desiaks
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- Aug 28, 2015
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[font=verdana, geneva, lucida,]ये रब भी कितनी जल्दी अपना बदला पूरा कर लेता है ..
अभी कुछ देर पहले ही मैं अपने केबिन में यासमीन को नंगा करके उसके रसीले मम्मे चूस रहा था ...
और अब विकास अपने ही केबिन में मेरी बीवी के टॉप को ऊपर कर उसके मम्मे चूस रहा था ...
मैं उसके गोरे जिस्म की कल्पना कर रहा था...
मैंने उसकी लो वेस्ट जीन्स देखी थी ...
पहले भी वो कई बार पहन चुकी थी ...
मगर कच्छी के साथ ही पहनती थी ...
जीन्स उसके मोटे गदराये चूतड़ से ३-४ इंच नीचे तक ही आती थी ...
उसकी कच्छी का काफी हिस्सा दिखता रहता था ..
और अभी तो उसने बिना कच्छी के पहनी है ...
उसकी जीन्स का बटन उसकी चूत की लकीर से १ इंच ऊपर ही था और फिर २ इंच की चेन थी ..
जिसको खोलते ही उसकी चूत भी साफ़ दिख जाती थी ..
जीन्स इतनी टाइट थी कि बटन खुलते ही चेन अपने आप खुल जानी थी ..
मैं यही सोच रहा था कि विकास पूरा मजा ले रहा होगा ..
१०० % उसकी उँगलियाँ मेरी बीवी कि चूत पर होंगी...
उधर उनकी आवाजें आनी कम तो हो गई थीं ..
मतलब अब उनके हाथ ज्यादा काम कर रहे थे ...
जूली: ओह विकास प्लीज मत करो ...
अह्हाआआआआ
देखो मान जाओ ..कोई आ जायेगा अभी ...
और बखेरा हो जायेगा ....
पुच च च च च
शप्र्र्र्र्र्र्र्र शपर र्र्र्र्र्र्र्र्र
पुच
विकास: क्या लग रही हो तुम यार ????
सच पूरा बम का गोला हो ...
यार तुम्हारी मुनिआ तो और भी प्यारी हो गई ...
लगता है जैसे स्कूल में पड़ने वाली लड़की की हो ...
जूली: हाँ मुझे पता है ...
मेरी बहुत छोटी हो गई है ...
और तुम्हारा बहुत बड़ा ....हा हा ...
अब अपना ये मुहं बंद करो ....ओके
ज्यादा लार मत टपकाओ ...
अपना हाथ मेरी जीन्स से बहार निकालो ..चलो ..
मुझे जाना भी है ...यार...
बाहर अनु वेट कर रही होगी ...
अह्हाआआआ ओह बस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स
न यार ...ओह ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
विकास: वाओ यार सच यहाँ से तो नजर ही नहीं हटती ..
क्या मजेदार और चिकनी है ...
और क्या खुश्बू है यार ....
जूली: अच्छा हो गया बस बहुत याराना ....
चलो अब पीछे हो ...
विकास: नहीं यार ऐसा जुल्म मत करो ...
ओह नहीं यार
अभी रुको तो ...
बस एक मिनट ...यार
अभी कर लेना बंद ...
जूली: क्यों अब क्या अंदर घुसोगे ...
विकास: अरे नहीं यार इतनी जगह कहाँ है इसमें ..
बस जरा अपने पप्पू को भी दिखा दूँ ...
बहुत दिनों से उसने कोई अच्छी मुनिया नहीं देखी ...
जूली: जी नहीं रहने दो ...ये कोई प्रदर्शनी नहीं है ..जो कोई भी आये और देख ले ...
उउउउइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइ
री रे रे
बाप रे याआआआअरर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र
ये तो बहुत बड़ा और कितना गरम है ....
अह्ह्ह्ह्हाआआआआ
ओह लगता है विकास ने अपना लण्ड बाहर निकाल लिया था ....
विकास: अह्ह्ह ऐसे ही जान ..
कितना सुकून मिल रहा है इसको ...
ये तो तुम्हारे हाथ की गर्मी से ही पिघलने लगा ...
मुझे पता था ...
ये जूली की सबसे बड़ी कमजोरी थी ..
लण्ड देखते ही उसे अपने हाथ से पकड़ लेती थी ...
इस समय वो जरूर विकास का लण्ड पकड़ ..ऊपर से नीचे नाप रही होगी ...
विकास: अह्ह्ह्हाआआआ
जूली: सच यार ...कितना मोटा और बड़ा हो गया है यार ये तो ...
विकास: आअह्ह्ह्ह्हाआ ....
अरे हाँ यार मुझे भी आज ये पहली बार इतना मोटा नजर आ रहा है ..
लगता है तुम्हारी मुनिया देख फूल रहा है शाला ...हा हा
जूली: ओह सीधे रहो ना ..
मेरी जीन्स क्यों खींच रहे हो ...
विकास: अरे अह्ह्हाआआ ओह यार ये इतनी टाइट क्यों है ... नीचे क्यों नहीं हो रही ...
प्लीज जरा देर के लिए उतार दो न ...
जूली: बिलकुल नहीं ....
देखो मेरी जीन्स भी मना कर रही है ...
हमको और आगे नहीं बढ़ना है समझे ...
विकास: यार मैं तो मर जाऊँगा .....अह्ह्हाआ
जूली: हाँ जैसे अब तक कुछ नहीं किया तो जैसे मर ही गए ....
विकास: यार जरा सी तो नीचे कर दो ..
मेरे पप्पू को मत तरसाओ ...
एक चुम्मा तो करा दो ना अपनी मुनिया का ....
जूली: तो यार पूरी तो बाहर है ...
लो अह्ह्ह्हाआआआ
कितना गरम है यार ...
हो गया ना चुम्मा ...
ओह लगता है जूली ने विकास का लण्ड अपनी चूत से चिपका लिया था ....
विकास: आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआ नहीईईईईईईईईई
ओर्र्र्र्र्र्र्र्र करो याआआआअरर्र्र्र्र्र्र
जूली: क्या मोटा सुपाड़ा है यार ..
बिलकुल लाल मोटे आलू जैसा ....
विकास: हाइईन्न्न हैं ...कक्क क्या बोला तुमने ...
जूली: अरे यार इसको आगे वाले को सुपाड़ा ही कहते हों ना ...
विकास: हे हे व्व्वो हाँ बिलकुल ..
लेकिन तुम्हारे मुहं से सुनकर मजा आ गया ...
एक बात पूछूं ..क्या तुम सेक्स के समय इनके देशी नाम भी बोलती हो ...
जूली: आर्रीए हाँ यार ..वो सब तो अच्छा ही लगता है ना ...
विकास: वाओ यार मैं तो वैसे ही शर्मा रहा था ...
यार प्लीज मेरा लण्ड को कुछ तो करो यार ...
जूली: अरे तो कर तो रही हूँ ...
पर प्लीज उसके लिए मत कहना ...
मैं अभी तुम्हारे साथ कुछ भी करने के लिए बिलकुल भी तैयार नहीं हूँ ....
विकास: प्लीज यार अह्ह्ह्हाआआआआ
ऐसे ही अह्ह्ह्हाआआआ
तुम्हारे हाथ में तो जादू है यार ...
अह्ह्हाआआआआ ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
आअह्ह्ह्हाआआआआआआ
पता नही चल रहा था कि जूली विकास के लण्ड से हाथ से ही कर रही थी ..या मुहं से ..
वैसे उसको तो चूसने की बहुत आदत थी .....
तभी ...
आह्ह्ह्हाआआआआआआआआ उउउउउ
जूली: ओह तुमने मेरा पूरा हाथ ख़राब कर दिया ...
वैसे ...बहुुुुुुुुुुुु कितना सारा ...
यार आराम से ......
बस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स ना हो गया अब तो ....
ठक ठक ...ठक ठक ...
जूली: अर्र्र्र्र्र्र्र रे कौन आया ..????
विकास: अरे रामू होगा ...
कॉफ़ी लाया होगा ....
जल्दी से सही कर लो ...
.............
........................
विकास: आओ कौन है ...
....: हम हैं सर ...कॉफ़ी ....
विकास: अरे इधर स्टूल पर क्यों बैठ रही हो ..
सामने कुर्सी पर बैठो न ..
जूली: अरे नहीं मैं ठीक हूँ ...
विकास: हाँ लाओ रामू ....यहाँ रख दो ..???
रामू: जी सर ......
.....
....................ओह चााराआआक्क्क्क्क्क
ओह सॉरी सर .....
विकास: देखकर नहीं रख सकते ....
सब गिरा दी .......
ओह ...............
........
.............[/font]
अभी कुछ देर पहले ही मैं अपने केबिन में यासमीन को नंगा करके उसके रसीले मम्मे चूस रहा था ...
और अब विकास अपने ही केबिन में मेरी बीवी के टॉप को ऊपर कर उसके मम्मे चूस रहा था ...
मैं उसके गोरे जिस्म की कल्पना कर रहा था...
मैंने उसकी लो वेस्ट जीन्स देखी थी ...
पहले भी वो कई बार पहन चुकी थी ...
मगर कच्छी के साथ ही पहनती थी ...
जीन्स उसके मोटे गदराये चूतड़ से ३-४ इंच नीचे तक ही आती थी ...
उसकी कच्छी का काफी हिस्सा दिखता रहता था ..
और अभी तो उसने बिना कच्छी के पहनी है ...
उसकी जीन्स का बटन उसकी चूत की लकीर से १ इंच ऊपर ही था और फिर २ इंच की चेन थी ..
जिसको खोलते ही उसकी चूत भी साफ़ दिख जाती थी ..
जीन्स इतनी टाइट थी कि बटन खुलते ही चेन अपने आप खुल जानी थी ..
मैं यही सोच रहा था कि विकास पूरा मजा ले रहा होगा ..
१०० % उसकी उँगलियाँ मेरी बीवी कि चूत पर होंगी...
उधर उनकी आवाजें आनी कम तो हो गई थीं ..
मतलब अब उनके हाथ ज्यादा काम कर रहे थे ...
जूली: ओह विकास प्लीज मत करो ...
अह्हाआआआआ
देखो मान जाओ ..कोई आ जायेगा अभी ...
और बखेरा हो जायेगा ....
पुच च च च च
शप्र्र्र्र्र्र्र्र शपर र्र्र्र्र्र्र्र्र
पुच
विकास: क्या लग रही हो तुम यार ????
सच पूरा बम का गोला हो ...
यार तुम्हारी मुनिआ तो और भी प्यारी हो गई ...
लगता है जैसे स्कूल में पड़ने वाली लड़की की हो ...
जूली: हाँ मुझे पता है ...
मेरी बहुत छोटी हो गई है ...
और तुम्हारा बहुत बड़ा ....हा हा ...
अब अपना ये मुहं बंद करो ....ओके
ज्यादा लार मत टपकाओ ...
अपना हाथ मेरी जीन्स से बहार निकालो ..चलो ..
मुझे जाना भी है ...यार...
बाहर अनु वेट कर रही होगी ...
अह्हाआआआ ओह बस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स
न यार ...ओह ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
विकास: वाओ यार सच यहाँ से तो नजर ही नहीं हटती ..
क्या मजेदार और चिकनी है ...
और क्या खुश्बू है यार ....
जूली: अच्छा हो गया बस बहुत याराना ....
चलो अब पीछे हो ...
विकास: नहीं यार ऐसा जुल्म मत करो ...
ओह नहीं यार
अभी रुको तो ...
बस एक मिनट ...यार
अभी कर लेना बंद ...
जूली: क्यों अब क्या अंदर घुसोगे ...
विकास: अरे नहीं यार इतनी जगह कहाँ है इसमें ..
बस जरा अपने पप्पू को भी दिखा दूँ ...
बहुत दिनों से उसने कोई अच्छी मुनिया नहीं देखी ...
जूली: जी नहीं रहने दो ...ये कोई प्रदर्शनी नहीं है ..जो कोई भी आये और देख ले ...
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री रे रे
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ये तो बहुत बड़ा और कितना गरम है ....
अह्ह्ह्ह्हाआआआआ
ओह लगता है विकास ने अपना लण्ड बाहर निकाल लिया था ....
विकास: अह्ह्ह ऐसे ही जान ..
कितना सुकून मिल रहा है इसको ...
ये तो तुम्हारे हाथ की गर्मी से ही पिघलने लगा ...
मुझे पता था ...
ये जूली की सबसे बड़ी कमजोरी थी ..
लण्ड देखते ही उसे अपने हाथ से पकड़ लेती थी ...
इस समय वो जरूर विकास का लण्ड पकड़ ..ऊपर से नीचे नाप रही होगी ...
विकास: अह्ह्ह्हाआआआ
जूली: सच यार ...कितना मोटा और बड़ा हो गया है यार ये तो ...
विकास: आअह्ह्ह्ह्हाआ ....
अरे हाँ यार मुझे भी आज ये पहली बार इतना मोटा नजर आ रहा है ..
लगता है तुम्हारी मुनिया देख फूल रहा है शाला ...हा हा
जूली: ओह सीधे रहो ना ..
मेरी जीन्स क्यों खींच रहे हो ...
विकास: अरे अह्ह्हाआआ ओह यार ये इतनी टाइट क्यों है ... नीचे क्यों नहीं हो रही ...
प्लीज जरा देर के लिए उतार दो न ...
जूली: बिलकुल नहीं ....
देखो मेरी जीन्स भी मना कर रही है ...
हमको और आगे नहीं बढ़ना है समझे ...
विकास: यार मैं तो मर जाऊँगा .....अह्ह्हाआ
जूली: हाँ जैसे अब तक कुछ नहीं किया तो जैसे मर ही गए ....
विकास: यार जरा सी तो नीचे कर दो ..
मेरे पप्पू को मत तरसाओ ...
एक चुम्मा तो करा दो ना अपनी मुनिया का ....
जूली: तो यार पूरी तो बाहर है ...
लो अह्ह्ह्हाआआआ
कितना गरम है यार ...
हो गया ना चुम्मा ...
ओह लगता है जूली ने विकास का लण्ड अपनी चूत से चिपका लिया था ....
विकास: आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआ नहीईईईईईईईईई
ओर्र्र्र्र्र्र्र्र करो याआआआअरर्र्र्र्र्र्र
जूली: क्या मोटा सुपाड़ा है यार ..
बिलकुल लाल मोटे आलू जैसा ....
विकास: हाइईन्न्न हैं ...कक्क क्या बोला तुमने ...
जूली: अरे यार इसको आगे वाले को सुपाड़ा ही कहते हों ना ...
विकास: हे हे व्व्वो हाँ बिलकुल ..
लेकिन तुम्हारे मुहं से सुनकर मजा आ गया ...
एक बात पूछूं ..क्या तुम सेक्स के समय इनके देशी नाम भी बोलती हो ...
जूली: आर्रीए हाँ यार ..वो सब तो अच्छा ही लगता है ना ...
विकास: वाओ यार मैं तो वैसे ही शर्मा रहा था ...
यार प्लीज मेरा लण्ड को कुछ तो करो यार ...
जूली: अरे तो कर तो रही हूँ ...
पर प्लीज उसके लिए मत कहना ...
मैं अभी तुम्हारे साथ कुछ भी करने के लिए बिलकुल भी तैयार नहीं हूँ ....
विकास: प्लीज यार अह्ह्ह्हाआआआआ
ऐसे ही अह्ह्ह्हाआआआ
तुम्हारे हाथ में तो जादू है यार ...
अह्ह्हाआआआआ ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
आअह्ह्ह्हाआआआआआआ
पता नही चल रहा था कि जूली विकास के लण्ड से हाथ से ही कर रही थी ..या मुहं से ..
वैसे उसको तो चूसने की बहुत आदत थी .....
तभी ...
आह्ह्ह्हाआआआआआआआआ उउउउउ
जूली: ओह तुमने मेरा पूरा हाथ ख़राब कर दिया ...
वैसे ...बहुुुुुुुुुुुु कितना सारा ...
यार आराम से ......
बस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स ना हो गया अब तो ....
ठक ठक ...ठक ठक ...
जूली: अर्र्र्र्र्र्र्र रे कौन आया ..????
विकास: अरे रामू होगा ...
कॉफ़ी लाया होगा ....
जल्दी से सही कर लो ...
.............
........................
विकास: आओ कौन है ...
....: हम हैं सर ...कॉफ़ी ....
विकास: अरे इधर स्टूल पर क्यों बैठ रही हो ..
सामने कुर्सी पर बैठो न ..
जूली: अरे नहीं मैं ठीक हूँ ...
विकास: हाँ लाओ रामू ....यहाँ रख दो ..???
रामू: जी सर ......
.....
....................ओह चााराआआक्क्क्क्क्क
ओह सॉरी सर .....
विकास: देखकर नहीं रख सकते ....
सब गिरा दी .......
ओह ...............
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