hotaks444
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एक मिनट बाद ललिता वापस अशोक के पास आती है।
अशोक- अब वापस क्यों आई हो, जाओ…!
ललिता- एक जरूरी बात बताना भूल गई, उन दोनों को दीदी या भाई के सामने मत आने देना, वरना वो सब समझ जायेंगे बाकी आपका क्या प्लान है आप जानो, मुझे जो ठीक लगा, मैंने बता दिया ओके, अब मैं जाती हूँ…!
ललिता वहाँ से सीधी रचना के पास चली जाती है और अशोक वापस वीडियो देखने लगता है, शायद उसको ललिता पर शक था। चलो हम शरद और धरम अन्ना की बात सुनते हैं।
धरम अन्ना- ओह.. वो छोकरी ऐसा काम किया जी उसको तो छोड़ना नहीं, अब हमको क्या करना जी…!
शरद- पहले मैंने सोचा था, उसकी ब्लू-फिल्म बना कर उसको ब्लैक मेल करूँगा और सिम्मी की मौत की सच्चाई उसके मुँह से उगलवाऊँगा पर अब सारा सच सामने आ गया है।
धरम अन्ना- तो आज का शूटिंग का क्या जी पर हमको उसका चूत होना जी.. बहुत टाइट माल होना जी….!
शरद- हाँ धरम अन्ना ये बात तो है, ऐसा करो आज की शूटिंग कर ही लो। सचिन को मज़ा दिला कर अशोक को बुला लेंगे। उसके बाद तुम कर लेना और तुम्हारे ये सब आदमी को भी उस पर छोड़ देंगे, नोच खाएँगे सब मिलकर उस रंडी को और उसकी बहन को हा हा हा हा ….!
कमरे में सब की हँसी गूँजने लगी। अशोक नीचे आ गया, जहाँ सब बैठे थे। उसने भी धरम अन्ना और शरद की आवाज़ सुन ली थी।
शरद- अरे क्या हुआ उन दोनों के बीच, ऐसी कुछ बात हुई क्या जिस पर शक किया जा सके..!
अशोक- नहीं भाई ऐसा कुछ नहीं हुआ, मुझे आपसे जरूरी बात करनी है।
शरद- अभी नहीं बाद में करते हैं, अब मैं रचना के पास जा रहा हूँ उसको बताने कि शूटिंग 30 मिनट में चालू हो जाएगी। रेडी हो जाए और तुम सचिन
को बुला कर यहाँ ले आओ।
अशोक- लेकिन उन कुत्तों का क्या…!
शरद- हा यार उनका भी इंतजाम करता हूँ राका तुम अशोक के साथ बेसमेंट में जाओ।
अशोक एक आदमी को लेकर जाने लगता है तब।
शरद- अशोक इसको समझा देना क्या करना है उनको अहसास ना हो हम क्या चाहते हैं, बस उन पर नज़र रखना और तुम सचिन के साथ वापस आ जाना
ओके…!
अशोक- ओके बाबा, पर आने के बाद, पहले दो मिनट मेरी बात सुन लेना उसके बाद शूटिंग शुरू करना।
शरद- अच्छा भाई आजा वापस मैं रचना के पास जाकर आता हूँ।
धरम अन्ना- ये सामान कहाँ रखना जी… कपड़े भी हैं इन बॉक्स में…!
शरद- यहीं रहने दो, मैं उसको यहीं ले आता हूँ।
धरम अन्ना- ओके जी आई एम वेटिंग..!
शरद वहाँ से सीधा रचना के पास चला जाता है।
रचना- ओह्हो शरद जी, कहाँ हो आप.. मैं कब से आपका वेट कर रही हूँ।
शरद- अरे यार अभी वो धरम अन्ना से सीन के बारे में बात कर रहा था।
थोड़ी देर बाद मुहूरत शॉट होगा। तुम रेडी हो जाओ वहाँ दूसरे रूम में कपड़े वगैरह हैं, तैयार हो कर आ जाओ…!
ललिता- वाउ शरद जी, आपने कहा था मुझे भी रोल दोगे, क्या हुआ उसका…!
शरद- मेरी जान फिल्म शुरू तो होने दो, तुम्हें भी दे देंगे और हाँ तुम यहीं रहो। मैं रचना को वहाँ छोड़कर वापस आता हूँ।
रचना- क्या बात है शरद जी क्या इरादा है..! ललिता के पास वापस आ रहे हो।
शरद- ऐसा कुछ नहीं है इसे समझाऊँगा कि कैसे धरम अन्ना को इसके रोल के लिए राज़ी करना है।
रचना- हाँ समझ गई चलो अब…!
शरद रचना के साथ उस रूम में चला जाता है जहाँ अब सिर्फ़ धरम अन्ना बैठा
था। बाकी सब बाहर आपने काम में लग गए थे।
रचना- गुड-मॉर्निंग धरम अन्ना जी।
धरम अन्ना- वेरी-वेरी गुड-मॉर्निंग जी आओ, हमारे पास आओ, तुम बहुत अच्छा लगना जी।
दोस्तों रचना ने बाल साफ करके एक मिनी स्कर्ट और टॉप पहना था। धरम अन्ना का तो आपको पता ही है रचना को पास बैठा कर उसके कंधे पर हाथ डाल उसके मम्मों को दबाना अच्छा लगता था। रचना धरम अन्ना के बगल में बैठ गई और धरम अन्ना ने उसको मसलना शुरू कर दिया।
शरद- ओके धरम अन्ना तुम रचना को पहला सीन समझाओ मैं अभी आता हूँ।
शरद वहाँ से चला जाता है।
धरम अन्ना रचना के मम्मे पर हाथ घुमाने लगता है।
रचना कुछ नहीं बोलती और बस हल्की सी मुस्कान देती रहती है।
धरम अन्ना- बेबी पहला सीन कौन सा करना जी हम तुमको समझाता है।
रचना- ओके धरम अन्ना जी।
धरम अन्ना- देखो तुम बात तो बहुत बड़ी-बड़ी करना जी मगर फिल्म शुरू होने के बाद कोई नाटक नहीं होना, इसलिए बीच का एक हॉट सीन पहले शूटिंग होना।
रचना- कोई बात नहीं धरम अन्ना जी आप बताओ मुझे क्या करना है।
धरम अन्ना- सुनो हम तुमको ड्रेस देता वो पहन लो। कैमरा चालू होने के बाद
बाहर सैट लगाया है, वहाँ बेड भी होना उस पर तुम लेट जाना, हीरो आएगा तुमको
बहुत ज़्यादा ठंड लगना और वो तुम्हारे पास आकर कुछ कहेगा, सब स्क्रिप्ट
में है, ओके..! इसमें ज़्यादा डायलोग नहीं है बस कुछ है, वो स्क्रिप्ट रीड कर लेना जी ओके…!
रचना ख़ुशी से झूम उठी थी। उसने फ़ौरन ‘हाँ’ कर दी।
धरम अन्ना उसको एक ब्लैक ट्रांसपेरेंट मैक्सी देता है जिसमें बदन साफ दिखाई देता है।
रचना- वाउ नाइस मैक्सी।
धरम अन्ना- सुनो जी इसके अन्दर कुछ नहीं पहनना, सीन थोड़ा हॉट होना जी।
पब्लिक को थोड़ा जिस्म दिखाना, तभी मज़ा आना जी।
रचना- ओके सर, लेकिन चेंज कहा करूँ? और मेकअप मैन कहाँ है?
धरम अन्ना- अरे बेबी यही चेंज कर लो कौन देखेगा, बस मैं ही तो हूँ यहाँ और मैंने तो तुमको पहले भी नंगी देखा है।
रचना मुस्कुरा जाती है और अपने कपड़े निकालने लगती है।
धरम अन्ना- बेबी अपना वादा याद है ना जी।
रचना- हाँ सर आप बेफिकर रहो, फिल्म शुरू हो जाने दो, आपको खुश कर दूँगी।
धरम अन्ना- बहुत अच्छा जी बहुत अच्छा ओके अब ये पहन लो।
रचना धीरे-धीरे पूरे कपड़े निकाल देती है ब्रा और पैन्टी भी निकाल देती है। धरम अन्ना का लौड़ा पैन्ट में तंबू बना रहा था।
धरम अन्ना- बेबी जल्दी ये पहन लो जी हमको कंट्रोल नहीं होना, क्या सेक्सी बॉडी जी।
रचना मुस्कुरा देती है और मैक्सी पहनने लगती है। आइये जरा उधर शरद और ललिता को भी देख लेते हैं।
“कहीं वो दीदी को मार ना दें तो वापस आकर सो गई और आपके मुँह पर जानबूझ कर ज़ोर से हाथ मारा ताकि आप की आँख खुल जाए और जैसा मैंने चाहा
आपने वैसा ही किया, आप तुरन्त उठ गए और उन दोनों की आवाज़ सुनकर बाहर गए। आगे आपको सब पता है उसके बाद आप ऊपर गए मैं भी आपके पीछे गई, बाहर से आपकी सारी बात सुन ली।”
शरद- ओह माय गॉड… तुम इतनी चालक हो, मैं सोच भी नहीं सकता था, पर तुम तो नशे में थीं, तो ये सब…!
ललिता- हा हा हा शरद जी मैं जब भी बाहर आपने दोस्तों के साथ जाती हूँ तो बहुत शराब और बियर पीती हूँ। हमारा ग्रुप है, बस मैंने आज तक सेक्स नहीं
किया था, क्योंकि पीने के बाद हमको होश ही कहाँ रहता है और दूसरी बात दो लड़के ग्रुप में हैं और पाँच लड़कियां हैं, तो उनकी कभी हिम्मत नहीं हुई सेक्स करने की। इसलिए कुँवारी रह गई कल जो था वो सब नशे का नाटक था ताकि आपके इरादे का पता चल सके।
अशोक- अब वापस क्यों आई हो, जाओ…!
ललिता- एक जरूरी बात बताना भूल गई, उन दोनों को दीदी या भाई के सामने मत आने देना, वरना वो सब समझ जायेंगे बाकी आपका क्या प्लान है आप जानो, मुझे जो ठीक लगा, मैंने बता दिया ओके, अब मैं जाती हूँ…!
ललिता वहाँ से सीधी रचना के पास चली जाती है और अशोक वापस वीडियो देखने लगता है, शायद उसको ललिता पर शक था। चलो हम शरद और धरम अन्ना की बात सुनते हैं।
धरम अन्ना- ओह.. वो छोकरी ऐसा काम किया जी उसको तो छोड़ना नहीं, अब हमको क्या करना जी…!
शरद- पहले मैंने सोचा था, उसकी ब्लू-फिल्म बना कर उसको ब्लैक मेल करूँगा और सिम्मी की मौत की सच्चाई उसके मुँह से उगलवाऊँगा पर अब सारा सच सामने आ गया है।
धरम अन्ना- तो आज का शूटिंग का क्या जी पर हमको उसका चूत होना जी.. बहुत टाइट माल होना जी….!
शरद- हाँ धरम अन्ना ये बात तो है, ऐसा करो आज की शूटिंग कर ही लो। सचिन को मज़ा दिला कर अशोक को बुला लेंगे। उसके बाद तुम कर लेना और तुम्हारे ये सब आदमी को भी उस पर छोड़ देंगे, नोच खाएँगे सब मिलकर उस रंडी को और उसकी बहन को हा हा हा हा ….!
कमरे में सब की हँसी गूँजने लगी। अशोक नीचे आ गया, जहाँ सब बैठे थे। उसने भी धरम अन्ना और शरद की आवाज़ सुन ली थी।
शरद- अरे क्या हुआ उन दोनों के बीच, ऐसी कुछ बात हुई क्या जिस पर शक किया जा सके..!
अशोक- नहीं भाई ऐसा कुछ नहीं हुआ, मुझे आपसे जरूरी बात करनी है।
शरद- अभी नहीं बाद में करते हैं, अब मैं रचना के पास जा रहा हूँ उसको बताने कि शूटिंग 30 मिनट में चालू हो जाएगी। रेडी हो जाए और तुम सचिन
को बुला कर यहाँ ले आओ।
अशोक- लेकिन उन कुत्तों का क्या…!
शरद- हा यार उनका भी इंतजाम करता हूँ राका तुम अशोक के साथ बेसमेंट में जाओ।
अशोक एक आदमी को लेकर जाने लगता है तब।
शरद- अशोक इसको समझा देना क्या करना है उनको अहसास ना हो हम क्या चाहते हैं, बस उन पर नज़र रखना और तुम सचिन के साथ वापस आ जाना
ओके…!
अशोक- ओके बाबा, पर आने के बाद, पहले दो मिनट मेरी बात सुन लेना उसके बाद शूटिंग शुरू करना।
शरद- अच्छा भाई आजा वापस मैं रचना के पास जाकर आता हूँ।
धरम अन्ना- ये सामान कहाँ रखना जी… कपड़े भी हैं इन बॉक्स में…!
शरद- यहीं रहने दो, मैं उसको यहीं ले आता हूँ।
धरम अन्ना- ओके जी आई एम वेटिंग..!
शरद वहाँ से सीधा रचना के पास चला जाता है।
रचना- ओह्हो शरद जी, कहाँ हो आप.. मैं कब से आपका वेट कर रही हूँ।
शरद- अरे यार अभी वो धरम अन्ना से सीन के बारे में बात कर रहा था।
थोड़ी देर बाद मुहूरत शॉट होगा। तुम रेडी हो जाओ वहाँ दूसरे रूम में कपड़े वगैरह हैं, तैयार हो कर आ जाओ…!
ललिता- वाउ शरद जी, आपने कहा था मुझे भी रोल दोगे, क्या हुआ उसका…!
शरद- मेरी जान फिल्म शुरू तो होने दो, तुम्हें भी दे देंगे और हाँ तुम यहीं रहो। मैं रचना को वहाँ छोड़कर वापस आता हूँ।
रचना- क्या बात है शरद जी क्या इरादा है..! ललिता के पास वापस आ रहे हो।
शरद- ऐसा कुछ नहीं है इसे समझाऊँगा कि कैसे धरम अन्ना को इसके रोल के लिए राज़ी करना है।
रचना- हाँ समझ गई चलो अब…!
शरद रचना के साथ उस रूम में चला जाता है जहाँ अब सिर्फ़ धरम अन्ना बैठा
था। बाकी सब बाहर आपने काम में लग गए थे।
रचना- गुड-मॉर्निंग धरम अन्ना जी।
धरम अन्ना- वेरी-वेरी गुड-मॉर्निंग जी आओ, हमारे पास आओ, तुम बहुत अच्छा लगना जी।
दोस्तों रचना ने बाल साफ करके एक मिनी स्कर्ट और टॉप पहना था। धरम अन्ना का तो आपको पता ही है रचना को पास बैठा कर उसके कंधे पर हाथ डाल उसके मम्मों को दबाना अच्छा लगता था। रचना धरम अन्ना के बगल में बैठ गई और धरम अन्ना ने उसको मसलना शुरू कर दिया।
शरद- ओके धरम अन्ना तुम रचना को पहला सीन समझाओ मैं अभी आता हूँ।
शरद वहाँ से चला जाता है।
धरम अन्ना रचना के मम्मे पर हाथ घुमाने लगता है।
रचना कुछ नहीं बोलती और बस हल्की सी मुस्कान देती रहती है।
धरम अन्ना- बेबी पहला सीन कौन सा करना जी हम तुमको समझाता है।
रचना- ओके धरम अन्ना जी।
धरम अन्ना- देखो तुम बात तो बहुत बड़ी-बड़ी करना जी मगर फिल्म शुरू होने के बाद कोई नाटक नहीं होना, इसलिए बीच का एक हॉट सीन पहले शूटिंग होना।
रचना- कोई बात नहीं धरम अन्ना जी आप बताओ मुझे क्या करना है।
धरम अन्ना- सुनो हम तुमको ड्रेस देता वो पहन लो। कैमरा चालू होने के बाद
बाहर सैट लगाया है, वहाँ बेड भी होना उस पर तुम लेट जाना, हीरो आएगा तुमको
बहुत ज़्यादा ठंड लगना और वो तुम्हारे पास आकर कुछ कहेगा, सब स्क्रिप्ट
में है, ओके..! इसमें ज़्यादा डायलोग नहीं है बस कुछ है, वो स्क्रिप्ट रीड कर लेना जी ओके…!
रचना ख़ुशी से झूम उठी थी। उसने फ़ौरन ‘हाँ’ कर दी।
धरम अन्ना उसको एक ब्लैक ट्रांसपेरेंट मैक्सी देता है जिसमें बदन साफ दिखाई देता है।
रचना- वाउ नाइस मैक्सी।
धरम अन्ना- सुनो जी इसके अन्दर कुछ नहीं पहनना, सीन थोड़ा हॉट होना जी।
पब्लिक को थोड़ा जिस्म दिखाना, तभी मज़ा आना जी।
रचना- ओके सर, लेकिन चेंज कहा करूँ? और मेकअप मैन कहाँ है?
धरम अन्ना- अरे बेबी यही चेंज कर लो कौन देखेगा, बस मैं ही तो हूँ यहाँ और मैंने तो तुमको पहले भी नंगी देखा है।
रचना मुस्कुरा जाती है और अपने कपड़े निकालने लगती है।
धरम अन्ना- बेबी अपना वादा याद है ना जी।
रचना- हाँ सर आप बेफिकर रहो, फिल्म शुरू हो जाने दो, आपको खुश कर दूँगी।
धरम अन्ना- बहुत अच्छा जी बहुत अच्छा ओके अब ये पहन लो।
रचना धीरे-धीरे पूरे कपड़े निकाल देती है ब्रा और पैन्टी भी निकाल देती है। धरम अन्ना का लौड़ा पैन्ट में तंबू बना रहा था।
धरम अन्ना- बेबी जल्दी ये पहन लो जी हमको कंट्रोल नहीं होना, क्या सेक्सी बॉडी जी।
रचना मुस्कुरा देती है और मैक्सी पहनने लगती है। आइये जरा उधर शरद और ललिता को भी देख लेते हैं।
“कहीं वो दीदी को मार ना दें तो वापस आकर सो गई और आपके मुँह पर जानबूझ कर ज़ोर से हाथ मारा ताकि आप की आँख खुल जाए और जैसा मैंने चाहा
आपने वैसा ही किया, आप तुरन्त उठ गए और उन दोनों की आवाज़ सुनकर बाहर गए। आगे आपको सब पता है उसके बाद आप ऊपर गए मैं भी आपके पीछे गई, बाहर से आपकी सारी बात सुन ली।”
शरद- ओह माय गॉड… तुम इतनी चालक हो, मैं सोच भी नहीं सकता था, पर तुम तो नशे में थीं, तो ये सब…!
ललिता- हा हा हा शरद जी मैं जब भी बाहर आपने दोस्तों के साथ जाती हूँ तो बहुत शराब और बियर पीती हूँ। हमारा ग्रुप है, बस मैंने आज तक सेक्स नहीं
किया था, क्योंकि पीने के बाद हमको होश ही कहाँ रहता है और दूसरी बात दो लड़के ग्रुप में हैं और पाँच लड़कियां हैं, तो उनकी कभी हिम्मत नहीं हुई सेक्स करने की। इसलिए कुँवारी रह गई कल जो था वो सब नशे का नाटक था ताकि आपके इरादे का पता चल सके।