desiaks
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"रेशु..में यहाँ बाथरूम में हूँ..और प्लीज में बाहर ही आ रही हू..तो प्लीज बाथरूम में झाँकना मत..."
मम्मी सच में बड़ी बोल्ड हो रही थी,मतलब साफ़ था की वो मुझे अच्छे से समझ रही थी और मोम की बात सुन के में हंसपडा फिर मोम कुछ ही देर में बाहर आई और में सोच रहा था की वो बाहर आ के साड़ी पहनेगी पर वो साड़ी चेंज कर के ही आयी..और इससे पहले की कोई बात हो पापा का कॉल आ गया और मोम उनसे बात करने लगी. मोम ने रात को भी डार्क साड़ी पहनी थी..वो सच में डार्क सारीस में अच्छी लगती थी..मुझे तभी आईडिया आया और में मोम के पास चला गया..मोम नैचुरली आईने के सामने खड़ी हो के बात कर रही थी.और में मोम के पास गया और मोम ने फिर से मुझे आईने में देखा और समझ गयी की में कुछ करनेवाला हूं..और मैंने इतने में मोम के दोनों कन्धो पे अपने हाथ रख दिए और मालिश कर रहा हूँ ऐसे दोनों कन्धो को गोल गोल मसलने लगा. मोम की बात लम्बी चलनेवाली थी क्यूँकि पापा इंटरेस्टिंग मेडिकल केस डिस्कुस करना चाहते थे और मोम सुन रही थी. फिर मैंने मोम के लेफ्ट कंधे से ब्लाउज को निचे तक उतारा और उनके कंधे को चूमने लगा..बिना आवाज़ किये में चूम रहा था और मोम ने मुझे हटाने के लिए कन्धा घूमा रही थी और हटा रही थी..मैने आईने में मोम की और देखा और मुस्कराया..और मोम ने प्लीज का इशारा किया. तो मैंने मोम के कंधे को छोड़ा और मोम ने फिर से अपना ब्लाउज ठीक कर दिया और मैंने कंधे से हाथ हटा के मोम की गांड पे रख दिए और मोम की गांड को दबाया भी..मोम शॉक हो गयी और जैसे ही मैंने गांड को दबाया तो मोम हलकी सी उंची हो गयी और मेरी और देखने लगी..और में उनसे नजर चुराते हुए हलके से निचे हो गया और निचे बैठ गया, मोम अब आईने से हटणा चाहती थी पर मैंने मोम की गांड को पकड़ के रक्खा और अपना मुँह मोम की चुत के पास रख दिया. ऐसे ही में मुँह मार रहा था और एक दो बार मोम के मुँह से आहहहह.. आवाज़ निकली..पर मोम ने संभाल लिया. मोम की साँसे तेज़ हो रही थी. फिर मैंने मोम की साड़ी उठायी और मोम की साड़ी में हाथ डाल दिया और मोम की पेन्टी तक ले गया,
मोम ने भी अपनी टांगे फैलाली, मोम भी समझ रही थी की ऐसे मुझे रोक के आवाज़ करने से अच्छा है की में जो चाहु वो करती रहे.
मैने मोम की साड़ी उठा रक्खी थी और मोम की पेन्टी हाथ में आते ही में मोम की पेन्टी पर से ही चुत को रगड़ने लगा और मोम की चुत को मसलने लगा..तब मोम ने ना चाहते हुए भी पापा को टाटा बाई बाई किया और कॉल काटते ही तुरंत फ़ोन को डेस्क पर रक्खा और डेस्क का सहारा लेके खड़ी रह गयी,उनके दोनों हाथ डेस्क पे थे और उनकी साँसे सच में तेज़ हो गयी थी..में ऐसे मोम की चुत को रगड जो रहा था फिर मैंने मोम को हल्का सा पीछे किया और खुद उठ गया, अब मोम ऐसे थी की जैसे डॉगी स्टाइल में हो और मैंने मोम की पेन्टी को दोनों हाथों से पकड़ के निकाल दिया और पेन्टी को उतार के मैंने उठ के मोम की चुत पे अपनी मिडिल फिंगर डाली और मोम की चुत को ऊपर ऊपर से सहलाने के बाद मैंने अपनी दो उंगलिया अंदर डाल दी और दो ऊँगलियाँ अंदर जाते ही मोम ने अपना सर 'आहहहहह..अहह..' करते हुए ऊपर किया और आईने में मेरी और देखने लगी. मैंने ऊंगलियों को हिलाया नहीं और मोम की पेन्टी को मैंने मोम के पास जा के मोम के नाक के पास ले गया और मोम को सुँघाया और मोम ने मस्ती में सूँघा भी..अब जब मोम मस्ती में सूँघ रही थी की मैंने झट से अपनी उंगलिओ से मोम को चोदना स्टार्ट किया और उँगलोयों से मोम की चुदाई करने लगा, मैं मोम की और था.मैने मोम को पकड़ के रक्खा था क्यूँकि वो हिलना चाहती थी पर मैंने मोम को पकड़ के रक्खा था और मोम को चोद रहा था.और आप जानते है की उंगलिओ की स्पीड ज्यादा होती हे..मोम सच में बड़ी सिड्यूस हो रही थी और ओफ़ हो रेशु..करते करते मेरी और आईने में देख रही थी और मैंने मोम की और देखा और मुस्कुराया और मोम की गांड को चूमने लगा और फिर में मोम के पीछे हो गया और मोम की चुत में अपनी तीसरी ऊंगली भी डाल दी और मोम दर्द के मारे चिल्ला उठी...यु नो.मुझे भी तीसरी ऊंगली डाल के परेशानी हो रही थी पर मोम तो दर्द के मारे उठ ही गयी पर मैंने एक दम से मोम को फिर से बिठा गया और मोम को फिंगरिंग करने लगा..और फिर मोम से रहा नहीं गया और वो झड गयी..धीरे धीरे मोम अपने पाँव फिर से जोड रही थी और मोम की चुत से रस निकाल रहा था.पर मैंने मोम के पाँव को फिर से और भी चौड़ा कर दिया और मोम की चुत को चाट्ने लगा..आहहहह बहुत मज़ा रहा था और मोम भी अब रिलीफ फील कर रही थी..उनकी साँसे अब नार्मल हो रही थी.. ऐसे में मैंने मोम के दोनों गांड चिक्स को फैला दिया और एक दम से मोम की गांड में अपनी मिडिल फिंगर डाल दी..
"रेशु..प्लीज..बाहर निकालो. मैंने अपनी ऊँगली बाहर निकालने की बजाय अंदर उंगली से खेलने लगा..और गोल गोल घुमाने लगा..ऑफ कोर्स मोम ने ये सोचा नहीं था.पर में ये सुबह से सोच के बैठा था.
मम्मी सच में बड़ी बोल्ड हो रही थी,मतलब साफ़ था की वो मुझे अच्छे से समझ रही थी और मोम की बात सुन के में हंसपडा फिर मोम कुछ ही देर में बाहर आई और में सोच रहा था की वो बाहर आ के साड़ी पहनेगी पर वो साड़ी चेंज कर के ही आयी..और इससे पहले की कोई बात हो पापा का कॉल आ गया और मोम उनसे बात करने लगी. मोम ने रात को भी डार्क साड़ी पहनी थी..वो सच में डार्क सारीस में अच्छी लगती थी..मुझे तभी आईडिया आया और में मोम के पास चला गया..मोम नैचुरली आईने के सामने खड़ी हो के बात कर रही थी.और में मोम के पास गया और मोम ने फिर से मुझे आईने में देखा और समझ गयी की में कुछ करनेवाला हूं..और मैंने इतने में मोम के दोनों कन्धो पे अपने हाथ रख दिए और मालिश कर रहा हूँ ऐसे दोनों कन्धो को गोल गोल मसलने लगा. मोम की बात लम्बी चलनेवाली थी क्यूँकि पापा इंटरेस्टिंग मेडिकल केस डिस्कुस करना चाहते थे और मोम सुन रही थी. फिर मैंने मोम के लेफ्ट कंधे से ब्लाउज को निचे तक उतारा और उनके कंधे को चूमने लगा..बिना आवाज़ किये में चूम रहा था और मोम ने मुझे हटाने के लिए कन्धा घूमा रही थी और हटा रही थी..मैने आईने में मोम की और देखा और मुस्कराया..और मोम ने प्लीज का इशारा किया. तो मैंने मोम के कंधे को छोड़ा और मोम ने फिर से अपना ब्लाउज ठीक कर दिया और मैंने कंधे से हाथ हटा के मोम की गांड पे रख दिए और मोम की गांड को दबाया भी..मोम शॉक हो गयी और जैसे ही मैंने गांड को दबाया तो मोम हलकी सी उंची हो गयी और मेरी और देखने लगी..और में उनसे नजर चुराते हुए हलके से निचे हो गया और निचे बैठ गया, मोम अब आईने से हटणा चाहती थी पर मैंने मोम की गांड को पकड़ के रक्खा और अपना मुँह मोम की चुत के पास रख दिया. ऐसे ही में मुँह मार रहा था और एक दो बार मोम के मुँह से आहहहह.. आवाज़ निकली..पर मोम ने संभाल लिया. मोम की साँसे तेज़ हो रही थी. फिर मैंने मोम की साड़ी उठायी और मोम की साड़ी में हाथ डाल दिया और मोम की पेन्टी तक ले गया,
मोम ने भी अपनी टांगे फैलाली, मोम भी समझ रही थी की ऐसे मुझे रोक के आवाज़ करने से अच्छा है की में जो चाहु वो करती रहे.
मैने मोम की साड़ी उठा रक्खी थी और मोम की पेन्टी हाथ में आते ही में मोम की पेन्टी पर से ही चुत को रगड़ने लगा और मोम की चुत को मसलने लगा..तब मोम ने ना चाहते हुए भी पापा को टाटा बाई बाई किया और कॉल काटते ही तुरंत फ़ोन को डेस्क पर रक्खा और डेस्क का सहारा लेके खड़ी रह गयी,उनके दोनों हाथ डेस्क पे थे और उनकी साँसे सच में तेज़ हो गयी थी..में ऐसे मोम की चुत को रगड जो रहा था फिर मैंने मोम को हल्का सा पीछे किया और खुद उठ गया, अब मोम ऐसे थी की जैसे डॉगी स्टाइल में हो और मैंने मोम की पेन्टी को दोनों हाथों से पकड़ के निकाल दिया और पेन्टी को उतार के मैंने उठ के मोम की चुत पे अपनी मिडिल फिंगर डाली और मोम की चुत को ऊपर ऊपर से सहलाने के बाद मैंने अपनी दो उंगलिया अंदर डाल दी और दो ऊँगलियाँ अंदर जाते ही मोम ने अपना सर 'आहहहहह..अहह..' करते हुए ऊपर किया और आईने में मेरी और देखने लगी. मैंने ऊंगलियों को हिलाया नहीं और मोम की पेन्टी को मैंने मोम के पास जा के मोम के नाक के पास ले गया और मोम को सुँघाया और मोम ने मस्ती में सूँघा भी..अब जब मोम मस्ती में सूँघ रही थी की मैंने झट से अपनी उंगलिओ से मोम को चोदना स्टार्ट किया और उँगलोयों से मोम की चुदाई करने लगा, मैं मोम की और था.मैने मोम को पकड़ के रक्खा था क्यूँकि वो हिलना चाहती थी पर मैंने मोम को पकड़ के रक्खा था और मोम को चोद रहा था.और आप जानते है की उंगलिओ की स्पीड ज्यादा होती हे..मोम सच में बड़ी सिड्यूस हो रही थी और ओफ़ हो रेशु..करते करते मेरी और आईने में देख रही थी और मैंने मोम की और देखा और मुस्कुराया और मोम की गांड को चूमने लगा और फिर में मोम के पीछे हो गया और मोम की चुत में अपनी तीसरी ऊंगली भी डाल दी और मोम दर्द के मारे चिल्ला उठी...यु नो.मुझे भी तीसरी ऊंगली डाल के परेशानी हो रही थी पर मोम तो दर्द के मारे उठ ही गयी पर मैंने एक दम से मोम को फिर से बिठा गया और मोम को फिंगरिंग करने लगा..और फिर मोम से रहा नहीं गया और वो झड गयी..धीरे धीरे मोम अपने पाँव फिर से जोड रही थी और मोम की चुत से रस निकाल रहा था.पर मैंने मोम के पाँव को फिर से और भी चौड़ा कर दिया और मोम की चुत को चाट्ने लगा..आहहहह बहुत मज़ा रहा था और मोम भी अब रिलीफ फील कर रही थी..उनकी साँसे अब नार्मल हो रही थी.. ऐसे में मैंने मोम के दोनों गांड चिक्स को फैला दिया और एक दम से मोम की गांड में अपनी मिडिल फिंगर डाल दी..
"रेशु..प्लीज..बाहर निकालो. मैंने अपनी ऊँगली बाहर निकालने की बजाय अंदर उंगली से खेलने लगा..और गोल गोल घुमाने लगा..ऑफ कोर्स मोम ने ये सोचा नहीं था.पर में ये सुबह से सोच के बैठा था.