desiaks
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पहला काम अब जो सोनाली ने किया वो ये था की वो उठ बैठी और अपनी टांगें खोल कर अपनी चूत का मुआयना करने लगी, अब चेक करने की बारी थी चूत का कितना Damage हुआ था ! उसने देखा की उसकी चूत के दोनों होंठ पूरी तरह से खुल कर अलग हो गयें थें और अंदर का गुलाबी फांक और चूत का दाना साफ दिखाई दे रहा था. चूत के किनारे किनारे और जांघों पर थोड़ा बहुत खून लगा हुआ था, थोड़ा खून नीचे बिछी नाईटी पर भी गिरा था. सोनाली ने उसी नाईटी में अपना चूत पोछ कर साफ कर लिया और फिर सुरेश के बगल में लेट गई.
" सुरेश भैया... चलो देखते हैं ये दोनों Love Birds क्या कर रहें हैं ! ". सोनाली ने सुरेश के झड़े हुए लण्ड के सुपाड़े पर अपनी उंगलीयां फेरते हुए कहा.
" बहुत गंदी लड़की हो तूम... ". सुरेश ने हांफते हुए कहा, फिर हँसने लगा. " तूम देखो... मुझे नहीं देखना ! ".
सोनाली पलंग के किनारे की ओर मुँह करके पेट के बल लेट गई, जिस तरफ नीचे ज़मीन पर उसका सगा भाई अमन नंदिनी को पेल रहा था.
अमन के शरीर के नीचे दबी चुद रही नंदिनी की नज़र जब सोनाली पर पड़ी तो वो मुस्कुरा दी, और फिर उसने अपनी आँखे बंद कर ली. अमन को तो होश ही नहीं था की उसकी सगी बहन उसे चोदते हुए देख रही है. वो तो नंदिनी की दोनों चुचियां बारी बारी से चूसते हुए उसे चोदने में मगन था !
" सुरेश भैया See ... अमन भैया आपकी बहन को नारियल तेल लगा कर चोद रहें हैं !!! ". सोनाली ने चहकते हुए कहा, जब उसे अमन और नंदिनी के बगल में Parachute Coconut Oil का डिब्बा रखा हुआ दिखा. पर सुरेश की ओर से कोई जवाब नहीं आया.
झड़ने के बावजूद अमन के लण्ड के तनाव में कोई कमी नहीं आई थी. वो जिस स्पीड से चोद रहा था, उसे पक्का यकीन था की नंदिनी की चूत से खून निकल रहा होगा, पर ये वक़्त चूत की देख रेख का नहीं था, बस आँख मूंद कर चूत मारने का था.
" सुरेश भैया... मेरे नीचे मेरी नाईटी रख दो ना, मेरा पानी गिरने वाला है ! ". सोनाली ने अपने भाई अमन और नंदिनी पर से नज़र हटाये बिना ही कहा. उन दोनों का सेक्स देख कर उसकी चूत में पानी भरने लगा था.
सुरेश ने उठ कर सोनाली की गीली गंदी हो चुकी नाईटी को उसकी जांघों के नीचे घुसेड़ दिया.
" अमन भैया... मेरे पेट में बहुत दर्द हो रहा है... लगता है कल से मेरी लड़कियों वाली प्रॉब्लम शुरू हो के रहेगी... फिर क्या करोगे अमन भैया.... आअह्हह्ह्ह्ह... मममममम.... आअह्ह्ह्हह... उफ़्फ़... मेरी चूत... आराम से चोदो ना अमन भैया... !!! ". आँखे बंद किये हुए नंदिनी पागलों की तरह बड़बड़ा रही थी.
नंदिनी की निप्पल मुँह में भरे अमन ने कुछ बोलना चाहा मगर उसके शब्द साफ नहीं निकले.
" मन भर कर चोद लो आज अमन भैया... फिर तीन दिन तक चूत देवी के दर्शन नहीं मिलने वाले ... ये तीन दिन रह लोगे ना मेरी चूत के बिना... बोलो ना अमन भैया... चोदो... खुब चोदो अभी जब चूत मिली है... पर धीरे करो ना अमन भैया... बहुत दुख रहा है.... आआह्ह्ह्हह... मममममम सससससस !!! ".
फटी आँखों से अमन और नंदिनी की चोदन लीला देखती सोनाली ने अचानक अपने गाल पर कुछ चिकना चिकना सा महसूस किया... सुरेश उसके चेहरे के सामने बैठ कर अपना आधा खड़ा लण्ड उसके गाल पर घिसते हुए मूठ मार रहा था और अब वो भी अमन और नंदिनी की रास लीला देख रहा था !!! सोनाली कुछ नहीं बोली.......
अमन ने अपने धक्को की स्पीड बढ़ा दी, और नंदिनी की चुचियां मुँह से निकाल कर अब उसे चुमने चाटने लगा. उसने नंदिनी को इतनी ज़ोर ज़ोर से चोदा की उन दोनों के नीचे बिछे तौलिए उनके नीचे से खिसक गयें थें, नारियल तेल का डिब्बा ज़मीन पर लुढक गया था और सारा तेल नीचे ज़मीन पर बिखर गया था, और दोनों अब खुली ज़मीन पर एक दूसरे से लिपटे पड़े थें. एक आखिरी धक्के से अमन की कमर नंदिनी के जांघों के बीच धंस कर थम गई, उसने 20 सेकंड रुक कर फिर से चार पाँच हल्के धक्के मारे और फिर एकदम से रुक कर नंदिनी के बदन पर पसर कर उससे लिपट गया !
सोनाली समझ गई की उसका सगा भाई नंदिनी की चूत के अंदर झड़ गया है. तभी उसने अपने गाल पर सुरेश का गरम चिपचिपा सा वीर्य गिरते हुए महसूस किया और उसकी अपनी खुद की चूत से ढ़ेर सारा पानी बलबला कर निकल पड़ा और उसके पेट के नीचे दबी नाईटी पे फ़ैल गया. उसने सुरेश के लण्ड की तरफ अपना चेहरा घुमाया तो सुरेश ने लपाक से अपना लण्ड उसकी मुँह में ठूस दिया और बाकि का माल अंदर फेंकने लगा. लण्ड के मोटे सुपाड़े ने सोनाली के छोटे से मुँह का द्वारा बंद कर दिया था, सो मजबूरन उसे सारा का सारा नमकीन वीर्य अपने गले से नीचे घोटना पड़ा !!!
अमन उसी अवस्था में नंदिनी के ऊपर करीब दस मिनट तक पड़ा रहा. मूठ निकाल कर सुरेश सोनाली की गांड़ के ऊपर अपना सिर रख कर लेट गया था, और सोनाली अभी भी अमन और नंदिनी को देखते हुए उनके उठने का इंतजार कर रही थी.
करीब 15 मिनट के बाद अमन नंदिनी के ऊपर से उठा.
" क्या बात है ! मुबारक हो भैया... ". सोनाली ने मुस्कुराते हुए कहा, जब उसने अमन का झड़ा हुआ लण्ड, जो की अब ढीला पड़ गया था और उसमें से अभी भी वीर्य चू रहा था, देखा. अमन समझ गया की उसकी बहन का साफ इशारा उसके लण्ड के खुले सुपाड़े की तरफ था जिसके बारे में वो मुबारकबाद दे रही थी ! उसके लण्ड के सुपाड़े पर हल्का खून भी लगा हुआ था जो की नंदिनी की फटी हुई सील का नतीजा था.
" नहीं अमन भैया... अब इसे ऐसा ही खुला रखना ! ". नंदिनी ने उठ कर अमन का वो हाथ पकड़ कर उसे रोकते हुए कहा जिस हाथ से वो अपने लण्ड के सुपाड़े पर लण्ड का चमड़ा वापस चढ़ाने जा रहा था.
फिर नंदिनी ने अपनी टांगें खोल कर अपनी हालत देखनी चाही. उसकी चूत का छेद करीब 3 इंच तक खुल गया था और उसकी पूरी चूत, झांट और जांघों पर खून और वीर्य का मिला जुला लेप सना पड़ा था !!!
" सुरेश भैया... चलो देखते हैं ये दोनों Love Birds क्या कर रहें हैं ! ". सोनाली ने सुरेश के झड़े हुए लण्ड के सुपाड़े पर अपनी उंगलीयां फेरते हुए कहा.
" बहुत गंदी लड़की हो तूम... ". सुरेश ने हांफते हुए कहा, फिर हँसने लगा. " तूम देखो... मुझे नहीं देखना ! ".
सोनाली पलंग के किनारे की ओर मुँह करके पेट के बल लेट गई, जिस तरफ नीचे ज़मीन पर उसका सगा भाई अमन नंदिनी को पेल रहा था.
अमन के शरीर के नीचे दबी चुद रही नंदिनी की नज़र जब सोनाली पर पड़ी तो वो मुस्कुरा दी, और फिर उसने अपनी आँखे बंद कर ली. अमन को तो होश ही नहीं था की उसकी सगी बहन उसे चोदते हुए देख रही है. वो तो नंदिनी की दोनों चुचियां बारी बारी से चूसते हुए उसे चोदने में मगन था !
" सुरेश भैया See ... अमन भैया आपकी बहन को नारियल तेल लगा कर चोद रहें हैं !!! ". सोनाली ने चहकते हुए कहा, जब उसे अमन और नंदिनी के बगल में Parachute Coconut Oil का डिब्बा रखा हुआ दिखा. पर सुरेश की ओर से कोई जवाब नहीं आया.
झड़ने के बावजूद अमन के लण्ड के तनाव में कोई कमी नहीं आई थी. वो जिस स्पीड से चोद रहा था, उसे पक्का यकीन था की नंदिनी की चूत से खून निकल रहा होगा, पर ये वक़्त चूत की देख रेख का नहीं था, बस आँख मूंद कर चूत मारने का था.
" सुरेश भैया... मेरे नीचे मेरी नाईटी रख दो ना, मेरा पानी गिरने वाला है ! ". सोनाली ने अपने भाई अमन और नंदिनी पर से नज़र हटाये बिना ही कहा. उन दोनों का सेक्स देख कर उसकी चूत में पानी भरने लगा था.
सुरेश ने उठ कर सोनाली की गीली गंदी हो चुकी नाईटी को उसकी जांघों के नीचे घुसेड़ दिया.
" अमन भैया... मेरे पेट में बहुत दर्द हो रहा है... लगता है कल से मेरी लड़कियों वाली प्रॉब्लम शुरू हो के रहेगी... फिर क्या करोगे अमन भैया.... आअह्हह्ह्ह्ह... मममममम.... आअह्ह्ह्हह... उफ़्फ़... मेरी चूत... आराम से चोदो ना अमन भैया... !!! ". आँखे बंद किये हुए नंदिनी पागलों की तरह बड़बड़ा रही थी.
नंदिनी की निप्पल मुँह में भरे अमन ने कुछ बोलना चाहा मगर उसके शब्द साफ नहीं निकले.
" मन भर कर चोद लो आज अमन भैया... फिर तीन दिन तक चूत देवी के दर्शन नहीं मिलने वाले ... ये तीन दिन रह लोगे ना मेरी चूत के बिना... बोलो ना अमन भैया... चोदो... खुब चोदो अभी जब चूत मिली है... पर धीरे करो ना अमन भैया... बहुत दुख रहा है.... आआह्ह्ह्हह... मममममम सससससस !!! ".
फटी आँखों से अमन और नंदिनी की चोदन लीला देखती सोनाली ने अचानक अपने गाल पर कुछ चिकना चिकना सा महसूस किया... सुरेश उसके चेहरे के सामने बैठ कर अपना आधा खड़ा लण्ड उसके गाल पर घिसते हुए मूठ मार रहा था और अब वो भी अमन और नंदिनी की रास लीला देख रहा था !!! सोनाली कुछ नहीं बोली.......
अमन ने अपने धक्को की स्पीड बढ़ा दी, और नंदिनी की चुचियां मुँह से निकाल कर अब उसे चुमने चाटने लगा. उसने नंदिनी को इतनी ज़ोर ज़ोर से चोदा की उन दोनों के नीचे बिछे तौलिए उनके नीचे से खिसक गयें थें, नारियल तेल का डिब्बा ज़मीन पर लुढक गया था और सारा तेल नीचे ज़मीन पर बिखर गया था, और दोनों अब खुली ज़मीन पर एक दूसरे से लिपटे पड़े थें. एक आखिरी धक्के से अमन की कमर नंदिनी के जांघों के बीच धंस कर थम गई, उसने 20 सेकंड रुक कर फिर से चार पाँच हल्के धक्के मारे और फिर एकदम से रुक कर नंदिनी के बदन पर पसर कर उससे लिपट गया !
सोनाली समझ गई की उसका सगा भाई नंदिनी की चूत के अंदर झड़ गया है. तभी उसने अपने गाल पर सुरेश का गरम चिपचिपा सा वीर्य गिरते हुए महसूस किया और उसकी अपनी खुद की चूत से ढ़ेर सारा पानी बलबला कर निकल पड़ा और उसके पेट के नीचे दबी नाईटी पे फ़ैल गया. उसने सुरेश के लण्ड की तरफ अपना चेहरा घुमाया तो सुरेश ने लपाक से अपना लण्ड उसकी मुँह में ठूस दिया और बाकि का माल अंदर फेंकने लगा. लण्ड के मोटे सुपाड़े ने सोनाली के छोटे से मुँह का द्वारा बंद कर दिया था, सो मजबूरन उसे सारा का सारा नमकीन वीर्य अपने गले से नीचे घोटना पड़ा !!!
अमन उसी अवस्था में नंदिनी के ऊपर करीब दस मिनट तक पड़ा रहा. मूठ निकाल कर सुरेश सोनाली की गांड़ के ऊपर अपना सिर रख कर लेट गया था, और सोनाली अभी भी अमन और नंदिनी को देखते हुए उनके उठने का इंतजार कर रही थी.
करीब 15 मिनट के बाद अमन नंदिनी के ऊपर से उठा.
" क्या बात है ! मुबारक हो भैया... ". सोनाली ने मुस्कुराते हुए कहा, जब उसने अमन का झड़ा हुआ लण्ड, जो की अब ढीला पड़ गया था और उसमें से अभी भी वीर्य चू रहा था, देखा. अमन समझ गया की उसकी बहन का साफ इशारा उसके लण्ड के खुले सुपाड़े की तरफ था जिसके बारे में वो मुबारकबाद दे रही थी ! उसके लण्ड के सुपाड़े पर हल्का खून भी लगा हुआ था जो की नंदिनी की फटी हुई सील का नतीजा था.
" नहीं अमन भैया... अब इसे ऐसा ही खुला रखना ! ". नंदिनी ने उठ कर अमन का वो हाथ पकड़ कर उसे रोकते हुए कहा जिस हाथ से वो अपने लण्ड के सुपाड़े पर लण्ड का चमड़ा वापस चढ़ाने जा रहा था.
फिर नंदिनी ने अपनी टांगें खोल कर अपनी हालत देखनी चाही. उसकी चूत का छेद करीब 3 इंच तक खुल गया था और उसकी पूरी चूत, झांट और जांघों पर खून और वीर्य का मिला जुला लेप सना पड़ा था !!!