desiaks
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दूसरे दिन मोम का फोन आया मैंने फोन उठाया श्वेता बाथरूम में थी,
सानिया : कब आ रहा है?श्वेता कहा है?
सतीश : श्वेता बाथरूम में है, आज शाम या कल सवेरे निकलूंगा, अब बता जानेमन फोन क्यों किया? मेरी याद आ रही है या तेरे छोटे यार की?
सानिया : तुम दोनों की, पर तु जिसे छोटू बोलता है वह छोटू कहा है,गधे के लंड की तरह है, कितने दिन हुये है,कुछ किये हुये शायद तुझे अपनी माँ की याद नही आती,
सतीश- ऐसा सोचना भी मत,
सोनाली- वह सब छोड़ो आज तु मेरे सपने में आया था,
सतीश- क्या बात है अब मेरी जान मेरे सपने भी देख रही है,
सोनाली- क्या करूँ मेरा यार जो दूर जाके बैठा है तो मैं सपने ही देख सकती हूं
सतीश- एक दो दिन बस फिर तुम्हारी सारी शिकायत दूर करूँगा,अब तुम अपना सपना बताओ फिर मैं अपना सपना बताऊंगा,
सोनाली-तूने भी सपना देखा बदमाश कहि का,झूठ बोलता है,तुम मेरा क्यों सपना देखोगे,
सतीश- सच मोम मैंने भी सपना देखा है पहले तुम कहो, फिर मैं बताता हूं,
सोनाली- ठीक है, तो सुनो तुम सुबह 10 बजे मेरे रूम पे आए, तुमने दरवाज़ा खटखटाया, मैं सन्डे होने के कारण थोड़ी देर पहले ही सो के उठी थी. मैंने जैसे ही दरवाज़ा खोला, तुम अन्दर आ गए, पीछे से दरवाज़ा बंद करके मुझे अपनी बाहों में भर लिया और बेतहाशा चुम्बन करने लगे.
तुमने कहा- मैं पूरे एक हफ्ते से प्यासा था, आज मेरी प्यास बुझा दो !
मैंने मजाक में कहा- लो पानी पी लो, फिर कोल्ड ड्रिंक भी देती हूँ.
तुमने हँसते हुए पानी पी लिया और कहा- कोल्ड ड्रिंक मैं गिलास से नहीं पियूँगा.
मैंने पूछा- फ़िर कैसे?
तुमने आगे आकर मुझे किस किया और मेरे स्तनों को दबाते हुए बोले- नए स्टाइल में पियूँगा !!!
मैंने पूछा- कौन सा नया स्टाइल?
तुमने कहा- अभी बताता हूँ.
मैंने क्रीम रंग की नाईटी पहनी थी, नीचे काली ब्रा और पैंटी !
“तुम बैठो मैं अभी नहा कर आती हूँ !”
तुम- चलो, मैं तुम्हें नहलाता हूँ !
मैं- धत्त ! बेशर्म ! मुझे शर्म आती है.
तुम- जब मैं तुम्हारी मारता हूँ तब तो शर्म नहीं आती?
“अरे नहीं ! आती तो है पर उस समय मैं इतनी गर्म होती हूँ कि मुझे होश ही नहीं रहता.”
” तो चलो ठीक है, मैं तुम्हें गरम करके नहलाता हूँ और कोल्ड ड्रिंक पीने का नया तरीका भी तो बताना है तुम्हें. सच्ची तुम्हें बहुत मज़ा आएगा !”
“ऐसा है तो चलो.”
और हम दोनों बाथरूम में घुस जाते हैं.
बाथरूम में घुसते ही तुम मुझे पकड़ के कस के चूमते हो और मेरे स्तन और मेरे गांड पर हाथ फ़ेरते हो. मुझे मज़ा आने लगता है. तुम शावर खोल देते हो और मैं भीगने लगती हूं. तुमने टी-शर्ट और जीन्स पहन रखी हैं. भीगने से मेरी नाईटी मेरे शरीर से चिपक जाती है और मेरे मस्त स्तन ब्रा में ढके हुए और मेरी पैन्टी साफ़ दिखने लगती है. यह देख कर तुम गरम हो जाते हो और मुझे अपनी तरफ़ खींचते हो. नीचे घुटनों के बल बैठ कर मेरी नाईटी ऊपर उठा कर मेरी टांगों और जांघों को चूमते हुए मेरी पैन्टी तक पहुँच जाते हो !!
“स्स्स्स्स्स्स श्ह्ही अआया आआः मज़ा आआया आया आ आ रहा है !”
तुम दोनों हाथ मेरी पैन्टी के अन्दर डाल देते हो और दाएं हाथ से मेरी गांड को और बाएं हाथ से मेरी चूत को सहलाने लगते हो !
“आआया आया अआया आआअह्ह्ह मज़ा आ आ आआया आआया रहा है.”
यह करते हुए तुम मुँह से मेरी पैन्टी का एलास्टिक पकड़ कर उसको धीरे धीरे नीचे उतारते हो.
मेरी गरम चूत देखते ही तुम्हारे मुँह में पानी आ जाता है और तुम मेरी क्लिटोरिस को चूमने और चाटने लगते हो, मैं आ आया आ आआ अआय आ आआया अह आ आआया आआ अआः करती हूँ, तुम्हारा सर पकड़ कर अपनी चूत पे दबाती हूं, तुम्हारे हाथ मेरे गांड के छेद पे होते हैं.
इस तरह से मैं पहली बार ओर्गास्म हो जाआआताआ है, “आआअह मैं मर गई !”
तुम कहते हो यह तो शुरुआत है. मेरे चूत का जूस अपने होठों पे लेकर मेरी नाईटी और ऊपर उठाते हो और मेरी ब्रा को खोल कर मेरे स्तन ज़ोर ज़ोर से दबाते हो और मेरे सख्त निप्प्ल पर मेरी चूत का जूस मेरे होठों से लगा देते हो. मेरी ब्रा खुल कर नीचे गिर जाती है, मैं नाईटी उतार देती हूं और पैन्टी से पैर निकाल कर बाहर आ जाती हूं.
मैं तुम्हारे लंड की तरफ़ देखती हूं जो एकदम टाईट हो रहा है और तुम्हारी जींस फाड़ कर बाहर आने को बेताब है.
“अरे जान इसको क्यूँ सज़ा दे रहे हो, इसको तो बाहर आने दो !”
“हाँ यह तो बाहर आएगा ही वरना मज़ा क्या आएगा.”
और हम दोनों हँसते हैं.
तुम- अच्छा तुम जाओ ज़रा चिल्ड कोल्ड ड्रिंक लेकर आओ !
मैं- अरे कोल्ड ड्रिंक का क्या करोगे अभी?
तुम- जाओ न, मुझे प्यास लगी है मुझे पीना है !
“अच्छा बाबा लाती हूँ पर तुम कपड़े तो उतारो.”
“नहीं कपड़े तुम उतरना मेरे, तब असली मज़ा आएगा.”
अच्छा !
सानिया : कब आ रहा है?श्वेता कहा है?
सतीश : श्वेता बाथरूम में है, आज शाम या कल सवेरे निकलूंगा, अब बता जानेमन फोन क्यों किया? मेरी याद आ रही है या तेरे छोटे यार की?
सानिया : तुम दोनों की, पर तु जिसे छोटू बोलता है वह छोटू कहा है,गधे के लंड की तरह है, कितने दिन हुये है,कुछ किये हुये शायद तुझे अपनी माँ की याद नही आती,
सतीश- ऐसा सोचना भी मत,
सोनाली- वह सब छोड़ो आज तु मेरे सपने में आया था,
सतीश- क्या बात है अब मेरी जान मेरे सपने भी देख रही है,
सोनाली- क्या करूँ मेरा यार जो दूर जाके बैठा है तो मैं सपने ही देख सकती हूं
सतीश- एक दो दिन बस फिर तुम्हारी सारी शिकायत दूर करूँगा,अब तुम अपना सपना बताओ फिर मैं अपना सपना बताऊंगा,
सोनाली-तूने भी सपना देखा बदमाश कहि का,झूठ बोलता है,तुम मेरा क्यों सपना देखोगे,
सतीश- सच मोम मैंने भी सपना देखा है पहले तुम कहो, फिर मैं बताता हूं,
सोनाली- ठीक है, तो सुनो तुम सुबह 10 बजे मेरे रूम पे आए, तुमने दरवाज़ा खटखटाया, मैं सन्डे होने के कारण थोड़ी देर पहले ही सो के उठी थी. मैंने जैसे ही दरवाज़ा खोला, तुम अन्दर आ गए, पीछे से दरवाज़ा बंद करके मुझे अपनी बाहों में भर लिया और बेतहाशा चुम्बन करने लगे.
तुमने कहा- मैं पूरे एक हफ्ते से प्यासा था, आज मेरी प्यास बुझा दो !
मैंने मजाक में कहा- लो पानी पी लो, फिर कोल्ड ड्रिंक भी देती हूँ.
तुमने हँसते हुए पानी पी लिया और कहा- कोल्ड ड्रिंक मैं गिलास से नहीं पियूँगा.
मैंने पूछा- फ़िर कैसे?
तुमने आगे आकर मुझे किस किया और मेरे स्तनों को दबाते हुए बोले- नए स्टाइल में पियूँगा !!!
मैंने पूछा- कौन सा नया स्टाइल?
तुमने कहा- अभी बताता हूँ.
मैंने क्रीम रंग की नाईटी पहनी थी, नीचे काली ब्रा और पैंटी !
“तुम बैठो मैं अभी नहा कर आती हूँ !”
तुम- चलो, मैं तुम्हें नहलाता हूँ !
मैं- धत्त ! बेशर्म ! मुझे शर्म आती है.
तुम- जब मैं तुम्हारी मारता हूँ तब तो शर्म नहीं आती?
“अरे नहीं ! आती तो है पर उस समय मैं इतनी गर्म होती हूँ कि मुझे होश ही नहीं रहता.”
” तो चलो ठीक है, मैं तुम्हें गरम करके नहलाता हूँ और कोल्ड ड्रिंक पीने का नया तरीका भी तो बताना है तुम्हें. सच्ची तुम्हें बहुत मज़ा आएगा !”
“ऐसा है तो चलो.”
और हम दोनों बाथरूम में घुस जाते हैं.
बाथरूम में घुसते ही तुम मुझे पकड़ के कस के चूमते हो और मेरे स्तन और मेरे गांड पर हाथ फ़ेरते हो. मुझे मज़ा आने लगता है. तुम शावर खोल देते हो और मैं भीगने लगती हूं. तुमने टी-शर्ट और जीन्स पहन रखी हैं. भीगने से मेरी नाईटी मेरे शरीर से चिपक जाती है और मेरे मस्त स्तन ब्रा में ढके हुए और मेरी पैन्टी साफ़ दिखने लगती है. यह देख कर तुम गरम हो जाते हो और मुझे अपनी तरफ़ खींचते हो. नीचे घुटनों के बल बैठ कर मेरी नाईटी ऊपर उठा कर मेरी टांगों और जांघों को चूमते हुए मेरी पैन्टी तक पहुँच जाते हो !!
“स्स्स्स्स्स्स श्ह्ही अआया आआः मज़ा आआया आया आ आ रहा है !”
तुम दोनों हाथ मेरी पैन्टी के अन्दर डाल देते हो और दाएं हाथ से मेरी गांड को और बाएं हाथ से मेरी चूत को सहलाने लगते हो !
“आआया आया अआया आआअह्ह्ह मज़ा आ आ आआया आआया रहा है.”
यह करते हुए तुम मुँह से मेरी पैन्टी का एलास्टिक पकड़ कर उसको धीरे धीरे नीचे उतारते हो.
मेरी गरम चूत देखते ही तुम्हारे मुँह में पानी आ जाता है और तुम मेरी क्लिटोरिस को चूमने और चाटने लगते हो, मैं आ आया आ आआ अआय आ आआया अह आ आआया आआ अआः करती हूँ, तुम्हारा सर पकड़ कर अपनी चूत पे दबाती हूं, तुम्हारे हाथ मेरे गांड के छेद पे होते हैं.
इस तरह से मैं पहली बार ओर्गास्म हो जाआआताआ है, “आआअह मैं मर गई !”
तुम कहते हो यह तो शुरुआत है. मेरे चूत का जूस अपने होठों पे लेकर मेरी नाईटी और ऊपर उठाते हो और मेरी ब्रा को खोल कर मेरे स्तन ज़ोर ज़ोर से दबाते हो और मेरे सख्त निप्प्ल पर मेरी चूत का जूस मेरे होठों से लगा देते हो. मेरी ब्रा खुल कर नीचे गिर जाती है, मैं नाईटी उतार देती हूं और पैन्टी से पैर निकाल कर बाहर आ जाती हूं.
मैं तुम्हारे लंड की तरफ़ देखती हूं जो एकदम टाईट हो रहा है और तुम्हारी जींस फाड़ कर बाहर आने को बेताब है.
“अरे जान इसको क्यूँ सज़ा दे रहे हो, इसको तो बाहर आने दो !”
“हाँ यह तो बाहर आएगा ही वरना मज़ा क्या आएगा.”
और हम दोनों हँसते हैं.
तुम- अच्छा तुम जाओ ज़रा चिल्ड कोल्ड ड्रिंक लेकर आओ !
मैं- अरे कोल्ड ड्रिंक का क्या करोगे अभी?
तुम- जाओ न, मुझे प्यास लगी है मुझे पीना है !
“अच्छा बाबा लाती हूँ पर तुम कपड़े तो उतारो.”
“नहीं कपड़े तुम उतरना मेरे, तब असली मज़ा आएगा.”
अच्छा !