nani ki maa ki chudai - SexBaba
  • From this section you can read all the hindi sex stories in hindi font. These are collected from the various sources which make your cock rock hard in the night. All are having the collections of like maa beta, devar bhabhi, indian aunty, college girl. All these are the amazing chudai stories for you guys in these forum.

    If You are unable to access the site then try to access the site via VPN Try these are vpn App Click Here

nani ki maa ki chudai

desiaks

Administrator
Joined
Aug 28, 2015
Messages
24,893
हुम लोग उप के एक गावँ मे रहेते हैन। जब मैन 10 साल का था मेरि मा का देहनत होगया।
और पितजि ने 22 साल कि एक गरिब लरकि से दुसरि सादि करलि। हुम लोग खेति बदि करके
अपना दिन गुजरते थे। मैन जयदा पदा लिखा नहिन होने से पितजि ने घर के पास एक छोति
इस किरने कि दूकन खोल ली। पितजि खेति पर जते थे और मैन या मेरि सौतेलि मा दूकन पर
बैथते थे। जब मैन 15 साल का हुवा तो पितजि का अचनक देहनत हो गया। अब घर मैन केवल
मैन और मेरि सौतेलि मा रहते थे। मेरि सौतेलि मा को मैन मा कहकर बुलता था।

घर का एकलोता बेता होने से मैन मा मुज़े बहुत पयर करति थि। यह हदसा करिब एक महिने
का हैन। मेरि मा थोदि मोति और सवनलि हैन और उसकि उमर 31 साल कि हैन। उसकि
चुतर कफ़ि मोति हैन वो जब चलति हैन तो उसकि चूतर हिलति हैन उसके बूबस भि बदे बदे हैन।
मैने कै बर उनको नहते हुये उनकि बूबस देखा था।

पितजि के देहनत के बाद हुम मा बेते हि घर मैन रहते थे और अकेला पन महसूस करते थे।
दूकन मैन रहने के करन हुम लोग खेति नहिन करपते थे इसलिये खेत तो हुमने दूसरे को जुतै
के लिये देदिया। मैन सुबह 7 बजे से दोपहर 12:30 बजे थे दूकन मैन बैथा था और 12:30 से 03:00
बजे तक घर मैन रहता था और फिर 3 बजे दूकन खोल कर कभि 06:30 या 07:00 दूकन बनद
कर घर चला जता था। जब मुज़े दूकन का माल खरिदने सहर जना पदता था तो मा दूकन पर बैथति थि।

एक दिन मान ने दोपहर को खना खते समय उनहोने मुज़से पुछा, रमु बेते अगर तुमे इतरज़ ना हो तो
कया मैन अपनि मा को यहन बूललु, कयोनकि वो भि गावँ मैन अकेलि रहति है और यहन अने से हमरा
अकेला पन दूर होजये गा। मैने कहा, कोइ बात नहि मा आप ननिजि को यहन बूला लो।


अगले हफते ननिजि हमरे घर पहुच गयि। वो करिब 45 साल कि थि और उनके
पति का देहनत 3 साल पहले हुवा था। ननि भि मोति और सनवलि थि और उनका
बदन कफ़ि सेक्सि था।

जदे का समय था इसलिये सुबहा दूकन देरि से खुलति थि और शम को जलदि बनद कर देता था

घर पर मा और ननि दोनो सरि और बलौसे पहनति थि, और रात को सोते समय सरि
खोल देति थि और केवल बलौसे और पेत्तिसोअत पहन कर सोति थि। मैन सोते समय
केवल उनदेरवेअर और लुनघि पहन कर सोता था। एक दिन सुबह मेरि आनख खुलि तो .

Dekha देखा ननि मेरे कमरे मैन थि और मेरि लुनघि कि तरफ़ आनखे फद फद कर देख रहि थि।

मैने जत से आनखे बनद करलि तकि वो समजे कि मैन अभि तक सो रहा हुन। मैने महसूस
किया कि मेरा लुनद खदा होकर उनदेरवेअर से बहर निकला था और लुनघि थोदि सरकि हुई
थि इसलिये मेरा मोता कला लुनद करिब 8 इनच लुमबा और कफ़ि मोता था उसे ननि आनखे
फद फद कर देख रहि थि। कुच देर इसि तरह देखने के बद वो कमरे से बहर चली गयी। तब मैन
उथ कर मेरा मोता लुनद उनदेरवेअर के उनदेर किया और लुनघि थिक करकि मुतने चला गया।
नहा धो कर जब हुम सब मिलकर नसता कर रहे थे ननि बर बर मेरे लुनघि कि और देख रहि थि।
सयद वो इस तक मैन थि कि लुनद के दरशन हो जये।

जदे के दिनो मैन हुम दूकन 12 बजे खोलते थे।
इसलिये मैन बहर अकर खत पर बैथ कर धूप का अननद ले रहा था। बहर एक छोता सा पत्रिसिअन था
जिसमैन हुम लोग पेसब वगरेह करते थे। थोदि देर बद मैने देखा कि ननि आयी और पेसब करने चलि
गये। वो पत्रिसिअन मैन जकर उपनि सरि और पेतिसोते कमर तक उनचि कि और इसतरह बैथि थि कि
ननि कि कलि फनको वलि, जनतोन से घिरि चूत मुज़े साफ़ देखै दे रहि थि। ननि का सिर निचे था और
मेरि नज़र उनकि चूत पर थि।

पेसब करने के बद ननि करिब 5-10 मिनुतेस उसि तरह बैथि रहि और अपने
दहिने हथ से चूत को लगर रहि थि। येह सब देख कर मेरा लुनद खदा हो गया, और जब ननि उथि तो मैने
नज़र घूमा लि। मेरे पास से गुजरते हुवे ननि ने पुछा कया आज धूकन नहिन खोलनि हैन। मैने कहा, बस
ननिजि 10 मिनुतेस मे जकर दूकन खोलता हुन। और मैन दूकन खोलने चलगया।

शम को दूकन से जब घर आया तो ननि फिर मेरे समने पेसब करने चलि गयी और सुबह कि तरह पेसब
करके अपनि चूत को लगर रहि थि।

थोदि देर बद मैन बहर घूमने निकल गया, मा बोलि बेता जलदि आजना जदे का समय हैन। मैने कहा थिक
हैन मा। और निकल गया।

रसते मैन मेरे दिमग मैन केवल ननि कि चूत हे चूत घूम रहि थि। मैन कभि कभि एक पौवा देसि सरब पिया
करता हलकि आदत नहिन थि महिने दो महिने मैन एक आद बर पी लिया करता था। आज मेरे दिमग मैन केवल
चूत हे चूत घूम रहि थि। इसलिये मैन देसि थेके पर देध पौवा पी लिया और चूप चप घर कि और चल पदा। मेरे
पीने के बरे मैन मेरि मा जनति थि इसलिये कुच नहिन बोलति थि। कयोनकि मैन पी कर चूप चप सो जता था।
रात कबरिब 9 बजे हुम सब ने मिलकर खना खया। खना खने के बद मा घर के कम मैन लग गयी और मैन और
ननि खत पर बैथ कर बतेन कर रहे थे। थोदि देर बद मा भि आगयी और बतेन करने लगि। ननि ने कहा चलो कमरे
मैन चलेत हैन वहिन बतेन करेनगे कयोनकि बहर थनद लग रहि हैन।

इसलिये हुम सम कमरे मैन आगये। मा ने
ननि और अपना बिसतर जमिन पर लगया और हुम सब निचे बैथ कर बतेन करने लगे। बतोन बतोन मैन ननि ने
कहा, रमु आज तु हमरे साथ हे सो जा, मा बोलि ?लकिन यहन कहन सोयेगा और मुज़े मरदो के बीच सोने मे शरम
आति हैन और निनद भि नहिन आति हैन? ननि बोलि बेति कया हुवा येह भि तो तुमहर बेते जैसे हि हैन हलनकि तु
इसकि सौतेलि मा हैन फिर भि इसका कितना धयन रखति। अगर बेता सथ सो रहा हो तो इसमे सरम कि कया बात
हैन। खेर ननि और मा मन गयी। मैन ननि और मा के बिच सो गया मेरे धिनि तरफ़ मा सो रहि थि और
बहिन तरफ़ ननि।

सरब के नेसे के करन पता नहिन चला मुज़े कब निनद आगयी। करिब 1 बजे मुज़े पेसब लगि तो मैने
आख खोलि तो बगल से हाआ हूऊऊऊऊ आआआआआ कि दीमि अवज सुनै दी मैने
महसूस किया कि येह तो मा कि फुसफुसहत थि इसलिये मैन दीरे से मा कि और देखा, मा
को देख कर मेरि आनखे खुलि कि खुलि रहगयी। मा अपने पेत्तिसोअत को करमर तल उपर
करके बयेन हथ से चूत लगर रहि थि जबकि दहिने हथ कि उनगलिया चूत के अनदर बहर कर
रहि । इसि तरह करिब 10 मिनुतेस बद वो पेत्तिसोअत नीचे कर के सोगयी सयद उसका पनि गिरगया होगा।

थोदि देर बद मैन उथ कर पेसब करने चला गया और पेसब करके वपस आकर ननि और मा के
बीच सोगया। अब मेरि नज़र बर बर मा पर थि और नीनद नहिन आ रहि थि। इसलिये मैन
ननि कि तरफ़ करवत लेकर सो गया। लेकिन फिर भि मुज़े नीनद नहिन आरहि थि, कयोन
कि ननि कि और सोने के करन अब मेरे दिमग मैन ननि कि चूत नाच रहि थि। और मैन
कसमकस मैन था और इसि तरह कबरिब एक घनता बीत गया।

अचनक मेरि नज़र ननि के
चूतर पर पदि मैने देखा कि उनका पेत्तिसोअत घोतनो से थोदा उपर उथा उवा था, अचनक
मेरे सरबि दिमग मैन सैतन जग उथा मैं उथा और तेल के सिसि ले आया और ननि के पास
मुह करके खुब सरा तेल मेरे सुपदे पर और लुनद के जद तक लगया। फिर धीरे धीरे से ननि
का पेत्तिसोअत उत्तर के उप्पर करदिया।

ननि का मुह दुसरि तरफ़ था इसलिये उनकि चूत के थोदे
दरशन होगये। अब मैने हिम्मत कर के अपने लुनद का सुपद केवल ननि कि चूत के मुह के पास
रखा, मैने महसूस किया कि ननि आहिसता आहिसता अपनि
गानद को मेरे लुनद के पास कर रहि है। मैन समज गया कि सयद ननि चुदने के मूद मैन हैन।
इसलिये मैने भि अपनि कमर का दक्का उनकि चूत पर दला जिस से मेरे सुपद ननि कि चूत मैन
घूस गया। और उनके मुहा से हलकि चिक नकलि हय?????।।

रमु अहिसता दलोना, कयोन कि
तुमहरा लुनद कफ़ि बदा और मोता है और मैन भि कै सलोन से चुदवै नहिन हून। बेता धीरे
धीरे और हैसता हैसता करो, कहा कर ननि सिधि लेत गयी और अपन पेत्तिसोअत कमर तक
उनचा करदिया, अब मैन ननि के उप्पर चद कर धीरे धीरे अपना लुनद घूसा रहा था। जैसे जैसे
लुनद अनदेर जता था वो उह्हह्हह्हह्हहफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़ ह्हह्हह्हह्हह्हह्हहाआआआअन्नन्नन्नन्न
आआआआऐ कि अवजे नेकलने लगि।

मैन जब अपना पुरा लुनद ननि कि चूत मैन
दल चुक्का था तो मैने ननि कि आनखो मैन आनसु देखे मैने पुछा कया आप रोरहि
हो उनहोने कहा नहि रे येह तो खुशि के आनसु हैन। आज कितने बरसो बद मेरि चूत
मैन लुनद घूसा हुवा है। फिर मैन आपना लुनद अनदेर बहर करने लगा और जोर जोर
से ननि कि चूत को चोद कर फरने लगा और ननि भि अपनि चुत्तर उथा उथा कर
मेरा सथ देरहि थि। और बीच बीच मैन कहरहा रहि थि ?और जोर जोर से चोदो, मेरे रजा,
वकै तुमहर लुनद इनसान का नहिन घोदे या घधे का है।

करिब मैन 15-20 मिनुतेस
उनकि चूत पर अपना मोता तगदा हथियर अनदर भहर कर रहा था इसि बीन मैने महसूस
किया कि मा हमरि इस करिया तो सोये सोये देख रहि थि और मन हि मन सोच रहि थि,
जब मेरि मा अपने नतिन से चुदवा सकति हैन तो कयोन ना मैन भि गनगा मैन दुबकि
लगलू, कब तक मैन अपने हथोन का इसतमल करति रहूनगि ? अखिर येह मेरा सगा बेता
थोदि है, और उथ कर उसने अपना पेत्तिसोअत खोल दिया और अपनि चूत ननि कि मुहा
पर रख कर लगर ने लगि,

पहले तो ननि सकपका गयी फिर समज गयी कि उसकि बेति
भि पयसि हैन और अपने सौतेले बेते का लुनद खना चहति है, फिर ननि मा कि चूत मैन जीभ
दलकर जीभ से चोदने लगि, इसि दरमियन ननि 3 बार जर चुकि, और कहने लगि बस रमु
बस अब सहा नहिन जता हैन, मैने कहा, बस ननि 5 मिनुतेस और। 5 मिनुतेस बद मेरा सरा
विरया ननि कि चूत मैन जा गिरा।

अब ननि थक कर सोगयी, मा ने कहा चलो बितर मैन चलेत हैन वहिन तुम मुज़े चोदना।

हुम दोनो बिसतर पर आगये, मेरा लुनद अभि सिकुदा हुवा था इसलिये मा ने लुनद को लेकर मुहा
मे चूसना सुरु किया और मैन भि 69 कि पोसितिओन मैन उनकि चूत चतने लगा। येहा करिया
करिब 10 मिनुतेस करते रहे और मेरा लुनद तन कर विशलकय होगया,

अब मैने मा कि गान के
नीचे अपने तकिया लगया और उनकि दोनो तनगो को मेरे कनधे पर रख कर लुनद पेलने लगा
सुपरा जते हि बोलि है रे दैया कितना मोता है रे तेरा लुनद। खुब मज़ा आयेगा और फिर मैन मा
को जोर जोर से चोद रहा था वो भि जयदा बुदि ना होने के करन मेरा खुब सथ दे रहि थि। पुरे
कमरे मैन पाच पाच कि अवज़ आरहि थि। हुम करिब 1 घनते कै कै सतयलोन मैन चोदते रहे
और लसत मैन मैने मा कि गानद भि मरि मा को कफ़ि मज़ा आया।

nani ki maa ki chudai फोटो के साथ next part comming soon

अब रोज मैन दोपहर को ननि को चोदता था (कयोन कि उमर होने के करन कभि कभि सथ
नहिन देपति थि और मा तो रात मैन मदया रत्रि तक चोदथा था। कयोनि मा बानज़ थि इसलिये
उनहे कोइ दर नहि था और हुम लोग खूब चोदते थे।

वैत फ़ोर मी नेक्सत सोतिरेस
 
Back
Top