Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें - SexBaba
  • From this section you can read all the hindi sex stories in hindi font. These are collected from the various sources which make your cock rock hard in the night. All are having the collections of like maa beta, devar bhabhi, indian aunty, college girl. All these are the amazing chudai stories for you guys in these forum.

    If You are unable to access the site then try to access the site via VPN Try these are vpn App Click Here

Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें

hotaks444

New member
Joined
Nov 15, 2016
Messages
54,521
मेरी सेक्सी बहनें



दोस्तो आपके लिए एक और मस्त कहानी लेकर हाजिर हू दोस्तो वैसे तो आपने मेरी सारी कहानियों को पसंद किया है 
लेकिन मेरा दावा है कि ये कहानी आपको बहुत पसंद आएगी . क्योंकि इस कहानी मे सेक्स रोमांस सस्पेंस सब कुछ है
चलिए अब कहानी के पात्रों का परिचय करा देता हूँ 
पात्र परिचय : मेरी कज़िन सिस डॉली, 23 साल की है, फिगर नही पता बट बड़े चुचे, और चौड़ी गान्ड... देख कर लगता है बहुत चुदासी है.
मेरी दूसरी कज़िन ललिता : स्लिम, सावरी, फीचर्स सेक्सी है, बूब्स शायद 32 के होंगे, गान्ड मीडियम और बहुत हिलती है.
मेरी तीसरी कजिन पायल ; मस्त मम्मे चौड़ी गान्ड , सेक्सी फिगर 
बाकी दूसरे कॅरेक्टर्स भी हैं, आगे उनका ज़िक्र हो जाएगा.


कहानी शुरू----------------------------
हमारी जॉइंट फॅमिली है, मेरा नाम राज, बॉडी फिट है, और लंड नॉर्मल साइज़ है, 10 इंच नहीं.
डॉली और ललिता सग़ी बहने हैं, उन दोनो का रूम तीसरी मंज़िल पे है, जहाँ अंकल आंटी का भी रूम है, मेरी आंटी शन्नो, डॉली बिल्कुल उसपे गयी है, दोनो के चुचे ऐसे जिसे देख के किसी की भी नियत बिगड़ जाए.
दूसरी मंज़िल पे मेरा और मेरे छोटे भाई विनोद , हमारे अलग कमरे हैं.
पहली मंज़िल पे दो गेस्ट रूम हैं, और नीचे मम्मी पापा और मेन हॉल.

बात उस दिन की है जब हमारे रिलेटिव की शादी थी और हम वेड्डिंग रिसेप्षन पे जा रहे थे, डॉली तैयार होके आई.

डॉली : कैसी लग रही हूँ
मैं : (मन में सोचा क्या कड़क माल है). बहुत अच्छी लग रही है डियर, 
डॉली : सच्ची ?
मैं : (बिल्कुल जाने मन, चोद के साबित कर सकता हूँ). हां डियर, लोगों पे तो बिजली गिरेगी, क़यामत लग रही है.

डॉली: क्या यार कुछ भी (ब्लश करते हुए).

मैं : और कितनी देर , चलें हमे पहुँचना भी है

डॉली: मैं तो रेडी हूँ, ललिता टाइम ले रही है

मैं : तू रुक, मैं उसको बुला लाता हूँ

जैसे ही मैं उसके रूम के पास पहुँचा, तो ललिता कपड़े पहन रही थी. उसकी चोली का हुक नही लग रहा था. जैसे ही उसने मुझे देखा, मुझे कहा राज प्लीज़ ये हुक लगा दे, मम्मी भी नीचे है.
मैं उसके पास गया और हुक बंद करते हुए सोचा , साली अभी हुक बंद करवा, एक बार लंड ले ले, नंगी घुमाउन्गा रात भर.
 
ललिता की चोली बंद करके हम दोनो नीचे आ गये डॉली के पास.
एक दूसरे को देख के आपस मे, गले लग गयी, दोनो के चुचे आपस में टकराए और ये सीन देख के मेरा दिल किया दोनो को खड़े खड़े पेल दूँ

मैं: अब चलें नही तो लेट होगा

डॉली: ऐसे कैसे, हमारी पिक्स तो लो, नही तो तैयार होने का फ़ायदा क्या 

ललिता: हां वो तो, हे हे हे

मैं : हां ओके, फिर मैने फोन निकाला और फोटो खिचा, बिल्कुल सही आया बट मैने झूठ कहा, फिर दूसरी बार डॉली के चुचे पे फोकस करके एक और क्लिक निकाला.

फोटो सेशन या यूँ कहो, लंड खड़ा करने का छोटा सेशन ख़तम करके हम नीचे आ गये.. जैसे ही नीचे आए पता चला कि मम्मी पापा अंकल आंटी निकल गये क्यूँ कि उन्हे वेड्डिंग वेन्यू पे कुछ काम था अर्जेंट.

मैं : देखा, तुम्हारी वजह से देर हुई, अब क्या करें

डॉली: गुस्सा ना हो यार, रुक दो मिनट और फोन घुमाया एक....

फिर डॉली बोली, हम बुआ की कार में चलते हैं, उनकी कार में दो लोगों की जगह है, सेट हो जाएँगे.

सेट शब्द सुनके ही मैने सोचा, अरे जानेमन जगह मैं देखूँगा, एक बार तेरी चूत को मेरे लंड से सेट कर ले

फिर थोड़ी देर में बुआ आ गयी, ... स्लिम होने के कारण, ललिता बुआ की गोद में बैठी, डॉली और मैं पीछे बैठे, जैसे ही बैठे, मैने सोचा अच्छा चान्स है, जगह की कमी की वजह से सेक्सी थाइस पे हाथ घुमाता हूँ, थोड़ी देर चलने के बाद मैं डॉली की जाँघो पे हाथ घुमाने लगा, उसे लगा शायद आक्सिडेंटल है और इग्नोर किया

थोड़ी देर के बाद जब डॉली ने देखा के मैं हराम पॅँति कर रहा हूँ तो उसने धीरे से मेरा हाथ हटाया और अपनी जाँघ पे पर्स रख दिया.. मैने सोचा लंड साली, रुक एक बार अपनी गान्ड दे, फिर भीख मांगती फ़िरेगी चुदाई के लिए.

थोड़ी देर बाद वेन्यू आ गया और हम उतरे गाड़ी से... जैसे ही उतरे, सामने पायल खड़ी थी.. पायल मेरी बुआ की बेटी है, ब्लू आइज़ का लेंस पहनती है, हाइलाइटेड लंबे बाल, एक दम फैले हुए बूब्स, और मटके जैसी गान्ड, ये देख के लगा बाहर चूत से ज़्यादा गान्ड में लंड लेती होगी, खैर मैने गेट पे जाते ही मैने पायल को हग किया और उसने भी मुझे अच्छा रेस्पॉन्स दिया, हमारी बहुत अच्छी बनती थी.

फिर अंदर जाने के बाद पायल और मैं इधर उधर घूमने लगे और बातें कर रहे थे , तभी..

पायल: भाई, बोर हो रही हूँ, कहीं चल ना बाहर

मैं : बाहर कहाँ स्वीट हार्ट, शादी आधी छोड़ के कैसे

पायल : मुझे सिगरेट पीनी है, चल

मैं: चल
 
मैं पापा के पास गया और उनसे गाड़ी की चाबी ली ये कहके कि मैं गिफ्ट तो घर ही भूल गया हूँ, तो लेके आता हूँ

गाड़ी स्टार्ट करके हम वेड्डिंग वेन्यू से दूर निकल आए और फिर पायल ने ब्लॅक सिगरेट जला दी

पायल : ह्म्म्म्म , कितना अच्छा लग रहा है भाई, उधर सब के बीच घुटन हो रही थी

मैं: चल अब मेरी सिगरेट तो जला

पायल : तुम्हारी क्या, मेरी में से ही कश मार दे ना मेरे भाई प्यारे

मैं: ह्म्म्मी, ला

फिर हम सिगरेट ख़तम करके वापस जाने लगे, तभी

पायल : भाई, क्या हुआ अपसेट क्यूँ लग रहा है

मैं : (क्या बताऊं, डॉली ने केएलपीडी कर दिया). कुछ भी नही स्वीट हार्ट, वो बस डॉली के साथ थोड़ा हीटेड आर्ग्युमेंट हुआ कार में

पायल: वो साली है ही ऐसी, सब के साथ झगड़ा करती है

मैं: व्हाट डू यू मीन सब के साथ

पायल: वो साली है ही ऐसी, सब से झगड़ा करती है

मैं: वॉट डू यू मीन बाइ सब से

पायल: अभी कुछ दिन पहले मुझसे भी उसने झगड़ा किया

मैं: तेरे साथ, किस बात पे, बता तो

पायल : रहने दे भाई, गर्ल्स टॉक हहहे

मैं: क्या घंटा गर्ल्स टॉक, तू कब्से मेरे लिए गर्ल हो गयी, चल जल्दी बता नही तो नेक्स्ट वीकेंड पे बियर का प्रोग्राम है वो कॅन्सल कर दूँगा.

पायल : व्हाट भाई !!!!! अच्छा रूको, हुआ ये था की... 
 
फ्लॅशबॅक-------------------------

लेडी ग्रेस लाइनाये शॉप

पायल : डॉली, ये कलर कैसा है, इसकी ब्रा मुझे बहुत ही अच्छी लगी

डॉली: हां ये अच्छी है, दो पॅक करवा देते हैं इस साइज़ के

पायल: बट तेरा साइज़ तो 36 सी है ना, ये 34 बी है

डॉली: हां मुझे चलेगी, तू पॅक करवा ना अब, ज़्यादा मत बोल

पायल: ज़्यादा चिढ़ मत , करवा देते हैं

सेल्स गर्ल : सॉरी मेडम, हमारे पास ये एक ही पीस है 34 में

पायल: ओके कोई नही, डॉली तू ले ले, मैं दूसरा देखती हूँ

डॉली: नही, तू ले, मुझे किसी का पहना हुआ नही अच्छा लगता..

पायल: व्हाट फक डू यू मीन बाइ किसी का पहना

डॉली: चल अब ज़्यादा मत बोल, लेना है तो ले, मुझे कहीं जाना है देर हो रही है

इससे पहले मैं कुछ बोलती, उसके सेल पे कॉल आया और वो शॉप के बाहर गयी, फिर कुछ सेकेंड्स में एक होंडा सिटी आई और वो कहीं चली गयी
 
मैं: वो होंडा किसकी थी

पायल: भाई, होगा कोई उसका लोन्डा, आप भी इतने सीधे मत बनो


मैं: अरे बट इतना बड़ा फसा दिया साली ने, तभी..... (तभी साली गान्ड बढ़ गयी है उसकी)

पायल: क्या तभी, अब छोड़ो उस कुत्ति की बातें, मूड खराब हो गया, एक और सिगरेट जलाती हूँ

मैं: ठीक है, मैं तेरी लूँगा

पायल: क्या लोगे मेरी भाई, :प

मैं: सिगरेट यार, चल अब ऐसी बातें मत कर, नही तो तुझे कभी नही दूँगा

पायल: क्या नही दोगे भाई

मैं : (लंड ले रानी, तेरे लिए ही है ये) सिगरेट, अब ज़्यादा वल्गर मत हो

पायल: इस बात से आपको फ़ायदा हुआ है भाई

मैं: कैसे

पायल: डॉली की साइज़ सुनके ही आपका शेर नींद से उठ गया, उसने मेरे पॅंट में बने तंबू की तरफ इशारा किया

मैने सोचा, इसकी बातों में हिस्सा लेते हैं, जब ये फ्रॅंक हो रही है तो मुझे किस का डर

मैं: फ़ायदा नही, नुकसान, अब इसको सुलाने के लिए रात को हाथ गाड़ी चलानी पड़ेगी 

पायल: हाथ गाड़ी क्यूँ भाई, कोई तवा देखो ना बाहर, रोटी वहाँ सेक के आ जाओ

मैं: अब कहाँ ढूंढूं ऐसा तवा

पायल: क्यूँ, कोई लोंड़िया पटाई नहीं अब तक

मैं: नहीं यार
पायल: कोई लोंड़िया नहीं पटाई अब तक

मैं: नहीं यार

पायल: ह्म्म्मर, फिर शेर को सोने मत दो, हॉल में कोई ना कोई लड़की इसे देखके ज़रूर आपकी इस गर्मी को ठंडा कर देगी

मैं: तुझे बहुत पता है , चल हॉल आ गया, अंदर जा, मैं आता हूँ.

पायल: क्यूँ, आपको क्या करना है, शेर के पिंजरे को ठीक करोगे

मैं: हां, अब जा तू

पायल: नहीं, मेरे सामने करो

मैने भी चान्स लिया, जब चूत सामने से चुदवाना चाहती हो तो मेरे लंड को क्या तकलीफ़

मैने सीट रिक्लाइन की, पीछे होके बेल्ट उतारा और अंडरवेर उतारा और लंड को सेट किया, फिर पॅंट पहनने लगा

उसी वक़्त पायल ने अपना हाथ मेरे लंड पे रखा और उसको सहलाया, 

मैं: व्हाट आर यू डूयिंग, 

पायल: क्यूँ भाई, मज़ा नही आ रहा

मैं: दिस ईज़ रॉंग 

पायल: बहेन का ब्रा साइज़ सुनके तो ऐसा हुआ, क्या वो ग़लत नही है, मैं कौनसी सग़ी बहेन हूँ आपकी

मैने कुछ नही कहा, और उसने तेज़ी से मूठ मारना चालू रखा... मैं चिल्लाया, मेरा निकल रहा है, पायल ने तुरंत हाथ हटाया और स्पर्म पॅंट पे और गाड़ी के स्टियरिंग पे जा गिरा.

फिर मैने पॅंट पहना, और पायल ने अपना घाघरा उपर किया और अपनी पैंटी से चूत को सहलहाने लगी

पायल: आप भी मज़ा दो ना भाई, डोंट बी मीन

मैने पार्किंग के अंधेरे का फ़ायदा उठाने का सोचा और तुरंत उसकी पैंटी उतार के, उसकी चूत के अंदर उंगली करने लगा... 5 मिनट में वो भी झाड़ गयी

हमने अपने कपड़े ठीक किए, और कार से उतरे, तो मैने तुरंत पायल को कमर से पकड़ के उसके होंठों को करीब ले गया... पायल ने कहा भाई, नोट नाउ...



मैं:- इफ़ नोट नाउ देन व्हेन

पायल:- मेरे लंड पे हाथ रख के, शेर को खून जितना तड़प तड़प के मिलेगा, उतना ही वो ज़्यादा पिएगा.. वो चीज़ ही क्या जो आसानी से मिल जाए

मैने सोचा, साली बहुत एक्सपीरियेन्स्ड खिलाड़ी लग रही है...
खैर ये सोचते सोचते हम हॉल में अंदर आ गये और पायल मुझ से अलग हो गयी...

मैं इधर उधर टहल रहा था, के सामने डॉली का भाई आता दिखा.. 24 साल का, अकल झन्डु जैसी, शहर के बाहर कहीं पढ़ता है एमबीए

ज़य:- अरे राज भाई, कहाँ हो आज कल, आप दिखते ही नहीं

मैं:- (तेरी बहना के चुचे दिखा दे साले, तेरे लंड के माथे जैसी शकल देख के क्या मिलेगा मुझे) हां भाई, आज कल शेड्यूल बहुत टाइट है, ऑफीस से फ़ुर्सत ही नहीं मिलती..
 
हम बस बातें करने लगे कि सामने डॉली की मा आ गयी... शन्नो आंटी, क्या माल लग रही थी, ब्लॅक साड़ी. खुले हुए बाल, सावला रंग, हल्का सा मेक अप, कम से कम 38 के चुचे तो होंगे..
उपर से घर से ही डिसाइड किया था कि आज कई लंडो पे छुरियाँ चलनी हैं, तभी साली लो कट ब्लोज पहन के आई थी

आंटी:- राज बेटा, खाना खाया कि नहीं ?

मैं:- (तेरे चुचे भी तो केसर आम हैं, इन्हे खिला दे, खाना किसे चाहिए) नहीं आंटी, अभी बस थोड़ी देर में खा लेता हूँ

आंटी:- ओके बेटा.. जल्दी खा लो, हमे घर के लिए भी निकलना है

मैं:- (अंकल के लंड पे सवारी करेगी क्या घर जाके) ओके आंटी... और वो जय को वहाँ से लेके निकल गयी

जैसे ही मैं पीछे मुड़ा, पीछे पायल खड़ी थी

पायल:- भाई, डॉली के चुचे देख के तो कंट्रोल नहीं होता, अभी उसकी मा पे भी डोरे डाल रहे हो, संभालना, मन्झि हुई खिलाड़ी है, दब जाओगे उसके नीचे

मैं:- तू छोड़ ना वो सब, खाना खाते हैं चल

पायल:- मैं लेके आती हूँ और आपको अपने हाथ से खिलाती हूँ आज खाना

मैं उसे देखता रह गया, उसकी ब्लू आइज़, मीडियम ब्लॉंड बाल, फर्म बूब्स, स्वीट सा फेस, मैं एमोशनल हो गया और उसके फोर्हेड पे किस कर दी

पायल:- भाई एमोशन्स में मत बहो, हमारे बीच प्लीज़ सीरीयस मत कर देना कुछ, सीरीयसनेस ईज़ नोट फन

उसकी ये बात सुनके मैने बस एक स्माइल कर दी

खाना निपटा के हम घर को निकल लिए, पापा और अंकल लेट आने वाले थे, इसलिए गाड़ी में, हम 5 लोग ही थे, डॉली ललिता, आंटी और मम्मी, गाड़ी मैं ड्राइव कर रहा था.

घर आके सब लोग अपने अपने कमरों में चल दिए, मैं भी फ्रेश होके बेड पे आज की रात के बारे में सोचने लगा... पायल के वो मुलायम हाथ मेरे लंड पे पड़े बहुत ही सॉफ्ट लग रहे थे, उस पर उसकी कातिल मुस्कान.. ये सोच के मेरा लंड फिर से जागने लगा... जैसे ही मैने लंड को बाहर निकालना चाहा, मेरे मोबाइल पे स्मस आया

पायल:- गुड नाइट भाई 

वो मुझे रोज़ स्मस करती थी ग्रीटिंग का

मैं:- गुड नाइट स्वीटी, स्वीट ड्रीम

पायल:- स्वीट ड्रीम्स नहीं भाई, आज तो वेट ड्रीम्स होंगे 

मैं:- वो क्यूँ भला

पायल:- हाउ मीन भाई, आप को इतना अच्छा हॅंड जॉब दिया, उसे याद नहीं करूँगी क्या

मैं:- स्वीटी... अब उसे याद रखने का क्या फ़ायदा

पायल:- हाउ मीन भाई, इतनी जल्दी तो कोई बाहर वाला भी नहीं भूलता, आप इतना बड़े मतलबी हो 

मैं:- स्वीटी, इसे नहीं भूलेंगे तो आगे न्यू मोमेंट्स कैसे बनेंगे

पायल:- भाई, ब्लश ब्लश... गुड नाइट नाउ... यू हॅव स्वीट ड्रीम्स, आइ विल हॅव वेट ड्रीम्स, बाय


रात की चट्टिंग के बाद लंड तो खड़ा था, बट मुझे मूठ मारना अच्छा नहीं लगता, कई साइड एफेक्ट्स हैं इसके, इसलिए ऐसे ही सो गया..

सुबह जब उठा, तो देखा 8 बज गये थे, मैं ऑलरेडी लेट था ऑफीस जाने के लिए, फटाफट नहाया और निकल गया ऑफीस के लिए, ना नाश्ता किया ना चाइ पी
तब मैने सोचा, देखा जाए तो पायल रात को सेक्स की गोली खाकर आई थी के अभी भी उसका मूड वैसा ही है ( आइ मीन एरॉटिक हियर)

मैने स्मस किया
 
ऑफीस पहुँचने में एक घंटा लग जाता है , जैसे ही ऑफीस पहुँचा, पता चला मेरा बॉस लीव पे है.. तब जाके साँस में साँस आई.. पीसी स्टार्ट कर के मैने सोचा कुछ नाश्ता किया जाए, फिर उठ के मेरे फ्रेंड्स के साथ नाश्ता करने और चाइ पीने गया


मैं:- हाई स्वीट हार्ट, लव्ली मॉर्निंग 

पायल:- मॉर्निंग भाई, जस्ट वोक अप, आपने सोने ही नहीं दिया

मुझे अंदाज़ा आ गया इसका मूड एरॉटिक ही है... मैने भी अब कुछ नहीं सोचा और उसके साथ जितना हो सके उतना दूर तक निकल जाना ही सही समझा

मैं:- क्यूँ बेटा, क्या किया मैने ऐसा

पायल:- हाई भाई, क्या क्या नहीं किया, मेरी बेडशीट पूरी गीली है, मम्मी डाँट मारेंगी ये देख के 

मैं:- तो मम्मी को बोल देना ना , कि ये तो जवानी दीवानी के निशान हैं

ज्योत:- क्या भाई ,मेरी फिरकी ले रहे हो, बोलो, क्या कर रहे हो

मैं:- ऑफीस में हूँ यार, बोर हो रहा हूँ

पायल:- चलो मूवी पे फिर, आपका बॉस नहीं आया होगा

मैं:- तुझे कैसे पता ?

पायल:- जब वो होता है तभी आप कहाँ फ्री होके बात करते हो, आज एक दम अच्छी तरह बतिया रहे हो तो वो नहीं होगा

मैं:- तू बहुत चालाक है, चल चलते हैं, तू अपनी ऑफीस पहुँच के मुझे कॉल कर, मैं लेने आ जाउन्गा

पायल:- ओके स्वीटी, बाइ

पायल और मेरा ऑफीस 3 किमी की दूरी पे है और सिनिमा हमारे पास ही बहुत हैं, सिंगल स्क्रीन हो या मल्टिपलेक्स

करीब 1 बजे पायल ने कॉल किया, 

पायल:- भाई, आ जाओ लेने

मैं:- क्या लेने आउ जानेमन

पायल:- कुछ भी ले लो भाई, फिलहाल मुझे लेने आओ, फिर लेना मुझ से आपको जो चाहिए

मैं:- ओके, तू नीचे उतर मैं 10 मिनट में पहुँचा

फिर 1.20 को पायल को लेने पहुँचा और वहाँ से नज़दीकी पीवीआर में चले गये

सब मूवीस फुल थी या तो सिंपल सीट्स ही वेकेंट थी, मुझे सिर्फ़ रेक्लीनेर में ही मूवी देखना पसंद है

इंक्वाइरी पे पता चला जिस्म 2 में सीट्स हैं रेक्लीनेर, मैने टिकेट्स ले ली और 2.20 के शो में चले गये

जैसे ही अंदर पहुँचे, देखा मोस्ट्ली सीट्स एंप्टी थी, पायल और मैं अपनी सीट्स पे बैठ गये. जब तक हम बातें कर रहे थे, तब तक आड्स भी पूरे हुए

मोविए स्टार्ट हुई और पायल ने कहा

पायल:- भाई, इसमे सन्नी लीयोन ने बहुत ही सेक्सी ब्रा का कलेक्षन पहना है

मैं:- तो ? उसको तो लोग बिना ब्रा के देखते हैं, इसमे क्या बड़ी बात है

पायल:- नहीं भाई, मुझे ऐसी ब्रा चाहिए, लेने चलेंगे कभी

मैं:- ओके जी

फिर मूवी आगे बढ़ी, बहुत ही स्लो मूवी थी... सन्नी लेओन को देख के मेरे लंड में तनाव आना चालू हुआ
 
पायल ने मेरे आर्म्स पकड़ रखे थे, जैसे ही सेक्सी सीन आया रणदीप और सन्नी के बीच में, पायल ने अपना हाथ मेरे लंड पे रखा और मसल्ने लगी..

मैने भी उसके शर्ट के अंदर हाथ डाल के बूब्स दबाना चालू किए

पायल:- हां भाई.... इन्हे दबाओ ना..आअहहामम्म्म

मैं:- हां बहना, कल रात तुझे प्यासी छोड़ा था, अभी नहीं छोड़ूँगा

पायल:- आहहााआ.... मत छोड़ो ना, ह्म्‍म्म्मम

हम एक दूसरे के पार्ट्स दबा रहे थे, फिर अचानक मेरे शैतानी दिमाग़ में ख़याल आया और मैं नीचे बैठ के, उसकी चूत को उसकी जीन्स पर से चाटने लगा

पायल की सिसकारियाँ निकाल रही थी.... धीरे बोल रही थी.... हां भाई चाट लो...आहह, बहुत तंग किया है इसने पूरी रात, आमम्म्मममम

मैने फिर उसकी चैन खोल कर जीन्स थोड़ी नीचे कर दी और पैंटी साइड कर के, चूत पे जीभ लगा ली... 
पायल:- हाँ भाई चाटो ना, आहह येस्य एस एस्स आआहह एस्स ह्म्‍म्म्ममममममम, ज़ोर से करो

10 मिनट में वो झाड़ गयी और मैं वापस सीट पे बैठा, उसने अपनी जीन्स उपर चढ़ा दी और मेरी बाहों में बाहें डाल के फिर मूवी देखने लगी

इंटर्वल हुई और हमने कोल्ड ड्रिंक मँगवाई

इंटर्वल के बाद, पायल ने मुझे कान में कहा

पायल:- भाई, कल आपको हॅंड जॉब कैसा लगा

मैं:- अरे बहेन, पूछ मत, सारी रात खड़ा रहा मेरा लंड तेरी याद में

पायल:- अभी ब्लोवजोब दूँगी तो फिर क्या हाल होगा आपका,...

ये कह के वो नीचे आ गयी और मेरी ट्राउज़र की ज़िप खोली और लंड को निकाला

पायल:- भाई, कितना अच्छा लंड है आपका, आहह, क्या चीज़ है, उम्म्म्म यम्मी

मैं:- ले ले ना इसको अपनी चूत में बहेन

पायल:- चूत में बाद में लूँगी, आहह उम्म्म्ममममम, पहले इसको मूह में तो अच्छी तरह लूँ, आहह,.... गुलपप्प्प्प उम्म्म्ममम, यम्मी है, 

फिर उसने कहा कोल्ड ड्रिंक पीनी है, उसने ग्लास उठा के मेरे लंड के टोपे पे कोल्ड्रींक गिराई और चूसने लगी.. 

बहुत ही मज़ा आया, ठंडी ड्रिंक और गरम बहेन, बढ़िया फीलिंग आई

लंड चूस्ति रही और सिसकारियाँ निकल रही थी हम दोनो की

मैं:- अहह हां मेरी बहेन, हां, उम्म्म्मम येस, टेक इट बेबी, आहह ओह आइ आम कमिंग,,, एआःहयेआहहहहा

पायल ने तुरंत लंड मूह से निकाला तो पूरा स्पर्म आगे वाली सीट के बॅक कवर पे लगा...

पायल अपनी जगह आके बैठी और बोली

पायल:-थॅंक्स भाई... यू ट्रूली लव मी...

मूवी के बहाने एक और कदम बढ़ाया पायल और मैने अपने रिश्ते को..

मूवी बहुत स्लो थी सो हम निकल गये आधी मूवी से.... निकलते ही पायल ने कहा, भाई भूख लगी है, मैने कहा चलो खाने फिर
 
रेस्तरो में जाके खाना खाया तब तक 5.30 हो चुके थे, तब पायल ने कहा

पायल:- भाई सन्नी लीयोन जैसी लाइनाये लेनी है, कहाँ से लें

मैं:- तू सर्च कर कौनसी ब्रांड की है, फिर हम चलेंगे लेने

ये बात होते होते उसका ऑफीस आ गया, मैने उसे ड्रॉप किया और अपने घर निकला

घर जाते ही मम्मी ने पूछा, बेटा सुबह को भी नहीं ख़ाके गया कुछ, लंच लिया है कि नहीं , मैने कहा यस मोम, और सीधा अपने रूम में चला गया

जैसे ही अपने रूम का दरवाज़ा खोलने वाला था कि तब मुझे उपर कुछ आवाज़ सुनाई दी.. मैने इग्नोर किया, और चला गया फ्रेश होने, जैसे ही वापस बाहर निकला, फिर कुछ आवाज़ आई, मैने जाके देखा कुछ अन्यूषुयल नहीं था.. 

थोड़ा आगे जाके ललिता के रूम में देखा तो अंदर ललिता पूरी नंगी अपनी चूत सहला रही थी, और अपने सेल पे शायद कुछ मूवी देख रही थी...



उसे देखने लगा मैं, क्या चूत थी उसकी, घने बाल, ऐसा लग रहा था कि कितने महीनो से उसने शेव नहीं की... मुझे सॉफ चूत अच्छी लगती है, बट ललिता की बाल वाली चूत मुझे एक दम गरम कर रही थी...

फिर उसने अपना मोबाइल बंद किया और वॉशरूम चली गयी

मैं भी नीचे आया और मेल्स चेक करने लगा कंपनी के

तभी डॉली का स्मस आया मेरे सेल पे

डॉली:- हाई,

मैं:- टेल मी,

डॉली:- हाई का जवाब ही होता है राज

मैं:- हां बोल ना अब क्या हुआ

डॉली:- मुझे कहीं ज़रूरी काम है, कल ले चलोगे गाड़ी में

मैं:- तुम हो कहाँ, घर से ही स्मस क्यूँ कर रही हो

डॉली:- घर पे नहीं हूँ, फ्रेंड के साथ हूँ, प्लीज़ ले चलो ना कल

मैं:- कल ऑफीस जाना है मुझे, काम है बहुत

डॉली:- आज निपटा के आते ना काम अपना,

मैं:- तुझे क्या है, बोला ना काम क्या है

डॉली:- आज तो पायल की चूत चाट के आए हो, तभी इतना भाव खा रहे हो, उस दिन तो मेरी जांघों से हाथ ही नहीं हटा रहे थे
 
मैने सोचा, इस बहन की लौडि को कैसे पता चला आज का सीन,

मैं:- तूने कब देखा, और तू वहाँ क्या कर रही थी

डॉली:- छोड़ो ना , ले चलो कल नहीं तो घर पे सब को बता दूँगी

2 मिनट के लिए मैं डर गया, बट फिर मैने रिप्लाइ किया

मैं:- जा बोल दे, मैं भी बोल दूँगा कि तू भी वहाँ होंडा सिटी वाले का लंड लेके मूह में पड़ी थी, फिर मरवाती रहना और इज़्ज़त जाएगी वो अलग.. पायल मेरा साइड लेगी, तो मैं सेफ, बट पायल ने अगर तेरे बारे में बोल दिया कि उसने भी तुझे देखा, तो सोच ले, चूत के साथ गान्ड भी मर जाएगी तेरी

फिर उसका कोई जवाब ही नहीं आया... मुझे लगा गान्ड फट गई साली की

रात का खाना खाया, तब तक डॉली भी आ गयी थी घर पे..

सब सोने गये, कोई टीवी देख रहा था, मैं अपने रूम में आ गया और सो गया,

करीब 12 बजे मेरा सेल बजा तो देखा डॉली थी, मैने रिसीव किया,

डॉली:- राज ओपन दा डोर, नीड टू टॉक टू यू

मैने दरवाज़ा खोला तो बाहर डॉली थी, चादर लपेट के आई थी..

मैने कहा, चादर क्यूँ लाई है, इतनी ठंडी कहाँ है..

उसने स्माइल देके, चादर हटा ली.. ओह माइ गॉड!!!!!

मेरा तो लंड ही अकड़ गया उसे देख के

डॉली आके मेरे सामने एक सेक्स बॉम्ब की तरह खड़ी हो गयी, उसका गदराया बदन, मांसल जांघें... मुझे मदहोश कर रहा था, , मैने दरवाज़ा बंद कर दिया और आके अपने बेड पे बैठ गया....डॉली आके मेरे साइड में बैठ गयी

डॉली:- क्या हुआ राज

मैं:- क्या क्या हुआ, कुछ नहीं, बोल तू क्यूँ आई है इधर

डॉली:- तुझे कैसे पता लगा होंडा सिटी वाले के बारे में

मैं:- तू कहाँ कहाँ जाती है मेरे पास हर पल खबर रहती है

डॉली:- खबर किसी की तो सिर्फ़ दो ही सुरतों में रखी जाती है, या तो जानी दुश्मन की या तो अपने प्यार की...

मैं:- तू मेरा प्यार तो है नहीं..

डॉली:- दुश्मन भी तो नहीं हूँ राज भैया आहह....
 
Back
Top