hotaks444
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सुहानी बाथरूम में गयी और खुद को आईने में देखा...और उसके चहरे पे एक कमीनी हंसी दौड़ गयी...जैसे वो खुद को कह रही हो "एक और विकेट मैंने ले लिया"
वो खुद का चेहरा साफ़ करने लगी।
लेकिन तभी उसे अपनी गांड पे कुछ महसूस हुआ...उसने पलट के देखा तो सोहन निचे घुटनो पे बैठा हुआ था और उसकी गांड को अपने दोनों हाथो से फैला के देख रहा था...सुहानी ने उसकी और देखा...उसने सुहानी की और देख के स्माइल की और अपना मुह आगे बढ़ाया और पिछेसे सुहानी की चुतबको चाटने लगा...सुहानी को इ एक्सपेक्ट नही था...और अभी उसने सोहन का लंड चूसा था जिसकी वजह से अब भी वो उसी खुमारी में थी....और जैसे ही सोहन की जुबान उसकी चूत से टकराई उस खुमारी में इजाफा होने लगा....
सुहानी:-आआअ सोहन क्या कर रहा है स्स्स्स्स् हटो यहाँ से...
सुहानी का दिमाग तो कह रहा था की उसे हटा दे लेकिन उसका जिस्म उसका साथ नही दे रहा था...
सोहन उसकी गांड की फाको को अपने हाथो से फैला के उसकी चूत में अ0नई जुबान घुसा रहा था...सुहानी को बहोत मजा आने लगा था...हालांकि वो ये सब कंटिन्यू नही करना चाहती थी...पर सुहानी की जुबान के वार से उसकी चूत में लगी आग और भड़कने लगी थी।
वो अपने आप ही थोडा और निचे झुक गयी और सोहन के जुबान के खुरदरे पण का मजा लेने लगी...सोहन सुहानी की चूत को निचे से लेके ऊपर तक चाटने लगा...उसके चूत के दाने को अपने होठो में पकड़ के खीचने लगा....और अपनी ऊँगली सुहानी के गांड के छेद पे रख के धीरे धीरे गोल गोल घुमाने लगा...सुहानी उसके इस दो तरफ़ा हमले से अपना आपा खोने लगी थी....वो जादा से जादा अपनी गांड को सोहन के मुह पे दबाने लगी...सोहन ने अपना मुह हटाया और उसकी चूत में ऊँगली घुसा दी....और वही गीली उंगली उसकी गांड के छेद पे रख के उसकी गांड के छेद को गिला करने लगा...एयर धीरे से उसकी गांड में ऊँगली सरका दी...सुहानी सोहन की इस हरकत से पागल सी हो गयी...
सुहानी:-स्सस्सस्सस सोहन उफ्फ्फ्फ्फ़ स्स्स्स्स् अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह क्या कर रहा है उम्म्म्म्म मत कर स्स्स्स्स्
लेकिन सोहन अब कहा रुकने वाला था...
सोहन ने उसकी चूत के दाने को जुबान से गोल गोल घूमते हुए गांड में थोड़ी सी ऊँगली डाल के उसे आगे पीछे करने लगा...सुहानी की आँखे उस आनंद में बंद होने लगी....उसे अब होश ही नहीं रहा...शायद सुहानी की गांड का छेद उसका सबसे कमजोर पार्ट था बॉडी का...और सोहन ने उसपे ही हमला बोल रखा था....सोहन ने फिर से उसकी चूत में एक ऊँगली घुसाई और उसे अंदर बाहर करते हुए खड़ा हो गया....
सोहन:-स्स्स्स्स् अह्ह्ह्ह दीदी कितनी टेस्टी है तुम्हारी चूत उम्म्म्म्म अह्ह्ह्ह्ह
सुहानी बहोत उत्तेजित हो गयी थी...वो सीधी कड़ी हो गयी...सोहन की ऊँगली उसकी चूत से निकल गयी थी...सुहानी पलटी उसने सोहन की आँखों में देखा...सोहन आगे बढ़ा और उसे अपनी बाहो में ले लिया...
सोहन:-स्स्स्स्स् अह्ह्ह्ह दीदी उफ्फ्फ्फ्फ़...सोहन ने उसकी गांड पे हाथ रखा और उसे अपनी और खिंच लिया...उसने फिर से उसकी गांड के फांको को फैला के अपनी एक ऊँगली उसके गांड के छेद में घुसा दी....सुहानी की आँखे बंद सी हो गयी...सोहन ने उसे देखा और ऑस्क होठो पे अपने होठ रख दिए...सोहन सामने से अपना लंड उसकी चूत पे रगड़ रहा था और पीछे गांड में एक उन्गली डाल रहा था...सुहानी बहोत उत्तेजित हो रही थी...सोहन उसके होठो को धीरे धीरे चूसने लगा...सुहानी भी उसका साथ दे रही थी...जो किस धीरे धीरे शुरू हुआ था वो अब अग्रेसिव होने लगा था...दोनों पागलो की तरह एक दूसरे को चूम रहे थे...सोहन ने उसका एक पैर उठा के अपनी कमर तक ले आया और उसके चूत पे अपना लंड रगड़ने लगा....सोहन ने उसके मुह में अपनी जुबान घुसा दी सुहानी उसे बड़े चाव से चूसने लगी...सोहन अब कभी उसकी चुचिया दबाता तो कभी मुह में लेके चूसने लगा जाता...तो कभी किस करते हुए जोर जोर से उसकी चुचियो को दबाने लग जाता...दोनों के जिस्म की आग अब इतनी बढ़ चुकी थी की अब कुछ भी जाता तो वो एकदूसरे से दूर नहीं हो पाते...ये सिलसिला ककाफि देर तक ऐसेही चलता रहा...दोनों की साँसे फूलने लगी थी...इस दरमियान सुहानी ने सोहन को भी नंगा कर दिया था...सोहन को तो पता भी नहीं चला की वो कब नंगा हो गया....दोनों ने आखिर में एक दूसरे को बाहो में कस लिया और जोर जोर से सांसे लेने लगे...
सोहन:- अह्ह्ह्ह्ह दीदी उम्म्म्म स्सस्सस्स अब बर्दास्त नही होता दीदी अह्ह्ह्ह प्लीज़ मेरा लंड ले लो अपनी चूत में स्सस्सस्स उफ्फ्फ्फ्फ्फ दीदी प्लीज़ चोदने दो मुझे अह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स्स् देखो मेरा लंड कैसे कूद रहा है अपनी बहन की चूत में जाने के लिए....सोहन ने सुहानी का हाथ पकड़ा और अपने लंड पे रख दिया....सोहन का लंड अपने पुरे शबाब पे था...वो पूरा टाइट हो चूका था...सुहानी के हाथो का स्पर्श पा के वो धीरे धीरे झटके मारने लगा...सुहानी असमन्जस में थी क्या करे...सोहन ने बाथरूम में आके उसे इस कदर उत्तेजित कर दिया था की वो अपने सोचने समझने की शक्ति खो चुकी थी...23 साल की लड़की थी सुहानी जिसने कभी चुदाई नही की थी...उसका जिस्म ....उसकी चूत प्यासी थी...उसे एक लंड की जरुरत थी और उस वक़्त वो लंड उसके हाथ में था....और सोहन उसके जिस्म से चिपक हुआ था...उसके हाथ उसके जिस्म से खेल रहे थे...सोहन की हरकते सुहानी को सम्भलने का मौका ही नहीं दे रही थी....सुहानी भी उसे रोकने में असमर्थ थी...
सोहन:-अह्ह्ह स्स्स्स्स् दीदी देखो न आपकी चूत भी कैसे गीली हो रही है स्स्स्स्स् अह्ह्ह्ह कह रही है मुझे लंड चाहिए स्सस्सस्स
सुहानी ने उसकी आखो में देखा...उसने सोहन को धक्का दिया और बाथरूम से बाहर निकल।गयी...उसके पीछे पीछे सोहन भी बाहर गया...और उसे पीछे से पकड़ लिया...
सोहन:-अह्ह्ह्ह दीदी स्स्स्स मत रोको खुदको स्स्स्स्स् आज हो जाने दो जो होता है....दीदी बस एक बार दीदी मैं पागल ही जाऊंगा स्सस्सस्स
सुहानी *कुछ बोल नहीं पा रही थी...
सोहन:- अह्ह्ह्ह स्स्स्स दीदी कुछ तो बोलो...अगर आप नहीं चाहती तो बोल दीजिये...मैं यहाँ से चला जाता हु...
सुहानी ने अपने आप को छुड़ाया और आगे बढ़ गयी...सोहन वही खड़ा रहा...उसे लगा जैसे सुहानी नहीं चाहती की वो इससे जादा आगे बढे...सोहन थोडा उदास हो गया...और पलट के जाने लगा...
तभी सुहानी पिछेसे दौड़ती हुई आई और उसे पिछेसे हग कर लिया...आखिर दिमाग और जिस्म की जंग में जिस्म की चाहत ने जित हासिल कर ली थी...सुहानी के चूत के आग के आगे बदले की आग को झुकना पड़ा...
सुहानी:- सोहन अह्ह्ह्ह कहा जा रहा है अपनी बहन को ऐसे तड़पते हुए छोड़ के स्स्स्स्स्
सोहन पलट और सुहानी को गले लगा लिया।
सोहन:- अह्ह्ह्ह दीदी उफ्फ्फ्फ्फ़ स्सस्सस्स तड़प तो मैं भी यह हु...
सुहानी:- स्स्स्स्स् अह्ह्ह्ह सोहन तो चलो आज हम एकदूसरे की तड़प को मिटा दे....
सोहन:- ओह्ह्ह्ह दी...स्स्स्स्स् एक बार फिर से कहिये ना...
सुहानी:- क्या सोहन...
सोहन:-यही ...लेकिन खुले शब्दों में...
सुहानी ने उसे कस के गले लगा लिया...
सुहानी:- अह्ह्ह्ह सोहन स्स्स्स्स् मेरे भाई उम्म्म्म्म चोद दे मुझे आज स्सस्सस्स डाल दे अपना लंड अपनी बहन की चूत में स्सस्सस्सस्सस्स भुज दे उसकी प्यास...न जाने कब से लंड के लिए तड़प रही है अह्ह्ह्ह
सोहन:- अह्ह्ह्ह्ह दीदी स्स्स्स्स् उफ्फ्फ्फ्फ्फ दीदी...हा दीदी आज आ0की चूत में लंड डालके उसे खूब चोदुंगा अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह दीदी अह्ह्ह्ह
सोहन सुहानी क्किस करने लगा.... सुहानी भी अब खुले मन से उसका साथ देने लगी....दोनों किस करते हुए बेड की और बढ़ने लगे...सोहन ने सुहानी को बेड पे सुला दिया...सोहन उसे चूमते हुए निचे आने लगा...जब वो सुहानी के चूत के पास पहोंचा तो सुहानी ने अपने पपैरो को घुटनो से मोड़ दिया और थोडा फैला दिया....सोहन एक बार फिर सुहानी की चूत चाटने लगा...सुहानी उसका सर अपनी चूत पे और अंदर दबाने लगी और अपनी गांड ऊपर उठा के अपनी ख़ुशी जाहिर करने लगी।
सुहानी:- स्स्स्स अह्ह्ह सोहन उम्म्म्म्म कितना चाटेगा उम्म्म्म।स्सस्सस्सस अह्ह्ह्ह
सोहन:- अह्ह्ह दीदी आपकी चूत का रस है ही इतना टेस्टी की मन ही नही भरता....
सुहानी:-स्स्स्स्स् अब बर्दास्त नही हो रहा सोहन स्स्सस्सह्ह्ह्ह्
सोहन समझ गया की अब सुहानी की चूत लंड के लिए बेताब हो रही है।
सोहन उठा सुहानी के पैरो को बिच जाके बैठ गया...उसने एक हाथ से सुहानी के पैरो को और थोड़ा फैलाया और अपना लंड सुहानी के चूत के पास ले जाने लगा....सुहानी सांसे रोके आगे होने वाले पल का इंतजार करने लगी...सोहन का लंड अब सुहानी के गीली चूत को। छु रहा था....सोहन ने अपने लंड से सुहानी के चूत के लिप्स को थोडा अलग किया और उसपे ऊपर निचे रगड़ने लगा....सुहानी को उसके गरम लंड के सुपाड़े का स्पर्श होते ही उसकी आँखे बंद हो गयी....सोहन ने सुहानी को देखा...
सोहन:-स्स्स्स्स् दीदी आँखे खोलो ना...मैं चाहता हु की आप। मुझे देखे जब मैं आपकी चूत में लंड डालू....
सोहन अपना लंड सुहानी की चूत पे रगड़ रहा था...
सोहन:- अह्ह्ह्ह दीदी स्स्स्स्स् कितनी गरम। *है आपकी चूत स्स्स्स्स्
सुहानी:- स्स्स्स्स् अह्ह्ह्ह सोहन गरम तो तेरा लंड भी है स्सस्सस्सस
सुहानी ने आँखे खोलते हुए उसकी आँखों में। *देलहते हुए कहा...
सोहन ने उसकी आँखों में देखा...
सोहन:- स्स्स्स दीदी बहोत मजा आ रहा है उम्म्म्म्म
सुहानी:- हा रे उफ्फ्फ्फ्फ़ स्स्स्स्स् अब अंदर भी डाल दे....
सोहन:- स्स्स्स्स् दीदी उफ्फ्फ्फ्फ़ मैंने कभी नही सोचा था की मैं पहली चुदाई अपनी बहन की करूँगा....
सुहानी:-अह्ह्ह्ह्ह स्सस्सस्स सोहन मैंने भी। *नही सोचा था। की मेरी चूत में जाने वाला लंड मेरे। भाई का होगा अह्ह्ह्ह्ह्ह। अब और मत तड़पा स्सस्सस्स चोद मुझे...डालदे अपना लंड। अपनी बहन की चूत में स्स्सस्सस्सस्सस्स
सोहन को भी रुका नही जा रहा था।
सोहन ने अपना लंड सुहानी की चूत के छेद पे रखा और धीरे धीरे अंदर डालने की कोशिस करने लगा...सुहानी ककी चूत बहोत गीली थी लेकिन सोहन का लंड बहोत बड़ा था...सोहन समझ गया की उसका लंड आसानी से अंदर नहीं जाने वाला....अभी सिर्फ उसका सुपाड़े का कुछ ही हिस्सा अंदर गया था....उसने थोडा जोर लगाया...उसका सुपाड़ा सुहानी के चूत के अंदर चला गया....सुहानी को दर्द का अहसास होने लगा...
सुहानी:- आआआअह्हह्हह्ह सोहन स्स्स्स्स्स्स्स धीरे कर दर्द हो रहा है अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह मर गयी उफ्फ्फ्फ्फ्फ
सोहन:- स्सस्सस्स अह्ह्ह्ह दीदी धीरे ही कर रहा हु....
सोहन कुछ देर ऐसेही रहा और फिर उसने फिर से अपना लंड अंदर करने लगा....धीरे धीरे उसने अपना आधा लंड सुहानी की चूत में घुसा दिया था....उसे ऐसा लग रहा था जैसे उसने किसी जलती भट्टी में अपना लंड डाल दिया हो....
सुहानी:- अह्ह्ह्ह्ह माँ मर गयी उफ्फ्फ्फ्फ़ सोहन निकालो उसे बाहर अह्ह्ह्ह्ह बहोत दर्द हो रहा है उफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ़
सोहन:- दीदी बस हो गया अह्ह्ह्ह स्स्स्स्स् थोडा ही बाकी है उफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ़
सुहानी:- नही प्लीज़ अह्ह्ह्ह मेरी चूत फट गयी है स्स्स्स्स्स्स्स तेरा बहोत मोटा है सोहन अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स्स्
सोहन:- स्सस्सस्स दीदी बहोत अच्छा लग रहा...स्सस्सस्स आपको भी मजा आएगा थोड़ी देर बाद स्स्स्स्स्
सोहन ने थोडा और जोर लगाया और अपना पूरा लंड सुहानी के चूत में घुसा दिया....सुहानी का दर्द के मारे बुरा हाल था...उसकी आँखों से पानी बहने लगा...
सुहानी:- अह्ह्ह्ह्ह बचाओ...स्सस्सस्सस मर गयी बहोत दर्द हो रहा है सोहन स्स्सस्सस्सस्सस्स निकाल लो प्लीज़...
सोहन ऊपर आया...उसने सुहानी के होठो पे किस किया...
सोहन:-स्स्स्स्स् दीदी अह्ह्ह्ह पूरा अंदर चला गया बस हो गया आपका दर्द अभी बंद हो जाएगा...
सुहानी:- सोहन अह्ह्ह्ह स्स्स्स्स्स्स्स मेरी चूत फट गयी लगता है स्सस्सस्स निकाल लो।प्लीज़...
सोहन ने देखा सुहानी सच में बहोत दर्द में थी।
सोहन:- स्स्स्स्स् नही दीदी कुछ फटी नहीं है...अगर आपको फिर भी लगता है तो मैं निकाल लेता हु...सोहन ने अपना लंड बाहर निकलने के लिया बाहर खीचा...उसे इ अलग ही अहसास हुआ...उसने जितना निकाला था उतना फिर से धीरे से अंदर डाल दिया....
सुहानी:- अह्ह्ह्ह सोहन स्स्स्स्स्स्स्स
सुहानी को भी सोहन के लंड का ऐसे अंदर बाहर होना अच्छा लगा....उसका दर्द भी कम हो गया था। सोहन ने फिर से वैसेही किया...एयर धीरे धीरे करता रहा। दोनों एक दूसरे की आँखों में देख रहे थे....सोहन अंदाजा लगा रहा था ...उसे पता चल रहा था सुहानी को अब दर्द नही हो रहा...उसे मजा आने लगा था...लेकिन जब भी वो अपना लंड अंदर की तरफ डालता सुहानी की आह निकल जाती।
सोहन:- स्स्स्स्स् दीदी कैसा लग रहा है अब??
सुहानी:-अह्ह्ह्ह्ह्ह अभी दर्द कम है स्स्स्स्स्स्स्स बापरे कितना मोटा और लंबा हैबतेरा लंड स्सस्सस्सस अह्ह्ह्ह्ह
सोहन:- स्स्स्स्स्स्स्स अह्ह्ह्ह बस दीदी अब आपको बस मजा ही आएगा अह्ह्ह्ह्ह....मुझे तो बहोत मजा आ रहा है स्सस्सस्सस आपकी टाइट और गरम चूत उफ्फ्फ्फ्फ्फ स्सस्सस्सस्सस्स अह्ह्ह्ह ये चुदाई भी क्या गजब चीज है उम्म्म्म
सुहानि:- स्सस्सस्स अह्ह्हसच में उफ्फ्फ्फ्फ़ ये चुदाई का नशा अह्ह्ह्ह्ह हमे हमारा रिश्ता भुलाने को मजबूर कर दिया....
सोहन:-स्स्स्स्स् दीदी अब से रोज चुदोगी ना म7झसे स्सस्सस्स अह्ह्ह्ह्ह अब मुझे आपके बगैर चैन नही औएगा अह्ह्ह्ह्ह स्सस्सस्स
सुहान:-स्स्स्स्स् अह्ह्ह सोहन लड़की एक बार चुद जाती है तो उसे भी चैन नही रहता स्सस्सस्स
सोहन:-स्स्स्स्स् दीदी उफ्फ्फ्फ्फ़*
सुहानी को अब मजा आने लगा था...वो अपनी गांड ऊपर ऊपर कर रही थी....सोहन भी अब अपनी स्पीड बढ़ा रहा था...
सुहानी:- स्सस्सस्स सोहन उम्म्म्म बहोत मजा आ रहा है स्सस्सस्सस अह्ह्ह्ह्ह*
सोहन समझ गया की अब सुहानी रंग में आ गयी है।
सोहन:- उम्म्म्म्म दीदी स्सस्सस्स जोर से चोदु क्या स्सस्सस्स*
सुहानी:-स्स्स्स्स् अह्ह्ह्ह हा उम्म्म्म्म्म
सोहन अब थोडा फ़ास्ट फ़ास्ट अपना लंड अंदर बाहर करने लगा....सुहानी अपने पैरो को और फैला दिया और सोहन के गांड पे अपना हाथ रख दिया और उसे अपनी चूत पे दबाने लगी।
सोहन ने एक बार अपना पूरा लंड बाहर निकाला और फिर से एक ही झटके में पपुरा घुसा दिया।
सुहानी:- अह्ह्ह्ह स्स्स्स्स् कुत्ते मर गयी स्सस्सस्स धीरे कर अह्ह्ह्ह
सोहन:- स्स्स्स्स् हा दीदी उम्म्म्म
सोहन का लंड अब सुहानी की चूत में आसानी से अंदर बाहर हो रहा था....सुहानी की चूत अब बहोत पानी छोड़ रही थी.....
सुहानी:-अह्ह्ह्ह सोहन स्स्स्स्स्स्स्स बहोत मजा आ रहा है स्स्स्स्स् हा हा ऐसेही उफ्फ्फ्फ्फ़ और तेज अह्ह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स्स्स्स्स*
सोहन अब तेज तेज धक्के लगा रहा था...साथ में उसे किस कर रहा था उसकी चुचिया दबा रहा था....
सोहन:-स्स्स्स दीदी आपकी चुचिया क्या मस्त है स्सस्सस्स अह्ह्ह्ह बहोत मजा आता है दबाने में....
सुहानी:-स्स्स्स्स् अह्ह्ह धीरे दबा स्सस्सस्स उम्म्म्म्म्म...और मेरी चूत कैसी लगी??
सोहन:-अह्ह्ह्ह्ह्ह आपकी चूत तो जन्नत है स्सस्सस्सस
दोनों अब बहोत उत्तेजित हो चुके थे....सोहन सुहानी की चूत जूर जूर से चोद रहा था....सुहानी की चूत का कोना कोना सोहन के लंड से घर्षण हो रहा था...करीब करीब 15 मिनट तक सोहन का लंड सुहानी के चूत में अंदर बाहर होता रहा...सुहानी एक बार जजड चुकी थी लेकिन अब वासना दोनों पे इस कदर हावी थी की वो किसी भिंकिमत पे एकदूसरे से अलग नहीं होना चाहते थे।
सुहानी अब दुबारा झड़ने के करीब थी।
सुहानी:- अह्ह्ह्ह सोहन उफ़्फ़्फ़्फ़ग अह्ह्ह्ह्ह्ह स्सस्सस्सस मेरा होने वाला है स्स्स्स्स्स्स्स अह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स हा..हा ..ऐसेही उफ्फ्ग्गफ़फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्
सोहन:- अह्ह्ह्ह्ह दीदी मेरा भी होने वाला है स्स्स्स्स्स्स्स उम्म्म्म्म्म्म्म
सोहन की स्पीड काफी बढ़ गयी थी...सुहानी भी निचे से अपनी गांड उठा उठा के उसका साथ दे रही थी।
सुहानी:- स्स्सस्सस्सस्सस्सस्सस्सस्स सोहन अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह चोद और चोद। *उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़गग्ग हा मेरा हो रहा है स्सस्सस्सस्सस्सस्स अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह
सुहानी का बदन पूरा अकड़ गया था और अगले ही पल वो ज्जड़ने लगी....सोहन ने देखा सुहानी का बदन एकड़म ढीला हो गया था....वो एक पल के लिए रुका...उसने देखा सुहानी की आँखे बंद थी....
सोहन भी तेज तेज धक्के लगाते हुए झड़ने लगा....उसने अपना लंड सुहानी की चूत में ही दबा दिया और अपने वीर्य किंपिचकारी छोड़ने लगा....सुहानी उसके गरम वीर्य को अपने चूत में भली भांति महसूस कर रही थी....सुहानी ने सोहन को वैसेही गले लगा लिया...सोहन जोर जोर से सांसे लेते हुए सुहानी के ऊपर ही निढाल हो के गिर गया....
और जब दोनों नार्मल हुए तो सोहन सुहानी के साइड से लुढक गया....सुहानी अपने आप ही उसके कंधे पप अपना सर रख के उसकी बाहो में समा गयी...सोहन ने भी उसे अपनी बाहो में जकड लिया।
दोनों कुछ बोल नहींरहे थे...बस उस पल मजा ले रहे थे...जाहिर है दोनों का ये पहला टाइम था।
लेकिन क्या ये पहला और आखरी बार था??? ये तो वक़्त ही बताएगा।
वो खुद का चेहरा साफ़ करने लगी।
लेकिन तभी उसे अपनी गांड पे कुछ महसूस हुआ...उसने पलट के देखा तो सोहन निचे घुटनो पे बैठा हुआ था और उसकी गांड को अपने दोनों हाथो से फैला के देख रहा था...सुहानी ने उसकी और देखा...उसने सुहानी की और देख के स्माइल की और अपना मुह आगे बढ़ाया और पिछेसे सुहानी की चुतबको चाटने लगा...सुहानी को इ एक्सपेक्ट नही था...और अभी उसने सोहन का लंड चूसा था जिसकी वजह से अब भी वो उसी खुमारी में थी....और जैसे ही सोहन की जुबान उसकी चूत से टकराई उस खुमारी में इजाफा होने लगा....
सुहानी:-आआअ सोहन क्या कर रहा है स्स्स्स्स् हटो यहाँ से...
सुहानी का दिमाग तो कह रहा था की उसे हटा दे लेकिन उसका जिस्म उसका साथ नही दे रहा था...
सोहन उसकी गांड की फाको को अपने हाथो से फैला के उसकी चूत में अ0नई जुबान घुसा रहा था...सुहानी को बहोत मजा आने लगा था...हालांकि वो ये सब कंटिन्यू नही करना चाहती थी...पर सुहानी की जुबान के वार से उसकी चूत में लगी आग और भड़कने लगी थी।
वो अपने आप ही थोडा और निचे झुक गयी और सोहन के जुबान के खुरदरे पण का मजा लेने लगी...सोहन सुहानी की चूत को निचे से लेके ऊपर तक चाटने लगा...उसके चूत के दाने को अपने होठो में पकड़ के खीचने लगा....और अपनी ऊँगली सुहानी के गांड के छेद पे रख के धीरे धीरे गोल गोल घुमाने लगा...सुहानी उसके इस दो तरफ़ा हमले से अपना आपा खोने लगी थी....वो जादा से जादा अपनी गांड को सोहन के मुह पे दबाने लगी...सोहन ने अपना मुह हटाया और उसकी चूत में ऊँगली घुसा दी....और वही गीली उंगली उसकी गांड के छेद पे रख के उसकी गांड के छेद को गिला करने लगा...एयर धीरे से उसकी गांड में ऊँगली सरका दी...सुहानी सोहन की इस हरकत से पागल सी हो गयी...
सुहानी:-स्सस्सस्सस सोहन उफ्फ्फ्फ्फ़ स्स्स्स्स् अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह क्या कर रहा है उम्म्म्म्म मत कर स्स्स्स्स्
लेकिन सोहन अब कहा रुकने वाला था...
सोहन ने उसकी चूत के दाने को जुबान से गोल गोल घूमते हुए गांड में थोड़ी सी ऊँगली डाल के उसे आगे पीछे करने लगा...सुहानी की आँखे उस आनंद में बंद होने लगी....उसे अब होश ही नहीं रहा...शायद सुहानी की गांड का छेद उसका सबसे कमजोर पार्ट था बॉडी का...और सोहन ने उसपे ही हमला बोल रखा था....सोहन ने फिर से उसकी चूत में एक ऊँगली घुसाई और उसे अंदर बाहर करते हुए खड़ा हो गया....
सोहन:-स्स्स्स्स् अह्ह्ह्ह दीदी कितनी टेस्टी है तुम्हारी चूत उम्म्म्म्म अह्ह्ह्ह्ह
सुहानी बहोत उत्तेजित हो गयी थी...वो सीधी कड़ी हो गयी...सोहन की ऊँगली उसकी चूत से निकल गयी थी...सुहानी पलटी उसने सोहन की आँखों में देखा...सोहन आगे बढ़ा और उसे अपनी बाहो में ले लिया...
सोहन:-स्स्स्स्स् अह्ह्ह्ह दीदी उफ्फ्फ्फ्फ़...सोहन ने उसकी गांड पे हाथ रखा और उसे अपनी और खिंच लिया...उसने फिर से उसकी गांड के फांको को फैला के अपनी एक ऊँगली उसके गांड के छेद में घुसा दी....सुहानी की आँखे बंद सी हो गयी...सोहन ने उसे देखा और ऑस्क होठो पे अपने होठ रख दिए...सोहन सामने से अपना लंड उसकी चूत पे रगड़ रहा था और पीछे गांड में एक उन्गली डाल रहा था...सुहानी बहोत उत्तेजित हो रही थी...सोहन उसके होठो को धीरे धीरे चूसने लगा...सुहानी भी उसका साथ दे रही थी...जो किस धीरे धीरे शुरू हुआ था वो अब अग्रेसिव होने लगा था...दोनों पागलो की तरह एक दूसरे को चूम रहे थे...सोहन ने उसका एक पैर उठा के अपनी कमर तक ले आया और उसके चूत पे अपना लंड रगड़ने लगा....सोहन ने उसके मुह में अपनी जुबान घुसा दी सुहानी उसे बड़े चाव से चूसने लगी...सोहन अब कभी उसकी चुचिया दबाता तो कभी मुह में लेके चूसने लगा जाता...तो कभी किस करते हुए जोर जोर से उसकी चुचियो को दबाने लग जाता...दोनों के जिस्म की आग अब इतनी बढ़ चुकी थी की अब कुछ भी जाता तो वो एकदूसरे से दूर नहीं हो पाते...ये सिलसिला ककाफि देर तक ऐसेही चलता रहा...दोनों की साँसे फूलने लगी थी...इस दरमियान सुहानी ने सोहन को भी नंगा कर दिया था...सोहन को तो पता भी नहीं चला की वो कब नंगा हो गया....दोनों ने आखिर में एक दूसरे को बाहो में कस लिया और जोर जोर से सांसे लेने लगे...
सोहन:- अह्ह्ह्ह्ह दीदी उम्म्म्म स्सस्सस्स अब बर्दास्त नही होता दीदी अह्ह्ह्ह प्लीज़ मेरा लंड ले लो अपनी चूत में स्सस्सस्स उफ्फ्फ्फ्फ्फ दीदी प्लीज़ चोदने दो मुझे अह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स्स् देखो मेरा लंड कैसे कूद रहा है अपनी बहन की चूत में जाने के लिए....सोहन ने सुहानी का हाथ पकड़ा और अपने लंड पे रख दिया....सोहन का लंड अपने पुरे शबाब पे था...वो पूरा टाइट हो चूका था...सुहानी के हाथो का स्पर्श पा के वो धीरे धीरे झटके मारने लगा...सुहानी असमन्जस में थी क्या करे...सोहन ने बाथरूम में आके उसे इस कदर उत्तेजित कर दिया था की वो अपने सोचने समझने की शक्ति खो चुकी थी...23 साल की लड़की थी सुहानी जिसने कभी चुदाई नही की थी...उसका जिस्म ....उसकी चूत प्यासी थी...उसे एक लंड की जरुरत थी और उस वक़्त वो लंड उसके हाथ में था....और सोहन उसके जिस्म से चिपक हुआ था...उसके हाथ उसके जिस्म से खेल रहे थे...सोहन की हरकते सुहानी को सम्भलने का मौका ही नहीं दे रही थी....सुहानी भी उसे रोकने में असमर्थ थी...
सोहन:-अह्ह्ह स्स्स्स्स् दीदी देखो न आपकी चूत भी कैसे गीली हो रही है स्स्स्स्स् अह्ह्ह्ह कह रही है मुझे लंड चाहिए स्सस्सस्स
सुहानी ने उसकी आखो में देखा...उसने सोहन को धक्का दिया और बाथरूम से बाहर निकल।गयी...उसके पीछे पीछे सोहन भी बाहर गया...और उसे पीछे से पकड़ लिया...
सोहन:-अह्ह्ह्ह दीदी स्स्स्स मत रोको खुदको स्स्स्स्स् आज हो जाने दो जो होता है....दीदी बस एक बार दीदी मैं पागल ही जाऊंगा स्सस्सस्स
सुहानी *कुछ बोल नहीं पा रही थी...
सोहन:- अह्ह्ह्ह स्स्स्स दीदी कुछ तो बोलो...अगर आप नहीं चाहती तो बोल दीजिये...मैं यहाँ से चला जाता हु...
सुहानी ने अपने आप को छुड़ाया और आगे बढ़ गयी...सोहन वही खड़ा रहा...उसे लगा जैसे सुहानी नहीं चाहती की वो इससे जादा आगे बढे...सोहन थोडा उदास हो गया...और पलट के जाने लगा...
तभी सुहानी पिछेसे दौड़ती हुई आई और उसे पिछेसे हग कर लिया...आखिर दिमाग और जिस्म की जंग में जिस्म की चाहत ने जित हासिल कर ली थी...सुहानी के चूत के आग के आगे बदले की आग को झुकना पड़ा...
सुहानी:- सोहन अह्ह्ह्ह कहा जा रहा है अपनी बहन को ऐसे तड़पते हुए छोड़ के स्स्स्स्स्
सोहन पलट और सुहानी को गले लगा लिया।
सोहन:- अह्ह्ह्ह दीदी उफ्फ्फ्फ्फ़ स्सस्सस्स तड़प तो मैं भी यह हु...
सुहानी:- स्स्स्स्स् अह्ह्ह्ह सोहन तो चलो आज हम एकदूसरे की तड़प को मिटा दे....
सोहन:- ओह्ह्ह्ह दी...स्स्स्स्स् एक बार फिर से कहिये ना...
सुहानी:- क्या सोहन...
सोहन:-यही ...लेकिन खुले शब्दों में...
सुहानी ने उसे कस के गले लगा लिया...
सुहानी:- अह्ह्ह्ह सोहन स्स्स्स्स् मेरे भाई उम्म्म्म्म चोद दे मुझे आज स्सस्सस्स डाल दे अपना लंड अपनी बहन की चूत में स्सस्सस्सस्सस्स भुज दे उसकी प्यास...न जाने कब से लंड के लिए तड़प रही है अह्ह्ह्ह
सोहन:- अह्ह्ह्ह्ह दीदी स्स्स्स्स् उफ्फ्फ्फ्फ्फ दीदी...हा दीदी आज आ0की चूत में लंड डालके उसे खूब चोदुंगा अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह दीदी अह्ह्ह्ह
सोहन सुहानी क्किस करने लगा.... सुहानी भी अब खुले मन से उसका साथ देने लगी....दोनों किस करते हुए बेड की और बढ़ने लगे...सोहन ने सुहानी को बेड पे सुला दिया...सोहन उसे चूमते हुए निचे आने लगा...जब वो सुहानी के चूत के पास पहोंचा तो सुहानी ने अपने पपैरो को घुटनो से मोड़ दिया और थोडा फैला दिया....सोहन एक बार फिर सुहानी की चूत चाटने लगा...सुहानी उसका सर अपनी चूत पे और अंदर दबाने लगी और अपनी गांड ऊपर उठा के अपनी ख़ुशी जाहिर करने लगी।
सुहानी:- स्स्स्स अह्ह्ह सोहन उम्म्म्म्म कितना चाटेगा उम्म्म्म।स्सस्सस्सस अह्ह्ह्ह
सोहन:- अह्ह्ह दीदी आपकी चूत का रस है ही इतना टेस्टी की मन ही नही भरता....
सुहानी:-स्स्स्स्स् अब बर्दास्त नही हो रहा सोहन स्स्सस्सह्ह्ह्ह्
सोहन समझ गया की अब सुहानी की चूत लंड के लिए बेताब हो रही है।
सोहन उठा सुहानी के पैरो को बिच जाके बैठ गया...उसने एक हाथ से सुहानी के पैरो को और थोड़ा फैलाया और अपना लंड सुहानी के चूत के पास ले जाने लगा....सुहानी सांसे रोके आगे होने वाले पल का इंतजार करने लगी...सोहन का लंड अब सुहानी के गीली चूत को। छु रहा था....सोहन ने अपने लंड से सुहानी के चूत के लिप्स को थोडा अलग किया और उसपे ऊपर निचे रगड़ने लगा....सुहानी को उसके गरम लंड के सुपाड़े का स्पर्श होते ही उसकी आँखे बंद हो गयी....सोहन ने सुहानी को देखा...
सोहन:-स्स्स्स्स् दीदी आँखे खोलो ना...मैं चाहता हु की आप। मुझे देखे जब मैं आपकी चूत में लंड डालू....
सोहन अपना लंड सुहानी की चूत पे रगड़ रहा था...
सोहन:- अह्ह्ह्ह दीदी स्स्स्स्स् कितनी गरम। *है आपकी चूत स्स्स्स्स्
सुहानी:- स्स्स्स्स् अह्ह्ह्ह सोहन गरम तो तेरा लंड भी है स्सस्सस्सस
सुहानी ने आँखे खोलते हुए उसकी आँखों में। *देलहते हुए कहा...
सोहन ने उसकी आँखों में देखा...
सोहन:- स्स्स्स दीदी बहोत मजा आ रहा है उम्म्म्म्म
सुहानी:- हा रे उफ्फ्फ्फ्फ़ स्स्स्स्स् अब अंदर भी डाल दे....
सोहन:- स्स्स्स्स् दीदी उफ्फ्फ्फ्फ़ मैंने कभी नही सोचा था की मैं पहली चुदाई अपनी बहन की करूँगा....
सुहानी:-अह्ह्ह्ह्ह स्सस्सस्स सोहन मैंने भी। *नही सोचा था। की मेरी चूत में जाने वाला लंड मेरे। भाई का होगा अह्ह्ह्ह्ह्ह। अब और मत तड़पा स्सस्सस्स चोद मुझे...डालदे अपना लंड। अपनी बहन की चूत में स्स्सस्सस्सस्सस्स
सोहन को भी रुका नही जा रहा था।
सोहन ने अपना लंड सुहानी की चूत के छेद पे रखा और धीरे धीरे अंदर डालने की कोशिस करने लगा...सुहानी ककी चूत बहोत गीली थी लेकिन सोहन का लंड बहोत बड़ा था...सोहन समझ गया की उसका लंड आसानी से अंदर नहीं जाने वाला....अभी सिर्फ उसका सुपाड़े का कुछ ही हिस्सा अंदर गया था....उसने थोडा जोर लगाया...उसका सुपाड़ा सुहानी के चूत के अंदर चला गया....सुहानी को दर्द का अहसास होने लगा...
सुहानी:- आआआअह्हह्हह्ह सोहन स्स्स्स्स्स्स्स धीरे कर दर्द हो रहा है अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह मर गयी उफ्फ्फ्फ्फ्फ
सोहन:- स्सस्सस्स अह्ह्ह्ह दीदी धीरे ही कर रहा हु....
सोहन कुछ देर ऐसेही रहा और फिर उसने फिर से अपना लंड अंदर करने लगा....धीरे धीरे उसने अपना आधा लंड सुहानी की चूत में घुसा दिया था....उसे ऐसा लग रहा था जैसे उसने किसी जलती भट्टी में अपना लंड डाल दिया हो....
सुहानी:- अह्ह्ह्ह्ह माँ मर गयी उफ्फ्फ्फ्फ़ सोहन निकालो उसे बाहर अह्ह्ह्ह्ह बहोत दर्द हो रहा है उफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ़
सोहन:- दीदी बस हो गया अह्ह्ह्ह स्स्स्स्स् थोडा ही बाकी है उफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ़
सुहानी:- नही प्लीज़ अह्ह्ह्ह मेरी चूत फट गयी है स्स्स्स्स्स्स्स तेरा बहोत मोटा है सोहन अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स्स्
सोहन:- स्सस्सस्स दीदी बहोत अच्छा लग रहा...स्सस्सस्स आपको भी मजा आएगा थोड़ी देर बाद स्स्स्स्स्
सोहन ने थोडा और जोर लगाया और अपना पूरा लंड सुहानी के चूत में घुसा दिया....सुहानी का दर्द के मारे बुरा हाल था...उसकी आँखों से पानी बहने लगा...
सुहानी:- अह्ह्ह्ह्ह बचाओ...स्सस्सस्सस मर गयी बहोत दर्द हो रहा है सोहन स्स्सस्सस्सस्सस्स निकाल लो प्लीज़...
सोहन ऊपर आया...उसने सुहानी के होठो पे किस किया...
सोहन:-स्स्स्स्स् दीदी अह्ह्ह्ह पूरा अंदर चला गया बस हो गया आपका दर्द अभी बंद हो जाएगा...
सुहानी:- सोहन अह्ह्ह्ह स्स्स्स्स्स्स्स मेरी चूत फट गयी लगता है स्सस्सस्स निकाल लो।प्लीज़...
सोहन ने देखा सुहानी सच में बहोत दर्द में थी।
सोहन:- स्स्स्स्स् नही दीदी कुछ फटी नहीं है...अगर आपको फिर भी लगता है तो मैं निकाल लेता हु...सोहन ने अपना लंड बाहर निकलने के लिया बाहर खीचा...उसे इ अलग ही अहसास हुआ...उसने जितना निकाला था उतना फिर से धीरे से अंदर डाल दिया....
सुहानी:- अह्ह्ह्ह सोहन स्स्स्स्स्स्स्स
सुहानी को भी सोहन के लंड का ऐसे अंदर बाहर होना अच्छा लगा....उसका दर्द भी कम हो गया था। सोहन ने फिर से वैसेही किया...एयर धीरे धीरे करता रहा। दोनों एक दूसरे की आँखों में देख रहे थे....सोहन अंदाजा लगा रहा था ...उसे पता चल रहा था सुहानी को अब दर्द नही हो रहा...उसे मजा आने लगा था...लेकिन जब भी वो अपना लंड अंदर की तरफ डालता सुहानी की आह निकल जाती।
सोहन:- स्स्स्स्स् दीदी कैसा लग रहा है अब??
सुहानी:-अह्ह्ह्ह्ह्ह अभी दर्द कम है स्स्स्स्स्स्स्स बापरे कितना मोटा और लंबा हैबतेरा लंड स्सस्सस्सस अह्ह्ह्ह्ह
सोहन:- स्स्स्स्स्स्स्स अह्ह्ह्ह बस दीदी अब आपको बस मजा ही आएगा अह्ह्ह्ह्ह....मुझे तो बहोत मजा आ रहा है स्सस्सस्सस आपकी टाइट और गरम चूत उफ्फ्फ्फ्फ्फ स्सस्सस्सस्सस्स अह्ह्ह्ह ये चुदाई भी क्या गजब चीज है उम्म्म्म
सुहानि:- स्सस्सस्स अह्ह्हसच में उफ्फ्फ्फ्फ़ ये चुदाई का नशा अह्ह्ह्ह्ह हमे हमारा रिश्ता भुलाने को मजबूर कर दिया....
सोहन:-स्स्स्स्स् दीदी अब से रोज चुदोगी ना म7झसे स्सस्सस्स अह्ह्ह्ह्ह अब मुझे आपके बगैर चैन नही औएगा अह्ह्ह्ह्ह स्सस्सस्स
सुहान:-स्स्स्स्स् अह्ह्ह सोहन लड़की एक बार चुद जाती है तो उसे भी चैन नही रहता स्सस्सस्स
सोहन:-स्स्स्स्स् दीदी उफ्फ्फ्फ्फ़*
सुहानी को अब मजा आने लगा था...वो अपनी गांड ऊपर ऊपर कर रही थी....सोहन भी अब अपनी स्पीड बढ़ा रहा था...
सुहानी:- स्सस्सस्स सोहन उम्म्म्म बहोत मजा आ रहा है स्सस्सस्सस अह्ह्ह्ह्ह*
सोहन समझ गया की अब सुहानी रंग में आ गयी है।
सोहन:- उम्म्म्म्म दीदी स्सस्सस्स जोर से चोदु क्या स्सस्सस्स*
सुहानी:-स्स्स्स्स् अह्ह्ह्ह हा उम्म्म्म्म्म
सोहन अब थोडा फ़ास्ट फ़ास्ट अपना लंड अंदर बाहर करने लगा....सुहानी अपने पैरो को और फैला दिया और सोहन के गांड पे अपना हाथ रख दिया और उसे अपनी चूत पे दबाने लगी।
सोहन ने एक बार अपना पूरा लंड बाहर निकाला और फिर से एक ही झटके में पपुरा घुसा दिया।
सुहानी:- अह्ह्ह्ह स्स्स्स्स् कुत्ते मर गयी स्सस्सस्स धीरे कर अह्ह्ह्ह
सोहन:- स्स्स्स्स् हा दीदी उम्म्म्म
सोहन का लंड अब सुहानी की चूत में आसानी से अंदर बाहर हो रहा था....सुहानी की चूत अब बहोत पानी छोड़ रही थी.....
सुहानी:-अह्ह्ह्ह सोहन स्स्स्स्स्स्स्स बहोत मजा आ रहा है स्स्स्स्स् हा हा ऐसेही उफ्फ्फ्फ्फ़ और तेज अह्ह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स्स्स्स्स*
सोहन अब तेज तेज धक्के लगा रहा था...साथ में उसे किस कर रहा था उसकी चुचिया दबा रहा था....
सोहन:-स्स्स्स दीदी आपकी चुचिया क्या मस्त है स्सस्सस्स अह्ह्ह्ह बहोत मजा आता है दबाने में....
सुहानी:-स्स्स्स्स् अह्ह्ह धीरे दबा स्सस्सस्स उम्म्म्म्म्म...और मेरी चूत कैसी लगी??
सोहन:-अह्ह्ह्ह्ह्ह आपकी चूत तो जन्नत है स्सस्सस्सस
दोनों अब बहोत उत्तेजित हो चुके थे....सोहन सुहानी की चूत जूर जूर से चोद रहा था....सुहानी की चूत का कोना कोना सोहन के लंड से घर्षण हो रहा था...करीब करीब 15 मिनट तक सोहन का लंड सुहानी के चूत में अंदर बाहर होता रहा...सुहानी एक बार जजड चुकी थी लेकिन अब वासना दोनों पे इस कदर हावी थी की वो किसी भिंकिमत पे एकदूसरे से अलग नहीं होना चाहते थे।
सुहानी अब दुबारा झड़ने के करीब थी।
सुहानी:- अह्ह्ह्ह सोहन उफ़्फ़्फ़्फ़ग अह्ह्ह्ह्ह्ह स्सस्सस्सस मेरा होने वाला है स्स्स्स्स्स्स्स अह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स हा..हा ..ऐसेही उफ्फ्ग्गफ़फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्
सोहन:- अह्ह्ह्ह्ह दीदी मेरा भी होने वाला है स्स्स्स्स्स्स्स उम्म्म्म्म्म्म्म
सोहन की स्पीड काफी बढ़ गयी थी...सुहानी भी निचे से अपनी गांड उठा उठा के उसका साथ दे रही थी।
सुहानी:- स्स्सस्सस्सस्सस्सस्सस्सस्स सोहन अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह चोद और चोद। *उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़गग्ग हा मेरा हो रहा है स्सस्सस्सस्सस्सस्स अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह
सुहानी का बदन पूरा अकड़ गया था और अगले ही पल वो ज्जड़ने लगी....सोहन ने देखा सुहानी का बदन एकड़म ढीला हो गया था....वो एक पल के लिए रुका...उसने देखा सुहानी की आँखे बंद थी....
सोहन भी तेज तेज धक्के लगाते हुए झड़ने लगा....उसने अपना लंड सुहानी की चूत में ही दबा दिया और अपने वीर्य किंपिचकारी छोड़ने लगा....सुहानी उसके गरम वीर्य को अपने चूत में भली भांति महसूस कर रही थी....सुहानी ने सोहन को वैसेही गले लगा लिया...सोहन जोर जोर से सांसे लेते हुए सुहानी के ऊपर ही निढाल हो के गिर गया....
और जब दोनों नार्मल हुए तो सोहन सुहानी के साइड से लुढक गया....सुहानी अपने आप ही उसके कंधे पप अपना सर रख के उसकी बाहो में समा गयी...सोहन ने भी उसे अपनी बाहो में जकड लिया।
दोनों कुछ बोल नहींरहे थे...बस उस पल मजा ले रहे थे...जाहिर है दोनों का ये पहला टाइम था।
लेकिन क्या ये पहला और आखरी बार था??? ये तो वक़्त ही बताएगा।