hotaks444
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सब लोगो को गुस्सा तो बहुत आया,पर कोई कुछ नही कर सकता था
मुझे भी बहुत गुस्सा आया,तब मेरे सहर के बहुत से दोस्त थे मेरे एक से संपर्क किया ऑर बोला मुझे इसका इलाज़ चाहिए,तब उसने मुझे ये गोली दी थी, उसने मुझे दवा लेने की सारी शर्ते बता दी थी,
बस अब लोग अपनी ताक़त बढ़ाने के लिए जितना हो सके सेक्स करते थे,
पर जब एक महीने बाद मोका आया ,तो हमारे गाओं के जो दमदार लोग थे ,उन्होने शुरुआत की,किसी ने 1घंटा चोदा तो किसी ने 2 घंटे,लेकिन कोई उस रंडी की चीख नही निकाल सका,उल्टा वो ऑर हस्ती थी,
गाओं वालो ने सब ने हार मान थी,सब बोल रहे थे ,आज के बाद तो हमे इस रंडी के नीचे दबकर रहना होगा,
सबको अपने आप पे शर्म आ रही थी,कोई अपनी पत्नी से आखे नही मिला पा रहा था
रंडी ""है कोई माई का लाल,जिसने अपनी माँ को दूध पिया हो,
सब लोग नीचे देख रहे थे कोई भी रंडी की आँखों मे नही देख पा रहा था ,
बस मुझसे रहा नही गया,मेने 2 गोली ली ऑर चला गया रंडी के पास
उसके बाद 3 घंटे की घमासान चुदाई चली ,उसके बाद रंडी की एक जिरदार चीख आई,सब गाव वाले खुश हो गये,सब ख़ुसी ने झूम उठे,
रंडी की चीख निकालने के बाद ,मुझमे ऑर जोश आ गया था,उसके बाद 1 घंटे तक इतनी बुरी तरह चोदा ,ऑर रंडी दर्द के मारे चीख निकालते निकालते बेहोश गयी,ऑर उसकी चूत से खून निकल रहा था
मे खुद से "क्या बात है,रंडी की चूत से खून""
उसके बाद ,मेरा शरीर अकड़ गया ऑर मेने अपना वीर्य रंडी की चूत मे डाल दिया
ऑर जब मेने उठने की कॉसिश की तो मैं हिल नही पा रहा था
कुछ देर मे ऐसे ही पड़ा रहा,गाव वाले इंतज़ार करके मुझे देखने आए
मेरी हालत देखते हुए उन्होने हकीम को बुलाया,
हकीम ने कुछ देर देखने के बाद बोला,इसका पूरा शरीर अकड़ गया है,अब ये इसका शरीर तय करेगा कि कितना समय लगेगा वापस ठीक होने मे
मुझे तकरीबन 10 दिन लगे थे वापस ठीक होने मे,उसके बाद मेने इस गोली को कभी भी काम मे ना लेने की कसम खाई
तो ये था मेरा किस्सा"""
अब तू देख ले ,ख़तरा तो है इस गोली लेने का,लेकिन मजबूरी मजबूरी होती है,अगर उस दिन मुझे इसका परिणाम पता होता तो भी मे गोली लेता
अब तू जिससे चुदाई करना चाहता है,उससे अपनी मर्दानी ताक़त दिखाना चाहता है,तो गोली लेना वरना
मत लेना
अगर तुझे ताक़त ही बढ़ानी है,तो किसी को ऐसे को पटा जिससे तेरी कम समय की चुदाई का कोई फ़र्क नही पड़े,ऑर जब भी मोका मिले चुदाई कर,धीरे धीरे तेरा स्टॅमिना बढ़ जाएगा
अब मे गोली लेकर वापस घर आ गया
अब मे घर आकर ये सोच रहा था कि मे गोली लूँ या नही
मेरी माँ काम कर रही थी,मे उनकी गान्ड देख रहा था,माँ की देखते देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया ,मे गोली की तरफ देख रहा था,वो गोली तकरीबन 1सेमी लंबी ऑर 0.4 सेमी चौड़ी होगी,ऑर कलर भूरा था
मेरे मन मे ये चल रहा था कि माँ की गान्ड जोरदार तरीके से मारु या फिर बिना गोली माँ की गान्ड मारू,कभी इच्छा हो रही थी कि 4 गोली एक साथ लेकर माँ पे चढ़ जाउ ऑर 8 घंटे तक जमकर गान्ड मारू,
लेकिन क्या ये सही होगा,जब मनोहर बता रहा था,कि 2 गोली लेकर उस रंडी की चूत से खून निकल सकती है
तो मे अगर 4 गोली मे माँ की गान्ड मरूगा तो माँ की तो शायद मरने की हालत हो जाएगी
फिर मेने सोचा एक गोली लेकर ही माँ की 2 घंटे तक चुदाई करूगा,ऑर मुझे संतुष्टि नही हुई तो एक ले लुगा
मुझे ये बात सही लगी
मेरी जैसे ही प्लॅनिंग ख़तम हुई ,मेरा ध्यान मेरे लंड पे गया जो झटके खा रहा था,मेने अपने लंड से कहा ,"बस अब वो दिन ज़्यादा दूर नही जब तू माँ की मखमली गान्ड के अंदर होगा,बस मुझे धोका मत देना,मे चाहता हूँ ,कि मे सलीम से ज़्यादा देर तक गान्ड मारू
मुझे भी बहुत गुस्सा आया,तब मेरे सहर के बहुत से दोस्त थे मेरे एक से संपर्क किया ऑर बोला मुझे इसका इलाज़ चाहिए,तब उसने मुझे ये गोली दी थी, उसने मुझे दवा लेने की सारी शर्ते बता दी थी,
बस अब लोग अपनी ताक़त बढ़ाने के लिए जितना हो सके सेक्स करते थे,
पर जब एक महीने बाद मोका आया ,तो हमारे गाओं के जो दमदार लोग थे ,उन्होने शुरुआत की,किसी ने 1घंटा चोदा तो किसी ने 2 घंटे,लेकिन कोई उस रंडी की चीख नही निकाल सका,उल्टा वो ऑर हस्ती थी,
गाओं वालो ने सब ने हार मान थी,सब बोल रहे थे ,आज के बाद तो हमे इस रंडी के नीचे दबकर रहना होगा,
सबको अपने आप पे शर्म आ रही थी,कोई अपनी पत्नी से आखे नही मिला पा रहा था
रंडी ""है कोई माई का लाल,जिसने अपनी माँ को दूध पिया हो,
सब लोग नीचे देख रहे थे कोई भी रंडी की आँखों मे नही देख पा रहा था ,
बस मुझसे रहा नही गया,मेने 2 गोली ली ऑर चला गया रंडी के पास
उसके बाद 3 घंटे की घमासान चुदाई चली ,उसके बाद रंडी की एक जिरदार चीख आई,सब गाव वाले खुश हो गये,सब ख़ुसी ने झूम उठे,
रंडी की चीख निकालने के बाद ,मुझमे ऑर जोश आ गया था,उसके बाद 1 घंटे तक इतनी बुरी तरह चोदा ,ऑर रंडी दर्द के मारे चीख निकालते निकालते बेहोश गयी,ऑर उसकी चूत से खून निकल रहा था
मे खुद से "क्या बात है,रंडी की चूत से खून""
उसके बाद ,मेरा शरीर अकड़ गया ऑर मेने अपना वीर्य रंडी की चूत मे डाल दिया
ऑर जब मेने उठने की कॉसिश की तो मैं हिल नही पा रहा था
कुछ देर मे ऐसे ही पड़ा रहा,गाव वाले इंतज़ार करके मुझे देखने आए
मेरी हालत देखते हुए उन्होने हकीम को बुलाया,
हकीम ने कुछ देर देखने के बाद बोला,इसका पूरा शरीर अकड़ गया है,अब ये इसका शरीर तय करेगा कि कितना समय लगेगा वापस ठीक होने मे
मुझे तकरीबन 10 दिन लगे थे वापस ठीक होने मे,उसके बाद मेने इस गोली को कभी भी काम मे ना लेने की कसम खाई
तो ये था मेरा किस्सा"""
अब तू देख ले ,ख़तरा तो है इस गोली लेने का,लेकिन मजबूरी मजबूरी होती है,अगर उस दिन मुझे इसका परिणाम पता होता तो भी मे गोली लेता
अब तू जिससे चुदाई करना चाहता है,उससे अपनी मर्दानी ताक़त दिखाना चाहता है,तो गोली लेना वरना
मत लेना
अगर तुझे ताक़त ही बढ़ानी है,तो किसी को ऐसे को पटा जिससे तेरी कम समय की चुदाई का कोई फ़र्क नही पड़े,ऑर जब भी मोका मिले चुदाई कर,धीरे धीरे तेरा स्टॅमिना बढ़ जाएगा
अब मे गोली लेकर वापस घर आ गया
अब मे घर आकर ये सोच रहा था कि मे गोली लूँ या नही
मेरी माँ काम कर रही थी,मे उनकी गान्ड देख रहा था,माँ की देखते देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया ,मे गोली की तरफ देख रहा था,वो गोली तकरीबन 1सेमी लंबी ऑर 0.4 सेमी चौड़ी होगी,ऑर कलर भूरा था
मेरे मन मे ये चल रहा था कि माँ की गान्ड जोरदार तरीके से मारु या फिर बिना गोली माँ की गान्ड मारू,कभी इच्छा हो रही थी कि 4 गोली एक साथ लेकर माँ पे चढ़ जाउ ऑर 8 घंटे तक जमकर गान्ड मारू,
लेकिन क्या ये सही होगा,जब मनोहर बता रहा था,कि 2 गोली लेकर उस रंडी की चूत से खून निकल सकती है
तो मे अगर 4 गोली मे माँ की गान्ड मरूगा तो माँ की तो शायद मरने की हालत हो जाएगी
फिर मेने सोचा एक गोली लेकर ही माँ की 2 घंटे तक चुदाई करूगा,ऑर मुझे संतुष्टि नही हुई तो एक ले लुगा
मुझे ये बात सही लगी
मेरी जैसे ही प्लॅनिंग ख़तम हुई ,मेरा ध्यान मेरे लंड पे गया जो झटके खा रहा था,मेने अपने लंड से कहा ,"बस अब वो दिन ज़्यादा दूर नही जब तू माँ की मखमली गान्ड के अंदर होगा,बस मुझे धोका मत देना,मे चाहता हूँ ,कि मे सलीम से ज़्यादा देर तक गान्ड मारू