desiaks
Administrator
- Joined
- Aug 28, 2015
- Messages
- 24,893
दो पल बीते कि कमला रानी का रूप परिवर्तित होने लगा। देखते ही देखते वहां बुढ़िया के बदले नगीना खड़ी थी।
सच में तू खूबसूरत है।”
“मैं या नगीना?”
नगीना के बारे में ही कह रही हूं।” । कमला रानी कुएं के पास पहुंची और नीचे झांका ।
नीचे कमर-भर पानी में जगमोहन और सोहनलाल दिखे। वो ऊपर ही देख रहे थे।
“भाभी।” तभी कुएं के भीतर फंसा जगमोहन कह उठा–“तुम यहां...।” ।
। “हां मेरे प्यारे देवर, मैं यहां ।” कमला रानी हंसी-“कुएं में तू कितना अच्छा लग रहा है और गुलचंद भी।” ।
ये भाभी का बहरूप है।” सोहनलाल ने कहा। कमला रानी वहां से हटी और भौरी से बोली। चलें अब।” कहकर वे कार की तरफ बढ़ीं।
कार की क्या जरूरत है। मैं तेरे को वैसे ही, पलों में मुम्बई पहुंचा देती हूं।” भौरी बोली।
ओह, मैं तो भूल ही गई थी।” कमला रानी ठिठकी। अगले ही पल देखते ही देखते कमला रानी का शरीर छोटा हुआ और नजरों से ओझल हो गया।
अब वहां कोई भी नहीं था। जगमोहन और सोहनलाल कुएं के भीतर फंसे पड़े थे।
देवराज चौहान ड्राइंग रूम में टहल रहा था। चेहरे पर गम्भीरता थी।
जगमोहन बना मखानी सोफा चेयर पर खामोशी से बैठा था।
काफी देर से उनके बीच खामोशी थी। शाम के छः बजने जा रहे थे।
“सोहनलाल अभी तक नहीं लौटा।” जगमोहन कह उठा–“अब मुझे पूरा विश्वास है कि वो मुसीबत में फंस चुका है।”
देवराज चौहान ने जगमोहन को देखा, कहा कुछ नहीं। टहलता रहा।
तुम चुप क्यों हो, कुछ तो बोलो।” जगमोहन ने झल्लाकर कहा।
क्या कहूं, मेरे पास कहने को कुछ भी नहीं है। जथूरा एक-एक करके सबको गायब करता जा रहा है।” देवराज चौहान ने ठिठककर होंठ भींचते हुए कहा-“हैरानी की बात है कि बांके और रुस्तम को बंगले से ही गायब कर दिया। ये बात स्पष्ट है कि जथूरा की पहुंच बंगले के भीतर तक है और हम सुरक्षित नहीं हैं।”
“बचाव में भी कुछ नहीं कर सकते।” जगमोहन ने गहरी सांस ली।
“पहले पता तो चले कि किस चीज से बचाव करना है।” देवराज चौहान ने कड़वे स्वर में कहा-“अंजानी ताकतों से हम मुकाबला नहीं कर सकते। हम सब साधारण इंसान हैं और जथूरा पूर्वजन्म में ताकत रखता है। उसके पास विद्या है। तुम भूले नहीं होंगे कि पूर्वजन्म में क्या-क्या होता है। हम वहां पर बेबस से हो जाते हैं।”
“इतने भी बेबस नहीं होते, जितना कि तुम कह रहे हो। हम वहां के हालातों का मुकाबला करते हैं।”
फिर भी, पूर्वजन्म में हमारे लिए कठिनाइयां हैं।”
क्या हम पूर्वजन्म में जाएंगे?” पूछा जगमोहन ने।
सच में तू खूबसूरत है।”
“मैं या नगीना?”
नगीना के बारे में ही कह रही हूं।” । कमला रानी कुएं के पास पहुंची और नीचे झांका ।
नीचे कमर-भर पानी में जगमोहन और सोहनलाल दिखे। वो ऊपर ही देख रहे थे।
“भाभी।” तभी कुएं के भीतर फंसा जगमोहन कह उठा–“तुम यहां...।” ।
। “हां मेरे प्यारे देवर, मैं यहां ।” कमला रानी हंसी-“कुएं में तू कितना अच्छा लग रहा है और गुलचंद भी।” ।
ये भाभी का बहरूप है।” सोहनलाल ने कहा। कमला रानी वहां से हटी और भौरी से बोली। चलें अब।” कहकर वे कार की तरफ बढ़ीं।
कार की क्या जरूरत है। मैं तेरे को वैसे ही, पलों में मुम्बई पहुंचा देती हूं।” भौरी बोली।
ओह, मैं तो भूल ही गई थी।” कमला रानी ठिठकी। अगले ही पल देखते ही देखते कमला रानी का शरीर छोटा हुआ और नजरों से ओझल हो गया।
अब वहां कोई भी नहीं था। जगमोहन और सोहनलाल कुएं के भीतर फंसे पड़े थे।
देवराज चौहान ड्राइंग रूम में टहल रहा था। चेहरे पर गम्भीरता थी।
जगमोहन बना मखानी सोफा चेयर पर खामोशी से बैठा था।
काफी देर से उनके बीच खामोशी थी। शाम के छः बजने जा रहे थे।
“सोहनलाल अभी तक नहीं लौटा।” जगमोहन कह उठा–“अब मुझे पूरा विश्वास है कि वो मुसीबत में फंस चुका है।”
देवराज चौहान ने जगमोहन को देखा, कहा कुछ नहीं। टहलता रहा।
तुम चुप क्यों हो, कुछ तो बोलो।” जगमोहन ने झल्लाकर कहा।
क्या कहूं, मेरे पास कहने को कुछ भी नहीं है। जथूरा एक-एक करके सबको गायब करता जा रहा है।” देवराज चौहान ने ठिठककर होंठ भींचते हुए कहा-“हैरानी की बात है कि बांके और रुस्तम को बंगले से ही गायब कर दिया। ये बात स्पष्ट है कि जथूरा की पहुंच बंगले के भीतर तक है और हम सुरक्षित नहीं हैं।”
“बचाव में भी कुछ नहीं कर सकते।” जगमोहन ने गहरी सांस ली।
“पहले पता तो चले कि किस चीज से बचाव करना है।” देवराज चौहान ने कड़वे स्वर में कहा-“अंजानी ताकतों से हम मुकाबला नहीं कर सकते। हम सब साधारण इंसान हैं और जथूरा पूर्वजन्म में ताकत रखता है। उसके पास विद्या है। तुम भूले नहीं होंगे कि पूर्वजन्म में क्या-क्या होता है। हम वहां पर बेबस से हो जाते हैं।”
“इतने भी बेबस नहीं होते, जितना कि तुम कह रहे हो। हम वहां के हालातों का मुकाबला करते हैं।”
फिर भी, पूर्वजन्म में हमारे लिए कठिनाइयां हैं।”
क्या हम पूर्वजन्म में जाएंगे?” पूछा जगमोहन ने।