Incest Kahani पापा की दुलारी जवान बेटियाँ - Page 23 - SexBaba
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Incest Kahani पापा की दुलारी जवान बेटियाँ

अब बंसल ने फिर से उसकी गांड और अपने लंड पर बहुत सारा तेल लगाया और अपना लंड अपने बेटी की मखमल जैसी गांड पर रखकर सेट करके पूछा- बेटी, तुम तैयार हो?
रीना- कब से पापा… मैं तो हमेशा से चाहती थी कि आप मेरी गांड उसी तरह मारें जैसे आप दीदी की मारते हो.
बंसल- ठीक है बेटी फिर… थोड़ा दर्द होगा…
रीना- आप डाल दो पापा… मैं सारे दर्द बर्दाश्त कर लूंगी… अगर मैं रोऊँ भी तो आप रुकना मत… आज फिर से मेरी गांड और चूत को अपने लंड से चोद दो पापा.

बंसल ने अपने दोनों हाथों से रीना की कमर पीछे से पकड़ कर एक जोरदार झटका उसकी गांड पर मारा. उसका लंड चिकनाई की वजह से झट से लगभग आधा रीना की गांड में चला गया. रीना दर्द के मारे बिलबिला उठी, उसकी आंखों से आंसुओं की धारा निकल पड़ी.
पर बंसल अभी रुकने के मूड में नहीं था, उसने एक और झटका मारा और बाप का लंड जड़ तक बेटी की गांड के अंदर चला गया. रीना को और दर्द हुआ और वो रो पड़ी.

पर बंसल तो जैसे निर्दयी हो चुका था, उसने अपना लंड थोड़ा बाहर निकाला और फिर से एक जोरदार झटका दिया. रीना दर्द कर मारे कराहती रही और बंसल झटके पर झटका देता रहा.

जो लोग गांड मार चुके है उनको पता है गांड में लंड डालने पर हर बार लगता है कि गांड कुंवारी है इसीलिए गांड में लंड पेला जाता है तो हर बार उतना ही दर्द होता है।

करीब पांच मिनट के बाद रीना की गांड अब चौड़ी हो चुकी थी और उसका दर्द कम चुका था. अब रीना को अपनी गांड मरवाने में मजा आने लगा और उसका दर्द आनन्द की आहों में परिवर्तित हो गया- आ… ह… आह… पापा…
बंसल झटके मारते हुए- हुम्म्म… हुम्म्म… हुम्म्म…
रीना- मजा आ रहा है पापा… आह… मुझे पता नहीं था कि गांड मरवाने में इतना मजा आता है… आह.

पर बंसल तो जैसे कोई बात सुनने ही नहीं वाला था, वो जोरदार झटके पर झटके रीना की गांड पर तब तक मारता रहा जब तक उसके लंड से वीर्य नहीं निकलने की स्थिति में आ गया. लगभग 15 मिनट तक अपने बेटी की कुंवारी मखमल जैसी कोमल गांड को बड़ी ही निर्दयता के साथ चोदा. चोद कर थकने के बाद जब उसका लंड पानी छोड़ने वाला था तो उसने अपना लंड उसकी गांड से निकाला और रीना को पलट कर सीधा किया और अपना लंड सीधा अपने बेटी के मुँह में जबरदस्ती पेल दिया.
 
रीना को अब अपनी गांड की महक और स्वाद के साथ अपने बाप का लंड का स्वाद आने लगा. थोड़ी ही देर में बंसल के लंड से वीर्य की बाढ़ निकली और रीना का मुँह उससे भर गया.
फिर दोनों बाप बेटी बिस्तर पर फिर से हांफते हुए गिर गए।

इस बार बंसल ने बातचीत शुरू की- बेटी मजा आया… अपनी गांड मरवाकर?
रीना- हाँ पापा… बहुत मजा आया… पर दर्द भी बहुत हुआ.
बंसल- वो तो मैंने पहले ही कहा था… कि दर्द होगा.
रीना- पर पापा… आप पर तो जैसे भूत सवार हो गया था… आपको मेरा दर्द दिखाई ही नहीं दे रहा था.
बंसल- बेटी… पहले बार गांड की चुदाई की वक्त थोड़ा बेरहम होना पड़ता है नहीं तो काम को अंजाम नहीं मिल पाता.
रीना- अच्छा… तो आपको मजा आया पापा… अपनी बेटी की गांड मारकर?
बंसल- हाँ बेटा… बहुत ज्यादा मजा आया… इतना मजा तो किसी की गांड मारकर भी कभी नहीं आया.
रीना- थैंक यू पापा… आई लव यू.

और रीना अपने नंगे बाप से लिपट गयी.

फिर कुछ देर आराम करने के बाद बंसल ने रीना की चूत में अपना लंड पेल दिया और उसे चोदना शुरू किया रीना भी उसका पूरा साथ दे रही थी रात के 12:00 बजे तक बंसल ने रीना को हर संभव पोज में चोदा।

कभी बेड़ पर कभी नीचे कभी दीवार से कभी कुत्तिया बनाकर कभी घोड़ी बनाकर कभी अपने ऊपर अपने लंड पर चढ़ाकर कभी चूत में कभी गांड में कभी मुंह में मतलब हर संभव तरीके से वह अपनी बेटी को चोदता रहा फिर रात के 12:00 बजे दोनों बाप बेटी नंगे ही लिपट के सो गए क्योंकि बंसल को सुबह सुबह अपनी बेटी को बस पकडाने जाना था।
 
रीना को अब अपनी गांड की महक और स्वाद के साथ अपने बाप का लंड का स्वाद आने लगा. थोड़ी ही देर में बंसल के लंड से वीर्य की बाढ़ निकली और रीना का मुँह उससे भर गया.
फिर दोनों बाप बेटी बिस्तर पर फिर से हांफते हुए गिर गए।

इस बार बंसल ने बातचीत शुरू की- बेटी मजा आया… अपनी गांड मरवाकर?
रीना- हाँ पापा… बहुत मजा आया… पर दर्द भी बहुत हुआ.
बंसल- वो तो मैंने पहले ही कहा था… कि दर्द होगा.
रीना- पर पापा… आप पर तो जैसे भूत सवार हो गया था… आपको मेरा दर्द दिखाई ही नहीं दे रहा था.
बंसल- बेटी… पहले बार गांड की चुदाई की वक्त थोड़ा बेरहम होना पड़ता है नहीं तो काम को अंजाम नहीं मिल पाता.
रीना- अच्छा… तो आपको मजा आया पापा… अपनी बेटी की गांड मारकर?
बंसल- हाँ बेटा… बहुत ज्यादा मजा आया… इतना मजा तो किसी की गांड मारकर भी कभी नहीं आया.
रीना- थैंक यू पापा… आई लव यू.

और रीना अपने नंगे बाप से लिपट गयी.

फिर कुछ देर आराम करने के बाद बंसल ने रीना की चूत में अपना लंड पेल दिया और उसे चोदना शुरू किया रीना भी उसका पूरा साथ दे रही थी रात के 12:00 बजे तक बंसल ने रीना को हर संभव पोज में चोदा।

कभी बेड़ पर कभी नीचे कभी दीवार से कभी कुत्तिया बनाकर कभी घोड़ी बनाकर कभी अपने ऊपर अपने लंड पर चढ़ाकर कभी चूत में कभी गांड में कभी मुंह में मतलब हर संभव तरीके से वह अपनी बेटी को चोदता रहा फिर रात के 12:00 बजे दोनों बाप बेटी नंगे ही लिपट के सो गए क्योंकि बंसल को सुबह सुबह अपनी बेटी को बस पकडाने जाना था।
 
उधर होटल में माथुर और गुप्ता ने शालू को रात को भी रोक लिया था क्योंकि उन दोनों की प्यास 3-4 घंटे में पूरी होने वाली नहीं थी। माथुर और गुप्ता ने शालू को बताया कि परसों से उसे कंपनी में मैनेजर की पोस्ट संभाल लेनी हैं।

गुप्ता ने कहा की कल सुबह हमलोग तुम्हे तुम्हारे पापा के होटल छोड़ देंगे और तुम उनको यहां साथ लेकर आना ताकि अपने फ्लैट पर तुम सभी जरूरी सामान खरीद सको कल दिन भर में तुम्हारी सभी सेटिंग हो जाएगी तो तुम परसों से कंपनी ज्वाइन कर लोगी।

तब तुम्हारे पापा परसों सुबह लौट जाएंगे यहीं से ऑफिस के लिए हम लोग कल सुबह ही तुमको तुम्हारे पापा के होटल छोड़ देंगे।हम लोग खाने का ऑर्डर दे रहे हैं कुछ देर के बाद खाना आ जाएगा तब तक तुम अपने पापा से बात कर लो ।

खाना खाने के बाद वह दोनों शालू को लेकर बेड पर आ गए फिर दोनों ने शालू को पूरी तरह से नंगा कर दिया और खुद भी नंगे हो गए फिर तो उन दोनों ने शालू की इतनी चुदाई की की शालू की चूत और गाँड दोनों की हालत खराब हो गई।

दोनों ने एक साथ शालू से अपना लंड चूसवाया। शालू को जब चोदना शुरू किया एक का लंड शालू की चूत में और एक का लंड गांड में रहता था । बदल बदल कर उन्होने शालू को हर जगह चोदा कभी बेड पर कभी नीचे कभी कुतिया बनाकर अभी घोड़ी बनाकर कभी दोनों एक साथ।

एक बार तो दोनों ने एक साथ अपना लंड शालू की गांड में घुसा दिया था शालू दर्द से चिल्ला उठी थी लेकिन शालू भी किसी रंडी से कम नहीं थी वह भी दोनों को हर धक्के का जवाब दे रही थी। वो दोनों शालू को रात के 12 बजे तक किसी रंडी की तरह चोदते रहे क्योंकि शालु जैसी गरम लड़की उन दोनों को अपनी जिंदगी में नहीं मिली थी।

रात 12 बजे तक चुदाई से थक कर तीनों सो गए।
 
सुबह-सुबह रीना ने उठकर अपने पापा को उठा दिया दोनों जल्दी जल्दी तैयार हो गए फिर बंसल ने रीना को जी भरकर प्यार किया। फिर बंसल ने रीना को ले जाकर उसे घर के लिए बस पकड़ा दिया । 

जब बस वहां से रवाना हो गए तब बंसल जल्दी से होटल आ गया क्योंकि शालू कभी भी वहां आ सकती थी । आधा घंटा बाद शालू भी आ गई ।

शालू -पापा मैं अपना सारा सामान पैक कर ली हूं अब हम लोग चलते हैं वहां पहुंचकर फिर हमें सभी जरूरी सामान खरीदने हैं फिर फ़्लैट को सजाकर हम लोग आराम करेंगे।

बंसल- ठीक है बेटी जल्दी करो बहुत सारा काम है हम लोग जल्दी ही निकलते हैं।

फिर दोनों बाप बेटी समान लेकर होटल से बाहर आ जाते हैं और गाड़ी से नोएडा शालू के फ्लैट पर पहुंचते हैं फ्लैट बहुत ही अच्छी जगह पर था अभी उधर नई नई कोठियां और फ्लैट बने हुए थे।

बंसल और शालू सामान का लिस्ट तैयार करते हैं फिर वह शॉपिंग के लिए जाते हैं 3 घंटे की शॉपिंग के बाद सारा सामान अपनी गाड़ी में रख जाते हैं और फिर अपने फ्लैट में आ जाते हैं।

दिन भर के भागदौड़ से दोनों थक गए हैं फिर दोनों आराम करते हैं अब शाम हो चुकी है शालु किचन में खाना बनाती है दोनों बाप बेटी मिलकर खाना खाते हैं फिर टीवी देखने लगते हैं।

कुछ देर के बाद शालू आकर अपने पापा की गोद में बैठ जाती है और बंसल शालू की चूचियों को मसलते हुए कहता है ।

बंसल- शालू बेटी अब तो तुम भी मुझसे दूर हो गई हो अब तो फिर मुझे अकेले ही रहना पड़ेगा ।

शालु- नहीं पापा हर शनिवार को आप मेरे पास या मैं आपके पास आ जाया करूंगी और दो दिनों तक खूब मस्ती करेंगे आइए बेड पर चलिए मैं अभी आपकी सारी थकान उतार देती हूँ।
 
फिर दोनों बाप बेटी जमकर चुदाई करते हैं।बंसल चुदाई के सभी तरीके शालू पर इस्तेमाल कर लेता है।दोनों एक सप्ताह की चुदाई एक ही रात में पूरी कर लेना चाहते है। बंसल ने रात भर में शालू की दो बार गांड मारा और दो बार चूत।शालू अपने पापा का लंड चूस चूस कर उसका बहुत सारा जूस पी जाती है हर बार चुदाई के बाद में वह अपने पापा का जूस चाट चाट कर पी जाती है शालू को अपने पापा का लंड का जूस बहुत पसंद आता है वह अपने पापा को कहती है की हर शनिवार को शाम को आप आ जाना फिर शनिवार की रात को और संडे को पूरा दिन और पूरी रात हम लोग जमकर चुदाई करेंगे।


इधर रीना घर पहुंचती है और अपनी मां को लेकर डॉक्टर के पास जाती है। डॉक्टर दवाई दे देता है शाम तक उसकी मां ठीक हो जाती है ।

रीना के मेडिकल का एक्जाम की डेट घोषित होता है वह मेडिकल की तैयारी में बिजी हो जाती है । इसलिए वह दिल्ली नहीं जा पाती है फिर वह एग्जाम देती है जिसमें वह पास हो जाती है फिर अपने पापा से पैसे लेकर वह अपना क्लीनिक खोल लेती है जो अच्छा चलने लगता है।जब कभी भी मौका मिलता है रीना अपने पापा से चुदाई करती है।

अब बंसल की दोनों बेटियां सफल हो चुकी है उसका भी प्रमोशन हो चुका है और उसे भी फ्लैट मिल चुका है।
सभी हँसी खुसी ज़िन्दगी बिताने लगते है।


समाप्त
 
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