hotaks444
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“मम्म्म… प्रमोद, मुझे खुशी है कि तुम सजल के साथ आए…” कोमल ने नीचे हाथ बढ़ाकर प्रमोद का तैयार लण्ड अपने हाथ में ले लिया। वो कुछ बेसब्र सी हो रही थी और जल्द ही दोनों जवान छोकरों के लौड़ों को अपने मुँह और चूत में एक साथ महसूस करना चाहती थी।
“उठो जवानों, और मेरे पीछे आओ…” कहकर वह अपने सैंडल खड़खड़ाती शयनकक्ष की ओर बढ़ गई। उसके दोनों खिलाड़ी बिना कुछ कहे उसके पीछे हो लिये।
बिस्तर के पास पहुंचकर उसने अपने सैंडल छोड़कर बाकी सारे कपड़े उतारे और बिस्तर पर घुटनों और हाथों के बल झुक गई। जब प्रमोद ने कमरे में कदम रखा तो वह पूरा नंगा था पर सामने का दृश्य देखकर उसके होश उड़ गये। सामने चौड़े फैले हुए चूतड़ देखकर वो हक्का-बक्का रह गया।
“प्रमोद, यहाँ मेरे सामने आकर बैठो…”
सजल भी अपने कपड़े उतार रहा था। वह अपनी मम्मी के पीछे जाकर खड़ा हो गया। वो जानता था कि उसकी मम्मी उसके लौड़े को कहाँ प्रयोग में लाना चाहती थी। जैसे ही वह नंगा हुआ वो कोमल के पुट्ठों पर हाथ रखकर आगे झुका।
“ठोक दे अंदर अपना लौड़ा, बेटा सजल…” कोमल ने कंपकंपाती आवाज़ में निर्देश दिया। साथ ही उसने प्रमोद के लण्ड के साथ अठखेलियां शुरू कर दीं। फिर अपना सिर झुकाते हुए एक ही बार में प्रमोद का पूरा लौड़ा अपने मुँह में भर लिया और तेज़ी से चूसना शुरू कर दिया- “हुम्म्म्म…”
प्रमोद की तो इस अचानक आक्रमण से सांस ही रुक गई। वो अपने हाथों के बल पीछे झुक गया और अपने तने लण्ड को कोमल आंटी के मुँह में अंदर-बाहर होते देखने लगा। सजल ने भी अपने आगे के नज़ारे को देखा। हालांकि उसका लौड़ा कोमल की चूत में जाने को बेकरार था पर वो इस सीन को भी छोड़ना नहीं चाहता था।
“अब तुम किसका इंतज़ार कर रहे हो, सजल…” कोमल गुस्से से चीखी- “डाल दे अपना लौडा मेरी चूत में और चोद मुझे… चल जल्दी कर…”
सजल का मोटा, लम्बा लण्ड अपनी मम्मी की चूत को चीरता हुआ अंदर घुस गया। वह तब तक अपना लण्ड उसकी चूत में ठुंसता गया जब तक कि उसके टट्टे कोमल की गाण्ड से नहीं जा टकराये। उसके इस जोरदार धक्के ने कोमल को आगे धकेल दिया जिससे कि उसके मुँह में प्रमोद का लण्ड पूरा भर गया। उस चुदासी औरत ने अपने शरीर को पीछे धकेला जिससे कि सजल का लण्ड और अंदर जाये। इसके साथ ही वो आपने आपको पेंडुलम की तरह आगे-पीछे करने लगी। कभी उसके मुँह में लण्ड होता तो कभी उसकी चूत में। वह अपने इस आनंद का भरपूर सुख लेना चाहती थी क्योंकी वो जानती थी कि वो दोनों लड़के जल्दी ही झड़ जाएंगे। वह इस घटना के पहले कम से कम एक बार स्खलित होना चाहती थी।
“आंटी, आंटी, मेरा लण्ड…” प्रमोद सिर्फ इतना ही बोल पाया। उसके सिर ने एक झटका खाया और उसने अपना गाढ़ा ताज़ा वीर्य कोमल के प्यासे मुँह में छोड़ दिया।
कोमल ने भी किसी पाइप की तरह उस लण्ड के रस को पूरी तरह पी लिया। सजल ने अपनी अँगुली से उसकी चूत की क्लिट को दबाना शुरू कर दिया था जिससे कि उसके पूरे शरीर में सनसनाहट फैल गई थी और वह भी जबरदस्त तरीके से झड़ने लगी थी। उसने अपनी चूत की मांश-पेशियों को सजल के लण्ड पर कस दिया जिससे कि वह भी उन दोनों के ही साथ झड़ जाए।
“तू भी, सजल… झड़ बेटा झड़, तेरी मम्मी को तेरा पानी चाहिये… भर दे उससे मेरी चूत… मैं झड़ रही हूँ। प्रमोद भी… तू भी आ…”
सजल का लण्ड फूल गया। उसके टट्टों में तो जैसे आग भर गई। उसके लौड़े से वीर्य की एक तेज़ धार निकली और उसकी मम्मी की चूत में जा समाई।
“उठो जवानों, और मेरे पीछे आओ…” कहकर वह अपने सैंडल खड़खड़ाती शयनकक्ष की ओर बढ़ गई। उसके दोनों खिलाड़ी बिना कुछ कहे उसके पीछे हो लिये।
बिस्तर के पास पहुंचकर उसने अपने सैंडल छोड़कर बाकी सारे कपड़े उतारे और बिस्तर पर घुटनों और हाथों के बल झुक गई। जब प्रमोद ने कमरे में कदम रखा तो वह पूरा नंगा था पर सामने का दृश्य देखकर उसके होश उड़ गये। सामने चौड़े फैले हुए चूतड़ देखकर वो हक्का-बक्का रह गया।
“प्रमोद, यहाँ मेरे सामने आकर बैठो…”
सजल भी अपने कपड़े उतार रहा था। वह अपनी मम्मी के पीछे जाकर खड़ा हो गया। वो जानता था कि उसकी मम्मी उसके लौड़े को कहाँ प्रयोग में लाना चाहती थी। जैसे ही वह नंगा हुआ वो कोमल के पुट्ठों पर हाथ रखकर आगे झुका।
“ठोक दे अंदर अपना लौड़ा, बेटा सजल…” कोमल ने कंपकंपाती आवाज़ में निर्देश दिया। साथ ही उसने प्रमोद के लण्ड के साथ अठखेलियां शुरू कर दीं। फिर अपना सिर झुकाते हुए एक ही बार में प्रमोद का पूरा लौड़ा अपने मुँह में भर लिया और तेज़ी से चूसना शुरू कर दिया- “हुम्म्म्म…”
प्रमोद की तो इस अचानक आक्रमण से सांस ही रुक गई। वो अपने हाथों के बल पीछे झुक गया और अपने तने लण्ड को कोमल आंटी के मुँह में अंदर-बाहर होते देखने लगा। सजल ने भी अपने आगे के नज़ारे को देखा। हालांकि उसका लौड़ा कोमल की चूत में जाने को बेकरार था पर वो इस सीन को भी छोड़ना नहीं चाहता था।
“अब तुम किसका इंतज़ार कर रहे हो, सजल…” कोमल गुस्से से चीखी- “डाल दे अपना लौडा मेरी चूत में और चोद मुझे… चल जल्दी कर…”
सजल का मोटा, लम्बा लण्ड अपनी मम्मी की चूत को चीरता हुआ अंदर घुस गया। वह तब तक अपना लण्ड उसकी चूत में ठुंसता गया जब तक कि उसके टट्टे कोमल की गाण्ड से नहीं जा टकराये। उसके इस जोरदार धक्के ने कोमल को आगे धकेल दिया जिससे कि उसके मुँह में प्रमोद का लण्ड पूरा भर गया। उस चुदासी औरत ने अपने शरीर को पीछे धकेला जिससे कि सजल का लण्ड और अंदर जाये। इसके साथ ही वो आपने आपको पेंडुलम की तरह आगे-पीछे करने लगी। कभी उसके मुँह में लण्ड होता तो कभी उसकी चूत में। वह अपने इस आनंद का भरपूर सुख लेना चाहती थी क्योंकी वो जानती थी कि वो दोनों लड़के जल्दी ही झड़ जाएंगे। वह इस घटना के पहले कम से कम एक बार स्खलित होना चाहती थी।
“आंटी, आंटी, मेरा लण्ड…” प्रमोद सिर्फ इतना ही बोल पाया। उसके सिर ने एक झटका खाया और उसने अपना गाढ़ा ताज़ा वीर्य कोमल के प्यासे मुँह में छोड़ दिया।
कोमल ने भी किसी पाइप की तरह उस लण्ड के रस को पूरी तरह पी लिया। सजल ने अपनी अँगुली से उसकी चूत की क्लिट को दबाना शुरू कर दिया था जिससे कि उसके पूरे शरीर में सनसनाहट फैल गई थी और वह भी जबरदस्त तरीके से झड़ने लगी थी। उसने अपनी चूत की मांश-पेशियों को सजल के लण्ड पर कस दिया जिससे कि वह भी उन दोनों के ही साथ झड़ जाए।
“तू भी, सजल… झड़ बेटा झड़, तेरी मम्मी को तेरा पानी चाहिये… भर दे उससे मेरी चूत… मैं झड़ रही हूँ। प्रमोद भी… तू भी आ…”
सजल का लण्ड फूल गया। उसके टट्टों में तो जैसे आग भर गई। उसके लौड़े से वीर्य की एक तेज़ धार निकली और उसकी मम्मी की चूत में जा समाई।