desiaks
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हैलो दोस्तों! मेरा नाम रितिक है, और मैं 24 साल का हूँ। मैं लुधियाना शहर में रहता हूँ। दोस्तों आज इस वेबसाइट पर यह मेरी पहली कहानी है। मैं आज आपको जो कहानी सुनाने जा रहा हूँ उसमें मैने अपने एक खास दोस्त की चूत चुदाई की। आप को ज्यादा बोर न करते हुये मैं सीधे मेन टाॅपिक पर आता हूँ।
तो दोस्तों बात ऐसी है कि मेरा एक करीबी दोस्त था रोनित। हम दोनों काॅलेज से ही फ्रेंड थे। साथ में घूमा फिरा करते थे, और खूब पार्टियां एंज्वाय किया करते थे। उसकी एक गर्लफ्रेंड भी थी और वह माडर्न टाइप थी इसलिये वह भी हमारे साथ फुल एंज्वाय करती थी। उसका नाम नैन्सी था और रंग गोरा। पतली चिकनी कमर और सुडौल बूब्स और फुल मांस भरा पिछवाड़ा था। वह मिनी ड्रेस में एकदम माॅडल सी लगती थी और कोई भी पहली ही नजर में उसका दिवाना हो सकता था। उसे और रोनित को मिले करीब दो महीने ही हुये थे, पर वह जल्द ही हमारे साथ पूरी तरह घुल मिल गई थी। उस समय मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी,
इस कारण कभी कभी उसको देखकर मेरे अरमान भी मचल उठते थे। और उसकी ब्यूटी और सेक्सी फिगर मुझे उसकी ओर आकर्षित करती थी, और मन ही मन उसकी चूत मारने के बारे सोचता रहता पर अपने अंदर उठे वासना के तूफान को यह सोचकर शांत कर लेता कि वह मेरे बेस्ट फ्रेंड का माल है। और इस तरह हम तीनों के मस्ती भरे दिन बीत रहे थे। एक दिन हम तीनों अपने एक दोस्त की शादी अटेंड करने गये। मैं टेबल के पास खड़ा था और नैन्सी मेरे पीछे कुर्सी पर बैठी थी और रोनित हमारे लिये ड्रिंक लेने गया था। उसी समय दुल्हन की एंट्री हुयी तो सभी स्टेज की ओर जाने लगे। अचानक मुझे किसी का धक्का लगा और मैं लड़खड़ाकर नैन्सी की ओर गिरा और मेरे हाथ उसके बूब्स पर जा रूके और मुझे उनके दबने का अहसास हुआ तो मैंने उससे साॅरी बोला लेकिन वह यह कहकर हंस दी कि कोई बात नहीं, तुम्हारे ही तो है। उस दिन तो मुझे यह बात समझ में नहीं आई पर कुछ दिन बाद मैंने नैन्सी को नोटिस किया कि वह रोनित की गैर मौजुदगी में मुझे रिझानें की कोशिश कर रही थी। मुझे यह समझने में जरा भी देर न लगी कि वह मुझसे नजदीकियां बना रही थी।
अब तो यह सोचकर मेरे मन में लड्डू फूट रहे क्योंकि वह तो वैसे भी गजब का माल थी और मैं तो शुरू से ही उसको चोदना चाहता था। इसलिये मैंने भी जैसा चल रही था वैसे ही चलने दिया और जल्द ही हम दोनों के बीच सबकुछ साफ होने लगा और इस तरह हम दोनों करीब आने को मौका ढूंढने लगे, और जी भर कर मजे करना चाहते थे। पर ज्यादातर रोनित हमारे साथ होता था इस कारण सही मौका न मिलने की वजह से दोनों ही तड़प रहे थे। लेकिन कुछ दिनों के बाद हमें यह मौका मिल गया। हुआ ऐसा कि एक दिन नैन्सी को किसी फ्रेंड की पार्टी के लिये चंडीगढ़ जाना था। और रोनित मुझे लेने घर आया पर मैंने न जाने का नाटक किया, लेकिन वह न माना और हम तीनों उसकी कार से सफर करके चंडीगढ़ पहुंच गये, और पूरे रास्ते खूब मस्ती की। वहां पहुंच कर हमने थोड़ा रेस्ट किया और रात तैयार होकर हम पार्टी एंज्वाय करने के लिये वहां पहुंच गये। फिर हमनें थोड़ी स्नैक्स और ड्रिंक ली। पर उस दिन रोनित ने ज्यादा पी ली और फुल टल्ली हो गया,
और हम दोनों भी हल्के नशे के सुरूर में थे। लेकिन कुछ देर बाद रोनित नशे में चूर हो गया तो पार्टी छोड़कर मैं और नैन्सी उसे लेकर अपने रूम में आ गये और बेड पर सुला दिया। मैं समझ गया था कि हमारे पास मौका हैं क्योंकि उसका सुबह तक उठने का कोई चांस नहीं था। फिर नैन्सी कपड़े चेंज करने दूसरे रूम में चली गयी और मैं भी फ्रेश होने के लिये बाथरूम में चला गया। मैं कपड़े उतार कर टाॅवेल पहने अपना मुंह धुल ही रहा था, कि किसी ने डोर नाॅक किया। जब मैंने डोर खोला तो सामने नाइटी पहने नैन्सी खड़ी और मेरे कुछ समझने से पहले ही मुझे धक्का देकर अंदर आ गयी और डोर लाॅक कर दिया। फिर मेरे नजदीक आकर मेरे होठों पर टूट पड़ी और मुझे बेतहासा किस करने लगी। पहले तो मैं साॅक्ड रह गया पर फिर किस में उसका साथ देने लगा और मन में उसकी इस हरकत पर खुश था।
और हम दोनों काफी देर तक एक दूसरे को चूमते रहे। अब नैन्सी के शरीर की सनसनाहट बढ़ रही थी और मेरा लंड सख्त होकर अपना आकार बढ़ाने लगा। मेरा भी जोश बढ़ने लगा और फिर मैंने उसकी नाइटी उतार दी और ब्रा उतार कर उसके मम्में का रस पीने लगा और टागों के बीच हाथ डालकर उसकी चूत सहलाने लगा। इसी बीच मेरी टाॅवेल खुलकर गिर गई और मेरा 9 इंच मोटा और टाईट लंड उसकी आंखों के सामने था। जिसे देखते ही वह बोली कि यह तो रोनित से भी बड़ा है, तो मैंने कहा कि मैं रोनित नहीं हूँ। और इतना कह कर मैंने अपने लंड को एक ही बार में पूरा उसके मुंह में गले तक ठूस कर आगे पीछे करने लगा तो उसकी आंखें बड़ी हो गयी और वह चूसने लगी और अपने हाथ से अपनी चूत रगड़ती जा रही थी। थोड़ी देर बाद मुंह से लंड निकाल कर खड़ी हुई और अपनी गीली पैंटी उतार दी। मैं उसकी गुलाबी, गीली चूत देखकर पागल हो गया। और कमोड पर बैठ कर उसे अपनी जांघों पर बैठा लिया और उसकी टांगों को फैला कर अपने खड़े मोटे लंड को उसकी चूत में डालकर झटके देते हुये उसे चोदने लगा। वह भी सिसकियां लेते हुये मजे लेने लगी।
मैंने स्पीड बढ़ा दी और उसकी आहहह आइइइइ उहहह भी तेज होने लगी। और मैं करीब 20 मिनट तक उसे कमोड पर बैठकर चोदता रहा। और उसके उछलते मम्मों को चूसता रहा। और बीच बीच में उसको किस करता रहा। फिर उसी की चूत में झड़ गया और लंड बाहर कर लिया। नैन्सी शावर खोलकर अपने बदन को भिगोने लगी। और दूसरी तरफ मेरा लंड उसे नहाता देख फिर से खड़ा हो गया। और मैंने पीछे से जाकर अपना लंड उसकी चूत डालकर चुदाई का दूसरा राउंड वही खड़े हो कर किया। और इस तरह मैंने नैन्सी को पूरी रात चार बार चोदा और खूब मजे किये और सुबह होने से पहले अलग हो कर अपने अपने कमरों में जाकर सो गये।
और इस तरह आखिर मैंने नैन्सी को चोद ही डाला। तो फ्रेंड्स यह थी मेरी पहली पोर्न स्टोरी और जल्द ही अगली के साथ फिर मिलेगें और मेरी स्टोरी पढ़ने के लिये आपको बहुत सारा थैंक्स।
तो दोस्तों बात ऐसी है कि मेरा एक करीबी दोस्त था रोनित। हम दोनों काॅलेज से ही फ्रेंड थे। साथ में घूमा फिरा करते थे, और खूब पार्टियां एंज्वाय किया करते थे। उसकी एक गर्लफ्रेंड भी थी और वह माडर्न टाइप थी इसलिये वह भी हमारे साथ फुल एंज्वाय करती थी। उसका नाम नैन्सी था और रंग गोरा। पतली चिकनी कमर और सुडौल बूब्स और फुल मांस भरा पिछवाड़ा था। वह मिनी ड्रेस में एकदम माॅडल सी लगती थी और कोई भी पहली ही नजर में उसका दिवाना हो सकता था। उसे और रोनित को मिले करीब दो महीने ही हुये थे, पर वह जल्द ही हमारे साथ पूरी तरह घुल मिल गई थी। उस समय मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी,
इस कारण कभी कभी उसको देखकर मेरे अरमान भी मचल उठते थे। और उसकी ब्यूटी और सेक्सी फिगर मुझे उसकी ओर आकर्षित करती थी, और मन ही मन उसकी चूत मारने के बारे सोचता रहता पर अपने अंदर उठे वासना के तूफान को यह सोचकर शांत कर लेता कि वह मेरे बेस्ट फ्रेंड का माल है। और इस तरह हम तीनों के मस्ती भरे दिन बीत रहे थे। एक दिन हम तीनों अपने एक दोस्त की शादी अटेंड करने गये। मैं टेबल के पास खड़ा था और नैन्सी मेरे पीछे कुर्सी पर बैठी थी और रोनित हमारे लिये ड्रिंक लेने गया था। उसी समय दुल्हन की एंट्री हुयी तो सभी स्टेज की ओर जाने लगे। अचानक मुझे किसी का धक्का लगा और मैं लड़खड़ाकर नैन्सी की ओर गिरा और मेरे हाथ उसके बूब्स पर जा रूके और मुझे उनके दबने का अहसास हुआ तो मैंने उससे साॅरी बोला लेकिन वह यह कहकर हंस दी कि कोई बात नहीं, तुम्हारे ही तो है। उस दिन तो मुझे यह बात समझ में नहीं आई पर कुछ दिन बाद मैंने नैन्सी को नोटिस किया कि वह रोनित की गैर मौजुदगी में मुझे रिझानें की कोशिश कर रही थी। मुझे यह समझने में जरा भी देर न लगी कि वह मुझसे नजदीकियां बना रही थी।
अब तो यह सोचकर मेरे मन में लड्डू फूट रहे क्योंकि वह तो वैसे भी गजब का माल थी और मैं तो शुरू से ही उसको चोदना चाहता था। इसलिये मैंने भी जैसा चल रही था वैसे ही चलने दिया और जल्द ही हम दोनों के बीच सबकुछ साफ होने लगा और इस तरह हम दोनों करीब आने को मौका ढूंढने लगे, और जी भर कर मजे करना चाहते थे। पर ज्यादातर रोनित हमारे साथ होता था इस कारण सही मौका न मिलने की वजह से दोनों ही तड़प रहे थे। लेकिन कुछ दिनों के बाद हमें यह मौका मिल गया। हुआ ऐसा कि एक दिन नैन्सी को किसी फ्रेंड की पार्टी के लिये चंडीगढ़ जाना था। और रोनित मुझे लेने घर आया पर मैंने न जाने का नाटक किया, लेकिन वह न माना और हम तीनों उसकी कार से सफर करके चंडीगढ़ पहुंच गये, और पूरे रास्ते खूब मस्ती की। वहां पहुंच कर हमने थोड़ा रेस्ट किया और रात तैयार होकर हम पार्टी एंज्वाय करने के लिये वहां पहुंच गये। फिर हमनें थोड़ी स्नैक्स और ड्रिंक ली। पर उस दिन रोनित ने ज्यादा पी ली और फुल टल्ली हो गया,
और हम दोनों भी हल्के नशे के सुरूर में थे। लेकिन कुछ देर बाद रोनित नशे में चूर हो गया तो पार्टी छोड़कर मैं और नैन्सी उसे लेकर अपने रूम में आ गये और बेड पर सुला दिया। मैं समझ गया था कि हमारे पास मौका हैं क्योंकि उसका सुबह तक उठने का कोई चांस नहीं था। फिर नैन्सी कपड़े चेंज करने दूसरे रूम में चली गयी और मैं भी फ्रेश होने के लिये बाथरूम में चला गया। मैं कपड़े उतार कर टाॅवेल पहने अपना मुंह धुल ही रहा था, कि किसी ने डोर नाॅक किया। जब मैंने डोर खोला तो सामने नाइटी पहने नैन्सी खड़ी और मेरे कुछ समझने से पहले ही मुझे धक्का देकर अंदर आ गयी और डोर लाॅक कर दिया। फिर मेरे नजदीक आकर मेरे होठों पर टूट पड़ी और मुझे बेतहासा किस करने लगी। पहले तो मैं साॅक्ड रह गया पर फिर किस में उसका साथ देने लगा और मन में उसकी इस हरकत पर खुश था।
और हम दोनों काफी देर तक एक दूसरे को चूमते रहे। अब नैन्सी के शरीर की सनसनाहट बढ़ रही थी और मेरा लंड सख्त होकर अपना आकार बढ़ाने लगा। मेरा भी जोश बढ़ने लगा और फिर मैंने उसकी नाइटी उतार दी और ब्रा उतार कर उसके मम्में का रस पीने लगा और टागों के बीच हाथ डालकर उसकी चूत सहलाने लगा। इसी बीच मेरी टाॅवेल खुलकर गिर गई और मेरा 9 इंच मोटा और टाईट लंड उसकी आंखों के सामने था। जिसे देखते ही वह बोली कि यह तो रोनित से भी बड़ा है, तो मैंने कहा कि मैं रोनित नहीं हूँ। और इतना कह कर मैंने अपने लंड को एक ही बार में पूरा उसके मुंह में गले तक ठूस कर आगे पीछे करने लगा तो उसकी आंखें बड़ी हो गयी और वह चूसने लगी और अपने हाथ से अपनी चूत रगड़ती जा रही थी। थोड़ी देर बाद मुंह से लंड निकाल कर खड़ी हुई और अपनी गीली पैंटी उतार दी। मैं उसकी गुलाबी, गीली चूत देखकर पागल हो गया। और कमोड पर बैठ कर उसे अपनी जांघों पर बैठा लिया और उसकी टांगों को फैला कर अपने खड़े मोटे लंड को उसकी चूत में डालकर झटके देते हुये उसे चोदने लगा। वह भी सिसकियां लेते हुये मजे लेने लगी।
मैंने स्पीड बढ़ा दी और उसकी आहहह आइइइइ उहहह भी तेज होने लगी। और मैं करीब 20 मिनट तक उसे कमोड पर बैठकर चोदता रहा। और उसके उछलते मम्मों को चूसता रहा। और बीच बीच में उसको किस करता रहा। फिर उसी की चूत में झड़ गया और लंड बाहर कर लिया। नैन्सी शावर खोलकर अपने बदन को भिगोने लगी। और दूसरी तरफ मेरा लंड उसे नहाता देख फिर से खड़ा हो गया। और मैंने पीछे से जाकर अपना लंड उसकी चूत डालकर चुदाई का दूसरा राउंड वही खड़े हो कर किया। और इस तरह मैंने नैन्सी को पूरी रात चार बार चोदा और खूब मजे किये और सुबह होने से पहले अलग हो कर अपने अपने कमरों में जाकर सो गये।
और इस तरह आखिर मैंने नैन्सी को चोद ही डाला। तो फ्रेंड्स यह थी मेरी पहली पोर्न स्टोरी और जल्द ही अगली के साथ फिर मिलेगें और मेरी स्टोरी पढ़ने के लिये आपको बहुत सारा थैंक्स।