hotaks444
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मैं कमर उछाल –उछाल कर चंदा को चोद रहा था ऑर उसके मस्त बूब्स का रस्पान भी कर रहा था ऑर चंदा पूरा दिल लगा कर अपने जिस्म को मुझसे चुदवा रही थी…
चंदा-आहह…ज़ोर सी,,,,,आअहह…यस…..सिर…..ज़ोर.स्सी…फाड़…दूं..आहह
मैं- उउंम्म…आह…ये ले…कुतिया…..लंड खाना है.....ये ले….उउम्म्म्मम
चंदा- हाँ…ऐसे ही...गालियाँ पसंद है मुझे.....ओह्ह्ह...म्मा…..फादद्ड़…..आहहाहह…..उउफ़फ्फ़…
मैं थोड़ी देर तक चंदा को चोदता रहा ओर फिर मैने उसके बूब्स को छोड़ा तो उसने मेरा इशारा समझ कर खुद ही उछल-उछल कर लंड को लेना शुरू कर दिया…
चंदा-आअहह…आहह…हहा…ऐसे ही करो..आहह…उउउफ़फ्फ़….हहाअ…..
मैं-यस बेबी…जंप….य्ाआ..एस
चंदा-आअहह…आहह…हहा…हाअ…आहह
मैं- यस…जंप…ज़ोर से..कुतिया……तेज ..और तेजज्ज़....
चंदा-हाअ..आहह…..आहहह…अहहह..यईएसस..सहहाः…आऐईइसस्ससी..आहहह....
मैं- हां..ऐसे ही….ज़ोर से…ज़ोर से....
मैने फिर से चंदा के बूब्स को हाथो से पकड़ लिया ओर सहलाते हुए उसको चोदने लगा…
चंदा भी पूरी स्पीड से उछल रही थी, उसकी मस्त गान्ड मेरी जाघो पर पट-पट कर रही थी…ऑर चंदा चुदाई का आनद ले रही थी….
मैं-येस …जंप….य्ाआहह....
चंदा-आअहह…आहह…हहा…आईसीए..आहह…..आहहह…अहहह..
यईएसस..ईसस्स..आहह....
मैं- आहह…ज़ोर से…यस…
चंदा- आहह...आह…आहह..ज़ोर से....उउउम्म्म्म.....
मैं-यस बेबी एस....
चंदा- अया..उउंम…हहूऊ…आअहह.ययईएसस…आऐईइईसीए हहीी…ययईसस…ज्जूओर्रर…ससीए…..एसस्सस्स…आअहह…
फफफफफात्तत्त…..प्प्पाट्त्ट…आहः..उउंम…हहूऊ…आअहह.ययईएसस…आऐईइईसीए हहीी…ययईसस…ज्जूओर्रर…ससीए…..आहह…आईइईसीए..हहीी..आहह…ज्जोर्र…सीए..
ययएएसस्सस्स…आअहह…ययईईसस्स….ऊऊहह......
और ऐसी ही आवाज़ो के साथ चंदा झड़ने लगी.....
चंदा- ओह्ह..सर...मेरा हो गया....आआहह .....
मैं- मैं भी आ रहा हूँ.....
चंदा- भर दो सर...आअहह...आअहह...आअहह...उउउंम्म...
हमारे झाड़ते ही चुदाई का संग्राम थम गया और चंदा मेरे उपेर लेट गई और हम किस करने लगे........
चंदा- ह्म्म....आप तो जल्दी ही शांत पड़ गये..क्या हुआ....हथियार तो बड़ा है फिर भी....
मैं- वो तो काफ़ी देर से गरम था इसलिए...अभी देखती जाओ...हम कितनी देर तक सवारी करते है....
चंदा- ह्म्म..मैं ज़रूर देखना चाहुगी...
मैं- सब दिखाउन्गा....सबर रखो....और जब तक मैं बाकी के कमरे मे देख लूँ...
चंदा- ह्म्म..मुझे भी देखना है कि हमारे बॉस की फॅमिली के कितने रंग है....
मैं- ह्म्म...उठो फिर...
फिर हम फ्रेश हुए और वापिस लॅपटॉप देखने लगे.....सामने पूनम के रूम का व्यू था...पूनम और मोना सो रही थी...
फिर मेरे दिल मे ख्याल आया कि अब अकरम की मोम का हाल देखु...आज तो उनका पति साथ मे है ..देखे क्या कर रहे है...सो रहे है या फिर चुदाई....
और मैने वसीम के रूम सेलेक्ट किया...पर वहाँ बेड खाली था...और रूम मे भी कोई नही था...फिर मैने साइड कॅमरा देखा...उसमे भी कुछ नही था...बाथरूम मे भी कुछ नही दिखा....
चंदा- सर...वसीम सर का रूम तो खाली है...ये इस टाइम कहाँ गये होंगे...
मैं(मन मे)-ये क्या...कही वसीम भी तो अपनी बीवी की तरह नही...मतलब वसीम और उसका फरन्ड आपस मे ग्रूप सेक्स करते हो...अगर ऐसा है तब तो बहुत बुरा है...वसीम के फरन्ड का रूम देखता हूँ...
फिर मैने सरद का रूम सेलेक्ट किया...
सामने का नज़ारा बहुत मस्त था...सरद बेड पर लेटा हुआ था और एक औरत उसके लंड पर गान्ड उछाल रही थी ...
वो औरत सरद के उपेर झुकी हुई थी...इसलिए समझ नही आ रहा था कि कौन है....
सरद नीचे से धक्के मार रहा था और उस औरत को अपनी बाहों मे कसे हुए था....
जब मुझे उस औरत का चेहरा नही दिखा तो मैने साइड कॅमरा देखा....पर उसमे भी उस औरत का चेहरा नज़र नही आया....
सरद उसका चेहरा अपनी बाहों मे कसे हुए उसे चोद रहा था ...
और आवाज़ भी सिर्फ़ सिसकने की आ रही थी..कुछ बोल ही नही रहे थे वो दोनो...इसलिए आवाज़ से भी कुछ पता नही चला...
मैं- हटत्त साला...इसका चेहरा तो छुपा हुआ है...
चंदा- अरे सर..ये इसकी बीवी ही होगी...और कौन हो सकता है इस टाइम...
मैं- ह्म्म ..पर चेहरा दिख जाता तो ठीक था ना....
चंदा- सर दूसरा रूम देखो...शायद कुछ पता चल जाए..वसीम सर या सबनम मेडम दिख जाए...
मैं(मन मे)- अब तो सिर्फ़ शादिया का रूम बचा है और हाँ..वो खाली रूम भी तो है..शायद वहाँ कोई हो...
चंदा- क्या सोच रहे है सर...
मैं- कुछ नही...चलो दूसरा रूम देखते है...
और मैने शादिया का रूम सेलेक्ट किया....
यहाँ का नज़ारा भी शॉकिंग था....शादिया बेड पर लेटी थी और किसी का लंड खा रही थी....
साइड कमेरे से देखने पर पता चला कि वो वसीम का लंड खा रही थी....
ये नज़ारा देख कर चंदा गरम होने लगी और मेरा लंड पकड़ कर मसल्ने लगी.....
वहाँ रूम मे वसीम और शादिया की चुदाई चालू थी....
शादिया- आहह...वसीम...ज़ोर से...आहह...ज़ोर से कर...आअहह.....
वसीम- हाँ शादिया बेगम...ये लो...यीहह...एस्स...एस्स...एस्स ....
शादिया- आहह..वसीम..अब तुम्हारा लंड मज़ा नही देता...ज़ोर से मारो ना...उउंम्म..
वसीम- हाँ...अब क्यो देगा...तुझे तो नये-नये लंड का शौक लग गया ना...
शादिया- आहह...तुमने ही तो लगाया...उउउंम्म...
वसीम- ह्म....और मेरा ही बुरा लगने लगा...
शादिया- आअहह...नही मेरी जान...तुम्हारे लिए तो मैं हमेशा तैयार हूँ...तुम ज़ोर से मारो बस...
वसीम- वैसे शादिया....वो पार्लर वाला मिला कि नही...
( ये बात सुनकर मुझे पता चल गया कि ये दोनो मेरी ही बात कर रहे है...)
शादिया- उम्म...हाँ...पर अभी बात नही हुई...आहह...
वेसिम- ह्म..कौन है...
शादिया- कोई भी हो...हथियार दमदार है...आहह...वसीम...मैं गई...आअहह....आहह...
और शादिया झाड़ गई और वसीम ने लंड बाहर निकाल लिया....
चंदा-आहह…ज़ोर सी,,,,,आअहह…यस…..सिर…..ज़ोर.स्सी…फाड़…दूं..आहह
मैं- उउंम्म…आह…ये ले…कुतिया…..लंड खाना है.....ये ले….उउम्म्म्मम
चंदा- हाँ…ऐसे ही...गालियाँ पसंद है मुझे.....ओह्ह्ह...म्मा…..फादद्ड़…..आहहाहह…..उउफ़फ्फ़…
मैं थोड़ी देर तक चंदा को चोदता रहा ओर फिर मैने उसके बूब्स को छोड़ा तो उसने मेरा इशारा समझ कर खुद ही उछल-उछल कर लंड को लेना शुरू कर दिया…
चंदा-आअहह…आहह…हहा…ऐसे ही करो..आहह…उउउफ़फ्फ़….हहाअ…..
मैं-यस बेबी…जंप….य्ाआ..एस
चंदा-आअहह…आहह…हहा…हाअ…आहह
मैं- यस…जंप…ज़ोर से..कुतिया……तेज ..और तेजज्ज़....
चंदा-हाअ..आहह…..आहहह…अहहह..यईएसस..सहहाः…आऐईइसस्ससी..आहहह....
मैं- हां..ऐसे ही….ज़ोर से…ज़ोर से....
मैने फिर से चंदा के बूब्स को हाथो से पकड़ लिया ओर सहलाते हुए उसको चोदने लगा…
चंदा भी पूरी स्पीड से उछल रही थी, उसकी मस्त गान्ड मेरी जाघो पर पट-पट कर रही थी…ऑर चंदा चुदाई का आनद ले रही थी….
मैं-येस …जंप….य्ाआहह....
चंदा-आअहह…आहह…हहा…आईसीए..आहह…..आहहह…अहहह..
यईएसस..ईसस्स..आहह....
मैं- आहह…ज़ोर से…यस…
चंदा- आहह...आह…आहह..ज़ोर से....उउउम्म्म्म.....
मैं-यस बेबी एस....
चंदा- अया..उउंम…हहूऊ…आअहह.ययईएसस…आऐईइईसीए हहीी…ययईसस…ज्जूओर्रर…ससीए…..एसस्सस्स…आअहह…
फफफफफात्तत्त…..प्प्पाट्त्ट…आहः..उउंम…हहूऊ…आअहह.ययईएसस…आऐईइईसीए हहीी…ययईसस…ज्जूओर्रर…ससीए…..आहह…आईइईसीए..हहीी..आहह…ज्जोर्र…सीए..
ययएएसस्सस्स…आअहह…ययईईसस्स….ऊऊहह......
और ऐसी ही आवाज़ो के साथ चंदा झड़ने लगी.....
चंदा- ओह्ह..सर...मेरा हो गया....आआहह .....
मैं- मैं भी आ रहा हूँ.....
चंदा- भर दो सर...आअहह...आअहह...आअहह...उउउंम्म...
हमारे झाड़ते ही चुदाई का संग्राम थम गया और चंदा मेरे उपेर लेट गई और हम किस करने लगे........
चंदा- ह्म्म....आप तो जल्दी ही शांत पड़ गये..क्या हुआ....हथियार तो बड़ा है फिर भी....
मैं- वो तो काफ़ी देर से गरम था इसलिए...अभी देखती जाओ...हम कितनी देर तक सवारी करते है....
चंदा- ह्म्म..मैं ज़रूर देखना चाहुगी...
मैं- सब दिखाउन्गा....सबर रखो....और जब तक मैं बाकी के कमरे मे देख लूँ...
चंदा- ह्म्म..मुझे भी देखना है कि हमारे बॉस की फॅमिली के कितने रंग है....
मैं- ह्म्म...उठो फिर...
फिर हम फ्रेश हुए और वापिस लॅपटॉप देखने लगे.....सामने पूनम के रूम का व्यू था...पूनम और मोना सो रही थी...
फिर मेरे दिल मे ख्याल आया कि अब अकरम की मोम का हाल देखु...आज तो उनका पति साथ मे है ..देखे क्या कर रहे है...सो रहे है या फिर चुदाई....
और मैने वसीम के रूम सेलेक्ट किया...पर वहाँ बेड खाली था...और रूम मे भी कोई नही था...फिर मैने साइड कॅमरा देखा...उसमे भी कुछ नही था...बाथरूम मे भी कुछ नही दिखा....
चंदा- सर...वसीम सर का रूम तो खाली है...ये इस टाइम कहाँ गये होंगे...
मैं(मन मे)-ये क्या...कही वसीम भी तो अपनी बीवी की तरह नही...मतलब वसीम और उसका फरन्ड आपस मे ग्रूप सेक्स करते हो...अगर ऐसा है तब तो बहुत बुरा है...वसीम के फरन्ड का रूम देखता हूँ...
फिर मैने सरद का रूम सेलेक्ट किया...
सामने का नज़ारा बहुत मस्त था...सरद बेड पर लेटा हुआ था और एक औरत उसके लंड पर गान्ड उछाल रही थी ...
वो औरत सरद के उपेर झुकी हुई थी...इसलिए समझ नही आ रहा था कि कौन है....
सरद नीचे से धक्के मार रहा था और उस औरत को अपनी बाहों मे कसे हुए था....
जब मुझे उस औरत का चेहरा नही दिखा तो मैने साइड कॅमरा देखा....पर उसमे भी उस औरत का चेहरा नज़र नही आया....
सरद उसका चेहरा अपनी बाहों मे कसे हुए उसे चोद रहा था ...
और आवाज़ भी सिर्फ़ सिसकने की आ रही थी..कुछ बोल ही नही रहे थे वो दोनो...इसलिए आवाज़ से भी कुछ पता नही चला...
मैं- हटत्त साला...इसका चेहरा तो छुपा हुआ है...
चंदा- अरे सर..ये इसकी बीवी ही होगी...और कौन हो सकता है इस टाइम...
मैं- ह्म्म ..पर चेहरा दिख जाता तो ठीक था ना....
चंदा- सर दूसरा रूम देखो...शायद कुछ पता चल जाए..वसीम सर या सबनम मेडम दिख जाए...
मैं(मन मे)- अब तो सिर्फ़ शादिया का रूम बचा है और हाँ..वो खाली रूम भी तो है..शायद वहाँ कोई हो...
चंदा- क्या सोच रहे है सर...
मैं- कुछ नही...चलो दूसरा रूम देखते है...
और मैने शादिया का रूम सेलेक्ट किया....
यहाँ का नज़ारा भी शॉकिंग था....शादिया बेड पर लेटी थी और किसी का लंड खा रही थी....
साइड कमेरे से देखने पर पता चला कि वो वसीम का लंड खा रही थी....
ये नज़ारा देख कर चंदा गरम होने लगी और मेरा लंड पकड़ कर मसल्ने लगी.....
वहाँ रूम मे वसीम और शादिया की चुदाई चालू थी....
शादिया- आहह...वसीम...ज़ोर से...आहह...ज़ोर से कर...आअहह.....
वसीम- हाँ शादिया बेगम...ये लो...यीहह...एस्स...एस्स...एस्स ....
शादिया- आहह..वसीम..अब तुम्हारा लंड मज़ा नही देता...ज़ोर से मारो ना...उउंम्म..
वसीम- हाँ...अब क्यो देगा...तुझे तो नये-नये लंड का शौक लग गया ना...
शादिया- आहह...तुमने ही तो लगाया...उउउंम्म...
वसीम- ह्म....और मेरा ही बुरा लगने लगा...
शादिया- आअहह...नही मेरी जान...तुम्हारे लिए तो मैं हमेशा तैयार हूँ...तुम ज़ोर से मारो बस...
वसीम- वैसे शादिया....वो पार्लर वाला मिला कि नही...
( ये बात सुनकर मुझे पता चल गया कि ये दोनो मेरी ही बात कर रहे है...)
शादिया- उम्म...हाँ...पर अभी बात नही हुई...आहह...
वेसिम- ह्म..कौन है...
शादिया- कोई भी हो...हथियार दमदार है...आहह...वसीम...मैं गई...आअहह....आहह...
और शादिया झाड़ गई और वसीम ने लंड बाहर निकाल लिया....