Jawan Ladki Chudai कच्ची कली - Page 5 - SexBaba
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Jawan Ladki Chudai कच्ची कली

लक्ष्मी घुटनो के बल हो के हाथ सामने टीका के घोड़ी बन गई में उसके 
पीछे आ गया और उसकी चुचिओ को पकड़ लिया ऐसे झुकने से भी उसकी 
चुचियाँ लटक नही रही थी उसके बदन से टाइट लगी हुई थी में 
उसकी चुचिओ को पकड़ के मसलने लगा और पीछे से साबुन लगाए हुए 
लंड को साबुन से लसी हुई गान्ड के छेद पे रख के थोड़ा सा दबाब डाला 
तो लंड का सुपाडा स्लिप हो गया छेद में नही घुसा तो में लंड को 
थोड़ा सा नीचे कर के उसकी चूत के सुराख से सटा दिया और एक ज़ोर का 
धक्का मार तो लंड भी खुली हुई चिकनी चूत के अंदर सर्र्ररर करता 
हुआ घुस गया थोड़ी देर तक चूत ही मारता रहा तो लक्ष्मी भी खुश हो 
गई के चलो गान्ड तो बच गई और में उसकी गान्ड नही मरूगा पर मेरा 
इरादा तो कुछ और ही था. थोड़ी देर चूत मे लंड पेलने के बाद लक्ष्मी 
बोली के राज बाबू साबुन से चूत के अंदर जलन हो रही है तो में 
लंड को बाहर निकाला और गान्ड के छेद पे रख के लंड के सुपाडे को 
अपने अंगूठे से दबा दबा के लंड के टोपे को गान्ड के छेद में घुसा 
ही दिया तो लक्ष्मी ने अपनी गान्ड के मसल्स टाइट कर लिए. में हल्के से 
उसकी गान्ड को ठप थपाया और बोला के देखो लक्ष्मी अगर तुम ऐसे टाइट 
रखोगी अपने गान्ड के मसल्स तो सच में दर्द होगा तो तुम मसल्स को 
रिलॅक्स रखो तो कुछ नही होगा तो उसने अपना सर हिला दिया. 
लक्ष्मी की गान्ड में लंड का टोपा 
घुसते ही लक्ष्मी बाथटब में तकरीबन लेट गई में उसके ऊपेर लेट गया 
उसकी गान्ड उपेर उठी हुई थी दोनो के पैर सीधे थे में थोड़ा सा लंड 
को उसकी गान्ड में दबाया तो वो थोड़ा सा और अंदर घुस गया अब में 
लंड का टोपा और थोड़ा सा लंड का डंडा ही अंदर बाहर करने लगा और 
पूछा के तकलीफ़ हो रही है किया तो उसने बोला एक एक बात बोलू राज 
बाबू तो में ने बोला के हा बोलो क्या बात है तो लक्ष्मी ने बोला के साबुन 
से गान्ड में जल रहा है तो आप साबुन पौंछ के तेल लगा लो ना चिकना 
हो जाएगा तो में ने कहा ठीक है. सच पूछा जाए तो साबुन जब 
मेरे लंड के सुराख के अंदर गया तो मेरे लंड में भी जलन होने 
लगी थी और में सोच रहा था के लोग साबुन लगा के कैसे मूठ मारते 
होंगे और यह सोचते सोचते रॅक पे से तेल की बॉटल उठा के अपना 
लंड उसकी गान्ड से बाहर खेच लिया और पानी से अपने लंड को और उसकी 
गान्ड को साफ किया और फिर टवल से अपना लंड उसकी गान्ड और चूत को 
ड्राइ किया और अपने लंड पे तेल लगा लिया और उसकी गान्ड के छेद को खोल 
के गान्ड के अंदर तेल डाल दिया और कुछ और चिकना करने के लिए लंड 
के सुपाडे तो उसकी गान्ड के छेद में रख के बॉटल से तेल डाइरेक्ट वहाँ 
पे डाल दिया और लंड के सुपाडे को उसकी गान्ड के अंदर बाहर करने लगा 
जिस से उसकी गान्ड के मसल्स थोड़े स्लिपरी और रिलॅक्स हो गये. 
में ने तेल डालना बंद कर 
दिया और ऐसे ही उसके बदन पे लेटे लेटे उसकी गान्ड को थोड़ा और ऊपेर 
उठाया और उसकी बगल से हाथ डाल के शोल्डर को पकड़ लिया और बस 
लंड के टोपे को ही अंदर बाहर अंदर बाहर करता रहा और लक्ष्मी 
समझती रही के में सिर्फ़ सुपाडा ही अंदर डालुगा 
 
पर मेरा इरादा तो 
इतनी मस्त छोटी सी प्यारी सी गान्ड को फाड़ने का हो रहा था इसी लिए 
जैसे ही मुझे महसूस हुआ के लक्ष्मी के गान्ड के मसल्स पूरे रिलॅक्स 
हो गये है तो लंड को पूरा बाहर निकाल के एक इतनी ज़ोर का बस एक ही 
झटका मारा के लंड लक्ष्मी की गान्ड को फाड़ता हुआ उसके पेट तक घुस 
गया और वो मेरी ग्रिप से बाहर निकलने के लिए तड़पने और छटपटाने 
लगी और बहुत ज़ोर से चीख पड़ी 
आआआआआआआहह 
ब्बाआआब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बबबुउुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुउउ 
ययययईईईईहह क्कीईईईय्ाआआआआआआआअ 
क्कररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर र्राहीईईईईई हूऊऊऊऊऊऊऊऊऊ 
ऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईईई 
म्म्म्मईममममममाआआआआआआआईयईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई 
माआआआऐईईईईई माआअरर्र्र्र्ररर 
ज्ज्ज्जााआऊऊऊगगगगगीइिईईईईईईईईईईईई बाआअब्ब्ब्ब्ब्ब्बबबुउुुुुुुुउउ 
निकााआआआाालल्ल्ल्ल्ल्ल्लूऊऊऊऊऊओ 
उूुुुुुुुुुुुुुुुुुउउफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ उसकी आँखो से आँसू बहने 
लगे और वो रोने लगी वही बाथ टब के अंदर मेरे बदन के नीचे ही 
ढेर हो गई में थोड़ी देर लंड को उसकी गान्ड के अंदर ही रख के उसके 
मसल्स रिलॅक्स होने का वेट करने लगा. 
थोड़ी देर के बाद मुझे लगा के उसके मसल्स रिलॅक्स 
हो गये है और उसका रोना भी बंद होगया. लक्ष्मी ने अपना मूह पीछे 
को टर्न कर के कहा यह क्या कर दिया राजा बाबू इतनी बेदर्दी से गान्ड 
फाड़ डाली पता है मुझे कितना दर्द हो रहा है मुझे लग रहा है 
के किसी ने चक्कु (कनते) से मेरी गान्ड को काट डाला हो बड़े खराब हो 
बाबू आप मुझे बहुत दुख रहा है अभी तक तो में बोला के लक्ष्मी कोई 
बात नही यह दर्द तो एक टाइम का ही है अब तुम्हें कभी दर्द न्ही 
होगा तो उसने कहा के तुम्हारा मूसल तो अभी भी मेरी गान्ड के अंदर है 
और तुम बोल रहे हो के दर्द नही होगा तो में धीरे से मुस्कुरा दिया 
और बोला के देखो अभी दर्द कम हो जाता है तो उसने कहा पता नही 
तुम सब घालत सलत बोलते हो पहले तो कहा के सिर्फ़ सुपाडा अंदर 
डालुगा पर इस मूसल लंड को मेरी गान्ड मे घुसेड के फाड़ डाला में ने 
बोला के प्लीज़ लक्ष्मी अभी तुमको मज़ा आएगा देखना तुम बस अपनी गान्ड 
के मसल्स रिलॅक्स रखो तो दर्द नही होगा तो उसने अच्छा कहा और सर 
हिला दिया. 
 
अब में लंड को अंदर बाहर कर के उसकी गान्ड मारने लगा. क्या टाइट 
गान्ड थी लक्ष्मी की क्या बताऊ और तेल लगा होने की वजा से अब मेरा 
लंड उसकी गान्ड में आसानी से अंदर बाहर फिसल रहा था और गान्ड 
मारने में आसानी हो रही थी और मज़ा आ रहा था. में भी अपने पैर 
पीछे कर के उसके ऊपेर लेट गया और उसकी छोटी कड़क चुचियों को 
अपने हाथो में ले कर मसलने लगा. थोड़ी देर तक तो लक्ष्मी को दर्द 
होता रहा पर अब उसको भी गान्ड मरवाने में मज़ा आने लगा अपनी गान्ड 
को मेरे लंड पे पीछे की ओर धकेलते हुए मस्ती में गान्ड मरवाने 
लगी. में उसकी गान्ड मारते मारते उसकी चूत में एक उंगली डाल के उसका 
मसाज करने लगा तो वो फुल मस्ती में आ गई और आआआहह 
राजा बबुउुुुुुुउउ बोहूऊवटतत्त्त मज़ाआआआ आआआआआआअ 
राआहााआआ हाअईई ऊऊओह आआहह उसका बदन टाइट 
हुआ और फिर हिलने लगा और उसके मूह से 
आआआाअगगगगगगगगगगघह निकला और वो मेरी उंगली पे ही 
झड़ने लगी. में उसको टाइट पकड़े हुए ज़ोर ज़ोर से गान्ड मार रहा था 
उसकी टाइट गान्ड मेरे लौडे को अपने मसल्स से निचोड़ रही थी उसके 
गान्ड का पतला झिल्ली जैसा पार्ट मेरे लंड के साथ उसकी गान्ड से बाहर 
आता और लंड के साथ ही अंदर चला जाता. में तेल के डिब्बे से थोड़ा 
और तेल की धार अपने आते जाते लंड पे डाला तो वो और आसानी से 
फिसलने लगा. अब मुझे 
और बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा था और मेरे बॉल्स में मलाई उबल 
रही थी जैसे दूध गरम चूल्हेर पे उबलता है. लक्ष्मी की गीली 
चूत को उंगली से चोदते चोदते वो तो झड़ ही चुकी थी अब मेरी 
रफ़्तार तेज़ हो गई और एक फाइनल झटका मारा तो लक्ष्मी के मूह से एक और 
खोफ़नाक चीख निकल गई और मेरा लंड उसकी गान्ड के गहराइयों तक 
पहुँच के पेट तक घुस गया और लंड के सुराख में से मेरी मलाई की 
मोटी मोटी धारियाँ निकल के उसकी गान्ड को भरने लगी और में उसके 
बदन पे ही लंबी लंबी साँसों के साथ ढेर हो गया. हम दोनो थोड़ी 
देर तक ऐसे ही पड़े रहे फिर थोड़ी देर के बाद उठ कर एक दूसरे को 
साबुन लगा के नहा के हम बाहर आ गये और एक दूसरे के बदन को 
टवल से ड्राइ करने लगे. 

दिन के 11:30 बज चुके थे उस वक़्त मुझे याद आया के अभी तो में ने 
नाश्ता भी नही किया तो में और लक्ष्मी दोनो नंगे ही किचन में आ 
गये और देखने लगे के फ्रिज में क्या है खाने के लिए. फ्रिज के 
अंदर से मक्खन और जाम निकाला वाउ मुझे मक्खन और जाम देखते ही 
एक ख़याल आ गया के हम दोनो क्यों ना मक्खन और जाम लगा कर 69 
पोजीशन में मज़ा करे. खैर फिलहाल तो भूक लग रही थी. 
लक्ष्मी ने ब्रेड के टोस को 
टोस्टर में डाल के 10-12 टोस गरम किए और उनपे छुरी से मक्खन 
और जाम लगा के दोनो ने खाया और पेट भर नाश्ता किया और उसके बाद 
लक्ष्मी के हाथ की मज़े दर चाय से तो मज़ा ही आ गया. नंगे ही 
नाश्ता कर रहे थे दोनो एक दूसरे के बदन से खेलते भी जाते थे 
और नाश्ता भी करते जाते थे. नाश्ता ख़तम करके वही टेबल पे 
बैठे थोड़ी देर बातें करते रहे इधर उधर की. 
 
में ने लक्ष्मी से पूछा के उसके घर के और उसके हज़्बेंड के बारे में 
पूछा तो उसने बताया के उसके पिताजी बीमार रहते थे इसी लिए उन्हो ने 
अपनी ज़िंदगी में ही उसकी शादी करना उचित समझा और ज़ियादा देर ना 
करते हुए छोटी उमर में ही शादी कर दी. उसने अपने पहली रात के बारे 
में बताया के उसको तो कुछ पता ही नही था के चुदाई क्या होती है वो 
तो समझ रही थी के शादी का मतलब होता है पति की और उसके घर 
वालो की सेवा करना उनका ख़याल रखना और उनको खाना बना के देना 
बगैरह बगैरह मुझे तो यह लंड, चूत चुचियाँ बगैरह के बारे 
में कुछ भी जानकारी नही थी. शादी की पहली रात को में अपने गाँव से 
विदा होके अपनी ससुराल के गाँव आ गई. शादी से पहले की रीति रिवाजो 
के बाद और बेल गाड़ी में एक गाँव से दूसरे गाँव को जाते जाते तक 
चुकी थी और मुझे बहुत ज़ोर की नींद आ रही थी. ससुराल पहुँचने 
के बाद मुझे एक रूम में भेज दिया गया जहा बेड था जिसपे कुछ फूल 
बिखरे पड़े थे और सब लोग बाहर निकल गये तो में बेड पे लेट गई 
और लेट ते ही सो गई थोड़ी देर के बाद मुझे मेरे बदन पे किसी का 
हाथ महसूस हुआ तो में उठ गई और देखने लगी के कौन है तो पाया 
के वो तो मेरा पति है. 
में झट से उठ के बैठ गई वो मेरे सामने बैठ गया और मेरे 
चेहरे को देखता रहा और निहारता रहा. में दिल में सोच रही थी के 
अब बस करो और मुझे सोने दो. खैर वो थोड़ी देर के बाद बत्ती बुझा 
के मेरे बाज़ू में आ के लेट गया और मेरी तरफ करवट ले के मुझे 
अपनी बाँहों में जाकड़ लिया तो में कसमसाने लगी उसने मेरे चेहरे पे 
प्यार किया तो मुझे अजीब सा लगा फिर उसने मेरे बदन पे इधर उधर 
हाथ घूमते घूमते मेरे चुचियों को पकड़ा और सहलाने लगा तो 
मुझे कुछ अजीब सा लगा पर मुझे भी कुछ मज़ा आने लगा था फिर 
थोड़ी देर के बाद उसने मेरी रानो पे हाथ रख के अपने हाथ को आगे 
पीछे किया तो मेरे सारे बदन में चीटियाँ सी रेंगने लगी झुरजुरी 
आने लगी मेरा बदन एक दम से गरम हो गया और मुझे लगा जैसे 
मेरा पेशाब निकल रहा हो. 

थोड़ी देर के बाद उसने मेरी योनि पे हाथ रखा तो में चौक गई और 
उसका हाथ झटक दिया तो वो हंस दिया और बोला के अरे मुझ से किया 
शरम करती हो में तो तुम्हारा पति हू तुम्हारी चूत का मालिक. में ने 
कहा के ठीक है पति हो पर यह क्या कर रहे हो तो उस ने कहा के 
अरे पगली यही तो सब कुछ होता है शादी के बाद. 
अफ मेरी तो आँख ही खुली रह गई के 
मुझे यह सब भी करना पड़ेगा किया. किस्मत से मेरी कोई बड़ी बहन या 
कोई ऐसी ख़ास सहेली भी नही थी जिसकी शादी हुई हो जिस से मुझे 
पता चलता के शादी के बाद क्या होता है यह मेरा पहला टाइम था के 
किसी ने मेरे बदन को छुआ हो मुझे बहुत अजीब सा लग रहा था और 
शरम आ रही थी वो तो अच्छा हुआ के बत्ती बुझी हुई थी नही तो में 
उस से आँख भी नही मिला पाती. 
 
थोड़ी देर के बाद उसने एक एक करके मेरे बदन के सारे कपड़े निकाल 
दिए में ने कुछ विरोध किया पर उसने जब मेरी योनि को छुआ तो मुझे 
बहुत ही मज़ा आया था इसी लिए में खामोश रही के आगे देखते है 
क्या करता है और फिर वो खुद भी नंगा हो गया. मेरे चुचियों को 
पहले तो चूमा चूसने लगा और घुंडीओ को काटने लगा और तो में 
काँपने लगी मेरी योनि में से रस निकलने लगा में अपनी रानो के आपस 
में एक दूसरे से रगड़ती रही मेरे बदन की बेचैनी बढ़ गई थी 
उसने फिर मेरा हाथ पकड़ के अपने आकड़े हुए लंड पे रख दिया तो में ने 
पहले तो अपना हाथ हटा लिया पर बाद में उसके लंड को पकड़ लिया उसके 
लंड में से कुछ चिकना चिकना पानी निकल रहा 
था यह पहला टाइम था में ने किसी के लंड 
को पकड़ा था उसके बाद तो मुझे बिस्तर पे चित्त लिटा दिया और मेरे 
ऊपेर चढ़ आया और मेरी टाँगें खोल के अंदर बैठ गया और अपना 
लंड मेरी चूत के अंदर रगड़ने लगा मेरे बदन में झूर झूरी आ 
रही थी पता नही मुझे क्या होने लगा था मेरा दिमाग़ काम नही कर 
रहा था फिर वो मेरे बदन पे झुक गया और लंड को मेरी चूत में 
घुसाने की कोशिश करने लगा एक दो टाइम तो उसका लंड फिसल के ऊपेर 
से ही बाहर निकल गया फिर उसने किसी तरह मेरी चूत के सुराख में 
लंड के टोपे को टीका दिया और धक्का मारा तो आधा लंड अंदर घुस 
गया और में एक चीख मार के उठने लगी और दर्द से छटपटाने 
लगी चूत के अंदर जैसे आग लग गई और जलन होने लगी और में ज़ोर 
ज़ोर से रोने लगी उस टाइम पे में सिर्फ़ 18 साल की थी मुझे चुदाई के 
बारे में कुछ बही नही मालूम था यह सब मेरे साथ पहले टाइम हो 
रहा था फिर वो एक और ज़ोर का धक्का मारा तो उसका लंड पूरे का 
पूरा मेरी योनि में घुस चुका था और मेरे मूह से खोफ़नक चीख ही 
निकल गई मेरी आँख से आँसू निकल गये और में रोने लगी और में 
उसको अपने बदन से धकेलने लगी पर उसने मुझे ज़ोर से पकड़ लिया था 
लंड को मेरी चूत के 
अंदर ही रखे रखे मुझे दबा के पकड़ लिया और घका घच चोदने 
लगा में दर्द से तड़प रही थी पर वो तो दीवानो की तरह से कमर 
हिला के लंड को अंदर बाहर करने लगा शाएद 4 या 5 धक्के लगा के 
मेरी चूत में अपना पानी छोड़ दिया मुझे लगा जैसे उसने मेरी चूत 
में पिसाब कर दिया हो यह तो बाद में पता चला के मर्द के लंड में से 
मलाई निकलती है मुझे उतना मज़ा तो नही आया पर उसका चोद्नना अच्छा 
लगा. 

दूसरी रात भी ऐसे ही कुछ किया उसने और उस दिन भी मुझे मज़ा नही 
आया में समझी के शाएद मर्द को ही इसका मज़ा आता है लड़की को 
नही आता होगा. एक हफ्ते के बाद उसकी असलियत का पता चला जब वो रात 
में सराब पी के आया और आते ही मेरे से चिपट गया और अब तो बिना 
कपड़े निकाले ही मेरी टाँगो के बीच घुस गया और अपने लौडे को अंदर 
घुसाने की कोशिश करने लगा वो सराब के नशे में धुत्त था उसे 
पता ही नही चल रहा था का चूत का सुराख किधर है और इधर 
उधर 4 – 5 धक्के मारा और मेरी चूत के ऊपेर ही अपनी मलाई निकाल के 
खर्राटे मारते हुए सो गया और यह उसका मामूल बन गया सराब पी के 
आता और उल्टे सीधे धक्के मार के मेरी चूत के ऊपेर ही मलाई निकाल 
के सो जाता और में रात भर बदन में उठी गर्मी से जलती रहती और 
अपने ही उंगली से चूत के दाने को रगड़ रगड़ के रस्स छूटने के बाद 
में भी सो जाती. 
 
उस टाइम पे गंगा अपने पति के घर रहती थी जब मेरा पति और उसका 
पति दुबई चले गये तो गंगा यही आ के रहने लगी तब हम दोनो एक 
दूसरे से अपनी बिस्तर की बातें करने लगे और फिर धीरे धीरे हम 
दोनो एक दूसरे की चुचियों को चूस्ते एक दूसरे के ऊपेर उल्टा लेट के 
दोनो एक दूसरे की चूत को चाट'ते एक दूसरे की चुतो में उंगलियाँ 
डाल के रस्स निकाल देते ऐसे ही दिन गुज़रते रहे फिर एक दिन गंगा ने 
बताया के आप ने उसकी चुदाई कैसे मस्त तरीके से की है तो मेरा तो 
सुनते ही पानी निकल गया और मेरा भी चुदवाने का मन करने लगा 
और गंगा से बोली के मुझे 
भी चुदवा दे तेरे राज बाबू से और हँसते हुए बोली के देख लो बाबू 
में तुम्हारे सामने चुदि हुई नंगी बैठी हू तुम्हारा बहुत बहुत 
शुक्रिया जो मुझे ऐसा मज़ा दिया तुम ने ऐसा मज़ा मुझे कभी नही मिला 
था और गंगा ने बोला था के राज बाबू को चिकनी बिना बालो वाली चूत 
पसंद है तो में आज सुबह ही चूत के सारे झान्टे सफाई कर के 
आई हू और देख लो कितनी चिकनी है मेरी मक्खन जैसे और मखमल 
जैसे चिकनी चूत आपको पसंद आई ना कैसी लगी मेरी चिकनी चूत 
तो में हँसते हुए बोला के मस्त है तुम्हारी चूत तो गंगा से भी अच्छी 
है इसे चोदने में बड़ा मज़ा आया लक्ष्मी से बाते करते करते मेरा 
लौडा एक दम से अकड़ के लोहे जैसा सख़्त हो चुका था में ने एक बोल 
में खूब बहुत सारा मक्खन और जैम निकाला और चम्मच से अच्छी तरह 
से मालिश करने लगा तो लक्ष्मी ने पूछा यह क्यों मिला रहे हो बाबू तो 
में ने बोला के तारो अभी तुम्हें पता चल जाएगा और बोल को हाथ 
मे ले के लक्ष्मी के साथ बेडरूम में आ गया 

में लक्ष्मी को बिस्तर पे लिटा दिया और उसके सारे चुचियों पे उसके पेट 
पे और उसकी चूत पे मक्खन और जैम लगा ना शुरू कर दिया तो लक्ष्मी 
मुस्कुराने लगी और बोली के अच्छा अब में समझी के आप क्या करना चाहते 
हो तो में भी हँसने लगा और बोला के यह तुम्हारी चूत से ज़ियादा 
मीठा तो नही है पर देखो ट्राइ करते है उसके सारे बदन पे 
मिक्स्चर अच्छी तरह से मल दिया और फिर उसके टांगो के बीचे में बैठ 
के उसपे झुक गया और उसकी चुचियों पे से मिक्स्चर चाटने लगा और 
चुचियों को चूसने लगा इसी तरह से उसके पेट का चाट लिया और 
उसकी नाभि के पास से भी चाट लिया और उसकी चूत के मूह लगा ते ही 
वो तड़पने लगी और मेरे सर को अपने हाथो से पकड़ के अपनी टाँगें 
खोल के मेरे बदन से लपेट ली और अपनी गान्ड उठा के खुली टाँगो के 
बीच में घुसाने लगी में उसकी चूत पे से मक्खन और जैम का 
मिक्स्चर चाटने लगा तो उसके मूह से 
आआआआआआआहह निकाल गई और ऑटोमॅटिकली मेरे 
सरर को पकड़ के अपनी चूत में घुसेड़ने लगी और अपनी चूत को मेरे 
मूह से रगड़ने लगी 
लक्ष्मी की आँख बंद हो गई थी और उसकी चूत खुल चुकी थी अंदर 
से लाल हो रही थी में ने अपने दोनो हाथ उसके चुतडो के नीचे 
रख के थोड़ा सा उठाया तो उसकी चूत उठ गई उसकी चूत को पूरा मूह 
के अंदर ले के दाँतों से काटा तो उसका शरीर ऐसे हिलने लगा जैसे 
एलेक्ट्रिक शॉक लगा हो और वो मेरे मूह में ही झड़ने लगी में उसकी 
चूत का सारा रस्स पी गया उसकी आँखें बंद थी बदन टाइट हो गया 
था और जैसे ही उसका झड़ना ख़तम हुआ उसका बदन ढीला पड़ गया 
जैसे उसके बदन में रही सही जान निकल गई हो हाथ पैर ढीले पड़ 
गये और वो आँखें बंद कर के गहरी गहरी साँसें लेने लगी 

थोड़ी देर के बाद आँख खोल के बोली के राज बाबू यह क्या कर दिया आप 
ने मेरे क्यूँ राज बाबू आज से पहले मुझे इतना मज़ा कभी नही मिला 
तुम तो जादूगर हो तुम्हें पक्का पता है के लड़की को क्या चाहिए और 
लड़की की जलती आग को कैसे शांत किया जाता है आपको अच्छी तरह से 
पता है में तो आपकी दीवानी हो गई हू अब तो मेरे मन कर रहा है 
के में जहा काम करती हो वहाँ छोड़ के आपके पास ही आ जाऊ काम के 
लिए और आपकी सेवा में ही अपना जीवन बिता दू तो में हँसने लगा और 
बोला के ठीक है गंगा से बात कर्लो मुझे कोई प्राब्लम नही है 
सॅलरी में जो गंगा को दुगा वोही तुम को देदुगा तो लक्ष्मी खुश होगई 
और बोली के राज में गंगा से पहले ही इस बारे में बात कर 
चुकी हू उसने बोला के उसको कोई प्राब्लम नही है बस वो तो चाहती है 
के आप उसको भी चोदते रहे बस वो तो आपके इस मूसल लंड की दीवानी 
है इतना कहते हुए वो लेते से उठ गई और मेरे को बिस्तर पे लिटा दिया 
और मेरे आकड़े हुए लंड पे मक्खन जैम का मिक्स्चर अपने हाथ में ले के 
मलने लगी और थोड़ा सा मेरे नवल एरिया पे भी लगा दिया और मेरे 
ऊपेर झुक के मेरे नवल एरिया का मिक्स्चर चाटने लगी तो मेरे सारे 
बदन में एक सर सराहट होने लगी 
 
में अपने दोनो पैर उसके गर्दन से 
लपेट के अपनी ओर खेच लिया और उसका सर पकड़ के एक ही स्ट्रोक में 
अपना लंड उसके मूह के अंदर घुसेड दिया और अपने चूतड़ उठा के उसके 
मूह को चोदने लगा थोड़ी देर के बाद में ने उसके बदन पे ठप 
थपाया और वो इशारा समझ के मेरे ऊपेर 69 की पोसितों में आ गई 
तो में ने अपना हाथ बोल में डाल के मिक्स्चर निकाल के उसकी चूत पे 
लगा दिया लक्ष्मी मेरे ऊपेर झुक के मेरे लंड को चूस रही थी इस 
पोज़िशन मे उसके गले से झूलता मंगल सूत्र मेरे लंड से लग रहा 
था तो उसने अपने मंगल सूत्र को मेरे लंड के डंडे पे गोल गोल 3 – 4 
बल दे के लपेट दिया और अपने हाथ से पकड़ के लंड को मूठ जैसा 
मारने लगी लंड का 
सुपाडा उसके मूह में था और वो लंड का सुपाडा उसके मूह के अंदर था 
जिसे वो चूस रही थी और लंड के डंडे को पकड़ के मेरा मूठ मार 
रही थी उसका हाथ मंगल सूत्र पे था जिस से मुझे कुछ ज़ियादा ही मज़ा 
आ रहा था मुझे लगा के में तो अब जल्दी झड़ने वाला नही हू तो में 
उसके चुतडो को पकड़ के अपने मूह पे उसकी चूत को करीब ला के 
चूसने लगा और काटने लगा उसकी गान्ड में मक्खन का मिक्स्चर लगा के 
एक उंगली डाल दिया तो उसका बदन एक झटका खा गया और मेरे मस्ती में 
अपने गान्ड उठा उठा के चूत से मेरे मूह को ज़ोर ज़ोर से मार मार के 
चोदने लगी लक्ष्मी की चूत के दाने को दाँतों से काटा तो वो फिर से 
काँपने लगी और सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स अहह 
ब्ब्ब्बाआआआआआआबुउुुुुुुुुुुुुुुउउ की आवाज़ के साथ ही मेरे मूह 
में झड़ गई और बे दम हो के मेरे बदन पे ही गिर गई लंड उसके मूह 
में ऐसे ही पड़ा रहा लक्ष्मी के मूह में अब उस में लंड चूसने की 
ताक़त भी नही थी 

में लक्ष्मी के चूतड़ पे धीरे से सहलाया और इशारा किया तो वो अब 
पलट के अपने पैर घुटने से मोड़ के मेरे थाइस पे बैठ गई लक्ष्मी 
के सामने मेरा लंड हिल रहा था तो उसने एक बार फिर से क्रीम और जैम 
का मिक्स्चर अपने हाथ में ले के लंड पे अच्छी तरह से लगा दिया और 
मेरे मूसल जैसे लंड पे बैठने लगी आआआअहह 
क्या टाइट चूत थी उसकी लंड धीरे धीरे अंदर घुस रहा था और 
लक्ष्मी की आँखें बंद थी 
लंड क्रीम और जैम के मिक्स्चर के साथ उसकी चूत में घुस गया 
और उसके बच्चे दानी से टकराने लगा अब लक्ष्मी मेरे लंड पे उछलने 
लगी जिस से उसके मस्त टाइट चुचियाँ भी डॅन्स करने लगी तो में उनको 
पकड़ के मसलने लगा और निपल्स को अपने उंगली और अंगूठे में 
पकड़ के निचोड़ दिया तो वो मज़े में चिल्लाने लगी आआआआअहह 
राआआजजजज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज बाआआआबुउुुुुुुुुुुुुुुउउ किय्ाआआआअ 
मस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्त लुउन्न्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्दद्ड हाआआआआऐईईईईईईई 
आआआआआअहह अब में उसको झुका के मक्खन और जैम के 
मिक्स्चर को उसके छातियों पे मलना शुरू कर दिया और फिर उसके 
छातियों को चूसना शुरू कर दिया आआआअहह क्या मस्त चुचियाँ थी 
उसकी एक दम से टाइट गंगा से भी अच्छी थी उसकी चुचियाँ लगता है 
सावित्री के पति ने उसकी छातियों को ज़ियादा नही दबाया होगा 
लक्ष्मी को झुका के अपने चूतड़ उठा उठा के उसको मस्त तरीके से चोद 
रहा था मेरा मूसल लंड से उसकी चूत भर गयी थी और चूत के 
आस पास के मसल्स से चूत का सुराख पूरी तरह से खुल चुका था 
जैम और क्रीम का मिक्स्चर पूरे का पूरा उसकी चूत के अंदर चला 
गया था ऐसी पोज़िशन में लंड बहुत अंदर तक उसकी चूत में घुस 
चुका था उसकी आँखे बंद हो गई थी और लक्ष्मी की आँखो से मस्ती 
के आँसू निकल रहे थे 
 
लक्ष्मी भी इतने टाइम झाड़ जाने के बाद फिर से मस्ती में आ गई थी और 
आआआहह राआाजजजजाआाआआआ बाआआआआआब्ब्ब्बबू उूुउउ 
आईसीईए हीईईईईईई आअहह आईसीईई हीईईई 
चूद्ददडूऊऊऊ ऊऊओिईईईईईईई म्म्म्मीमममममाआआआआअ आअहह ऐसे ही 
आवाज़ें निकाल रही थी तो में फिर से बिना लंड उसकी चूत से निकाले 
के पोज़िशन चेंज किया और उसको नीचे लिटा दिया उसके पैर मेरी कमर 
से लिपट गये और अपने पैरो को में पीछे की ओर लंबा कर के अपनी 
गान्ड उठा उठा के लंड को पूरा उसकी चूत से बाहर निकाल निकाल के 
धना धन्न चोद ता रहा ख्हकचह कक्खाआकचह और तप्प 
तप्प की आवाज़ें कमरे में गूँज रही थी और लंड को पूरा सुपाडे 
तक बाहर खेच खेच के चोदने लगा तो वो मेरे से लिपट गई और अपने 
बड़े से मंगल सूत्र को मेरी गर्दन के पीछे से मेरे सर में पहना 
दिया अब पोज़िशन ऐसी थी के मंगल सूत्र हम दोनो के गले में एक साथ 
फँसा हुआ था 
में घचा घच चोद रहा था और मेरी स्पीड बढ़ गई थी मुझे 
लगने लगा था के अब मेरी मलाई निकलने वाली है दोनो के बदन 
पसीने से भर चुके थे मेरे मूह पे से पसीना बह के उसके चेहरे 
पे गिरने लगा कोई कोई ड्रॉप उसके मूह पे गिर जाता तो वो अपनी ज़ुबान 
बाहर निकाल के मेरे पसीने को चाट जाती में बहुत ही ज़ोर ज़ोर से 
चोद रहा था और लक्ष्मी आआआअहह 
बाआआआअब्ब्ब्ब्ब्बबबुउुुुुुुुुुुुुउउ उूुुुुुउउफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ 
म्म्म्ब्माआऐययईईईईईईईईई माआआररर्र्र्र्र्र्र्र्ररर 
ज़ाआआवउऊउगगगगगगगगगीइइई आआआआहह 
कीिय्ाआआआआआआआआआअ माज़ाआआआआआ हाआईईईई 
बबुउुुुुुुुुुुुुुुुुुउउ ऊऊऊीीईईईईईईईईई हहाआआईईईईई 
मीररीईईईईईईईईईई म्म्म्मा आआआआआआआआआ वो मेरे बदन से बेल की 
तरह से लिपटी हुई थी पकच पकच की आवाज़ें कमरे में गूँज 
रही थी और फिर में ने पूरे लंड को बाहर निकाल के एक बहुत ही ज़ोर 
का झटका मारा तो लक्ष्मी का मूह खुला रह गया और उसके मूह से 
हहाआआआआआऐईईईईईईई म्म्म्मआमममममाआआआआआआआअ निकला 
और फिर से उसकी आँखों से आँसू निकल के उसके गाल से होते हुए 
नीचे गिरने लगे उसने मुझे बहुत ज़ोर से पकड़ रखा था और एक 
फाइनल झटका मारा लंड को पूरा बाहर खेच के लंड उसकी चूत में 
घुस के बच्चे दानी को ज़ोर से टकराया और मेरे लंड में से गरम 
गरम मलाई की मोटी मोटी पिचकारियाँ निकल के उसकी चूत को भरने 
लगी और उसी समय लक्ष्मी का बदन में भी बिजली के झटके लगने लगे 
और वो झड़ने लगी सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आआआआअहह औसे 
आवाज़ें निकालने लगी और थोड़ी ही देर में दोनो शांत हो गे 
में उसके बेजान बदन पे 
ढेरे हो गया और दोनो गहरी गहरी साँसें लेने लगे थोड़ी देर के 
बाद जब हमारा ऑर्गॅज़म थम गया और दोनो अपने अपने सेन्सस में वापस 
आ गये तो लक्ष्मी मेरे चेहरे को शोल्डर को गर्दन को बे तहाशा 
चूमने लगी और में भी उसके बदन के हर हिस्से को चूमने लगा 
जैसे इतनी मस्त चुदाई का जशन मना रहे हो और एक दूसरे को अन - 
देखी लॅंग्वेज में थॅंक यू कह रहे हो 

थोड़ी देर के बाद में लुढ़क के उसके साइड में लेट गया और एक दूसरे 
की बाँहों में बाहें डाले हम पता नही कब गहरी नींद सो गये पता 
नही कितनी देर हो चुकी थी और क्या टाइम हुआ था ऐसे लग रहा था 
जैसे कोई लक्ष्मी को बहुत दूर से पुकार रहा हो आँख खुली तो देखा 
गंगा बेड के साइड में शरारती मुस्कुराहट लिए खड़ी है में और 
लक्ष्मी दोनो बिस्तर पे नंगे पड़े गहरी नींद सो रहे थे इतने में 
लक्ष्मी की आँख भी खुल गई गंगा लक्ष्मी से पूछ रही थी क्या है री 
ऐसी कितने टाइम चुदवा है जो इतनी गहरी नींद सो रही है कुछ 
राज बाबू को खाना वाना भी खिलाया या सारा दिन बस चुदवाती ही रही 
लक्ष्मी ने कोई जवाब नही दिया लक्ष्मी के चेहरे पे भी एक सुकून लग रहा 
था जैसे आज से पहले कभी इतने गहरी नींद नही सोई हो 
घड़ी देखी तो पता चला के शाम 
के 7 बज चुके है अफ तो किया हम 6 घंटे तक सोते रहे ? गौर किया 
तो पता चला के हम ने लंच भी नही लिया है और खाना भी बना हुआ 
नही है गंगा बोली के फिकर ना करो बाबू में अंदर आ के किचन 
में देख चुकी थी के लक्ष्मी ने खाना नही बनाया तो में समझ गई के 
इसे फुक्कत का लंड मिल गया तो इस ने सारा दिन चुदवाया होगा और में 
पास वाले होटेल से चिकन खोरमा, टोमतो की चटनी और चिकन 
बिरयानी के 6 पार्सल ले के आई हू और आँख दबा के बोली के आज रात 
में कही भूक लग गई तो स्टॉक तो होना चाहिए ना तो हम दोनो के 
चेहरे पे मुस्कुराहट दौड़ गई 
 
मेरे बदन पे लक्ष्मी के दाँतों से काटने के निशान नज़र आ रहे थे 
जहा जहा उसने मस्ती में काटा था तो गंगा यह निशान देख के बोली 
अरी लक्ष्मी तू ने क्या हालत बना दी है राज बाबू की तो उसने बोला के तू 
ने भी तो काट खाया था इनके शोल्डर को देख अभी तक तेरे काटे का 
निशान बाकी है तो गंगा भी मुस्कुराने लगी में और लक्ष्मी दोनो नंगे 
ही बाथरूम में शवर लेने के लिए घुस गये और एक दूसरे को अच्छी 
तरह से साबुन मल के नहलाने लगे 

बाथरूम से बाहर निकल के दोनो ने एक दूसरे का बदन टवल से पूछा 
और नंगे ही डाइनिंग टेबल की तरफ चले गये गंगा टेबल पे खाना 
लगा चुकी थी में और लक्ष्मी तो नंगे ही थे जैसे ही गंगा करीब 
आई लक्ष्मी ने उसे पकड़ के उसके कपड़े निकाल दिए और बोली के तुझे 
शरम नही आती में और राज बाबू दोनो ही नंगे है और तो बड़ी मेमसाब
जैसे कपड़े पहेने घूम रही है तो उसने हँसते हुए कहा के अरी 
पगली मेरी चूत को देखे गी तो पता चलेगा के वो तो समंदर जैसी 
गीली हो रही है और सुबह से ही ( मेरे लंड की तरफ इशारा कर के 
बोली ) 
इस मूसल लंड से चुदाई का सोचते सोचते में 4 – 5 टाइम तो ऑलरेडी 
झड़ चुकी हू और मेरी चूत में तो भट्टी जैसे आग लगी हुई है अब 
इस चूत की आग बुझाने का टाइम आ गया है और अपने कपड़े खुद ही 
निकाल के नंगी ही आ के अपनी कुर्सी पे बैठ गई और हम तीनो ने 
खाना खाया उसके बाद लक्ष्मी कॉफी बना ने किचन में चली गई तो 
गंगा मेरे सामने आ के खड़ी हो गई और मेरी आँखों में आँखे 
डाले घूर घूर के देखते हुए सीधे मेरे आकड़े हुए लंड पे अपनी 
चूत टीका के बैठने लगी 

डाइनिंग चेर बैठने की जगह पे गोल थी और बिना हत्थे ( विदाउट 
हेड रेस्ट ) वाली थी इसी लिए वो मेरी कुर्सी के ऊपेर से ही दोनो 
तरफ अपनी दोनो टाँगें रख के अपनी चूत के सुराख को मेरे लंड के 
चिकने सुपाडे पे टीका दिया और डाइरेक्ट मेरे लंड पे बैठने लगी मेरा 
लंड तो अच्छा ख़ासा रेस्ट ले चुका था और अपने सामने दो दो नंगी 
लड़कियों की मस्त चुचियाँ और गरम गरम रसीली चूते देख के वो 
तो किसी साँप की तरह से फपकारने लगा था और जोश में हिल रहा 
था जैसे दोनो चूतो को प्रणाम कर रहा हो जिसे गंगा ने अपने हाथो से पकड़ के अपनी 
भट्टी जैसे गरम और समंदर जैसी गीली चूत में घुसेड लिया था 
और में उसके मम्मे चूसने और दबा ने लगा गंगा ने अपने हाथ मेरी 
गर्दन में डाल दिए मुझ से चिपक गई और मेरे लंड पे उछलने लगी 
जिस से उसके चुचियाँ भी डॅन्स करने लगे और साथ में उसका मंगल 
सूत्र भी डॅन्स करने ल्गा और गंगा ने भी वोही लक्ष्मी वाली हरकत की 
अपने मंगल सूत्र को पकड़ के मेरे सर में डाल दिया जिस से एक मंगल 
सूत्र हाँ दोनो के गर्दानो में अटक गया था गंगा सुबह ही से मेरी 
और लक्ष्मी की चुदाई का सोचते सोचते बहुत ही गरम हो चुकी थी और 
मेरा लंड जो उसके चूत के बहुत अंदर तक घुस के उसकी बच्चे दानी 
से टकरा रहा था उसपे 4 – 5 टाइम उछल ते ही मुझ से ज़ोर से लिपट 
गई उसकी चुचियाँ मेरे सीने से चिपक गई और उसकी किशमिश जैसी 
घुंडी मेरे सीने के बालों से रगड़ खा के अकड़ने लगी और उसकी 
आँखें बंद हो गई और उसका बदन कापने लगा और वो मेरे लंड पे ही 
एक सिसकारी भरते हुए ऊऊऊऊऊऊऊऊ 
सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ऊऊऊऊऊऊओह कहते हुए झड़ने 
लगी मुझे बहुत ही टाइट पकड़ा हुआ था उसने और मुझे मेरे लंड पे 
महसूस हो रहा था के उसकी टाइट चूत मेरे मोटे लंड को कस्स के 
पकड़े हुए है मेरी 
क्रीम तो अभी नही निकली थी पर वो झाड़ के मेरे लंड को अपनी चूत 
के अंदर रखे रखे बंद आँखो से गहरी गहरी साँसें लेती हुई 
ऐसे ही बैठी रही मेरा लंड गंगा की चूत में किसी खंबे की 
तरह से गढ़ा हुआ था जिसे गंगा की चूत मे मसल्स निचोड़ रहे थे 
 
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]गंगा मेरे तने हुए लंड पे ही बैठी रही हम दोनो एक दूसरे के [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]साथ मस्तियाँ कर रहे थे एक दूसरे को बेतहाशा चूम रहे थे में [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]उसके चुचियों को दबा देता कभी मूह में ले के चूसने लगता तो कभी [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]उसके निपल्स को दाँतों से काट डालता कभी वो खुद अपनी चुचियाँ अपने [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]हाथो से पकड़ के मेरे बालो भरे सीने से रगड़देती जिस से उसके [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]निपल्स और खड़े हो जाते इतने में लक्ष्मी कॉफी बना के ले आई और [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]दोनो के हाथ में कप थमा दिए और बोली गंगा तेरी मलाई तो निकल [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]गई होगी तू थक्क चुकी है अब थोड़ी सी गरम गरम कॉफी पि ले ता [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]के तेरी चूत में और जान पड़ जाए तो गंगा हंस के बोली के इतना [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]मस्त लंड चूत के अंदर घुसा हो तो चूत के अंदर खुद बा खुद जान [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]पड़ जाती है फिर हम सब हँसने लगे [/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अब मंगल सूत्र गले में पड़े पड़े कॉफी पीना मुश्किल हो रहा था इसी [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]लिए उसने मंगल सूत्र मेरे सर से निकाल दिया और उसका मंगल सूत्र उसके [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]चुचियों के बीच में झूलने लगा लक्ष्मी और गंगा के मंगल सूत्र [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]काफ़ी बड़े थे इतने बड़े में ने बहुत कम औरतो के देखे शाएद उनके [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]गाओं में ऐसे ही मंगल सूत्र पहनते होगे गंगा मेरे लंड पे बैठे [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]बैठे कॉफी पीने लगी तो लक्ष्मी ने कहा क्यों गंगा ऐसे लंड पे [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]सवारी करते करते कॉफी पीना कैसा लग रहा है तो गंगा बोली ऐसे [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]कॉफी पीने का मज़ा तो कुछ और ही है तू भी किसी दीन ऐसे ही मस्त [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]लंड पे बैठ के पी के देख तो पता चलेगा के चूत में लंड ले के [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]कॉफी पीने में कितना मज़ा है और फिर दोनो हँसने लगे कॉफी ख़तम हो गई तो मेरे लंड [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]पे से उठे बिना ही उसने अपना हाथ पीछे कर के दोनो के कप्स टेबल पे [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रख दिए और अपनी जीभ मेरे मूह में डाल दी और हम दोनो एक दूसरे [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]को किस करने लगे और कॉफी का मज़ा लेने लगे [/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]लंड गंगा की चूत में इतना टाइट फँसा हुआ था जिस से उसका निकला [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]हुआ जूस भी चूत के अंदर ही रुका हुआ था और बाहर नही निकला [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]था थोड़ी देर के बाद गंगा मेरे लंड पे से उठी तो उसकी चूत में [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]जमा हुआ जूस ऐसे गिरने लगा जैसे किसी ने नल खोल दिया हो और सारा [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]जूस निकल के मेरे लंड पे से बहता हुआ नीचे गिरने लगा तो वो [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]जल्दी से नीचे फ्लोर पे मेरे दोनो पैरो के बीच में बैठ गई और [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]मेरे लंड को एक दम से अपने मूह में भर के चूसने लगी मेरे लंड [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]पे लगे अपनी मीठे जूस को वो मज़े से चटखारे ले ले के चाटने [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]लगी और मेरे लंड को लॉली पोप की तरह से चूसने लगी में ने उसका सर पकड़ के अपनी गान्ड [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]उठा के उसके मूह को छोदना शुरू कर दिया इतने में लक्ष्मी मेरे सामने आ [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]के खड़ी हो गई तो में उसकी चुचियों को मसलने लगा और उसकी पेट पे [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]किस किया फिर उसकी नाभी पे किस किया मेरे मूह से उसकी चूत का लेवल[/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]सही नही था तो उसने करीब पड़ा हुआ एक छोटा सा स्टूल उठा लिया और [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]उसपे खड़ी हो गई तो में उसकी चूत पे किस करने लगा और अब लक्ष्मी [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]ने मेरे सर को पकड़ के अपने टाँगें खोल के अपनी चूत को मेरे मूह [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]से रगड़ने लगी उधर गंगा मेरे लंड को मज़े से चूसने में बिज़ी थी [/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अब मेरा एक हाथ गंगा के सर पे था और दूसरा हाथ लक्ष्मी की गान्ड पे [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]जिसे में खेच के उसकी चूत से निकालता हूआ रस्स पी रहा था लक्ष्मी की [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]आँखें बंद हो चुकी थी और मस्ती में मेरे मूह की चुदाई कर रही [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]थी और ज़ोर ज़ोर से अपनी चूत को मेरे मूह पे मारने और रगड़ने लगी [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]और मेरे सर को अपने हाथो से पकड़ के अपनी चूत में घुसा लिया और [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]दबा के पकड़ लिया और उसका बदन एलेक्ट्रिक के झटके खाने लगा [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]और उसके चूत में से मीठा मीठा जूस निकलने लगा जिसे में पी [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]गया और वो शांत हो गई [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]गंगा मेरे लंड को ज़ोर ज़ोर से चूस रही थी में इतना मस्त होगया [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]था के अपनी कुर्सी से खड़ा होगया और नीचे बैठी हुई गंगा का सर [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]पकड़ के उसका मूह बड़ी ज़ोर ज़ोर से छोदने लगा लंड उसके हलक के [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अंदर तक घुसा के वापस निकाल के चोद रहा था और अब मेरी मलाई [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]निकलने का टाइम आ गया था तो में गंगा के मूह को ज़ोर ज़ोर से चोदने [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]लगा और वो भी लॉली पोप जैसे ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी जिस से उसकी [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]चुचियाँ और उसका मंगल सूत्र दोनो साथ में डॅन्स कर रहे थे मेरी [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]आँख बंद हो गई और दिमाग़ में लाखों पटाखे फूटने लगे और [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]में ने अपने लंड को गंगा के हलक के सुराख तक घुसेड दिया और उसी [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]समय मेरे बॉल्स में हल चल मचाती हुई गरम गरम मलाई की मोटी [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]मोटी पिचखारियाँ निकलती हुई सीधे उसके हलक में गिरने लगी जिसे [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]वो बड़े मज़े से गटक गई और धीरे धीरे मेरे धक्के कम होने [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]लगे और में वापस अपनी कुर्शी पे बैठ गया मेरी साँसें तेज़ी से [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]चल रही थी और आँखें बंद थी बदन सारा पसीने में शरबूर [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]हो गया था मेरी मलाई निकलना बंद हो गई और लंड भी नरम पड़ने [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]लगा था पर गंगा ने मेरा लंड अपने मूह से बाहर नही निकाला और वो [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]लंड को कंटिन्यू ऐसे ही चुसती जा रही थी उसके [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]गरम मूह के स्पर्श से मेरे मुरझाए लंड में फिर से जान पड़ने [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]लगी और 5 मिनिट के अंदर ही मेरा लंड वापस मूसल की तरह सख़्त [/font]
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]और रॉकेट की तरह से सीधा खड़ा हो गया [/font]
 
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