दी.
उसने लाल रंग का नाईट सूट पहना हुआ था.. क्या मस्त सेक्सी माल लग रही थी.
मैंने दरवाजे से ही उसको उठा लिया और बिस्तर पर उसको पीठ के बल लेटा दिया. अगले ही पल मैं नीलम को जोर-जोर से होंठों पर चुम्बन कर रहा था.
उसने शरारत से मेरी ओर देखा तो मैंने कहा- तुम इतनी खूबसूरत हो.. बस तुमको प्यार किए बिना रहा नहीं जा रहा है.
फिर मैं नीलम के ऊपर लेट गया और उसके चूचों को जोर-जोर से दबाने लगा. मैंने उसके लबों पर अपने लब रख दिए और जोर-जोर से चूसने लगा.
नीलम मेरा पूरा साथ दे रही थी.
फिर मैंने अब उसका नाइट सूट उतार दिया और देखा तो नीलम ने सूट के नीचे कुछ नहीं पहन रखा था.
जैसे ही उसके नाइट सूट को निकाला तो देखा कि उसके एकदम सफ़ेद और चिकने चूचे मेरे स्वागत के लिए थिरक रहे थे.
मैंने भी देर न करते हुए उसके चूचों को पकड़ लिया और जोर-जोर से चूसने लगा.
अब नीलम सिसकारियाँ लेने लगी- अअअअ.. आआआअ.. ह्ह्ह्ह्ह्ह.. ऊऊऊ… ओह्ह्ह्ह्.. और जोर-जोर से चूसो ऊओ.. बहुत अच्छा लग रहा है.
मैं उसकी सीत्कार सुन कर और उत्तेजित हो उठा था, मैं उसके एक चूचे को जोर-जोर से दबाए जा रहा था.
नीलम अब बहुत गर्म हो गई थी.. पर मैं उसे और गर्म करना चाहता था. मैं अब नीलम की टाँगों के बीच में आ गया और उसकी चूत को चाटने लगा.
अब मैं उसकी टाँगों को चुम्बन कर रहा था.. चूमते हुए मैं हल्का सा ऊपर को हुआ और उसकी नाभि पर अपनी जीभ को गोल-गोल घुमाने लगा.
नीलम- ऊओह्हह्ह.. ऊओह्हह्ह.. यू किलर.. डू मोर.. आह्ह..
इसके साथ ही मैं उसके पूरे नंगे बदन पर अपना हाथ चला रहा था.
अभी इतना हुआ ही था कि नीलम बोली- रेशु अब डाल भी दो ना.. सच में यार तुम तरसाते भी बहुत हो और अब तक तुमने मुझे मजा भी बहुत दिया है.
मैं दुबारा उसकी टाँगों के बीच आ गया और उसकी चूत के दाने को चाटने लगा.
नीलम भड़क उठी- आअह्ह्ह ऊओह्हह्हह ऊओह्ह्ह आआह्ह्ह्ह और चाटो.. और जोर-जोर से चाटो.. अह्ह्ह्ह्..
मैं जोर-जोर से उसके चूत के दाने को चाटने लगा, देखा कि उसकी चूत गीली हो गई है.. तो अब उसकी चूत को जीभ डाल कर चाटने लगा.
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