hotaks444
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हम दोनों पापा के साथ घर आ गये घर आके दीदी बेड पे बैठ गयी दीदी आलथी पालथी मार के बैठी थी मैं जाके उनके सामने बैठ गया और फिर लेट गया मेरा सर दीदी की गोद में था मैंने धीरे से अपने दोनों हाथ पीछे किये और अपने सर के नीचे रखे और तभी मुझे दीदी के सलवार के सामने की तरफ थोडा गीला गीला सा महसूस हुआ मेरे दिमाग में तुरंत आया की कहीं ये दीदी की चूत का डिस्चार्ज तो नहीं क्या दीदी बस में गरम थी तभी दीदी ने मुझसे कहा "ले सोनू हट मुझे कपडे चेंज करने दे " मैं हट गया दीदी जाने लगी और मम्मी से बोला "मम्मी में नहा के कपडे चेंज करके आती हु आप सब्जी बना लो रोटी मैं सेक दूँगी , नहाने से कम से कम मूड तो फ्रेश हो जायेगा " मम्मी ने कहा " ठीक है नहा ले " और फिर दीदी अपने रूम में गयी अपने घर के कपडे निकाले टॉवल लिया और नहाने चली गयी मैंने पापा मम्मी से नजरे बचा के दीदी जे रूम में गया और दीदी के बाथरूम के दरवाजे में जो छेद मैंने किया था उसमे से पेपर का टुकड़ा निकाला और बाथरूम के अंदर देखने लगा वेसे मुझे दीदी को वापस नंगी देखने की इच्छा नहीं थी क्योंकि अभी अभी मेरा मुट दीदी ने निकाला था मैं तो बस अपने 1 सवाल का जवाब ढूँढने के लिए बाथरूम में देख रहा था और वो सवाल था ' क्या बस में दीदी गरम थी ? ' जो भी मैंने दीदी के साथ किया उस से दीदी को केसा लगा मैं बस ये जानना चाहता था
मैंने देखा बाथरूम में दीदी ने पहले अपने बालो का जूडा बनाया फिर अपने कुर्ते पे से अपने कन्धों पे से चुन्नी पे लगी दोनों पिने हटाई फिर अपनी चुन्नी उतार के रखी फिर दीदी ने अपना कुरता उतारा अब दीदी मेरे सामने अपनी ब्रा में आगयी थी दीदी ने वाइट कलर की ब्रा पेहेन रखी थी मेरा लंड धीरे धीरे खड़ा होने लगा दीदी की ब्रा और उसके स्ट्रैप्स पूरी तरह से टेड़े मेढे और मुड़े हुए थे दीदी की ब्रा की ऐसी हालत देख के मुझे बस का पूरा सीन याद आ गया की मैंने किस तरह से दीदी के कुर्ते में हाथ डाल के दीदी के बोबो को मसला था ये मुड़ी हुई ब्रा उसी की गवाही दे रही थी फिर दीदी ने अपनी सलवार उतारी अब मेरी दीदी मेरे सामने ब्रा पेंटी में खड़ी थी दीदी ने नेवी ब्लू कलर की पेंटी पेहेन रखी थी मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया था अब दीदी अपने दोनों हाथ पीछे लेके गयी और अपनी ब्रा का हुक खोल दिया और अपनी ब्रा भी उतार दी दीदी के गोरे गोरे मुलायम मुलायम बोबे नंगे होगये थे कितनी सेक्सी लग रही थी मेरी दीदी आधी नंगी अपनी पेंटी में मेरे सामने खड़ी हुई दीदी के मोटे मोटे बोबे जिन पे बहुत छोटे छोटे ब्राउन कलर के निप्पल थे मेरे सामने थे मैंने देखा की दीदी के बोबे थोड़े लाल हो गए थे शायद मैंने बहुत ही ज्यादा मसल दिए थे फिर दीदी अपनी पेंटी उतारने लगी अब मुझे मेरे सवाल का जवाब मिलने वाला था की क्या
दीदी गरम थी
दीदी ने अपनी पेंटी उतारी और उसे उलटी करके देखने लगी मुझे समझ में आगया था की दीदी अपनी पेंटी पे लगे अपनी चूत के डिस्चार्ज को देख रही है दीदी की चूत बिलकुल चिकनी थी और दीदी की पेंटी में इतना डिस्चार्ज था की वो उनकी पूरी चूत पे लग गया था दीदी की चूत गीली होने के कारण चमक भी रही थी अब मुझे समझ में आ गया था की दीदी भी गरम थी बस में मैं जो भी कर रहा था उसमे उन्हें भी मजा आ रहा था मुझे मेरे सवाल का जवाब मिलते ही बहुत अच्छा सा लगने लगा दीदी ने अपनी ब्रा तो अपने सूट के नीचे डाल दी लेकिन पेंटी को उसी समय धोने लगी दीदी ने अपनी पेंटी धोके रखी फिर नहाने लगी दीदी ने धीरे धीरे नहाना चालू किया और मैंने धीरे धीरे वापस अपना लंड हिलाना चालू किया फिर दीदी ने मग्गे मैं पानी भरा और 2 - 3 बाद अपनी चूत के अंदर मारा और हाथ डाल के भी अपनी चूत को अंदर से साफ़ किया मैं दीदी को ऐसे ही नहाते हुए देखता रहा और अपना लंड हिलाने लगा थोड़ी ही देर में मेरा मुट निकल गया मैंने अपना लंड अंदर कियाऔर वापस छेद में से दीदी को नहाते हुए देखने लगा तभी पीछे से मम्मी की आवाज आई "सोनू !!! क्या कर रहा है तू .......
मुझे मेरे सवाल का जवाब मिलते ही बहुत अच्छा सा लगने लगा दीदी ने अपनी ब्रा तो अपने सूट के नीचे डाल दी लेकिन पेंटी को उसी समय धोने लगी दीदी ने अपनी पेंटी धोके रखी फिर नहाने लगी दीदी ने धीरे धीरे नहाना चालू किया और मैंने धीरे धीरे वापस अपना लंड हिलाना चालू किया फिर दीदी ने मग्गे मैं पानी भरा और 2 - 3 बाद अपनी चूत के अंदर मारा और हाथ डाल के भी अपनी चूत को अंदर से साफ़ किया मैं दीदी को ऐसे ही नहाते हुए देखता रहा और अपना लंड हिलाने लगा थोड़ी ही देर में मेरा मुट निकल गया मैंने अपना लंड अंदर कियाऔर वापस छेद में से दीदी को नहाते हुए देखने लगा तभी पीछे से मम्मी की आवाज आई "सोनू !!! क्या कर रहा है तू .....
अब आगे - मैं दीदी को नहाते हुए देख रहा था तभी मुझे मम्मी की आवाज आई "सोनू क्या कर रहा है तू " मेरी तो डर के मारे हालत ख़राब हो गयी मैंने सोचा बेटा सोनू आज तो पकडे गए अब तो जूत पड़ेंगे मैंने डरते डरते पीछे मुड़ के देखा तो मम्मी दीदी के रूम के दरवाजे पे खड़ी थी और पर्दा हटा के मुझे देख रही थी मम्मी मेरे पीछे की तरफ खड़ी थी मम्मी ने अंदर आते हुए फिर पूछा "क्या कर रहा है तू यहाँ पे " मेरे दिमाग में कुछ भी नहीं आ रहा था डर के मारे मेरी हालत खराब हो रही थी मैंने सोचा क्या बोलू पता नहीं मम्मी कब से खड़ी है यहाँ पे पता नहीं क्या क्या देख लिया मम्मी ने कहीं मम्मी ने मुझे बाथरूम में झांकते हुए और मुट मारते हुए तो नहीं देख लिया मैंने अपने आप को सँभालते हुए और अपने डर को छुपाते हुए मम्मी से कहा की "मम्मी दीदी ही अंदर से आवाज लगा रही थी आपको शायद कुछ कह रही है आपने सुना नहीं इसलिए मैं दरवाजे के पास खड़ा होके पूछ रहा था की क्या हुआ " मम्मी ने बोला ठीक है तू जा मैं देखती हू "
मैं वहां से जल्दी से निकल गया और सोचा चलो मम्मी ने कुछ नहीं देखा लेकिन मुझे अभी भी डर लग रहा था की कहीं दीदी ने अगर ये बोल दिया की उन्होंने उन्होंने किसी को आवाज नहीं लगायी तो भी में फंस जाऊंगा मैं परदे के पीछे खड़ा होक मम्मी की बात सुनने लगा मम्मी ने बाथरूम का दरवाजा खट खटा के कहा "क्या हुआ प्रीती क्यों आवाज लगा रही थी " दीदी ने अंदर से कहा "अरे मम्मी टंकी में पानी ख़तम हो गया है बोरिंग चालू करो " अब मेरी जान में जान आयी की चलो बच गया आज तो थोड़ी देर बाद दीदी नहा के बाहर आई बहुत सेक्सी लग रही थी उन्होंने ब्लैक कलर की नाइटी पेहेन रखी थी दीदी मम्मी के साथ खाना बनाने किचन में चली गयी और मैं बैठा बैठा जो भी मैंने अभी तक दीदी के साथ किया वो सब सोचने लगा मैं दीदी के बदन का दीवाना हो गया था मेरी हमेशा उनके बदन को छूने की इच्छा होती हमेशा उनके कपडे उतार के उन्हें नंगी देखने की इच्छा होती मैंने दीदी के पूरे बदन पे अपना हाथ फेर चूका था और आज बस में मैंने उनके बोबे भी दबाये थे और दीदी ने भी अपने हाथ से मेरा लंड हिलाया था अब मैं आगे बड़ना चाहता था उन्हें अपने हाथों से पूरी नंगी करके उनके बोबे चुसना चाहता था उनकी चूत चाटना चाहता था उन्हें अपना लंड चुस्वाना चाहता था उन्हें चोदना चाहता था
लेकिन मुझे पता था की एसा हो नहीं सकता क्यों की 1 भाई बेहेन के बीच में ये चीज़ इतनी जल्दी और इतनी आसानी से नहीं हो सकती मैं यही सब सोच रहा था की इतने में दीदी आगयी और मेरे पास बैठ गयी और बोली "ओये क्या सोच रहा है इतना ध्यान से किस लड़की के बारे में सोच रहा है " मैंने बोला "कुछ नहीं दीदी " दीदी ने कहा "क्या हो गया इतना खोया सा क्यों है ला रिमोट दे टीवी का " मुझे मस्ती सूझी मैंने कहा " नहीं दे रहा " तो दीदी मुझसे रिमोट छीनने लग गयी मैंने रिमोट अपने हाथ में लेके ऊपर कर दिया दीदी उसे लेने के कोशिश करने लगी मैंने कहा "लो न दीदी मैं तो कबसे आप को देना चाहता हु लेकिन आप ले ही नहीं रहे हो " तभी दीदी 1 दम से मेरे ऊपर कूद गयी दीदी मेरे ऊपर थी मैंने अपना हाथ और पीछे की तरफ कर दिया दीदी रिमोट छीनने के लिए झुकी और मुझे दीदी की नाइटी के गले में से उनकी ब्रा दिख गयी ये ब्रा नई थी दीदी की ये ब्रा मैंने पहले कभी नहीं देखि थी ये ब्रा बिलकुल टाइट थी दीदी के बोबो पे से इस कारण बहुत ही सेक्सी शेप बन रहा था दीदी क बोबो का दीदी ने आज लाइट ब्लू कलर की ब्रा पेहेन रखी थी
मैं उनकी ब्रा और बोबे देखने में इतना खो गया की दीदी ने कब रिमोट ले लिया मुझे पता ही नहीं चला दीदी रिमोट लेके बोली "देख लिया ना मैं खुद ही अगर कुछ लेना चाहूँ ना तो अपने आप ही ले लेती हूँ " मैंने सोचा दीदी कब लोगी मेरा लंड अपने इन कोमल होंठो के अंदर इतने मम्मी आई और बोली " सोनू प्रीती चलो खाना लग गया चलो खाना खालो " हम दोनों खाने की टेबल पे बैठ गए और खाना खाने लगे इतने में मम्मी ने पापा से कहा " अरे सुनो आज मेरे भाई का फोन आया था वो कह रहा था की पिताजी की तबीयत ख़राब है तो चलो अपन समाचार लेके आ जाते है कल " मुझे फ़ौरन ख्याल आया अरे यार पूरा १ दिन और पूरी 1 रात मैं और मेरी प्यारी दीदी इस घर में अकेले रहेंगे अब मैं कुछ प्लान कर सकता हूँ इतने में पापा ने कहा "हा चलो कल मेरी छुट्टी भी है तो कल हो आते है तो परसों शाम तक वापस आ जायेंगे " मैं मन ही मन बहुत खुश हुआ की अब सही वक़्त आ गया है थोड़ी देर बाद हम सब खाना खा के उठ गए मैं और दीदी अपने रूम मैं आ गये और अपने अपने बेड पे लेट गए दीदी ने अपना सेल निकाला और चैटिंग करने लगी और
मैंने देखा बाथरूम में दीदी ने पहले अपने बालो का जूडा बनाया फिर अपने कुर्ते पे से अपने कन्धों पे से चुन्नी पे लगी दोनों पिने हटाई फिर अपनी चुन्नी उतार के रखी फिर दीदी ने अपना कुरता उतारा अब दीदी मेरे सामने अपनी ब्रा में आगयी थी दीदी ने वाइट कलर की ब्रा पेहेन रखी थी मेरा लंड धीरे धीरे खड़ा होने लगा दीदी की ब्रा और उसके स्ट्रैप्स पूरी तरह से टेड़े मेढे और मुड़े हुए थे दीदी की ब्रा की ऐसी हालत देख के मुझे बस का पूरा सीन याद आ गया की मैंने किस तरह से दीदी के कुर्ते में हाथ डाल के दीदी के बोबो को मसला था ये मुड़ी हुई ब्रा उसी की गवाही दे रही थी फिर दीदी ने अपनी सलवार उतारी अब मेरी दीदी मेरे सामने ब्रा पेंटी में खड़ी थी दीदी ने नेवी ब्लू कलर की पेंटी पेहेन रखी थी मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया था अब दीदी अपने दोनों हाथ पीछे लेके गयी और अपनी ब्रा का हुक खोल दिया और अपनी ब्रा भी उतार दी दीदी के गोरे गोरे मुलायम मुलायम बोबे नंगे होगये थे कितनी सेक्सी लग रही थी मेरी दीदी आधी नंगी अपनी पेंटी में मेरे सामने खड़ी हुई दीदी के मोटे मोटे बोबे जिन पे बहुत छोटे छोटे ब्राउन कलर के निप्पल थे मेरे सामने थे मैंने देखा की दीदी के बोबे थोड़े लाल हो गए थे शायद मैंने बहुत ही ज्यादा मसल दिए थे फिर दीदी अपनी पेंटी उतारने लगी अब मुझे मेरे सवाल का जवाब मिलने वाला था की क्या
दीदी गरम थी
दीदी ने अपनी पेंटी उतारी और उसे उलटी करके देखने लगी मुझे समझ में आगया था की दीदी अपनी पेंटी पे लगे अपनी चूत के डिस्चार्ज को देख रही है दीदी की चूत बिलकुल चिकनी थी और दीदी की पेंटी में इतना डिस्चार्ज था की वो उनकी पूरी चूत पे लग गया था दीदी की चूत गीली होने के कारण चमक भी रही थी अब मुझे समझ में आ गया था की दीदी भी गरम थी बस में मैं जो भी कर रहा था उसमे उन्हें भी मजा आ रहा था मुझे मेरे सवाल का जवाब मिलते ही बहुत अच्छा सा लगने लगा दीदी ने अपनी ब्रा तो अपने सूट के नीचे डाल दी लेकिन पेंटी को उसी समय धोने लगी दीदी ने अपनी पेंटी धोके रखी फिर नहाने लगी दीदी ने धीरे धीरे नहाना चालू किया और मैंने धीरे धीरे वापस अपना लंड हिलाना चालू किया फिर दीदी ने मग्गे मैं पानी भरा और 2 - 3 बाद अपनी चूत के अंदर मारा और हाथ डाल के भी अपनी चूत को अंदर से साफ़ किया मैं दीदी को ऐसे ही नहाते हुए देखता रहा और अपना लंड हिलाने लगा थोड़ी ही देर में मेरा मुट निकल गया मैंने अपना लंड अंदर कियाऔर वापस छेद में से दीदी को नहाते हुए देखने लगा तभी पीछे से मम्मी की आवाज आई "सोनू !!! क्या कर रहा है तू .......
मुझे मेरे सवाल का जवाब मिलते ही बहुत अच्छा सा लगने लगा दीदी ने अपनी ब्रा तो अपने सूट के नीचे डाल दी लेकिन पेंटी को उसी समय धोने लगी दीदी ने अपनी पेंटी धोके रखी फिर नहाने लगी दीदी ने धीरे धीरे नहाना चालू किया और मैंने धीरे धीरे वापस अपना लंड हिलाना चालू किया फिर दीदी ने मग्गे मैं पानी भरा और 2 - 3 बाद अपनी चूत के अंदर मारा और हाथ डाल के भी अपनी चूत को अंदर से साफ़ किया मैं दीदी को ऐसे ही नहाते हुए देखता रहा और अपना लंड हिलाने लगा थोड़ी ही देर में मेरा मुट निकल गया मैंने अपना लंड अंदर कियाऔर वापस छेद में से दीदी को नहाते हुए देखने लगा तभी पीछे से मम्मी की आवाज आई "सोनू !!! क्या कर रहा है तू .....
अब आगे - मैं दीदी को नहाते हुए देख रहा था तभी मुझे मम्मी की आवाज आई "सोनू क्या कर रहा है तू " मेरी तो डर के मारे हालत ख़राब हो गयी मैंने सोचा बेटा सोनू आज तो पकडे गए अब तो जूत पड़ेंगे मैंने डरते डरते पीछे मुड़ के देखा तो मम्मी दीदी के रूम के दरवाजे पे खड़ी थी और पर्दा हटा के मुझे देख रही थी मम्मी मेरे पीछे की तरफ खड़ी थी मम्मी ने अंदर आते हुए फिर पूछा "क्या कर रहा है तू यहाँ पे " मेरे दिमाग में कुछ भी नहीं आ रहा था डर के मारे मेरी हालत खराब हो रही थी मैंने सोचा क्या बोलू पता नहीं मम्मी कब से खड़ी है यहाँ पे पता नहीं क्या क्या देख लिया मम्मी ने कहीं मम्मी ने मुझे बाथरूम में झांकते हुए और मुट मारते हुए तो नहीं देख लिया मैंने अपने आप को सँभालते हुए और अपने डर को छुपाते हुए मम्मी से कहा की "मम्मी दीदी ही अंदर से आवाज लगा रही थी आपको शायद कुछ कह रही है आपने सुना नहीं इसलिए मैं दरवाजे के पास खड़ा होके पूछ रहा था की क्या हुआ " मम्मी ने बोला ठीक है तू जा मैं देखती हू "
मैं वहां से जल्दी से निकल गया और सोचा चलो मम्मी ने कुछ नहीं देखा लेकिन मुझे अभी भी डर लग रहा था की कहीं दीदी ने अगर ये बोल दिया की उन्होंने उन्होंने किसी को आवाज नहीं लगायी तो भी में फंस जाऊंगा मैं परदे के पीछे खड़ा होक मम्मी की बात सुनने लगा मम्मी ने बाथरूम का दरवाजा खट खटा के कहा "क्या हुआ प्रीती क्यों आवाज लगा रही थी " दीदी ने अंदर से कहा "अरे मम्मी टंकी में पानी ख़तम हो गया है बोरिंग चालू करो " अब मेरी जान में जान आयी की चलो बच गया आज तो थोड़ी देर बाद दीदी नहा के बाहर आई बहुत सेक्सी लग रही थी उन्होंने ब्लैक कलर की नाइटी पेहेन रखी थी दीदी मम्मी के साथ खाना बनाने किचन में चली गयी और मैं बैठा बैठा जो भी मैंने अभी तक दीदी के साथ किया वो सब सोचने लगा मैं दीदी के बदन का दीवाना हो गया था मेरी हमेशा उनके बदन को छूने की इच्छा होती हमेशा उनके कपडे उतार के उन्हें नंगी देखने की इच्छा होती मैंने दीदी के पूरे बदन पे अपना हाथ फेर चूका था और आज बस में मैंने उनके बोबे भी दबाये थे और दीदी ने भी अपने हाथ से मेरा लंड हिलाया था अब मैं आगे बड़ना चाहता था उन्हें अपने हाथों से पूरी नंगी करके उनके बोबे चुसना चाहता था उनकी चूत चाटना चाहता था उन्हें अपना लंड चुस्वाना चाहता था उन्हें चोदना चाहता था
लेकिन मुझे पता था की एसा हो नहीं सकता क्यों की 1 भाई बेहेन के बीच में ये चीज़ इतनी जल्दी और इतनी आसानी से नहीं हो सकती मैं यही सब सोच रहा था की इतने में दीदी आगयी और मेरे पास बैठ गयी और बोली "ओये क्या सोच रहा है इतना ध्यान से किस लड़की के बारे में सोच रहा है " मैंने बोला "कुछ नहीं दीदी " दीदी ने कहा "क्या हो गया इतना खोया सा क्यों है ला रिमोट दे टीवी का " मुझे मस्ती सूझी मैंने कहा " नहीं दे रहा " तो दीदी मुझसे रिमोट छीनने लग गयी मैंने रिमोट अपने हाथ में लेके ऊपर कर दिया दीदी उसे लेने के कोशिश करने लगी मैंने कहा "लो न दीदी मैं तो कबसे आप को देना चाहता हु लेकिन आप ले ही नहीं रहे हो " तभी दीदी 1 दम से मेरे ऊपर कूद गयी दीदी मेरे ऊपर थी मैंने अपना हाथ और पीछे की तरफ कर दिया दीदी रिमोट छीनने के लिए झुकी और मुझे दीदी की नाइटी के गले में से उनकी ब्रा दिख गयी ये ब्रा नई थी दीदी की ये ब्रा मैंने पहले कभी नहीं देखि थी ये ब्रा बिलकुल टाइट थी दीदी के बोबो पे से इस कारण बहुत ही सेक्सी शेप बन रहा था दीदी क बोबो का दीदी ने आज लाइट ब्लू कलर की ब्रा पेहेन रखी थी
मैं उनकी ब्रा और बोबे देखने में इतना खो गया की दीदी ने कब रिमोट ले लिया मुझे पता ही नहीं चला दीदी रिमोट लेके बोली "देख लिया ना मैं खुद ही अगर कुछ लेना चाहूँ ना तो अपने आप ही ले लेती हूँ " मैंने सोचा दीदी कब लोगी मेरा लंड अपने इन कोमल होंठो के अंदर इतने मम्मी आई और बोली " सोनू प्रीती चलो खाना लग गया चलो खाना खालो " हम दोनों खाने की टेबल पे बैठ गए और खाना खाने लगे इतने में मम्मी ने पापा से कहा " अरे सुनो आज मेरे भाई का फोन आया था वो कह रहा था की पिताजी की तबीयत ख़राब है तो चलो अपन समाचार लेके आ जाते है कल " मुझे फ़ौरन ख्याल आया अरे यार पूरा १ दिन और पूरी 1 रात मैं और मेरी प्यारी दीदी इस घर में अकेले रहेंगे अब मैं कुछ प्लान कर सकता हूँ इतने में पापा ने कहा "हा चलो कल मेरी छुट्टी भी है तो कल हो आते है तो परसों शाम तक वापस आ जायेंगे " मैं मन ही मन बहुत खुश हुआ की अब सही वक़्त आ गया है थोड़ी देर बाद हम सब खाना खा के उठ गए मैं और दीदी अपने रूम मैं आ गये और अपने अपने बेड पे लेट गए दीदी ने अपना सेल निकाला और चैटिंग करने लगी और