desiaks
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[font=verdana, geneva, lucida,]अपडेट 114
जूली जैसे ही प्लेट में कुछ लेने के लिए झुकी ...
तो कई बात एक साथ हो गई ...
चोली में से जूली के मम्मे देखने के लिए उन्होंने प्लेट को एक दम से नीचे मेज पर रख दिया ...
जूली अपने ही गति में आगे को मेज पर गिर सी जाती है ....
मेहता अंकल का हाथ जो काफी ऊपर तक उसके लहंगे को उठा चुका था ..और उस समय भी उसके चूतड़ पर ही था ...
सीधे ही जूली के नंगे चूतड़ पर पहुंच जाता है ...
और मेज से भी उसका बैलेंस गड़बड़ा जाता है ...
जिससे जूली उन पैरों के पास गिर जाती है ....
मुझे जूली का केवल कुछ ही भाग दिख रहा था ...वो उनके आगे गिरी थी ...
मगर चारों ने उसको अच्छी तरह देख लिया होगा ...
पता नहीं उसका कौन-कौन सा अंग उधर गया होगा ...
चारों जल्दी से उठकर उसको पकड़ कर उठाते हैं ...
जूली अपने लहंगे को सही कर रही थी ...
चारो एक साथ : ओह बेटा कहीं लगी तो नहीं ....
जूली : नहीं अंकल ..ओह सॉरी ...मेरा बैलेंस बिगड़ गया था ....बस बस मैं ठीक हूँ ....
चारों ही उसको देखने के बहाने ...जगह जगह से छूने
की कोशिश कर रहे थे ...
फिर बड़ी मुस्किल से ही जूली उनसे पीछा छुड़ाकर अलग हटकर खड़ी हुई ...
वो अपने कपडे सही कर रही थी ....
जूली : ओह आप लोग भी ना ...मैं बिलकुल ठीक हूँ .....आप लोग अपना प्रोग्राम देखो ...
ओ तेरी ...जूली की चोली से उसकी एक चूची निप्पल तक बाहर आ गई थी ....जिसे उसने ..अपने हाथ से अंदर कर ठीक किया....
अब ये पता नही कि गिरने से बाहर आई या फिर ये इनमे से किसी की कारस्तानी थी ....
तभी रंजू भाभी की आवाज आई ....वो बाहर को ही खड़ी थी ....
रंजू भाभी : अरे जूली ...कहाँ है तू ..??? चल न सभी हमारे स्वांग के लिए कह रहे हैं ....
और दोनों वहां से चली जाती हैं ....
सभी जोर से हसने लगते हैं ....
................[/font]
[font=verdana, geneva, lucida,][size=medium]जोजफ अंकल : ओह यार लगता है ये शर्त भी ...साला अनवर ही जीत गया ..
अनवर अंकल : हा हा ....देखा मैं ना कहता था ....इतनी मॉडर्न लड़की है ये ....कोई नेकर या पजामी पहनेगी क्या ....??
राम अंकल : पर दिख तो कोई कच्छी भी नहीं रही थी ...क्या मस्त और मुलायम चूतड़ थे यार ....
अनवर अंकल : अरे मैंने तो पहले ही कहा था ...ये फैंसी कच्छी पहनने वाली छोरियां हैं ....अब पतली सी डोरी ...घुसी होगी चूतड़ों के बीच में ....इतने मोटे तो चूतड़ थे ....तुमको कहाँ से दिखती ...
तभी मेहता अंकल ने एक और धमाका किया ....
मेहता अंकल : तू भी हार गया अनवर ....सच उसने कुछ नहीं पहना ....नंगी है पूरी लहंगे के नीचे ....
ले सूंघ मेरी ऊँगली ....उसकी चूत की खुश्बू आ रही है ..ले देख ...
अनवर अंकल और बाकी दोनों भी सूंघते है ...
राम अंकल : अबे ये तूने कब किया ...
मेहता अंकल : अरे जब वो गिर रही थी ...तभी मेरी दो उंगलिया उसकी चूत में चली गई थी ....हा हा ....
चल छोड़ो ..ये सब ..देखो प्रोग्राम शुरू होने वाला है ...
अरे ये तो मुझे भी देखना था ....अतः मैं तुरंत पीछे से हल्का सा ही बाहर को हो ....अंदर आने का नाटक करता हूँ ....
और अपनी कुर्सी पर जाकर बैठ जाता हूँ ..
मेहता अंकल : आ गए बेटा ....बिलकुल सही समय पर आये .......देखो अब जूली का प्रोग्राम ही होने वाला है ....
मैंने सोचा ..हाँ हाँ ...मुझे पता है ...क्यों कह रहे हो कि
सही समय पर आये ....पहले आ जाता तो वो सब जो देख लेता ...जो अभी तुम सभी मिलकर कर रहे थे ...
फिलहाल मैं बाहर को देखने लगा ....जहाँ जूली और रंजू भाभी कुछ तैयारी सी करने में लगी थी ...
अनवर अंकल : अरे मेहता ...ये सब क्या कर रही है ...क्या इनका डांस नहीं है ...
मेहता अंकल मुस्कुरा रहे थे ....
मेहता अंकल : अबे देखता रह ...ये हम लोगों का बहुत खास प्रोग्राम होता है ....ये एक स्वांग है ...जिसकी थीम "बन्नो की शादी है" ....
इसमें ये सभी ऋतू की शादी के बाद जो होता है ना उसको एक कॉमेडी की तरह मस्ती में दिखाएंगी ...
बहुत मजा आएगा ....
......................[/font][/size]
[font=verdana, geneva, lucida,][size=medium]मैंने देखा बाहर वो लोग काफी तयारी में लगे थे ....
उन्होंने एक पलंग तक लगाया था ...जिसको सुहगरात जैसा ही सजाया गया था ...
फिर उनका प्रोग्राम शुरू हो गया ....
कुछ देर बाद समझ आया ....
रंजू भाभी ...जूली के पति का रोल कर रही थी ....
जूली दुल्हन बनी थी ....जो ऋतू का रोल था ....
इसमें दो कोई और भी लेडी थी ....जो ससुर और जेठ का रोल का रही थी ....
एक काफी सेक्सी गाने से पैरोडी शुरू होती है ...जिसमे चारों ही डांस के साथ ....शादी के दृश्य को दिखाते हैं ...
रंजू भाभी और बाकी दोनों के टाइट पेंट में कसे हुए चूतड़ देख ...सभी आहें भर रहे थे ....
अनवर अंकल : आह्हा क्या मस्त चूतड़ हैं इनके यार ...
जोजफ अंकल : हा हा ...वो तो ठीक है यार ....वैसे तो मर्द की एक्टिंग बढ़िया कर रहे हैं ....कपडे पहनने के साथ इनको लण्ड की जगह कुछ लगाना भी था ना ...वहां देखो यार ...वहां पेंट भी इतनी टाइट है ..कि पूरी चूत कि शेप बन रही है ....
मेहता अंकल : अवे तुम चुपचाप नहीं देख सकते ...जरा सी पीते ही ..आपे से बाहर हो जाते हो ...
मैं : अरे कोई बात नहीं अंकल ...कह तो आप सब सही
ही रहे हैं ....हा हा ...
मैं माहोल को बिलकुल हल्का कर देता हूँ ...
अनवर अंकल : अरे हाँ बेटा....इसको भी आज जाने क्या हो गया है ...हम लोगो के घर तो खूब मस्ती करता है ...अब अपने घर भाव खा रहा है ...
अरे हाँ बेटा तुम अपनी शर्त जीत गए हो ....ये लो अपने रूपये ....
अनवर अंकल लगता है पूरे नशे में हो गए थे ...
मैंने देखा मेहता अंकल बहुत ही गुस्से से उनको देख रहे थे ....
पर मुझे इस बात को और आगे नहीं बढ़ाना था ...
मैंने चुपचाप पैसे उठाकर जेब में रख लिए ...और ऐसे जाहिर किया जैसे मैं भी कुछ नशा सा महसूस कर रहा हूँ ...
जिससे मेहता अंकल को ज्यादा शक ना हो ...
वहां उनका प्रोग्राम लगातार चल रहा था ...गाने के बीच में वो लोग कुछ ना कुछ मजाक भी कर रहे थे ...जो ज्यादा कुछ तो समझ नहीं आ रहा था ...मगर वहां सभी इसका बहुत मजा ले रहे थे ...
...................[/font][/size]
[font=verdana, geneva, lucida,][size=medium]डांस करते हुए ही जूली एक बार कुछ ज्यादा ही घूम गई ...
तो वहां लेडीज में भी सीटियों कि आवाज आई ...
और कोई औरत चीखी भी ...
अरे दूल्हे को तो मजे आ जायेंगे ...बहुत चिकनी है इसकी ...
और सभी जोर से हसने लगती हैं ...
मैंने देखा अब यहाँ ये सब जूली पर ज्यादा कमेंट नहीं कर रहे थे ...
शायद मेहता अंकल की वार्निंग के कारण ही ...
और फिर वहां उनका सुहागरात का दृश्य भी शुरू हो गया ...
जूली को पलंग पर बैठा दिया गया ...और बहुत ही सेक्सी गाना भी चल रहा था ....
फिर रंजू भाभी पूरे मर्दानी स्टाइल में ही उससे सुहागरात की एक्टिंग करने लगती है ...
वो जूली को बिस्तर पर गिराकर ...उसको किस करने लगती हैं ....हमको दूर से दिख तो नहीं रहा था ...पर पक्का था कि वो उसके लाल लाल होंठो को ही चूस रही थी ...
क्युकि सभी वहां बहुत शौर मचा रहे थे ....
और वैसे भी ये काम तो रंजू भाभी.... जूली के साथ रोज ही करती हैं ....
फिर दोनों ने एक को कलाबाजी भी खाई ...कभी जूली ऊपर तो कभी रंजू भाभी ...
इससे जूली का लहंगा काफी ऊपर चढ़ गया था ...
दूर से भी उसकी टाँगे ऊपर तक नंगी नजर आ रही थीं ...
वहां बैठी एक औरत ने तो उठकर जूली के चूतड़ों पर एक चपत भी लगाई थी ....
और सब तो सही ही था ....
पर तभी मेरी नजर एक कोने में खड़े हुए वेटर पर पड़ी ...वो साला इस दृश्य को देखकर ...अपने पजामे में लण्ड को मसल रहा था ...
वो जिस जगह खड़ा था ....उसको सब कुछ साफ-साफ़ ही दिख रहा होगा .....
हो सकता है उसने जूली की नंगी चूत भी देख ली हो ...वो वैसे भी लहंगे नीचे नंगी ही थी ....
एक दो बार तो रंजू भाभी ने जूली के लहंगे तक को खोलने की कोशिश की ....
फिर उन्होंने दिखाया कि ...दूल्हे (रंजू भाभी) को कहीं से फ़ोन आया ....और वो चली जाती है ...
जूली रोने की एक्टिंग कर रही थी ...
और तभी उनकी जगह रिया.... जो जूली के जेठ बनी थी ..वहां आकर जूली को चुपाने लगती है ...
और जूली की आँखों को चूमते हुए वो तो सीधे उसके होंठो को चूमने लगती है ...
ये दृश्य बहुत साफ़ था ...क्योंकि दोनों के चेहरे सामने थे ...
जूली हल्का सा विरोध कर रही थी ...पर रिया विदेशी परिवेश से थी ...वो उसको जकड़े हुए अंग्रेजी स्टाइल में ही चूम रही थी ....
.................[/font][font=verdana, geneva, lucida,]इस किस को देख कसम से वहां बैठी सभी औरतों और लड़कियों की चूत से पानी निकला होगा ...
फिर रिया ने बड़े ही कामुक तरीके से जूली के मम्मे पकड़ लिए ..और वो उनको मसलने लगी ...
उधर जूली की हालत ख़राब थी और इधर हम सब की ...
अंकल तो बोल भी पड़े ...यार मेहता तेरी बेटी तो आदमी से भी ज्यादा अच्छा कर रही है ...यार ....इसकी जगह तो मैं वहां होता ....
और सभी हसने लगते हैं ...
तभी रिया ने तो हद ही कर दी ...उसने जूली को पीछे को गिराया ...और उसके लहंगे में झाँका ...
और जोर से बोली ...
ओह मेरी दुल्हन ..देख तेरे से ज्यादा तो ये रो रही है ...ला इसके भी आंसू पोंछ दूँ ...
और उसने वैसे ही अपना मुहं जूली के लहंगे के अंदर घुसा दिया ...
कुछ देर लगा कि शायद एक्टिंग ही कर रही है ....पर जब उसका सर लहंगे के ऊपर तक दिखा ...
और जूली की बेताबी ...वो बैचेनी के अपनी कमर हिला रही थी ...
ओह इसका मतलब रिया तो जूली की चूत ही चाटने लगी थी ....
ब्रेवो यार ...इतने लोगों के सामने ऐसा ....ये तो रिया जैसे लड़की ही कर सकती थी ....
तभी जूली को वहां का शौर सुनकर कुछ अहसास सा हुआ ...
और उसने अपना एक पैर उठाकर ...रिया को पीछे को धकेला ...वो पीछे को गिर गई ...
बेशरम अभी भी अपने होंठो पर ...बड़े ही सेक्सी ढंग से अपनी जीभ फिरा रही थी ...
इस धक्के से जूली का लहंगा उसके कमर तक उठ गया ...वैसे वो बहुत ही फुर्ती से उठकर खड़ी हुई ...
मगर फिर भी कई लोगों ने उसकी नंगी चूत के दर्शन कर लिए ...
फिर जूली वहां से अंदर की ओर भाग गई ....और सभी वहां सौर मचाते रह गए ...
रिया तो आखरी दृश्य के लिए भी बोलती रह गई ...
पता नहीं अब क्या था वो आखरी दृश्य ...
??????????????????????
………….
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जूली जैसे ही प्लेट में कुछ लेने के लिए झुकी ...
तो कई बात एक साथ हो गई ...
चोली में से जूली के मम्मे देखने के लिए उन्होंने प्लेट को एक दम से नीचे मेज पर रख दिया ...
जूली अपने ही गति में आगे को मेज पर गिर सी जाती है ....
मेहता अंकल का हाथ जो काफी ऊपर तक उसके लहंगे को उठा चुका था ..और उस समय भी उसके चूतड़ पर ही था ...
सीधे ही जूली के नंगे चूतड़ पर पहुंच जाता है ...
और मेज से भी उसका बैलेंस गड़बड़ा जाता है ...
जिससे जूली उन पैरों के पास गिर जाती है ....
मुझे जूली का केवल कुछ ही भाग दिख रहा था ...वो उनके आगे गिरी थी ...
मगर चारों ने उसको अच्छी तरह देख लिया होगा ...
पता नहीं उसका कौन-कौन सा अंग उधर गया होगा ...
चारों जल्दी से उठकर उसको पकड़ कर उठाते हैं ...
जूली अपने लहंगे को सही कर रही थी ...
चारो एक साथ : ओह बेटा कहीं लगी तो नहीं ....
जूली : नहीं अंकल ..ओह सॉरी ...मेरा बैलेंस बिगड़ गया था ....बस बस मैं ठीक हूँ ....
चारों ही उसको देखने के बहाने ...जगह जगह से छूने
की कोशिश कर रहे थे ...
फिर बड़ी मुस्किल से ही जूली उनसे पीछा छुड़ाकर अलग हटकर खड़ी हुई ...
वो अपने कपडे सही कर रही थी ....
जूली : ओह आप लोग भी ना ...मैं बिलकुल ठीक हूँ .....आप लोग अपना प्रोग्राम देखो ...
ओ तेरी ...जूली की चोली से उसकी एक चूची निप्पल तक बाहर आ गई थी ....जिसे उसने ..अपने हाथ से अंदर कर ठीक किया....
अब ये पता नही कि गिरने से बाहर आई या फिर ये इनमे से किसी की कारस्तानी थी ....
तभी रंजू भाभी की आवाज आई ....वो बाहर को ही खड़ी थी ....
रंजू भाभी : अरे जूली ...कहाँ है तू ..??? चल न सभी हमारे स्वांग के लिए कह रहे हैं ....
और दोनों वहां से चली जाती हैं ....
सभी जोर से हसने लगते हैं ....
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[font=verdana, geneva, lucida,][size=medium]जोजफ अंकल : ओह यार लगता है ये शर्त भी ...साला अनवर ही जीत गया ..
अनवर अंकल : हा हा ....देखा मैं ना कहता था ....इतनी मॉडर्न लड़की है ये ....कोई नेकर या पजामी पहनेगी क्या ....??
राम अंकल : पर दिख तो कोई कच्छी भी नहीं रही थी ...क्या मस्त और मुलायम चूतड़ थे यार ....
अनवर अंकल : अरे मैंने तो पहले ही कहा था ...ये फैंसी कच्छी पहनने वाली छोरियां हैं ....अब पतली सी डोरी ...घुसी होगी चूतड़ों के बीच में ....इतने मोटे तो चूतड़ थे ....तुमको कहाँ से दिखती ...
तभी मेहता अंकल ने एक और धमाका किया ....
मेहता अंकल : तू भी हार गया अनवर ....सच उसने कुछ नहीं पहना ....नंगी है पूरी लहंगे के नीचे ....
ले सूंघ मेरी ऊँगली ....उसकी चूत की खुश्बू आ रही है ..ले देख ...
अनवर अंकल और बाकी दोनों भी सूंघते है ...
राम अंकल : अबे ये तूने कब किया ...
मेहता अंकल : अरे जब वो गिर रही थी ...तभी मेरी दो उंगलिया उसकी चूत में चली गई थी ....हा हा ....
चल छोड़ो ..ये सब ..देखो प्रोग्राम शुरू होने वाला है ...
अरे ये तो मुझे भी देखना था ....अतः मैं तुरंत पीछे से हल्का सा ही बाहर को हो ....अंदर आने का नाटक करता हूँ ....
और अपनी कुर्सी पर जाकर बैठ जाता हूँ ..
मेहता अंकल : आ गए बेटा ....बिलकुल सही समय पर आये .......देखो अब जूली का प्रोग्राम ही होने वाला है ....
मैंने सोचा ..हाँ हाँ ...मुझे पता है ...क्यों कह रहे हो कि
सही समय पर आये ....पहले आ जाता तो वो सब जो देख लेता ...जो अभी तुम सभी मिलकर कर रहे थे ...
फिलहाल मैं बाहर को देखने लगा ....जहाँ जूली और रंजू भाभी कुछ तैयारी सी करने में लगी थी ...
अनवर अंकल : अरे मेहता ...ये सब क्या कर रही है ...क्या इनका डांस नहीं है ...
मेहता अंकल मुस्कुरा रहे थे ....
मेहता अंकल : अबे देखता रह ...ये हम लोगों का बहुत खास प्रोग्राम होता है ....ये एक स्वांग है ...जिसकी थीम "बन्नो की शादी है" ....
इसमें ये सभी ऋतू की शादी के बाद जो होता है ना उसको एक कॉमेडी की तरह मस्ती में दिखाएंगी ...
बहुत मजा आएगा ....
......................[/font][/size]
[font=verdana, geneva, lucida,][size=medium]मैंने देखा बाहर वो लोग काफी तयारी में लगे थे ....
उन्होंने एक पलंग तक लगाया था ...जिसको सुहगरात जैसा ही सजाया गया था ...
फिर उनका प्रोग्राम शुरू हो गया ....
कुछ देर बाद समझ आया ....
रंजू भाभी ...जूली के पति का रोल कर रही थी ....
जूली दुल्हन बनी थी ....जो ऋतू का रोल था ....
इसमें दो कोई और भी लेडी थी ....जो ससुर और जेठ का रोल का रही थी ....
एक काफी सेक्सी गाने से पैरोडी शुरू होती है ...जिसमे चारों ही डांस के साथ ....शादी के दृश्य को दिखाते हैं ...
रंजू भाभी और बाकी दोनों के टाइट पेंट में कसे हुए चूतड़ देख ...सभी आहें भर रहे थे ....
अनवर अंकल : आह्हा क्या मस्त चूतड़ हैं इनके यार ...
जोजफ अंकल : हा हा ...वो तो ठीक है यार ....वैसे तो मर्द की एक्टिंग बढ़िया कर रहे हैं ....कपडे पहनने के साथ इनको लण्ड की जगह कुछ लगाना भी था ना ...वहां देखो यार ...वहां पेंट भी इतनी टाइट है ..कि पूरी चूत कि शेप बन रही है ....
मेहता अंकल : अवे तुम चुपचाप नहीं देख सकते ...जरा सी पीते ही ..आपे से बाहर हो जाते हो ...
मैं : अरे कोई बात नहीं अंकल ...कह तो आप सब सही
ही रहे हैं ....हा हा ...
मैं माहोल को बिलकुल हल्का कर देता हूँ ...
अनवर अंकल : अरे हाँ बेटा....इसको भी आज जाने क्या हो गया है ...हम लोगो के घर तो खूब मस्ती करता है ...अब अपने घर भाव खा रहा है ...
अरे हाँ बेटा तुम अपनी शर्त जीत गए हो ....ये लो अपने रूपये ....
अनवर अंकल लगता है पूरे नशे में हो गए थे ...
मैंने देखा मेहता अंकल बहुत ही गुस्से से उनको देख रहे थे ....
पर मुझे इस बात को और आगे नहीं बढ़ाना था ...
मैंने चुपचाप पैसे उठाकर जेब में रख लिए ...और ऐसे जाहिर किया जैसे मैं भी कुछ नशा सा महसूस कर रहा हूँ ...
जिससे मेहता अंकल को ज्यादा शक ना हो ...
वहां उनका प्रोग्राम लगातार चल रहा था ...गाने के बीच में वो लोग कुछ ना कुछ मजाक भी कर रहे थे ...जो ज्यादा कुछ तो समझ नहीं आ रहा था ...मगर वहां सभी इसका बहुत मजा ले रहे थे ...
...................[/font][/size]
[font=verdana, geneva, lucida,][size=medium]डांस करते हुए ही जूली एक बार कुछ ज्यादा ही घूम गई ...
तो वहां लेडीज में भी सीटियों कि आवाज आई ...
और कोई औरत चीखी भी ...
अरे दूल्हे को तो मजे आ जायेंगे ...बहुत चिकनी है इसकी ...
और सभी जोर से हसने लगती हैं ...
मैंने देखा अब यहाँ ये सब जूली पर ज्यादा कमेंट नहीं कर रहे थे ...
शायद मेहता अंकल की वार्निंग के कारण ही ...
और फिर वहां उनका सुहागरात का दृश्य भी शुरू हो गया ...
जूली को पलंग पर बैठा दिया गया ...और बहुत ही सेक्सी गाना भी चल रहा था ....
फिर रंजू भाभी पूरे मर्दानी स्टाइल में ही उससे सुहागरात की एक्टिंग करने लगती है ...
वो जूली को बिस्तर पर गिराकर ...उसको किस करने लगती हैं ....हमको दूर से दिख तो नहीं रहा था ...पर पक्का था कि वो उसके लाल लाल होंठो को ही चूस रही थी ...
क्युकि सभी वहां बहुत शौर मचा रहे थे ....
और वैसे भी ये काम तो रंजू भाभी.... जूली के साथ रोज ही करती हैं ....
फिर दोनों ने एक को कलाबाजी भी खाई ...कभी जूली ऊपर तो कभी रंजू भाभी ...
इससे जूली का लहंगा काफी ऊपर चढ़ गया था ...
दूर से भी उसकी टाँगे ऊपर तक नंगी नजर आ रही थीं ...
वहां बैठी एक औरत ने तो उठकर जूली के चूतड़ों पर एक चपत भी लगाई थी ....
और सब तो सही ही था ....
पर तभी मेरी नजर एक कोने में खड़े हुए वेटर पर पड़ी ...वो साला इस दृश्य को देखकर ...अपने पजामे में लण्ड को मसल रहा था ...
वो जिस जगह खड़ा था ....उसको सब कुछ साफ-साफ़ ही दिख रहा होगा .....
हो सकता है उसने जूली की नंगी चूत भी देख ली हो ...वो वैसे भी लहंगे नीचे नंगी ही थी ....
एक दो बार तो रंजू भाभी ने जूली के लहंगे तक को खोलने की कोशिश की ....
फिर उन्होंने दिखाया कि ...दूल्हे (रंजू भाभी) को कहीं से फ़ोन आया ....और वो चली जाती है ...
जूली रोने की एक्टिंग कर रही थी ...
और तभी उनकी जगह रिया.... जो जूली के जेठ बनी थी ..वहां आकर जूली को चुपाने लगती है ...
और जूली की आँखों को चूमते हुए वो तो सीधे उसके होंठो को चूमने लगती है ...
ये दृश्य बहुत साफ़ था ...क्योंकि दोनों के चेहरे सामने थे ...
जूली हल्का सा विरोध कर रही थी ...पर रिया विदेशी परिवेश से थी ...वो उसको जकड़े हुए अंग्रेजी स्टाइल में ही चूम रही थी ....
.................[/font][font=verdana, geneva, lucida,]इस किस को देख कसम से वहां बैठी सभी औरतों और लड़कियों की चूत से पानी निकला होगा ...
फिर रिया ने बड़े ही कामुक तरीके से जूली के मम्मे पकड़ लिए ..और वो उनको मसलने लगी ...
उधर जूली की हालत ख़राब थी और इधर हम सब की ...
अंकल तो बोल भी पड़े ...यार मेहता तेरी बेटी तो आदमी से भी ज्यादा अच्छा कर रही है ...यार ....इसकी जगह तो मैं वहां होता ....
और सभी हसने लगते हैं ...
तभी रिया ने तो हद ही कर दी ...उसने जूली को पीछे को गिराया ...और उसके लहंगे में झाँका ...
और जोर से बोली ...
ओह मेरी दुल्हन ..देख तेरे से ज्यादा तो ये रो रही है ...ला इसके भी आंसू पोंछ दूँ ...
और उसने वैसे ही अपना मुहं जूली के लहंगे के अंदर घुसा दिया ...
कुछ देर लगा कि शायद एक्टिंग ही कर रही है ....पर जब उसका सर लहंगे के ऊपर तक दिखा ...
और जूली की बेताबी ...वो बैचेनी के अपनी कमर हिला रही थी ...
ओह इसका मतलब रिया तो जूली की चूत ही चाटने लगी थी ....
ब्रेवो यार ...इतने लोगों के सामने ऐसा ....ये तो रिया जैसे लड़की ही कर सकती थी ....
तभी जूली को वहां का शौर सुनकर कुछ अहसास सा हुआ ...
और उसने अपना एक पैर उठाकर ...रिया को पीछे को धकेला ...वो पीछे को गिर गई ...
बेशरम अभी भी अपने होंठो पर ...बड़े ही सेक्सी ढंग से अपनी जीभ फिरा रही थी ...
इस धक्के से जूली का लहंगा उसके कमर तक उठ गया ...वैसे वो बहुत ही फुर्ती से उठकर खड़ी हुई ...
मगर फिर भी कई लोगों ने उसकी नंगी चूत के दर्शन कर लिए ...
फिर जूली वहां से अंदर की ओर भाग गई ....और सभी वहां सौर मचाते रह गए ...
रिया तो आखरी दृश्य के लिए भी बोलती रह गई ...
पता नहीं अब क्या था वो आखरी दृश्य ...
??????????????????????
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