hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया.. लेकिन अंकल रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। अम्मी ने मुझसे पूछा- क्यों बेटी मज़ा आया? कहो तो अब मैं भी चुदवा लूँ.. तुम्हें चुदवाते देखकर मेरी बुर भी पनिया गई है।
अंकल ने अपना 8 इंच का लपलपाता हुआ लण्ड बाहर निकाल लिया। अम्मी को इतना जोश चढ़ चुका था कि अंकल ज्यों ही पीठ के बल लेटे, अम्मी ने उनके खड़े लण्ड को अपनी चूत में फंसा दिया और धक्का मारने लगीं।
मैं अम्मी के पीछे जाकर उनकी चिरी हुई चूत में अंकल के फंसे हुए लण्ड को देखने लगी।
क्या गज़ब का नजारा था। मैं बुर लण्ड के संधिस्थल को चाटने लगी। मेरी बुर फिर से पनियाने लगी थी। अम्मी ने उछल-उछल कर खूब चुदवाया। अब अम्मी पीठ के बल लेट गईं और अंकल ने सामने से अपना लण्ड घुसा दिया और जोर-जोर से चोदने लगे।
थोड़ी देर बाद उनका पानी निकल गया। उस रात को अंकल ने मुझे तीन बार और अम्मी ने जबरन दो बार चूत चुदवाई।
रात के तीन बजे हम लोग सो गए।
फिर धीरे-धीरे हम चारों एक साथ इस खेल को खेलने लगे थे। अम्मी के कहने पर जय ने इस गैंग-बैंग में अपनी पत्नी आयशा को भी शामिल कर लिया था, वो आयशा को अपने साथ हमारे घर लाते और तीन गर्म बदनों के साथ खेलते।
अब इससे आगे की कहानी मेरी यानी शाज़िया की ज़ुबानी सुनिए
मैं शादीशुदा थी इस लिए घर में सबसे छुपकर चुद रही थी लेकिन मेरी बेटी बाहर जाती थी, इस चक्कर में वह बाहर लड़कों से चुदने लगी, गली मोहल्ले के आवारा लड़को के बीच बेटी को बिगड़ती देख मैंने उसको दिल्ली के एक होस्टल में भेज दिया। इससे मुझे भी आज़ादी थी लेकिन एक ही हफ्ते में उसकी हॉस्टल में सीनियर लड़कों के साथ चुदाई की ख़बरें मुझे मिलने लगी।
होली पर उसको सीनियर लड़कों ने शराब पिलाकर जमकर पेला था। सोने पे सुहागा यह था कि उसकी रूमी कामिनी भी बित्ता भर की होकर एक नंबर की आवारा लड़की थी, अमीर घर के लाड़ प्यार की बिगड़ी हुई एक पार्टी एनिमल थी।
हालांकि गलती मेरी ही थी, अपनी चुदाई की आग को ठंडा करने के चक्कर में मैंने अपनी मासूम बेटी फ़ातिमा को भी इस धंधे में उतार दिया था।
देखते ही देखते कॉलेज का हर एक लड़का उसका दीवाना हो गया था।
जब उसने एक रात अपनी सहेली कामिनी के साथ जाकर बॉयज होस्टल में चुदाई करवाई तो मेरे पास इस बात की कंप्लेंट आ गई, उन दोनों को कॉलेज से निकाल दिया गया। उसने मुझे डरते हुए कॉल किया, मैं पहुँच गई, मेरी बेटी और उसकी सहेली कामिनी चुत के चक्कर में निकाली गई थी।
मैंने उसके कॉलेज के प्रिंसीपल को अपनी एक रात देकर ही वापस दाखिला करवा दिया।वार्डन और बाकी स्टाफ को गालियाँ दिलवाई सो अलग!
माँ थीं इतना तो कर ही सकती थी। मैनेजमेंट के सामने उन दोनों को सिर्फ वार्निंग देकर छोड़ दिया गया।
इसी दौरान एक बुरी खबर मिली कि मेरी बेटी की सहेली कामिनी के डैडी ने शेयर मार्किट में पैसा डूब जाने की वजह से आत्महत्या कर ली थी लेकिन उनकी मौत के चार महीने के बाद ही उसकी मम्मी शशी ने अपने कॉलेज के दोस्त कुणाल से शादी कर ली थी लेकिन कुणाल ने शशी की बेटी कामिनी को अपनी बेटी नहीं माना।
शशी जिसको बाप बेटी का प्यार समझती रही वो असल में उन दोनों के बीच एक पर्दा भर ही था, मौक़ा देखकर कुणाल ने कामिनी को चोदना शुरू कर दिया।
देखते ही देखते कामिनी देसी लोलिता बन गई।
कामिनी मासूम थी, वह अपने पापा के प्यार में ऐसी फंसी कि पापा की ख़ुशी के लिए, एक पार्टी में मिले उनके बॉस से भी चुत चुदवा ली दुगनी उम्र के बॉस ने उसको पापा के सामने ही कार में और हाईवे पर ज़बरदस्त तरीके से चोदा।
लेकिन कहते हैं कि अगर कोई लड़की कच्ची उम्र में चुदवा लेती है तो फिर उसकी जवानी किसी एक से नहीं सम्हालती है, कामिनी को नए नए लंड से चुदाई का ऐसा चस्का लगा था कि वह दो दिन भी चुदे नहीं रह पाती।
ऐसे ही जब वह अपने चचेरे भाई की शादी में कानपुर गई तो दो दिन तो उसने जैसे तैसे अपनी चुत को बहलाते हुए गुज़ारे लेकिन तीसरे दिन मासूम सी दिखने वाली दुबली पतली कामिनी की चुत की आग ऐसी भड़की कि भरी पूरी शादी में मैरेज हाल की छत पर दो लड़कों से घाघरा उठा कर चुदवा ली।
अंकल ने अपना 8 इंच का लपलपाता हुआ लण्ड बाहर निकाल लिया। अम्मी को इतना जोश चढ़ चुका था कि अंकल ज्यों ही पीठ के बल लेटे, अम्मी ने उनके खड़े लण्ड को अपनी चूत में फंसा दिया और धक्का मारने लगीं।
मैं अम्मी के पीछे जाकर उनकी चिरी हुई चूत में अंकल के फंसे हुए लण्ड को देखने लगी।
क्या गज़ब का नजारा था। मैं बुर लण्ड के संधिस्थल को चाटने लगी। मेरी बुर फिर से पनियाने लगी थी। अम्मी ने उछल-उछल कर खूब चुदवाया। अब अम्मी पीठ के बल लेट गईं और अंकल ने सामने से अपना लण्ड घुसा दिया और जोर-जोर से चोदने लगे।
थोड़ी देर बाद उनका पानी निकल गया। उस रात को अंकल ने मुझे तीन बार और अम्मी ने जबरन दो बार चूत चुदवाई।
रात के तीन बजे हम लोग सो गए।
फिर धीरे-धीरे हम चारों एक साथ इस खेल को खेलने लगे थे। अम्मी के कहने पर जय ने इस गैंग-बैंग में अपनी पत्नी आयशा को भी शामिल कर लिया था, वो आयशा को अपने साथ हमारे घर लाते और तीन गर्म बदनों के साथ खेलते।
अब इससे आगे की कहानी मेरी यानी शाज़िया की ज़ुबानी सुनिए
मैं शादीशुदा थी इस लिए घर में सबसे छुपकर चुद रही थी लेकिन मेरी बेटी बाहर जाती थी, इस चक्कर में वह बाहर लड़कों से चुदने लगी, गली मोहल्ले के आवारा लड़को के बीच बेटी को बिगड़ती देख मैंने उसको दिल्ली के एक होस्टल में भेज दिया। इससे मुझे भी आज़ादी थी लेकिन एक ही हफ्ते में उसकी हॉस्टल में सीनियर लड़कों के साथ चुदाई की ख़बरें मुझे मिलने लगी।
होली पर उसको सीनियर लड़कों ने शराब पिलाकर जमकर पेला था। सोने पे सुहागा यह था कि उसकी रूमी कामिनी भी बित्ता भर की होकर एक नंबर की आवारा लड़की थी, अमीर घर के लाड़ प्यार की बिगड़ी हुई एक पार्टी एनिमल थी।
हालांकि गलती मेरी ही थी, अपनी चुदाई की आग को ठंडा करने के चक्कर में मैंने अपनी मासूम बेटी फ़ातिमा को भी इस धंधे में उतार दिया था।
देखते ही देखते कॉलेज का हर एक लड़का उसका दीवाना हो गया था।
जब उसने एक रात अपनी सहेली कामिनी के साथ जाकर बॉयज होस्टल में चुदाई करवाई तो मेरे पास इस बात की कंप्लेंट आ गई, उन दोनों को कॉलेज से निकाल दिया गया। उसने मुझे डरते हुए कॉल किया, मैं पहुँच गई, मेरी बेटी और उसकी सहेली कामिनी चुत के चक्कर में निकाली गई थी।
मैंने उसके कॉलेज के प्रिंसीपल को अपनी एक रात देकर ही वापस दाखिला करवा दिया।वार्डन और बाकी स्टाफ को गालियाँ दिलवाई सो अलग!
माँ थीं इतना तो कर ही सकती थी। मैनेजमेंट के सामने उन दोनों को सिर्फ वार्निंग देकर छोड़ दिया गया।
इसी दौरान एक बुरी खबर मिली कि मेरी बेटी की सहेली कामिनी के डैडी ने शेयर मार्किट में पैसा डूब जाने की वजह से आत्महत्या कर ली थी लेकिन उनकी मौत के चार महीने के बाद ही उसकी मम्मी शशी ने अपने कॉलेज के दोस्त कुणाल से शादी कर ली थी लेकिन कुणाल ने शशी की बेटी कामिनी को अपनी बेटी नहीं माना।
शशी जिसको बाप बेटी का प्यार समझती रही वो असल में उन दोनों के बीच एक पर्दा भर ही था, मौक़ा देखकर कुणाल ने कामिनी को चोदना शुरू कर दिया।
देखते ही देखते कामिनी देसी लोलिता बन गई।
कामिनी मासूम थी, वह अपने पापा के प्यार में ऐसी फंसी कि पापा की ख़ुशी के लिए, एक पार्टी में मिले उनके बॉस से भी चुत चुदवा ली दुगनी उम्र के बॉस ने उसको पापा के सामने ही कार में और हाईवे पर ज़बरदस्त तरीके से चोदा।
लेकिन कहते हैं कि अगर कोई लड़की कच्ची उम्र में चुदवा लेती है तो फिर उसकी जवानी किसी एक से नहीं सम्हालती है, कामिनी को नए नए लंड से चुदाई का ऐसा चस्का लगा था कि वह दो दिन भी चुदे नहीं रह पाती।
ऐसे ही जब वह अपने चचेरे भाई की शादी में कानपुर गई तो दो दिन तो उसने जैसे तैसे अपनी चुत को बहलाते हुए गुज़ारे लेकिन तीसरे दिन मासूम सी दिखने वाली दुबली पतली कामिनी की चुत की आग ऐसी भड़की कि भरी पूरी शादी में मैरेज हाल की छत पर दो लड़कों से घाघरा उठा कर चुदवा ली।