hotaks444
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बरसात की हसीन रात
मैं मुंबई का रहने वाला हूँ, उम्र 27 वर्ष, एक प्राइवेट कंपनी में काम करता हूँ।
यह उन दिनों की बात है जब मैं किसी दूसरी कंपनी में काम करता था, वहाँ एक लड़की थी शीला (बदला हुआ नाम)
उसका बॉयफ्रेंड था, पर पता नहीं क्यों वो उसको समय दे नहीं रहा था, पर सच कहूँ दोस्तो, वो इतनी खूबसूरत है कि उससे दूर रहने वाला पागल होगा। वो गोरी और थोड़ी सी मोटी थी, पर बदन की आकृति बना कर रखी हुई थी। मुझे वैसी लड़कियाँ और औरतें बहुत पसंद हैं।
बरसात के दिन थे, मैं रोज उसको छोड़ने घर तक जाता था, उसके यहाँ एक गार्डन था वहाँ पर हम बैठा करते थे।
फ़िर थोड़े दिन बाद उसको मेरा साथ अच्छा लगने लगा, हम थोड़ा करीब आने लगे या यों कहिए कि हम कुछ ज्यादा नजदीक आ रहे थे। मैं उसके ड्रेस में ऊपर से हाथ डाल कर उसके स्तन दबाता था, कभी उसकी पैंट में हाथ डाल कर नीचे उंगली डाल कर उसको शांत करता था। सच कहूँ दोस्तो, वो इतनी गर्म है कि क्या बताऊँ और हमारे बीच ये नजदीकियाँ कैसे आई हम दोनों को भी पता नहीं चला।
हमेशा की तरह एक दिन मैं उसके घर से थोड़ा दूर उसको छोड़ कर जा रहा था कि उसने कहा- आज तुम मेरे घर तक आओ ना ! वहाँ पर अँधेरा होता है।
मैंने उसको उसकी बिल्डिंग के गेट के तक छोड़ा तो उसने कहा- घर चलो ! बारिश भी है ! और मॉम-डैड से मिल कर जाओ !
मैंने कहा- ठीक है।
मैं उसके साथ घर तक गया। वो चाबी से दरवाजा खोलने लगी।
मैंने कहा- घर पर कोई नहीं है क्या?
उसने कहा- हैं ! पर मेरे पास चाबी होती है।
फ़िर हम अन्दर गए, उसने मुझे बैठाया, पानी लेने अन्दर गई, बाहर आकर मुझे कहा- आज खाना खाकर जाना।
मैंने बोला- नहीं ! तेरे मॉम-डैड को पसंद नहीं आएगा।
तब उसने मुझे बताया- आज घर पर कोई नहीं है, घर वाले गाँव गए हैं, तीन दिन बाद आएँगे।
तब उसकी आँखों में मैंने पढ़ लिया कि उसने आज घर क्यों बुलाया है।
उसने कहा- आज तुम मेरे यहाँ रूक रहे हो ! अपने घर पर बता दो !
वो शुक्रवार था और शनिवार और रविवार छुट्टी होती है, मैंने फ़ोन पर घर पर बता दिया कि दोस्तों के साथ पिकनिक जा रहा हूँ। रविवार को आऊँगा।
और फ़िर बाहर जाकर मैं कोंडोम लेकर आया।
हमने खाना खाया और ऐसे ही मूवी देखने लगे। तभी कोई गर्म दृश्य शुरू हुआ तो वो मुझे देखने लगी और मेरे करीब आकर मेरी बाँहों में सर रख कर बोली- राज, आज रात मैं तुम्हारी हूँ।
मैं मुंबई का रहने वाला हूँ, उम्र 27 वर्ष, एक प्राइवेट कंपनी में काम करता हूँ।
यह उन दिनों की बात है जब मैं किसी दूसरी कंपनी में काम करता था, वहाँ एक लड़की थी शीला (बदला हुआ नाम)
उसका बॉयफ्रेंड था, पर पता नहीं क्यों वो उसको समय दे नहीं रहा था, पर सच कहूँ दोस्तो, वो इतनी खूबसूरत है कि उससे दूर रहने वाला पागल होगा। वो गोरी और थोड़ी सी मोटी थी, पर बदन की आकृति बना कर रखी हुई थी। मुझे वैसी लड़कियाँ और औरतें बहुत पसंद हैं।
बरसात के दिन थे, मैं रोज उसको छोड़ने घर तक जाता था, उसके यहाँ एक गार्डन था वहाँ पर हम बैठा करते थे।
फ़िर थोड़े दिन बाद उसको मेरा साथ अच्छा लगने लगा, हम थोड़ा करीब आने लगे या यों कहिए कि हम कुछ ज्यादा नजदीक आ रहे थे। मैं उसके ड्रेस में ऊपर से हाथ डाल कर उसके स्तन दबाता था, कभी उसकी पैंट में हाथ डाल कर नीचे उंगली डाल कर उसको शांत करता था। सच कहूँ दोस्तो, वो इतनी गर्म है कि क्या बताऊँ और हमारे बीच ये नजदीकियाँ कैसे आई हम दोनों को भी पता नहीं चला।
हमेशा की तरह एक दिन मैं उसके घर से थोड़ा दूर उसको छोड़ कर जा रहा था कि उसने कहा- आज तुम मेरे घर तक आओ ना ! वहाँ पर अँधेरा होता है।
मैंने उसको उसकी बिल्डिंग के गेट के तक छोड़ा तो उसने कहा- घर चलो ! बारिश भी है ! और मॉम-डैड से मिल कर जाओ !
मैंने कहा- ठीक है।
मैं उसके साथ घर तक गया। वो चाबी से दरवाजा खोलने लगी।
मैंने कहा- घर पर कोई नहीं है क्या?
उसने कहा- हैं ! पर मेरे पास चाबी होती है।
फ़िर हम अन्दर गए, उसने मुझे बैठाया, पानी लेने अन्दर गई, बाहर आकर मुझे कहा- आज खाना खाकर जाना।
मैंने बोला- नहीं ! तेरे मॉम-डैड को पसंद नहीं आएगा।
तब उसने मुझे बताया- आज घर पर कोई नहीं है, घर वाले गाँव गए हैं, तीन दिन बाद आएँगे।
तब उसकी आँखों में मैंने पढ़ लिया कि उसने आज घर क्यों बुलाया है।
उसने कहा- आज तुम मेरे यहाँ रूक रहे हो ! अपने घर पर बता दो !
वो शुक्रवार था और शनिवार और रविवार छुट्टी होती है, मैंने फ़ोन पर घर पर बता दिया कि दोस्तों के साथ पिकनिक जा रहा हूँ। रविवार को आऊँगा।
और फ़िर बाहर जाकर मैं कोंडोम लेकर आया।
हमने खाना खाया और ऐसे ही मूवी देखने लगे। तभी कोई गर्म दृश्य शुरू हुआ तो वो मुझे देखने लगी और मेरे करीब आकर मेरी बाँहों में सर रख कर बोली- राज, आज रात मैं तुम्हारी हूँ।