hotaks444
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रूही की चूत कसी हुई दिख रही थी...चूत के दोनो होंठ आपस मे चिपके हुए थे...और चूत रस की बूंदे टपका रही थी...
मैने अपना हाथ बढ़ा कर रूही की चूत पर रखा और प्यार से सहला दिया...जिससे रूही की सिसकी निकल गई...
रूही- आआअहह......
मैं(चूत सहलाते हुए)- तुम्हारी चूत तो कसी हुई दिखती है...सील पॅक है क्या...???
रूही- उम्म्म..तुम खुद ही देख लेना...अब तडपाओ मत....डाल दो ना...
मैं- अभी नही मेरी जान..पहले चूत को चख लूँ...फिर लंड को चखाउन्गा...
फिर मैने रूही को पास मे पड़े पेड़ के तने पर लिटाया और उसकी टांगे उठाकर घुटनो से मोड़ दी....जिससे उसकी चूत और गान्ड मेरे सामने आ गई....
अब मुझसे रहा नही गया और मैने झुक कर चूत पर जीभ फिरा दी....और चूत चाटने लगा.....
रूही- आआहह....कितना इंतज़ार किया इसके लिए...उउउंम्म...चाट जाओ...आआहह...
मैं- ह्म्म..सस्स्रररुउउउप्प्प्प.....सस्स्स्र्र्ररुउउउप्प्प्प....सस्स्स्र्र्ररुउउउप्प्प्प.....सस्स्रररुउउप
रूही- ओह्ह अंकित...तुम तो...आअहह...मार डालोगे....आअहह...
रूही ने मस्ती मे मेरे सिर को अपनी चूत पर दबा लिया और गान्ड आगे कर के चूत को मुँह मे दबाने लगी......
मैं- सस्रररुउउप्प्प्प....सस्स्स्रररुउउप्प्प्प....सस्स्रररुउउप्प्प...आअहह....उउंम्म..उउंम्म..उउंम्म...
रूही- ओह्ह्ह...मैं तो...आअहह...मैं...आअहह..अंकित...प्ल्ज़्ज़....डाल दूओ....आअहह...
मैं(जीभ को चूत मे डाल कर)- उउउंम्म....उूुउउम्म्म्म.....उूउउम्म्म्म....उूुउउंम्म....उउउंम्म...
रूही- मैं...आहह...अंकित....मैं...आऐईइ...ओह्ह्ह...म्म्मा्आ...आआहह.....आअहह..उउउंम्म...
और रूही झड़ने लगी और मैं उसका चूत रस पीने लगा.....
जब मैने पूरा चूत रस पी लिया तो मैं खड़ा हो गया और रूही लंबी-लंबी साँसे लेने लगी....
मैं- मज़ा आया रूही...???
रूही- आहह...बहुत....तुमने तो चूत की जान ही निकाल दी...हहहे....
मैं(मुस्कुरा कर)- तुम तो बड़ी जल्दी झड गई...
रूही- तुमसे मिलने की ख़ुसी मे चूत के खुशी के आंशु निकल आए ना...हहहे...
मैं- अच्छा....अब आओ इसे तैयार करो...पूरा चूसना...फिर चूत की खुशिया बढ़ाता हूँ...
रूही जल्दी से उठी और फिर से नीचे बैठ कर मेरे लंड को चाटने लगी....
मैं- अब चाटना बंद करो...जल्दी से चूस के चिकना कर दो..फिर चूत मरवाने मे मज़ा आएगा....
और रूही ने आधे लंड को मुँह मे भरा और चूसने लगी.....
रूही- हमम्म..सस्रररुउउउप्प्प....उूउउंम्म...सस्स्ररूउगग़गग...सस्स्रररूउग़गग...सस्स्ररूउउगग....
मैं- आहह...आधा ही लिया....कोई नही...धीरे-धीरे पूरा ले लो....अओउंम्म...
रूही- सस्स्रररूउउगगगगग...सस्स्रररूउउगग़गग...सस्रररूउग़गग....सस्रररूउउग़गग....
मैं- आहह....ऐसे ही...बस थोड़ा और बचा है....ले जाओ अंदर....हमम्म...
रूही धीरे-धीरे करके मेरा पूरा लंड अपने मुँह मे ले गई और मुँह आगे-पीछे करके लंड को चूसने लगी.....
रूही- उम्म्म…उउउम्म्म्म…सस्सुउुऊउग़गग…सस्रररूउउग़गग....
मैं- आह…ऐसे ही…ज़ोर .से…आहह
रूही- उउउंम्म…उउउंम्म..सस्स्रररूउग़गग..सस्रररगगगगगग..सस्ररघ्ज्ग.....
मैं- आहह…ओर तेजज…तीज्ज्ज…आहह
रूही- उउउंम..उउंम्म..उउंम..सस्ररूउग़गग…सस्ररूउग़गग…
रूही मेरे लंड को गले तक भर के चूसे जा रही थी….ऑर मेरा लंड चुसाइ से झड़ने को मचलने लगा…
मैने रूही का सिर पकड़ा और तेज़ी से लंड को रूही के मुँह मे अंदर-बाहर करने लगा....
रूही- उउंम..सस्ररूउउगग..क्क्हूम्म..सस्सुउउंम्म.....
मैं-आहह…ईसस्स...ईीस्स....एस्स... आअहह....आअहह..आअहह
रूही-सस्स्रररूउगग़गग.....उउंम..उउंम्म..उउंम...क्क्हुउऊंम...उउउंम्म...
मैं- आअहह...आअहह....आअहह....ऊहह...ईएहह....ईएहह....
और मैं रूही के मुँह मे झड़ने लगा और रूही को मेरा लंड रस गटकना पड़ा....क्योकि मैने उसका सिर दबाया हुआ था.....
मैं झड़ने के बाद भी रूही को अपने लंड पर दबाए हुए आहें भर रहा था कि तभी पीछे से आवाज़ आई....
जिसे सुन कर मेरी और रूही की गान्ड फट गई ......
""अंकित...तुम यहाँ....ये क्या कर रहे हो...???????"".....
मैने अपना हाथ बढ़ा कर रूही की चूत पर रखा और प्यार से सहला दिया...जिससे रूही की सिसकी निकल गई...
रूही- आआअहह......
मैं(चूत सहलाते हुए)- तुम्हारी चूत तो कसी हुई दिखती है...सील पॅक है क्या...???
रूही- उम्म्म..तुम खुद ही देख लेना...अब तडपाओ मत....डाल दो ना...
मैं- अभी नही मेरी जान..पहले चूत को चख लूँ...फिर लंड को चखाउन्गा...
फिर मैने रूही को पास मे पड़े पेड़ के तने पर लिटाया और उसकी टांगे उठाकर घुटनो से मोड़ दी....जिससे उसकी चूत और गान्ड मेरे सामने आ गई....
अब मुझसे रहा नही गया और मैने झुक कर चूत पर जीभ फिरा दी....और चूत चाटने लगा.....
रूही- आआहह....कितना इंतज़ार किया इसके लिए...उउउंम्म...चाट जाओ...आआहह...
मैं- ह्म्म..सस्स्रररुउउउप्प्प्प.....सस्स्स्र्र्ररुउउउप्प्प्प....सस्स्स्र्र्ररुउउउप्प्प्प.....सस्स्रररुउउप
रूही- ओह्ह अंकित...तुम तो...आअहह...मार डालोगे....आअहह...
रूही ने मस्ती मे मेरे सिर को अपनी चूत पर दबा लिया और गान्ड आगे कर के चूत को मुँह मे दबाने लगी......
मैं- सस्रररुउउप्प्प्प....सस्स्स्रररुउउप्प्प्प....सस्स्रररुउउप्प्प...आअहह....उउंम्म..उउंम्म..उउंम्म...
रूही- ओह्ह्ह...मैं तो...आअहह...मैं...आअहह..अंकित...प्ल्ज़्ज़....डाल दूओ....आअहह...
मैं(जीभ को चूत मे डाल कर)- उउउंम्म....उूुउउम्म्म्म.....उूउउम्म्म्म....उूुउउंम्म....उउउंम्म...
रूही- मैं...आहह...अंकित....मैं...आऐईइ...ओह्ह्ह...म्म्मा्आ...आआहह.....आअहह..उउउंम्म...
और रूही झड़ने लगी और मैं उसका चूत रस पीने लगा.....
जब मैने पूरा चूत रस पी लिया तो मैं खड़ा हो गया और रूही लंबी-लंबी साँसे लेने लगी....
मैं- मज़ा आया रूही...???
रूही- आहह...बहुत....तुमने तो चूत की जान ही निकाल दी...हहहे....
मैं(मुस्कुरा कर)- तुम तो बड़ी जल्दी झड गई...
रूही- तुमसे मिलने की ख़ुसी मे चूत के खुशी के आंशु निकल आए ना...हहहे...
मैं- अच्छा....अब आओ इसे तैयार करो...पूरा चूसना...फिर चूत की खुशिया बढ़ाता हूँ...
रूही जल्दी से उठी और फिर से नीचे बैठ कर मेरे लंड को चाटने लगी....
मैं- अब चाटना बंद करो...जल्दी से चूस के चिकना कर दो..फिर चूत मरवाने मे मज़ा आएगा....
और रूही ने आधे लंड को मुँह मे भरा और चूसने लगी.....
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मैं- आहह…ओर तेजज…तीज्ज्ज…आहह
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रूही मेरे लंड को गले तक भर के चूसे जा रही थी….ऑर मेरा लंड चुसाइ से झड़ने को मचलने लगा…
मैने रूही का सिर पकड़ा और तेज़ी से लंड को रूही के मुँह मे अंदर-बाहर करने लगा....
रूही- उउंम..सस्ररूउउगग..क्क्हूम्म..सस्सुउउंम्म.....
मैं-आहह…ईसस्स...ईीस्स....एस्स... आअहह....आअहह..आअहह
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और मैं रूही के मुँह मे झड़ने लगा और रूही को मेरा लंड रस गटकना पड़ा....क्योकि मैने उसका सिर दबाया हुआ था.....
मैं झड़ने के बाद भी रूही को अपने लंड पर दबाए हुए आहें भर रहा था कि तभी पीछे से आवाज़ आई....
जिसे सुन कर मेरी और रूही की गान्ड फट गई ......
""अंकित...तुम यहाँ....ये क्या कर रहे हो...???????"".....