hotaks444
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प्यासे दिन और प्यासी रातें
मेरी शादी के तीन साल बाद मेरे एक बेटा हुआ और मेरी बीवी रेखा का सेक्स में रुझान कम हो गया।
मैं छब्बीस साल का गोरा चिट्टा फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाला आकर्षक व्यक्तित्व का नौजवान हूँ, मुझे सेक्स का बहुत शौक है पर अब बीवी साथ नहीं देती तो मुठ से काम चलाना पड़ता था।
मैं अंग्रेजी नोवल पढ़ता और एडल्ट मूवीज बहुत देखता था।
मेरे एक बड़े भाई जैसे दोस्त थे राज, उनकी पत्नी पायल… दोनों बहुत मस्त प्रकृति के थे और मुझसे बहुत प्रेम रखते थे।
उन दोनों की शादी जल्दी हुई थी और बच्चा भी तुरंत ही हो गया था।
उनकी कोठी अगली कॉलोनी में ही थी और वो अपने माँ-पिताजी के साथ रहते थे।
उनके माँ-पिताजी को मैं चाची-चाचा कहता था, वो लोग नीचे रहते थे और राज – पायल का कमरा ऊपर था।
राज के एक ही लड़का था वो भी नैपायलल मैं हॉस्टल में पढ़ता था।
राज शाम को अपने व्यापार से सात बजे तक आ जाते थे और आधा घंटा नीचे माँ-पिताजी के साथ बैठकर फिर ऊपर चले जाते थे। कहीं जाना हो तो अलग बात है वर्ना फिर वो अगले दिन सुबह ही नीचे आते थे।
खाना भी उनका नौकर ऊपर ही लाता था।
मैं महीने में 4-5 बार तो खाना उनके घर ही खाता था। रेखा ने कभी इस पर एतराज भी नहीं किया।
इधर कुछ दिनों से मैं महसूस कर रहा था कि राज, पायल मुझसे कुछ ज्यादा ही खुल गए हैं। मैं पायल को भाभी कहता था मगर अब उन्होंने मुझसे जबरदस्ती अपना नाम लेने को ही कहा, मुझे भी कोई दिक्कत नहीं लगी क्योंकि मेरी और पायल की उम्र बराबर ही थी।
हाँ, राज को मैं राज भाई कहता था, वो थे भी मुझसे 4 साल बड़े!
रात को इन दिनों पायल ने कुछ ज्यादा ही सेक्सी नाईट ड्रेस पहननी शुरू कर दी थी।
एक शाम को जब में चाचा-चाची के पास बैठा था राज ने ऊपर से मुझे आवाज देकर बुलाया और मुझसे रात को खाना खाकर ही जाने के लिए कहा।
मैंने कहा- नहीं, घर पर खाना बन चुका होगा।
तो चाची बोली- कोई बात नहीं, रेखा को कह देना कि चाची ने कहा था।
मैं कुछ नहीं कह पाया, थोड़ी देर बाद ऊपर चला गया।
गर्मी के दिन थे पर राज का कमरा आज ए सी से खूब ठंडा हो रहा था और मोगरा की खुशबू से महक रहा था।
पता चला कि आज पायल की बर्थडे है, पायल बाथरूम में थी।
मैंने राज से कहा- भाई मैं अभी आता हूँ, पायल के लिए एक गिफ्ट ले आऊँ!
राज हंस कर बोले- तू खुद ही आज गिफ्ट बन जा!
मैं कुछ समझा नहीं और हंस कर कह दिया- मैं तो आप ही लोगों का हूँ।
नौकर रामू खाना रख गया।
राज ने पायल को आवाज दी, संभवतः वह रामू के जाने का ही इन्तजार कर रही होंगी बाहर आने के लिए!
वो ही हुआ, राज के आवाज देने के बाद ही पायल बाथरूम से बाहर आई!
क्या ग़जब की खूबसूरत लग रही थी, लाल रंग की मिनी नाईटी पहने हुए थी वो… होठों पर लाल लिपस्टिक थी, हाथों में लाल रंग की ही नेल पॉलिश लगा रखी थी और स्लीपर भी उन्होंने लाल ही पहने थे।
मैंने होश खोते हुए उनसे हाथ मिलाते हुए हैप्पी बर्थडे कहा।
हाथ छूते ही लगा कि करंट लग गया हो… जिन्दगी में पहली बार मैंने उन्हें छूआ था पर उन्होंने तो कमाल ही कर दिया। पायल ने थैंक्स कहते हुए मुझे चूम लिया था।
हालाँकि उनकी इस हरकत को राज ने नहीं देखा।
खाना खाकर राज ने रामू को आवाज दी बर्तन ले जाने के लिए, पायल बाथरूम में चली गई, मैं भी उनको स्वीट ड्रीम्स बोलकर वापस घर जाने के लिए खड़ा हुआ तो राज बोले- थोड़ी देर में चले जाना!
उनके कहने पर पायल ने रेखा को फोन कर के कह दिया कि मैंने उनके घर खाना खा लिया है और मैं देर से घर आऊँगा।
हम लोग बिस्तर पर अधलेटे होकर टीवी पर सीडी देख रहे थे, राज ने कोई इंगलिश रोमांटिक मूवी लगा दी थी। जो पार्ट हम लोग देख रहे थे उसमे फ्रेंच किस सीन, जिसमें जोड़े होठों से होंठ मिलाये देर तक रहते हैं, ज्यादा थे।
हम लोग इस तरह से लेट कर टीवी देख रहे थे कि मेरी पीठ राज की ओर थी और राज की पीठ पायल की ओर थी।
मूवी देख कर हम सभी गर्म हो रहे थे। पायल कब राज से चिपक गई, मुझे पता ही नहीं चला।
मुझे जब स्मूच की आहट हुई तब बिना मुड़े मैंने यह अंदाज़ कर लिया कि राज पायल फ्रेंच किस कर रहे हैं।
मगर ये मेरी उपस्थिति में क्यों इतने बेताब हो रहे हैं, यह मैं उस समय नहीं समझ पा रहा था।
मेरा सिर राज की छाती से टिका था और मुझे अब यह एहसास हो रहा था कि पायल अपना हाथ राज की छाती पर ले आई है और राज के निप्पल पर अपनी उँगलियाँ घुमा रही है।
उसकी इस हरक़त से निश्चित रूप से राज का खड़ा हो गया होगा और इस विचार से मेरा भी खड़ा हो गया था।
बड़ी अजीब स्थिति थी… न तो मैं पीछे देख पा रहा था और न ही घर जा पा रहा था।
अचानक राज यह कह कर उठा कि नीचे झांक आऊँ और बाहर जाकर वापस आ गया और पायल को आगे मेरी ओर धकेल कर खुद उसके पीछे लेट गया।
अब पायल बीच में थी।
राज ने बदमाशी में पायल को पीछे से धकेला तो पायल बिल्कुल मुझसे चिपक गई।
राज ने अपना हाथ आगे बढ़ाया और पायल का हाथ मेरे ऊपर रख दिया और मुझसे बोला- तू तो आज पायल का बर्थडे गिफ्ट है तो झिझक क्यों रहा है?
अब मैं भी मस्ती के मूड में आ चुका था तो बोला- नहीं, मैं तो नहीं झिझक रहा पर जिसका गिफ्ट है उसकी जो मर्जी हो, वो अपने गिफ्ट से कर सकती है।
राज ने पायल से कहा- अपना गिफ्ट अनरैप कर लो!
पायल शरमाई पर राज ने उसे फिर उकसाया तो उसने अपना हाथ मेरी छाती पर रख दिया और मेरे निप्पल पर अपनी उंगलियाँ गोल गोल घुमाने लगी।
अब तो मेरी गांड फट चुकी थी और लंड बगावत कर बाहर आने को तैयार था।
मुझे फच फच की आवाज आने लगी तो मैं समझ गया कि राज ने अपनी उंगली पायल की चूत में कर दी है।
मैंने भी सर घुमाकर पायल के होठों को अपने होठों से मिला लिया।
अब पागल होने की बारी पायल की थी, एक तो राज ने उसकी चूत को मस्त कर दिया था और अब होठों की गर्मी उसकी कामाग्नि भड़का रही थी। वो पागलों की तरह मुझसे लिपट गई और मेरे पूरे चेहरे को चूमने चाटने लगी।
मैंने भी एक हाथ से उसके मम्मे दबाने शुरू कर दिये थे।
तभी मुझे एहसास हुआ कि जो कुछ हो रहा है, यह गलत है।
मैं एक झटके में पायल को अपने से अलग करके खड़ा हुआ और कमरे से बाहर आ गया।
पीछे से राज ने धीरे से आवाज दी तो मैंने कोई जबाब न देते हुए सीधे सीढ़ियों पर से नीचे आ गया और अपने घर की ओर चल दिया।
घर आकर रेखा ने मुझसे पूछा- आजकल पायल भाभी तुम्हें रोज दावत देती हैं, मैंने उनसे कह दिया है कि मुझे भी कभी कभी दावत दिया करें!
मैं कामाग्नि में जल रहा था और मन में पश्चाताप भी था कि आज तो बहुत कुछ गलत हो गया, पता नहीं अब राज मुझे कभी घर आने देंगे या नहीं?
कभी रेखा को पता चल गया तो?
मैं नहा कर चुपचाप बिस्तर पर लेट गया।
मेरी शादी के तीन साल बाद मेरे एक बेटा हुआ और मेरी बीवी रेखा का सेक्स में रुझान कम हो गया।
मैं छब्बीस साल का गोरा चिट्टा फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाला आकर्षक व्यक्तित्व का नौजवान हूँ, मुझे सेक्स का बहुत शौक है पर अब बीवी साथ नहीं देती तो मुठ से काम चलाना पड़ता था।
मैं अंग्रेजी नोवल पढ़ता और एडल्ट मूवीज बहुत देखता था।
मेरे एक बड़े भाई जैसे दोस्त थे राज, उनकी पत्नी पायल… दोनों बहुत मस्त प्रकृति के थे और मुझसे बहुत प्रेम रखते थे।
उन दोनों की शादी जल्दी हुई थी और बच्चा भी तुरंत ही हो गया था।
उनकी कोठी अगली कॉलोनी में ही थी और वो अपने माँ-पिताजी के साथ रहते थे।
उनके माँ-पिताजी को मैं चाची-चाचा कहता था, वो लोग नीचे रहते थे और राज – पायल का कमरा ऊपर था।
राज के एक ही लड़का था वो भी नैपायलल मैं हॉस्टल में पढ़ता था।
राज शाम को अपने व्यापार से सात बजे तक आ जाते थे और आधा घंटा नीचे माँ-पिताजी के साथ बैठकर फिर ऊपर चले जाते थे। कहीं जाना हो तो अलग बात है वर्ना फिर वो अगले दिन सुबह ही नीचे आते थे।
खाना भी उनका नौकर ऊपर ही लाता था।
मैं महीने में 4-5 बार तो खाना उनके घर ही खाता था। रेखा ने कभी इस पर एतराज भी नहीं किया।
इधर कुछ दिनों से मैं महसूस कर रहा था कि राज, पायल मुझसे कुछ ज्यादा ही खुल गए हैं। मैं पायल को भाभी कहता था मगर अब उन्होंने मुझसे जबरदस्ती अपना नाम लेने को ही कहा, मुझे भी कोई दिक्कत नहीं लगी क्योंकि मेरी और पायल की उम्र बराबर ही थी।
हाँ, राज को मैं राज भाई कहता था, वो थे भी मुझसे 4 साल बड़े!
रात को इन दिनों पायल ने कुछ ज्यादा ही सेक्सी नाईट ड्रेस पहननी शुरू कर दी थी।
एक शाम को जब में चाचा-चाची के पास बैठा था राज ने ऊपर से मुझे आवाज देकर बुलाया और मुझसे रात को खाना खाकर ही जाने के लिए कहा।
मैंने कहा- नहीं, घर पर खाना बन चुका होगा।
तो चाची बोली- कोई बात नहीं, रेखा को कह देना कि चाची ने कहा था।
मैं कुछ नहीं कह पाया, थोड़ी देर बाद ऊपर चला गया।
गर्मी के दिन थे पर राज का कमरा आज ए सी से खूब ठंडा हो रहा था और मोगरा की खुशबू से महक रहा था।
पता चला कि आज पायल की बर्थडे है, पायल बाथरूम में थी।
मैंने राज से कहा- भाई मैं अभी आता हूँ, पायल के लिए एक गिफ्ट ले आऊँ!
राज हंस कर बोले- तू खुद ही आज गिफ्ट बन जा!
मैं कुछ समझा नहीं और हंस कर कह दिया- मैं तो आप ही लोगों का हूँ।
नौकर रामू खाना रख गया।
राज ने पायल को आवाज दी, संभवतः वह रामू के जाने का ही इन्तजार कर रही होंगी बाहर आने के लिए!
वो ही हुआ, राज के आवाज देने के बाद ही पायल बाथरूम से बाहर आई!
क्या ग़जब की खूबसूरत लग रही थी, लाल रंग की मिनी नाईटी पहने हुए थी वो… होठों पर लाल लिपस्टिक थी, हाथों में लाल रंग की ही नेल पॉलिश लगा रखी थी और स्लीपर भी उन्होंने लाल ही पहने थे।
मैंने होश खोते हुए उनसे हाथ मिलाते हुए हैप्पी बर्थडे कहा।
हाथ छूते ही लगा कि करंट लग गया हो… जिन्दगी में पहली बार मैंने उन्हें छूआ था पर उन्होंने तो कमाल ही कर दिया। पायल ने थैंक्स कहते हुए मुझे चूम लिया था।
हालाँकि उनकी इस हरकत को राज ने नहीं देखा।
खाना खाकर राज ने रामू को आवाज दी बर्तन ले जाने के लिए, पायल बाथरूम में चली गई, मैं भी उनको स्वीट ड्रीम्स बोलकर वापस घर जाने के लिए खड़ा हुआ तो राज बोले- थोड़ी देर में चले जाना!
उनके कहने पर पायल ने रेखा को फोन कर के कह दिया कि मैंने उनके घर खाना खा लिया है और मैं देर से घर आऊँगा।
हम लोग बिस्तर पर अधलेटे होकर टीवी पर सीडी देख रहे थे, राज ने कोई इंगलिश रोमांटिक मूवी लगा दी थी। जो पार्ट हम लोग देख रहे थे उसमे फ्रेंच किस सीन, जिसमें जोड़े होठों से होंठ मिलाये देर तक रहते हैं, ज्यादा थे।
हम लोग इस तरह से लेट कर टीवी देख रहे थे कि मेरी पीठ राज की ओर थी और राज की पीठ पायल की ओर थी।
मूवी देख कर हम सभी गर्म हो रहे थे। पायल कब राज से चिपक गई, मुझे पता ही नहीं चला।
मुझे जब स्मूच की आहट हुई तब बिना मुड़े मैंने यह अंदाज़ कर लिया कि राज पायल फ्रेंच किस कर रहे हैं।
मगर ये मेरी उपस्थिति में क्यों इतने बेताब हो रहे हैं, यह मैं उस समय नहीं समझ पा रहा था।
मेरा सिर राज की छाती से टिका था और मुझे अब यह एहसास हो रहा था कि पायल अपना हाथ राज की छाती पर ले आई है और राज के निप्पल पर अपनी उँगलियाँ घुमा रही है।
उसकी इस हरक़त से निश्चित रूप से राज का खड़ा हो गया होगा और इस विचार से मेरा भी खड़ा हो गया था।
बड़ी अजीब स्थिति थी… न तो मैं पीछे देख पा रहा था और न ही घर जा पा रहा था।
अचानक राज यह कह कर उठा कि नीचे झांक आऊँ और बाहर जाकर वापस आ गया और पायल को आगे मेरी ओर धकेल कर खुद उसके पीछे लेट गया।
अब पायल बीच में थी।
राज ने बदमाशी में पायल को पीछे से धकेला तो पायल बिल्कुल मुझसे चिपक गई।
राज ने अपना हाथ आगे बढ़ाया और पायल का हाथ मेरे ऊपर रख दिया और मुझसे बोला- तू तो आज पायल का बर्थडे गिफ्ट है तो झिझक क्यों रहा है?
अब मैं भी मस्ती के मूड में आ चुका था तो बोला- नहीं, मैं तो नहीं झिझक रहा पर जिसका गिफ्ट है उसकी जो मर्जी हो, वो अपने गिफ्ट से कर सकती है।
राज ने पायल से कहा- अपना गिफ्ट अनरैप कर लो!
पायल शरमाई पर राज ने उसे फिर उकसाया तो उसने अपना हाथ मेरी छाती पर रख दिया और मेरे निप्पल पर अपनी उंगलियाँ गोल गोल घुमाने लगी।
अब तो मेरी गांड फट चुकी थी और लंड बगावत कर बाहर आने को तैयार था।
मुझे फच फच की आवाज आने लगी तो मैं समझ गया कि राज ने अपनी उंगली पायल की चूत में कर दी है।
मैंने भी सर घुमाकर पायल के होठों को अपने होठों से मिला लिया।
अब पागल होने की बारी पायल की थी, एक तो राज ने उसकी चूत को मस्त कर दिया था और अब होठों की गर्मी उसकी कामाग्नि भड़का रही थी। वो पागलों की तरह मुझसे लिपट गई और मेरे पूरे चेहरे को चूमने चाटने लगी।
मैंने भी एक हाथ से उसके मम्मे दबाने शुरू कर दिये थे।
तभी मुझे एहसास हुआ कि जो कुछ हो रहा है, यह गलत है।
मैं एक झटके में पायल को अपने से अलग करके खड़ा हुआ और कमरे से बाहर आ गया।
पीछे से राज ने धीरे से आवाज दी तो मैंने कोई जबाब न देते हुए सीधे सीढ़ियों पर से नीचे आ गया और अपने घर की ओर चल दिया।
घर आकर रेखा ने मुझसे पूछा- आजकल पायल भाभी तुम्हें रोज दावत देती हैं, मैंने उनसे कह दिया है कि मुझे भी कभी कभी दावत दिया करें!
मैं कामाग्नि में जल रहा था और मन में पश्चाताप भी था कि आज तो बहुत कुछ गलत हो गया, पता नहीं अब राज मुझे कभी घर आने देंगे या नहीं?
कभी रेखा को पता चल गया तो?
मैं नहा कर चुपचाप बिस्तर पर लेट गया।