desiaks
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फ्लॅशबॅक............
पोपटलाल रीता के गेट पे खड़ा था...और रीता दरवाजे के पास उसके सामने खड़ी थी..उस वक़्त उसने एक लोंग वाइट शर्ट पहनी थी...जिसमे से उसकी नीचे की टाँगे सॉफ दिखाई दे रही थी....
पोपट लाल ज़बरदस्ती अंदर घुस जाता है....
रीता :- पोपटलाल ये क्या बदतमीज़ी है..बाहर निकलो मेरे घर से..
पोपटलाल :- हंसता हुआ...क्यूँ .... और सोफे पे बैठ जाता है...
रीता :- देखो तुम जाते हो कि नही...
नही तो में तुम्हे तुम्हारे छाते से तुम्हारा सर फोड़ दूँगी.....और उसे भी तोड़ दूँगी....
पोपटलाल को अपने छाते की बात सुन के बहुत गुस्सा आता है...
वो उठ के खड़ा हो जाता है....और दरवाजे की तरफ चल देता है....
रीता उससे ही देखे जा रही थी...
पोपटलाल दरवाजे के पास पहुँचता है...और धदमम्म्ममममम.....
रीता :- ये क्या बदतमीज़ी है....दरवाजा क्यूँ बंद कर दिया...
पोपटलाल :- दरवाजा इसलिए बंद किया है..ताकि तेरी आवाज़ बाहर ना जा सके...
रीता पोपटलाल की ये बात सुन के घबरा जाती है.....
रीता :- क्कक्या.आ.आ....मत..लब...है..तुम्हारा..
पोपटलाल :- अभी बता ता हूँ...क्या मतलब है मेरा.....
और वो रीता की तरफ बढ़ने लगता है...
रीता काफ़ी घबरा जाती है....और वो पीछे होने लगती है...
पोपटलाल की आँखों में गुस्सा और वासना दोनो देख रही थी वो..
रीता :- देखो तुम आगे मत आओ..नही तो में चिल्लाउंगी....
पोपटलाल :- तो चिल्लाओ....कोई नही सुनेगा..इतनी रात को...
रीता काफ़ी घबरा जाती है..वो धीरे धीरे पीछे होने लगती है..और पोपटलाल आगे बढ़ने लगता है...
तभी रीता मूड के कमरे में भागने लगती है....तभी ..
तभी उसके मूँह सी...अहह...
ये आवाज़ उसके मुँह से इसलिए निकलती है..क्यूँ कि जब वो पीछे मूड के भागने लगती है...तो पोपटलाल रीता की शर्ट के कॉलर में अपने छाते को फसा देता है और उसे अपनी खींचता है.....जिसके कारण रीता का गला दब जाता है...इसलिए उसके मुँह से ऐसे आवाज़ निकल जाती है....
पोपटलाल :- कहाँ भाग रही है...ब्रेकिंग न्यूज़....
पोपटलाल रीता को खीच कर अपने पास ले आता है...
अब छाते की पकड़ ढीली हो गई थी...इसलिए रीता को कुछ आराम था....उसकी साँसें उखड़ गई थी...
रीता :- तुम मुझे क्या करने आए हो....
पोपटलाल :- तुझे मारने नही ....
बल्कि...
तेरी मारने आया हूँ....और हँसने लगता है....
रीता पोपटलाल की गिरफ़्त से भागने लगती है...लेकिन छाते की पकड़ ढीली हुई थी...छाता हटाया नही था पोपटलाल ने....रीता थोड़ी सी ही आगे जा पाती है.....
पोपटलाल :- हंसता हुआ....कहाँ जाएगी बच के...आज तो तुझे अच्छे से ब्रेक करूँगा....
रीता के पसीने छूटने लगते हैं....वो सोच नही पा रही थी कि क्या करे...
पोपटलाल अब अपना छाता हटा लेता है..और रीता को आज़ाद कर देता है...
रीता एक बार को समझ नही पाती कि ऐसा क्यूँ किया..लेकिन अगले ही पल..उसकी एक चीख कमरे में फैल जाती है...
अहह
नूऊऊओ...ओह.......
जी हाँ पोपटलाल पीछे से रीता की चूत को अपने हाथ से पकड़ के बुरी तरह दबा देता है.....
रीता :- पोपटलाल छोड़ो क्या कर रहे हो ये...
पोपटलाल :- अरे मेरी रानी अभी तो शुरू ही किया है...आगे आगे देख होता है क्या.....
रीता :- नही......अहह...ओह्ह्ह..प्लस्सस्स..
मा..त्त.....का...रूओ.......
पोपटलाल बुरी तरह से चूत को मसल रहा था पैंटी के उपर से......
कुछ देर ऐसे ही खड़े खड़े रीता की चूत को मसलने के बाद....पोपटलाल रीता को सोफे पे धकेल देता है...
रीता सीधे जाके ... सोफे से टकराती है..
रीता :- आह....पोपटलाल प्लस्सस छोड़ दो..आहह..
सोफे से टकराने के बाद उसे थोड़ा सा दर्द होता है....
रीता उल्टी सोफे पे चिपक जाती है..पोपटलाल ठीक उसके पीछे ही खड़ा था...
पोपटलाल रीता की हालत को नज़र अंदाज़ करता है...और अपनी पैंट खोल देता है....
नीचे से नग्न हो जाता है..उसका लंबा.लेकिन उसी की तरह पतला सा लंड बाहर आ जाता है...और अपने लंड को हाथ में पकड़ लेता है..
पोपटलाल :- हंसता हुआ.....आज ये तेरी अच्छे से मालिश करेगा....
रीता घबराती हुई..पीछे मूड के देखती है...तो उसके सामने पोपटलाल का लंड आ जाता है..जो काफ़ी लंबा था...वो फ़ौरन अपना मुँह सोफे पे छुपा लेती है...
रीता :- छी...पोपटलाल जो तुम कर रहे हो..वो ठीक नही है...इसका अंजाम तुम्हे भुगतना पड़ेगा..
पोपटलाल :- हंसता हुआ.....ज़्यादा रिपोर्टिंग मत कर मेरे सामने..नही तो तेरी चूत का कीमा बना दूँगा आज...
वैसे भी...आज तो तेरी चूत का कीमा बनना ही है...तू जो मर्ज़ी बोल ले...हहेहेहहे.....