hotaks444
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आखिर माँ से रहा नहीं गया, और करवट ले कर मुझे अपने ऊपर से उतार दिया और मुझको चित लेटा कर मेरे ऊपर चढ गईं.
अपनी जाँघों को फ़ैला कर बगल कर के अपने गद्देदार चूतड़ रखकर बैठ गईं.
उनकी चूत मेरे लण्ड पर थीं और हाथ मेरी कमर को पकड़े हुए थीं और बोलीं- मैं दिखाती हूँ कि, कैसे चोदते है? और मेरे ऊपर लेट कर धक्का लगया.
मेरा लण्ड घप से चूत के अन्दर दाखिल हो गया.
माँ ने अपनी रसीली चूची मेरी चूचियों पर रगड़ते हुए अपने गुलाबी होंठ मेरे होंठ पर रख दिया और मेरे मुंह मे जीभ डाल दिया. फिर उन्होंने मज़े से कमर हिला हिला कर शॉट लगाना शुरु किया.
बड़े कस कस कर जोर से शॉट लगा रही थीं. चूत मेरे लण्ड को अपने मे समाये हुए तेज़ी से ऊपर नीचे हो रही थीं. मुझे लग रहा था कि मैं जन्नत में पहुच गया हूँ!
अब पोजिशन उलटी हो गई थीं. माँ तो मानो मर्द थीं जो कि, अपनी माशूका को कस कस कर चोद रहा था! जैसे जैसे माँ की मस्ती बढ़ रही थीं उनके शॉट भी तेज़ होते जा रहे थे.
अब वो मेरे ऊपर मेरे कंधो को पकड़ कर घुटने के बल बैठ गईं, और जोर जोर से कमर चूतड़ों को हिला कर लण्ड को तेज़ी से अन्दर-बाहर लेने लगीं.
उनका सारा बदन हिल रहा था और साँसें तेज़ तेज़ चल रही थीं. माँ की चूचियाँ तेजी से ऊपर नीचे हो रही थीं.
मुझसे रहा नहीं गया, और हाथ बढा कर दोनों चूची को पकड़ लिया और जोर जोर से मसलने लगा.
माँ एक मंजे हुए खिलाड़ी की तरह कमान अपने हाथों मे लिए हुए, कस कस कर चोद रही थीं. जैसे जैसे वो झड़ने के करीब आ रही थीं उनकी रफ़तार बढती ही जा रही थीं.
कमरे में फच फच की आवाज गूँज रही थीं.
जब उनकी साँस फ़ूल गईं तो खुद नीचे आकर मुझे अपने ऊपर खींच लिया, और टांगो को फ़ैला कर ऊपर उठा लिया और बोली- मैं थक गई मेरे रज्ज्जा, अब तुम मोरचा सम्भालो!
मैं झट उनकी जाँघों के बीच बैठ गया और, निशाना लगा कर झटके से लण्ड को चूत के अन्दर डाल दिया और उनके ऊपर लेट कर दनादन शॉट लगाने लगा.
अपनी जाँघों को फ़ैला कर बगल कर के अपने गद्देदार चूतड़ रखकर बैठ गईं.
उनकी चूत मेरे लण्ड पर थीं और हाथ मेरी कमर को पकड़े हुए थीं और बोलीं- मैं दिखाती हूँ कि, कैसे चोदते है? और मेरे ऊपर लेट कर धक्का लगया.
मेरा लण्ड घप से चूत के अन्दर दाखिल हो गया.
माँ ने अपनी रसीली चूची मेरी चूचियों पर रगड़ते हुए अपने गुलाबी होंठ मेरे होंठ पर रख दिया और मेरे मुंह मे जीभ डाल दिया. फिर उन्होंने मज़े से कमर हिला हिला कर शॉट लगाना शुरु किया.
बड़े कस कस कर जोर से शॉट लगा रही थीं. चूत मेरे लण्ड को अपने मे समाये हुए तेज़ी से ऊपर नीचे हो रही थीं. मुझे लग रहा था कि मैं जन्नत में पहुच गया हूँ!
अब पोजिशन उलटी हो गई थीं. माँ तो मानो मर्द थीं जो कि, अपनी माशूका को कस कस कर चोद रहा था! जैसे जैसे माँ की मस्ती बढ़ रही थीं उनके शॉट भी तेज़ होते जा रहे थे.
अब वो मेरे ऊपर मेरे कंधो को पकड़ कर घुटने के बल बैठ गईं, और जोर जोर से कमर चूतड़ों को हिला कर लण्ड को तेज़ी से अन्दर-बाहर लेने लगीं.
उनका सारा बदन हिल रहा था और साँसें तेज़ तेज़ चल रही थीं. माँ की चूचियाँ तेजी से ऊपर नीचे हो रही थीं.
मुझसे रहा नहीं गया, और हाथ बढा कर दोनों चूची को पकड़ लिया और जोर जोर से मसलने लगा.
माँ एक मंजे हुए खिलाड़ी की तरह कमान अपने हाथों मे लिए हुए, कस कस कर चोद रही थीं. जैसे जैसे वो झड़ने के करीब आ रही थीं उनकी रफ़तार बढती ही जा रही थीं.
कमरे में फच फच की आवाज गूँज रही थीं.
जब उनकी साँस फ़ूल गईं तो खुद नीचे आकर मुझे अपने ऊपर खींच लिया, और टांगो को फ़ैला कर ऊपर उठा लिया और बोली- मैं थक गई मेरे रज्ज्जा, अब तुम मोरचा सम्भालो!
मैं झट उनकी जाँघों के बीच बैठ गया और, निशाना लगा कर झटके से लण्ड को चूत के अन्दर डाल दिया और उनके ऊपर लेट कर दनादन शॉट लगाने लगा.