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- Dec 5, 2013
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राज चुप रहा।
"तुम कभी मेरे भाई से मिले हो ?"
"नहीं ।" - राज कठिन स्वर से बोला ।
"इसीलिये तुम्हें इन लोगों पर विश्वास है। इसलिये भी कि उनमें से दो तुम्हारे देश के हैं। लेकिन अगर तुम मेरे भाई से मिले होते तो तुम इस बारे में सोचते भी नहीं कि मेरा भाई गद्दार हो सकता है।"
"लेकिन हकीकत सामने है । फ्रेडरिक की फूटी आंख, उसके कन्धे से उखाड़ दी गयी बांह और रोशनी का क्षत-विक्षत शरीर इस बात का सबूत है कि जो ये लोग कहते हैं, वह सच है।"
"कहीं कोई गड़बड़ जरूर है ।" - मारिट दृढ स्वर से बोली - "अब ये लोग चाहते क्या हैं ?"
“जार्ज को खोज निकालना । और सच पूछो तो ये लोग तुम्हारे भाई को खोज निकालने में तुम्हारी मदद चाहते हैं।"
"ये एक ऐसे आदमी को खोज निकालना चाहते हैं जो छ: महीने पहले मर चुका है ।" "ऐसा ही समझ लो।" "कैसे खोजेंगे ये मेरे भाई को ?"
"तुम्हारे भाई का डेनवर के पास कोई टापू है ?" "तुम्हें कैसे मालूम ?" - मारिट हैरानी से बोली ।
"सवाल मत करो | मेरे सवाल का जवाब दो ।"
"हां है ।"
"तुम्हें मालूम है, वह टापू कहां है ?"
"मालूम है । अपने भाई की मृत्यु के बाद अब उस टापू की स्वामिनी मैं हूं।"
"तुम्हें हम लोगों को उस टापू तक ले जाना है।" “और आप लोग समझते हैं कि मेरा भाई वहां छुपा हुआ है ?"
"मुझे नहीं मालूम लेकिन बाहर बैठे लोगों को विश्वास है कि तुम्हारा भाई तुम्हें मुक्त कराने के लिये उनके पीछे जरूर आयेगा ।"
“कब्र में से उठकर ।" - मार्गरेट व्यंग्यपूर्ण स्वर में बोली।
राज चुप रहा।
"अगर मैं उन्हें उस टापू तक न ले जाऊं तो?"
"तुम समझदार लड़की हो । मुझे विश्वास है तुम ऐसी कोई जिद नहीं करोगी । तुमने जान फ्रेडरिक की दाई आंख पर चढा पैच देखा है ?
तुमने उस बेचारे का दायां कन्धा देखा है जहां से एक समूची बांह उखाड़ ली गयी है ? क्या तुम चाहोगी कि वे लोग तेज धार वाले चाकू से तुम्हारी भी आंखें निकाल लें या तुम्हारी बांह तुम्हारे कन्धे से उखाड़ दें । क्या तुम यह भीषण यातना बरदाश्त कर सकती हो?"
मार्गरेट का चेहरा राख की तरह सफेद हो गया ।
"तुम्हारी सूरत बता रही है, तुममें इतनी हिम्मत नहीं । इस हालत में तुम्हारे लिये यही अच्छा है कि जो वे चाहते हैं तुम करो । तुम इन लोगों को उस टापू तक ले जाओ । बदले में मैं तुमसे वादा करता हूं कि ये तुम्हें किसी प्रकार की शारीरिक हानि नहीं पहुंचायेंगे । वैसे भी अगर तुम्हें
विश्वास है कि तुम्हारा भाई मर चुका है तो तुम्हें इन लोगों को टाप तक ले जाने से कोई नकसान नहीं पहुंचने वाला है । मरे हुये आदमी को ये लोग दुबारा नहीं मार सकते ।" "अगर मेरा भाई जिन्दा है" - मारिट एक-एक शब्द पर जोर देती हुई बोली - "तो उस टापू पर इन लोगों की खैर नहीं । उस टापू का चप्पा चप्पा जार्ज का जाना-पहचाना है । वह इन लोगों को भूनकर रख देगा और इन्हें खबर भी नहीं होगी । वैसे सम्भव यह भी है कि वे खुद ही परलोक सिधार जायें |"
"क्या मतलब?"
"उस टापू पर साल में आठ महीने धुंध छाई रहती है और वहां ऐसा भयंकर दलदल है कि अनजान आदमी का टापू पर पांव रखना खतरनाक है । इन लोगों को खबर भी नहीं होगी और कोई दलदल उन्हें निगल जायेगा ।"
राज के शरीर में सनसनी-सी दौड़ गई ।
"जार्ज और मेरे अतिरिक्त कोई नहीं जानता कि उस टापू के भयंकर दलदल कहां हैं । इन लोगों का उस टापू पर कदम रखना ही अपनी मौत को बुलाना देना है।"
"यानी कि तुम इन लोगों को टापूतक ले जाने के लिये तैयार हो?" - राज बोला ।
मार्गरेट एक क्षण हिचकिचाई फिर उसने धीरे से सहमतिसूचक ढंग से सिर हिला दिया ।
दिन ढल चुका था।
जान फ्रेडरिक, अनिल साहनी, रोशनी, राज और मारिट चुपचाप हावर्ड के काटेज के बाहरी कमरे में बैठे थे । वे लोग गहन अन्धकार छा जाने की प्रतीक्षा कर रहे थे।
हावर्ड पिछवाड़े के बैडरूम में पड़ा था । एक पलंग की चादर फाड़कर रस्सी बना ली गई थी
और उसी से उसके हाथ-पांव और मुंह बांध दिये गये थे।
जब काफी अन्धेरा हो गया तो राज अपने स्थान से उठ खड़ा हुआ । उसने प्रश्नसूचक नेत्रों
से जान फ्रेडरिक की ओर देखा ।
जान फ्रेडरिक ने सहमतिसूचक ढंग से सिर हिला दिया।
"चलो ।" - राज मार्गरेट के समीप पहुंचकर उसकी बांह थामता हुआ बोला | मार्गरेट चुपचाप उठ खड़ी हुई।
दोनों काटेज के पिछवाड़े में आ गये ।
"तुम कभी मेरे भाई से मिले हो ?"
"नहीं ।" - राज कठिन स्वर से बोला ।
"इसीलिये तुम्हें इन लोगों पर विश्वास है। इसलिये भी कि उनमें से दो तुम्हारे देश के हैं। लेकिन अगर तुम मेरे भाई से मिले होते तो तुम इस बारे में सोचते भी नहीं कि मेरा भाई गद्दार हो सकता है।"
"लेकिन हकीकत सामने है । फ्रेडरिक की फूटी आंख, उसके कन्धे से उखाड़ दी गयी बांह और रोशनी का क्षत-विक्षत शरीर इस बात का सबूत है कि जो ये लोग कहते हैं, वह सच है।"
"कहीं कोई गड़बड़ जरूर है ।" - मारिट दृढ स्वर से बोली - "अब ये लोग चाहते क्या हैं ?"
“जार्ज को खोज निकालना । और सच पूछो तो ये लोग तुम्हारे भाई को खोज निकालने में तुम्हारी मदद चाहते हैं।"
"ये एक ऐसे आदमी को खोज निकालना चाहते हैं जो छ: महीने पहले मर चुका है ।" "ऐसा ही समझ लो।" "कैसे खोजेंगे ये मेरे भाई को ?"
"तुम्हारे भाई का डेनवर के पास कोई टापू है ?" "तुम्हें कैसे मालूम ?" - मारिट हैरानी से बोली ।
"सवाल मत करो | मेरे सवाल का जवाब दो ।"
"हां है ।"
"तुम्हें मालूम है, वह टापू कहां है ?"
"मालूम है । अपने भाई की मृत्यु के बाद अब उस टापू की स्वामिनी मैं हूं।"
"तुम्हें हम लोगों को उस टापू तक ले जाना है।" “और आप लोग समझते हैं कि मेरा भाई वहां छुपा हुआ है ?"
"मुझे नहीं मालूम लेकिन बाहर बैठे लोगों को विश्वास है कि तुम्हारा भाई तुम्हें मुक्त कराने के लिये उनके पीछे जरूर आयेगा ।"
“कब्र में से उठकर ।" - मार्गरेट व्यंग्यपूर्ण स्वर में बोली।
राज चुप रहा।
"अगर मैं उन्हें उस टापू तक न ले जाऊं तो?"
"तुम समझदार लड़की हो । मुझे विश्वास है तुम ऐसी कोई जिद नहीं करोगी । तुमने जान फ्रेडरिक की दाई आंख पर चढा पैच देखा है ?
तुमने उस बेचारे का दायां कन्धा देखा है जहां से एक समूची बांह उखाड़ ली गयी है ? क्या तुम चाहोगी कि वे लोग तेज धार वाले चाकू से तुम्हारी भी आंखें निकाल लें या तुम्हारी बांह तुम्हारे कन्धे से उखाड़ दें । क्या तुम यह भीषण यातना बरदाश्त कर सकती हो?"
मार्गरेट का चेहरा राख की तरह सफेद हो गया ।
"तुम्हारी सूरत बता रही है, तुममें इतनी हिम्मत नहीं । इस हालत में तुम्हारे लिये यही अच्छा है कि जो वे चाहते हैं तुम करो । तुम इन लोगों को उस टापू तक ले जाओ । बदले में मैं तुमसे वादा करता हूं कि ये तुम्हें किसी प्रकार की शारीरिक हानि नहीं पहुंचायेंगे । वैसे भी अगर तुम्हें
विश्वास है कि तुम्हारा भाई मर चुका है तो तुम्हें इन लोगों को टाप तक ले जाने से कोई नकसान नहीं पहुंचने वाला है । मरे हुये आदमी को ये लोग दुबारा नहीं मार सकते ।" "अगर मेरा भाई जिन्दा है" - मारिट एक-एक शब्द पर जोर देती हुई बोली - "तो उस टापू पर इन लोगों की खैर नहीं । उस टापू का चप्पा चप्पा जार्ज का जाना-पहचाना है । वह इन लोगों को भूनकर रख देगा और इन्हें खबर भी नहीं होगी । वैसे सम्भव यह भी है कि वे खुद ही परलोक सिधार जायें |"
"क्या मतलब?"
"उस टापू पर साल में आठ महीने धुंध छाई रहती है और वहां ऐसा भयंकर दलदल है कि अनजान आदमी का टापू पर पांव रखना खतरनाक है । इन लोगों को खबर भी नहीं होगी और कोई दलदल उन्हें निगल जायेगा ।"
राज के शरीर में सनसनी-सी दौड़ गई ।
"जार्ज और मेरे अतिरिक्त कोई नहीं जानता कि उस टापू के भयंकर दलदल कहां हैं । इन लोगों का उस टापू पर कदम रखना ही अपनी मौत को बुलाना देना है।"
"यानी कि तुम इन लोगों को टापूतक ले जाने के लिये तैयार हो?" - राज बोला ।
मार्गरेट एक क्षण हिचकिचाई फिर उसने धीरे से सहमतिसूचक ढंग से सिर हिला दिया ।
दिन ढल चुका था।
जान फ्रेडरिक, अनिल साहनी, रोशनी, राज और मारिट चुपचाप हावर्ड के काटेज के बाहरी कमरे में बैठे थे । वे लोग गहन अन्धकार छा जाने की प्रतीक्षा कर रहे थे।
हावर्ड पिछवाड़े के बैडरूम में पड़ा था । एक पलंग की चादर फाड़कर रस्सी बना ली गई थी
और उसी से उसके हाथ-पांव और मुंह बांध दिये गये थे।
जब काफी अन्धेरा हो गया तो राज अपने स्थान से उठ खड़ा हुआ । उसने प्रश्नसूचक नेत्रों
से जान फ्रेडरिक की ओर देखा ।
जान फ्रेडरिक ने सहमतिसूचक ढंग से सिर हिला दिया।
"चलो ।" - राज मार्गरेट के समीप पहुंचकर उसकी बांह थामता हुआ बोला | मार्गरेट चुपचाप उठ खड़ी हुई।
दोनों काटेज के पिछवाड़े में आ गये ।