hotaks444
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अब तो यही उम्मीद करती हूँ को अंकित को उस गाओं का या उस गाओं से जुड़ी किसी बात का कुछ भी पता ना चले....
रजनी आंटी परेसान हो कर अपने रूम मे घूम रही थी और बार-बार अपना फ़ोन भी चेक कर रही थी...
वो खुद ही नही समझ पा रही थी कि वो किस बात से ज़्यादा परेसान है...
इस बात से कि कही अंकित को उस गाओं से कुछ पता ना चल जाय...या फिर इस बात से की अगर अंकित को सच पता चला तो अंकित की हालत क्या होगी...
( हालाकी रजनी आंटी इस बात से पूरी तरह अंजान थी कि अंकित के पास एक डाइयरी है...जिससे उसे काफ़ी कुछ पता चल गया है....)
तभी रजनी आंटी का फ़ोन बज उठा और कॉल अटेंड करते ही रजनी आंटी सामने वाले पर भड़क उठी....ये विनोद का कॉल था.....
( कॉल पर)
रजनी- कहाँ मर गये थे तुम...
विनोद- क्या...इतनी गुस्सा ....क्या हुआ..???
रजनी- ये बता कि तुझे पता है कि अंकित कहाँ पर है अभी...
विनोद- नही...पर तुम्हे तो पता होगा ना...
रजनी- हाँ...तभी तुम्हे कॉल किया...
विनोद- पर मुझसे क्या मतलब...वो घूम रहा होगा...
रजनी- देख...मैं जानती हूँ...कि तू और बॉस दोनो ही उस पर नज़र रखे हुए हो...तो तुम्हे तो पता होगा ही...
विनोद- क्या बके जा रही हो..काम की बात करो...
रजनी(गुस्से मे)- तो काम की बात सुन और तेरे बॉस को भी बता देना...
विनोद(बीच मे)- हाँ...बता दूँगा...जल्दी बोलो...
रजनी- तो सुन...अपने बॉस को एक बात समझा देना कि अगर अंकित को खरॉच भी आई तो मैं किसी को नही छोड़ूँगी...
विनोद- ये...तुझे क्या हो गया...हमारा मक़सद एक ही है..और तुम ऐसी बात कर रही हो...
रजनी- मेरा मक़सद सिर्फ़ आकाश की बर्बादी है.....
विनोद- तो अंकित भी उसी की पैदाइश है...
रजनी(बीच मे...चिल्लाते हुए)- मुझे कुछ नही सुनना...बस याद रखना...अंकित को कुछ भी हुआ तो तुम सब मरोगे...और ये बात अपने बॉस को भी बोल देना...बाइ...
रजनी ने अपनी बात सॉफ-सॉफ कह कर फ़ोन कट कर दिया....
--------------------------------------
यहाँ एक गाओं मे वसीम और सरद कार से जा रहे है....
कार ड्राइव करते हुए वसीम आजू-बाजू देख रहा था....
आजू-बाजू तो सरद भी देख रहा था...लेकिन वसीम और सरद के देखने मे ज़मीन-आसमान का अंतर था ...
सरद ऐसे देख रहा था जैसे कि उसके लिए ये एक नई जगह थी....
जबकि वसीम के देखने मे एक अपनापन था...जैसे कि वो बरसो से इस जगह को जानता हो....
थोड़ी देर बाद कार एक बड़ी सी हवेली के सामने रुक जाती है....
सरद- वसीम...यहाँ क्यो रुक गये....???
वसीम ने कुछ नही बोला बस एक नज़र सरद को देखा और गाते खोल कर नीचे उतर आया....
रजनी आंटी परेसान हो कर अपने रूम मे घूम रही थी और बार-बार अपना फ़ोन भी चेक कर रही थी...
वो खुद ही नही समझ पा रही थी कि वो किस बात से ज़्यादा परेसान है...
इस बात से कि कही अंकित को उस गाओं से कुछ पता ना चल जाय...या फिर इस बात से की अगर अंकित को सच पता चला तो अंकित की हालत क्या होगी...
( हालाकी रजनी आंटी इस बात से पूरी तरह अंजान थी कि अंकित के पास एक डाइयरी है...जिससे उसे काफ़ी कुछ पता चल गया है....)
तभी रजनी आंटी का फ़ोन बज उठा और कॉल अटेंड करते ही रजनी आंटी सामने वाले पर भड़क उठी....ये विनोद का कॉल था.....
( कॉल पर)
रजनी- कहाँ मर गये थे तुम...
विनोद- क्या...इतनी गुस्सा ....क्या हुआ..???
रजनी- ये बता कि तुझे पता है कि अंकित कहाँ पर है अभी...
विनोद- नही...पर तुम्हे तो पता होगा ना...
रजनी- हाँ...तभी तुम्हे कॉल किया...
विनोद- पर मुझसे क्या मतलब...वो घूम रहा होगा...
रजनी- देख...मैं जानती हूँ...कि तू और बॉस दोनो ही उस पर नज़र रखे हुए हो...तो तुम्हे तो पता होगा ही...
विनोद- क्या बके जा रही हो..काम की बात करो...
रजनी(गुस्से मे)- तो काम की बात सुन और तेरे बॉस को भी बता देना...
विनोद(बीच मे)- हाँ...बता दूँगा...जल्दी बोलो...
रजनी- तो सुन...अपने बॉस को एक बात समझा देना कि अगर अंकित को खरॉच भी आई तो मैं किसी को नही छोड़ूँगी...
विनोद- ये...तुझे क्या हो गया...हमारा मक़सद एक ही है..और तुम ऐसी बात कर रही हो...
रजनी- मेरा मक़सद सिर्फ़ आकाश की बर्बादी है.....
विनोद- तो अंकित भी उसी की पैदाइश है...
रजनी(बीच मे...चिल्लाते हुए)- मुझे कुछ नही सुनना...बस याद रखना...अंकित को कुछ भी हुआ तो तुम सब मरोगे...और ये बात अपने बॉस को भी बोल देना...बाइ...
रजनी ने अपनी बात सॉफ-सॉफ कह कर फ़ोन कट कर दिया....
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यहाँ एक गाओं मे वसीम और सरद कार से जा रहे है....
कार ड्राइव करते हुए वसीम आजू-बाजू देख रहा था....
आजू-बाजू तो सरद भी देख रहा था...लेकिन वसीम और सरद के देखने मे ज़मीन-आसमान का अंतर था ...
सरद ऐसे देख रहा था जैसे कि उसके लिए ये एक नई जगह थी....
जबकि वसीम के देखने मे एक अपनापन था...जैसे कि वो बरसो से इस जगह को जानता हो....
थोड़ी देर बाद कार एक बड़ी सी हवेली के सामने रुक जाती है....
सरद- वसीम...यहाँ क्यो रुक गये....???
वसीम ने कुछ नही बोला बस एक नज़र सरद को देखा और गाते खोल कर नीचे उतर आया....