Mastram Story कमीना - Page 5 - SexBaba
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Mastram Story कमीना

कमीना--10

गतान्क से आगे...........................

..

स्कार्पीओ अपनी रफ़्तार से उड़ी जा रही थी और पायल जो की सीट के बिल्कुल किनारे एक कोने मे सिमटी हुई अपने चेहरे पर एक गहरी

खामोशी लेकिन आँखो मे चमक और होंठो पर हल्की मगर प्यारी सी मुस्कान लिए बैठी थी, रवि अपनी दीदी के अंदाज़े

हुस्न को देख कर मस्त हो रहा था और बड़ी ही कातिल निगाहो से देखती हुई अपनी दीदी को मुस्कुरा कर देख रहा था, तभी

रवि धीरे से अपनी दीदी की ओर सरकता है और उसकी दूरी अपनी दीदी से कुछ कम हो जाती है और पायल की मुस्कान बढ़ने लगती

है, रवि धीरे से थोड़ा और सरकता है और उसकी दूरी उसकी दीदी से थोड़ी और कम हो जाती है और पायल की मुस्कान और बढ़

जाती है, अब रवि अपने हाथो की दो उंगलियो को सीट पर किसी घोड़े की तरह धीरे-धीरे दौड़ाते हुए अपनी दीदी की मोटी जाँघो

तक पहुचा देता है और इस बार पायल की मुस्कान एक दम से गायब हो जाती है और उसका चेहरे पर एक अजीब सी सूजन आ जाती

है और उसके होंठ काँपने लगते है और उसकी आँखो की पुतलिया अपने नियंत्रण को खो कर इधर उधर मटकने लगती है,

रवि अपने पूरे हाथ को अपनी दीदी की मोटी-मोटी गदराई हुई मखमली जाँघो पर रख देता है और पायल की साँसे कुछ तेज

होने लगती है यह बात उसके मोटे-मोटे कसे हुए दूध उपर नीचे होकर बताने लगते है, रवि धीरे से पायल की स्कर्ट

को उसकी जाँघो से उपर चढ़ाने लगता है और पायल अपने आपको उससे बचाने की कोशिश करने लगती है, तभी

रवि- भैया मे भी सो जाउ मुझे भी नींद आ रही है,

रोहित- ठीक है रवि

पायल रवि को मुस्कुरा कर देखती है और रवि अपनी दीदी के बिल्कुल करीब आ जाता है और उसके चेहरे को अपने हाथो मे

भर कर उपर उठाता है, पायल रवि की आँखो मे घूर कर देखती है उसके चेहरे से हसी गायब हो चुकी होती है, रवि

जैसे ही अपनी दीदी के होंठो पर अपने होंठ रखता है पायल अपनी आँखे बंद कर लेती है, रवि अपनी दीदी को अपनी ओर

खिचता है और पायल बिना किसी विरोध के रवि के करीब सरक जाती है और रवि उसके मोटे-मोटे दूध को अपने हाथो मे

भर कर कस कर दबाता हुआ अपनी दीदी के रसीले होंठो को चूस-चूस कर उसका रस पीने लगता है, पायल अपनी आँखे बंद

किए हुए अपने होंठो का रस अपने भाई को पिलाती रहती है और रवि अपनी दीदी के मस्त-मस्त कसे हुए आमो को मसलता

रहता है, रवि अपने हाथ को अपनी दीदी के गले मे डाल कर उसे अपने सीने से चिपका कर उसके रसीले होंठो को पिए जा रहाथा, कुछ देर बाद रवि अपनी दीदी के होंठो और गालो को अपने होंठो से चूमता हुआ उसके टॉप के दो बटन खोल कर अपने

हाथ को अपनी दीदी के नंगे दूध पर जैसे ही रखता है पायल की साँसे रुकने लगती है और रवि को जब अपनी दीदी की मोटी-

मोटी लेकिन एक दम सख़्त और कठोर चुचियो का स्पर्श मिलता है तो रवि पागल होने लगता है और अपनी दीदी के कठोर

दूध को अपने हाथो मे पूरा भर कर उनको कस-कस कर दबाते हुए उनका रस निचोड़ने लगता है.

रवि की इस हरकत से पायल की चूत से ढेर सारा पानी बहने लगता है और वह रवि के जिस्म से अपने जिस्म को कस कर चिपकाने

की कोशिश करती है, रवि अपनी दीदी के नंगे दूध को कस-कस कर अपने हाथो से मसलता रहता है, तभी रवि अपने हाथ

को अपनी दीदी की चुचियो से बाहर निकाल कर उसकी कमर मे हाथ डाल कर उसे थोड़ा अपनी और खीच कर उसके रसीले होंठो

को अपने मुँह मे भर कर अपनी दीदी की जबरदस्त मोटी और गदराई जाँघो को अपने हाथो मे भर-भर कर मसल्ने लगता

है और अपने हाथ को थोड़ा पीछे लेजा कर जब अपनी दीदी की मोटी गान्ड को दबोचता है तो रवि को मज़ा आ जाता है वह अपनी

दीदी की स्कर्ट को उपर तक चढ़ा कर उसकी गदराई जाँघो और फैली हुई गान्ड को अपने हाथो मे भर -भर कर मसल्ते

हुए अपनी दीदी के होंठो को चूमने लगता है,

कुछ देर बाद रवि अपनी दीदी के होंठ चूस्ते हुए जैसे ही अपना हाथ अपनी दीदी की पेंटी मे कसी हुई फूली चूत पर रख कर

अपनी दीदी की फूली हुई चूत को एक दम से अपने हाथो मे भर कर दबाता है तो पायल एक दम पागल हो जाती है और अपनी

जीभ बाहर निकल कर अपने भाई के मुँह मे दे देती है और रवि अपनी दीदी की रसीली जीभ को अपने मुँह मे भर कर उसकी

फूली हुई गदराई चूत को अपने हाथो मे भर कर दबोच-दबोच कर मसल्ने लगता है, पायल पूरी मस्ती मे आ जाती है

और अपनी जीभ को अपने भाई के मुँह मे देती हुई अपनी जाँघो को थोड़ा सा फैला देती है जिससे रवि का हाथ पूरी तरह अपनी

दीदी की पेंटी मे कसी हुई गदराई चूत पर कस जाता है, तभी रवि अपनी दीदी की स्कर्ट के अंदर से ही हाथ डाले-डाले अपने हाथ को अपनी दीदी के पेट की तरफ ले जाकर अपनी दीदी की पेंटी के एलास्टिक मे अपना हाथ भर कर एक दम से अपनी दीदी की नंगी फूली हुई चूत को अपने हाथो मे भर लेता है और उसकी इस हरकत से पायल सिहर जाती है और अपने भाई का दूसरा हाथ खुद ही पकड़ कर अपने दूध पर रख लेती है और अपने भाई के मुँह मे अपनी रसीली जीभ को अंदर तक भरने की कोशिश करने लगती है,
 
[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रवि अपनी दीदी की रसीली जीभ का रस पीते हुए अपने एक हाथ से उसके मोटे-मोटे दूध को कस-कस कर दबोचता हुआ अपने दूसरे हाथ से उसकी मखमली चिकनी फूली हुई चूत को मसल्ने लगता है, तभी जब रवि अपनी दीदी की फूली हुई चूत की फांको के बीच की गहराई मे अपने हाथो की उंगलियो को भरता है तो पायल पागल हो जाती है और ज़ोर से सीस्याना चाहती है लेकिन उसकी जीभ अपने भाई के मुँह मे होने की वजह से वह सीसीया नही पाती है और रवि अचानक अपनी दो उंगलिया अपनी दीदी की चूत के छेद मे भर देता है और पायल अकड़ जाती है और उसका शरीर कमान की तरह तन जाता है जिससे उसकी[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]कठोर और बड़ी-बड़ी चुचिया और कठोर होकर बाहर की तरफ और ज़्यादा तन जाती है, ऐसी कसी हुई तनी चुचियो को[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]दबाने मे रवि को आनंद आ जाता है और वह अपनी दीदी की चूत मे अपनी उंगली डाले हुए हुसके होंठो को चूमता रहता[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]है, पायल के होंठ चूस-चूस कर रवि बिल्कुल लाल कर देता है, पायल अपना मुँह उसके होंठो से हटा लेती है और उसके गले[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]से चिपक जाती है रवि अपनी दीदी की चूत मे अपनी उंगली को डाले हुए उसके मोटे-मोटे दूध को दबाता हुआ, उसके कान मे धीरे से, दीदी मेरी तरफ देखो और उसके चेहरे को अपने हाथो से पकड़ कर अपने मुँह के सामने लाता है, पायल अपनी[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]आँखे बंद किए हुए बैठी रहती है और रवि उसके होंठो को चूमता है और फिर अपना मुँह हटाता है,[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]फिर दुबारा उसके होंठो को चूमता है और फिर हटाता है, तब पायल अपनी आँखे खोल कर रवि को देखती है, अचानक[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रवि उसकी चूत मे डाली हुई उंगली को निकाल कर अपनी जीभ से पायल के सामने चाटता है तो पायल मारे शर्म के मुस्कुराकर[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रवि के सीने से चिपक जाती है, रवि उसको अपनी बाँहो मे भर कर उसके मोटे-मोटे दूध को कस-कस कर मसल्ते हुए रवि[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]उसकी चूत मे फिर से अपनी उंगली डाल कर सहलाने लगता है, पायल की चूत पानी छोड़ने लगती है और रवि पायल को सीट से टीका कर आराम से उसकी टाँगे फैला कर बैठा देता है और उसकी पेंटी को एक साइड सरका कर उसकी चूत को अपनी उंगलियो से[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]सहलाता हुआ पायल को देखता है, पायल अपनी आँखे खोल कर रवि को देखती है और रवि अपनी दीदी की चूत के रस से भीगी हुई उंगलियो को अपनी दीदी को दिखा कर अपने होंठो से चाट लेता है, पायल पूरी मस्त हो चुकी थी और रवि की इस हरकत को देख कर थोड़ा मुस्कुराकर फिर से अपनी आँखे बंद कर लेती है और अपनी जाँघो को फैलाए हुए अपने भाई से अपनी चूत मसल्वाती रहती है,[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]दोनो को इसी तरह मस्ती मारते-मारते रात के 2 बज जाते है और कब स्कार्पीओ उनके गेट के सामने जाकर पहुच जाती है उन्हे पता भी नही चलता है, तभी[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रोहित- अरे भाई अब जाग जाओ घर आ गया है, रोहित की आवाज़ सुन कर पायल हड़बड़ा कर अपनी स्कर्ट नीचे करती है और रवि जबरन जमहाई खाते हुए उठ कर बैठते हुए जानबूझ कर पायल की चुचियो को पकड़ कर मसल्ते हुए दीदी उठो घर आ गया और पायल उसकी हरकत पर मुस्कुरा कर उसका हाथ अपनी चुचियो से हटा कर उसको एक मुक्का उसकी पीठ पर मारती हुई,[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]कमीना कही का, और फिर तीनो स्कार्पीओ से उतर कर अपना-अपना समान लेकर घर के अंदर एंटर हो जाते है.[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रात काफ़ी हो गई थी इसलिए सब अपने-अपने बेड पर जाते ही सो गये, सुबह-सुबह रवि और पायल कॉलेज के लिए चल देते है,[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]कॉलेज पहुच कर पायल सीधे क्लास की ओर जाने लगती है,[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रवि- दीदी[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]पायल-पलट कर क्या है[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रवि- दीदी तुम आज ठीक से बात क्यो नही कर रही हो[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]पायल- मेरी मर्ज़ी, और तुनक कर चल देती है[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रवि- अपने आप से बात करता हुआ, ये लोंदियो की जात ही साली ऐसी होती है, रात को तो गान्ड मराने को तैयार हो गई थी और अभी ऐसा लग रहा है जैसे मुझे जानती ही नही, फिर भी रवि की नज़र अपनी दीदी के मटकते चुतडो से हटी नही जब तक की वह उसकी नज़रो से ओझल नही हो गई,[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]क्लास मे पहुच कर रवि की नज़र सबसे पहले उस सीट पर पहुचि जहाँ सोनिया बैठती थी, रवि ने देखा कि सोनिया अपनी[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]कॉपी मे कुछ लिख रही थी, वह अपनी सीट पर जाकर बैठ गया, कुछ देर तक वह सोनिया को देखता रहा फिर अचानक[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]सोनिया ने नज़रे उठा कर रवि की ओर देखा और दोनो की नज़रे मिली तो सोनिया मुस्कुरा दी, रवि अपने मन मे चलो ये तो कम से कम लाइन पर है, आज वैसे काफ़ी सेक्सी लग रही है, खुले हुए बाल, भरा हुआ चेहरा ऐसा लग रहा है आज मc मे है,[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रवि- अपने पास बैठे चस्मे वाले लड़के से यार एक बात पुच्छू[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अजय- अपने चश्मे की आड़ से रवि को देखता हुआ पूछो[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रवि- यार ये मc का क्या मतलब होता है[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अजय- कुछ सोच कर, यार अभी तक तो सर ने ये टॉपिक पढ़ाया ही नही है वैसे कौन से चॅप्टर मे है यह टॉपिक[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रवि- अपना सर पकड़ कर, तेरी मम्मी है घर मे[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अजय- हॅ[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रवि- जाकर अपनी मम्मी से पूछना क्यो कि यह टॉपिक हमारी बुक मे नही है, इसके बारे मे तो तेरी मम्मी ही बता पाएगी[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अजय- लेकिन पूछुगा क्या[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रवि- यही कि मम्मी जी मc का औरतो से क्या संबंध होता है[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अजय- क्यो मc का संबंध औरतो से होता है क्या[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रवि- हाँ यह औरतो का एक सबसे महगा गहना होता है, अपना खून देकर इस गहने की कीमत चुकाना पड़ती है[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अजय- तो क्या मेरी मम्मी ने यह गहना खरीदा होगा[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रवि- अबे जब तेरी मम्मी 12-13 साल की होगी तभी यह गहना उसने खरीद लिया होगा, यह गहना ना होता तो तू मेरे बगल मे चश्मा लगाए ना बैठा होता,[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अजय- अपन सर खुजाते हुए, यार तुम बहुत गोल-मोल बाते करते हो[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रवि- अच्छा तुझे अभी मालूम करना है क्या[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अजय- हाँ[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रवि- तो एक कम कर वो जो सोनिया बैठी है ना वह इस टॉपिक की एक्सपर्ट है जा उससे जाकर पूछ कि सोनिया क्या आज तुम मc मे हो[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अजय- तो क्या वह बता देगी[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]रवि- ओफ़कौरसे यार वह अभी के अभी तुझे बता कर तेरा कन्फ्यूषन दूर कर देगी[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अजय- ओके और अजय सोनिया के पास जाता है,[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अजय- हेलो सोनिया[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]सोनिया- हाई[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अजय- सोनिया मे एक सवाल पूछ सकता हू[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]सोनिया- पूछो[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]अजय- सोनिया क्या आज तुम मc मे हो[/font]

[font="Lucida Grande", "Trebuchet MS", Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]सोनिया- सटाक, अजय के गाल पर ऐसा थप्पड़ मारती है कि पूरी क्लास मे उसकी आवाज़ गूँज जाती है और अजय चुपचाप अपनी सीट छोड़ कर अपना मुँह दबाए हस्ता हुआ बाहर निकल जाता है और उधर सोनिया भी उसके बेहूदा सवाल से नाराज़ होकर बाहर आ जाती है, पर अजय यह नही समझ पाता है कि आख़िर मेने ऐसा क्या कह दिया कि सोनिया ने इतना ज़ोर का थप्पड़ मेरे गाल पर जड़ दिया,[/font]
 
रवि- हाई सोनिया

सोनिया- मुस्कुरा कर, और रवि कैसे हो

रवि- मे तो अच्छा हू लेकिन तुम मुझे कुछ ठीक नही दिखाई दे रही हो

सोनिया- क्यो

रवि- तुम्हारा चेहरा देख कर लगता है कि तुम मुझे मिस कर रही थी

सोनिया- मुस्कुरा कर मे और तुम्हे मिस करू

रवि- क्यो मे मिस करने लायक नही हू क्या

सोनिया- मिस तो मे पायल को कर रही थी, कहाँ है वह

रवि- वो तो अपनी क्लास मे है, चलो हम लोग एक-एक कॉफी लेते है

सोनिया- नही मेरा मन नही कर रहा है

रवि- तो फिर क्या इरादा है

सोनिया- कुछ नही अभी कुछ देर बाद वापस क्लास मे जाउन्गि पर तुम क्लास से बाहर क्यो आ गये

रवि- ताकि तुम भी मेरे पीछे आ जाओ

सोनिया- हेलो मे कोई आपके पीछे नही आई हू

रवि- उसके दूध को उसकी नज़रो के सामने देख कर सोनिया तुम बहुत खूबसूरत हो सच तो यह है कि मे ही तुम्हारे पीछे

आ जाता हू

सोनिया- देखो रवि मुझे इन बातो मे कोई दिलचस्पी नही है सो प्लीज़ मुझसे यह सब बाते ना किया करो

रवि- अच्छा मे तुमसे एक बात कहना चाहता हू लेकिन तुम्हे वादा करना होगा कि तुम किसी से नही कहोगी

सोनिया- कुछ सोच कर अच्छा ठीक है वादा रहा,

रवि- सोनिया मे तुम्हे पूरी नंगी देखना चाहता हू

रवि की बात सुन कर सोनिया सुन्न रह जाती है और वह एक दम से गुस्से मे आकर चल देती है

रवि- सोनिया सुनो तो

सोनिया- लीव मे अलॉन और आज के बाद मुझसे बात नही करना

रवि- सोनिया का हाथ पकड़ कर सुनो तो

सोनिया- अपना हाथ छुड़ा कर, डॉन'ट टच मी

रवि- बट आइ लव यू सोनिया

सोनिया- वॉट यू मीन आइ लव यू, तुम लव जैसे शब्द के लायक नही हो और उसका भी मज़ाक उड़ा रहे हो

रवि- वो कैसे

सोनिया- एक तरफ कहते हो कि मुझसे प्यार करते हो और दूसरी तरफ तुम्हारे मुँह से गंदी बाते मेरे लिए निकलती है

रवि- अच्छा एक बात सही-सही बताओ अगर तुमने सही जवाब दे दिया तो मे मान लूँगा कि मे प्यार करने के लायक नही हू,

जो लड़का जिस लड़की से प्यार करता है वह उससे राखी बँधवाएगा या फिर उसको नंगी देखेगा

सोनिया- मे नही जानती मुझे जाने दो

रवि- अच्छा यह तो बता दो कि फिर कब दिखा रही हो अपने इस गदराए हुस्न का जलवा और उसके सामने ही उसकी तनी हुई मोटी-मोटी चुचिया देखने लगता है,

सोनिया- वाकई मे रवि तुम बहुत बड़े कमिने हो

रवि- यह मेरे सवाल का जवाब नही हुआ

सोनिया- मे जा रही हू और तेज -तेज कदमो से चल देती है, रवि भी उसके पीछे चल देता है, सोनिया कॉलेज की लाइब्ररी मे घुस जाती है और रवि भी उसके पीछे वाहा पहुच जाता है, सोनिया एक बुक लेकर पढ़ने लग जाती है और रवि उसके सामने जाकर बैठ जाता है और उसे घूर कर देखने लगता है, सोनिया अपनी नज़रे किताबो पर गढ़ाए रहती है और रवि उसको मुस्कुराते हुए देखता रहता है, कुछ देर बाद सोनिया अपनी नज़र उठा कर रवि को देखती है तो रवि उसे आँख मार देता है, सोनिया जल्दी से अपनी नज़रे फिर से किताब मे लगा देती है, तभी रवि टेबल के नीचे से अपने पेर को आगे बढ़ा कर सोनिया की स्कर्ट उसके पेरो पर चढ़ाता हुआ उसकी गोरी-गोरी पिंडालियो पर अपने पेर फेरने लगता है, सोनिया उसकी हरकत को देख कर गुस्से मे अपनी आँखे निकाल कर रवि को दिखती है और रवि उसकी और मुस्कुरा कर अपने पेर पीछे खिच लेता है सोनिया फिर से अपनी नज़रे बुक पर लगा देती है तो रवि फिर से उसकी गोरी पिंडालियो को अपने पेर की पंजो से सहलाने लगता है और सोनिया इस बार फिर से उसको घूर कर देखती हुई अपने पेरो को थोड़ा पीछे खिचती है तो रवि अपने पेरो को थोड़ा सा और आगे करते हुए सोनिया की जाँघ तक पहुचा देता है, सोनिया उसकी इस हरकत पर उसे आँखे दिखाती हुई उसके पेरो को अपने परो से एक लात मारती है और उठ कर चल देती है, रवि उसके पीछे जाकर लाइब्ररी के गेट के बाहर उसका हाथ पकड़ लेता है,
 
सोनिया- अपना चेहरा गुस्से से लाल करते हुए अपनी आँखे निकाल कर, रवि छोड़ो मेरा हाथ

रवि- सोनिया को मुस्कुरा कर देखते हुए, मेरी जान तुम नही जानती कि जब तुम गुस्से मे होती हो तो कितनी खूबसूरत लगती हो,

सोनिया- अपनी आँखे दिखाते हुए, रवि मे कहती हू मेरा हाथ छोड़ो,

रवि- एक शर्त पर

सोनिया- अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश करती हुई मुझे तुम्हारी कोई शर्त नही सुनना है,

रवि- ठीक है तो जब तक मेरी शर्त नही सुनोगी मे हाथ नही छोड़ूँगा

सोनिया- कसमसा कर अच्छा बोलो क्या शर्त है

रवि- कल मेरे साथ मूवी देखने चलना होगा

सोनिया- मे नही जाउन्गि

रवि- तो ठीक है मे जब तक हाथ नही छोड़ूँगा जब तक तुम हाँ नही कहोगी

सोनिया- अपने हाथ को छुड़ाने की कोशिश करती हुई, प्लीज़ रवि छोड़ दो सब देख रहे है,

रवि- पहले हाँ कहो

सोनिया- अच्छा बाबा चलूगी अब तो छोड़ो

रवि- देखो अपनी बात से पलटना नही वरना, उसके सामने उसके मोटे-मोटे दूध को देखता हुआ, अगली बार मे कुछ और

पाकडूँगा और फिर छोड़ूँगा नही

सोनिया- अपना हाथ छुड़ा कर, रवि तुम बहुत कमिने हो

रवि- थॅंक्स फॉर कॉंप्लिमेंट और फिर अब चलो एक-एक कॉफी हो जाए और सोनिया उसके साथ चल देती है

क्रमशः.........................
 
कमीना--11

गाटांक से आयेज.............................

कॉलेज छूटने के बाद रवि, पायल को लेकर घर आ जाता है और घर आकर अपनी दीदी का हाथ पकड़ते हुए,

रवि- दीदी क्या बात है तुम मेरे साथ ऐसा बिहेव क्यो कर रही हो,

पायल- रवि मुझे अकेला छोड़ दे मे तुझसे कोई बात नही करना चाहती और अपना हाथ छुड़ा कर अपने रूम की ओर जाने लगती

है, रवि दौड़ कर उसके पीछे जाकर उसका हाथ फिर से पकड़ता हुआ,

रवि- दीदी आख़िर बात क्या है, कल तक तो तुम बिल्कुल ठीक थी फिर आज अचानक क्या हो गया

पायल- कल तूने मेरे साथ जो किया वह ठीक नही किया और अब तू मुझसे दूर रह, मुझे तुझसे कोई बात नही करनी

रवि- दीदी पर उस बात के लिए मे अकेला ज़िम्मेदार नही हू उसके लिए तुम भी उतनी ही कसूर वार हो जितना कि मे

पायल- हाँ मुझसे ग़लती हुई है, लेकिन अब मे उस बात को याद नही करना चाहती और प्लीज़ रवि अब मुझे परेशान मत कर मुझे अकेला छोड़ दे,

रवि- पायल को अपनी और खिचता हुआ, दीदी अब मे तुमसे दूर नही रह सकता

पायल- रवि छोड़ मुझे, और उसे दूर धकेल देती है

रवि- पायल को अपनी और खिच कर उसके रसीले होंठो को चूम लेता है, और पायल का मुँह जैसे ही चूम कर छोड़ता है

पायल- सटाक से एक तगड़ा तमाचा रवि के मुँह पर मारती हुई गुस्से से रवि को देख कर एनफ, बहुत हो गया, और रवि को उंगली दिखाती हुई अगर आगे से तूने ऐसी हरकत की तो मुझे भैया से कहने मे ज़रा भी देर नही लगेगी, और उसे धक्कादेती हुई निकल जा मेरे रूम से,

रवि- अपना सा मुँह लेकर बाहर आकर सोफे पर बैठ जाता है और पायल अपने बेड पर लेट कर रोने लगती है,

रवि- बाहर बैठ कर अपने आप से बाते करता हुआ, जाने क्या समझती है अपने आप को, हिम्मत है तो भैया से बता कर

देख, नही-नही उसका कोई भरोसा नही है बता भी सकती है, पर अचानक इसको हुआ क्या, कल तो कितने प्यार से मुस्कुरा कर मुझसे चिपक रही थी, लेकिन अब इसे क्या हो गया, रवि वही बैठ कर टीवी चालू कर लेता है और अपने गाल को सहलाते हुए अपनी दीदी के मारे गये थप्पड़ का अफ़सोस करता रहता है,

करीब आधे घंटे बाद पायल बाहर आती है और सीधे किचन मे जाकर कॉफी बनाने लगती है और थोड़ी देर बाद दो कप

कॉफी लेकर आती है, रवि अपने मुँह को टीवी की ओर लगा देता है और पायल की ओर नही देखता है, पायल भी रवि के पास एक कप कॉफी रख कर उसके सामने सोफे पर बैठ जाती है और कॉफी पीने लगती है, पायल भी रवि को सिर्फ़ एक बार देख कर अपने नज़रे नीचे किए हुए कॉफी पीने लगती है, रवि उसकी दी हुई कॉफी की तरफ देखता भी नही है और टीवी देखता रहता है, पायल जब आधी कॉफी पी लेती है तब अपनी नज़र उठा कर रवि की ओर देखती है तो रवि टीवी को देख रहा था, पायल अपनी आँखे निकाल कर

पायल- कॉफी क्यो नही पीता है ठंडी हो रही है

रवि- उसकी बात का कोई जवाब नही देता है और अपनी नज़रे टीवी की ओर ही लगाए रहता है

पायल- फिर से अपनी कॉफी पीने लगती है और कॉफी ख़तम करके उठ कर उसके भरे हुए कप को उठा कर किचन मे ले

जाती है, पर रवि उसकी और कोई ध्यान नही देता है,

रात को खाने की टेबल पर रोहित और पायल बैठे होते है

रोहित- रवि कहाँ है वह खाना नही खाएगा क्या

पायल- मे देखती हू और उठ कर रवि के रूम मे जाती है और रवि अपने बेड पर उल्टा लेटा हुआ था, पायल दरवाजे के पास से ही आवाज़ लगा कर रवि खाना खा ले भैया तेरा वेट कर रहे है,

रवि- मुझे भूख नही है

पायल- थोड़ा करीब जाकर उसके सामने खड़ी होकर, ज़्यादा नाटक मत कर और चल के खाना खा ले,

रवि- पायल को गुस्से से देखता हुआ, मेने कहा ना मुझे भूख नही है, और अगर होती भी तो मे नही ख़ाता,

पायल- को थोड़ी हसी आ जाती है और वह, तू उठता है की मे जाकर भैया को बता दू

रवि- उठ कर पायल को गुस्से से देखता हुआ, हाँ जाओ बता दो मे किसी से नही डरता,

पायल- देख रवि मे आख़िरी बार पूछ रही हू, खाना खाएगा कि नही

रवि- नही

पायल- जा मत खा मुझे क्या, और तुनक कर वापस आ जाती है,

रोहित- क्या हुआ उसकी तबीयत तो ठीक है ना

पायल- लगता है उसका पेट गड़बड़ है कह रहा है उसे आज खाने का मन नही है

रोहित- चलो कोई बात नही, लाओ मुझे खाना दो और फिर रोहित खाना खाने लगता है पर पायल का मन दुखी हो जाता है और वह रवि को भूखा सोच कर परेशन होने लगती है और उससे भी खाना ठीक से खाया नही जाता है,

रोहित- क्या बात है तेरा भी पेट गड़बड़ है क्या

पायल- एक दम सकपका कर नही तो

रोहित- तो फिर एक ही रोटी को 10 मिनिट से चिड़िया की तरह चुग-चुग कर क्यो खा रही है

पायल- अपनी नज़रे नचाते हुए जल्दी से एक बड़ा सा कौल तोड़ कर खाने लगती है
 
खाना खाने के बाद पायल अपने रूम मे बैठ कर उलझन मे नज़र आती है जब उसका मन नही मानता तो वह एक थाली मे

खाना लेकर रवि के दरवाजे पर जाती है लेकिन दरवाजा अंदर से लॉक होता है, पायल धीरे से दरवाजे को एक दो बार

खटखटाती है लेकिन रवि कोई रेस्पॉन्स नही देता है और फिर पायल मजबूर होकर वापस आ जाती है,

पायल अपने बेड पर लेटी हुई खुद से बाते करती हुई, लगता है मेने रवि के साथ ज़्यादा सख्ती दिखा दी, मुझे उसे प्यार से

समझाना चाहिए था, और फिर पिछली रात को हुई उसके और रवि के बीच की घटना को सोचने लगती है, और अपने मन मे ग़लती तो मेरी भी थी और मेने सारा दोष रवि के सर पर मढ़ दिया, लेकिन मुझे ऐसा नही करना चाहिए था, और यही सब बाते सोचती हुई पायल सो जाती है,

सुबह-सुबह पायल अपने भैया का टिफिन तैयार करके देती हुई, भैया अब शादी की डेट कब तक फिक्स होगी

रोहित- जूते पहनता हुआ, पायल बॉस तो जल्दी ही कोई डेट निकलना चाहते है, पर मे सोच रहा हू कि इतनी जल्दी क्या है

पायल- अरे भैया अब इसमे जल्दी और देर वाली बात कहा है, मे तो चाहती हू कि आप जल्दी से भाभी को हमारे घर मे ले

आओ, तो मुझे भी एक साथी मिल जाएगी,

रोहित- अच्छा मतलब मे आपकी हेल्प के लिए शादी कर लू

पायल- मुस्कुराते हुए, ऐसी बात नही है भैया, पर जब भाभी इस घर मे आ जाएगी तो घर मे एक रोनक सी आ जाएगी

रोहित- पायल के सर पर हाथ फेरता हुआ, अरे वह तो आ जाएगी पर अब हमे तेरी भी शादी के बारे मे सोचना पड़ेगा

पायल- शरमाते हुए, मुझे नही करना शादी-वादी

रोहित- मे भी तुझे अपने से अलग नही करना चाहता पर शादी तो एक दिन सभी को करनी ही होती है, पर फिकर मत कर जब तक तू अपनी पढ़ाई पूरी नही कर लेती मे तुझ पर कोई प्रेसर नही डालुगा,

पायल- मुस्कुरा कर थॅंक यू भैया और फिर रोहित अपना बॅग लेकर बाहर निकल जाता है,

पायल- रवि के रूम मे जाती है तो रवि सो रहा था, पायल उसको आवाज़ लगा कर, रवि उठ जा आज कॉलेज नही जाना क्या, चल जल्दी से उठ कर तैयार हो जा मे भी नहाने जा रही हू,

पायल की बात सुन कर रवि अपनी आँखे खोलता है और पायल बाहर जाकर सीधे बाथरूम मे घुस जाती है, रवि एक पल के

लिए पायल को बाथरूम मे नंगी देखने का सोचता है लेकिन फिर गुस्से के मारे वह अपना इरादा बदल देता है और जाकर

सोफे पर बैठ जाता है, कुछ देर बाद पायल नाहकार निकलती है और उसके बदन पर सिर्फ़ एक टॉवेल होता है, पायल रवि के सामने से उसे देखती हुई जाती है लेकिन रवि उसकी ओर कोई ध्यान नही देता है, पायल उसको मुस्कुरा कर देखती हुई अपने रूम मे चली जाई है, जब रवि बाथरूम मे जाता है तो पायल की उतरी हुई पेंटी और ब्रा को देखता है जो नीचे पड़ी हुई थी रवि गुस्से से उसकी ब्रा और पेंटी को अपने पेर से दूर करता हुआ, नहाना शुरू कर देता है और फिर तैयार होकर पायल को अपनी बाइक मे बैठा कर कॉलेज पहुच जाता है, पायल जैसे ही उसकी बाइक से नीचे उतरती है रवि अपनी बाइक को आगे बढ़ा देता है और पायल से कुछ दूर जाकर अपनी बायक को पार्क करने के बाद सीधे अपनी क्लास मे चला जाता है और पायल उसको खड़ी हुई देखती रह जाती है,
 
क्लास मे सोनिया रवि की ओर बार-बार देख रही थी लेकिन रवि का आज मूड अपसेट था और वह सोनिया की ओर नही देख रहा था, सोनिया आज उसमे इतना बदलाव देख कर कुछ समझ नही पा रही थी और जैसे ही क्लास छुट्टी है रवि जल्दी से बाहर निकल कर केफे मे जाकर एक टेबल पर बैठ जाता है, कुछ देर बाद वहाँ पायल और सोनिया साथ-साथ आती है और एक दूसरी टेबल पर आमने-सामने बैठ जाती है, तभी सोनिया की नज़र रवि पर पड़ती है, और वह

सोनिया- पायल वो देख रवि वहाँ बैठा है उसे भी यही बुला ले ना,

पायल- तू ही बुला ले मेरे बुलाने पर वह नही आएगा

सोनिया- क्यो क्या हो गया

पायल- मुस्कुरा कर कुछ नही आज वह थोड़ा मुझसे नाराज़ है

सोनिया- हाँ तभी आज काफ़ी अपसेट लग रहा है

पायल- तू जाकर उसको बुला ला

सोनिया- ना बाबा ना, उसका मूड वैसे भी अपसेट है कही मुझ पर ही ना बिगड़ जाए

पायल- अरे डरती क्यो है, वह मुझसे नाराज़ है तुझे कुछ नही कहेगा

सोनिया- अच्छा ठीक है और सोनिया रवि के पास जाकर

सोनिया- हाय रवि

रवि- उसको देख कर जबरन अपने होंठो पर मुस्कान लाता हुआ, हाय

सोनिया- क्या बात है आज कुछ अपसेट लग रहे हो

रवि- मुस्कुरकर नही ऐसी तो कोई बात नही है

सोनिया- चलो वहाँ चल कर बैठते है

रवि- उसके साथ चल देता है और जब वह पायल को वहाँ बैठा देखता है तो वह कुछ सोचने लगता है और तभी पायल

उसको देख कर एक स्माइल देती है तो रवि उसकी ओर से अपना मुँह हटा लेता है

तीनो एक साथ बैठ जाते है और रवि सोनिया की ओर देख रहा था, और सोनिया रवि को देख कर मुस्कुराते हुए, रवि कॉफी

तो ऑर्डर कर दो,

रवि -उसकी बात सुन कर कॉफी ऑर्डर करता है

सोनिया- क्या बात है रवि आज तुम अपसेट क्यो हो

रवि- सोनिया को मुस्कुरा कर देखते हुए, नही ऐसी कोई बात नही है

सोनिया- पर पायल तो कह रही थी कि तुम उससे नाराज़ हो

रवि- पायल की ओर देखता है और पायल उसको देख कर मुस्कुरा देती है, रवि अपनी नज़रे उसकी ओर से हटा कर, सोनिया को देखता हुआ, यह मेरी दीदी है इनसे मे क्यो नाराज़ होने लगा

पायल- तो फिर तेरा मुँह क्यो फूला हुआ है

रवि- पायल को देख कर, तुम्हे इससे क्या मेरा मुँह फूला हो चाहे नही

पायल- मुस्कुराते हुए, चल अपना मुँह ठीक कर ऐसा फूला हुआ मुँह अच्छा नही लगता है,

सोनिया- ओफ्फ हो पायल अब तुम दोनो यही मत झगड़ने लगना,

पायल- मुस्कुराकर अरे तुम नही जानती सोनिया यह बड़ा बदमाश है और रवि को देखने लगती है

रवि- पायल को घूर कर देखता है

कॉफी पीने के बाद तीनो वापस अपनी क्लास मे आ जाते है और फिर रवि से अब रहा नही जाता है और वह सोनिया को फिर से देखने लगता है और सोनिया जब उसकी ओर देखती है तो समझ जाती है कि रवि उसके मोटे-मोटे दूध को खा जाने वाली नज़रो से देख रहा है तभी दोनो की नज़रे एक दम से मिलती है और रवि सोनिया को देख कर एक स्माइल देता है और सोनिया भी रिप्लाइ कर देती है तभी बाहर से एक उसकी ही क्लास की लड़की अंदर आती है जिसके दूध बहुत ज़्यादा मोटे होते है और रवि अपनी कमिनि नज़रो को रोक नही पाता है और उसके मोटे-मोटे थनो को देखने लगता है तभी सोनिया रवि की नज़रो को देख

लेती है और फिर जैसे ही रवि सोनिया को देखता है तो मुस्कुरा देता है और सोनिया उसको देख कर मुस्कुराती हुई, अपने

होंठ हिलाकर बुदबुदाती हुई वाकई बहुत बड़ा कमीना है किसी को भी नही छोड़ता है, पता नही अपनी दीदी को भी छोड़ता

होगा कि नही, तभी वह सोचने लगती है कि आख़िर पायल और रवि के बीच क्या झगड़ा चल रहा है जो रवि उससे नाराज़ है, कही रवि ने पायल के साथ कोई ऐसी वैसी हरकत तो नही कर दी, फिर नही-नही मे भी क्या सोचने लगी भला एक भाई अपनी बहन के साथ ऐसा क्यो करेगा, फिर कुछ सोचते हुए रवि की कमिनि नज़रो को देख कर, कर भी सकता है इसके कमिने पन का कोई भरोसा नही है,

कॉलेज छूटने के बाद पायल रवि की बाइक के पास खड़ी उसका वेट कर रही थी तभी रवि सोनिया के साथ बाहर आता दिखाई देता है और रवि सोनिया से खूब हस-हस कर बात कर रहा था, और सोनिया भी हस-हस कर उसके जवाब का रिप्लाइ दे रही थी, पायल को उन दोनो का इस तारह हस-हस कर बाते करते हुए सॅट कर चलना अच्छा नही लगा और वह उन्हे घूर कर दूर से देख रही थी तभी रवि, सोनिया के साथ उसकी स्कूटी के पास पहुच कर सोनिया के हाथ को पकड़ कर उससे कुछ कहने लगता है और सोनिया अपनी गर्दन को नीचे झुका कर मुस्कुराने लगती है, पायल उन दोनो की इन हर्कतो से ना जाने क्यो जल जाती है और रवि की बाइक को एक लात मारती है लेकिन उल्टा उसके ही पेर मे लग जाता है, थोड़ी देर बाद सोनिया अपनी स्कूटी मे बैठ जाती है और रवि उसको देख कर मुस्कुराता हुआ उसको हाथ हिला कर बाइ करता है, और पायल की ओर चल देता है, पायल काफ़ी गुस्से मे लग रही थी और जब रवि उसके पास आकर उसको देखता है तो पायल अपनी आँखे निकल कर रवि को घूर कर देख रही थी, रवि उसकी परवाह ना करते हुए अपनी बाइक स्टार्ट करता है और पायल उसके पीछे बैठ जाती है और रवि अपने घर की ओर उड़ जाता है,
 
घर पहुच कर रवि सोफे पर टिक कर बैठ जाता है और पायल उसके पास आकर,

पायल- गुस्से से रवि को देखती हुई, बहुत चिपक-चिपक के बात कर रहा था सोनिया से,

रवि- उसको अपनी आँखो से देखता हुआ, मेरी मर्ज़ी मे किसी से भी बात करू तुम्हे उससे क्या

पायल- तेरी जो मर्ज़ी हो वह कर मुझे क्या करना है और अपने पेर पटकती हुई अपने रूम की ओर जाने लगती है और रवि उसकी गदराई मोटी गान्ड को देख कर मुस्कुराने लगता है, और अपने मन मे सोचने लगता है, हाई दीदी तुम्हारी इस गदराई गान्ड को देख कर ही तो तुम्हारा भाई तुम पर मर मिटा है, दीदी तुम्हारी गान्ड तो इतनी खूबसूरत है कि मे अब तुम्हे पूरी नंगी करके जब तक तुम्हारी गान्ड और चूत को कस-कस कर नही चोद लेता मुझे चैन नही आएगा और अपने खड़े लंड को अपने हाथो से दबाता हुआ, देखो दीदी तुम्हारे मस्ताने फैले हुए चुतडो का असर, कि तुम्हारे गदराए चुतडो की मतकती थिरकन देख कर मेरा लोडा कैसे तुरंत खड़ा हो जाता है,

पायल कुछ देर अपने रूम मे पड़ी रहती है लेकिन उसका मन नही लगता और वह उठ कर बाहर आ जाती है, रवि सोफे पर

बैठा टीवी देख रहा था और पायल उसके पास जाकर,

पायल- रवि कॉफी पिएगा,

रवि- नही

पायल- रवि के सामने बैठ कर उसे देखने लगती है और रवि उसे नीग्लेट करता हुआ टीवी पर अपनी नज़रे जान बुझ कर लगाए हुए था,

पायल- रवि कल हम दोनो मूवी देखने चले

रवि- नही

पायल- क्यो

रवि- मेरा मन नही है

पायल- बहुत अच्छी मूवी लगी है, इसी साल की है

रवि- टीवी देखता हुआ कौन सी

पायल- कमिने

रवि, पायल की ओर घूर कर देखने लगता है और पायल मुस्कुरा कर मे तुझे नही कह रही हू , सच्ची मूवी है,

रवि- फिर से टीवी की ओर देखने लगता है

पायल- रवि बोल ना चलेगा ना

रवि- सोचुगा

पायल- अब इसमे सोचना क्या है

रवि- चलूँगा पर सोनिया भी साथ जाएगी

पायल- उसको गुस्से से घूर कर देखती हुई, अब यह सोनिया कहाँ से बीच मे टपक पड़ी

रवि- मेने उसे मूवी दिखाने का वादा किया है,

पायल- अपना मुँह बनाती हुई, मुझे नही जाना उसके साथ

रवि- ठीक है तो हम दोनो ही चले जाएगे

पायल- जब मे तेरे साथ चल रही हू तो उसके साथ जाने की तुझे क्या ज़रूरत है

रवि- मे उसे अब ना नही कह सकता

पायल- तो ठीक है जा दिखा उसे खूब मूवी और तुनक कर किचन मे चली जाती है,

रवि पायल को इस तरह जलते देख कर खुश हो जाता है, कुछ देर बाद पायल दो कप मे कॉफी लेकर आती है और रवि को एक कप उसके हाथ की ओर बढ़ाती हुई ले,

रवि उसके हाथ से कॉफी ले लेता है,

पायल- प्लीज़ रवि क्या हम दोनो नही चल सकते

रवि- पायल को घूर कर देखते हुए तो क्या उसको मना कर दू

पायल- रवि को देख कर, क्या वह तेरी खास दोस्त बन गई है

रवि- पायल को देख कर, दीदी वह मुझे बहुत खूबसूरत लगती है, इसलिए मे उसे बहुत पसंद करता हू

पायल- रवि की बात सुन कर उसकी आँखो मे देखती है और फिर कॉफी पीते हुए क्या तू उससे प्यार करता है

रवि - इस बार पायल की आँखो मे देखता है, पायल का चेहरा एक दम निराश सा महसूस होता है, रवि उसको देख कर अपनी नज़रो को टीवी की ओर लगाते हुए, अभी मे इस बारे मे कुछ नही कह सकता, लेकिन शायद वह भी मुझे बहुत पसंद करती है,

क्रमशः.........................
 
गतान्क से आगे.............................

पायल- रवि यह सब ठीक नही है तुझे लड़कियो के चक्कर मे नही पड़ना चाहिए और अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना

चाहिए

रवि- दीदी मुझे क्या करना है और क्या नही यह मे अच्छी तरह से जानता हू

पायल- उसको गुस्से से देखती हुई, क्या खाक जानता है, कल से तू उससे मिलना बंद कर दे

रवि- क्यो

पायल- उसकी ओर देखती हुई , बस ऐसे ही

रवि- पर क्यो

पायल- एक दम से, क्यो कि मुझे तेरा उससे मिलना बिल्कुल अच्छा नही लगता

रवि- पायल की आँखो मे देख कर लेकिन मेरे उससे मिलने से तुम्हे क्या प्राब्लम है,

पायल- रवि अब मे तुझे कैसे सम्झाउ और रवि की आँखो मे देखने लगती है

रवि- मुस्कुरा कर पायल की आँखो के सामने उसके दूध को घूर कर, मे उससे दूर नही रह सकता दीदी मुझे उसके वो

बहुत अच्छे लगते है,

पायल- रवि की बात और उसकी नज़रो का इशारा अपने दूध की ओर देख कर अपनी नज़रे नीचे करती हुई, रवि उसके साथ कुछ ग़लत हरकत मत करना वह एक अच्छी लड़की है,

रवि- मुस्कुरा कर क्यो अच्छी लड़कियो के उनको नही छूना चाहिए

पायल- रवि की आँखो मे देख कर, रवि वह एक समझदार लड़की है वह तुझे अपने आप को कभी नही छूने देगी

रवि- पायल की आँखो मे देख कर मुस्कुराता हुआ, क्यो तुम समझदार नही थी क्या

पायल को उसकी बात सुन कर अपनी ग़लती का एहसास होता है और वह रवि की ओर देख कर, अपने चेहरे को सीरियस बना कर, देख रवि वह एक ग़लती से होने वाला हादसा था और मे उस हादसे को भूल जाना चाहती हू

रवि- मुस्कुरा कर पायल की आँखो मे देखता हुआ, पर दीदी मे तो यह चाहता हू की ऐसे हादसे हमेशा होते रहे और

मे तो उस हादसे को जिंदगी भर याद रखना चाहता हू,

पायल रवि की बात सुन कर अपनी नज़रे नीचे कर लेती है और फिर कुछ देर बाद अपनी नज़रे उपर करके ठीक है बोल देना सोनिया को कि वह भी हमारे साथ मूवी देखने चले,

रवि- पायल के मोटे-मोटे दूध को अपनी ललचाई नज़रो से पायल के सामने ही घूरता हुआ, पर दीदी मे तो तुम्हारे साथ अकेला ही मूवी देखने जाना चाहता हू,

पायल- उसको अपनी आँखे निकाल कर दिखाती हुई, मुझे नही जाना तेरे साथ अकेले

रवि- पायल की आँखो मे देख कर थोड़ा मुस्कुराता हुआ, क्यो अपने भाई से डर लगता है

पायल- मुस्कुराते हुए खड़ी होकर, अपने पेरो की ओर इशारा करते हुए, तुझसे डरे मेरी जूती, और फिर अपनी गदराई गान्ड

को अपने भाई के सामने हिलाते हुए किचन मे कप रखने जाने लगती है और रवि अपनी दीदी के भारी-भारी उठे हुए

चुतडो को घूर कर मटकते देखने लगता है और पायल एक दम से पलट कर रवि को देखती है जो उसके चुतडो को खा

जाने वाली नज़रो से देख रहा था, पायल रवि को देख कर मुस्कुराए बिना नही रह पाती है और उसके मुँह से निकलता है

कमीना कही का, और फिर वह किचन मे चली जाती है,

जब वह किचन से बाहर आकर वापस सोफे पर बैठ जाती है और रवि की ओर मुस्कुरा कर देखने लगती है तो रवि उसको देख कर अपने आप से बात करता हुआ, सच दीदी बहुत खुजली है तुम्हारी चूत मे यह तुमने साबित कर दिया, लेकिन अब की बार तुम्हारा यह कमीना भाई ग़लती नही करेगा, अब की बार तुम्हारा भाई तुम्हे इतना मजबूर कर देगा कि तुम खुद मेरी बाँहो मे आकर मुझसे यह कहोगी कि रवि आज अपनी दीदी को पूरी नंगी करके खूब कस-कस कर चोद भैया मे तेरे बिना मर जाउन्गी, प्लीज़ रवि मुझे पूरी नंगी करके अपने उपर चढ़ा ले और अपनी दीदी को खूब कस-कस कर चोद दे भैया,
 
रवि, पायल के दूध को उसकी आँखो के सामने देखते हुए सोफे पर लेट जाता है और अपनी नज़रो से पायल के पेरो से लेकर चेहरे तक का मुआयना करता हुआ पायल की गोरी-गोरी पिंडालियो को देखता है फिर पायल के तने हुए मोटे-मोटे चुचो को घूर कर देखता है, पायल रवि की कमिनि नज़रो को देख कर अपनी नज़रे इधर-उधर मटकाने लगती है और फिर घुमा कर रवि की आँखो मे देखने लगती है, रवि पायल के मोटे-मोटे दूध को ललचाई नज़रो से घूर-घूर कर देख रहा था,

पायल- रवि की और आँखे दिखाती हुई, ऐसे क्यो घूर रहा है मुझे, खा जाएगा क्या

रवि- पायल की आँखो मे देख कर, मे जो चाहता हू तुम करने ही कहा देती हो

पायल- तुझे शर्म नही आती अपनी बहन को इस तरह देखते हुए

रवि- पायल की आँखो मे मुस्कुरा कर देखता हुआ, क्यो मे क्या देख रहा हू

पायल- ज़्यादा स्मार्ट मत बन मे सब जानती हू

रवि- क्या जानती हो

पायल अपने मन मे, यही कि तू मुझे चोदना चाहता है, मेरी चूत को चाटने के लिए मरा जा रहा है, कमीना कही का

रवि- अब चुप क्यो हो गई बोलो ना क्या जानती हो

पायल- मुश्कुरा कर कुछ नही

रवि- अच्छा दीदी एक बात कहु

पायल- क्या

रवि- दीदी, भाभी बहुत सुंदर है ना

पायल- अपने मन मे कमीना कही का तुझे भाभी नही भाभी की मोटी गान्ड सुंदर लगती है, पर जैसे तू मुझे चोदने की

नज़र से देखता है इस तारह अगर भाभी को देखा तो भाभी तेरा मुँह तोड़ देगी

रवि- दीदी तुम क्या सोचने लग जाती हो

पायल- मुस्कुरकर यही कि तू कितना कमीना है

रवि- अब कमीनापन वाली बात कहाँ से आ गई

पायल- तो फिर क्यो कह रहा है कि भाभी बड़ी सुंदर है

रवि- ये लो अगर मेने भाभी को सुंदर कह दिया तो इसमे मे कमीना कैसे हो गया

पायल- तू क्या अपने आप को बहुत स्मार्ट समझता है क्या मे जानती नही कि तेरी नज़रे तेरे अंदर का सब हाल बया कर देती है,

रवि- अच्छा तो क्या तुम मेरी नज़र को पढ़ लेती हो

पायल- हाँ

रवि- उसके दूध को घूरता हुआ तो बताओ अब मेरी नज़रे क्या कह रही है

पायल- यही कि तू मेरे हाथ से जूते खाएगा

रवि- दीदी जब देखो तुम मुझे मारने की बात करती हो, क्या मे तुम्हे इतना बुरा लगता हू

पायल- अपना मुँह बनाते हुए नही तू तो बड़ा अच्छा है तेरी तो आरती उतरना चाहिए

रवि- पायल की आँखो मे मुस्कुरकर देखता हुआ, दीदी मे तुम्हे अच्छा लगू या नही पर तुम मुझे कल से बहुत अच्छी

लगने लगी हो,

रवि की बात सुन कर पायल मुस्कुराए बिना नही रह पाती है और अपने पास मे पड़ा तकिया उठा कर रवि को मारते हुए

कमीना कही का तू कभी नही सुधर सकता है,

रवि- अपने आप को बचाते हुए मुस्कुराता हुआ, दीदी एक तो खुद आगे रह कर बिगाड़ती हो, फिर मुझे कमीना भी कहती हो

पायल- मुस्कुरा कर सच मे रवि तू बहुत कमीना है और उठ कर अपने रूम की ओर जाने लगती है, तभी रवि उसका हाथ

पकड़ कर अपनी और खिचता है और पायल उसको धकेल्टी हुई हस कर अपने रूम की ओर भाग जाती है

शाम को रोहित जब वापस आता है तो

रोहित- पायल-रवि कहाँ हो तुम दोनो,

पायल- क्या हुआ भैया आ गये आप

रोहित- हाँ भाई आ गया और यह लो तुम दोनो के लिए मिठाई ले कर आया हू

पायल- अरे वा कुछ खास बात है क्या,

रोहित- हाँ वो क्या है ना,

पायल- रूको भैया मे बताती हू, आपकी शादी की डेट फिक्स हो गई यही ना

रोहित- मुस्कुराता हुआ, हाँ आज से ठीक 15 दिन बाद बॉस ने शादी की तारीख पक्की कर दी है इसलिए अब हमारे पास बहुत कम समय है और तू तो जानती ही है कि मुझे टाइम मिलेगा नही इसलिए रवि और तुझे मिल कर ही सब अरेंज करना पड़ेगा और हाँ

तुम दोनो अपने खास दोस्तो को ज़रूर इन्वाइट कर देना दो दिन बाद शादी के कार्ड भी आ जाएगे,

पायल- खुस होती हुई भैया आप फिकर ना करो रवि और मे सब अरेंज कर देंगे, मे अभी रवि को यह खूसखबरी सुनाती

हू और पायल दौड़ कर रवि के रूम की ओर भाग जाती है

रवि अपने बेड पर लेटा हुआ था पायल उसके पास जाकर

पायल -ले रवि अपना मुँह खोल

रवि- क्या बात है ये मिठाई कौन लाया

पायल- पहले मुँह तो खोल और फिर रवि के मुँह मे मिठाई डालती हुई, रवि भैया की शादी की डेट तय हो गई है 15 दिन बाद शादी है,
 
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