hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
शोभा को नेहा की इस अनोखी पेशकश पर मज़ा आ गया. प्राची को वह धीरे से बोली "प्राची, इस बहाने कम से कम दोनो के शारीरिक संबंध तो होंगे. हो सकता है ऐसे ही खेल खेलने के चक्कर मे नेहा शादी को तैयार हो जाए. और मज़ा भी आएगा, नया खेल देखने मिलेगा. एक जवान लड़की एक कमसिन जवान लड़के की गान्ड मार रही है ऐसा कितनी बार देखने मिलता है."
प्राची को बात जच गयी. उसने दर्शन को समझाया. "मेरे ख़याल से कोई हरज नही है बेटे, एक नया खेल ही समझ ले इसे. नेहा का इतना मन है, उसका दिल ना तोड़ नेहा कह तो रही है कि छोटा डिल्डो इस्तेमाल करेगी, तुझे दर्द भी नही होगा. नेहा की चूत के उस लाजवाब रस की स्वाद लेना है तो जैसा वह चाहती है वैसा कर बेटे. मुझे तो इस छोकरी ने दीवाना बना दिया है अपनी चूत के शहद का. वैसे मैने सुना है कि पुरुषों को भी मज़ा आता है उनके गुदा मे कुछ डालने पर."
दर्शन का मन डाँवाडोल हो रहा था. मा और मौसी दोनो कह रहे थे. उसने फिर शोभा की ओर देखा.
शोभा मुस्कराई और धीरे से करवट बदल कर अपने पेट के बल लेट गयी. उसके विशाल मासल नितंब अब दर्शन को सॉफ दिख रहे थे. "दर्शन राजा, आज असल मे मैं वैसे भी तुझे तेरा इनाम देने वाली थी. प्राची ने जब बताया कि पिछले कई दिनों से कैसे तू दिन रात उसकी सेवा कर रहा है तो मैने सोचा कि अब तेरा इनाम तुझे मिल जाना चाहिए. आ, ले ले अपना इनाम, और नेहा को भी मज़ा करने दे. उसके बाद मैं देखती हूँ कि तुझे वह कम से कम आधा कटोरि अपनी बुर का रस पिलाती है या नही"
दर्शन तैयार हो गया. उसका लंड शोभा की उस गोल मटोल फूली हुई गान्ड को देखकर उसमे घुसने को बेचैन हो गया था. लपक कर वह शोभा के पास गया और झुक कर उसके नितंबों का चुंबन लेने लगा. "थैक्स आंटी, प्लीज़, अब जल्दी मरा लो, मुझसे रहा नही जाता. क्रीम ले आऊँ, नही तो दुखेगा आप को. और किस आसान मे मारू? तुमने उस दिन कितने सारे फोटो दिखाए थे एनल सेक्स के"
शोभा अब तक घुटनों और कोहानियों पर डॉगी स्टाइल मे आ गयी थी. "अंदर डालने को यही पॉज़ बेस्ट है राजा. जब ठीक से मारने लगेगा तो मैं पट सो जाऊंगी और तू मेरे ऊपर सो जाना, फिर आराम से मारना. नेहा तेरे ऊपर सो जाएगी. क्रीम लाएगी नेहा तेरे लिए, मुझे तो नॅचुरल लुब्रिकेन्ट ज़्यादा अच्छा लगता है. ऐसा कर. मेरी चूत मे डाल दे लंड, दो मिनिट चोद और फिर तुरंत गान्ड मे डाल दे. उंगली से भी ज़रा रस चुपड मेरे छेद मे, अरे सब समझाना पड़ेगा क्या, तू तो इतना समझदार बच्चा है!"
प्राची बड़ी उत्सुकता से शोभा के बाजू मे बैठकर सब देख रही थी, दर्शन से बोली "बेटे, तू चोद, मैं गीला करती हूँ शोभा का छेद तेरे लिए"
दर्शन ने झुक कर एक दो बार शोभा की बुर पीछे से चाटि, उसका मन तो हो रहा था कि मन भर कर रसपान कर ले पर लंड उसे परेशान कर रहा था. शोभा के पीछे बैठकर शोभा की चूत मे लंड डाला और चोदने लगा. लंड के अंदर बाहर होने के साथ चिपचिपा पानी शोभा की चूत से उबल उबल कर बाहर आने लगा. प्राची उंगली पर शोभा की बुर का पानी ले कर उसकी गुदा मे चुपड्ने लगी. दर्शन को इतना मज़ा आ रहा था कि क्षण भर उसे लगा की शोभा को चोद ही डाले. फिर मन को काबू मे करके उसने लंड बाहर खींचा और शोभा से पूछा "अब डालूं मौसी तुम्हारी गान्ड मे?"
शोभा के हां भरते ही उसने अपना सुपाड़ा शोभा के गुदा पर रखा और पेलने लगा. छेद सकरा था पर चूत के पानी से चिकना हो गया था. पॅक की आवाज़ के साथ सुपाड़ा अंदर समा गया. एक क्षण को शोभा का शरीर कड़ा हो गया और गुदा ने सिकुड़कर लंड को कस के पकड़ लिया पर जल्दी ही शोभा ने उसे फिर ढीला छोड़ दिया. दर्शन ने शोभा के चूतड़ पकड़े और लंड को कस कर पेलते हुए पूरा शोभा की गान्ड मे उतार दिया. लंड को कस कर पकड़ी गान्ड ने दर्शन को वो मज़ा दिया कि बिना और रुके वह शोभा की गान्ड चोदने लगा.
प्राची को बात जच गयी. उसने दर्शन को समझाया. "मेरे ख़याल से कोई हरज नही है बेटे, एक नया खेल ही समझ ले इसे. नेहा का इतना मन है, उसका दिल ना तोड़ नेहा कह तो रही है कि छोटा डिल्डो इस्तेमाल करेगी, तुझे दर्द भी नही होगा. नेहा की चूत के उस लाजवाब रस की स्वाद लेना है तो जैसा वह चाहती है वैसा कर बेटे. मुझे तो इस छोकरी ने दीवाना बना दिया है अपनी चूत के शहद का. वैसे मैने सुना है कि पुरुषों को भी मज़ा आता है उनके गुदा मे कुछ डालने पर."
दर्शन का मन डाँवाडोल हो रहा था. मा और मौसी दोनो कह रहे थे. उसने फिर शोभा की ओर देखा.
शोभा मुस्कराई और धीरे से करवट बदल कर अपने पेट के बल लेट गयी. उसके विशाल मासल नितंब अब दर्शन को सॉफ दिख रहे थे. "दर्शन राजा, आज असल मे मैं वैसे भी तुझे तेरा इनाम देने वाली थी. प्राची ने जब बताया कि पिछले कई दिनों से कैसे तू दिन रात उसकी सेवा कर रहा है तो मैने सोचा कि अब तेरा इनाम तुझे मिल जाना चाहिए. आ, ले ले अपना इनाम, और नेहा को भी मज़ा करने दे. उसके बाद मैं देखती हूँ कि तुझे वह कम से कम आधा कटोरि अपनी बुर का रस पिलाती है या नही"
दर्शन तैयार हो गया. उसका लंड शोभा की उस गोल मटोल फूली हुई गान्ड को देखकर उसमे घुसने को बेचैन हो गया था. लपक कर वह शोभा के पास गया और झुक कर उसके नितंबों का चुंबन लेने लगा. "थैक्स आंटी, प्लीज़, अब जल्दी मरा लो, मुझसे रहा नही जाता. क्रीम ले आऊँ, नही तो दुखेगा आप को. और किस आसान मे मारू? तुमने उस दिन कितने सारे फोटो दिखाए थे एनल सेक्स के"
शोभा अब तक घुटनों और कोहानियों पर डॉगी स्टाइल मे आ गयी थी. "अंदर डालने को यही पॉज़ बेस्ट है राजा. जब ठीक से मारने लगेगा तो मैं पट सो जाऊंगी और तू मेरे ऊपर सो जाना, फिर आराम से मारना. नेहा तेरे ऊपर सो जाएगी. क्रीम लाएगी नेहा तेरे लिए, मुझे तो नॅचुरल लुब्रिकेन्ट ज़्यादा अच्छा लगता है. ऐसा कर. मेरी चूत मे डाल दे लंड, दो मिनिट चोद और फिर तुरंत गान्ड मे डाल दे. उंगली से भी ज़रा रस चुपड मेरे छेद मे, अरे सब समझाना पड़ेगा क्या, तू तो इतना समझदार बच्चा है!"
प्राची बड़ी उत्सुकता से शोभा के बाजू मे बैठकर सब देख रही थी, दर्शन से बोली "बेटे, तू चोद, मैं गीला करती हूँ शोभा का छेद तेरे लिए"
दर्शन ने झुक कर एक दो बार शोभा की बुर पीछे से चाटि, उसका मन तो हो रहा था कि मन भर कर रसपान कर ले पर लंड उसे परेशान कर रहा था. शोभा के पीछे बैठकर शोभा की चूत मे लंड डाला और चोदने लगा. लंड के अंदर बाहर होने के साथ चिपचिपा पानी शोभा की चूत से उबल उबल कर बाहर आने लगा. प्राची उंगली पर शोभा की बुर का पानी ले कर उसकी गुदा मे चुपड्ने लगी. दर्शन को इतना मज़ा आ रहा था कि क्षण भर उसे लगा की शोभा को चोद ही डाले. फिर मन को काबू मे करके उसने लंड बाहर खींचा और शोभा से पूछा "अब डालूं मौसी तुम्हारी गान्ड मे?"
शोभा के हां भरते ही उसने अपना सुपाड़ा शोभा के गुदा पर रखा और पेलने लगा. छेद सकरा था पर चूत के पानी से चिकना हो गया था. पॅक की आवाज़ के साथ सुपाड़ा अंदर समा गया. एक क्षण को शोभा का शरीर कड़ा हो गया और गुदा ने सिकुड़कर लंड को कस के पकड़ लिया पर जल्दी ही शोभा ने उसे फिर ढीला छोड़ दिया. दर्शन ने शोभा के चूतड़ पकड़े और लंड को कस कर पेलते हुए पूरा शोभा की गान्ड मे उतार दिया. लंड को कस कर पकड़ी गान्ड ने दर्शन को वो मज़ा दिया कि बिना और रुके वह शोभा की गान्ड चोदने लगा.