hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
में ने गंगा को उसके बगल से पकड़ के उठाया और अपनी दोनो बाँहों में
दोनो को ले के बेडरूम में आ गया गंगा ने लक्ष्मी से बोला के देख
लक्ष्मी तुझे तो राज बाबू सुबह से चोद रहे है और में राजा बहू की
चुदाई की भूकी हू और अभी भी मेरी चूत प्यासी है तो अब थोड़ी देर
तू मुझे ही चुदवाने दे और तू आराम कर और देख हमारी चुदाई यह
सुनते ही लक्ष्मी का मूह लटक गया वो समझी के अब सिर्फ़ गंगा ही
चुदवाएगी तो में ने कहा क्यों फिकर करती हो हम तीनो मज़े
करेंगे में तुम दोनो को चोद के खुश करदूँगा हम तीनो मिल कर
चुदाई करते है और इसे इंग्लीश में थ्रीसम कहते है इतना सुनते
ही लक्ष्मी का चेहरा चौदहवीं के चाँद की तरह से चमकने लगा लगता
है लक्ष्मी की चूत गंगा की चूत से ज़ियादा गरम और प्यासी है और
सच तो यह है दोस्तो के लक्ष्मी की उमर भी गंगा से कम है और उसकी
चुचियाँ भी छोटी और चूत तो आअहह इतनी टाइट चूत बॅस गीता की
ही चोदि थी उसके बाद लक्ष्मी की चूत सब से छोटी मिली है चोदने को
मेरा लंड तो रॉकेट की तरह से तय्यार खड़ा था मुझे गंगा ने बेड
पे चित्त लिटा दिया और उसके कुछ करने से पहले ही लक्ष्मी जल्दी से मेरी
टाँगो के बीच आ के बैठ गई और मेरे लंड को अपने मूह में ले के
चूसने लगी तो गंगा हंस के बोली लक्ष्मी तो बहुत बेसब्री है रे ऐसा
लगता है जानम जनम की प्यासी है तो लक्ष्मी ने मूह से बिना लंड
निकाले उसकी तरफ आँख घुमा कर देखा उसकी आँखो में चमक से
सॉफ पता चल रहा था के वो लंड चूसने से कितनी खुश है में ने
गंगा से कहा के इधर आ जाओ और मुझे तुम्हारी प्यारी चूत का अमृत
तो पिलाओ तो वो बेड के ऊपेर चढ़ के आ गई और मेरे सर के दोनो तरफ
अपने घुटने मोड़ के मेरे मूह पे बैठ गई तो में हाथ बढ़ा के उसके
मम्मे मसलने लगा निपल्स को निचोड़ने लगा और उसकी गरम रसीली
चूत को चूसने लगा
गंगा मेरे मूह पे बैठी अपनी चूत रगड़ रही थी और फिर अपने हाथ
सामने की ओर कर के ऐसे पोज़िशन में थी के उसकी गान्ड लक्ष्मी के मूह के
सामने आ गई थी गंगा मस्ती में चूर थी और बहुत ज़ोर ज़ोर से
अपने चूतड़ उठा उठा के मेरे मूह को चोद रही थी मेरे दाँतों से
उसकी क्लाइटॉरिस रगड़ खा रही थी तो वो मस्ती में दीवानी हुई जा रही
थी और गंगा के मूह से आआआआआहह
सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ऊओह और आआआअ हह
जैसी आवाज़ें निकल रही थी और घुटनो के ऐसे ही बेड पे रखे दोनो
हाथ आगे की तरफ टीका के घोड़ी जैसी पोज़िशन बना के आगे पीछे
मस्ती में हिल रही थी और मेरे मूह से चुदवाइ का मज़ा ले रही थी
लक्ष्मी गंगा की गान्ड को
गौर से देख रही थी और देखते देखते लक्ष्मी की राइट हॅंड की बीच
वाली उंगली गंगा की गीली चूत में घुस गई और लक्ष्मी गंगा की चूत
में उंगली डाल के चोद रही थी चूत में गोल गोल घुमा रही थी
गंगा की चूत से तो रस्स की बरसात हो रही थी उसकी आँखें मस्ती
में बंद हो गई थी और मूह से सिसकारियाँ निकल रही थी इतने में
लक्ष्मी ने उंगली में से चूत का रस्स निकाल के गंगा की गान्ड के छेद में
लगाना शुरू किया और उसी उंगली से थोड़ी देर गान्ड मारती रही
दोनो को ले के बेडरूम में आ गया गंगा ने लक्ष्मी से बोला के देख
लक्ष्मी तुझे तो राज बाबू सुबह से चोद रहे है और में राजा बहू की
चुदाई की भूकी हू और अभी भी मेरी चूत प्यासी है तो अब थोड़ी देर
तू मुझे ही चुदवाने दे और तू आराम कर और देख हमारी चुदाई यह
सुनते ही लक्ष्मी का मूह लटक गया वो समझी के अब सिर्फ़ गंगा ही
चुदवाएगी तो में ने कहा क्यों फिकर करती हो हम तीनो मज़े
करेंगे में तुम दोनो को चोद के खुश करदूँगा हम तीनो मिल कर
चुदाई करते है और इसे इंग्लीश में थ्रीसम कहते है इतना सुनते
ही लक्ष्मी का चेहरा चौदहवीं के चाँद की तरह से चमकने लगा लगता
है लक्ष्मी की चूत गंगा की चूत से ज़ियादा गरम और प्यासी है और
सच तो यह है दोस्तो के लक्ष्मी की उमर भी गंगा से कम है और उसकी
चुचियाँ भी छोटी और चूत तो आअहह इतनी टाइट चूत बॅस गीता की
ही चोदि थी उसके बाद लक्ष्मी की चूत सब से छोटी मिली है चोदने को
मेरा लंड तो रॉकेट की तरह से तय्यार खड़ा था मुझे गंगा ने बेड
पे चित्त लिटा दिया और उसके कुछ करने से पहले ही लक्ष्मी जल्दी से मेरी
टाँगो के बीच आ के बैठ गई और मेरे लंड को अपने मूह में ले के
चूसने लगी तो गंगा हंस के बोली लक्ष्मी तो बहुत बेसब्री है रे ऐसा
लगता है जानम जनम की प्यासी है तो लक्ष्मी ने मूह से बिना लंड
निकाले उसकी तरफ आँख घुमा कर देखा उसकी आँखो में चमक से
सॉफ पता चल रहा था के वो लंड चूसने से कितनी खुश है में ने
गंगा से कहा के इधर आ जाओ और मुझे तुम्हारी प्यारी चूत का अमृत
तो पिलाओ तो वो बेड के ऊपेर चढ़ के आ गई और मेरे सर के दोनो तरफ
अपने घुटने मोड़ के मेरे मूह पे बैठ गई तो में हाथ बढ़ा के उसके
मम्मे मसलने लगा निपल्स को निचोड़ने लगा और उसकी गरम रसीली
चूत को चूसने लगा
गंगा मेरे मूह पे बैठी अपनी चूत रगड़ रही थी और फिर अपने हाथ
सामने की ओर कर के ऐसे पोज़िशन में थी के उसकी गान्ड लक्ष्मी के मूह के
सामने आ गई थी गंगा मस्ती में चूर थी और बहुत ज़ोर ज़ोर से
अपने चूतड़ उठा उठा के मेरे मूह को चोद रही थी मेरे दाँतों से
उसकी क्लाइटॉरिस रगड़ खा रही थी तो वो मस्ती में दीवानी हुई जा रही
थी और गंगा के मूह से आआआआआहह
सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ऊओह और आआआअ हह
जैसी आवाज़ें निकल रही थी और घुटनो के ऐसे ही बेड पे रखे दोनो
हाथ आगे की तरफ टीका के घोड़ी जैसी पोज़िशन बना के आगे पीछे
मस्ती में हिल रही थी और मेरे मूह से चुदवाइ का मज़ा ले रही थी
लक्ष्मी गंगा की गान्ड को
गौर से देख रही थी और देखते देखते लक्ष्मी की राइट हॅंड की बीच
वाली उंगली गंगा की गीली चूत में घुस गई और लक्ष्मी गंगा की चूत
में उंगली डाल के चोद रही थी चूत में गोल गोल घुमा रही थी
गंगा की चूत से तो रस्स की बरसात हो रही थी उसकी आँखें मस्ती
में बंद हो गई थी और मूह से सिसकारियाँ निकल रही थी इतने में
लक्ष्मी ने उंगली में से चूत का रस्स निकाल के गंगा की गान्ड के छेद में
लगाना शुरू किया और उसी उंगली से थोड़ी देर गान्ड मारती रही