Hindi Sex Kahaniya प्यास बुझती ही नही
05-10-2019, 07:32 PM,
#51
RE: Hindi Sex Kahaniya प्यास बुझती ही नही
प्यास बुझती ही नही--21

गतान्क से आगे..........................

इनस्पेक्टर शर्मा, 32 य्र्स, मॅरीड हॅविंग 1 किड, पर उसकी वाइफ अक्सर अपने मयके मे रहती है और शर्मा अपने सरकारी क्वॉर्टर मे.....कभी कभी छुट्टियो मे अपनी वाइफ के पास चला जाता है और चोद कर चला आता है......पर इन सब से उसकी सेक्स सॅटिस्फॅक्षन नही होती है....उसे चाहिए पार्मेनेंट कोई मिले जो रात को रंगीन कर सके...इधर इनस्पेक्टर शर्मा सेक्स की बुक पढ़ना, इंटरनेटपर राज शर्मा की कामुक कहानियाँ देखना और चुदाई मे काफ़ी इंटेरेस्टे ले रहा था...विशेष कर रश्मि मे...वो रश्मि को हर हाल मे पाना चाहता था...पर वो ये भी चाहता था कि रश्मि उसे चाहे और उसके बिस्तेर की सोभा बने....तभी वो रश्मि को इंप्रेस कर रहा था........उसका लंड 8" लंबा...और ओरल सेक्स मे इंटेरेस्ट भी लेता था.............उसने बेडरूम मे, बाथरूम मे और यान्हा तक के लेट्रीन मे भी रश्मि के फोटो लगा रखी थी....रोज अपने लंड को रश्मि के होंठो पर रखता था और मूठ मार कर सो जाता था....

दूसरी तरह रश्मि भी इनस्पेक्टर शर्मा को अंदर ही अंदर चाहने लगी थी….पर वो अपने मुँह से आक्सेप्ट नही कर रही थी….जब वो इनस्पेक्टर शर्मा के साथ जीप पर बैठ कर जा रही थी तो दो बार वो इनस्पेक्टर शर्मा के बदन को टच किया….वो सिहर गयी थी…..पर उसे उस समय कुच्छ अजीब लगा…. पर आज राज के कुरेदे जाने पर वो टीस फिर जाग उठी………….वो मन ही मन इनस्पेक्टर शर्मा को चाहने लगी……इनस्पेक्टर शर्मा, लंबा कद, चौड़ा सीना, चौड़ी कमर, और हो ना हो उसका लंड भी बड़ा ही होगा…जैसा कि परसोनालिटी से लगता है….उसके मुँह और चूत मे पानी आ गया………ये सोचते ही फिर वो शर्मा गयी…..वैसे वो राज से कई बार चुद चुकी थी …पर फिर भी उसे एग्ज़ाइट्मेंट हो रही थी…..क्योकि इनस्पेक्टर शर्मा बाहर के मर्द थे……………उसने अपने मन से पूछा …क्या ये ठीक रहेगा……किसी गैर मर्द से सेक्स करना कहाँ तक उचित है…..राज तो मर्द है…इसे समाज कुच्छ नही बोलेगा…पर मे तो एक औरत हू…और वो भी विडो….समाज की नज़र मे…………..हेई भगवान ….क्या करू.

उसकी चूत मे चिंतिया चलने लगी…….पॉज़िटिव और नेगेटिव सोचते सोचते वो सो गयी…क्योकि सुबह स्मृति को वापस देहरादून जाना था….

करीब 10 बजे पर इनस्पेक्टर शर्मा का फोन आया रश्मि के मोबाइल पर.....रश्मि उस समय नहाने जा रही थी....उसके बदन पर सिर्फ़ एक पेटिकोट था जो कि चुचियो को ढँके हुए था......रश्मि भाग कर अपने रूम मे गयी और मोबाइल ऑन कर सुनने लगी......दूसरी तरफ इनस्पेक्टर शर्मा थे.....

इनस्पेक्टर शर्मा: हाई.....हाउ आर यू..?

रसम: ठीक हू.....अओर आप

इनस्प. शर्मा: ठीक ठाक...क्या कर रही हो...

रश्मि: नहाने जा रही थी....

इनस्प. शर्मा: व्हाट्स आ ग्रेट सीन आइ थिंक...

रश्मि: आप पोलीस वाले इतने रोमॅंटिक कब से होने लगे?

इनस्पेक्टर शर्मा: क्यो...? पोलीस वालो की भावनाए नही होती क्या?

रश्मि: ह्म इंट्रेस्टिंग...और बताओ...? क्या चल रहा है

इनस्पेक्टर शर्मा: आज मेरा बर्तडे है और मेने एक पार्टी रखी है सिर्फ़ तुम्हारे लिए....होप सो...कि तुम आओगी....बाकी तुम्हारी मर्ज़ी.

रश्मि: कुच्छ सोचते हुए.....मे वादा तो नही करूँगी पर मे कोशिश ज़रूर करूँगी...पर समय ज़्यादा नही लगना चाहिए...?

इनस्प. शर्मा: बिल्कुल नही...और फिर मे खुद छोड़ दूँगा.....

रश्मि: तब ठीक है...मे अपने जेठ जी से पुच्छ के बताउन्गि...

इनस्प. शर्मा: उनसे क्यो पुच्छना....? तुम खुद डिसिशन ले सकती हो

रश्मि: मिस्टर. मेरे घर मे एक रूल है ....सभी डिसिशन घर के बड़े लोग लेते है ...सही और ग़लत...... और फिर मेरे गार्डियन वही है...मे उनके आदेश के वगैर कुच्छ भी नही करूँगी....

इनस्प. शर्मा: इंट्रेस्टिंग...आइ इंप्रेस्ड....

रश्मि: ह्म...अब मे फोन रखती हू......बाइ...

इनस्पेक्टर शर्मा और भी कुच्छ पुच्छना चाहता था....तब तक फोन काट दिया रश्मि ने.....................................

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इनस्पेक्टर शर्मा ने अपना घर का अड्रेस रश्मि को स्मस कर दिया और स्मस पर ही इन्विटेशन दे दिया.....ये इन्विटेशन तो सभी के लिए था ...पर ज़्यादा ज़ोर रश्मि को दिया गया था....जो कि राज समझ सकता था....पर वो कुच्छ बोला नही...

सिर्फ़ इतना ही कहा.....तुम्हे बुलाया है....तुम जाओ..पर ज़्यादा वक़्त नही लगना चाहिए.

रश्मि: मे जाना तो नही चाहती पर....उसका रिक्वेस्ट आया था और फिर हमारा केस भी उसी के हाथ मे है...

राज: नही तुम जाओ.....

रश्मि: ह्म्‍म्म और वो अपने कमरे मे चली गयी...

शाम को करीब 5 बजे तैयार होकर घर से जैसे ही निकली....सामने इनस्पेक्टर शर्मा एक कार लेकर खड़ा था....

इनस्प. शर्मा: आइए मेडम.....

रश्मि: अरे आप??? और गाड़ी??? क्या बात है...कही नौकरी लग गयी क्या?

इनस्प. शर्मा: नही मेडम....ऐसी हमारी किस्मत कहाँ? किसी दोस्त से ली है आपके लिए...

रश्मि: हूऊ...सो नाइस ऑफ यू......

इनस्प.शर्मा: वेलकम...और कार का गेट खोल दिया...

रश्मि: अरे नही ...मे आपके बगल मे बैठूँगी....नही तो लोग समझेंगे....मालकिन बैठी है और ड्राइवर गाड़ी चला रहा है...

इनस्प. शर्मा: तो क्या हुआ..मे तो हू ही आपका ड्राइवर...

रश्मि: मेरा ड्राइवर...??? ंतलब?

इंस्पक्तॉर शर्मा: बात को सुधारते हुए...मेरा मतलब है इस कार का ड्राइवर...

रश्मि: सब कुच्छ समझती हू.........हल्की सी शर्मा गयी...

करीब 30 मीं के सफ़र के बाद दोनो एक छ्होटे से घर पर रुके.....इनस्पेक्टर शर्मा ने अपना गेट का ताला खोला और उसे बोला...वेलकम मेडम...

रश्मि : अरे आप अकेले??? कोई और नही है क्या घर मे?

इनस्प. शर्मा: वाइफ मयके गयी है.....अभी 2 मंत से अकेले हू...

रश्मि: आप ने कहा था कि पार्टी है...तो लोग कहाँ है?

इनस्पेक्टर शर्मा: अरे पहले अंदर तो चलो.....रश्मि अंदर आ गयी.....और सोफे पर बैठते हुए कहा.....ह्म्‍म्म काफ़ी सुंदर मकान है आपका....पर जब घर दीवारो पर नज़र दौड़ाई तो वो बुरी तरह शर्मा गयी...क्योकि घर की दीवारो पर न्यूड और अर्ध-न्यूड फोनो टँगे हुए थे...कुच्छ तो बॉलीवुड हेरोयिन के थे कुच्छ पॉर्न-स्टार के थे........आप ने तो घर मे कोठा बना रखा है...

इनस्पेक्टर शर्मा : हां...मुझे ओरल सेक्स अच्छे लगते है.....और नेकेड फोटो भी....सॉरी फॉर दट.....मुझे फोटो उतरवा देना चाहिए......

रश्मि: जब लगाया है तो उतारने की कोई ज़रूरत नही है.....उन्हे वैसे ही रहने दीजिए...और बताए क्या किया जाय...क्या कर सकती हू आपके लिए....

इनस्प. शर्मा: बस कुच्छ नही...मे अभी आया....और वो चला गया...

रश्मि: साला देखने मे तो शरीफ लगता है...पर घर तो रंगीन बना रखा है....क्या इरादा है इसका??? पर वो बेचारा क्या कर सकता है...वाइफ है नही....तो इन फोटो से ही काम चला लेता होगा..............
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05-10-2019, 07:32 PM,
#52
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तभी इनस्पेक्टर शर्मा आ गया...उसके हाथ मे एक केक का डब्बा था.....वो उसने सामने एक टेबल पर रख दिया और किचन से कोल्ड ड्रिंक, समोसे और कुच्छ स्वीट्स लाकर रख दिए........और फिर रश्मि के बगल मे बैठ गया....

इनस्पेक्टर शर्मा:मुझे अभी भी यकीन नही हो रहा कि आप आएँगी

शर्मा ने रश्मि को एक पॅकेट देते हुए कहा....

इनस्प. शर्मा: मेडम ये छ्होटा सा गिफ्ट स्वीकार करे मेरी तरफ से...और अगर मुमकीन हो तो इसे पह्न कर इस नाचीज़ की इच्छा का ख़याल करे....वैसे कोई ज़ोर ज़बरदस्ती नही है......

रश्मि: कोई और आनेवाला है या हम ही लोग है...

इनस्पेक्टर शर्मा: और कोई नही आएगा क्योकि मुझे अभी यान्हा आए हुए 6 मंत ही हुए है....कोई विशेष नही जानते लोग...सो आप ही मेरी चीफ गेस्ट है...और होस्ट भी.

रश्मि: थॅंक्स ...और गिफ्ट ले कर जाने लगी...तो फिर पूछा.....ड्रेस कहाँ चेंज करू?

इनस्पेक्टर शर्मा खुस होते हुए...मेरे कमरे मे...चलिए मे बता देता हू.

इनस्पेक्टर शर्मा और रश्मि ने एक रूम मे चले गये....और फिर रश्मि ने दरवाजा अंदर से लगा लिया और स्विच ऑन कर दिया...कमरे मे रोशनी हो गयी...

रश्मि ने जब चारो तरफ देखा तो चौंक गयी...दरवाजे के चारे तरफ नेकेड फोटो लगे हुए थे...जिसे देख कर रश्मि भी सिहर गयी....ओह माइ गॉड....ये आदमी या घनचक्कर...क्या क्या फोटो टांग रखा है.....रश्मि...तुम आज चुद कर जाओगी...ऐसा मुझे लगता है (मन ही मन बुदबुदाई)....फिर वो सोचा....लीव इट... हमे क्या...और वो अपनी साड़ी खोलने लगी...वो बड़ी अदा से अपनी साड़ी खोल रही थी ....कमरे के एक कोने मे एक बड़ा सा मिरर लगा हुआ था...जिसमे उसका सेक्सी सरीर दिख रहा था.....रश्मि उसे देख कर शर्मा गयी...क्योकि मिरर मे उसकी गाड़ और चुचिया काफ़ी उत्तेजक लग रही थी....उसने अपनी चुचियो को और एक्सपोज़ किया और सरारती अंदाज मे कहा....इनस्पेक्टर शहाब...आज मे तुम्हारा सारा रस निकाल दूँगी..

फिर रश्मि ने पॅकेट खोला...उसमे एक सुन्दर सी साड़ी...रेड कलर की...मॅचाबल ब्लाउस, पेटिकोट...पॅंटी आंड ब्रा थी....अरे वाह....इनको तो मेरी चुचियो का साइज़ भी मालूम है...नंबर. देखते हुए बुदबुदाई....तभी रश्मि ने सोचा कि साड़ी पहनने से पहले पेशाब कर लू...वो अटॅच्ड बाथरूम मे चली गयी और अपनी पॅंटी नीचे करके मूतने लगी......जब वो मूत रही थी तो टाय्लेट के दरवाजे पर एक फोटो लग हुआ था...जिसमे एक लड़की अपनी आँखे मिन्चे हुए और लड़का लंड को ज़ोर से पेल रहा था.....लंड और बुर को क्लोज़-अप मे लिया गया था..जिसे देख कर रश्मि भी चुदासी हो गयी...वो लंड के पास अपनी एक उंगली ले गयी और उसे कुरेद दिया....वन्हा का काग़ज़ फॅट गया......और फिर उस लंड पर एक किस दे दी.......पेशाब करने के बाद अपना फेस सॉफ किया और फिर रूम मे आ गयी..

रश्मि ने बहुत अदा के साथ अपने सारे कपड़े उतारे...बट पॅंटी और ब्रा वही पहना.......और फिर जल्दी से नयी साड़ी, ब्लाउस और पेटिकोट पह्न लिया और फिर मुस्कुराते हुए इनस्पेक्टर शर्मा के पास गयी......

रश्मि: जल्दी करो..मुझे जल्दी जाना है.

इनस्पेक्टर शर्मा: ठहरो भाई.....और उसने केक का पेकेट खोल दिया और कॅंडल जलाया...आज वो 32 य्र्स का हो चुका था.....कॅंडल जलाने के बाद उसने केक को काटा और केक का एक टुकरा उसने रश्मि को खिलाया और रश्मि ने भी एक टुकड़ा उसे खिलाया......फिर रश्मि ने गाया.....हॅपी बर्तडे टू यू....डियर.....और उसे विश किया....इनस्पेक्टर शर्मा ने उसे कहा....विश मे ऐसे नही लूँगा.....

रश्मि: तो कैसे..?

इनस्पेक्टर शर्मा: अपने होंठो से एक केक खिलाओ...

रश्मि:शरमाते हुए...धत्त.....आपको शर्म नही आती.

इनस्पेक्टर शर्मा: भाई मे तो बिनती ही कर सकता हू ना...बाकी तुम्हारी मर्ज़ी.

वैसे तुमपर मेरा कोई हक़ तो है नही.....

रश्मि: नही नही ऐसी बात नही है...पर मे समाज से डरती हू....

इनस्प. शर्मा: यान्हा कोई नही आता.....प्लीज़.

रश्मि: रश्मि की साँसे ज़ोर ज़ोर से चलने लगी....वो सोची कि क्या करे और क्या ना करे.....तभी इनस्पेक्टर शर्मा ने उसका एक हाथ पकड़ लिया और उसे चूमने लगा.रश्मि इसके लिए तैयार नही थी....उसे अजीब लगा....और उसने उसे ज़ोर से धक्का दे दिया.....इनस्प. शर्मा लड़खड़ाते हुए 2 कदम पिछे हो गया.....

इनस्प.शर्मा: सॉरी...मे बहक गया.

रश्मि: मे सब समझती हू....मुझे घर जाना है....चलो

इनस्प. शर्मा: अभी इतनी जल्दी क्या है...अभी तो 8 बजे है.

रश्मि : मुझे डर लग रहा है....चलो....वरना मे ही चली जाती हू.

इनस्पेक्टर शर्मा: पर कुच्छ तो खा के जाओ.

रश्मि: अच्छा लो ये समोसे खा लेती हू....

इनस्प. शर्मा:ने अपने आपको कंट्रोल किया और फिर रश्मि के साथ उसके घर छोड़ दिया....रास्ते मे दोनो के बीच कोई बात-चीत नही हुई.....
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05-10-2019, 07:32 PM,
#53
RE: Hindi Sex Kahaniya प्यास बुझती ही नही
घर आकर रश्मि आज के प्रकरण पर सोचने लगी.....वो ये सोच रही थी कि इनस्प. शर्मा के अंदर क्या चल रहा है...वो ऐसा क्यो कर रहे थे.....जबकि मे खुद उसे अपने आपको सौपने वाली थी.....पर ये सोचा कि मर्द होते ही ऐसे है...वो जल्दी ही शिकार को हासिल करना चाहते है...उसने उसकी मर्दाना भावनाओ को समझते हुए उसे माफ़ कर दिया और फिर आँखे मूंद कर सो गयी........

करीब 3 घंटे सोने के बाद रश्मि अचानक जाग गयी……वो उठी और फिर पानी पीने के लिए किचन मे चली गयी….उसने फ्रिड्ज से पानी का बॉटल निकाला और फिर पीने लगी…तभी कुच्छ फुसफुसाहट की आवाज़ आई…वो चौंक गयी….इतनी रात को क्या राज और उसकी दीदी जागे हुए है…वो धीरे धीरे कमरे की खिड़कियो के पास आई….परदा हटाया…और अंदर जो देखा तो वो चौंक गयी. वो सोचने लगी….राज के साथ और कौन हो सकता है….? क्योकि दीदी तो सो रही है…उसके सोने के खर्राटे आ रहे है… रश्मि की धड़कने एक अग्यात डर से धड़कने लगी…उसे समझ मे नही आ रहाथा कि क्या करे और क्या ना करे….कमरे के अंदर एक मद्धिम रोशनी वाला बल्ब जल रहा था..और दो जोड़ी बेड पर चुदाई कर रहे थे….रशमी और गौर से झाँकने लगी…तभी उसे एहसास हुआ….अरे ये तो मीना है…..बगल वाले पड़ोसी की बेटी जो कि शादी के 5 साल तक मयके मे ही रह गयी थी…उसके ससुराल वाले उसे नही ले जा रहे थे…..2-3 बार वो रश्मि के घर आई थी…..जब राज नही रहता था….पर क्या राज की नज़र उसपर भी थी……? ये सोचकर उसका दिमाग़ फटने लगा था………..अब दोनो की साँसे ज़ोर ज़ोर से चलने लगी…..और आवाज़े बाहर आने लगी……और फिर एक झटका और लगा…और राज झाड़ गया…दोनो एक दूसरे पर ढेर हो गये…..राज मीना को चूम चाट रहा था…..रश्मि ने देखा कि अब खेल ख़तम हो गया है..तो वो अपने कमरे मे जाने लगी…तभी वो किसी चीज़ से टकरा गयी……और वो चीज़ नीचे गिर गयी…जिससे कि एक आवाज़ हुई….दोनो चौंक गये…..मीना अपने आपको बचाने के लिए बाथरूम मे भाग गयी और राज ने एक टवल लप्पेट कर दरवाजा खोला….रश्मि उसे गौर से देख रही थी……

रश्मि: तो ये है आपका असली रूप??? कौन है ये?

राज: कौन??? किसक बारे मे कह रही हो?

रश्मि: वाली….पड़ोसी की बेटी…मीना

राज; अरे वो…..उसे नींद नही आ रही थी…तो मेरे पास आ गयी…उप्पर छत पर सो रही थी.

रश्मि: शर्म करनी चाहिए…अब और कितनो को चोदोगे. आपकी प्यास बुझती नही….

राज: देखो…मेने पहले भी तुमसे कह दिया है….मे एक भँवरा हू…और मे किसी से जोई ज़बरदस्ती नही करता ….उसका मन कर रहा था…तो मेने भी उसकी प्यास बुझा दी…बस…..इसमे कोई बुराई तो नही.

रश्मि: पर आपको भैया कहती है…और आप बहन को ही????

राज: मेडम…..चुदाई मे कोई भाई और बहन नही होता…..मे सिर्फ़ स्त्री और पुरुष को मानता हू…और तुम खुद को देखो…तुम मेरे छ्होटे भाई की बीवी हो पर मेरे से कितनी बार चुदी हो.

रश्मि: आप की बात और है….पर आपके अलावा मे किसी और के साथ नही सोई ना?

राज: तो रोका किसने है…मेने तो कहा था कि उस इनस्पेक्टर के साथ सेक्स कर सकती हो….और वो तैयार भी है…….पर तुम हो कि….

रश्मि: च्चिईीईईई मे तुम जैसी नही हू……

राज: अरे डार्लिंग…अब मान भी जाओ……और वो उसके करीब आ गया और वही पर अपना टवल नीचे कर दिया और रश्मि को अपनी बाँहो मे ले लिया और उसके एक चुचि को ब्लाउस के उप्पर से ही दबाने लगा…रश्मि तो गरम थी ही….जल्दी ही उसके गिरफ़्त मे आ गयी……जब रश्मि अंडर कंट्रोल हो गयी तो उसने मीना को आवाज़ लगाई….मीना डरते हुए रश्मि के करीब आ गयी…दोनो एक दूसरे से चिपके हुए थे.

राज: तुम्हे डरने की ज़रूरत नही है…. मेरी बहूरानी है…और मेरी बीबी भी……हम कई दिनसे सेक्स कर रहे है…..और मज़े भी लिए है….सो डॉन’ट वरी……और उसका एक हाथ पकड़ कर उसे अपनी ओर खींच लिया.

मीना: मुझे जाने दीजिए….मे छत पर सो जाती हू…वरना सुबह अगर मे छत से गायब रही तो लोग शक़ करेंगे………..

राज; ठीक है डार्लिंग…पर अब कब अयोगी…..

रश्मि: जब आप कहोगे…वैसे भी जो लड़की एक बार आपसे चुद जाती है…वो तो दुबारा आती ही है..

मीना बुरी तरह शर्मा गयी…और वो वन्हा से भाग गयी…………….रश्मि बोली…आती रहना…

ओरमीना मुस्कुराते हुए वन्हा से चली गयी…………………………….

अब राज ने रश्मि को सारे कपड़े निकाल दिए..और उसे अपनी गोद मे उठा कर मिरर के पास ले गया…..

राज: ये देखो…कितनी सुन्दर हो….ये गाड़ की गोलिया…और ये चूत….वाह….

मुझे समझ मे नही आता कि इनस्प. शहाब नेतुम्हे क्यो छोड़ दिया…मे समझता था कि तुम आज चुद कर आओगी….पर….

रश्मि: सब आपकी तरह चोदु नही है ना…………………………..और हस्ते हुए अपने होंठ राज के होंठो पे लगा लिए और चुदाई मे दोनो लग गये………………………………………………….

रश्मि आज बहुत साथ दे रही थी...कई दिन से उसकी चूत मे कोई लंड नही गया था.....राज भी जम कर उसकी चुदाई करने लगा.....और सेक्स की आग को शांत किया.

रश्मि राज से करीब 30 मीं तक चुद्ति रही.....और फिर दोनो झाड़ कर अलग हो गये.

रश्मि: अब तो शादी कर लो...ऐसे कब तक चलेगा.

राज: कर तो लू पर ये केस ....??? उसका क्या?

रश्मि: ह्म्म्म

राज: डार्लिंग....शादी करू या ना करू..तुम्हारा तो डोस मिल रहा है ना....लंड खाती जा....

रश्मि.....पर ऐसे कब तक चलेगा...कही मे प्रेग्नेंट हो गयी तो?

राज: जब की तब देखी जाएगी...मे हू ना....

रश्मि: पर मे मा बनना चाहती हू...मुझे बच्चा चाहिए....और वो भी तुमसे.

राज: बच्चा मिल जाएगा......बोलो क्या चाहिए...लड़का या लड़की...?

रश्मि: शर्मा गयी.....बोली कुच्छ नही ...फिर सिर उठा कर बोली...मुझे आपका प्यार चाहिए.

राज: डार्लिंग वो तो तुम्हे मिलेगा ही...तुम फ़िक्र मत करो...तुम्हे लड़का ही होगा...और जम कर लंड का प्यार मिलेगा.

रश्मि: धत्त्त...

राज: अब काहे को शरमाती हो.....अच्छा ये बताओ इनस्पेक्टर शर्मा ने क्या क्या किया...?

रश्मि: कुच्छ नही..एक साड़ी दी थी वो पह्न ली उसके बाद केक काटा...वो चाहता था मेरे से सेक्स करने के लिए..पर मेने घास नही डाली.

राज: तुम बहुत उस्ताद हो...

रश्मि: पर हां..उसके पूरे घर मे न्यूड (सेक्सी) फोटो लगी हुई है...यान्हा तक कि लेट्रीन मे भी है.

राज: वो है ही रंगीला.....जैसे मुझे मालूम है.

रश्मि;पर आपसे ज़्यादा नही.

राज: वो कैसे

रश्मि: जिस प्रकार आपने मुझे आज चोदा...कोई दानव ही चोद सकता है....अच्छा...आपने मीना को कैसे पटा लिया.

राज: अरे यार वो छत पर अकेली सो रही थे...उसके बूब्स खुले थे...हमने हिम्मत कर के उसे पकड़ लिया....थोड़ी देर तो वो घबरा गयी....फिर उसने अपने हथियार डाल दिए.....और मे उसे यान्हा ले आया और उसके बाद के सीन तुम जानती हो.

रश्मि:ह्म.... कैसी लगी उसकी बुर

राज: बहुत अच्छा...काफ़ी टाइट थी...चोद्ने मे मुझे पसीना छूट गया...

रश्मि: मुझसे भी अच्छी.....

राज: ह्म्‍म्म्म....वैसे तुम्हारा तो कोई जोड़ नही है...पर वो काफ़ी दिन से नही चुदी थी तो उसकी चूत काफ़ी टाइट थी....

और फिर वो काली कलूटी थी...और तुम ट्यूब-लाइट हो.....उसे छेड़ते हुए.

रश्मि: मस्का मारना और औरत को पटा कर चोद्ना .....कोई तुमसे सीखे.....और दोनो एक बार फिर भिड़ गये.

दोस्तो ये कहानी कैसी चल रही है अपनी राय ज़रूर दे 

क्रमशः.......................................
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05-10-2019, 07:32 PM,
#54
RE: Hindi Sex Kahaniya प्यास बुझती ही नही
प्यास बुझती ही नही--22 end

एक सुबह सभी डिन्निंग टेबल पर बैठकर नाश्ता कर रहे थे….रश्मि, राज & कमला…कमला कुच्छ अस्वस्थ थी….पर वो दूध पी रही थी….तभी इनस्पेक्टर शर्मा का फोन आया….रश्मि ने फोन उठाया….

रश्मि: हेलो????

इनस्पेक्टर शर्मा: गुड मॉर्निंग मेडम….

रश्मि: गुड मॉर्निंग इन्स्प. शर्मा जी…कैसे है?

इनस्प शर्मा: ठीक हू मेडम…पर आपके लिए एक गुड न्यूज़ है…

रश्मि: अच्छा….गुड…वो क्या….शर्मा जी.

इनस्पेक्टर शर्मा: राजेश और रंभा का पता चल गया है…इस समय दोनो देहरादून मे देखे गये है…..अभी अभी वन्हा से लोकल पोलीस का फोन आया था….हम वही जा रहे है….तो सोचा की आपको खबर कर दू…..

रश्मि: मे भी चलूंगी……और वो राज को खबर सुनाने लगी….

राज ने उसे इज़ाज़त दे दी…..

इनस्प. शर्मा: अभी थोड़ी देर मे चलना है…आप तैयार रहो…..

रश्मि तैयार होने के लिए चली गयी…उसे पता था कि स्मृति की शादी है…वो अगर जिंदा है तो ज़रूर आएगा……तभी वो देहरादून जाने के लिए तैयार हो गई…..रश्मि ने एक सूट और सलवार पह्न लिया और एक छोटे से बॅग मे समान रखा और बाहर इनस्प. शर्मा का वेट करने लगी…तभी इनस्पेक्टर शर्मा एक टाटा सूमो लेकर आ गये…रश्मि उसमे बैठ गयी…तभी पिछे से राज भी आया…..बोला: मे भी चलूँगा…..हो सकता है कोई मुसीबत हो…..? रश्मि खुस हो गयी….चलो…2 से भले 3.

आगे वाली शीट पर इनस्पेक्टर शर्मा, रश्मि और राज बैठे हुए थे…और पिछे 3 पोलीस गार्ड्स. गाड़ी हवा मे बाते कर रही थी….रश्मि के दाई साइड इनस्पेक्टर शर्मा बैठे थे और बाई साइड राज…जो उसका जेठ था…..

करीब 5 घंटे के ड्राइव के बाद देहरादून पहुच गये….रश्मि अपने घर चली गयी स्मृति के पास और इनस्पेक्टर शर्मा और राज पोलीस स्टेशन चला गये…..वन्हा उसने देखा कि एक सख्श एक ब्लॅक कोलूर की ब्लंक्केट पहने हुए लॉक-अप के पिछे खड़ा था…….राज ने गौर से उसे देखा…और बोला…राजेश??

राजेश का नाम लेते ही वो आदमी पिछे की ओर ताका…जिसे देखकर राज बुरी तरह चौंक गया…ये उसका भाई ही था……

राज: ओह..माइ गोद……ये क्या हाल बना रखा है….भाई??????

राजेश: भैया….मे बुरी तरह फस गया हू…और ये देखो चेहरे पर…..और अपना कंबल हटा दिया……राजेश 60% जला हुआ था……..और फिर राजेश ने जो बयान पोलीस और राज को दिया…..उससे सभी सन्न रह गये………………………………

राज: पर रंभा कहाँ है….तुमने उसे क्यो जाने दिया….? और फिर तुमने एक बार भी हमे और रश्मि को फोन करना उचित नही समझा….

राजेश: भैया….मेने कई बार कोसिस की पर मेरे पिछे कुच्छ लोग पड़े थे…..और फिर हम नही चाहते थे कि कोई आपलोगो को कष्ट दे.

राज; रश्मि भी आई है पर वो तुम्हारी ससुराल गयी है….अभी आती होगी…मेने फोन कर दिया है….तुम चिंता मत करो…….सब ठीक हो जाएगा…और फिर इनस्पेक्टर से बात करने लगा…..इनस्पेक्टर शर्मा ने भी काफ़ी तहकीकात की……………

राजेश: सर….मे एक प्राइवेट केमिकल कंपनी के लिए काम करता था…उसमे जॉब के साथ साथ शेर पार्ट्नर भी था….जिसका हेडऑफिस देल्ही मे था…..बतोर मार्केटिंग ऑफीसर मेने काफ़ी काम किए….मेरे ग्रूप मे 3 लोग थे…मे, मेरा बॉस, और रंभा…मेरी सेक्रेटरी….मेरे बॉस और मेने साथ साथ काम किया…पर जब रिज़ल्ट पास हुआ तो वो मुझे धोका दिया गया……मे रंभा से प्यार करने लगा था…और उससे शादी भी करना चाहता था…….सेक्स भी किया…पर वो भी बॉस के साथ मिल गयी…और एक सुबह जब मे और रंभा देल्ही की स्पाज़ रिवर के किनारे टहल रहे थे…तो बॉस ने पीछे से बार किया और मुझे मार दिया….और फिर मेरे शरीर पर मिट्टी का तेल छिड़क कर जला दिया…..और वन्हा से भाग गया…..पोलीस को कोई शक़ ना हो तो उसने एक अग्यात शख्स को मेरे कपड़े पहना कर नदी मे डाल दिया…और मेरी शॅक्ल दे दी….

उसके चले जाने के बाद पास के कुच्छ नाविको ने मुझे जलने से बचाया…लेकिन तब तक 60% जल चुक्का था…तभी रश्मि भी आ गयी….उसे देख कर वो ज़ोर से चीखने लगी……….तीनो चौंक गये….सामने रश्मि और स्मृति थी…………दोनो बहने सहमे सहमे राजेश के लॉक-उप की तरफ आई…….और घूर घूर कर देखने लगी…..रश्मि को तो अपनी आँखो पर अभी भी यकीन नही हो रहा था…और ना ही स्मृति को.

रश्मि और राजेश दोनो की आँखो से आँसू की धार रुक ही नही रही थी….उसने लोहे के सलाखो को पकड़ते हुए कहा…

रश्मि : ऐसी क्या मजबूरी थी जो तुमने मुझसे च्छुपाया…दुनिया की शायद मे एक अभागन औरत हू जो कि अपने मर्द से दूर हू…इस वक़्त तुम्हे मेरी ज़रूरत है…पर मेरा दुर्भाग्य है कि मे तुम्हारा साथ नही दे रही……..हे भगवान…मे क्या करू…

राजेश: जो होना होता है हो कर ही रहता है….मे ऐसे चक्र्बुय्ह मे फँसा हू कि कुच्छ कर भी नही सकता…मे रंभा के प्यार मे ऐसा फँसा कि अपनेआपको बचा नही सका…सोचा कि तुम्हे सब कुच्छ बता दू…पर तुम्हे बताने का अवसर नही मिला….स्मृति…जब मे तुम्हारे रूम से निकला तो उस समय रंभा का फोन आया था…….ऑफीस से..उसने कहा कि बॉस अभी अभी तुम्हे एरपोर्ट पर बुला रहे है…उन्हे यूएसए जाना है……मे आनन-फानन बिना तुम्हे बताए एरपोर्ट चला गया…वन्हा मुझे पिछे से कोई मारा और फिर मुझे एक बोरे मे बंद कर ले कर चला गया…..जब आँख खुली तो खुद को एक फार्महाउस पर पाया…चारो तरफ सेक्यूरिटी गार्ड का पहरा था…मेने दो बार भागने की कोशिश की…पर घरेलू कुत्तो ने मुझे ढूँढ कर मुझे ज़ख्मी कर दिया….उस जगह पर कोई मोबाइल नेटवर्क नही काम करता है……..और फिर एक बार जब मे रंभा से मिलने गया तो वो मुझे घासलेट से जला दिया. और वो ज़ोर ज़ोर से रोने लगा…..मे अब तुम्हारे काबिल नही हू…मुझे इसी हाल पर छोड़ दो….तुम अब दूसरी शादी कर लो…मे तुम्हे……डाइवर्स दे देता हू………रश्मि बुत की तरह खड़ी सिर्फ़ सुन रही थी……और राजेश बोले जा रहा था….अंत मे इनस्पेक्टर ने पूछा कि….ये बॉस है कौन?????

राजेश ने जब बॉस के बारे मे बताया तो सभी को यकीन नही हुआ…ये था नेहा का हज़्बेंड डॉक्टर. धर्मेंडर गर्ग……………………………….जो सीधा साधा दिखने वाला एक साधारण सा डॉक्टर……..आगे बोला…सुरू सुरू मे मुझे भी यकीन नही हुआ…क्योकि जब भी वो मेरे पास आता था उसके चेहर पर एक मास्क लगा रहता था……पर एक सुबह वो मुझसे बात कर रहा था…तभी जोरो की आँधी आई और मॉस्क नीचे गिर गया…मेने उसे पहचान लिया …डॉक्टर. नेहा की एंगेज्मेंट मे उसे देखा था…..तभी से वो मुझे रास्ते से हटाना चाहता था…..पर मे तुमलोगो के उप्पर कोई परेसानि नही देखना चाहता था….अगर मे तुमसे मिलता तो हो सकता है वो तुम्हे भी निशाना बना सकता था….

भैया…वो बहुत बुरा आदमी है…….मुझे बचा लो……

राज: तुम चिंता मत करो…अपना कन्फेशन पोलीस को लिखा दो…बाकी का सब मे देख लूँगा….
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05-10-2019, 07:32 PM,
#55
RE: Hindi Sex Kahaniya प्यास बुझती ही नही
राजेश ने पोलीस को सारी बाते बता दी.....स्मृति के सेक्स अफेर से अब तक का सारा किस्सा पोलीस को सुना दिया...पोलीस ने रेकॉर्ड कर लिया और अंत मे पूछा....

पोलीस: आप मिस्टर. धर्मेन्दर को कब से जानते है.

राजेश: डॉक्टर. नेहा की एंगेज्मेंट से....

पोलीस: तो फिर उसके जाल मे कैसे फँसे और फिर उस दिन क्या हुआ जब आपने घर छोड़ा....देखो...जब तक कि पूरा क्लू पोलीस को नही दोगे....मे कुच्छ नही कर सकता और हो सकता है...कि डॉक्टर. नेहा की जान का ख़तरा हो....

राजेश: ख़तरा??????? ये तो मेने सोचा नही.......फिर बोला...इनस्पेक्टर शहाब...वाकई उसे ख़तरा होगा...बचा लीजिए उस मक्कार से...वरना वो उसे मार डालेगा....

पोलीस: तभी तो कहता हू...कि पोलीस को को-ऑप्रेट करो.....सब ठीक हो जाएगा....

राजेश ने बताया.: उस दिन घर से निकालने के बाद...जैसे कि मेने बता की रंभा का फोन आया था...बॉस ने उसे एरपोर्ट पर बुलाया था....पर जब मे एरपोर्ट आया तो वन्हा रंभा के साथ एक और आदमी मिला.....जिसे मेने कभी देखा नही था....पुच्छने पर रंभा ने बताया कि एक मेरा कज़िन ब्रो...है....मेने उसे ज़्यादा ध्यान नही दिया.......फिर मेने उससे बोला....बॉस कहाँ है...

रंभा ने बताया कि बॉस और तुम नेपाल जा रहे हो.......

राजेश: मे...? ये क्या बक रही हो.....

रंभा: हाँ...बॉस का हुक्म है...

राजेश: और तुम???

रंभा: मे कल आऊँगी....

राजेश: पर वन्हा करना क्या होगा...

रंभा: कल एक असाइनमेंट आनेवाला है...उसकी डेलिवरी देनी है....

राजेश: कैसी डेलिवरी...

रंभा: वन्हा जाने पर पता चल जाएगा...

राजेश: अब अगर मना कर दू तो?

रंभा: जैसी आपकी मर्ज़ी...तुम्हारी जगह कोई और चला जाएगा...पर सोच लो...तुम्हारा मुनाफ़ा काफ़ी होगा...

राजेश: कुच्छ सोचते हुए....तभी बॉस वन्हा आ गये....जिसे देख कर राजेश चौंक गया.....

रंभा: बॉस...आइए....आइए...ये मिस्टर. राजेश है...मेरे साथ अभी अभी जाय्न किया है.

बॉस;मे इन्हे जानता हू...क्यो मिस्टर. राजेश?

राजेश: उसे देखता रह गया...ये तो मिस्टर. धर्मेंडर गर्ग है....डॉक्टर. नेहा के पति.

रंभा: तुम इन्हे जानते हो?

राजश्: हां...इनकी अभी अभी शादी हुई है मेरी एक रिस्तेदार डॉक्टर. नेहा से.

बॉस: अब ज़्यादा मत सोचो...चलो...इसे इसका टिकेट दो...

राजेश: पर सर में कोई बॅग नही लाया हू..और ना ही घर पर कहा है.

बॉस: उसकी कोई ज़रूरत नही...

तब तक में ये भी नही जनता था कि वो आख़िर किस चीज़ का ब्यापार करते है...मे क़र्ज़ के बोझ से दबा हुआ था.....ऑफीस से काफ़ी लोन ले रखा था....मुझे पैसे हर हालत मे चाहिए थे.......पैसे कमाने का ये आइडिया रंभा ने ही मुझे दिया था...में उसके चंगुल मे फँस गया.....उसका एक्सटोर्षन और ब्लू फिल्म बनाने का कारोबार है...जो कि मुझे बाद मे पता चला....हम दोनो...यानी मेरी और रंभा की कई ब्लू फिल्म बना चुका था..और इंटरनेट और बाज़ार मे बेचे जा रहे थे......मे डरता था कि अगर रश्मि जानेगी तो क्या सोचेगी....पर अब मे क्या कर सकता था....नेपाल आने पर मुझे नज़रबंद कर दिया गया..और मुझे रोज एक लड़की और खाने को अच्छी अच्छी चीज़े मिलती थी....लड़की के साथ सेक्स करना होता था जिसका फोटो शूट होता था...ब्फ के लिए........

थोड़ी देर और इंटरॅक्षन के बाद पोलीस हरकत मे आ गयी….इनस्पेक्टर शर्मा ने गाज़ियाबाद पोलीस को इतीलाह कर दिया और कहा कि जल्द से जल्द इस आदमी की तहकीकात करो और अरेस्ट करने की कोशिश करो….दूसरी तरफ राज को डॉक्टर. नेहा की चिंता सताए जा रही थी…उसने फोन मिलाया पर डॉक्टर नेहा का फोन स्विच ऑफ बता रहा था……उसकी असिस्टेंट मिस. शीतल को मिलाया तो पता चला कि मेडम अभी अभी घर गयी है………….राज अब देहरादून से जाना चाहता था तो उसने रश्मि से कहा कि तुम यही रूको….एक तो स्मृति की शादी है और दूसरे राजेश का ख्याल रखने वाला कोई तो हो….राजेश की अग्रीम जमानत हो चुकी थी…रश्मि, स्मृति और राज ने उसकी जमानत दी…..उसे एक हॉस्पिटल मे अड्मिट करवा दिया गया….और एक सर्जन और प्लास्टिक सर्जन से कन्सल्ट किया गया…जो कि उसके चेहरे पर जो जले का निशान थॉ वो ख़तम किया जा सके….रश्मि अब ज़्यादा से ज़्यादा राजेश के साथ ही रही….इनस्पेक्टर शर्मा और राज गाज़ियाबाद आ गये…..

पोलीसने पूरी फोर्स के साथ डॉक्टर. नेहा के घर को घेर रखा था….पर वन्हा डॉक्टर. धर्मेंडर नही मिले ….उसके एक करीबी दोस्त ने कहा है कि वो अभी अभी देल्ही को रवाना हुए है और उसकी आज रात की फ्लाइट है यूएसए के लिए…..डॉक्टर. नेहा से पुच्छने पर पता चला कि ……………वो बोल तो रहे थे कि यूएसए जाना है…पर कब जाना है ये नही बताया….. ये भी नही बताया कि हमे देल्ही भी जाना है…..राज और इनस्पेक्टर शर्मा ने सोचा कि ये तो बेचारी कुच्छ नही जानती है…अपने पति की करतूतो के बारे मे….तो राज ने उसे कोने मे ले जाकर सब कुच्छ बता दिया….सुरू सुरू मे. नेहा को यकीन नही हुआ ..पर जब उसने अनिता, रंभा और राजेश के किस्से बताए तो उसे यकीन हो गया….उसने कहा…हाँ एक बार मे बाथरूम मे थी और वो किसी से बात कर रहे थे……जो कि किसी लेडी के बारे मे बात हो रही थी…जिसे नेपाल से किडनॅप किया गया था….और उसका ब्फ बनाना था…..किसी गॉडाउन मे उसका शूट होना था….पर मेरे पास कोई सबूत नही था…..इसलिए आपको नही बताया…..

राज: तुम अभी चलो मेरे घर…यान्हा ख़तरा है तुम्हारे लिए…..

डॉक्टर. नेहा: ख़तरा तो मुझे तुमसे भी है…तुम्हारी नज़र भी तो मुझपर लगी है..

राज: पर मे तो तुम्हे जान से नही मारूँगा…हां तुम मुझे जान से ज़रूर मरोगी…

डॉक्टर. नेहा: वो कैसे???और मुस्कुरा दी

राज: वो ऐसे…और झुक कर एक किस डॉक्टर. नेहा के गाल पर रख दी…..

डॉक्टर. नेहा शर्मा गयी और फिर राज के गले लग गयी….इनस्पेक्टर शर्मा ने पूरे बंगले की तलाशी ली…और फिर तीनो देल्ही की तरफ आ गये………………………………………………………………………………………..

==================================================================================

करीब 11 बजे पर डॉक्टर. धर्मेंडर को न्यू देल्ही एरपोर्ट पर अरेस्ट कर लिया गया…और फिर उसे दूसरे दिन जड्ज के सामने क्लेम लगाकर पेश किया गया….जड्ज ने सारी दलील सुनने के बाद डॉक्टर. धर्मेंडर को 14 दिन की न्यायीक हिरासत मे भेज दिया……..पोलीस अब उसकी गहन तलाशी कर रही है…..

इसी तरह सब ऑल ईज़ वेल हो गया….रश्मि और राजेश फिर साथ रहने लगे……राज को एक और शिकार मिल गया डॉक्टर. नेहा के रूप मे, स्मृति शादी के बंधन मे बँध गयी………….

एक साल के बाद:

रश्मि, नेहा और स्मृति को 1-1- बेटा हुआ…पर ये बेटा किसके वीर्य से पैदा हुआ…ये कहना मुस्किल है…पर ये जेठ जी का अंश हो सकता है……….बाकी की आप खुद सोचें…….और यही स्टोरी एंड होती है…दोस्तो फिर मिलेंगे एक और नई कहानी के साथ आपका दोस्त राज शर्मा

समाप्त
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