hotaks444
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कालू भागते हुए:तेरे घर पे पीछे से कोई रास्ता है अंदर घुसने का
मे:हाँ बाडे मे से,है
कालू:ठीक है
हम जल्दी ही घर पहुच गये,दरवाज़ा बंद था
हम बाडे मे से घर के अंदर घुसे,अंदर घुसते ही हमे आआअहह आआअहह की आवाज़ सुनाई दी,हमारे कान खड़े हो गये कि ये क्या चल रहा ,जबकि दोनो जानते कि ये चुदाई की आवाज़ है
हम ने चुप के से देखा तो चाचा मामी को चोद रहे थे ऑर मम्मी वही बैठी हुई थी
चाचा मामी को अलग अलग आसन मे चोद रहे थे
चाचा:सुधा तेरी सारी थकान मिटा दूँगा ,एक बार कर लेने दे
मम्मी:नही मुझे ज़रूरत नही ऐसी इलाज की
चाचा मामी को चोदते हुए"एक बार मेरा इलाज लेके तो देख ,मैने ऐसे ही औरतो को अपना गुलाम नही बनाया विस्वास नही आता तो तेरी भाभी से पूछ ले
मामी:हाँ सुधा ,अलग अलग आसन मे चोदने से शरीर की नसें खुल जाती है,जिससे अच्छा महसूस होने लगता है
चाचा:अगर तुझे मेरे से नही चुदना तो मसाज तो करवा ले
मम्मी कुछ नही बोलती
मामी:हाँ सुधा मसाज तो करवा ले,मज़ा नही आए तो मत करवाना
मम्मी फिर कुछ नही बोलती ऑर बस चाचा के लंड को मामी की चूत से अंदर बाहर होते देख रही थी
कालू:मे कहता था ना ,ये चाचा बहुत ठरकी है,इसने गाँव की ज़्यादातर औरतो को चोद रखा है,तुझे पता नही चाचा गाँव की 100 से उपर औरतो को चोद चुका है जिसमे 50 -60 तो इसके खेत मे काम करने वाली मजदूर है
मे:क्या बात कर रहा है
कालू:चाचा इतने अनुभवी हो गये है कि एक बार किसी औरत पे इस का दिल आ जाए तो उसे चोदे बिना नही रहते ,अब तेरी माँ पे आया है ,अब तो तेरी माँ चुदि
मे:नही नही यार,कुछ कर
कालू:अगर मुझसे चुदवाये तो बात कर,हमारी शर्त थी,हम एक दूसरे को एक दूसरे की माँ चुदवायेगे
मेने यही ठीक समझा
कालू:मेरे साथ आ,मे जैसा कहता हूँ वैसा कर
फिर कालू ने मुझे कुछ बाते समझाई
कालू ऑर मेने घर के बाहर जाकर दरवाज़ा बजाया
मम्मी ने गेट खोला
मम्मी:क्या हुआ बेटा ,वापस कैसे आ गया
मे:वो कालू मिल गया था
कालू:नमस्ते आंटी
मे:मे बोल रहा था कि कालू के साथ मे थोड़ा घूम आउ,उसके बाद खेतो मे जाउन्गा,जब तक तुम खाना बना तो जिससे शाम को नही आउगा मे
ऑर ये कह कर मे निकल गया ,मेरी बात सुनकर चाचा को ख़तरा महसूस हुआ इसलिए वो भी भाग खड़े हुए
मे ऑर कालू छिपकर देख रहे थे
कालू:देखा मेरा कमाल
मे:हाँ यार
कालू:अब तू एक काम कर ,शाम को तो मामी को खेतो पे ले जा ऑर जमकर चुदाई कर ,उसकी अधूरी चुदाई हुई है इसलिए अभी आराम से चोद सकता है ऑर तेरी मम्मी भी गरम है आज शाम को जाकर पटाने की सोचता हूँ
मे अपने मन मे ,साला मम्मी को चाचा से बचाया तो कालू आ गया ,इससे बचा पाना मुस्किल है
मे कुछ नही बोल सका
मे खाना लेकर निकल गया
चाचा मेरे खेतो मे खड़े थे
चाचा:सच सच बता तुझे कालू ले गया था ना घर
मे:हाँ तो
चाचा :तो मतलब तुझे पता है मे वहाँ चुदाई करने गया था
मे:हाँ मेने देखा तुम मामी को चोद रहे थे ऑर मम्मी को चोदने की कॉसिश कर रहे थे
चाचा:देख तू कालू का साथ छोड़ दे ,मे तुझे इसके बदले मेरी खेत मे काम करने वाली जो भी औरत है उसपे चढ़वा दूँगा
मे:मुझे मंजू चाहिए
चाचा हक्का बक्का देखता हुआ
चाचा :तुझे कैसे पता कि मे उसे चोद चुका हूँ
मे:कल ही उसके खेतो मे उसी की कुटिया मे तुम उसे चोद रहे थे
चाच्चा:वो नही मानेगी
मे:मनाना पड़ेगा
चाचा थोड़ा सोचते हुए""ठीक है"" ऑर तुम तैयार हो
मे:मेरे मन मे ख़याल आया मेने सब कुछ मम्मी पे छोड़ दिया ऑर मेने अपनी सोची मेने चाचा को हाँ कर दी
मुझसे रहा नही गया ऑर मैं तुरंत घर भाग कर गया मेने मामी ऑर मम्मी को ये बात बताई
मे:हाँ बाडे मे से,है
कालू:ठीक है
हम जल्दी ही घर पहुच गये,दरवाज़ा बंद था
हम बाडे मे से घर के अंदर घुसे,अंदर घुसते ही हमे आआअहह आआअहह की आवाज़ सुनाई दी,हमारे कान खड़े हो गये कि ये क्या चल रहा ,जबकि दोनो जानते कि ये चुदाई की आवाज़ है
हम ने चुप के से देखा तो चाचा मामी को चोद रहे थे ऑर मम्मी वही बैठी हुई थी
चाचा मामी को अलग अलग आसन मे चोद रहे थे
चाचा:सुधा तेरी सारी थकान मिटा दूँगा ,एक बार कर लेने दे
मम्मी:नही मुझे ज़रूरत नही ऐसी इलाज की
चाचा मामी को चोदते हुए"एक बार मेरा इलाज लेके तो देख ,मैने ऐसे ही औरतो को अपना गुलाम नही बनाया विस्वास नही आता तो तेरी भाभी से पूछ ले
मामी:हाँ सुधा ,अलग अलग आसन मे चोदने से शरीर की नसें खुल जाती है,जिससे अच्छा महसूस होने लगता है
चाचा:अगर तुझे मेरे से नही चुदना तो मसाज तो करवा ले
मम्मी कुछ नही बोलती
मामी:हाँ सुधा मसाज तो करवा ले,मज़ा नही आए तो मत करवाना
मम्मी फिर कुछ नही बोलती ऑर बस चाचा के लंड को मामी की चूत से अंदर बाहर होते देख रही थी
कालू:मे कहता था ना ,ये चाचा बहुत ठरकी है,इसने गाँव की ज़्यादातर औरतो को चोद रखा है,तुझे पता नही चाचा गाँव की 100 से उपर औरतो को चोद चुका है जिसमे 50 -60 तो इसके खेत मे काम करने वाली मजदूर है
मे:क्या बात कर रहा है
कालू:चाचा इतने अनुभवी हो गये है कि एक बार किसी औरत पे इस का दिल आ जाए तो उसे चोदे बिना नही रहते ,अब तेरी माँ पे आया है ,अब तो तेरी माँ चुदि
मे:नही नही यार,कुछ कर
कालू:अगर मुझसे चुदवाये तो बात कर,हमारी शर्त थी,हम एक दूसरे को एक दूसरे की माँ चुदवायेगे
मेने यही ठीक समझा
कालू:मेरे साथ आ,मे जैसा कहता हूँ वैसा कर
फिर कालू ने मुझे कुछ बाते समझाई
कालू ऑर मेने घर के बाहर जाकर दरवाज़ा बजाया
मम्मी ने गेट खोला
मम्मी:क्या हुआ बेटा ,वापस कैसे आ गया
मे:वो कालू मिल गया था
कालू:नमस्ते आंटी
मे:मे बोल रहा था कि कालू के साथ मे थोड़ा घूम आउ,उसके बाद खेतो मे जाउन्गा,जब तक तुम खाना बना तो जिससे शाम को नही आउगा मे
ऑर ये कह कर मे निकल गया ,मेरी बात सुनकर चाचा को ख़तरा महसूस हुआ इसलिए वो भी भाग खड़े हुए
मे ऑर कालू छिपकर देख रहे थे
कालू:देखा मेरा कमाल
मे:हाँ यार
कालू:अब तू एक काम कर ,शाम को तो मामी को खेतो पे ले जा ऑर जमकर चुदाई कर ,उसकी अधूरी चुदाई हुई है इसलिए अभी आराम से चोद सकता है ऑर तेरी मम्मी भी गरम है आज शाम को जाकर पटाने की सोचता हूँ
मे अपने मन मे ,साला मम्मी को चाचा से बचाया तो कालू आ गया ,इससे बचा पाना मुस्किल है
मे कुछ नही बोल सका
मे खाना लेकर निकल गया
चाचा मेरे खेतो मे खड़े थे
चाचा:सच सच बता तुझे कालू ले गया था ना घर
मे:हाँ तो
चाचा :तो मतलब तुझे पता है मे वहाँ चुदाई करने गया था
मे:हाँ मेने देखा तुम मामी को चोद रहे थे ऑर मम्मी को चोदने की कॉसिश कर रहे थे
चाचा:देख तू कालू का साथ छोड़ दे ,मे तुझे इसके बदले मेरी खेत मे काम करने वाली जो भी औरत है उसपे चढ़वा दूँगा
मे:मुझे मंजू चाहिए
चाचा हक्का बक्का देखता हुआ
चाचा :तुझे कैसे पता कि मे उसे चोद चुका हूँ
मे:कल ही उसके खेतो मे उसी की कुटिया मे तुम उसे चोद रहे थे
चाच्चा:वो नही मानेगी
मे:मनाना पड़ेगा
चाचा थोड़ा सोचते हुए""ठीक है"" ऑर तुम तैयार हो
मे:मेरे मन मे ख़याल आया मेने सब कुछ मम्मी पे छोड़ दिया ऑर मेने अपनी सोची मेने चाचा को हाँ कर दी
मुझसे रहा नही गया ऑर मैं तुरंत घर भाग कर गया मेने मामी ऑर मम्मी को ये बात बताई