hotaks444
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[size=large][size=large]मगर राज अभी भी लगा हुआ है…. वो अपनी आंटी की चूत में तेजी से अपना लंड अंदर बाहर कर रहा है…
रजनी अपना हाथ बढ़ा के अपने भतीजे को सहलाने लगती है… उसने ये महसूस किया की उसके भतीजे का लंड उसकी चूत में पूरी तरह अंदर तक घुसाने के बाद भी…. करीब 1.5 इंच बाहर है….
धीरे धीरे मस्ती में उसकी सिसकारी तेज होने लगी…
आआआअहह… म्म्म्ममम…. ऊऊऊओह…. खूब जम के चोदोऊ… आज फाड़ दो मेरी चूत को…. आआआअहह…ज़ाआआन्णन्न्…. मैं गई…. ऊऊऊओह…. आआआअहह…
वो रह रह के बार बार झड़ने लगी…
वो अब तक 5 बार झड़ चुकी थी…. लेकिन उसका भतीजा एक बार भी नहीं झड़ा था….
राज अब पूरे जोश में आकर अपनी आंटी को जम के चोदने लगा… उसका लंड अब उसकी आंटी की बच्चेदानी में घुसने लगा…
अपने भतीजे के लंड को अपनी बच्चेदानी में घुसते हुए महसूस कर के…. रजनी मस्ती के सातवें आसमान में पहुँच गई….
उसने अपनी टाँगों को अपने भतीजे की कमर पे कस के लपेट लिया…
आंटी बेटा दोनों मस्ती में सिसकारी लेते हुए चुदाई में एक दूसरे का साथ देने लगे… फिर करीब 2 मिनट के अंदर ही रजनी एक बार फिर से झड़ने लगी… ये उसकी जिंदगी का सब से इनटेन्स ऑर्गॅज़म था….
रजनी : “ओह…गॉड!!!!!”
राज अपनी आंटी को मस्ती में झड़ते हुए देख कर और ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा… उसका लंड अब राजधानी की रफ़्तार पार कर चुका था…. उसका लंड आंटी की बच्चेदानी में जा रहा था…. और उसके आंड उसकी आंटी की गांड के छेद से टकरा रहे थे…. वो अब और ज्यादा देर तक खुद को रोक नहीं पाया और अपनी सपनों की रानी की चूत में झड़ने लगा… उसके वीर्य की पिचकारी उसकी आंटी की चूत में गिरने लगी… वो करीब 2 मिनट तक अपनी आंटी की चूत के अंदर बच्चेदानी में झड़ता रहा… उसकी आंटी मस्ती में आकर उसके होठों को चूसने लगी…..
फिर कुछ देर बाद राज अपनी आंटी की बगल में लेट गया…
रजनी ने फौरन अपने चूतड़ के नीचे एक तकिया डाल लिया… ताकि उसके भतीजे का वीर्य उसकी चूत से बाहर ना निकले…
दोनों बेड पे मस्ती में एक दम चुप चाप पड़े अपनी तेज सांसों को काबू करने की कोशिश कर रहे थे…
राज : आंटी तुम ये क्या कर रही हो…?
रजनी : जानूं मैं अपनी गांड ऊपर कर रही हूँ ताकि तुम्हारा वीर्य मेरी बच्चेदानी में ही रहे…
राज : “आंटी आर यू ओके?
रजनी : “ओके? तुम तो…. तुम ने तो मेरी जबरदस्त चुदाई की… हमारी ये चुदाई मेरी जिंदगी की बेस्ट चुदाई थी… इसे मैं मरते दम तक नहीं भूल सकती… चुदाई में मुझे इतना मजा आज तक कभी नहीं आया…
राज : आंटी वो जो तुम चिल्ला रही थी… मुझे लगा की शायद मैं तुम्हें तकलीफ दे रहा हूँ…
रजनी : नहीं जान…. तुम मुझे कोई तकलीफ नहीं पहुंचा रहे थे… बल्कि तुम तो मुझे मेरी जिंदगी का सबसे हसीन मजा दे रहे थे…
राज : लेकिन आंटी वो दर्द भरी चीखें…?
रजनी : वो दर्द भरी चीखें नहीं थी… वो तो मस्ती भरी सिसकारी थी…
राज : “मतलब…?”
रजनी : “वेल, बहुत सारी औरतें मस्ती में झड़ते वक्त ज़ोर ज़ोर से सिसकारी लेती हैं… ये वो ही सिसकारी थी मेरे जानूं… तुम्हारी आंटी को उस वक्त बहुत मजा आ रहा था…
राज : मैं तो ये चाहता हूँ की तुम्हें जिंदगी का सबसे हसीन मजा हमेशा मिलता रहे…
रजनी अपने भतीजे की बात सुन के शर्मा जाती है…
रजनी : मुझे पता है मेरी जान… लेकिन मजे के लिए तो सारी जिंदगी पड़ी है… अभी हम को ये नहीं भूल नहीं चाहिए की हम अभी जो कर रहे हैं वो मजे के लिए नहीं कर रहे हैं.. वो हम बच्चा पैदा करने के लिए कर रहे हैं… अभी हमारा मकसद है चुदाई करके लड़का या लड़की पैदा करना.. ओके…?
राज : “ओके… आंटी…” जैसा तुम कहो…
रजनी : मैं अभी कुछ देर आराम करूँगी.. तुम जा के फ्रेश हो जाओ…
राज : ठीक है आंटी…
ये कह के राज अपने रूम में चला जाता है.
राज उठा और अपने बाथरूम में जा के नहाने लगा… कुछ देर बाद रजनी अपने बेड से उठी और टॉयलेट में जा के पेशाब करने लगी…
फिर उसने शवर चालू किया और नहाने लगी… नहाने के बाद उसने अपने भतीजे को आवाज़ दी…
रजनी : राज मेरे रूम में आना जान…
राज फौरन अपनी आंटी के बेडरूम में चला गया…
रूम में जाते ही उसका लंड खड़ा हो के उछलने लगा… सामने का नज़ारा था ही इतना दिलकश और सेक्सी… उसकी बेहद सेक्सी आंटी मिरर के सामने केवल ब्रा और पैंटी में खड़ी है…
पैंटी पीछे चूतड़ की तरफ से पूरी खुली हुई है…
उसकी आंटी के बेहद हसीन चूतड़ साफ नज़र आ रहे हैं… और ब्रा में कैद चूची तो कयामत ढा रही है… इस वक्त उसकी आंटी एक सेक्स गोडएसस से कम नहीं लग रही है…
रजनी : “क्या मेरा शेर रेडी है 2 राउंड
के लिए…?”
राज : “शौक से….” मैं तो 2-3-4-5 हर राउंड के लिए पूरी तरह से रेडी हूँ….
ये कह के उसने फौरन अपना ट्रॅक उतारा और अपनी आंटी के बेड पे लेट गया…
अपने भतीजे के उतावलेपन को देख के रजनी हँसने लगी…
और उसने प्यार से अपने भतीजे से कहा…
रजनी : “यू’ आर सो क्यूट.”
ये कह के रजनी अपनी सेक्सी चूची हिलाती हुई आई और अपने बेड पे बैठ गई… उसके निप्पल कड़क हो तन गये और ब्रा के ऊपर से नज़र आने लगे…
रजनी : कैसी लग रही हूँ मैं…?
राज : कयामत….
फिर रजनी ने अपनी ब्रा पैंटी निकाल के अपने भतीजे की आँखों में झांकते हुए पूछा…
रजनी : और… अब….?
राज : जन्नत…
फिर रजनी मुस्करा के बेड पे लेट गई…
रजनी : “शुरू करे…..?”
राज : हाँ…
फिर अपनी आंटी का इशारा पा के राज अपनी आंटी के ऊपर आ गया और आंटी के होठों को चूमते हुए उसकी चूची दबाने लगा… रजनी मस्ती में सिसक उठी… और अपने भतीजे का लंड पकड़ के मसलने लगी…
आआआअहह…. म्म्म्ममम…
राज अपनी आंटी की एक चूची को अपने हाथों से मसलते हुए दूसरी चूची के निप्पल को अपने मुंह में लेकर चूसने लगा.. रजनी मस्ती में पागल होने लगी.. वो मस्ती में आ के अपने भतीजे लंड को अपने हाथ से पकड़ के अपनी चूत पे रगड़ने लगी..
उसकी चूत रस छोड़ने लगी.. उसके भतीजे का लंड उसकी चूत के होठों के बीच में फिसलता हुआ बार बार चूत के छेद में जाने लगा.. जैसे ही राज का लंड अपनी आंटी की चूत के छेद से टकराया राज ने अपनी आंटी की चूची दबाते हुए एक ज़ोर का धक्का आंटी की चूत में लगा दिया..
राज का लंड आंटी की टाइट चूत को फैलाते हुए 4 इंच तक अंदर घुस गया..
रजनी मस्ती में सिसक उठी.. आआआअहह.. म्म्म्ममम..[/size][/size]
रजनी अपना हाथ बढ़ा के अपने भतीजे को सहलाने लगती है… उसने ये महसूस किया की उसके भतीजे का लंड उसकी चूत में पूरी तरह अंदर तक घुसाने के बाद भी…. करीब 1.5 इंच बाहर है….
धीरे धीरे मस्ती में उसकी सिसकारी तेज होने लगी…
आआआअहह… म्म्म्ममम…. ऊऊऊओह…. खूब जम के चोदोऊ… आज फाड़ दो मेरी चूत को…. आआआअहह…ज़ाआआन्णन्न्…. मैं गई…. ऊऊऊओह…. आआआअहह…
वो रह रह के बार बार झड़ने लगी…
वो अब तक 5 बार झड़ चुकी थी…. लेकिन उसका भतीजा एक बार भी नहीं झड़ा था….
राज अब पूरे जोश में आकर अपनी आंटी को जम के चोदने लगा… उसका लंड अब उसकी आंटी की बच्चेदानी में घुसने लगा…
अपने भतीजे के लंड को अपनी बच्चेदानी में घुसते हुए महसूस कर के…. रजनी मस्ती के सातवें आसमान में पहुँच गई….
उसने अपनी टाँगों को अपने भतीजे की कमर पे कस के लपेट लिया…
आंटी बेटा दोनों मस्ती में सिसकारी लेते हुए चुदाई में एक दूसरे का साथ देने लगे… फिर करीब 2 मिनट के अंदर ही रजनी एक बार फिर से झड़ने लगी… ये उसकी जिंदगी का सब से इनटेन्स ऑर्गॅज़म था….
रजनी : “ओह…गॉड!!!!!”
राज अपनी आंटी को मस्ती में झड़ते हुए देख कर और ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा… उसका लंड अब राजधानी की रफ़्तार पार कर चुका था…. उसका लंड आंटी की बच्चेदानी में जा रहा था…. और उसके आंड उसकी आंटी की गांड के छेद से टकरा रहे थे…. वो अब और ज्यादा देर तक खुद को रोक नहीं पाया और अपनी सपनों की रानी की चूत में झड़ने लगा… उसके वीर्य की पिचकारी उसकी आंटी की चूत में गिरने लगी… वो करीब 2 मिनट तक अपनी आंटी की चूत के अंदर बच्चेदानी में झड़ता रहा… उसकी आंटी मस्ती में आकर उसके होठों को चूसने लगी…..
फिर कुछ देर बाद राज अपनी आंटी की बगल में लेट गया…
रजनी ने फौरन अपने चूतड़ के नीचे एक तकिया डाल लिया… ताकि उसके भतीजे का वीर्य उसकी चूत से बाहर ना निकले…
दोनों बेड पे मस्ती में एक दम चुप चाप पड़े अपनी तेज सांसों को काबू करने की कोशिश कर रहे थे…
राज : आंटी तुम ये क्या कर रही हो…?
रजनी : जानूं मैं अपनी गांड ऊपर कर रही हूँ ताकि तुम्हारा वीर्य मेरी बच्चेदानी में ही रहे…
राज : “आंटी आर यू ओके?
रजनी : “ओके? तुम तो…. तुम ने तो मेरी जबरदस्त चुदाई की… हमारी ये चुदाई मेरी जिंदगी की बेस्ट चुदाई थी… इसे मैं मरते दम तक नहीं भूल सकती… चुदाई में मुझे इतना मजा आज तक कभी नहीं आया…
राज : आंटी वो जो तुम चिल्ला रही थी… मुझे लगा की शायद मैं तुम्हें तकलीफ दे रहा हूँ…
रजनी : नहीं जान…. तुम मुझे कोई तकलीफ नहीं पहुंचा रहे थे… बल्कि तुम तो मुझे मेरी जिंदगी का सबसे हसीन मजा दे रहे थे…
राज : लेकिन आंटी वो दर्द भरी चीखें…?
रजनी : वो दर्द भरी चीखें नहीं थी… वो तो मस्ती भरी सिसकारी थी…
राज : “मतलब…?”
रजनी : “वेल, बहुत सारी औरतें मस्ती में झड़ते वक्त ज़ोर ज़ोर से सिसकारी लेती हैं… ये वो ही सिसकारी थी मेरे जानूं… तुम्हारी आंटी को उस वक्त बहुत मजा आ रहा था…
राज : मैं तो ये चाहता हूँ की तुम्हें जिंदगी का सबसे हसीन मजा हमेशा मिलता रहे…
रजनी अपने भतीजे की बात सुन के शर्मा जाती है…
रजनी : मुझे पता है मेरी जान… लेकिन मजे के लिए तो सारी जिंदगी पड़ी है… अभी हम को ये नहीं भूल नहीं चाहिए की हम अभी जो कर रहे हैं वो मजे के लिए नहीं कर रहे हैं.. वो हम बच्चा पैदा करने के लिए कर रहे हैं… अभी हमारा मकसद है चुदाई करके लड़का या लड़की पैदा करना.. ओके…?
राज : “ओके… आंटी…” जैसा तुम कहो…
रजनी : मैं अभी कुछ देर आराम करूँगी.. तुम जा के फ्रेश हो जाओ…
राज : ठीक है आंटी…
ये कह के राज अपने रूम में चला जाता है.
राज उठा और अपने बाथरूम में जा के नहाने लगा… कुछ देर बाद रजनी अपने बेड से उठी और टॉयलेट में जा के पेशाब करने लगी…
फिर उसने शवर चालू किया और नहाने लगी… नहाने के बाद उसने अपने भतीजे को आवाज़ दी…
रजनी : राज मेरे रूम में आना जान…
राज फौरन अपनी आंटी के बेडरूम में चला गया…
रूम में जाते ही उसका लंड खड़ा हो के उछलने लगा… सामने का नज़ारा था ही इतना दिलकश और सेक्सी… उसकी बेहद सेक्सी आंटी मिरर के सामने केवल ब्रा और पैंटी में खड़ी है…
पैंटी पीछे चूतड़ की तरफ से पूरी खुली हुई है…
उसकी आंटी के बेहद हसीन चूतड़ साफ नज़र आ रहे हैं… और ब्रा में कैद चूची तो कयामत ढा रही है… इस वक्त उसकी आंटी एक सेक्स गोडएसस से कम नहीं लग रही है…
रजनी : “क्या मेरा शेर रेडी है 2 राउंड
के लिए…?”
राज : “शौक से….” मैं तो 2-3-4-5 हर राउंड के लिए पूरी तरह से रेडी हूँ….
ये कह के उसने फौरन अपना ट्रॅक उतारा और अपनी आंटी के बेड पे लेट गया…
अपने भतीजे के उतावलेपन को देख के रजनी हँसने लगी…
और उसने प्यार से अपने भतीजे से कहा…
रजनी : “यू’ आर सो क्यूट.”
ये कह के रजनी अपनी सेक्सी चूची हिलाती हुई आई और अपने बेड पे बैठ गई… उसके निप्पल कड़क हो तन गये और ब्रा के ऊपर से नज़र आने लगे…
रजनी : कैसी लग रही हूँ मैं…?
राज : कयामत….
फिर रजनी ने अपनी ब्रा पैंटी निकाल के अपने भतीजे की आँखों में झांकते हुए पूछा…
रजनी : और… अब….?
राज : जन्नत…
फिर रजनी मुस्करा के बेड पे लेट गई…
रजनी : “शुरू करे…..?”
राज : हाँ…
फिर अपनी आंटी का इशारा पा के राज अपनी आंटी के ऊपर आ गया और आंटी के होठों को चूमते हुए उसकी चूची दबाने लगा… रजनी मस्ती में सिसक उठी… और अपने भतीजे का लंड पकड़ के मसलने लगी…
आआआअहह…. म्म्म्ममम…
राज अपनी आंटी की एक चूची को अपने हाथों से मसलते हुए दूसरी चूची के निप्पल को अपने मुंह में लेकर चूसने लगा.. रजनी मस्ती में पागल होने लगी.. वो मस्ती में आ के अपने भतीजे लंड को अपने हाथ से पकड़ के अपनी चूत पे रगड़ने लगी..
उसकी चूत रस छोड़ने लगी.. उसके भतीजे का लंड उसकी चूत के होठों के बीच में फिसलता हुआ बार बार चूत के छेद में जाने लगा.. जैसे ही राज का लंड अपनी आंटी की चूत के छेद से टकराया राज ने अपनी आंटी की चूची दबाते हुए एक ज़ोर का धक्का आंटी की चूत में लगा दिया..
राज का लंड आंटी की टाइट चूत को फैलाते हुए 4 इंच तक अंदर घुस गया..
रजनी मस्ती में सिसक उठी.. आआआअहह.. म्म्म्ममम..[/size][/size]