hotaks444
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- Nov 15, 2016
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रात के 10 बजे;
सॅम; हॉल में बैठा कुछ पढ़ रहा था कि तभी अचानक उसे पेन महसूस हुआ और देखते ही देखते वो पेन खौफनाक दर्द में तब्दील हो गया.
वो फिर से दर्द से करहाने लगता है
नजमा फीरोजा;और महक जल्दी से उसके पास आके बैठ जाती है और उसे पानी पिलाके उसका पसीना पोछने लगती है.
पर सॅम का दर्द बढ़ते ही जा रहा था
नजमा;आँखों के इशारे से फीरोजा को कुछ कहती है
और फीरोजा सॅम को खड़ा करके उसकी पॅंट नीचे खिसका देती है
वो अपनी नाइटी भी नीची करके सॅम के लंड को सहलाने लगती है
महक;पीछे से आके फीरोजा को सलाह देती है कि खाला ऐसे से कुछ नही होगा आपको मुँह में लेना होगा
नजमा;सारा नज़ारा फटी फटी आँखों से चुप चाप देख रही थी.
फीरोजा;महक बेटा अपने कपड़े भी उतार दे शायद ये देख के सॅम का पनी बाहर निकल जाए
अगर नजमा वहाँ खड़ी नही होती तो कबका फीरोजा सॅम का लंड मुँह में भर चुकी होती
महक;प्युरे नंगी हो जाती है पर सॅम के लंड पे कोई असर नही पड़ता वो चिल्लाए जा रहा था
आख़िर फीरोजा को सॅम का लंड मुँह में लेके चूसना पड़ता है
पीछे से महक फीरोजा के ब्रेस्ट मसल्ने लगती है
फीरोजा;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प
महक;से भी रहा नही जाता और वो भी नीचे बैठ के सॅम का लंड गटकने लगती है
दोनो खाला भांजी एक दूसरे को चूमते हुए सॅम का लंड मुँह में अंदर बाहर करने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प
नजमा;ये सब देख के अंदर ही अंदर जल रही थी ये वो जलन थी जिसे कोई समझ नही सकता था ये मोहब्बत की जलन थी
फीरोजा;सॅम को सोफे पे बैठा देती है
दोनो के हाथ में सॅम का लंड था और दोनो बड़े प्यार से उसके लंड को चूमते हुए चाट रहीं थी
सॅम;का लंड ज़ोरों से झटके खाने लगता है और वो फीरोजा के बाल पकड़ के अपना लंड ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगता है
अहह ज़ोर से खाला अहह प्लीज़ अहह और ज़ोर से
महक;हटो खाला तुमसे नही होगा और महक सॅम के लंड पे पूरा क़ब्ज़ा करके उसे हलक के अंदर तक गटक जाती है
और सॅम की आँखों में देखते हुए कहने लगती है
महक;निकाल पानी अपनी बहेन के मुँह में सॅम अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प पेला मुझे तेरा मीठा पानी अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प
ये अल्फ़ाज़ सॅम के साथ साथ नजमा के भी तन बदन में आग पैदा कर देते है और सॅम एक चीख के साथ अपना गाढ़ा गाढ़ा पानी महक के मुँह में छोड़ने लगता है
सॅम;अहह पीजा महक अहह
महक;;का मुँह पूरी तरह सॅम के पानी से भर जाता है वो जितना पी सकती थी उतना पीती है और बाकी का पानी फीरोजा महक के मुँह पे से चाटने लगती है
दोनो एक दूसरे के मुँह में मुँह डालके सॅम का पानी पी रहीं थी उन्हे ये भी डर नही था कि सामने नजमा खड़ी है
वो एक अजीब ही दुनिया में पहुँच चुकी थी
महक;;अपने मुँह का सीमेन फीरोजा के मुँह में कुछ इस तरह उंड़ेल रही थी
दोनो को तब होश आता है जब नजमा खन्कार्ति है
और सॅम के साथ साथ वो दोनो भी नजमा को देखने लगती है
नजमा;;नंगा नाच हो गया हो तो तो अब कपड़े पहन लो तुम्हे सॅम का दर्द कम करने के लिए कही थी मैने अपना मज़ा करने के लिए नही चलो कपड़े पहनो बेशर्मो
और सॅम तुम जाके मेरे रूम में सोजाओ मैं अभी आती हूँ..
महक;और फीरोजा मुस्कुराते हुए मुँह सॉफ करने चली जाती है
फीरोजा;जान चुकी थी कि अब वो दिन दूर नही जब नजमा भी सॅम के नीचे होंगी.
रात 12 बजे;;
फीरोजा और महक अपने रूम में जाचुकी थी
सॅम;नजमा के रूम में लेटा हुआ था पर उसे नींद नही आरहि थी हालाँकि उसका पानी आज दो मर्तबा निकल चुका था पर एक नई खुशी का आलम उसपे सवार था उसे ऐसे लगने लगा था कि शायद उसके इस पेन की वजह से नजमा उसके करीब आजाए..वो दिल में सोचने लगा क्यूँ ना आज की रात अम्मी को सिड्यूस किया जाए और अगर किस्मत महरबान रही तो................
वो यही सब बातों में गुम था कि तभी नजमा रूम में बदबुदाते हुए दाखिल होती है.
नजमा;बेशरम बेहया कमिनाते कहीं की
सॅम;बेड पे उठ के बैठ जाता है क्या हुआ अम्मी
नजमा;डोर लॉक कर देती है और सॅम के पास आके बैठ जाती है
देख सॅम तू अभी बच्चा है और तेरी खाला और बहेन तुझे जिस तरह से गुमराही के रास्ते पे लेजा रही हैं तू सम्भल जा बेटा
सॅम;अम्मी वो तो मेरा दर्द कम कर रही थी ना
वो बड़ी मासूमियत से बोला
नजमा;क्यूँ तेरी अम्मी मर गयी है क्या जो तू
सॅम;मुस्कुराता हुआ अम्मी मैने तो आपसे उम्मीद लगा रखी थी इस मामले में पर आप ही ना कोई हेल्प नही करती मेरी
नजमा';चल अब सोजा बहुत रात होचुकी है और दोनो बेड पे एक दूसरे की तरफ मुँह करके लेट जाते है.
नजमा;बड़े गौर से सॅम का चेहरा देख रही थी
सॅम;क्या हुआ अम्मी क्या देख रही हो
नजमा;देख रही हूँ मेरा सोना बच्चा कितना बड़ा हो गया है
उसका इशारा सॅम के मोटे मुस्सल लंड पे था जिसे सॅम समझ के थोड़ा शरमा सा जाता है और अपनी अम्मी की छाती से चिपक जाता है
सॅम;एक बात पूछूँ अम्मी
नजमा;हाँ पूछ ना
सॅम;आपको वो सब देख के जलन हो रही थी
नजमा;मुझे क्यूँ जलन होने लगी तू भी ना
सॅम;नजमा का हाथ पकड़ के अपने सर पे रख देता है तो खाओ मेरी सर की कसम
नजमा;उसे गौर से देखते है और फिर धीमी आवाज़ में कहती है हाँ होरही थी मुझे जलन बस अब खुश
सॅम;क्यूँ अम्मी
नजमा;तू जानता है सॅम
सॅम;नही मैं नही जानता मुझे आपके मुँह से सुनना है
नजमा;मुझे नही पता अब चुप होज़ा और खबर दार जो पेन होने पे फीरोजा या महक को आवाज़ दिया तो
सॅम;तो फिर किसी आवाज़ दूं में
नजमा;वो हम बाद में देखेंगे अभी तू सोजा बेटा
सॅम;आगे कुछ नही बोलता और दोनो आँख बंद कर्लेते है पर नींद उनकी आँखों से कोसों दूर थी
कुछ देर बाद
सॅम;अम्मी मुझे भूक लगी है
नजमा;जा जाके दूध पीले
सॅम;मुझे ताज़ा दूध चाहिए
नजमा;क्या मतलब
सॅम;नजमा की नाइटी गले से निकाल देता है और ब्रा उपर सरका देता है ये सब वो इतनी स्पीड से करता है कि नजमा उसे रोक ही नही पाती
बिना देर किए वो नजमा के एक ब्रेस्ट को अपने मुँह में लेके चूसने लगता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प
पहले पहले नजमा थोड़ा विरोध करती है पर कहीं ना कहीं उसका दिल भी यही चाह रहा था कि सॅम उसके साथ भी वो सब करे जो वो हमेशा से करना चाहता था
अब नजमा भी मुस्कुराते हुए अपनी ब्रेस्ट सॅम के मुँह में घुसाने लगती है
नजमा;अहह सिसकारियाँ भरने लगती है अहह सॅम बेटा उन्हञंननणणन् आराम से काटो मत ना
सॅम;पूरा ब्रेस्ट मुँह में लेके चूस्ता जा रहा था हालाँकि उसमें दूध नही था पर दोनो को ऐसे एहसास हो रहा था जैसे नजमा सच में सॅम को दूध पिला रही हो और सॅम भी बड़े प्यार से ब्रेस्ट मसल मसल के ब्रेस्ट को चूस्ता चला जा रहा था
अचानक सॅम के दिमाग़ की घंटी बजती है और वो खड़ा हो जाता है
नजमा;जो अपने होश खोने लगी थी अचानक से जाग जाती है और नशीली आँखों से सॅम को देखने लगती है
नजमा;क्या हुआ बेटा
सॅम;अम्मी मुझे पेन हो रहा है
नजमा;भी जानती थी कि ये सिर्फ़ सॅम का बहाना है पर आज नज़ाने क्यूँ उसे सॅम के इस बहाने पे भी बे पनाह प्यार आ रहा था वो उठ के बैठ जाती है
और सॅम की पॅंट नीचे उतार कर फेंक देती है पर वो अब भी ब्रा और पैंटी में थी
और सॅम के लंड को अंडरवेर के उपर से ही मसल रही थी
नजमा;बेटा अब पेन कम हुआ क्या
सॅम;अहह नही अम्मी पहले आप अपने कपड़े उतारो शायद आपको देख के मेरा पानी निकल जाए और पेन कम होज़ाये
नजमा;दिल में स्मार्ट बॉय बेटा मैं तेरे माँ हूँ सब जानती हूँ तेरे पेन को
और नजमा सॅम की आँखों में देख के अपनी ब्रा और पैंटी भी निकाल देती है
वो सॅम के सामने घुटनों के बल बैठी हुए थी और सॅम अंडर वेअर में खड़ा हुआ था
सॅम;अहह प्लीज़ अम्मी कुछ करो ना बहुत पेन हो रहा है
नजमा;काँपते हाथों से सॅम के अंडरवेर में एक हाथ डाल देती है.
उसे सॅम के लंड की झलक तो दिख गयी थी पर ललचाई नजमा और भी बहुत कुछ देखना चाहती थी वो धीरे धीरे अंडरवेर नीची उतार देती है अब सॅम का लटका हुआ लंड नजमा के मुँह के सामने था
नजमा;बेटा तू लेट जा मैं कुछ करती हूँ
सॅम;अहह अम्मी जल्दी कुछ करो मैं मर रहा हूँ
नजमा;मुस्कराते हुए दिल में सोचने लगती है हाँ पता है तू किस चीज़ के लिए मर रहा है.
नजमा ;सॅम के लंड को देखती है मुँह में राल तो आ रही थी उसके पर दिल पे अभी दिमाग़ का क़ब्ज़ा था वो पास में पड़ा हुआ टवल उठा लेती है और उसे सॅम के लंड पे लपेट के सहलाने लगती है
सॅम;अहह अम्मी ऐसे नही होगा
आप रहने दो में खाला को आवाज़ देता हूँ
फीरोजा का नाम सुनते ही नजमा के तन बदन में आग लगज़ाती है और वो गुस्से में टवल को फेंक देती है और बिना देर किए सॅम के लंड को अपने मुँह में भर के चूसने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प
सॅम; हॉल में बैठा कुछ पढ़ रहा था कि तभी अचानक उसे पेन महसूस हुआ और देखते ही देखते वो पेन खौफनाक दर्द में तब्दील हो गया.
वो फिर से दर्द से करहाने लगता है
नजमा फीरोजा;और महक जल्दी से उसके पास आके बैठ जाती है और उसे पानी पिलाके उसका पसीना पोछने लगती है.
पर सॅम का दर्द बढ़ते ही जा रहा था
नजमा;आँखों के इशारे से फीरोजा को कुछ कहती है
और फीरोजा सॅम को खड़ा करके उसकी पॅंट नीचे खिसका देती है
वो अपनी नाइटी भी नीची करके सॅम के लंड को सहलाने लगती है
महक;पीछे से आके फीरोजा को सलाह देती है कि खाला ऐसे से कुछ नही होगा आपको मुँह में लेना होगा
नजमा;सारा नज़ारा फटी फटी आँखों से चुप चाप देख रही थी.
फीरोजा;महक बेटा अपने कपड़े भी उतार दे शायद ये देख के सॅम का पनी बाहर निकल जाए
अगर नजमा वहाँ खड़ी नही होती तो कबका फीरोजा सॅम का लंड मुँह में भर चुकी होती
महक;प्युरे नंगी हो जाती है पर सॅम के लंड पे कोई असर नही पड़ता वो चिल्लाए जा रहा था
आख़िर फीरोजा को सॅम का लंड मुँह में लेके चूसना पड़ता है
पीछे से महक फीरोजा के ब्रेस्ट मसल्ने लगती है
फीरोजा;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प
महक;से भी रहा नही जाता और वो भी नीचे बैठ के सॅम का लंड गटकने लगती है
दोनो खाला भांजी एक दूसरे को चूमते हुए सॅम का लंड मुँह में अंदर बाहर करने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प
नजमा;ये सब देख के अंदर ही अंदर जल रही थी ये वो जलन थी जिसे कोई समझ नही सकता था ये मोहब्बत की जलन थी
फीरोजा;सॅम को सोफे पे बैठा देती है
दोनो के हाथ में सॅम का लंड था और दोनो बड़े प्यार से उसके लंड को चूमते हुए चाट रहीं थी
सॅम;का लंड ज़ोरों से झटके खाने लगता है और वो फीरोजा के बाल पकड़ के अपना लंड ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगता है
अहह ज़ोर से खाला अहह प्लीज़ अहह और ज़ोर से
महक;हटो खाला तुमसे नही होगा और महक सॅम के लंड पे पूरा क़ब्ज़ा करके उसे हलक के अंदर तक गटक जाती है
और सॅम की आँखों में देखते हुए कहने लगती है
महक;निकाल पानी अपनी बहेन के मुँह में सॅम अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प पेला मुझे तेरा मीठा पानी अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प
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सॅम;अहह पीजा महक अहह
महक;;का मुँह पूरी तरह सॅम के पानी से भर जाता है वो जितना पी सकती थी उतना पीती है और बाकी का पानी फीरोजा महक के मुँह पे से चाटने लगती है
दोनो एक दूसरे के मुँह में मुँह डालके सॅम का पानी पी रहीं थी उन्हे ये भी डर नही था कि सामने नजमा खड़ी है
वो एक अजीब ही दुनिया में पहुँच चुकी थी
महक;;अपने मुँह का सीमेन फीरोजा के मुँह में कुछ इस तरह उंड़ेल रही थी
दोनो को तब होश आता है जब नजमा खन्कार्ति है
और सॅम के साथ साथ वो दोनो भी नजमा को देखने लगती है
नजमा;;नंगा नाच हो गया हो तो तो अब कपड़े पहन लो तुम्हे सॅम का दर्द कम करने के लिए कही थी मैने अपना मज़ा करने के लिए नही चलो कपड़े पहनो बेशर्मो
और सॅम तुम जाके मेरे रूम में सोजाओ मैं अभी आती हूँ..
महक;और फीरोजा मुस्कुराते हुए मुँह सॉफ करने चली जाती है
फीरोजा;जान चुकी थी कि अब वो दिन दूर नही जब नजमा भी सॅम के नीचे होंगी.
रात 12 बजे;;
फीरोजा और महक अपने रूम में जाचुकी थी
सॅम;नजमा के रूम में लेटा हुआ था पर उसे नींद नही आरहि थी हालाँकि उसका पानी आज दो मर्तबा निकल चुका था पर एक नई खुशी का आलम उसपे सवार था उसे ऐसे लगने लगा था कि शायद उसके इस पेन की वजह से नजमा उसके करीब आजाए..वो दिल में सोचने लगा क्यूँ ना आज की रात अम्मी को सिड्यूस किया जाए और अगर किस्मत महरबान रही तो................
वो यही सब बातों में गुम था कि तभी नजमा रूम में बदबुदाते हुए दाखिल होती है.
नजमा;बेशरम बेहया कमिनाते कहीं की
सॅम;बेड पे उठ के बैठ जाता है क्या हुआ अम्मी
नजमा;डोर लॉक कर देती है और सॅम के पास आके बैठ जाती है
देख सॅम तू अभी बच्चा है और तेरी खाला और बहेन तुझे जिस तरह से गुमराही के रास्ते पे लेजा रही हैं तू सम्भल जा बेटा
सॅम;अम्मी वो तो मेरा दर्द कम कर रही थी ना
वो बड़ी मासूमियत से बोला
नजमा;क्यूँ तेरी अम्मी मर गयी है क्या जो तू
सॅम;मुस्कुराता हुआ अम्मी मैने तो आपसे उम्मीद लगा रखी थी इस मामले में पर आप ही ना कोई हेल्प नही करती मेरी
नजमा';चल अब सोजा बहुत रात होचुकी है और दोनो बेड पे एक दूसरे की तरफ मुँह करके लेट जाते है.
नजमा;बड़े गौर से सॅम का चेहरा देख रही थी
सॅम;क्या हुआ अम्मी क्या देख रही हो
नजमा;देख रही हूँ मेरा सोना बच्चा कितना बड़ा हो गया है
उसका इशारा सॅम के मोटे मुस्सल लंड पे था जिसे सॅम समझ के थोड़ा शरमा सा जाता है और अपनी अम्मी की छाती से चिपक जाता है
सॅम;एक बात पूछूँ अम्मी
नजमा;हाँ पूछ ना
सॅम;आपको वो सब देख के जलन हो रही थी
नजमा;मुझे क्यूँ जलन होने लगी तू भी ना
सॅम;नजमा का हाथ पकड़ के अपने सर पे रख देता है तो खाओ मेरी सर की कसम
नजमा;उसे गौर से देखते है और फिर धीमी आवाज़ में कहती है हाँ होरही थी मुझे जलन बस अब खुश
सॅम;क्यूँ अम्मी
नजमा;तू जानता है सॅम
सॅम;नही मैं नही जानता मुझे आपके मुँह से सुनना है
नजमा;मुझे नही पता अब चुप होज़ा और खबर दार जो पेन होने पे फीरोजा या महक को आवाज़ दिया तो
सॅम;तो फिर किसी आवाज़ दूं में
नजमा;वो हम बाद में देखेंगे अभी तू सोजा बेटा
सॅम;आगे कुछ नही बोलता और दोनो आँख बंद कर्लेते है पर नींद उनकी आँखों से कोसों दूर थी
कुछ देर बाद
सॅम;अम्मी मुझे भूक लगी है
नजमा;जा जाके दूध पीले
सॅम;मुझे ताज़ा दूध चाहिए
नजमा;क्या मतलब
सॅम;नजमा की नाइटी गले से निकाल देता है और ब्रा उपर सरका देता है ये सब वो इतनी स्पीड से करता है कि नजमा उसे रोक ही नही पाती
बिना देर किए वो नजमा के एक ब्रेस्ट को अपने मुँह में लेके चूसने लगता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प
पहले पहले नजमा थोड़ा विरोध करती है पर कहीं ना कहीं उसका दिल भी यही चाह रहा था कि सॅम उसके साथ भी वो सब करे जो वो हमेशा से करना चाहता था
अब नजमा भी मुस्कुराते हुए अपनी ब्रेस्ट सॅम के मुँह में घुसाने लगती है
नजमा;अहह सिसकारियाँ भरने लगती है अहह सॅम बेटा उन्हञंननणणन् आराम से काटो मत ना
सॅम;पूरा ब्रेस्ट मुँह में लेके चूस्ता जा रहा था हालाँकि उसमें दूध नही था पर दोनो को ऐसे एहसास हो रहा था जैसे नजमा सच में सॅम को दूध पिला रही हो और सॅम भी बड़े प्यार से ब्रेस्ट मसल मसल के ब्रेस्ट को चूस्ता चला जा रहा था
अचानक सॅम के दिमाग़ की घंटी बजती है और वो खड़ा हो जाता है
नजमा;जो अपने होश खोने लगी थी अचानक से जाग जाती है और नशीली आँखों से सॅम को देखने लगती है
नजमा;क्या हुआ बेटा
सॅम;अम्मी मुझे पेन हो रहा है
नजमा;भी जानती थी कि ये सिर्फ़ सॅम का बहाना है पर आज नज़ाने क्यूँ उसे सॅम के इस बहाने पे भी बे पनाह प्यार आ रहा था वो उठ के बैठ जाती है
और सॅम की पॅंट नीचे उतार कर फेंक देती है पर वो अब भी ब्रा और पैंटी में थी
और सॅम के लंड को अंडरवेर के उपर से ही मसल रही थी
नजमा;बेटा अब पेन कम हुआ क्या
सॅम;अहह नही अम्मी पहले आप अपने कपड़े उतारो शायद आपको देख के मेरा पानी निकल जाए और पेन कम होज़ाये
नजमा;दिल में स्मार्ट बॉय बेटा मैं तेरे माँ हूँ सब जानती हूँ तेरे पेन को
और नजमा सॅम की आँखों में देख के अपनी ब्रा और पैंटी भी निकाल देती है
वो सॅम के सामने घुटनों के बल बैठी हुए थी और सॅम अंडर वेअर में खड़ा हुआ था
सॅम;अहह प्लीज़ अम्मी कुछ करो ना बहुत पेन हो रहा है
नजमा;काँपते हाथों से सॅम के अंडरवेर में एक हाथ डाल देती है.
उसे सॅम के लंड की झलक तो दिख गयी थी पर ललचाई नजमा और भी बहुत कुछ देखना चाहती थी वो धीरे धीरे अंडरवेर नीची उतार देती है अब सॅम का लटका हुआ लंड नजमा के मुँह के सामने था
नजमा;बेटा तू लेट जा मैं कुछ करती हूँ
सॅम;अहह अम्मी जल्दी कुछ करो मैं मर रहा हूँ
नजमा;मुस्कराते हुए दिल में सोचने लगती है हाँ पता है तू किस चीज़ के लिए मर रहा है.
नजमा ;सॅम के लंड को देखती है मुँह में राल तो आ रही थी उसके पर दिल पे अभी दिमाग़ का क़ब्ज़ा था वो पास में पड़ा हुआ टवल उठा लेती है और उसे सॅम के लंड पे लपेट के सहलाने लगती है
सॅम;अहह अम्मी ऐसे नही होगा
आप रहने दो में खाला को आवाज़ देता हूँ
फीरोजा का नाम सुनते ही नजमा के तन बदन में आग लगज़ाती है और वो गुस्से में टवल को फेंक देती है और बिना देर किए सॅम के लंड को अपने मुँह में भर के चूसने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प