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- Dec 5, 2013
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नेहा- एक रूपये भी है क्या जेब में?
राज- तू किसलिए है। तू मेरी गर्लफ्रेंड है ना... तू ही पैसे दे दे।
नेहा चुप रहती है। राज कार चलता हुआ रोड साइड फर एक चाटवाले के पास रोकता है।
नेहा कार इधर रुकी हुई देखकर- "यहां क्यों कार रोकी?"
राज- चल चाट खाते हैं मेरी जान।
नेहा- मुझे नहीं खानी समझे तुम।
राज- ऐसा क्यों बोल रही है? कुछ तो रहम कर अपने इस डे बायफ्रेंड पर मेरी जान।
नेहा- मुझे नहीं खानी।
राज- एक बार मेहरबानी कर दे, सिर्फ एक बार।
नेहा मन में- "इतना बोल रहा है कमीना। चलकर खा लेती हैं। एक बार खाने में कोई प्रोबलम नहीं हैं। अपने सो काला बायफ्रेंड के साथ..."
इसी के साथ नेहा के चेहरे पर एक शरारती स्माइल फैल जाती है। राज उत्तर चुका था। नेहा भी अब दरवाजा खोलकर उतर जाती है। नेहा की खूबसूरती वहीं खड़े कुछ लो-क्लास लोग देखकर हयान रह जाते हैं। गोरा बदन, खूबसूरत जुल्फे, सब कुछ बस लाजवाब। राज आगे जाता है।
राज- ये चाटवाला दो पानी-पूरी बना।
चाटवाला नेहा को देख रहा था। चाटवाला धीरे से- "साहब कौन है ये?"
राज- मेरी गर्लफ्रेंड है।
चाटवाला ये सुनकर चकित रह जाता है की इतनी खूबसूरत औरत इतने गंदे बूदें की गर्लफ्रेंड। चाटवाला हैरानी से नेहा को देखने लगता हैं। गर्लफ्रेंड वाली बात नेहा ने भी सुनी थी। नेहा को गुस्सा आ रहा था की राज सबसे बोलते फिर रहा था की वो उसकी गर्लफ्रेंड है।
चाटवाला दो पानी-पटी बनाकर देता है। राज और नेहा खाने लगते हैं। नेहा को भी खट्टा अच्छा लगता था। वो भी मजे से खाने लगती है पानी-पी। वो जल्दी से खतम कर देती हैं।
राज- अरे एक और बनाना।
नेहा कुछ नहीं बोलती। चाटवाला बनाकर दे देता है। नेहा फिर से खाने लगती है।
नेहा इस बार राज के नजदीक जाकर- "राज तुम ये क्या कर रहे हो?"
राज- क्या कर रहा हूँ?
नेहा- गर्लफ्रेंड वाली बात तुमने उसको क्यों बताई?
राज- अब तू गर्लफ्रेंड है तो बताई।
नेहा उसको घूरने लगती है। वो साथ में खा भी रही थी। वहीं खड़े लोग नेहा को राज के इतना करीब देखकर हैरान रह जाते हैं। उनकी तो लगा था की राज ड्राइवर ही होगा, और जरर नेहा उसकी मालोकन। लेकिन नेहा को राज के इतना करीब देखकर सब लोग बिलकुल हरान थे। खाने के बाद हा कार की तरफ जाने लगती है।
तभी राज- "जानेमन पैसे दे दे..."
नेहा रुक कर पीछे गुस्से से राज को देखती है। क्योंकी राज ने फिर से उसे लोगों के सामने जानेमन बोला था। नेहा अपने पर्स में से 500 रुपये निकालकर राज को दे देती है। राज उसको अपने गंदे दाँत दिखाते हुए स्माइल करता है। नेहा कार में जाकर बैठ जाती है। राज चाटवाले को अपनी जेब से 50 रुपये देता है, और नेहा को दिए हुए 500 रूपये खुद रख लेता है।
चाटवाला- साहब छुट्टा तो नहीं है। 10 रूपये रह गये।
राज- " रख ले रख ले। मेरी तरफ से टिप समझ... और उसकी तरफ आँख मारता है।
राज फिर कार में जाकर कार दौड़ा देता है। वहीं खड़े लोग सब चकित थे। वहाँ खड़े लोग बातें कर रहे थे।
"यार ये माल उस बटे के हाथ कैसे लगी होगी?"
" हाई यार, साली बड़े घर की लग रही है। लेकिन उस आदमी के साथ कैसे?" ऐसी ही बातें होती हैं।
इधर कार में नेहा- "तुम पागल हो क्या? उधर क्यों बोल रहे थे की मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड हूँ कहकर..
राज- जानेमन लोगों को भी पता चलना चाहिए ना की हम दोनों बायफ्रेंड-गर्लफ्रेंड हैं।
नेहा उसे घूरते हुए- "देखो तुम हद से ज्यादा बढ़ रहे हो। मैं कोई तुम्हारी गर्लफ्रेंड नहीं हूँ समझे?"
राज- मेरी जान तू मान या ना मान... तू है मेरी और सिर्फ मेरी।
नेहा को समझ में नहीं आ रहा था की वो क्या बोले? क्योंकी ये बूढ़ा उसको अपनी बनाने पर तुला हुआ था। नेहा चुप करके बैठ जाती है।
राज- मेरी जान आगे आकर बैठना।
नेहा- क्या?
राज- बैठ जा... मजा आएगा।
नेहा- किसको?
राज हँसकर- "दोनों को..."
नेहा के चेहरे पर भी स्माइल आ जाती हैं।
राज कार रोकता है, और कहता हैं- "चल आ जा आगे..."
नेहा- मैं नहीं आने वाली।
राज- अरे आ ना.. कुछ नहीं होता।
नेहा- मुझे पता है कुछ ना कुछ गलत हरकत करोगे तुम।
राज- अब करने के लिए बचा क्या है मेरी बलबल? सब कुछ तो कर लिया तेरे साथ।
नेहा शर्म से लाल हो जाती है, और कहती है- "रहो बदमाश कहीं के...."
राज- आ ना आगे।
नेहा- नहीं।
राज- ठीक है तो फिर कार भी नहीं चलाऊँगा।
नेहा- क्या? कमीले चुपचाप कार चलाओ। मुझे घर पहुँचना है।
राज- तू आगे बैठ फिर मैं चलता है।
नेहा- क्या पागलपन है ये? प्लीज... कार चलाओ।
राज. तू बैठ रही है या नहीं?
नेहा मज़बर थी- "ठीक है.." और नेहा दरवाजा खोलकर बाहर आती हैं फिर आगे आकर बैठ जाती है। बैठते हुए वो एक बार राज को गुस्से में देखती है।
राज- ये हुई ना बात।
नेहा- चुप रहो। देखो राज ये सब ज्यादा हो रहा है।
राज- क्या ज्यादा हो रहा है मेरी जान?
नेहा चुप रह जाती है।
राज अब कार चलाने लगता है। गियर चेंज करते हुए वो नेहा के हाथ से हाथ लगा रहा था। दोनों के हाथ बार बार टच हो रहे थे।
राज. जानेमन, तुझे देखकर मुझसे रहा नहीं जा रहा। एक बार हिला दे ना।
नेहा- क्या? बिल्कुल नहीं। तुम सच में पागल हो। तुमने मुझे समझ क्या रखा है? मत भूलो तुम ड्राइवर हो।
राज- ड्राइवर हूँ साथ में तेरा बायफ्रेंड भी तो हूँ। कर देना।
नेहा- मैंने कहा ना। नहीं।
राज- तू किसलिए है। तू मेरी गर्लफ्रेंड है ना... तू ही पैसे दे दे।
नेहा चुप रहती है। राज कार चलता हुआ रोड साइड फर एक चाटवाले के पास रोकता है।
नेहा कार इधर रुकी हुई देखकर- "यहां क्यों कार रोकी?"
राज- चल चाट खाते हैं मेरी जान।
नेहा- मुझे नहीं खानी समझे तुम।
राज- ऐसा क्यों बोल रही है? कुछ तो रहम कर अपने इस डे बायफ्रेंड पर मेरी जान।
नेहा- मुझे नहीं खानी।
राज- एक बार मेहरबानी कर दे, सिर्फ एक बार।
नेहा मन में- "इतना बोल रहा है कमीना। चलकर खा लेती हैं। एक बार खाने में कोई प्रोबलम नहीं हैं। अपने सो काला बायफ्रेंड के साथ..."
इसी के साथ नेहा के चेहरे पर एक शरारती स्माइल फैल जाती है। राज उत्तर चुका था। नेहा भी अब दरवाजा खोलकर उतर जाती है। नेहा की खूबसूरती वहीं खड़े कुछ लो-क्लास लोग देखकर हयान रह जाते हैं। गोरा बदन, खूबसूरत जुल्फे, सब कुछ बस लाजवाब। राज आगे जाता है।
राज- ये चाटवाला दो पानी-पूरी बना।
चाटवाला नेहा को देख रहा था। चाटवाला धीरे से- "साहब कौन है ये?"
राज- मेरी गर्लफ्रेंड है।
चाटवाला ये सुनकर चकित रह जाता है की इतनी खूबसूरत औरत इतने गंदे बूदें की गर्लफ्रेंड। चाटवाला हैरानी से नेहा को देखने लगता हैं। गर्लफ्रेंड वाली बात नेहा ने भी सुनी थी। नेहा को गुस्सा आ रहा था की राज सबसे बोलते फिर रहा था की वो उसकी गर्लफ्रेंड है।
चाटवाला दो पानी-पटी बनाकर देता है। राज और नेहा खाने लगते हैं। नेहा को भी खट्टा अच्छा लगता था। वो भी मजे से खाने लगती है पानी-पी। वो जल्दी से खतम कर देती हैं।
राज- अरे एक और बनाना।
नेहा कुछ नहीं बोलती। चाटवाला बनाकर दे देता है। नेहा फिर से खाने लगती है।
नेहा इस बार राज के नजदीक जाकर- "राज तुम ये क्या कर रहे हो?"
राज- क्या कर रहा हूँ?
नेहा- गर्लफ्रेंड वाली बात तुमने उसको क्यों बताई?
राज- अब तू गर्लफ्रेंड है तो बताई।
नेहा उसको घूरने लगती है। वो साथ में खा भी रही थी। वहीं खड़े लोग नेहा को राज के इतना करीब देखकर हैरान रह जाते हैं। उनकी तो लगा था की राज ड्राइवर ही होगा, और जरर नेहा उसकी मालोकन। लेकिन नेहा को राज के इतना करीब देखकर सब लोग बिलकुल हरान थे। खाने के बाद हा कार की तरफ जाने लगती है।
तभी राज- "जानेमन पैसे दे दे..."
नेहा रुक कर पीछे गुस्से से राज को देखती है। क्योंकी राज ने फिर से उसे लोगों के सामने जानेमन बोला था। नेहा अपने पर्स में से 500 रुपये निकालकर राज को दे देती है। राज उसको अपने गंदे दाँत दिखाते हुए स्माइल करता है। नेहा कार में जाकर बैठ जाती है। राज चाटवाले को अपनी जेब से 50 रुपये देता है, और नेहा को दिए हुए 500 रूपये खुद रख लेता है।
चाटवाला- साहब छुट्टा तो नहीं है। 10 रूपये रह गये।
राज- " रख ले रख ले। मेरी तरफ से टिप समझ... और उसकी तरफ आँख मारता है।
राज फिर कार में जाकर कार दौड़ा देता है। वहीं खड़े लोग सब चकित थे। वहाँ खड़े लोग बातें कर रहे थे।
"यार ये माल उस बटे के हाथ कैसे लगी होगी?"
" हाई यार, साली बड़े घर की लग रही है। लेकिन उस आदमी के साथ कैसे?" ऐसी ही बातें होती हैं।
इधर कार में नेहा- "तुम पागल हो क्या? उधर क्यों बोल रहे थे की मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड हूँ कहकर..
राज- जानेमन लोगों को भी पता चलना चाहिए ना की हम दोनों बायफ्रेंड-गर्लफ्रेंड हैं।
नेहा उसे घूरते हुए- "देखो तुम हद से ज्यादा बढ़ रहे हो। मैं कोई तुम्हारी गर्लफ्रेंड नहीं हूँ समझे?"
राज- मेरी जान तू मान या ना मान... तू है मेरी और सिर्फ मेरी।
नेहा को समझ में नहीं आ रहा था की वो क्या बोले? क्योंकी ये बूढ़ा उसको अपनी बनाने पर तुला हुआ था। नेहा चुप करके बैठ जाती है।
राज- मेरी जान आगे आकर बैठना।
नेहा- क्या?
राज- बैठ जा... मजा आएगा।
नेहा- किसको?
राज हँसकर- "दोनों को..."
नेहा के चेहरे पर भी स्माइल आ जाती हैं।
राज कार रोकता है, और कहता हैं- "चल आ जा आगे..."
नेहा- मैं नहीं आने वाली।
राज- अरे आ ना.. कुछ नहीं होता।
नेहा- मुझे पता है कुछ ना कुछ गलत हरकत करोगे तुम।
राज- अब करने के लिए बचा क्या है मेरी बलबल? सब कुछ तो कर लिया तेरे साथ।
नेहा शर्म से लाल हो जाती है, और कहती है- "रहो बदमाश कहीं के...."
राज- आ ना आगे।
नेहा- नहीं।
राज- ठीक है तो फिर कार भी नहीं चलाऊँगा।
नेहा- क्या? कमीले चुपचाप कार चलाओ। मुझे घर पहुँचना है।
राज- तू आगे बैठ फिर मैं चलता है।
नेहा- क्या पागलपन है ये? प्लीज... कार चलाओ।
राज. तू बैठ रही है या नहीं?
नेहा मज़बर थी- "ठीक है.." और नेहा दरवाजा खोलकर बाहर आती हैं फिर आगे आकर बैठ जाती है। बैठते हुए वो एक बार राज को गुस्से में देखती है।
राज- ये हुई ना बात।
नेहा- चुप रहो। देखो राज ये सब ज्यादा हो रहा है।
राज- क्या ज्यादा हो रहा है मेरी जान?
नेहा चुप रह जाती है।
राज अब कार चलाने लगता है। गियर चेंज करते हुए वो नेहा के हाथ से हाथ लगा रहा था। दोनों के हाथ बार बार टच हो रहे थे।
राज. जानेमन, तुझे देखकर मुझसे रहा नहीं जा रहा। एक बार हिला दे ना।
नेहा- क्या? बिल्कुल नहीं। तुम सच में पागल हो। तुमने मुझे समझ क्या रखा है? मत भूलो तुम ड्राइवर हो।
राज- ड्राइवर हूँ साथ में तेरा बायफ्रेंड भी तो हूँ। कर देना।
नेहा- मैंने कहा ना। नहीं।