hotaks444
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दोस्तो कोई भी घटना कभी भी सोची समझी नही होसकती और ना ही मनचाई.. खास कर के सेक्स तो बिल्कुल भी नही... क्योंकि सभी किसी ना किसी से फॅंटसी सेक्स करते है लड़के सोचते है को वो कैटरीना कैफ़ या प्रियंका चोपड़ा को चोदेन्गे या लड़की सोचे कि वो सलमान या अक्षय कुमार से चुदवा ले तो यह फॅंटसी तक तो ठीक है पर हक़ीकत नही... और रियल लाइफ मे भी चुदाई के लिए बहुत आसानी से कोई मिलता भी नही .. यहा तक कि वाइफ भी बिना मनुहार के अपनी चूत चुदवाने को तय्यार नही होती......
दोस्तो मैं हू देव.. आपका अपना देवमूकुंद जिसने आपको पहले अपने कुछ अनुभव पढ़ने के लिए स्टोरी के रूप मे दिए.... अब मेरी उमर 40 टच कर रही है लेकिन आक्टिव सेक्स लाइफ अभी भी जी रहा हू.. मैं अपनी वाइफ और जो भी मिल जाती ही उससे बड़ी ही उम्दा चुदाई कर लेता हू.. मैं सागर का रहने वाला हू.. यह स्टोरी है जब मेरी शादी हुई हुई थी ... मेरी एक फ्रेंड है गिनॅकलजिस्ट डॉक्टर रश्मि(नेम चेंज्ड) की उसी की क्लिनिक मे चुदाई की....
हुआ कुछ यूँ की मेरी शादी लोकल मे ही हुई है.. और मेरी वाइफ एक टीचर की फॅमिली से है तो आप समझ सकते है कि वो कितनी फॉर्वर्ड होगी... मैने अपनी वाइफ को पहली बार अपनी ही शादी मे जैमला के स्टेज पर ही देखा था ध्यान से.... खैर मेरे लंड की साइज़ ज़्यादा लंबी होने से उसकी सील तो टूट गयी और जबरदस्त सुहाग रात तो क्या दिन, सुबहा, शाम सब कुछ बहुत मस्त हुई.... लेकिन मेरे लंड की ठोकरो से मेरी वाइफ जिसने पहले कभी लंड का नाम भी ना सुना हो इस हल्लाबी लंडको अपनी चूत मे घुस्वाकर लंगड़ाकर चलती थी.. पहले कुछ दिन तो वो ठीक से लंगड़ा कर भी ना चल सकी...चूँकि वो नई नई थी तो चुदवाने को भी मना ना कर सकती थी सारे दर्द सहते हुए भी चुपचाप चुदवाती रहती थी मेरे से लेकिन फिर रोती थी और उसकी चूत रोज सूज जाती और उससे रोज थोडा बहुत खून टपकता था....
हम दोनो ने एक दिन बाहर एक शाम साथ गुजारने का फ़ैसला किया उस दिन मैने उससे पूछा की घर मे तो तुम शरमाती हो मेरे से बात करने मे और कमरे मे तुमको देखकर सिर्फ़ तुमको नंगा करके चोद्ते रहने को दिल चाहता है... यहा बताओ तुम खुल कर क्यों नही चुदवाती .. बड़ी मुस्किल से उसने बताया की आपका वो (लंड) बहुत बड़ा है इससे मेरी वो(चूत) मे घाव हो जाता है मुझे यूरिनेशन मे भी दिक्कत होती है.... तभी मैने निर्णय किया की इसको अपनी ज्ञानिक फ्रेंड डॉक्टर.रश्मि के पास ले चलता हू.. मैने उसे फोन किया वो क्लिनिक पर ही थी.. उसने मुझे टाइम दे दिया... और कहा डिन्नर साथ मे ही करेंगे...
हम फिक्स्ड टाइम पर उसकी क्लिनिक पर पहुचे ड्र.रश्मि वैसे तो मेरे से उमर मे बड़ी थी उस समय उनकी उमर 35-38 की रही होगी और मेरी 28 की थी... लेकिन मैं वॉलंटियियर्ली ब्लड डोनेट करता था और मज़लूम की मदद करता था इसलिए मेरी उससे दोस्ती थी वो मेरे से काफ़ी इंप्रेस्ड थी... उसने अपने सभी पाटेंट्स निबटा लिए थे सबसे आखरी मे हमे बुलाया....
मैने उसको समस्या बताई तो ड्र. रश्मि कहने लगी" यार देव एक बात कहु बुरा मत मानना यार"
मैने कहा " हा कहिए आप तो डॉक्टर है"
" यार तुमने इस बेचारी को बड़ी ही बेरेहमी से प्यार किया होगा इसलिए इसकी हालत खराब हो गई"
वहाँ खड़ी उसने मेरी वाइफ को कहा तुम अंदर चलो चेकप कॅबिन मे अपने कपड़े उतारो और टेबल पर लेट जाओ.. मैं आती हू...
फिर वो अपने ग्लव्स वागियरह लेकर पहुचि... उसने कुछ देर तक चेकुप किया फिर मेरी वाइफ की कन्सेंट लेकर मुझे भी अंदर बुला लिया.....
रश्मि मेरे से बोली" देखो देव इस मासूम सी चीज़ (चूत) की तुमने कैसी धज्जियाँ उड़ा दी"
यह तो बहुत प्यार करने की चीज़ है तुमने इसे किस तरीके से हॅंडल किया कि इसकी वेगीना मे घाव ही घाव है अंदर तक.. और मेरी पत्नी से कहा तुम बहुत खुसकिस्मत हो कि तुमको ऐसा पति मिला नही तो औरते तरसती है ऐसे प्यार के लिए...
मेरी वाइफ ने कहा " डॉक्टर एक तो इनका बहुत बड़ा और मोटा है ऊपेर से यह 1-2 घंटे के पहले मेरी उसमे से नही निकालते" मेरा पूरा बदन टूटता है...
मेरी वाइफ की चिकनी चूत जिस पर मैने डिज़ाइन दार झांते बना रखी थी देख कर मेरा लंड तो तुरंत तन गया था और यह शायद रश्मि ने देख लिए था तो उसने अपनी गांद कॅबिन मे कम जगह होने के कारण मेरे लंड से रगडी थी...
"अछा चलो अब जो हो गया सो हो गया मैं सब ठीक कर दूँगी.. चलो देव तुम अब बाहर वेट करो" रश्मि ने उसे दिलासा और मुझे बाहर का रास्ता दिखाते हुए कहा...
कुछ देर बाद वो अकेली ही मेरी वाइफ के कपड़े लिए हुए आई और बोली उसे अभी 1-1.30 घंटे लेटने के लिए कहा है क्रीम लगाई है अंदर तक और कहा है कि तुमको चेक करना है.... रश्मि मेरे से बोली
रश्मि उस दिन येल्लो सलवार सूट पहने हुई थी जिस्मै से उसके 38 साइज़ के बूब्स झलक रहे थे और वो कॅबिन से बिना चुन्नी के निकली थी... वो बैठत हुए मेरे सामने झुकी अपनी दूधों की घाटी दिखाते हुए ... और मुझे प्रैज़्क्रिपशन लिखने लगी...
"मुझे भी चेक करोगी क्या.....' मैने पूछा
"हा करना ही पड़ेगा" रश्मि बोली और मुझे अपनी सीट के पीछे बने दरवाजे की ओर इशारा किया कि तुम वाहा चलो....
मैं उठा तो वाहा चला गया....
वो कमरा डॉक्टर्स रेस्टरूम रूम था जिस्मै सोफा और बेड फ्रिड्ज टीवी से सज़ा हुआ था भीने भीने रोज़ सेंट की स्मेल आ रही थी.... मेरा लंड तो वाइफ की चूत और रश्मि के बूब्स की घाटी देखकर वैसे ही तना हुआ था फिर इस महॉल ने और उसे जगा दिया था....
थोड़ी देर बाद रश्मि रूम मे दाखिल हुई... उसने डोर बोल्ट किया...
कहने लगी "पेंट खोलो..."
मैने कहा "मुझे शर्म आती है"
"धात पगले डॉक्टर से कैसे शर्म"
उसने मुझे पलंग पर लिटा दिया और मेरा पॅंट खोलने लगी....
दोस्तो मैं हू देव.. आपका अपना देवमूकुंद जिसने आपको पहले अपने कुछ अनुभव पढ़ने के लिए स्टोरी के रूप मे दिए.... अब मेरी उमर 40 टच कर रही है लेकिन आक्टिव सेक्स लाइफ अभी भी जी रहा हू.. मैं अपनी वाइफ और जो भी मिल जाती ही उससे बड़ी ही उम्दा चुदाई कर लेता हू.. मैं सागर का रहने वाला हू.. यह स्टोरी है जब मेरी शादी हुई हुई थी ... मेरी एक फ्रेंड है गिनॅकलजिस्ट डॉक्टर रश्मि(नेम चेंज्ड) की उसी की क्लिनिक मे चुदाई की....
हुआ कुछ यूँ की मेरी शादी लोकल मे ही हुई है.. और मेरी वाइफ एक टीचर की फॅमिली से है तो आप समझ सकते है कि वो कितनी फॉर्वर्ड होगी... मैने अपनी वाइफ को पहली बार अपनी ही शादी मे जैमला के स्टेज पर ही देखा था ध्यान से.... खैर मेरे लंड की साइज़ ज़्यादा लंबी होने से उसकी सील तो टूट गयी और जबरदस्त सुहाग रात तो क्या दिन, सुबहा, शाम सब कुछ बहुत मस्त हुई.... लेकिन मेरे लंड की ठोकरो से मेरी वाइफ जिसने पहले कभी लंड का नाम भी ना सुना हो इस हल्लाबी लंडको अपनी चूत मे घुस्वाकर लंगड़ाकर चलती थी.. पहले कुछ दिन तो वो ठीक से लंगड़ा कर भी ना चल सकी...चूँकि वो नई नई थी तो चुदवाने को भी मना ना कर सकती थी सारे दर्द सहते हुए भी चुपचाप चुदवाती रहती थी मेरे से लेकिन फिर रोती थी और उसकी चूत रोज सूज जाती और उससे रोज थोडा बहुत खून टपकता था....
हम दोनो ने एक दिन बाहर एक शाम साथ गुजारने का फ़ैसला किया उस दिन मैने उससे पूछा की घर मे तो तुम शरमाती हो मेरे से बात करने मे और कमरे मे तुमको देखकर सिर्फ़ तुमको नंगा करके चोद्ते रहने को दिल चाहता है... यहा बताओ तुम खुल कर क्यों नही चुदवाती .. बड़ी मुस्किल से उसने बताया की आपका वो (लंड) बहुत बड़ा है इससे मेरी वो(चूत) मे घाव हो जाता है मुझे यूरिनेशन मे भी दिक्कत होती है.... तभी मैने निर्णय किया की इसको अपनी ज्ञानिक फ्रेंड डॉक्टर.रश्मि के पास ले चलता हू.. मैने उसे फोन किया वो क्लिनिक पर ही थी.. उसने मुझे टाइम दे दिया... और कहा डिन्नर साथ मे ही करेंगे...
हम फिक्स्ड टाइम पर उसकी क्लिनिक पर पहुचे ड्र.रश्मि वैसे तो मेरे से उमर मे बड़ी थी उस समय उनकी उमर 35-38 की रही होगी और मेरी 28 की थी... लेकिन मैं वॉलंटियियर्ली ब्लड डोनेट करता था और मज़लूम की मदद करता था इसलिए मेरी उससे दोस्ती थी वो मेरे से काफ़ी इंप्रेस्ड थी... उसने अपने सभी पाटेंट्स निबटा लिए थे सबसे आखरी मे हमे बुलाया....
मैने उसको समस्या बताई तो ड्र. रश्मि कहने लगी" यार देव एक बात कहु बुरा मत मानना यार"
मैने कहा " हा कहिए आप तो डॉक्टर है"
" यार तुमने इस बेचारी को बड़ी ही बेरेहमी से प्यार किया होगा इसलिए इसकी हालत खराब हो गई"
वहाँ खड़ी उसने मेरी वाइफ को कहा तुम अंदर चलो चेकप कॅबिन मे अपने कपड़े उतारो और टेबल पर लेट जाओ.. मैं आती हू...
फिर वो अपने ग्लव्स वागियरह लेकर पहुचि... उसने कुछ देर तक चेकुप किया फिर मेरी वाइफ की कन्सेंट लेकर मुझे भी अंदर बुला लिया.....
रश्मि मेरे से बोली" देखो देव इस मासूम सी चीज़ (चूत) की तुमने कैसी धज्जियाँ उड़ा दी"
यह तो बहुत प्यार करने की चीज़ है तुमने इसे किस तरीके से हॅंडल किया कि इसकी वेगीना मे घाव ही घाव है अंदर तक.. और मेरी पत्नी से कहा तुम बहुत खुसकिस्मत हो कि तुमको ऐसा पति मिला नही तो औरते तरसती है ऐसे प्यार के लिए...
मेरी वाइफ ने कहा " डॉक्टर एक तो इनका बहुत बड़ा और मोटा है ऊपेर से यह 1-2 घंटे के पहले मेरी उसमे से नही निकालते" मेरा पूरा बदन टूटता है...
मेरी वाइफ की चिकनी चूत जिस पर मैने डिज़ाइन दार झांते बना रखी थी देख कर मेरा लंड तो तुरंत तन गया था और यह शायद रश्मि ने देख लिए था तो उसने अपनी गांद कॅबिन मे कम जगह होने के कारण मेरे लंड से रगडी थी...
"अछा चलो अब जो हो गया सो हो गया मैं सब ठीक कर दूँगी.. चलो देव तुम अब बाहर वेट करो" रश्मि ने उसे दिलासा और मुझे बाहर का रास्ता दिखाते हुए कहा...
कुछ देर बाद वो अकेली ही मेरी वाइफ के कपड़े लिए हुए आई और बोली उसे अभी 1-1.30 घंटे लेटने के लिए कहा है क्रीम लगाई है अंदर तक और कहा है कि तुमको चेक करना है.... रश्मि मेरे से बोली
रश्मि उस दिन येल्लो सलवार सूट पहने हुई थी जिस्मै से उसके 38 साइज़ के बूब्स झलक रहे थे और वो कॅबिन से बिना चुन्नी के निकली थी... वो बैठत हुए मेरे सामने झुकी अपनी दूधों की घाटी दिखाते हुए ... और मुझे प्रैज़्क्रिपशन लिखने लगी...
"मुझे भी चेक करोगी क्या.....' मैने पूछा
"हा करना ही पड़ेगा" रश्मि बोली और मुझे अपनी सीट के पीछे बने दरवाजे की ओर इशारा किया कि तुम वाहा चलो....
मैं उठा तो वाहा चला गया....
वो कमरा डॉक्टर्स रेस्टरूम रूम था जिस्मै सोफा और बेड फ्रिड्ज टीवी से सज़ा हुआ था भीने भीने रोज़ सेंट की स्मेल आ रही थी.... मेरा लंड तो वाइफ की चूत और रश्मि के बूब्स की घाटी देखकर वैसे ही तना हुआ था फिर इस महॉल ने और उसे जगा दिया था....
थोड़ी देर बाद रश्मि रूम मे दाखिल हुई... उसने डोर बोल्ट किया...
कहने लगी "पेंट खोलो..."
मैने कहा "मुझे शर्म आती है"
"धात पगले डॉक्टर से कैसे शर्म"
उसने मुझे पलंग पर लिटा दिया और मेरा पॅंट खोलने लगी....